गायत्री मंत्र ही गुरुमंत्र है। पू. गुरुजी ने गायत्री मंत्र जाप की विधि को बहुत सरल बना दिया है। इसे कोई भी कर सकता है। हां, यदि दीक्षा लेने के बाद करें तो अधिक लाभ मिलता है। जितने भी मंत्र में 'धीमहि' और/या 'प्रचोदयात्' आता है, वे सब गायत्री मंत्र है। अब तो अधिक ब्राह्मण भी सार्वजनिक रूप से 24 गायत्री मंत्रोच्चारण करते हैं। धीरे- धीरे आप जैसे सब महराज जी लोग स्वीकार करते जा रहे हैं।
हमारे गुरु श्री राम शर्मा आचार्य जी ने लाखों महिलाओं को गुरु दीक्षा दीये है और महिलाए ब्यास पीठ पर बैठकर गायत्री यज्ञ करवा रही पूरे वीश्व संसार में षट्कर्म और बिधी बिधान से जो की ब्राह्मण भी यज्ञ इतने बिधी बिधान से नहीं करवाते ।हमने गायत्री मंत्र का लिया है और हमारे जीवन मे बहुत चमत्कार हुए है इन 24 साल में जय गायत्री मां ।
वेद मूर्ति तपोनिस्थ युग्रिशी परमपूज्य गुरुदेव की चरणों में प्रणाम।ऐसे देवकीनंदन जैसे हर वो व्यक्ति जो खुद को भागवत वाचक कहते है ,ये ट्रेनिंग लेकर आते है कि सब कहना पर गायत्री मंत्र के महिमा के बारे में मत कहना नहीं तो आप लोगों का बिजनेस खत्म समझो।
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था। "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
जय गुरुदेव प्रणाम क्षमा चाहिए कुछ बोलना चाह रहे हैं मैं गायत्री परिवार से हैं जब गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं तब बहुत बहुत लाभ है तबियत बहुत खराब रहता था जब से गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं खुश हूं
ये केवल कथा वाचक है, इससे ज्यादा कुछ नही। इनको केवल अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, धर्म का ठेकेदार नहीं बनना चाहिये, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनमे का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार है l प्राचीन काल में स्त्रियां वेदों की मंत्र द्रष्ट्री - ऋषिकाये हुई l अनसूया, अहिल्या, अरुंधती आदि अगणित स्त्रियां वेद शास्त्रों में पारंगत थी l गायत्री परिवार से वर्तमान में 15 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं जिसमें सभी महिलाएं यज्ञोपवीत धारण कर सकती है गायत्री का जाप करती हैं l
@@Harshmishra-dh9lz गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
@@Harshmishra-dh9lz "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
गायत्री मंत्र को पूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने तप से शाप मुक्त कर दिया है।और कोई कथा वाचक गुरु हो ही नही सकता गुरु तो युगों में कोई एक आता है।
इस बात को इस देवकी नंदन को समझओ भैया आज कल ये नए नए कथा वाचक महिलाओं को गायत्री मन्त्र न जपने पर बहुत जोर देते है इन लोगो ने महिलाओं को खीरा ककड़ी समझ रखा है क्या ।
पू.गुरुजी पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है - "दुनिया बदलेगी तो केवल मेरे ही विचारों से, चाहे आज कर लो या सौ साल बाद।" आप आदरणीय महराज जी से निवेदन है कि आप उनके विचारों का अनुसरण करते हुए कथा कहिये उत्तरोत्तर आपका विकास होगा और युग निर्माण भी होगा , सत्य सनातन धर्म की रक्षा और विस्तार भी होगा
गायत्री मंत्र जप करनेका सरल तरीका बनाया है वेदमूर्ति तपो निष्ट पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी ने अपनी तप तितिखया द्वारा आवल बृद्ध वनिता केलिए गायत्री माता की जय हो🙏🙏🙏
Gayatri mha mantra hai 🙏 phle to aapke liye kafi jada izzat thi but aaj km ho gai 🙏sb sudhre h gyatri mata ki kripya hmesa sb pr bni rhe aur hum Param pujya guruji ke dikhaye raste pr chalte rhe 🙏🙏🙏aur gyatri mantra ka jap koi bhi kr skta h kbhi bhi Jo bimar h bistr pr h uthne me asmarth h wo let kr bhi kr skte hai 🙏🙏🙏🙏jai gurudev ji
गायत्री मंत्र तो नारी शक्तियों ने किया है देवी अहिल्या देवी मदालसा ने जो महान नारियां बनी गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है इसको नारियां हर बच्चा बच्चा कर सकता है यह मंत्र पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहां सभी नारियों के लिए है गायत्री मंत्र तो हम बचपन से करते हैं और हमारा आज तक कुछ भी गलत नहीं हुआ बल्कि हमारे जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है आप पब्लिक को गुमराह मत करिए अब पब्लिक जागरूक हो गई है आप कौन सी दुनिया में हे
Inke jaise bht saare katha wachak naye naye a gye hai jo same to same bole ja rhe hai or ye jyada dino tak nhi chalega kyuki hmare guru ki bhasihwani hai pura bharat or pura world dheere dheere gayatrimay hoga jiske liye hawan ho rhe hai or logo ko joda ja rha hai taaki sabhi me sadbhawana ujagar ho or kisi galat rah me na bhatke...... Jai Mata gayatri
महाराज जी आपने बच्चे को यह तो बता दिया की गायत्री मंत्र जहां सुनाई दे तो कान बन्द कर ले यदि इन्ही नन्हे नन्हे बच्चों को जब फिल्मी गीत चोली के पीछे क्या है सुनाय जायँ तब क्या करना चाहिए?
Maharaj ji ki baat sahi hai 🙏Sanatan Satya hai 🙏💛🙏Dharma anusar yahi sarya hai....🙏Man ke anusar karenge iccha se to Dharma viruddh Adharma Asatya ....Its too Pure powerful like current only channelled by right medium right capacity otherwise explosion later on seen ir unseen.
बाबा जी डराइये मत दाढ़ी बढ़ा ने से गुरु नहीँ बनते। सूर्य हवा गंगा धरती आकाश भेट् भाव नहीं है आपला गार्गी गायत्री मंत्र के जप करती थी। आम जनता को भृमित न करें ओंम।
*🔥जो कहे स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार नहीं है, उन्हें यह शास्त्रों का प्रमाण दे देना -🔥* गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है। स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है। (1) "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते । अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।" अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था। (2) "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥" -व्योम संहिता श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था । (3) “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।" अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है। उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
@@biologycompetitive7164सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है जिसने वेद का ज्ञान सभी प्राणियों के लिए दिया है। जब गायत्री मंत्र भी देने वाला सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है तो किसी और गुरु से पूछने का का मतलब??? ये कथाकार हो या शंकराचार्य कोई भी परमात्मा से बड़ा गुरु नही है।
Mai bhi Gayatri pariwar se hu or Mai 24,000 ka jap karti hu mujhe bahut Shanti milti hai or mera sabkuch maa Gayatri ki kripa se pura ho Raha hai or mere gurudev humesha mere sath hote hai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Kya aap batayenge ki 24000 jap ke samay yadi periods aa jaye to , dubara mala periods ke kitne din baad kar sakte h , Kya teen din baad Bina Mala ke jap kar sakte h
असहमति जता रहा हूँ गायत्री मंत्र प्राण विद्या है ब्रह्मविद्या है कल्प वृक्ष है कामधेनु है सनातनधर्म इसी से महान था और इसी से महान फिर बनेगा आप को इस विचार अवश्य करना चाहिए हमारे घर स्त्रियां सब गायत्री मंत्र का जाप करती हैं सब प्रकार से मंगल है
आप जैसे पंडितों के कारण सनातन धर्म पीछे रह रहा है वैद ,पुराण ,उपनिषद सबको बताओ और पढ़ाओ और सबके समक्ष लाओ ब्राह्मण तक सीमित मत रखो आप कथा वाचक है देवकीनंदन ठाकुर जी आप के मुँह से ऐसी बाते शोभा नही देती
बाबा जी आपको नहीं मालूम है भैया ,श्रीराम शर्मा आचार्य ने सभी के लिए गायत्री मंत्र दे दिया है ,महिला पुरुष सभी जाति धर्म के लोग कोई भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं ,यह अधिकार श्रीराम शर्मा आचार्य वेद मूर्ति ने सभी को दिया है
Jap karte raho many bar sabko gayatri mantra ko japne ka adhikar hai is mantra me parmatma se buddhi की yachna की hai sabko buddhi चाहिए istriyo kobhee
मुह ढक कर चैनल चलाते हो मुह ढक कर सवाल उठा रहे हो जो मां जन्म दिया उसे से दूर रहने को कहते हो एक दिन बिस्व गायत्री मय होगा गायत्री काम धेनु है जो जाप करता है वह निरोग खुश धनवान हो जाता है अकाल मृत्यु नहीं होती है नित्य गायत्री मंत्र जप कर सूर्य को जल देकर थोड़ा बचकर परसाद रूप में पीने से सभी निरोग रहते हैं नहाने से शरीर साफ रहता है गायत्री मंत्र मन को साफ करती हैं सदबुधि कि माता है सूर्य भगवान् से बेटामिन डी मिलता है जो की मनुष्य निरोग रहता है कभी बीमार नही पड़ता है देव समान हो जाता है
हम भी गायत्री परिवार से हैं और हमारा मानना है कि गायत्री माता का जो मंत्र है उसे कोई भी पढ़ सकता है पढ़ने से लाभ नहीं होगा यदि आप दीक्षा लेकर गायत्री माता का मंत्र का उच्चारण सही तरीके से करते हैं तो आपको माता की कृपा अवश्य प्राप्त होगी यदि आप बगैर दीक्षा के मंत्र उच्चारण करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका कोई नुकसान होगा नुकसान तो कभी नहीं होगा बस लाभ नहीं मिलेगा यदि लाभ लेना चाहते हैं तो पहले आप गुरु दीक्षा ले उसके बाद आप गायत्री माता के मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं जय वेद माता गायत्री की जय
सद्बुद्धि का महामंत्र हम सब क्यों नहीं जप सकते काशी विश्वविद्यालय में पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने महिलाओं के गायत्री मंत्र जप को सही ठहराया था गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं मैं ही गायत्री मंत्र हूं मां की कोख से जन्मा पुरुष कहता है कि मां गायत्री मंत्र नहीं जप सकती 1 दिन महाराज जी अकेले ही रह जाएंगे
देवकी भाई साहब आप गायत्री मंत्र के बारे मे कछू नही बोले तो अच्छा है व्यास पिठ पर बैठ कर गायत्री मंत्र का अपमान बोल रहे है और अखंड भारत का सपना देख रहे है आप के ग्यान मे मंथरा और रावण का बास तो नही हो गयी है धन्यवाद
नमस्ते महाराज जी मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आप किस प्रकार की शिक्षा नारियों को दे रहे हैं ? किस प्रकार की दीक्षा की बात कर रहे हैं ? वेदों का प्रमाण दीजिए। गायत्री मंत्र का अर्थ यदि आप सही से जानते तो कदापि हमारे लिए इस प्रकार का अनर्थ आप नहीं कहते। इस प्रकार हम सब मिलकर के अपने सनातन संस्कृति को नहीं बचा सकते। कृपया आप प्रमाण दीजिए अन्यथा हम आपके साथ इस विषय पर बात करने के लिए तैयार है।
महाराज जी स्त्रियों का गायत्री जाप का अधिकार है ऐसा मेरा मत है , यह वेद विरुद्ध नहीं है बहुत शोध पड़ताल के बाद ऐसा संत महामना मदनमोहन मालवीय जी ने ही कहा है
आत्मा न नर होती हे या न नारी अगर महीला गायत्री नही जपेगी तो वीर पुत्र ओर तेजस्वी पुत्र कहा से पेदा होगे कया आप सब वेद स्वरुप दयानंन्द से भी बडकर ज्ञानी हो गये दयानंन्दजी ने कहा हे गायत्री सब कोई जप सकता हे
कथावाचक कोई भी बन सकता है कोई भी कथा कह सकता है सच्चे गुरु से दीक्षा लेकर के कथावाचक बना जा सकता है लेकिन सद्गुरु तो कभी कभी आते हैं सर्दियों में आते हैं जो सच्चे सदगुरू होते है भटकों को राह दिखाते हैं और इस भ्रम जाल से मोह माया से अंधकार से हमें बचाते हैं|
हमारे गुरुदेव ने गायत्री मंत्र जपने को दिया तो हम अपने गुरुदेव की ही मानेंगे और मैं एक नारी है और गायत्री मां नारी है और ये सब ज्यादा जानकारी नहीं चाहिए हमारे गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य जी ने गायत्री को श्रापमुक्त कर जो आप लोग नहीं जानते जैसे एक व्यक्ति ने श्री हरि कथा होती थी तो कान में उंगली डाल लेता था अभागा और हरी का नाम नहीं सुना 😂 उसको भी किसी ने इसी तरह बताया होगा 😅😅 जय गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य 🙏🙏🙏🙏🚩🚩
गुरुजी आधारहीन बात करके क्यो गायत्री साधना पर प्रश्न चिन्ह लगाते हो। सर्व साधारण के लिए साधारण विधि ही गायत्री साधना है। आपसे तो इसतरह की अपेक्षा नही थी।
Humare gurudev parampujya pandit shree ram sharma acharya ji ne hum streeyon ko bhi gayatri mantra ki deeksha di hai, aapke kehne ke anusar humein humare guru ke diye hue mantra ka jaap karna chahiye toh hum Gayatri mantra ki sadhna kar sakte hai🙏🏻
Gayatri ka jaap karne se labh hi h nuksan kuch nahi h...Gayatri swayam Nari roop me h to Nariya kyu nahi jaap kar sakti ...aatma ki koi jaati nahi hoti...Gayatri pariwar me lakho mataye behne gayatri jaap karke aapna jiwan dhanya bana rahi h
माता बहनों से निवेदन है किन बाबा के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है ,मुझे लगता है कि इनको कुछ भी जानकारी नहीं है कथा सुनाने से सब कुछ ज्ञान नहीं मिल जाता
युग ऋषि वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा सभी को गायत्री मंत्र का अधिकार दिया है इसमें भ्रम ना फैलाएं करोड़ों लोग शांति कुंज हरिद्वार से जुड़े वेदों का पहला भाग मैक्स मूलर ने किया गीता का भास एडमिन अर्नाल्ड ने गायत्री जप से संसार में किसी को कोई हानि नहीं
श्री राम शर्मा आचार्य जी को कोटि कोटि वंदन जिन्होंने गायत्री को घर घर पहुंचाया।उस समय पूज्य करपात्री महाराज जी से पूछा गया कि यह सही है क्या तब पूज्य करपात्री जी महाराज ने यही कहा कि जब भागीरथ गंगा को पृथ्वी पर लाए तब भी यही विरोध हुआ था लेकिन गंगा मैया ने सभी के पाप धोए हैं,इसी प्रकार श्री राम शर्मा आचार्य जी ने मां गायत्री को सर्व जन हेतु सुलभ करवा दिया है। आप पूज्य श्री से भी विनती है हमारी शिक्षा , संस्कृति प्रवाहमान रहेगी तो हम मंजेंगे।परम पूज्य करपात्री जी महाराज ने भी श्री राम शर्मा आचार्य जी की सराहना की ।परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी स्वयं गायत्री मय थे और हमेशा रहेंगे। सूक्ष्म रूप से सभी का मार्ग दर्शन करते रहेंगे। जय गंगा, जय गीता,जय गायत्री मां 9:49 9: 9:49 49 Vinita
विश्वकर्मा पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा जी धर्म की परिभाषा थे , उन्होंने विशाल हिंदू समुदाय को धर्म की राह पर चलाया । देवकी नंदन जी जैसे कथावाचक उनके चरणों की धूल भी नहीं हैं। इन लोगों ने धर्म के नाम पर लोगों को पथविचलित कर दिया है । वास्तवमें तो इन्होंने सो दो सो वेद मंत्रों के अतिरिक्त वेद पढ़े ही नहीं हैं। अपनी दुकान चलाने के लिए ये कुछ भी बोलेंगे।
आप सब जिनको भी डाउट है एक बार गायत्री महाविज्ञान पढ़ लेना सभी भ्रम दूर हो जाएगा उसमे पूरी विस्तार से बताया गया है गायत्री सर्व सुलभ है सब को करनी चाहिए कोई पाप नहीं लगता बल्कि पापों से मुक्त करने वाली इकलौता मंत्र है
गुरूजी, मुझे आपके जितना ज्ञान नहीं है ना मुझे वेदो का ज्ञान है आपके जितना है, लेकिन इतना तों सायद पता है कि एक मुक्ति प्राप्त व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा होता है मीराबाई, कबीरदास जी, तुलसीदास जी, नर्सिंह जी, पहलाद जी, जिनकी मति मै ईश्वर बस चुके है उनकी मति निर्मल और पावन हो जाति है उनमे संसार के प्रति आकर्षण नहीं होता है महात्मा बुद्ध तों राजा थे सब कुछ था उनके पास किन्तु ज्ञान प्राप्ति के बाद उन्होंने सब कुछ त्याग कर दिया ज्ञान केखोज के लिए जो त्यागा था उसके प्राप्त होने पर उन्होंने केवल अपने पूर्व जन्म के कर्मो को ही जिया और वर्तमान के कर्मो को शून्य कर दिया महात्मा बुद्ध ने अपने कर्मो को खुद से मैनेज किया, महावीर स्वामी जिन्होंने शरीर के सत्य को समझ लिया और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार किया कि यह शरीर..मै नहीं हूँ फिर भी मै इस शरीर से बँधा हुआ हूँ उन्होंने तों इस शरीर के अस्तित्व को ही कम. कर दिया और खुद को आत्मा के स्तर पर पूर्ण रूप स स्वीकार कर लिया यह सब शास्त्रों के ज्ञान को सही सिद्ध करते है कि हम आत्मा है यह महावीर स्वामी ने पूर्ण रूप से स्वीकार किया हम कर्मो के कारण ही जन्म लेते है और कर्मो के अनुसार ही जन्म लेते है यह मत महात्मा बुद्ध ने सिद्ध किया, ईश्वर हमारे अंदर ही समाहित है अहम ब्राह्मस्मी को मीराबाई ने तुलसीदास जी ने और कबीरदास जी ने और पहलाद जी ने सिद्ध किया जिन्होंने मूर्तियों मै प्राण भर दिए, मीराबाई जी उनकर अंदर ऊर्जा इतनी उच्च स्तर ही पहुंच गई कि जिससे मूर्ति मै प्राण भर आये, तुलसीदास जी ने मृत व्यक्ति को जीवन दिया कबीरदास जी ने यह कहते है कि हम जिस ईश्वर को ढूढ़ रहे है वह हमारी ही अंदर समाहित है और आज तक किसी मूर्ति से ईश्वर प्रकट नहीं हुए है ज़ब भी ईश्वर प्रकट हुए है भक्त कि भक्ति और उस भक्ति कि ऊर्जा के कारण ही प्रकट हुए है जिनका उनhe खुद अंदाजा नहीं था कि यह ऊर्जा उनके अंदर स ही प्रकट हुए है खम्बे मै भगवान नहीं थे किन्तु ईश्वर के नाप जाप के बल पर और उनके प्रति समर्पित भाव होने के कारण वह ऊर्जा पहलाद जी के अंदर स ही प्रकट हुए ईश्वर के रूप मै बिना बुलाये आज तक भगवान जी आये क्यों नहीं है क्यों नहीं आते है क्योंकि वह प्रकट होते है हमारी ऊर्जा के स्तर के कारण इसलिए बिना बुलाये वह नहीं आते है धुर्व जी ने बुलाया पहलाद जी ने बुलाया तुलसीदास जी ने कबीरदास जी ने मीराबाई ने यह इस बात को सिद्ध करती है कि भगवान श्री कृष्णा सही कहते है मै ही संसार बनकर बसा हुआ हूँ.मै ही हूँ इसलिए उपनिषद खुद कि खोज करने के लिए कहते है और हम भगवान जी कि खोज संसार मै करते है किन्तु खुद को खोजना भूल जाते आज तक जितने भी धर्म के संस्थापक हुए है उन्हें ईश्वर क्यों नहीं मिले और उन्he उनके होने का अहसास खुद के अंदर हुआ ना कि बाहर किसी स्थान या मूर्ति को देखकर हुआ जक्योंकि ईश्वर हम सभी मै समाहित है जो हमारी बुराइयों के निचे छिप गए है यही मेल और इन्ही बुराइयों को हमें ज्ञान के द्वारा साफ करना चाहिए,
Bilkul sahi bat h. Aatma parmatma ka hi hi ansh h agr hum apni aatma ko pa lete h toh parmatma ko v pa lenge. ..parmatma jo ki is brahmnd k kad kad m h. Toh fir hum m kaise nhi hoga..aur parmatma sirf prem aur prem bhav k bhukhe h kisi pakhnd k nhi, aap beta mano beta h, pati mano pati h aur pita mano pita. Sab whi h. Agr kuchh satya h toh ye ki jo aya wo jyega aur karmo k hisab se apne krmo ko krne k liye fir ayega...jo sab smjh gya sab pr vijay pa liya wo moksh ko prapt kr liya. Parmatma m mil jata h...pakhnd hi toh dekho toh jaha se log aa k nahate h saaf kapde pehnte wha pr shiv ji nha k jate h bhsm se sringaar krne. Jise hum apavitra mante h use wo sab se pavitra jise hum ant samjhte h use wo arambh kehte h..
जो पागल है वो ऐसा प्रश्न करते हैं। और जो पागल है वो ऐसा जवाब देते हैं। जो सिद्ध हैं परमात्मा स्वरुप है। वह नियम बना सकता है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य युगावतार है। उनके द्वारा दीक्षित शिष्यो के लिए गायत्री मंत्र जो उनके नियम हैं वही नियम है। पाखंड से निकलो।
Mere v school m gayatri mantra hota tha aur maine bachpan m bahut japa v gaytri mantra. Us se mujhe labh v tha . Pdhne m man lagta tha. Concentration kr pati thi study pr. Jb se bnd kr diya tab se bechaini, concentration km bahut kuchh bigad gya
जय गुरुदेव प्रणाम मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूं मैं कि मैं मैं गायत्री परिवार से हूं मेरे गुरु आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा गुरूजी हैं जिन्होंने गायत्री मंत्र दिया है मैं जब से गायत्री मंत्र करती हूं तब से मैं बहुत खुश
बहुत सारे बाबा लोग हैं जो दुष्परिणाम करते गायत्री मंत्र के बारे में कृपया यह बताएं कि महिलाओं को गायत्री जपने से आज तक किसका अनिष्ट हुआ नही हुआ तो आप दुष्परचार करना बंद करे
Hamare Gurudev Ko Pata Tha Aage Bhavishya Mein Kai log ungali uthaenge isliye hi unhone Yahan per Shantikunj Mein Dainik yagyshala Mein mahilaon ko prathmikta di Yagya ke liye
Sahi baat humare acharya pandit Shree Tam Sharma Acharya ji ne hum streeyon ko bhi Gayatri Mantra ki deeksha di hai🙏🏻 unse bada gayatri upasak is yug me koi nahi hai🙏🏻
आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा जी की जय जिनहोने नारी को देवी कहा और देवी के लिए कोई पाप नहीं होता , आचार्य श्री सनातन धर्म के सूर्य है 🌹🌷🌹🙏🙏
गायत्री मंत्र सब लोग जप सकते है , महाराज जी गायत्री मंत्र सुनने के बाद मन को शांति मिलता है
Yahi uchit hai sab jaap करे
@@umashanker8q😢😢😢🎉z xx🎉 3:57 3:57 hai
।।।।
0😮😅
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
Ghor kalyug
मैं गायत्री परिवार से हूं और गायत्री मंत्र का जाप करती हूं जब से गायत्री मंत्र जपने लगी हूं तब से मेरे जीवन में तरक्की हुई है
बहोत तरक्की हुई है,हर प्रॉब्लम सुलझ रहा है,
Kuch din ruk jao sab samjh ajyega
मै भी गायत्री परिवार से हूं
bahkave me mat ana sister ji thank,s you
Schools me bhi bachho ko gayatri mantr kraya jata hai
गायत्री मंत्र ही गुरुमंत्र है। पू. गुरुजी ने गायत्री मंत्र जाप की विधि को बहुत सरल बना दिया है। इसे कोई भी कर सकता है। हां, यदि दीक्षा लेने के बाद करें तो अधिक लाभ मिलता है। जितने भी मंत्र में 'धीमहि' और/या 'प्रचोदयात्' आता है, वे सब गायत्री मंत्र है। अब तो अधिक ब्राह्मण भी सार्वजनिक रूप से 24 गायत्री मंत्रोच्चारण करते हैं। धीरे- धीरे आप जैसे सब महराज जी लोग स्वीकार करते जा रहे हैं।
हमारे गुरु श्री राम शर्मा आचार्य जी ने लाखों महिलाओं को गुरु दीक्षा दीये है और महिलाए ब्यास पीठ पर बैठकर गायत्री यज्ञ करवा रही पूरे वीश्व संसार में षट्कर्म और बिधी बिधान से जो की ब्राह्मण भी यज्ञ इतने बिधी बिधान से नहीं करवाते ।हमने गायत्री मंत्र का लिया है और हमारे जीवन मे बहुत चमत्कार हुए है इन 24 साल में जय गायत्री मां ।
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
वेद मूर्ति तपोनिस्थ युग्रिशी परमपूज्य गुरुदेव की चरणों में प्रणाम।ऐसे देवकीनंदन जैसे हर वो व्यक्ति जो खुद को भागवत वाचक कहते है ,ये ट्रेनिंग लेकर आते है कि सब कहना पर गायत्री मंत्र के महिमा के बारे में मत कहना नहीं तो आप लोगों का बिजनेस खत्म समझो।
आपने दीक्षा किनसे और कैसे ली थी,
पं श्रीराम शर्मा आचार्य की पुस्तक गायत्री महाविग्यान का स्वाध्याय करके शंका समाधान करें.........
गायत्री मंत्र हर प्राणी को जपना चाहिए
यह मंत्र अतिउत्तम और श्रेष्ठ है और ईश्वर का प्रिय भी🙏🙏
ॐ
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
"पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
"आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
“इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
बहुत बढ़िया जवाब दिया है प्रणाम प्रणाम
गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है क्या सबको सद्बुद्धि की जरूरत नहीं है। ?
जय गुरुदेव प्रणाम क्षमा चाहिए कुछ बोलना चाह रहे हैं मैं गायत्री परिवार से हैं जब गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं तब बहुत बहुत लाभ है तबियत बहुत खराब रहता था जब से गायत्री मंत्र जप कर रहे हैं खुश हूं
hmare gurudev ne gaytri mntr k 24 mahapurascharan krne k bad hi sabko sahi jankari di ki gaytri mantr sabhi logo k liy upyogi hi...
आप की शिक्षा समझ के परे है। ऐसे ज्ञान से भगवान् ही बचाएं।
ये केवल कथा वाचक है, इससे ज्यादा कुछ नही।
इनको केवल अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, धर्म का ठेकेदार नहीं बनना चाहिये, जिसने सनातन धर्म का ठेकेदार बनमे का प्रयास किया उसने मुँह की खाई है।
स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार है l प्राचीन काल में स्त्रियां वेदों की मंत्र द्रष्ट्री - ऋषिकाये हुई l
अनसूया, अहिल्या, अरुंधती आदि अगणित स्त्रियां वेद शास्त्रों में पारंगत थी l
गायत्री परिवार से वर्तमान में 15 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं जिसमें सभी महिलाएं यज्ञोपवीत धारण कर सकती है गायत्री का जाप करती हैं l
स्त्रियों को अधिकार है या नही ये कोई मनुष्य तय नही करसकता , वेद शास्त्र में कहा लिखा है कि अधिकार है वो बताइये, श्लोक से
@@Harshmishra-dh9lz गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
"पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
@@Harshmishra-dh9lz "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
“इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
Right 15 karor ki aabadi h only gaytri pariwar kii
ua-cam.com/video/bQjp4P1zpgs/v-deo.htmlsi=ZZNq_HyCllnN526w
गायत्री मंत्र को पूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने तप से शाप मुक्त कर दिया है।और कोई कथा वाचक गुरु हो ही नही सकता गुरु तो युगों में कोई एक आता है।
😊
Sahi javab diyaa
@@adarshpathak5932😅😅
इस बात को इस देवकी नंदन को समझओ भैया आज कल ये नए नए कथा वाचक महिलाओं को गायत्री मन्त्र न जपने पर बहुत जोर देते है इन लोगो ने महिलाओं को खीरा ककड़ी समझ रखा है क्या ।
बिलकूल सही है कथा वाचक नही है दुकान चालक है!
पू.गुरुजी पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है - "दुनिया बदलेगी तो केवल मेरे ही विचारों से, चाहे आज कर लो या सौ साल बाद।" आप आदरणीय महराज जी से निवेदन है कि आप उनके विचारों का अनुसरण करते हुए कथा कहिये उत्तरोत्तर आपका विकास होगा और युग निर्माण भी होगा , सत्य सनातन धर्म की रक्षा और विस्तार भी होगा
Shriram Sharma ji
गायत्री मंत्र जप करनेका सरल तरीका बनाया है वेदमूर्ति तपो निष्ट पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी ने अपनी तप तितिखया द्वारा आवल बृद्ध वनिता केलिए गायत्री माता की जय हो🙏🙏🙏
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Gayatri mha mantra hai 🙏 phle to aapke liye kafi jada izzat thi but aaj km ho gai 🙏sb sudhre h gyatri mata ki kripya hmesa sb pr bni rhe aur hum Param pujya guruji ke dikhaye raste pr chalte rhe 🙏🙏🙏aur gyatri mantra ka jap koi bhi kr skta h kbhi bhi Jo bimar h bistr pr h uthne me asmarth h wo let kr bhi kr skte hai 🙏🙏🙏🙏jai gurudev ji
गायत्री मंत्र तो नारी शक्तियों ने किया है देवी अहिल्या देवी मदालसा ने जो महान नारियां बनी गायत्री मंत्र सद्बुद्धि का मंत्र है इसको नारियां हर बच्चा बच्चा कर सकता है यह मंत्र पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहां सभी नारियों के लिए है गायत्री मंत्र तो हम बचपन से करते हैं और हमारा आज तक कुछ भी गलत नहीं हुआ बल्कि हमारे जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है आप पब्लिक को गुमराह मत करिए अब पब्लिक जागरूक हो गई है आप कौन सी दुनिया में हे
Inke jaise bht saare katha wachak naye naye a gye hai jo same to same bole ja rhe hai or ye jyada dino tak nhi chalega kyuki hmare guru ki bhasihwani hai pura bharat or pura world dheere dheere gayatrimay hoga jiske liye hawan ho rhe hai or logo ko joda ja rha hai taaki sabhi me sadbhawana ujagar ho or kisi galat rah me na bhatke...... Jai Mata gayatri
महाराज जी आपने बच्चे को यह तो बता दिया की गायत्री मंत्र जहां सुनाई दे तो कान बन्द कर ले यदि इन्ही नन्हे नन्हे बच्चों को जब फिल्मी गीत चोली के पीछे क्या है सुनाय जायँ तब क्या करना चाहिए?
इसका जवाब नहीं है महाराज जी के पास।
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Maharaj ji ki baat sahi hai 🙏Sanatan Satya hai 🙏💛🙏Dharma anusar yahi sarya hai....🙏Man ke anusar karenge iccha se to Dharma viruddh Adharma Asatya ....Its too Pure powerful like current only channelled by right medium right capacity otherwise explosion later on seen ir unseen.
Mere guru ne mujhe Gayatri mantra Diya h Mai usi ka jaap krti hu🙏😇
राधे राधे गुरुदेवभगवान 🙏🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️🚩🚩🚩
बाबा जी डराइये मत दाढ़ी बढ़ा ने से गुरु नहीँ बनते। सूर्य हवा गंगा धरती आकाश भेट् भाव नहीं है आपला गार्गी गायत्री मंत्र के जप करती थी। आम जनता को भृमित न करें ओंम।
Gargi se kab suna kaha varnan hai ki Gayatri japte the
Gaytri mntra ka JP karne se Mera pura jivan hi badal gaya dhany hai hmare gurudev pndit sree ram Sharma Achary ji
*🔥जो कहे स्त्रियों को गायत्री या वेद मंत्रों का अधिकार नहीं है, उन्हें यह शास्त्रों का प्रमाण दे देना -🔥*
गायत्री मन्त्र के अधिकार के सम्बन्ध में तो ऋषियों ने और भी स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया है।
स्मृति प्रमाण देखिये, जिनमें स्त्रियों को गायत्री की उपासना का विधान किया गया है।
(1) "पुरा कल्पे तु नारीणां मौजीबन्धनमिष्यते ।
अध्यापनं च वेदानां सावित्रीवाचनं तथा ।।"
अर्थात- प्राचीन समय में स्त्रियों को मौञ्जी बन्धन, वेदों का पढ़ाना तथा गायत्री का उपदेश इष्ट था।
(2) "आहुरप्युत्तमस्त्रीणाम् अधिकारं तु वैदिके । यथोर्वशी यमी चैव शच्याद्याश्च तथाऽपराः ॥"
-व्योम संहिता
श्रेष्ठ स्त्रियों को वेद का अध्ययन तथा वैदिक कर्मकाण्ड करने का वैसे ही अधिकार है, जैसे कि उर्वशी, यमी, शची आदि ऋषिकाओं को प्राप्त था ।
(3) “इति वचनेनापि स्त्रीणां वेदाध्ययनाधिकारो ध्वनितः ।"
अर्थात्-इससे स्त्रियों को वेद पढ़ने का अधिकार सूचित होता है।
उपर्युक्त प्रमाणों को देखते हुए पाठक यह विचार करें l
स्त्रियों को गायत्री का अधिकार है l
महाराज जी गायत्री मंत्र गुरु मंत्र है
गायत्री मंत्र जाप करना सबको
अधिकार है ज्ञान वान होकर आडंबर न फैलाये आपसे निवेदन है
Guru mantra h tabhi kre jb apke guru apko de
@@biologycompetitive7164सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है जिसने वेद का ज्ञान सभी प्राणियों के लिए दिया है।
जब गायत्री मंत्र भी देने वाला सबसे बड़ा गुरु परमात्मा है तो किसी और गुरु से पूछने का का मतलब???
ये कथाकार हो या शंकराचार्य कोई भी परमात्मा से बड़ा गुरु नही है।
महिला कर सकते है जी जिन्होंने 24 पुरस्चरण किए उन्होंने बताया है महिला कर सकते है आप गलत ज्ञान न दीजिए
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Mai bhi Gayatri pariwar se hu or Mai 24,000 ka jap karti hu mujhe bahut Shanti milti hai or mera sabkuch maa Gayatri ki kripa se pura ho Raha hai or mere gurudev humesha mere sath hote hai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahan ji aap mahan Hain. Aap Sahi raste per Hain main bhi aapke sath hun. Hamare Param pujya Gurudev gaytri Mantra ko saap mukt kar diye Hain.
Kya aap batayenge ki 24000 jap ke samay yadi periods aa jaye to , dubara mala periods ke kitne din baad kar sakte h , Kya teen din baad Bina Mala ke jap kar sakte h
@@siddhikacooli think peridos khatam hone k ek din baad nahakr baal dhokar sadhna continue ki jati h mantra ki..baki Gurudev knows better
आप दीक्षा लेकर कर रहे की वीना दीक्षा के
असहमति जता रहा हूँ गायत्री मंत्र प्राण विद्या है ब्रह्मविद्या है कल्प वृक्ष है कामधेनु है सनातनधर्म इसी से महान था और इसी से महान फिर बनेगा आप को इस विचार अवश्य करना चाहिए हमारे घर स्त्रियां सब गायत्री मंत्र का जाप करती हैं सब प्रकार से मंगल है
आप जैसे पंडितों के कारण सनातन धर्म पीछे रह रहा है वैद ,पुराण ,उपनिषद सबको बताओ और पढ़ाओ और सबके समक्ष लाओ ब्राह्मण तक सीमित मत रखो आप कथा वाचक है देवकीनंदन ठाकुर जी आप के मुँह से ऐसी बाते शोभा नही देती
इनकी भी तो दाल गलनी चाहिए न
महाराज आपने गायत्री मन्त्र के समय कान में उंगली डालने वाली जो बात कही है वह वेद की किस रिचा में वर्णित है बताने की कृपा करें।
😊👌🏻, वह कूटनीति ऋचा में वर्णित हैं
इनके बाप वेद पढ़े होंगे तभी तो उत्तर देते।
महाराज जी वेद मंत्रो के सुनने से लाभ होता है फिर हानी कैसे होती हैं बताईये।
कुछ लोग मंत्रों पर एकाधिकार चाहते हैं।
गायत्री माँ भी तो नारी है, फिर एक नारी नारी की स्तुति क्यों नहीं कर सकती।
बाबा जी आपको नहीं मालूम है भैया ,श्रीराम शर्मा आचार्य ने सभी के लिए गायत्री मंत्र दे दिया है ,महिला पुरुष सभी जाति धर्म के लोग कोई भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं ,यह अधिकार श्रीराम शर्मा आचार्य वेद मूर्ति ने सभी को दिया है
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बाल बढ़ाने से बाबा नहीं बनते वेद पढ़ने से बनते हैं आपने कभी गायत्री मंत्र जाप किया है तो आपको पता होगा कितनी शक्ति है गायत्री मंत्र
Muje bhi kuchh pata nahi par..mere guruji bhi kehte he ki gayatri manta ek asadharan mantra he ......har kisiko nahi bolna chahiee...
े😭👍
thank,s you sister ji
@@PPtl-bz3qo tzo fir school mein students se kun bulwaya jata hai bole
गुरुदेव के द्वारा दिया हुआ मंत्र स्त्रियां भी जप कर सकती हैं क्योंकि गुरदेव रक्षा भी करते है सफलता भी प्रदान करते है।
आत्मा न नर है नारी
कोई भी व्यक्ति स्त्री या पुरुष गायत्री महामंत्र का जप कर सकता है
Hamare gurudev ne hame gaytri Mantra diya.
Jap karte raho many bar sabko gayatri mantra ko japne ka adhikar hai is mantra me parmatma se buddhi की yachna की hai sabko buddhi चाहिए istriyo kobhee
मुह ढक कर चैनल चलाते हो मुह ढक कर सवाल उठा रहे हो जो मां जन्म दिया उसे से दूर रहने को कहते हो एक दिन बिस्व गायत्री मय होगा गायत्री काम धेनु है जो जाप करता है वह निरोग खुश धनवान हो जाता है अकाल मृत्यु नहीं होती है नित्य गायत्री मंत्र जप कर सूर्य को जल देकर थोड़ा बचकर परसाद रूप में पीने से सभी निरोग रहते हैं नहाने से शरीर साफ रहता है गायत्री मंत्र मन को साफ करती हैं सदबुधि कि माता है सूर्य भगवान् से बेटामिन डी मिलता है जो की मनुष्य निरोग रहता है कभी बीमार नही पड़ता है देव समान हो जाता है
Ati Sundar Maharaj ji
गायत्री मन्त्र एक उत्कृष्ट वेद प्रार्थना है । सुद्ध हो के कोहि भी जप सकता है ( प्रार्थना कर सकता है ) । जय गुरूदेव ।
Om bhur bhuva swaha tatsaviturvanyan bhargo devasya dhimahi dhiyo Yona prachodayat
हम भी गायत्री परिवार से हैं और हमारा मानना है कि गायत्री माता का जो मंत्र है उसे कोई भी पढ़ सकता है पढ़ने से लाभ नहीं होगा यदि आप दीक्षा लेकर गायत्री माता का मंत्र का उच्चारण सही तरीके से करते हैं तो आपको माता की कृपा अवश्य प्राप्त होगी यदि आप बगैर दीक्षा के मंत्र उच्चारण करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका कोई नुकसान होगा नुकसान तो कभी नहीं होगा बस लाभ नहीं मिलेगा यदि लाभ लेना चाहते हैं तो पहले आप गुरु दीक्षा ले उसके बाद आप गायत्री माता के मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं जय वेद माता गायत्री की जय
सद्बुद्धि का महामंत्र हम सब क्यों नहीं जप सकते काशी विश्वविद्यालय में पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने महिलाओं के गायत्री मंत्र जप को सही ठहराया था गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं मैं ही गायत्री मंत्र हूं मां की कोख से जन्मा पुरुष कहता है कि मां गायत्री मंत्र नहीं जप सकती 1 दिन महाराज जी अकेले ही रह जाएंगे
Krishna hi gayatree hey
आपके इस ज्ञान से असहमत।
हर नारी को अधिकार है गायत्री जप
राधे राधे गुरु जी कोटी कोटी प्रणाम ❤ बिल्कुल सही कहा गुरु जी ❤जय हो sunder जानकारी के लिए❤❤
गुरु जी राधे राधे आशिर्वाद दीजिए
Sri radhe radhe guru ji 🙏🌺🌷🌹🌻🌼🌺🌷🌹🌷🌺🌹🌷🌺🌻🌼🌹🌷🌺🙏🍈🍎🍓🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍎🍒🍊🍓🍎🍈🍒🍊🍓🍈🍓🍊🍈🙏
देवकी भाई साहब आप गायत्री मंत्र के बारे मे कछू नही बोले तो अच्छा है व्यास पिठ पर बैठ कर गायत्री मंत्र का अपमान बोल रहे है और अखंड भारत का सपना देख रहे है आप के ग्यान मे मंथरा और रावण का बास तो नही हो गयी है धन्यवाद
thank,s you sister ji apki bat 100% satya hai
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गीता में लिखा है कि भगवान भक्त का भाव देखते हैं विधि नहीं देखते।
जय श्री कृष्ण
Guruji sach bol rhe h hamare dadaji v yahi bole the same chiz bina diksha ke na sunna h na jabna h
नमस्ते महाराज जी मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आप किस प्रकार की शिक्षा नारियों को दे रहे हैं ? किस प्रकार की दीक्षा की बात कर रहे हैं ? वेदों का प्रमाण दीजिए। गायत्री मंत्र का अर्थ यदि आप सही से जानते तो कदापि हमारे लिए इस प्रकार का अनर्थ आप नहीं कहते। इस प्रकार हम सब मिलकर के अपने सनातन संस्कृति को नहीं बचा सकते। कृपया आप प्रमाण दीजिए अन्यथा हम आपके साथ इस विषय पर बात करने के लिए तैयार है।
जिस वेदमन्त्र में यह लिखा हो कि महिलाओं को वेदमन्त्र नहीं बोलना चाहिए वह मन्त्र बतलाओ महाराज?
महाराज जी स्त्रियों का गायत्री जाप का अधिकार है ऐसा मेरा मत है , यह वेद विरुद्ध नहीं है बहुत शोध पड़ताल के बाद ऐसा संत महामना मदनमोहन मालवीय जी ने ही कहा है
आत्मा न नर होती हे या न नारी अगर महीला गायत्री नही जपेगी तो वीर पुत्र ओर तेजस्वी पुत्र कहा से पेदा होगे कया आप सब वेद स्वरुप दयानंन्द से भी बडकर ज्ञानी हो गये दयानंन्दजी ने कहा हे गायत्री सब कोई जप सकता हे
Hum sudhrenge yug sudhrega hum badlega yug badlega 🙏
Jay gurudev ji.🙏🙏
गायत्री मंत्र काजप तो सभी कोकरना चाहिये
Radhe Radhe Guruji
Radhey Radhey guru ji 🙏🙏🙏🙏👌👌
हमारे समाज को कमजोर करने में जितना काम आप जैसे लोगों ने किया है उतना बाहर के शत्रु भी ना कर सकें
बिल्कुल सही
कथावाचक कोई भी बन सकता है कोई भी कथा कह सकता है सच्चे गुरु से दीक्षा लेकर के कथावाचक बना जा सकता है लेकिन सद्गुरु तो कभी कभी आते हैं सर्दियों में आते हैं जो सच्चे सदगुरू होते है भटकों को राह दिखाते हैं और इस भ्रम जाल से मोह माया से अंधकार से हमें बचाते हैं|
Jaya shree Radhe Radhe Radhe Guruji 🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏
Jai Shri Radhe Radhe guru ji 🙏
Jay gurudev 🙏🏾 ek dam sahi 👌
दवाई नन्द जी आपने कोई साधनाएं की हैं कि नहीं अगर आपने साधना की होती तो आप ऐसे महिलाओं के मन में भ्रम पैदा नहीं करते।
हमारे गुरुदेव ने गायत्री मंत्र जपने को दिया तो हम अपने गुरुदेव की ही मानेंगे और मैं एक नारी है और गायत्री मां नारी है और ये सब ज्यादा जानकारी नहीं चाहिए हमारे गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य जी ने गायत्री को श्रापमुक्त कर जो आप लोग नहीं जानते जैसे एक व्यक्ति ने श्री हरि कथा होती थी तो कान में उंगली डाल लेता था अभागा और हरी का नाम नहीं सुना 😂 उसको भी किसी ने इसी तरह बताया होगा 😅😅 जय गुरुदेव तपोनिष्ठ पं श्री राम शर्मा आचार्य 🙏🙏🙏🙏🚩🚩
May v gaytri priwari s hu mujhe too bhut hi safl hu app k kthna nusar kya gaytri mantr injection dekr sunega soch samjh kr bole thakur ji
Radhey Radhey Guru ji sanatni
गुरुजी आधारहीन बात करके क्यो गायत्री साधना पर प्रश्न चिन्ह लगाते हो। सर्व साधारण के लिए साधारण विधि ही गायत्री साधना है। आपसे तो इसतरह की अपेक्षा नही थी।
गायत्री मंत्र सभी के लिए है अधिक जानकारी हेतु गायत्री महाविज्ञान पुस्तक का अध्ययन करें।
Humare gurudev parampujya pandit shree ram sharma acharya ji ne hum streeyon ko bhi gayatri mantra ki deeksha di hai, aapke kehne ke anusar humein humare guru ke diye hue mantra ka jaap karna chahiye toh hum Gayatri mantra ki sadhna kar sakte hai🙏🏻
Gayatri ka jaap karne se labh hi h nuksan kuch nahi h...Gayatri swayam Nari roop me h to Nariya kyu nahi jaap kar sakti ...aatma ki koi jaati nahi hoti...Gayatri pariwar me lakho mataye behne gayatri jaap karke aapna jiwan dhanya bana rahi h
माता बहनों से निवेदन है किन बाबा के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है ,मुझे लगता है कि इनको कुछ भी जानकारी नहीं है कथा सुनाने से सब कुछ ज्ञान नहीं मिल जाता
Radhey Radhey
राधे राधे गुरुजी
Jai shree Radhe krishna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe radhe 🌹🌹❤️🙏🙏
युग ऋषि वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा सभी को गायत्री मंत्र का अधिकार दिया है इसमें भ्रम ना फैलाएं करोड़ों लोग शांति कुंज हरिद्वार से जुड़े वेदों का पहला भाग मैक्स मूलर ने किया गीता का भास एडमिन अर्नाल्ड ने गायत्री जप से
संसार में किसी को कोई हानि नहीं
श्री राम शर्मा आचार्य जी को कोटि कोटि वंदन जिन्होंने गायत्री को घर घर पहुंचाया।उस समय पूज्य करपात्री महाराज जी से पूछा गया कि यह सही है क्या
तब पूज्य करपात्री जी महाराज ने यही कहा कि जब भागीरथ गंगा को पृथ्वी पर लाए तब भी यही विरोध हुआ था लेकिन गंगा मैया ने सभी के पाप धोए हैं,इसी प्रकार श्री राम शर्मा आचार्य जी ने मां गायत्री को सर्व जन हेतु सुलभ करवा दिया है।
आप पूज्य श्री से भी विनती है हमारी शिक्षा , संस्कृति प्रवाहमान रहेगी तो हम मंजेंगे।परम पूज्य करपात्री जी महाराज ने भी श्री राम शर्मा आचार्य जी की सराहना की ।परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी स्वयं गायत्री मय थे और हमेशा रहेंगे। सूक्ष्म रूप से सभी का मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
जय गंगा, जय गीता,जय गायत्री मां 9:49 9: 9:49 49 Vinita
विश्वकर्मा पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा जी धर्म की परिभाषा थे , उन्होंने विशाल हिंदू समुदाय को धर्म की राह पर चलाया । देवकी नंदन जी जैसे कथावाचक उनके चरणों की धूल भी नहीं हैं। इन लोगों ने धर्म के नाम पर लोगों को पथविचलित कर दिया है । वास्तवमें तो इन्होंने सो दो सो वेद मंत्रों के अतिरिक्त वेद पढ़े ही नहीं हैं।
अपनी दुकान चलाने के लिए ये कुछ भी बोलेंगे।
आप सब जिनको भी डाउट है एक बार गायत्री महाविज्ञान पढ़ लेना सभी भ्रम दूर हो जाएगा उसमे पूरी विस्तार से बताया गया है गायत्री सर्व सुलभ है सब को करनी चाहिए कोई पाप नहीं लगता बल्कि पापों से मुक्त करने वाली इकलौता मंत्र है
Radhey radhey krishna krishna
गायत्री मंत्र का जाप सबको करना चाहिए सबको अधिकार है यह हमारे परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य ने दीक्षा मैं Mai bola gaya hai
गुरूजी, मुझे आपके जितना ज्ञान नहीं है ना मुझे वेदो का ज्ञान है आपके जितना है, लेकिन इतना तों सायद पता है कि एक मुक्ति प्राप्त व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा होता है मीराबाई, कबीरदास जी, तुलसीदास जी, नर्सिंह जी, पहलाद जी, जिनकी मति मै ईश्वर बस चुके है उनकी मति निर्मल और पावन हो जाति है उनमे संसार के प्रति आकर्षण नहीं होता है महात्मा बुद्ध तों राजा थे सब कुछ था उनके पास किन्तु ज्ञान प्राप्ति के बाद उन्होंने सब कुछ त्याग कर दिया ज्ञान केखोज के लिए जो त्यागा था उसके प्राप्त होने पर उन्होंने केवल अपने पूर्व जन्म के कर्मो को ही जिया और वर्तमान के कर्मो को शून्य कर दिया महात्मा बुद्ध ने अपने कर्मो को खुद से मैनेज किया, महावीर स्वामी जिन्होंने शरीर के सत्य को समझ लिया और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार किया कि यह शरीर..मै नहीं हूँ फिर भी मै इस शरीर से बँधा हुआ हूँ उन्होंने तों इस शरीर के अस्तित्व को ही कम. कर दिया और खुद को आत्मा के स्तर पर पूर्ण रूप स स्वीकार कर लिया यह सब शास्त्रों के ज्ञान को सही सिद्ध करते है कि हम आत्मा है यह महावीर स्वामी ने पूर्ण रूप से स्वीकार किया हम कर्मो के कारण ही जन्म लेते है और कर्मो के अनुसार ही जन्म लेते है यह मत महात्मा बुद्ध ने सिद्ध किया, ईश्वर हमारे अंदर ही समाहित है अहम ब्राह्मस्मी को मीराबाई ने तुलसीदास जी ने और कबीरदास जी ने और पहलाद जी ने सिद्ध किया जिन्होंने मूर्तियों मै प्राण भर दिए, मीराबाई जी उनकर अंदर ऊर्जा इतनी उच्च स्तर ही पहुंच गई कि जिससे मूर्ति मै प्राण भर आये, तुलसीदास जी ने मृत व्यक्ति को जीवन दिया कबीरदास जी ने यह कहते है कि हम जिस ईश्वर को ढूढ़ रहे है वह हमारी ही अंदर समाहित है और आज तक किसी मूर्ति से ईश्वर प्रकट नहीं हुए है ज़ब भी ईश्वर प्रकट हुए है भक्त कि भक्ति और उस भक्ति कि ऊर्जा के कारण ही प्रकट हुए है जिनका उनhe खुद अंदाजा नहीं था कि यह ऊर्जा उनके अंदर स ही प्रकट हुए है खम्बे मै भगवान नहीं थे किन्तु ईश्वर के नाप जाप के बल पर और उनके प्रति समर्पित भाव होने के कारण वह ऊर्जा पहलाद जी के अंदर स ही प्रकट हुए ईश्वर के रूप मै बिना बुलाये आज तक भगवान जी आये क्यों नहीं है क्यों नहीं आते है क्योंकि वह प्रकट होते है हमारी ऊर्जा के स्तर के कारण इसलिए बिना बुलाये वह नहीं आते है धुर्व जी ने बुलाया पहलाद जी ने बुलाया तुलसीदास जी ने कबीरदास जी ने मीराबाई ने यह इस बात को सिद्ध करती है कि भगवान श्री कृष्णा सही कहते है मै ही संसार बनकर बसा हुआ हूँ.मै ही हूँ इसलिए उपनिषद खुद कि खोज करने के लिए कहते है और हम भगवान जी कि खोज संसार मै करते है किन्तु खुद को खोजना भूल जाते आज तक जितने भी धर्म के संस्थापक हुए है उन्हें ईश्वर क्यों नहीं मिले और उन्he उनके होने का अहसास खुद के अंदर हुआ ना कि बाहर किसी स्थान या मूर्ति को देखकर हुआ जक्योंकि ईश्वर हम सभी मै समाहित है जो हमारी बुराइयों के निचे छिप गए है यही मेल और इन्ही बुराइयों को हमें ज्ञान के द्वारा साफ करना चाहिए,
Bilkul sahi bat h. Aatma parmatma ka hi hi ansh h agr hum apni aatma ko pa lete h toh parmatma ko v pa lenge. ..parmatma jo ki is brahmnd k kad kad m h. Toh fir hum m kaise nhi hoga..aur parmatma sirf prem aur prem bhav k bhukhe h kisi pakhnd k nhi, aap beta mano beta h, pati mano pati h aur pita mano pita. Sab whi h. Agr kuchh satya h toh ye ki jo aya wo jyega aur karmo k hisab se apne krmo ko krne k liye fir ayega...jo sab smjh gya sab pr vijay pa liya wo moksh ko prapt kr liya. Parmatma m mil jata h...pakhnd hi toh dekho toh jaha se log aa k nahate h saaf kapde pehnte wha pr shiv ji nha k jate h bhsm se sringaar krne. Jise hum apavitra mante h use wo sab se pavitra jise hum ant samjhte h use wo arambh kehte h..
देवकी नंदन जी को ब्यास पीठ पर बैठने का अधिकार नहीं होना चाहिए। राधे राधे जय हो।
जो पागल है वो ऐसा प्रश्न करते हैं। और जो पागल है वो ऐसा जवाब देते हैं। जो
सिद्ध हैं परमात्मा स्वरुप है। वह नियम बना सकता है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य
युगावतार है। उनके द्वारा दीक्षित शिष्यो
के लिए गायत्री मंत्र जो उनके नियम हैं
वही नियम है। पाखंड से निकलो।
Jay gaytri mata
Mere v school m gayatri mantra hota tha aur maine bachpan m bahut japa v gaytri mantra. Us se mujhe labh v tha . Pdhne m man lagta tha. Concentration kr pati thi study pr. Jb se bnd kr diya tab se bechaini, concentration km bahut kuchh bigad gya
🙏👌🏻, पर इन धर्म के धंधे वालों को कौन बताएं 🙏
Param pujya Gurudev shiri Ram sarma acharya mata Bhagwati ji ko barambar paranam
Jay gayatri maa
तथ्य हीन बात कर रहे हैं महाराज जी
जो बताया है उसका कोई सार नहीं है
जय गुरुदेव प्रणाम मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूं मैं कि मैं मैं गायत्री परिवार से हूं मेरे गुरु आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा गुरूजी हैं जिन्होंने गायत्री मंत्र दिया है मैं जब से गायत्री मंत्र करती हूं तब से मैं बहुत खुश
गायत्री सर्वजनीन है । किसी योग्य वशिष्ठ स्तरीय गुरु से दीक्षित होने के उपरान्त जप सकते है। निश्चित लाभान्वित होगे ।
सभी को अधिकार है गुरुजी
बहुत सारे बाबा लोग हैं जो दुष्परिणाम करते गायत्री मंत्र के बारे में कृपया यह बताएं कि महिलाओं को गायत्री जपने से आज तक किसका अनिष्ट हुआ नही हुआ तो आप दुष्परचार करना बंद करे
Hamare Gurudev Ko Pata Tha Aage Bhavishya Mein Kai log ungali uthaenge isliye hi unhone Yahan per Shantikunj Mein Dainik yagyshala Mein mahilaon ko prathmikta di Yagya ke liye
Sahi baat humare acharya pandit Shree Tam Sharma Acharya ji ne hum streeyon ko bhi Gayatri Mantra ki deeksha di hai🙏🏻 unse bada gayatri upasak is yug me koi nahi hai🙏🏻
@@shivanshimishra377 RAM*
सही बात कही आपने, जय गुरुदेव
Radha Radha gurudevje bilkul sahee Kaha aapane aap ko sat sat Naman
गायत्री के महामंत्र से जीवन के सब पाप हरो।
सुंदर सुखी बनेगा जीवन गायत्री का जाप करो।। 🙏
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai maa Gayatri 🙏🏻🙏🏻
Jay ma Gaytri🙏🙏🙏
Aap Gyan aadhura hai
गायत्री मंत्र भी तो गुरू के द्वारा ही दिया जाता है।गायत्री मंत्र भी तो गुरूदेव के आदेशानुसार गाया या बताया जाता है।
प्रश्न करने वाले भाई एक बार आप हरिद्वार शांतिकुंज आश्रम में जाकर दो चार दिन रहकर आइए फिर आपको आपके प्रश्न का जबाव मिल जाएगा ।
Guruji ne Gyan Diya hai gyatari ka jap kar sakte hai