जब अपनी नारी सारे रिश्ते मर्यादा तोड़ कर किसी और के पास चली जाती है या जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेती है तो पर नारी ही सहारा देती है संभालती है टूटे हुए इन्सान को जिंदगी की जंग के लिए फिर से तैयार करती है ऐसे रिश्ते को सिर्फ गलत नजरिए से नही देखना चाहिए। परनारी भी तो एक नारी ही है उसे भी सहारे की मान सम्मान की एक अच्छे इंसान की जरुरत है
अगर आप भी संत कबीर दास जी के सभी दोहे हिंदी अर्थ के साथ पढ़ना चाहते है तो आप यह किताब पढ़ सकते है .. कबीर बीजक : संपूर्ण कबीर वाणी Book Link : - amzn.to/3PEiN3x
इसमें कर्म काण्ड कहा से जुड़ा है तुम लोग भी सनातन धर्म को ही नीचा दिखाने में लगे हो कोई बात नहीं सनातन धर्म को गाली देकर बहुत लोगों का रोजगार चलता है उनमें से तुम भी एक हो
👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3) नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।। संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।। 👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥ 👉संत गरीब दास जी कहते हैं ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️ हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️ 👉संत दादू जी कहते हैं जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️ 👉 नानक जी कहते हैं हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️ खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर 👉संत मलूक दास जी कहते हैं- जपो रे मन साहेब नाम कबीर। जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।। 👉 संत गरीब दास जी कहते हैं तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार । गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।। बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार । गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार । 👉संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य देखें Visit sant rampal ji maharaj (You Tube) channel अध्यात्म का सही मार्ग दिखा रहे हैं sant rampal ji maharaj ji 👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆
Magar.. lahsun ki par nari Se kaisi tulna....? Jab ki Wo bahot fayde,mand he Sharab se karte to baat bhi samajh aati...? Ye misal to kahi se kahi tak... Soot nahi hoti....?
@@rockyjownsun2326 👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3) नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।। संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।। 👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥ 👉संत गरीब दास जी कहते हैं ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️ हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️ 👉संत दादू जी कहते हैं जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️ 👉 नानक जी कहते हैं हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️ खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर 👉संत मलूक दास जी कहते हैं- जपो रे मन साहेब नाम कबीर। जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।। 👉 संत गरीब दास जी कहते हैं तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार । गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।। बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार । गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार । 👉संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य देखें Visit sant rampal ji maharaj (You Tube) channel अध्यात्म का सही मार्ग दिखा रहे हैं sant rampal ji maharaj ji 👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆
संत दादू दयाल की वाणी दादू ब्रह्मा का वेद, विष्णु की मूरति, पूजे सब संसारा। महादेव की सेवा लागे, कहाँ है सिरजनहारा ॥ 👉दादू जी कह रहे हैं कि संसार के लोग ब्रह्मा के वेदों का अध्ययन करते हैं, विष्णु की मूर्तियों की पूजा करते हैं, और इस प्रकार भिन्न-भिन्न देवताओं की उपासना करते हैं। संसार में अधिकांश लोग इन पारंपरिक तरीकों से पूजा में लीन हैं। कुछ लोग महादेव (शिव) की सेवा में लीन रहते हैं, लेकिन दादू जी प्रश्न करते हैं कि इस सब के बावजूद, लोग असली सृजनहार (परमात्मा) को पहचानते नहीं हैं। असली सिरजनहारा (सृष्टि का सृजनकर्ता) कहाँ है, और उसकी पहचान की ओर ध्यान क्यों नहीं जाता? सब गीता का मूल है राइ झूमकरा। भागौति रामायण बांचि सुनो राइ झूमकरा । तत्व ज्ञान कोई ना कहै राइ झूमकरा पैसे ऊपर नांच सुनो राइ झूमकरा ।। भूलें हिंदू तुरक सुनो राइ झूमकरा । अरबों में कोई गरक सुनो राइ झूमकरा गरीब, जल थल पृथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक। पूर्णब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरुष अलेख ।। गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मण्ड में, बंदी छोड कहाय। सो तो एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय ।।
👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3) नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।। संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।। 👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥ 👉संत गरीब दास जी कहते हैं ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️ हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️ 👉संत दादू जी कहते हैं जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️ 👉 नानक जी कहते हैं हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️ खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर 👉संत मलूक दास जी कहते हैं- जपो रे मन साहेब नाम कबीर। जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।। 👉 संत गरीब दास जी कहते हैं तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार । गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।। बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार । गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार । 👉संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य देखें Visit sant rampal ji maharaj (You Tube) channel अध्यात्म का सही मार्ग दिखा रहे हैं sant rampal ji maharaj ji 👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆
Chicken bhi kisi bhi kone Mai bane , wo pata chal hi jaata hai. Thik wese hi istri se samabadh rakhne per wo bhi pata chal jaata hai... iske toh 50 examples hum log Bana sakte hai..
Desi sant satguru Ji Maharaj kabir sahab ki Jay Ho
🙏
श्री राम जय राम जय जय राम 🚩🚩🚩
Hi Siri Radhe Radhe🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सत बचन
🙏
सत साहेब
🙏
वैरी nice सतनाम सत्य है
🙏
बहुत सुंदर..
🙏
Bilkol sahi🎉
Jai shree Kabir
🙏
Satya vachan 😇
🙏
Kabir Is God 🙏🏻❤🙏🏻कबीर हम ही अलख अल्लाह है कुतुब गोस और पीर गरीबदास खालिक धनी हमरा नाम कबीर 🙏🏻🙏🏻
🙏
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी 💐💐🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺
🙏
Vah ❤
🙏
Bikul sahi
🙏
Mast❤ super 🌹 jankare 🌟 masaallah 🙏
🙏
Girl aur garlic से दूर रहो
🙏
😂😂
Fir dalenge kaha , calender latkayenge 😂
सही पकड़े हैं 😅😂😂
गर्ल से कॉलेस्ट्रॉल काम होता 😂😂aur isi तरह गर्लिक से भी😂😂😂😂😂
Sambhog se samadhi tak
Jai Sant Kabir ji ki.
🙏
Jai shree siyaram jai jai ram ram g radhe radhe Jai shree Krishna 🌹🌹🌺🌹🌹🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🙏
❤❤ ग्रेट
🙏
जय हो कबीरा
🙏
Good dua 🤞🤞🤞🤞
🙏
Jai shree ram
Sat saheb ji
🙏
Kabir ki is sant
❤❤❤
🙏
खैर खून खांसी खुशी वैर प्रीति मद्यपान रहिमन दावे ना दबे जाने सकल जहान। राम राम
Bahut sundar
🙏
Kabir is supreme God
🙏
Shandar Kabir ji ko tarar Rahe Karen Amar Vani ka raspan shabdon ke khan se Jeevan hua mulywan
🙏
SAT SAHEB
🙏
BOHIT HI VADHIYA
🙏
PARNAM Satguru ji
🙏
Incredible
🙏
Sadhu❤
🎉🎉🎉🎉🎉
🙏
❤❤❤😊
🙏
जब अपनी नारी सारे रिश्ते मर्यादा तोड़ कर किसी और के पास चली जाती है या जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेती है
तो पर नारी ही सहारा देती है संभालती है टूटे हुए इन्सान को जिंदगी की जंग के लिए फिर से तैयार करती है ऐसे रिश्ते को सिर्फ गलत नजरिए से नही देखना चाहिए।
परनारी भी तो एक नारी ही है उसे भी सहारे की मान सम्मान की एक अच्छे इंसान की जरुरत है
Great man 🎉🎉
Ye Kabir ka arth nhi hai
Khappar sona lijo, who is
complete this doha.
Very nice information 👍
🙏
Very nice
🙏
Kabir is god
🙏
Kripya Prem aur vyabhichar mein antar jo hai use Rahane den
Prem jaisa kuch nai hota, sab akarshan hai basss
🕉️🕉️🚩🚩👏👏
🙏
Wah wah
🙏
🙏
🙏
Wow Beautiful
🙏
सत्य आप ? श्री स्वामी समर्थ वाले चर्चा बहोत ये चिंता का विषय हे
🙏
🙏🙏
🙏
👍✅
🙏
Kabir is supreme God 🙏
🙏
Nirmal Gyan
🙏
Nice explanation
🙏
❤❤🌹🌹🙏🏽🙏🏽
🙏
❤
🙏
ਉਦੋਂ ਫੋਟੋਗ੍ਰਾਫਰ ਨਹੀਂ ਸਨ, ਓ ਭਾਈ ਕਬੀਰ ਜੀ ਦਾੜੀ ਟਰਿੰਮ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ ਸਨ।
Always Love ❤️🫡
🙏
कबीर जी कहते है कि परस्त्री सम्बन्ध यानी कि दुराचरण दिख जाएगा स्पष्ट है कोई दूसरा भाव नहीं है।
70 janam uske andhe k honge jo prrstri sambandh karega
@@VishalVerma-d9c ये डर अच्छा है, डरना ही सात्विक जीवन है जिससे मुक्ति मार्ग प्रशस्त होता है 🚩🚩🚩🚩🚩🙏
Ye dar nahi ANDH 😎 Vishwas he......! Aur ek baat....? Par nari ye samjhe....! Magar lahsun
Ye har tarah se fayde mand he... Ye koi sharab thodi he....
@@rockyjownsun2326 permeshwar mnaa nhii karte lahsun pyaj na Khao
Hari-193 आप सही कह रहे हैं लोग अपने मन की बात को महात्माओं का नाम लेकर कहते हैं।
LIFE KA FULL MAZA LO,,,,,
🙏
Galat... kabir sakat aisa hai jaise lashun ki khaan.. kone baithe khaye.. pargat hoye nidaan... buri sangat se door raho
Bhai kabir ki book ka name btaie ,jisme ye content mil jaye.
अगर आप भी संत कबीर दास जी के सभी दोहे हिंदी अर्थ के साथ पढ़ना चाहते है तो आप यह किताब पढ़ सकते है ..
कबीर बीजक : संपूर्ण कबीर वाणी
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इसमें कर्म काण्ड कहा से जुड़ा है तुम लोग भी सनातन धर्म को ही नीचा दिखाने में लगे हो कोई बात नहीं सनातन धर्म को गाली देकर बहुत लोगों का रोजगार चलता है उनमें से तुम भी एक हो
पर स्त्री मतलब क्या होता है..कोई भी स्त्री से प्यार
Apni ptni ko chordkar jo dusre ko dekhta hai wo
Pagal, Parmatma se Prem karoge toh bhi sabka pata chal jayega. Lasun hi hai ki isse uper bhi kuch hai?
👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3)
नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।।
संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।।
👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥
👉संत गरीब दास जी कहते हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान
इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान
गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार
गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️
हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️
👉संत दादू जी कहते हैं
जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️
👉 नानक जी कहते हैं
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️
खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर
👉संत मलूक दास जी कहते हैं-
जपो रे मन साहेब नाम कबीर।
जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर
चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर
दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।।
👉 संत गरीब दास जी कहते हैं
तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार ।
गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।।
बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार ।
गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार ।
👉संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य देखें
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अध्यात्म का सही मार्ग दिखा रहे हैं sant rampal ji maharaj ji
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Mary sath bhi kuch aisa hi ho gaya hai bahut paresan ho gaya hu please batao kya karna hai radhey radhey
Aap apney comment kay last two words ko chant kijiye har 5 minutes may kahi bhi kabhi. Kisi bhi situation ho 😊😊
Hari om
मेरे अनुसार अपने जो गलती किया उसके लिए उस व्यक्ति से क्षमा मांगों
हो सकता है वहां माफ़ कर दे
Kar😮mat😮lena😮janaab😮😮warna😢dukh😮pawoge😮agar😮karli😮h😮toh😮koi😮baat😮nahi😮lekin😮saavdhan😮rahna😮jaruri😮h😮
🙏
Magar.. lahsun ki par nari
Se kaisi tulna....? Jab ki
Wo bahot fayde,mand he
Sharab se karte to baat bhi samajh aati...? Ye misal to kahi se kahi tak...
Soot nahi hoti....?
@@VishalVerma-d9c bhai sahab
Kya bol,na chate ho...?
Thik se to samjhaw....
@@rockyjownsun2326 👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3)
नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।।
संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।।
👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥
👉संत गरीब दास जी कहते हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान
इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान
गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार
गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️
हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️
👉संत दादू जी कहते हैं
जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️
👉 नानक जी कहते हैं
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️
खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर
👉संत मलूक दास जी कहते हैं-
जपो रे मन साहेब नाम कबीर।
जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर
चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर
दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।।
👉 संत गरीब दास जी कहते हैं
तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार ।
गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।।
बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार ।
गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार ।
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संत दादू दयाल की वाणी
दादू ब्रह्मा का वेद, विष्णु की मूरति, पूजे सब संसारा। महादेव की सेवा लागे, कहाँ है सिरजनहारा ॥
👉दादू जी कह रहे हैं कि संसार के लोग ब्रह्मा के वेदों का
अध्ययन करते हैं, विष्णु की मूर्तियों की पूजा करते हैं, और
इस प्रकार भिन्न-भिन्न देवताओं की उपासना करते हैं। संसार
में अधिकांश लोग इन पारंपरिक तरीकों से पूजा में लीन
हैं। कुछ लोग महादेव (शिव) की सेवा में लीन रहते हैं,
लेकिन दादू जी प्रश्न करते हैं कि इस सब के बावजूद, लोग
असली सृजनहार (परमात्मा) को पहचानते नहीं हैं। असली
सिरजनहारा (सृष्टि का सृजनकर्ता) कहाँ है, और उसकी
पहचान की ओर ध्यान क्यों नहीं जाता?
सब गीता का मूल है राइ झूमकरा।
भागौति रामायण बांचि सुनो राइ झूमकरा ।
तत्व ज्ञान कोई ना कहै राइ झूमकरा
पैसे ऊपर नांच सुनो राइ झूमकरा ।।
भूलें हिंदू तुरक सुनो राइ झूमकरा ।
अरबों में कोई गरक सुनो राइ झूमकरा
गरीब, जल थल पृथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक।
पूर्णब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरुष अलेख ।।
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मण्ड में, बंदी छोड कहाय।
सो तो एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय ।।
👉तुलसी दास जी कहते हैं(बालकाण्ड दोहा 143, चौपाई 3)
नेति नेति जेहि बेद निरूपा। निजानंद निरुपाधि अनूपा।।
संभु बिरंचि बिष्नु भगवाना। उपजहिं जासु अंस तें नाना।।
👉 जिन्हें वेद 'नेति-नेति' (यह भी नहीं, यह भी नहीं) कहकर निरूपण करते हैं। जो आनन्दस्वरूप, उपाधिरहित और अनुपम है, एवं जिनके अंश से अनेकों शिव, ब्रह्मा और विष्णु भगवान् प्रकट होते हैं ॥
👉संत गरीब दास जी कहते हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश रटत हैं,शेष सहंस मुख ध्यान
इन्द्र कुबेर वरूण धर्मराया,गावें तुम्हारा ज्ञान
गरीब, बंदी छोड कबीर हैं, सकल सिरोमणि सार। अगह अगम अगाध के, पाये हम दीदार
गरीब, झिलमिल जोती जगमगै, नैंन बैंन विलास ।सतपुरुष सिर चौर हैं, तखत कबीर खवासा
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं भार सत्पुरुष कबीर हैं कुल के सृजन हार ❤️
हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद नहीं पाया काशी माहे कबीर हुआ ❤️
👉संत दादू जी कहते हैं
जिन मोकू निज नाम दिया सोई सतगुरु हमार दादू दूसरा कोई नहीं कबीर सृजन हार ❤️
👉 नानक जी कहते हैं
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार ❤️
खालक आदम सृजिया आलम बड़ा कबीर
👉संत मलूक दास जी कहते हैं-
जपो रे मन साहेब नाम कबीर।
जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर
चार दाग से सतगुरू न्यारा अजरो-अमर शरीर
दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।।
👉 संत गरीब दास जी कहते हैं
तहां वहां चित चक्रित भया, देखि फजल दरबार ।
गरीबदास सिजदा किया, हम पाये दीदार ।।
बोलत रामानन्द जी सुन, कबीर करतार ।
गरीब दास सब रूप में, तुम हीं बोलन हार ।
👉संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य देखें
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Chicken bhi kisi bhi kone Mai bane , wo pata chal hi jaata hai. Thik wese hi istri se samabadh rakhne per wo bhi pata chal jaata hai... iske toh 50 examples hum log Bana sakte hai..
Parmatma Kabir saheb ki jay ho
Jai shree ram
बहुत सुंदर
🙏
सत् साहेब जी
🙏❤️
🙏
Kabir is god
🙏
🌹🙏👌👍
🙏
Jai shree ram
🙏