एक बात कहना चाहुगा....धार्मिक स्थल चाहे किसी भी हो,वहाँ पर जाने के लिऐ कोई भी नही रोक सकता, कल कि घटना बहुत ही निदंनीय थी,हमारे मेवाड़ कि छवि बहुत ही धुमित हुई ... 😢😢😢😢
जो परंपरा को न माने जिसने वीरवर चुडा जी के बलिदान का अपमान किया बड़ा पग सलूंबर राव का है उनका सम्मान न करके अरविंद सिंह जी ने ओछापन दिखाया है। सच्चा राजपूत कभी भी संपति के पीछे नहीं भागता वो परंपरा मानता है और परंपरागत महाराणा विश्वराज सिंह सा हैं और अरविंद सिंह जी संपत्ति के मालिक है लेकिन वो पगड़ी के हकदार नहीं
राम जी को भी वनवास उसी दिन हुआ था जिस दिन वो राजा बनने वाले थे और महाराणा प्रताप भी जंगल में रहे थे और आज भी महाराणा प्रताप परिवार के साथ में सभी जाति के लोग है न कोई जातिवाद नहीं है
Jitna Rana sahib shant h .. usse jyada se anchor Halla kar raha h .. Halla kam karo thoda time do sab sort ho jaayega...end of day sab ab democracy h ..collector and sp ko.chaiye strict action lekar matter close kare..family and ego per baat aa gayi h
*पहली बात यह है कि यह संपत्ति भगवत सिंह जी ने स्वयं नहीं बनाई थी, यह उन्हें विरासत में मिली थी। इसलिए यह संपत्ति एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) है।* *दूसरी बात मेवाड़ की रीति-रिवाज के अनुसार, मेवाड़ के महाराणा के सबसे बड़े पुत्र को अगला महाराणा बनाया जाता है, जो मेवाड़ के उमराव और राव के समर्थन से होता है... जो कि भगवत सिंह जी के बाद महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ बने और उनके बाद महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़ बने। इन दोनों मामलों में ये दोनों परिवार में सबसे बड़े हैं और उन्हें मेवाड़ के उमराव और राव का पूरा समर्थन है, और मेवाड़ की जनता का भी।*
एक बात कहना चाहुगा....धार्मिक स्थल चाहे किसी भी हो,वहाँ पर जाने के लिऐ कोई भी नही रोक सकता,
कल कि घटना बहुत ही निदंनीय थी,हमारे मेवाड़ कि छवि बहुत ही धुमित हुई ...
😢😢😢😢
Maharana visvraj singh ji ❤
We all over civilians of mewarh with our maharana Vishvraj Singh ji Mewarh
मेरा न्याय हे हिन्दुस्थान में मां चेतना
जो परंपरा को न माने जिसने वीरवर चुडा जी के बलिदान का अपमान किया बड़ा पग सलूंबर राव का है उनका सम्मान न करके अरविंद सिंह जी ने ओछापन दिखाया है। सच्चा राजपूत कभी भी संपति के पीछे नहीं भागता वो परंपरा मानता है और परंपरागत महाराणा विश्वराज सिंह सा हैं और अरविंद सिंह जी संपत्ति के मालिक है लेकिन वो पगड़ी के हकदार नहीं
ऐक दम मरयादा वाली सही✔ बात बताई आपने, 👌🙏
Sahi baat bhai❤
Baat sahi h aapki lekin yr naumbat aayi kyu .Arvind Singh official Maharana declare hue h kya pehle?
Mewar ki Ejjat kro Lakshya raj ji
संपत्ति का पुरा मेसेज चाहिए मां चेतना
राम जी को भी वनवास उसी दिन हुआ था जिस दिन वो राजा बनने वाले थे और महाराणा प्रताप भी जंगल में रहे थे और आज भी महाराणा प्रताप परिवार के साथ में सभी जाति के लोग है न कोई जातिवाद नहीं है
ये मेवाड के महाराणा नहीं है थे
Samay ke sath sb badal jata h
Jitna Rana sahib shant h .. usse jyada se anchor Halla kar raha h .. Halla kam karo thoda time do sab sort ho jaayega...end of day sab ab democracy h ..collector and sp ko.chaiye strict action lekar matter close kare..family and ego per baat aa gayi h
partham darshan ki esi bt ni thi. too kal waha kyu gye gate pe
*पहली बात यह है कि यह संपत्ति भगवत सिंह जी ने स्वयं नहीं बनाई थी, यह उन्हें विरासत में मिली थी। इसलिए यह संपत्ति एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) है।*
*दूसरी बात मेवाड़ की रीति-रिवाज के अनुसार, मेवाड़ के महाराणा के सबसे बड़े पुत्र को अगला महाराणा बनाया जाता है, जो मेवाड़ के उमराव और राव के समर्थन से होता है... जो कि भगवत सिंह जी के बाद महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ बने और उनके बाद महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़ बने। इन दोनों मामलों में ये दोनों परिवार में सबसे बड़े हैं और उन्हें मेवाड़ के उमराव और राव का पूरा समर्थन है, और मेवाड़ की जनता का भी।*
Raj pariwar jo itna samman rakhte hai. Samanya logo ki tarah sadko pr lad rhe hai😢
Anuchit hai
Dono me yud hona chahiye city place ke shamne jo jishka head katega vhi raja bnega raja bnne ke liy apni yogita sabit kre
😂
Bahubali 3 ki shooting thodi chal rhi
Shi kaha bhai 😂
जलन बरकार रहे ✌️
😂😂