क्या था निठारी कांड जिसके नाम से आज कांप उठती है रूह, कब क्या हुआ शम्स की जुबानी-Shams Tahir Khan
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- Опубліковано 21 жов 2024
- नोएडा के निठारी गांव में साल 2006 में हुई एक वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली की वजह से नोएडा का छोटा सा गांव निठारी (Nithari Case) देशभर में पहचाना जाने लगा. वारदात के 18 साल बाद भी निठारी गांव का नाम सुनते ही लोग डर सहम से जाते हैं. निठारी कांड का नाम आते ही लोग इस वाकये को फिर से याद करने लगते हैं, जब न्यूज चैनलों और न्यूज पेपर्स में निठारी कांड हेडलाइन में छाया रहता था. आज इस कांड की चर्चा फिर से हो रही है और आखिर साल 2006 में निठारी में ऐसा क्या हुआ था जो आज भी लोगों के जहन से बाहर निकल नहीं पा रहा है?
क्या है निठारी कांड?
नोएडा के सेक्टर 31 की कोठी नंबर D-5 में रहने वाले मोनिंदर सिंह पंढेर पर 2005 से लेकर 2006 तक बच्चों की हत्या का आरोप था. इस मामले का खुलासा पायल नाम की लड़की की हत्या की जांच से हुआ था. पहले 31 बच्चों की हत्या के आरोप पंढेर और उसके नौकर कोली पर लगे थे लेकिन जांच में 19 लोगों की हत्या ,यौन शोषण और सबूत मिटाने की बात सामने आई थी. इनमें 10 लड़कियां शामिल थीं. लेकिन इनमे से कुछ के डीएनए सैंपल मैच नहीं हुए और कुछ मामलों में आरोपी बरी हो गए.
मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पीछे नाले से पुलिस को 19 नरकंकाल मिले थे. ये कंकाल बच्चों और महिलाओं के थे. इस घटना के बाद मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरिंदर कोली को गिरफ्तार कर लिया था. सीबीआई को इंसानी हड्डियों के कुछ हिस्से और 40 इस तरह के पैकेट मिले थे जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंका गया था. मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नोएडा पुलिस के 3 सीनियर अफसरों समेत कई पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए थे.
निठारी कांड के आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को आज यानी कि 16 अक्टूबर 2023 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बरी करने का आदेश दे दिया है. दोनों को मिली फांसी की सजा भी अदालत ने रद्द कर दी है.
सुरेंद्र कोली और पंढेर को पिंकी की हत्या और रेप की कोशिश में 24 जुलाई 2017 को सीबीआई कोर्ट ने दोषी ठहराया था. दोनों के खिलाफ हत्या के 16 में से आठवें मामले में कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था.
सीबीआई कोर्ट ने 22 जुलाई 2017 को मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को दोषी ठहराते हुए सजा के लिए 24 जुलाई की तारीख मुकर्रर की थी.
रिम्पा हलदर हत्या मामले में सुरेंद्र कोली की फांसी की सजा को जनवरी 2015 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उम्र क़ैद में तब्दील कर दिया था.
आरोपी सुरेंद्र कोली की फांसी पर पुनर्विचार याचिका अक्टूबर 2014 में सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दी गई थी. रिम्पा की हत्या मामले में उसे मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि अदालत ने सुरेंद्र कोली की फांसी की सज़ा पर अक्तूबर 29 तक के लिए रोक लगा दी थी.
सीबीआई की एक विशेष अदालत ने मई 2010 में सुरेंद्र कोली को सात साल की आरती की हत्या का दोषी करार दिया था. लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट पंढेर को सितंबर में ही बरी कर चुका था, जबकि कोली की सजा को बरकरार रखा गया था.
सीबीआई ने मई 2007 में अपनी चार्जशीट में पढ़ेर को 15 साल की रिम्पा हलदर नाम की बच्ची के किडनैप,रेप और हत्या के मामले में आरोपमुक्त कर दिया था. लेकिन कोर्ट की फटकार के बाद सीबीआई ने पंढेर को इस मामले में सह-अभियुक्त बनाया. पंढेर और कोली को दोषी क़रार देते हुए सजा-ए-मौत सुनाई गई थी.
निठारी हत्याकांड के आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को जनवरी 2007 में पुलिस नार्को टेस्ट के लिए गांधीनगर ले कर पहुंची थी. मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली से पूछताछ के बाद सीबीआई कुछ ही दिनों में जांच करने के लिए नोएडा के निठारी गांव पहुंच गई. यहां से और भी हड्डियां बरामद की गईं थी. इसी महीने में दोनों को पेशी के लिए गाजियाबाद की एक कोर्ट में ले जाया गया था, जहां इनके साथ परिसर में ही मारपीट की गई थी. फरवरी से 20 अप्रैल के बीच दोनों आरोपियों को 14 दिन के लिए सीबीआई की कस्टडी में भेजा गया था. वहीं गुमशुदा लड़की के कंकाल की पहचान उसके कपड़ों से की गई थी.
12 नवंबर 2006 को एक लड़की कोठी में सफाई के लिए अपने घर से गई तो लेकिन वापस घर नहीं लौटी. परिवार के खूब तलाशने के बाद भी जब उसका कुछ पता नहीं चला तो मामले की शिकायत वह पुलिस थाने में करने पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की. वहीं मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पीछे बने नाले में नई कंकाल पाए गए थे. इस मामले में पुलिस ने 19 केस दर्ज किए थे.
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Shams bro Al the team Mera Salam 😊❤
मानवाधिकार मानवों के लिए होता है, दानवों के लिए नहीं।
Me aapka bahut bada fan hu love you sams bhai
कैसा कानून है अपने देश का एक मुजरिम सारे गुनाह कुबूल कर लेता है सारे सबूत होते है फिर भी उसे बचने के लिए बार बार मौके दिये जाते हैं
सिब्बल सिंघवी और प्रशांत भूषण जैसे आदमी कोहलिकी फांसी कैसे न हो या और वक्त गुजर जाएं इसकी कोशिश करेंगे। इंदिरा जय सिंह इन सबकी नानी है
Indian judiciary, fast n smooth kyon nahi hai??? Probably Indian court mainly represents some kind of antinational set up...lipa poti k liye kuch chhote-mote cases positively handle karte hain...
Hamare desh me judge bahot kam hai. Judge ki bharati honi chahiye.
Dikat judge main hi ni Bhai log asli problem tho investigation main hain... Crime ka 90% case investigation main hi settle ho jta hain bakki 10% Court main Jayega usmain Kya judgement ayega
ऐसे इंसान हो सकते है ये यकीन नही होता। हैवान से बेहेतर हैवी शक्श।
Aise heart less log bhi h Jo aise janwar ko bachana chahte h... bhagwan na unke kisi apne sath aisa ho to bhi ye log culprit ko bchae ge
Aapki awaz me ek alag hi talb h ..... Salute to u .... For keep the story to this generation
भारत की कानून बहुत ही घटिया हैं।
Nithari sector 31 noida😮😮में 1 saal se किराए पे रहता हु यहां 😮😮मुझे पता ही नहीं है ऐसे कांड भी होते है यहां 😮😮
Sabse haram khor judge hote hai...chaye kitne proof dedo faisla to 25--30 saal pehle nahi karte..
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ek reyal story meri bhi hai agar aap investigation karoge to hi me batau pr usse pahale bina camere mujhse bat karo to.
Pandher ls main culprit
Pandherrrr was the main culprit 😢
We need to change our laws 😢
Sir aap aaj tak kyo chhod nahi dete ye aisa channel hai jo aap bhi badnaam hote hai
police also responsible for that
Sham on u police 🚨🚨🚨🚨 in sab k lia police jumawar haiii
😮अरे सुनती हो 😮सेक्टर 5 हरौला में कमरा देखते है😮
Sir in logo kya karna chaiye or logo ki jaan ki intezer karna chaiye
शम्स जी ऐसीजा नहीं आता रिकॉर्डिंग सुनने में,,आप आया करो तभी सुनेंगे हम आपको
😂😂😂😂 ये कोई उनका चैनेल है। It's copy 😂😂😂smja kro.
Jinhone Iske fansi ruk wai Gai Shayad Unka bhi baccha Hona Tha
Shit judicial system
Rakshs hai bhai vo to
Ye naukar uttarakhand ke Kumaon ka hai mere padose wale gaon ka.ye sc hai par isne aisa kyo kiya
भाई 10 साल पहले की story अब सुना रहे। Wo b copy krke 😂😂😂
Ab To aap samajh hi gaye honge hamare Desh Ka Kanoon paise Se Kitna bik jata hai kitni chutiya wali baat hai ki 17 fansi aani jaruri hai ek ka fansi ka order a Gaya Ek Ko to do pahle iska matlab agar 16 mein fansi ho gai Aur Ek mein Bach Gaya FIR to bachi jaega To 16 Ka Kya hoga Kitna chutiya Kanoon lag raha hai isiliye to aadami badla lene ke liye FIR crime kar raha hai use majburan jab Insaaf nahin milta hamare Desh Ka Kanoon paison ke aage amiron ke aage lachar hai isliye FIR Garib ko criminal Banna padta hai
Sorry full story nahi Sun paye himmat nahi hai
Moninder singh padher beksoor thaa, jo bhi kiya uske noukr kohli ne kiyaa thaa