गायत्री मंत्र ही गुरुमंत्र है। पू. गुरुजी ने गायत्री मंत्र जाप की विधि को बहुत सरल बना दिया है। इसे कोई भी कर सकता है। हां, यदि दीक्षा लेने के बाद करें तो अधिक लाभ मिलता है। जितने भी मंत्र में 'धीमहि' और/या 'प्रचोदयात्' आता है, वे सब गायत्री मंत्र है। अब तो अधिक ब्राह्मण भी सार्वजनिक रूप से 24 गायत्री मंत्रोच्चारण करते हैं। धीरे- धीरे आप जैसे सब महराज जी लोग स्वीकार करते जा रहे हैं।
हमारे गुरु श्री राम शर्मा आचार्य जी ने लाखों महिलाओं को गुरु दीक्षा दीये है और महिलाए ब्यास पीठ पर बैठकर गायत्री यज्ञ करवा रही पूरे वीश्व संसार में षट्कर्म और बिधी बिधान से जो की ब्राह्मण भी यज्ञ इतने बिधी बिधान से नहीं करवाते ।हमने गायत्री मंत्र का लिया है और हमारे जीवन मे बहुत चमत्कार हुए है इन 24 साल में जय गायत्री मां ।
वेद मूर्ति तपोनिस्थ युग्रिशी परमपूज्य गुरुदेव की चरणों में प्रणाम।ऐसे देवकीनंदन जैसे हर वो व्यक्ति जो खुद को भागवत वाचक कहते है ,ये ट्रेनिंग लेकर आते है कि सब कहना पर गायत्री मंत्र के महिमा के बारे में मत कहना नहीं तो आप लोगों का बिजनेस खत्म समझो।
जय गुरुदेव प्रणाम क्षमा चाहिए कुछ बोलना चाह रहे हैं मैं गायत्री परिवार से हैं जब गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं तब बहुत बहुत लाभ है तबियत बहुत खराब रहता था जब से गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं खुश हूं
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था। "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार है l प्राचीन काल में स्त्रियां वेदों की मंत्र द्रष्ट्री - ऋषिकाये हुई l अनसूया, अहिल्या, अरुंधती आदि अगणित स्त्रियां वेद शास्त्रों में पारंगत थी l गायत्री परिवार से वर्तमान में 15 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं जिसमें सभी महिलाएं यज्ञोपवीत धारण कर सकती है गायत्री का जाप करती हैं l
@@Harshmishra-dh9lz गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
@@Harshmishra-dh9lz "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
गायत्री मंत्र को पूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने तप से शाप मुक्त कर दिया है।और कोई कथा वाचक गुरु हो ही नही सकता गुरु तो युगों में कोई एक आता है।
इस बात को इस देवकी नंदन को समझओ भैया आज कल ये नए नए कथा वाचक महिलाओं को गायत्री मन्त्र न जपने पर बहुत जोर देते है इन लोगो ने महिलाओं को खीरा ककड़ी समझ रखा है क्या ।
Gayatri mha mantra hai 🙏 phle to aapke liye kafi jada izzat thi but aaj km ho gai 🙏sb sudhre h gyatri mata ki kripya hmesa sb pr bni rhe aur hum Param pujya guruji ke dikhaye raste pr chalte rhe 🙏🙏🙏aur gyatri mantra ka jap koi bhi kr skta h kbhi bhi Jo bimar h bistr pr h uthne me asmarth h wo let kr bhi kr skte hai 🙏🙏🙏🙏jai gurudev ji
पू.गुरुजी पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है - "दुनिया बदलेगी तो केवल मेरे ही विचारों से, चाहे आज कर लो या सौ साल बाद।" आप आदरणीय महराज जी से निवेदन है कि आप उनके विचारों का अनुसरण करते हुए कथा कहिये उत्तरोत्तर आपका विकास होगा और युग निर्माण भी होगा , सत्य सनातन धर्म की रक्षा और विस्तार भी होगा
ये केवल कथा वाचक है, इससे ज्यादा कुछ नही। इनको केवल अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, धर्म का ठेकेदार नहीं बनना चाहिये, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनमे का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
गायत्री मंत्र तो नारी शक्तियों ने किया है देवी अहिल्या देवी मदालसा ने जो महान नारियां बनी गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है इसको नारियां हर बच्चा बच्चा कर सकता है यह मंत्र पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहां सभी नारियों के लिए है गायत्री मंत्र तो हम बचपन से करते हैं और हमारा आज तक कुछ भी गलत नहीं हुआ बल्कि हमारे जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है आप पब्लिक को गुमराह मत करिए अब पब्लिक जागरूक हो गई है आप कौन सी दुनिया में हे
गायत्री मंत्र जप करनेका सरल तरीका बनाया है वेदमूर्ति तपो निष्ट पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी ने अपनी तप तितिखया द्वारा आवल बृद्ध वनिता केलिए गायत्री माता की जय हो🙏🙏🙏
Inke jaise bht saare katha wachak naye naye a gye hai jo same to same bole ja rhe hai or ye jyada dino tak nhi chalega kyuki hmare guru ki bhasihwani hai pura bharat or pura world dheere dheere gayatrimay hoga jiske liye hawan ho rhe hai or logo ko joda ja rha hai taaki sabhi me sadbhawana ujagar ho or kisi galat rah me na bhatke...... Jai Mata gayatri
महाराज जी आपने बच्चे को यह तो बता दिया की गायत्री मंत्र जहां सुनाई दे तो कान बन्द कर ले यदि इन्ही नन्हे नन्हे बच्चों को जब फिल्मी गीत चोली के पीछे क्या है सुनाय जायँ तब क्या करना चाहिए?
*🔥जो कहे स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार नहीं है, उन्हें यह शास्त्रों का प्रमाण दे देना -🔥* गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। (1) "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था। (2) "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । (3) “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
बाबा जी डराइये मत दाढ़ी बढ़ा ने से गुरु नहीँ बनते। सूर्य हवा गंगा धरती आकाश भेट् भाव नहीं है आपला गार्गी गायत्री मंत्र के जप करती थी। आम जनता को भृमित न करें ओंम।
@@biologycompetitive7164सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है जिसने वेद का ज्ञान सभी प्राणियों के लिए दिया है। जब गायत्री मंत्र भी देने वाला सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है तो किसी और गुरु से पूछने का का मतलब??? ये कथाकार हो या शंकराचार्य कोई भी परमात्मा से बड़ा गुरु नही है।
असहमति जता रहा हूँ गायत्री मंत्र प्राण विद्या है ब्रह्मविद्या है कल्प वृक्ष है कामधेनु है सनातनधर्म इसी से महान था और इसी से महान फिर बनेगा आप को इस विचार अवश्य करना चाहिए हमारे घर स्त्रियां सब गायत्री मंत्र का जाप करती हैं सब प्रकार से मंगल है
Maharaj ji ki baat sahi hai 🙏Sanatan Satya hai 🙏💛🙏Dharma anusar yahi sarya hai....🙏Man ke anusar karenge iccha se to Dharma viruddh Adharma Asatya ....Its too Pure powerful like current only channelled by right medium right capacity otherwise explosion later on seen ir unseen.
बाबा जी आपको नहीं मालूम है भैया ,श्रीराम शर्मा आचार्य ने सभी के लिए गायत्री मंत्र दे दिया है ,महिला पुरुष सभी जाति धर्म के लोग कोई भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं ,यह अधिकार श्रीराम शर्मा आचार्य वेद मूर्ति ने सभी को दिया है
Jap karte raho many bar sabko gayatri mantra ko japne ka adhikar hai is mantra me parmatma se buddhi की yachna की hai sabko buddhi चाहिए istriyo kobhee
Mai bhi Gayatri pariwar se hu or Mai 24,000 ka jap karti hu mujhe bahut Shanti milti hai or mera sabkuch maa Gayatri ki kripa se pura ho Raha hai or mere gurudev humesha mere sath hote hai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Kya aap batayenge ki 24000 jap ke samay yadi periods aa jaye to , dubara mala periods ke kitne din baad kar sakte h , Kya teen din baad Bina Mala ke jap kar sakte h
हम भी गायत्री परिवार से हैं और हमारा मानना है कि गायत्री माता का जो मंत्र है उसे कोई भी पढ़ सकता है पढ़ने से लाभ नहीं होगा यदि आप दीक्षा लेकर गायत्री माता का मंत्र का उच्चारण सही तरीके से करते हैं तो आपको माता की कृपा अवश्य प्राप्त होगी यदि आप बगैर दीक्षा के मंत्र उच्चारण करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका कोई नुकसान होगा नुकसान तो कभी नहीं होगा बस लाभ नहीं मिलेगा यदि लाभ लेना चाहते हैं तो पहले आप गुरु दीक्षा ले उसके बाद आप गायत्री माता के मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं जय वेद माता गायत्री की जय
आत्मा न नर होती हे या न नारी अगर महीला गायत्री नही जपेगी तो वीर पुत्र ओर तेजस्वी पुत्र कहा से पेदा होगे कया आप सब वेद स्वरुप दयानंन्द से भी बडकर ज्ञानी हो गये दयानंन्दजी ने कहा हे गायत्री सब कोई जप सकता हे
सद्बुद्धि का महामंत्र हम सब क्यों नहीं जप सकते काशी विश्वविद्यालय में पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने महिलाओं के गायत्री मंत्र जप को सही ठहराया था गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं मैं ही गायत्री मंत्र हूं मां की कोख से जन्मा पुरुष कहता है कि मां गायत्री मंत्र नहीं जप सकती 1 दिन महाराज जी अकेले ही रह जाएंगे
महाराज जी स्त्रियों का गायत्री जाप का अधिकार है ऐसा मेरा मत है , यह वेद विरुद्ध नहीं है बहुत शोध पड़ताल के बाद ऐसा संत महामना मदनमोहन मालवीय जी ने ही कहा है
माता बहनों से निवेदन है किन बाबा के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है ,मुझे लगता है कि इनको कुछ भी जानकारी नहीं है कथा सुनाने से सब कुछ ज्ञान नहीं मिल जाता
कथावाचक कोई भी बन सकता है कोई भी कथा कह सकता है सच्चे गुरु से दीक्षा लेकर के कथावाचक बना जा सकता है लेकिन सद्गुरु तो कभी कभी आते हैं सर्दियों में आते हैं जो सच्चे सदगुरू होते है भटकों को राह दिखाते हैं और इस भ्रम जाल से मोह माया से अंधकार से हमें बचाते हैं|
देवकी भाई साहब आप गायत्री मंत्र के बारे मे कछू नही बोले तो अच्छा है व्यास पिठ पर बैठ कर गायत्री मंत्र का अपमान बोल रहे है और अखंड भारत का सपना देख रहे है आप के ग्यान मे मंथरा और रावण का बास तो नही हो गयी है धन्यवाद
जो पागल है वो ऐसा प्रश्न करते हैं। और जो पागल है वो ऐसा जवाब देते हैं। जो सिद्ध हैं परमात्मा स्वरुप है। वह नियम बना सकता है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य युगावतार है। उनके द्वारा दीक्षित शिष्यो के लिए गायत्री मंत्र जो उनके नियम हैं वही नियम है। पाखंड से निकलो।
नमस्ते महाराज जी मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आप किस प्रकार की शिक्षा नारियों को दे रहे हैं ? किस प्रकार की दीक्षा की बात कर रहे हैं ? वेदों का प्रमाण दीजिए। गायत्री मंत्र का अर्थ यदि आप सही से जानते तो कदापि हमारे लिए इस प्रकार का अनर्थ आप नहीं कहते। इस प्रकार हम सब मिलकर के अपने सनातन संस्कृति को नहीं बचा सकते। कृपया आप प्रमाण दीजिए अन्यथा हम आपके साथ इस विषय पर बात करने के लिए तैयार है।
Hamare Gurudev Ko Pata Tha Aage Bhavishya Mein Kai log ungali uthaenge isliye hi unhone Yahan per Shantikunj Mein Dainik yagyshala Mein mahilaon ko prathmikta di Yagya ke liye
Sahi baat humare acharya pandit Shree Tam Sharma Acharya ji ne hum streeyon ko bhi Gayatri Mantra ki deeksha di hai🙏🏻 unse bada gayatri upasak is yug me koi nahi hai🙏🏻
आप जैसे पंडितों के कारण सनातन धर्म पीछे रह रहा है वैद ,पुराण ,उपनिषद सबको बताओ और पढ़ाओ और सबके समक्ष लाओ ब्राह्मण तक सीमित मत रखो आप कथा वाचक है देवकीनंदन ठाकुर जी आप के मुँह से ऐसी बाते शोभा नही देती
युग ऋषि वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा सभी को गायत्री मंत्र का अधिकार दिया है इसमें भ्रम ना फैलाएं करोड़ों लोग शांति कुंज हरिद्वार से जुड़े वेदों का पहला भाग मैक्स मूलर ने किया गीता का भास एडमिन अर्नाल्ड ने गायत्री जप से संसार में किसी को कोई हानि नहीं
हमारे गुरुदेव ने गायत्री मंत्र जपने को दिया तो हम अपने गुरुदेव की ही मानेंगे और मैं एक नारी है और गायत्री मां नारी है और ये सब ज्यादा जानकारी नहीं चाहिए हमारे गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य जी ने गायत्री को श्रापमुक्त कर जो आप लोग नहीं जानते जैसे एक व्यक्ति ने श्री हरि कथा होती थी तो कान में उंगली डाल लेता था अभागा और हरी का नाम नहीं सुना 😂 उसको भी किसी ने इसी तरह बताया होगा 😅😅 जय गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य 🙏🙏🙏🙏🚩🚩
बहुत सारे बाबा लोग हैं जो दुष्परिणाम करते गायत्री मंत्र के बारे में कृपया यह बताएं कि महिलाओं को गायत्री जपने से आज तक किसका अनिष्ट हुआ नही हुआ तो आप दुष्परचार करना बंद करे
गुरूजी, मुझे आपके जितना ज्ञान नहीं है ना मुझे वेदो का ज्ञान है आपके जितना है, लेकिन इतना तों सायद पता है कि एक मुक्ति प्राप्त व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा होता है मीराबाई, कबीरदास जी, तुलसीदास जी, नर्सिंह जी, पहलाद जी, जिनकी मति मै ईश्वर बस चुके है उनकी मति निर्मल और पावन हो जाति है उनमे संसार के प्रति आकर्षण नहीं होता है महात्मा बुद्ध तों राजा थे सब कुछ था उनके पास किन्तु ज्ञान प्राप्ति के बाद उन्होंने सब कुछ त्याग कर दिया ज्ञान केखोज के लिए जो त्यागा था उसके प्राप्त होने पर उन्होंने केवल अपने पूर्व जन्म के कर्मो को ही जिया और वर्तमान के कर्मो को शून्य कर दिया महात्मा बुद्ध ने अपने कर्मो को खुद से मैनेज किया, महावीर स्वामी जिन्होंने शरीर के सत्य को समझ लिया और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार किया कि यह शरीर..मै नहीं हूँ फिर भी मै इस शरीर से बँधा हुआ हूँ उन्होंने तों इस शरीर के अस्तित्व को ही कम. कर दिया और खुद को आत्मा के स्तर पर पूर्ण रूप स स्वीकार कर लिया यह सब शास्त्रों के ज्ञान को सही सिद्ध करते है कि हम आत्मा है यह महावीर स्वामी ने पूर्ण रूप से स्वीकार किया हम कर्मो के कारण ही जन्म लेते है और कर्मो के अनुसार ही जन्म लेते है यह मत महात्मा बुद्ध ने सिद्ध किया, ईश्वर हमारे अंदर ही समाहित है अहम ब्राह्मस्मी को मीराबाई ने तुलसीदास जी ने और कबीरदास जी ने और पहलाद जी ने सिद्ध किया जिन्होंने मूर्तियों मै प्राण भर दिए, मीराबाई जी उनकर अंदर ऊर्जा इतनी उच्च स्तर ही पहुंच गई कि जिससे मूर्ति मै प्राण भर आये, तुलसीदास जी ने मृत व्यक्ति को जीवन दिया कबीरदास जी ने यह कहते है कि हम जिस ईश्वर को ढूढ़ रहे है वह हमारी ही अंदर समाहित है और आज तक किसी मूर्ति से ईश्वर प्रकट नहीं हुए है ज़ब भी ईश्वर प्रकट हुए है भक्त कि भक्ति और उस भक्ति कि ऊर्जा के कारण ही प्रकट हुए है जिनका उनhe खुद अंदाजा नहीं था कि यह ऊर्जा उनके अंदर स ही प्रकट हुए है खम्बे मै भगवान नहीं थे किन्तु ईश्वर के नाप जाप के बल पर और उनके प्रति समर्पित भाव होने के कारण वह ऊर्जा पहलाद जी के अंदर स ही प्रकट हुए ईश्वर के रूप मै बिना बुलाये आज तक भगवान जी आये क्यों नहीं है क्यों नहीं आते है क्योंकि वह प्रकट होते है हमारी ऊर्जा के स्तर के कारण इसलिए बिना बुलाये वह नहीं आते है धुर्व जी ने बुलाया पहलाद जी ने बुलाया तुलसीदास जी ने कबीरदास जी ने मीराबाई ने यह इस बात को सिद्ध करती है कि भगवान श्री कृष्णा सही कहते है मै ही संसार बनकर बसा हुआ हूँ.मै ही हूँ इसलिए उपनिषद खुद कि खोज करने के लिए कहते है और हम भगवान जी कि खोज संसार मै करते है किन्तु खुद को खोजना भूल जाते आज तक जितने भी धर्म के संस्थापक हुए है उन्हें ईश्वर क्यों नहीं मिले और उन्he उनके होने का अहसास खुद के अंदर हुआ ना कि बाहर किसी स्थान या मूर्ति को देखकर हुआ जक्योंकि ईश्वर हम सभी मै समाहित है जो हमारी बुराइयों के निचे छिप गए है यही मेल और इन्ही बुराइयों को हमें ज्ञान के द्वारा साफ करना चाहिए,
Bilkul sahi bat h. Aatma parmatma ka hi hi ansh h agr hum apni aatma ko pa lete h toh parmatma ko v pa lenge. ..parmatma jo ki is brahmnd k kad kad m h. Toh fir hum m kaise nhi hoga..aur parmatma sirf prem aur prem bhav k bhukhe h kisi pakhnd k nhi, aap beta mano beta h, pati mano pati h aur pita mano pita. Sab whi h. Agr kuchh satya h toh ye ki jo aya wo jyega aur karmo k hisab se apne krmo ko krne k liye fir ayega...jo sab smjh gya sab pr vijay pa liya wo moksh ko prapt kr liya. Parmatma m mil jata h...pakhnd hi toh dekho toh jaha se log aa k nahate h saaf kapde pehnte wha pr shiv ji nha k jate h bhsm se sringaar krne. Jise hum apavitra mante h use wo sab se pavitra jise hum ant samjhte h use wo arambh kehte h..
आप सब जिनको भी डाउट है एक बार गायत्री महाविज्ञान पढ़ लेना सभी भ्रम दूर हो जाएगा उसमे पूरी विस्तार से बताया गया है गायत्री सर्व सुलभ है सब को करनी चाहिए कोई पाप नहीं लगता बल्कि पापों से मुक्त करने वाली इकलौता मंत्र है
श्री राम शर्मा आचार्य जी को कोटि कोटि वंदन जिन्होंने गायत्री को घर घर पहुंचाया।उस समय पूज्य करपात्री महाराज जी से पूछा गया कि यह सही है क्या तब पूज्य करपात्री जी महाराज ने यही कहा कि जब भागीरथ गंगा को पृथ्वी पर लाए तब भी यही विरोध हुआ था लेकिन गंगा मैया ने सभी के पाप धोए हैं,इसी प्रकार श्री राम शर्मा आचार्य जी ने मां गायत्री को सर्व जन हेतु सुलभ करवा दिया है। आप पूज्य श्री से भी विनती है हमारी शिक्षा , संस्कृति प्रवाहमान रहेगी तो हम मंजेंगे।परम पूज्य करपात्री जी महाराज ने भी श्री राम शर्मा आचार्य जी की सराहना की ।परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी स्वयं गायत्री मय थे और हमेशा रहेंगे। सूक्ष्म रूप से सभी का मार्ग दर्शन करते रहेंगे। जय गंगा, जय गीता,जय गायत्री मां 9:49 9: 9:49 49 Vinita
विश्वकर्मा पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा जी धर्म की परिभाषा थे , उन्होंने विशाल हिंदू समुदाय को धर्म की राह पर चलाया । देवकी नंदन जी जैसे कथावाचक उनके चरणों की धूल भी नहीं हैं। इन लोगों ने धर्म के नाम पर लोगों को पथविचलित कर दिया है । वास्तवमें तो इन्होंने सो दो सो वेद मंत्रों के अतिरिक्त वेद पढ़े ही नहीं हैं। अपनी दुकान चलाने के लिए ये कुछ भी बोलेंगे।
मुह ढक कर चैनल चलाते हो मुह ढक कर सवाल उठा रहे हो जो मां जन्म दिया उसे से दूर रहने को कहते हो एक दिन बिस्व गायत्री मय होगा गायत्री काम धेनु है जो जाप करता है वह निरोग खुश धनवान हो जाता है अकाल मृत्यु नहीं होती है नित्य गायत्री मंत्र जप कर सूर्य को जल देकर थोड़ा बचकर परसाद रूप में पीने से सभी निरोग रहते हैं नहाने से शरीर साफ रहता है गायत्री मंत्र मन को साफ करती हैं सदबुधि कि माता है सूर्य भगवान् से बेटामिन डी मिलता है जो की मनुष्य निरोग रहता है कभी बीमार नही पड़ता है देव समान हो जाता है
Humare gurudev parampujya pandit shree ram sharma acharya ji ne hum streeyon ko bhi gayatri mantra ki deeksha di hai, aapke kehne ke anusar humein humare guru ke diye hue mantra ka jaap karna chahiye toh hum Gayatri mantra ki sadhna kar sakte hai🙏🏻
Gayatri ka jaap karne se labh hi h nuksan kuch nahi h...Gayatri swayam Nari roop me h to Nariya kyu nahi jaap kar sakti ...aatma ki koi jaati nahi hoti...Gayatri pariwar me lakho mataye behne gayatri jaap karke aapna jiwan dhanya bana rahi h
गुरुजी आधारहीन बात करके क्यो गायत्री साधना पर प्रश्न चिन्ह लगाते हो। सर्व साधारण के लिए साधारण विधि ही गायत्री साधना है। आपसे तो इसतरह की अपेक्षा नही थी।
अगर आप महिलाओं को गायत्री मंत्र का जाप करने से मना कर रहे हैं तो मेरा आपसे निवेदन है कि कभी भी आप किसी माता की पूजा न करना केवल देवों की पूजा करके अपनी साधना को सफल कर लीजिएगा।मै गायत्री परिवार से हूं और मैं माताओं से निवेदन करती हूं कि आप निडर होकर गायत्री मंत्र का जाप करें। निश्चित रूप से आपकी प्रगति होगी।
यह कथा वाचक है कोई संत नही है!पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य महान तपस्वी है जब जिन्होंने 24 साल तप करके गायत्री मंत्र सब के लिये खुल्ला किया!आज के विश्वामित्र है उन्होंने कहा उन्हकि बात मानना चाहिए!
गायत्री मंत्र की रचना करने वाली ऋषि काय हुई हमारे देश में तो गायत्री मंत्र महिलाएं क्यों नहीं पढ़ सकती है निश्चित रूप से हर महिला को यह अधिकार है कि वह गायत्री मंत्र से जुड़े और गायत्री मंत्र को जब कर अपना और अपने परिवार समाज और देश का हित करें जय गुरुदेव ओम शांति
गायत्री मंत्र से बढ़कर कोई भी गुरु मंत्र नही है इस मंत्र का जाप सभी के लिए मान्य है महाराज जी से निवेदन है की आप पाखंड ना फैलाए वेदों में कही भी ऐसा वर्णन नहीं है की गायत्री मंत्र न बोले या ना सुने आप वेदों पर भी आक्षेप लगा रहे हैं बस कीजिए महाराज जी।
देवकी नंदन ठाकुर जी, आप कथा वाचक है, आपको अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए। किसको किसकी उपासना करनी है कौन सा मंत्र जपना है यह लोगों के विवेक पर छोड़ देना चाहिए, धर्म का ठेकेदार मत बनिए, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनने का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
Mere v school m gayatri mantra hota tha aur maine bachpan m bahut japa v gaytri mantra. Us se mujhe labh v tha . Pdhne m man lagta tha. Concentration kr pati thi study pr. Jb se bnd kr diya tab se bechaini, concentration km bahut kuchh bigad gya
आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा जी की जय जिनहोने नारी को देवी कहा और देवी के लिए कोई पाप नहीं होता , आचार्य श्री सनातन धर्म के सूर्य है 🌹🌷🌹🙏🙏
गायत्री मंत्र सब लोग जप सकते है , महाराज जी गायत्री मंत्र सुनने के बाद मन को शांति मिलता है
Yahi uchit hai sab jaap करे
@@umashanker8q😢😢😢🎉z xx🎉 3:57 3:57 hai
।।।।
0😮😅
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
Ghor kalyug
मैं गायत्री परिवार से हूं और गायत्री मंत्र का जाप करती हूं जब से गायत्री मंत्र जपने लगी हूं तब से मेरे जीवन में तरक्की हुई है
बहोत तरक्की हुई है,हर प्रॉब्लम सुलझ रहा है,
Kuch din ruk jao sab samjh ajyega
मै भी गायत्री परिवार से हूं
bahkave me mat ana sister ji thank,s you
Schools me bhi bachho ko gayatri mantr kraya jata hai
गायत्री मंत्र ही गुरुमंत्र है। पू. गुरुजी ने गायत्री मंत्र जाप की विधि को बहुत सरल बना दिया है। इसे कोई भी कर सकता है। हां, यदि दीक्षा लेने के बाद करें तो अधिक लाभ मिलता है। जितने भी मंत्र में 'धीमहि' और/या 'प्रचोदयात्' आता है, वे सब गायत्री मंत्र है। अब तो अधिक ब्राह्मण भी सार्वजनिक रूप से 24 गायत्री मंत्रोच्चारण करते हैं। धीरे- धीरे आप जैसे सब महराज जी लोग स्वीकार करते जा रहे हैं।
हमारे गुरु श्री राम शर्मा आचार्य जी ने लाखों महिलाओं को गुरु दीक्षा दीये है और महिलाए ब्यास पीठ पर बैठकर गायत्री यज्ञ करवा रही पूरे वीश्व संसार में षट्कर्म और बिधी बिधान से जो की ब्राह्मण भी यज्ञ इतने बिधी बिधान से नहीं करवाते ।हमने गायत्री मंत्र का लिया है और हमारे जीवन मे बहुत चमत्कार हुए है इन 24 साल में जय गायत्री मां ।
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
वेद मूर्ति तपोनिस्थ युग्रिशी परमपूज्य गुरुदेव की चरणों में प्रणाम।ऐसे देवकीनंदन जैसे हर वो व्यक्ति जो खुद को भागवत वाचक कहते है ,ये ट्रेनिंग लेकर आते है कि सब कहना पर गायत्री मंत्र के महिमा के बारे में मत कहना नहीं तो आप लोगों का बिजनेस खत्म समझो।
आपने दीक्षा किनसे और कैसे ली थी,
पं श्रीराम शर्मा आचार्य की पुस्तक गायत्री महाविग्यान का स्वाध्याय करके शंका समाधान करें.........
गायत्री मंत्र हर प्राणी को जपना चाहिए
यह मंत्र अतिउत्तम और श्रेष्ठ है और ईश्वर का प्रिय भी🙏🙏
ॐ
जय गुरुदेव प्रणाम क्षमा चाहिए कुछ बोलना चाह रहे हैं मैं गायत्री परिवार से हैं जब गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं तब बहुत बहुत लाभ है तबियत बहुत खराब रहता था जब से गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं खुश हूं
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
"पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
"आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
“इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
बहुत बढ़िया जवाब दिया है प्रणाम प्रणाम
गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है क्या सबको सद्बुद्धि की जरूरत नहीं है। ?
स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार है l प्राचीन काल में स्त्रियां वेदों की मंत्र द्रष्ट्री - ऋषिकाये हुई l
अनसूया, अहिल्या, अरुंधती आदि अगणित स्त्रियां वेद शास्त्रों में पारंगत थी l
गायत्री परिवार से वर्तमान में 15 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं जिसमें सभी महिलाएं यज्ञोपवीत धारण कर सकती है गायत्री का जाप करती हैं l
स्त्रियों को अधिकार है या नही ये कोई मनुष्य तय नही करसकता , वेद शास्त्र में कहा लिखा है कि अधिकार है वो बताइये, श्लोक से
@@Harshmishra-dh9lz गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
"पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
@@Harshmishra-dh9lz "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
“इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
Right 15 karor ki aabadi h only gaytri pariwar kii
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
गायत्री मंत्र को पूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने तप से शाप मुक्त कर दिया है।और कोई कथा वाचक गुरु हो ही नही सकता गुरु तो युगों में कोई एक आता है।
😊
Sahi javab diyaa
@@adarshpathak5932😅😅
इस बात को इस देवकी नंदन को समझओ भैया आज कल ये नए नए कथा वाचक महिलाओं को गायत्री मन्त्र न जपने पर बहुत जोर देते है इन लोगो ने महिलाओं को खीरा ककड़ी समझ रखा है क्या ।
बिलकूल सही है कथा वाचक नही है दुकान चालक है!
hmare gurudev ne gaytri mntr k 24 mahapurascharan krne k bad hi sabko sahi jankari di ki gaytri mantr sabhi logo k liy upyogi hi...
Gayatri mha mantra hai 🙏 phle to aapke liye kafi jada izzat thi but aaj km ho gai 🙏sb sudhre h gyatri mata ki kripya hmesa sb pr bni rhe aur hum Param pujya guruji ke dikhaye raste pr chalte rhe 🙏🙏🙏aur gyatri mantra ka jap koi bhi kr skta h kbhi bhi Jo bimar h bistr pr h uthne me asmarth h wo let kr bhi kr skte hai 🙏🙏🙏🙏jai gurudev ji
पू.गुरुजी पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है - "दुनिया बदलेगी तो केवल मेरे ही विचारों से, चाहे आज कर लो या सौ साल बाद।" आप आदरणीय महराज जी से निवेदन है कि आप उनके विचारों का अनुसरण करते हुए कथा कहिये उत्तरोत्तर आपका विकास होगा और युग निर्माण भी होगा , सत्य सनातन धर्म की रक्षा और विस्तार भी होगा
Shriram Sharma ji
आप की शिक्षा समझ के परे है। ऐसे ज्ञान से भगवान् ही बचाएं।
ये केवल कथा वाचक है, इससे ज्यादा कुछ नही।
इनको केवल अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, धर्म का ठेकेदार नहीं बनना चाहिये, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनमे का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
गायत्री मंत्र तो नारी शक्तियों ने किया है देवी अहिल्या देवी मदालसा ने जो महान नारियां बनी गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है इसको नारियां हर बच्चा बच्चा कर सकता है यह मंत्र पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहां सभी नारियों के लिए है गायत्री मंत्र तो हम बचपन से करते हैं और हमारा आज तक कुछ भी गलत नहीं हुआ बल्कि हमारे जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है आप पब्लिक को गुमराह मत करिए अब पब्लिक जागरूक हो गई है आप कौन सी दुनिया में हे
गायत्री मंत्र जप करनेका सरल तरीका बनाया है वेदमूर्ति तपो निष्ट पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी ने अपनी तप तितिखया द्वारा आवल बृद्ध वनिता केलिए गायत्री माता की जय हो🙏🙏🙏
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Inke jaise bht saare katha wachak naye naye a gye hai jo same to same bole ja rhe hai or ye jyada dino tak nhi chalega kyuki hmare guru ki bhasihwani hai pura bharat or pura world dheere dheere gayatrimay hoga jiske liye hawan ho rhe hai or logo ko joda ja rha hai taaki sabhi me sadbhawana ujagar ho or kisi galat rah me na bhatke...... Jai Mata gayatri
महाराज जी आपने बच्चे को यह तो बता दिया की गायत्री मंत्र जहां सुनाई दे तो कान बन्द कर ले यदि इन्ही नन्हे नन्हे बच्चों को जब फिल्मी गीत चोली के पीछे क्या है सुनाय जायँ तब क्या करना चाहिए?
इसका जवाब नहीं है महाराज जी के पास।
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राधे राधे गुरुदेवभगवान 🙏🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️🚩🚩🚩
Mere guru ne mujhe Gayatri mantra Diya h Mai usi ka jaap krti hu🙏😇
Om bhur bhuva swaha tatsaviturvanyan bhargo devasya dhimahi dhiyo Yona prachodayat
आत्मा न नर है नारी
कोई भी व्यक्ति स्त्री या पुरुष गायत्री महामंत्र का जप कर सकता है
*🔥जो कहे स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार नहीं है, उन्हें यह शास्त्रों का प्रमाण दे देना -🔥*
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
(1) "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
(2) "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
(3) “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
बाबा जी डराइये मत दाढ़ी बढ़ा ने से गुरु नहीँ बनते। सूर्य हवा गंगा धरती आकाश भेट् भाव नहीं है आपला गार्गी गायत्री मंत्र के जप करती थी। आम जनता को भृमित न करें ओंम।
Gargi se kab suna kaha varnan hai ki Gayatri japte the
महाराज जी गायत्री मंत्र गुरु मंत्र है
गायत्री मंत्र जाप करना सबको
अधिकार है ज्ञान वान होकर आडंबर न फैलाये आपसे निवेदन है
Guru mantra h tabhi kre jb apke guru apko de
@@biologycompetitive7164सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है जिसने वेद का ज्ञान सभी प्राणियों के लिए दिया है।
जब गायत्री मंत्र भी देने वाला सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है तो किसी और गुरु से पूछने का का मतलब???
ये कथाकार हो या शंकराचार्य कोई भी परमात्मा से बड़ा गुरु नही है।
महिला कर सकते है जी जिन्होंने 24 पुरस्चरण किए उन्होंने बताया है महिला कर सकते है आप गलत ज्ञान न दीजिए
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असहमति जता रहा हूँ गायत्री मंत्र प्राण विद्या है ब्रह्मविद्या है कल्प वृक्ष है कामधेनु है सनातनधर्म इसी से महान था और इसी से महान फिर बनेगा आप को इस विचार अवश्य करना चाहिए हमारे घर स्त्रियां सब गायत्री मंत्र का जाप करती हैं सब प्रकार से मंगल है
महाराज आपने गायत्री मन्त्र के समय कान में उंगली डालने वाली जो बात कही है वह वेद की किस रिचा में वर्णित है बताने की कृपा करें।
😊👌🏻, वह कूटनीति ऋचा में वर्णित हैं
इनके बाप वेद पढ़े होंगे तभी तो उत्तर देते।
Maharaj ji ki baat sahi hai 🙏Sanatan Satya hai 🙏💛🙏Dharma anusar yahi sarya hai....🙏Man ke anusar karenge iccha se to Dharma viruddh Adharma Asatya ....Its too Pure powerful like current only channelled by right medium right capacity otherwise explosion later on seen ir unseen.
बाबा जी आपको नहीं मालूम है भैया ,श्रीराम शर्मा आचार्य ने सभी के लिए गायत्री मंत्र दे दिया है ,महिला पुरुष सभी जाति धर्म के लोग कोई भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं ,यह अधिकार श्रीराम शर्मा आचार्य वेद मूर्ति ने सभी को दिया है
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बाल बढ़ाने से बाबा नहीं बनते वेद पढ़ने से बनते हैं आपने कभी गायत्री मंत्र जाप किया है तो आपको पता होगा कितनी शक्ति है गायत्री मंत्र
Muje bhi kuchh pata nahi par..mere guruji bhi kehte he ki gayatri manta ek asadharan mantra he ......har kisiko nahi bolna chahiee...
े😭👍
thank,s you sister ji
@@PPtl-bz3qo tzo fir school mein students se kun bulwaya jata hai bole
Hamare gurudev ne hame gaytri Mantra diya.
Jap karte raho many bar sabko gayatri mantra ko japne ka adhikar hai is mantra me parmatma se buddhi की yachna की hai sabko buddhi चाहिए istriyo kobhee
महाराज जी वेद मंत्रो के सुनने से लाभ होता है फिर हानी कैसे होती हैं बताईये।
कुछ लोग मंत्रों पर एकाधिकार चाहते हैं।
गायत्री माँ भी तो नारी है, फिर एक नारी नारी की स्तुति क्यों नहीं कर सकती।
Mai bhi Gayatri pariwar se hu or Mai 24,000 ka jap karti hu mujhe bahut Shanti milti hai or mera sabkuch maa Gayatri ki kripa se pura ho Raha hai or mere gurudev humesha mere sath hote hai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahan ji aap mahan Hain. Aap Sahi raste per Hain main bhi aapke sath hun. Hamare Param pujya Gurudev gaytri Mantra ko saap mukt kar diye Hain.
Kya aap batayenge ki 24000 jap ke samay yadi periods aa jaye to , dubara mala periods ke kitne din baad kar sakte h , Kya teen din baad Bina Mala ke jap kar sakte h
@@siddhikacooli think peridos khatam hone k ek din baad nahakr baal dhokar sadhna continue ki jati h mantra ki..baki Gurudev knows better
आप दीक्षा लेकर कर रहे की वीना दीक्षा के
हम भी गायत्री परिवार से हैं और हमारा मानना है कि गायत्री माता का जो मंत्र है उसे कोई भी पढ़ सकता है पढ़ने से लाभ नहीं होगा यदि आप दीक्षा लेकर गायत्री माता का मंत्र का उच्चारण सही तरीके से करते हैं तो आपको माता की कृपा अवश्य प्राप्त होगी यदि आप बगैर दीक्षा के मंत्र उच्चारण करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका कोई नुकसान होगा नुकसान तो कभी नहीं होगा बस लाभ नहीं मिलेगा यदि लाभ लेना चाहते हैं तो पहले आप गुरु दीक्षा ले उसके बाद आप गायत्री माता के मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं जय वेद माता गायत्री की जय
Hum sudhrenge yug sudhrega hum badlega yug badlega 🙏
गुरुदेव के द्वारा दिया हुआ मंत्र स्त्रियां भी जप कर सकती हैं क्योंकि गुरदेव रक्षा भी करते है सफलता भी प्रदान करते है।
Gaytri mntra ka JP karne se Mera pura jivan hi badal gaya dhany hai hmare gurudev pndit sree ram Sharma Achary ji
आत्मा न नर होती हे या न नारी अगर महीला गायत्री नही जपेगी तो वीर पुत्र ओर तेजस्वी पुत्र कहा से पेदा होगे कया आप सब वेद स्वरुप दयानंन्द से भी बडकर ज्ञानी हो गये दयानंन्दजी ने कहा हे गायत्री सब कोई जप सकता हे
सद्बुद्धि का महामंत्र हम सब क्यों नहीं जप सकते काशी विश्वविद्यालय में पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने महिलाओं के गायत्री मंत्र जप को सही ठहराया था गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं मैं ही गायत्री मंत्र हूं मां की कोख से जन्मा पुरुष कहता है कि मां गायत्री मंत्र नहीं जप सकती 1 दिन महाराज जी अकेले ही रह जाएंगे
Krishna hi gayatree hey
गुरु जी राधे राधे आशिर्वाद दीजिए
महाराज जी स्त्रियों का गायत्री जाप का अधिकार है ऐसा मेरा मत है , यह वेद विरुद्ध नहीं है बहुत शोध पड़ताल के बाद ऐसा संत महामना मदनमोहन मालवीय जी ने ही कहा है
देवकी नंदन जी को ब्यास पीठ पर बैठने का अधिकार नहीं होना चाहिए। राधे राधे जय हो।
हमारे समाज को कमजोर करने में जितना काम आप जैसे लोगों ने किया है उतना बाहर के शत्रु भी ना कर सकें
बिल्कुल सही
गीता में लिखा है कि भगवान भक्त का भाव देखते हैं विधि नहीं देखते।
जय श्री कृष्ण
गायत्री मन्त्र एक उत्कृष्ट वेद प्रार्थना है । सुद्ध हो के कोहि भी जप सकता है ( प्रार्थना कर सकता है ) । जय गुरूदेव ।
हर नारी को अधिकार है गायत्री जप
गायत्री मंत्र काजप तो सभी कोकरना चाहिये
माता बहनों से निवेदन है किन बाबा के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है ,मुझे लगता है कि इनको कुछ भी जानकारी नहीं है कथा सुनाने से सब कुछ ज्ञान नहीं मिल जाता
कथावाचक कोई भी बन सकता है कोई भी कथा कह सकता है सच्चे गुरु से दीक्षा लेकर के कथावाचक बना जा सकता है लेकिन सद्गुरु तो कभी कभी आते हैं सर्दियों में आते हैं जो सच्चे सदगुरू होते है भटकों को राह दिखाते हैं और इस भ्रम जाल से मोह माया से अंधकार से हमें बचाते हैं|
जिस वेदमन्त्र में यह लिखा हो कि महिलाओं को वेदमन्त्र नहीं बोलना चाहिए वह मन्त्र बतलाओ महाराज?
Jaya shree Radhe Radhe Radhe Guruji 🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏
राधे राधे गुरु जी कोटी कोटी प्रणाम ❤ बिल्कुल सही कहा गुरु जी ❤जय हो sunder जानकारी के लिए❤❤
देवकी भाई साहब आप गायत्री मंत्र के बारे मे कछू नही बोले तो अच्छा है व्यास पिठ पर बैठ कर गायत्री मंत्र का अपमान बोल रहे है और अखंड भारत का सपना देख रहे है आप के ग्यान मे मंथरा और रावण का बास तो नही हो गयी है धन्यवाद
thank,s you sister ji apki bat 100% satya hai
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जो पागल है वो ऐसा प्रश्न करते हैं। और जो पागल है वो ऐसा जवाब देते हैं। जो
सिद्ध हैं परमात्मा स्वरुप है। वह नियम बना सकता है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य
युगावतार है। उनके द्वारा दीक्षित शिष्यो
के लिए गायत्री मंत्र जो उनके नियम हैं
वही नियम है। पाखंड से निकलो।
Ati Sundar Maharaj ji
नमस्ते महाराज जी मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आप किस प्रकार की शिक्षा नारियों को दे रहे हैं ? किस प्रकार की दीक्षा की बात कर रहे हैं ? वेदों का प्रमाण दीजिए। गायत्री मंत्र का अर्थ यदि आप सही से जानते तो कदापि हमारे लिए इस प्रकार का अनर्थ आप नहीं कहते। इस प्रकार हम सब मिलकर के अपने सनातन संस्कृति को नहीं बचा सकते। कृपया आप प्रमाण दीजिए अन्यथा हम आपके साथ इस विषय पर बात करने के लिए तैयार है।
Hamare Gurudev Ko Pata Tha Aage Bhavishya Mein Kai log ungali uthaenge isliye hi unhone Yahan per Shantikunj Mein Dainik yagyshala Mein mahilaon ko prathmikta di Yagya ke liye
Sahi baat humare acharya pandit Shree Tam Sharma Acharya ji ne hum streeyon ko bhi Gayatri Mantra ki deeksha di hai🙏🏻 unse bada gayatri upasak is yug me koi nahi hai🙏🏻
@@shivanshimishra377 RAM*
सही बात कही आपने, जय गुरुदेव
आप जैसे पंडितों के कारण सनातन धर्म पीछे रह रहा है वैद ,पुराण ,उपनिषद सबको बताओ और पढ़ाओ और सबके समक्ष लाओ ब्राह्मण तक सीमित मत रखो आप कथा वाचक है देवकीनंदन ठाकुर जी आप के मुँह से ऐसी बाते शोभा नही देती
इनकी भी तो दाल गलनी चाहिए न
Jay gurudev ji.🙏🙏
युग ऋषि वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा सभी को गायत्री मंत्र का अधिकार दिया है इसमें भ्रम ना फैलाएं करोड़ों लोग शांति कुंज हरिद्वार से जुड़े वेदों का पहला भाग मैक्स मूलर ने किया गीता का भास एडमिन अर्नाल्ड ने गायत्री जप से
संसार में किसी को कोई हानि नहीं
हमारे गुरुदेव ने गायत्री मंत्र जपने को दिया तो हम अपने गुरुदेव की ही मानेंगे और मैं एक नारी है और गायत्री मां नारी है और ये सब ज्यादा जानकारी नहीं चाहिए हमारे गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य जी ने गायत्री को श्रापमुक्त कर जो आप लोग नहीं जानते जैसे एक व्यक्ति ने श्री हरि कथा होती थी तो कान में उंगली डाल लेता था अभागा और हरी का नाम नहीं सुना 😂 उसको भी किसी ने इसी तरह बताया होगा 😅😅 जय गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य 🙏🙏🙏🙏🚩🚩
Guruji sach bol rhe h hamare dadaji v yahi bole the same chiz bina diksha ke na sunna h na jabna h
बहुत सारे बाबा लोग हैं जो दुष्परिणाम करते गायत्री मंत्र के बारे में कृपया यह बताएं कि महिलाओं को गायत्री जपने से आज तक किसका अनिष्ट हुआ नही हुआ तो आप दुष्परचार करना बंद करे
गुरूजी, मुझे आपके जितना ज्ञान नहीं है ना मुझे वेदो का ज्ञान है आपके जितना है, लेकिन इतना तों सायद पता है कि एक मुक्ति प्राप्त व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा होता है मीराबाई, कबीरदास जी, तुलसीदास जी, नर्सिंह जी, पहलाद जी, जिनकी मति मै ईश्वर बस चुके है उनकी मति निर्मल और पावन हो जाति है उनमे संसार के प्रति आकर्षण नहीं होता है महात्मा बुद्ध तों राजा थे सब कुछ था उनके पास किन्तु ज्ञान प्राप्ति के बाद उन्होंने सब कुछ त्याग कर दिया ज्ञान केखोज के लिए जो त्यागा था उसके प्राप्त होने पर उन्होंने केवल अपने पूर्व जन्म के कर्मो को ही जिया और वर्तमान के कर्मो को शून्य कर दिया महात्मा बुद्ध ने अपने कर्मो को खुद से मैनेज किया, महावीर स्वामी जिन्होंने शरीर के सत्य को समझ लिया और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार किया कि यह शरीर..मै नहीं हूँ फिर भी मै इस शरीर से बँधा हुआ हूँ उन्होंने तों इस शरीर के अस्तित्व को ही कम. कर दिया और खुद को आत्मा के स्तर पर पूर्ण रूप स स्वीकार कर लिया यह सब शास्त्रों के ज्ञान को सही सिद्ध करते है कि हम आत्मा है यह महावीर स्वामी ने पूर्ण रूप से स्वीकार किया हम कर्मो के कारण ही जन्म लेते है और कर्मो के अनुसार ही जन्म लेते है यह मत महात्मा बुद्ध ने सिद्ध किया, ईश्वर हमारे अंदर ही समाहित है अहम ब्राह्मस्मी को मीराबाई ने तुलसीदास जी ने और कबीरदास जी ने और पहलाद जी ने सिद्ध किया जिन्होंने मूर्तियों मै प्राण भर दिए, मीराबाई जी उनकर अंदर ऊर्जा इतनी उच्च स्तर ही पहुंच गई कि जिससे मूर्ति मै प्राण भर आये, तुलसीदास जी ने मृत व्यक्ति को जीवन दिया कबीरदास जी ने यह कहते है कि हम जिस ईश्वर को ढूढ़ रहे है वह हमारी ही अंदर समाहित है और आज तक किसी मूर्ति से ईश्वर प्रकट नहीं हुए है ज़ब भी ईश्वर प्रकट हुए है भक्त कि भक्ति और उस भक्ति कि ऊर्जा के कारण ही प्रकट हुए है जिनका उनhe खुद अंदाजा नहीं था कि यह ऊर्जा उनके अंदर स ही प्रकट हुए है खम्बे मै भगवान नहीं थे किन्तु ईश्वर के नाप जाप के बल पर और उनके प्रति समर्पित भाव होने के कारण वह ऊर्जा पहलाद जी के अंदर स ही प्रकट हुए ईश्वर के रूप मै बिना बुलाये आज तक भगवान जी आये क्यों नहीं है क्यों नहीं आते है क्योंकि वह प्रकट होते है हमारी ऊर्जा के स्तर के कारण इसलिए बिना बुलाये वह नहीं आते है धुर्व जी ने बुलाया पहलाद जी ने बुलाया तुलसीदास जी ने कबीरदास जी ने मीराबाई ने यह इस बात को सिद्ध करती है कि भगवान श्री कृष्णा सही कहते है मै ही संसार बनकर बसा हुआ हूँ.मै ही हूँ इसलिए उपनिषद खुद कि खोज करने के लिए कहते है और हम भगवान जी कि खोज संसार मै करते है किन्तु खुद को खोजना भूल जाते आज तक जितने भी धर्म के संस्थापक हुए है उन्हें ईश्वर क्यों नहीं मिले और उन्he उनके होने का अहसास खुद के अंदर हुआ ना कि बाहर किसी स्थान या मूर्ति को देखकर हुआ जक्योंकि ईश्वर हम सभी मै समाहित है जो हमारी बुराइयों के निचे छिप गए है यही मेल और इन्ही बुराइयों को हमें ज्ञान के द्वारा साफ करना चाहिए,
Bilkul sahi bat h. Aatma parmatma ka hi hi ansh h agr hum apni aatma ko pa lete h toh parmatma ko v pa lenge. ..parmatma jo ki is brahmnd k kad kad m h. Toh fir hum m kaise nhi hoga..aur parmatma sirf prem aur prem bhav k bhukhe h kisi pakhnd k nhi, aap beta mano beta h, pati mano pati h aur pita mano pita. Sab whi h. Agr kuchh satya h toh ye ki jo aya wo jyega aur karmo k hisab se apne krmo ko krne k liye fir ayega...jo sab smjh gya sab pr vijay pa liya wo moksh ko prapt kr liya. Parmatma m mil jata h...pakhnd hi toh dekho toh jaha se log aa k nahate h saaf kapde pehnte wha pr shiv ji nha k jate h bhsm se sringaar krne. Jise hum apavitra mante h use wo sab se pavitra jise hum ant samjhte h use wo arambh kehte h..
Sri radhe radhe guru ji 🙏🌺🌷🌹🌻🌼🌺🌷🌹🌷🌺🌹🌷🌺🌻🌼🌹🌷🌺🙏🍈🍎🍓🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍎🍒🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍈🍓🍊🍈🙏
आप सब जिनको भी डाउट है एक बार गायत्री महाविज्ञान पढ़ लेना सभी भ्रम दूर हो जाएगा उसमे पूरी विस्तार से बताया गया है गायत्री सर्व सुलभ है सब को करनी चाहिए कोई पाप नहीं लगता बल्कि पापों से मुक्त करने वाली इकलौता मंत्र है
Radhey Radhey guru ji 🙏🙏🙏🙏👌👌
श्री राम शर्मा आचार्य जी को कोटि कोटि वंदन जिन्होंने गायत्री को घर घर पहुंचाया।उस समय पूज्य करपात्री महाराज जी से पूछा गया कि यह सही है क्या
तब पूज्य करपात्री जी महाराज ने यही कहा कि जब भागीरथ गंगा को पृथ्वी पर लाए तब भी यही विरोध हुआ था लेकिन गंगा मैया ने सभी के पाप धोए हैं,इसी प्रकार श्री राम शर्मा आचार्य जी ने मां गायत्री को सर्व जन हेतु सुलभ करवा दिया है।
आप पूज्य श्री से भी विनती है हमारी शिक्षा , संस्कृति प्रवाहमान रहेगी तो हम मंजेंगे।परम पूज्य करपात्री जी महाराज ने भी श्री राम शर्मा आचार्य जी की सराहना की ।परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी स्वयं गायत्री मय थे और हमेशा रहेंगे। सूक्ष्म रूप से सभी का मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
जय गंगा, जय गीता,जय गायत्री मां 9:49 9: 9:49 49 Vinita
विश्वकर्मा पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा जी धर्म की परिभाषा थे , उन्होंने विशाल हिंदू समुदाय को धर्म की राह पर चलाया । देवकी नंदन जी जैसे कथावाचक उनके चरणों की धूल भी नहीं हैं। इन लोगों ने धर्म के नाम पर लोगों को पथविचलित कर दिया है । वास्तवमें तो इन्होंने सो दो सो वेद मंत्रों के अतिरिक्त वेद पढ़े ही नहीं हैं।
अपनी दुकान चलाने के लिए ये कुछ भी बोलेंगे।
मुह ढक कर चैनल चलाते हो मुह ढक कर सवाल उठा रहे हो जो मां जन्म दिया उसे से दूर रहने को कहते हो एक दिन बिस्व गायत्री मय होगा गायत्री काम धेनु है जो जाप करता है वह निरोग खुश धनवान हो जाता है अकाल मृत्यु नहीं होती है नित्य गायत्री मंत्र जप कर सूर्य को जल देकर थोड़ा बचकर परसाद रूप में पीने से सभी निरोग रहते हैं नहाने से शरीर साफ रहता है गायत्री मंत्र मन को साफ करती हैं सदबुधि कि माता है सूर्य भगवान् से बेटामिन डी मिलता है जो की मनुष्य निरोग रहता है कभी बीमार नही पड़ता है देव समान हो जाता है
Jay Shri Krishna Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Guru ji 🌹🌹🚩🙏🙏
गायत्री मंत्र का जाप सबको करना चाहिए सबको अधिकार है यह हमारे परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य ने दीक्षा मैं Mai bola gaya hai
Humare gurudev parampujya pandit shree ram sharma acharya ji ne hum streeyon ko bhi gayatri mantra ki deeksha di hai, aapke kehne ke anusar humein humare guru ke diye hue mantra ka jaap karna chahiye toh hum Gayatri mantra ki sadhna kar sakte hai🙏🏻
Gayatri ka jaap karne se labh hi h nuksan kuch nahi h...Gayatri swayam Nari roop me h to Nariya kyu nahi jaap kar sakti ...aatma ki koi jaati nahi hoti...Gayatri pariwar me lakho mataye behne gayatri jaap karke aapna jiwan dhanya bana rahi h
गुरुजी आधारहीन बात करके क्यो गायत्री साधना पर प्रश्न चिन्ह लगाते हो। सर्व साधारण के लिए साधारण विधि ही गायत्री साधना है। आपसे तो इसतरह की अपेक्षा नही थी।
गायत्री मंत्र सभी के लिए है अधिक जानकारी हेतु गायत्री महाविज्ञान पुस्तक का अध्ययन करें।
Jay gurudev 🙏🏾 ek dam sahi 👌
दवाई नन्द जी आपने कोई साधनाएं की हैं कि नहीं अगर आपने साधना की होती तो आप ऐसे महिलाओं के मन में भ्रम पैदा नहीं करते।
तथ्य हीन बात कर रहे हैं महाराज जी
जो बताया है उसका कोई सार नहीं है
आपके इस ज्ञान से असहमत।
गायत्री सर्वजनीन है । किसी योग्य वशिष्ठ स्तरीय गुरु से दीक्षित होने के उपरान्त जप सकते है। निश्चित लाभान्वित होगे ।
Jai Shri Radhe Radhe guru ji 🙏
प्रश्न करने वाले भाई एक बार आप हरिद्वार शांतिकुंज आश्रम में जाकर दो चार दिन रहकर आइए फिर आपको आपके प्रश्न का जबाव मिल जाएगा ।
अगर आप महिलाओं को गायत्री मंत्र का जाप करने से मना कर रहे हैं तो मेरा आपसे निवेदन है कि कभी भी आप किसी माता की पूजा न करना केवल देवों की पूजा करके अपनी साधना को सफल कर लीजिएगा।मै गायत्री परिवार से हूं और मैं माताओं से निवेदन करती हूं कि आप निडर होकर गायत्री मंत्र का जाप करें। निश्चित रूप से आपकी प्रगति होगी।
गायत्री मंत्र सबों को श्रद्धा भक्ति के साथ जपना चाहिए। ऐसा वेदों का मत है। गुरु द्वारा दिया मंत्र ही जपे।🎉❤
Radhey Radhey Guru ji sanatni
चेला जब ऐसे गुरू का तो दोनो घन्टाल है ये ।
यह कथा वाचक है कोई संत नही है!पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य महान तपस्वी है जब जिन्होंने 24 साल तप करके गायत्री मंत्र सब के लिये खुल्ला किया!आज के विश्वामित्र है उन्होंने कहा उन्हकि बात मानना चाहिए!
Param pujya Gurudev shiri Ram sarma acharya mata Bhagwati ji ko barambar paranam
गायत्री मंत्र की रचना करने वाली ऋषि काय हुई हमारे देश में तो गायत्री मंत्र महिलाएं क्यों नहीं पढ़ सकती है निश्चित रूप से हर महिला को यह अधिकार है कि वह गायत्री मंत्र से जुड़े और गायत्री मंत्र को जब कर अपना और अपने परिवार समाज और देश का हित करें जय गुरुदेव ओम शांति
गायत्री मंत्र से बढ़कर कोई भी गुरु मंत्र नही है इस मंत्र का जाप सभी के लिए मान्य है महाराज जी से निवेदन है की आप पाखंड ना फैलाए वेदों में कही भी ऐसा वर्णन नहीं है की गायत्री मंत्र न बोले या ना सुने आप वेदों पर भी आक्षेप लगा रहे हैं बस कीजिए महाराज जी।
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
यह पूर्णरूपेण पुरुषवादी चिंतन है, गायत्री गुरूमंत्र है
Sahi kaha aapne didi..Gayatri swayam Nari roop me h to Nariya kyu nahi jaap kar sakti ...Aatma ki koi jaati nahi hoti
Radhe Radhe Guruji
गायत्री मंत्र भी तो गुरू के द्वारा ही दिया जाता है।गायत्री मंत्र भी तो गुरूदेव के आदेशानुसार गाया या बताया जाता है।
देवकी नंदन ठाकुर जी, आप कथा वाचक है, आपको अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए।
किसको किसकी उपासना करनी है कौन सा मंत्र जपना है यह लोगों के विवेक पर छोड़ देना चाहिए, धर्म का ठेकेदार मत बनिए, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनने का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
गायत्री के महामंत्र से जीवन के सब पाप हरो।
सुंदर सुखी बनेगा जीवन गायत्री का जाप करो।। 🙏
May v gaytri priwari s hu mujhe too bhut hi safl hu app k kthna nusar kya gaytri mantr injection dekr sunega soch samjh kr bole thakur ji
Radha Radha gurudevje bilkul sahee Kaha aapane aap ko sat sat Naman
Jai shree Radhe krishna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
24 sal gaytri anushthan rakhkarke gurudev ne parmadh diya hae isase aur kaise praman chahie thakur ji
Jay gaytri mata
Radhey radhey krishna krishna
Mere v school m gayatri mantra hota tha aur maine bachpan m bahut japa v gaytri mantra. Us se mujhe labh v tha . Pdhne m man lagta tha. Concentration kr pati thi study pr. Jb se bnd kr diya tab se bechaini, concentration km bahut kuchh bigad gya
🙏👌🏻, पर इन धर्म के धंधे वालों को कौन बताएं 🙏
सभी सावधानी से कर सकते हैं, केवल अनुष्ठान इत्यादि में ही विषेश विधि की आवश्यकता है
साधारणतया सभी कर सकते हैं।