कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आये थे आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके उपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैंने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता और दर्शक रहेंगे। आप जैसा कवि, साहित्यकार और कथावाचक सहस्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम ऐसे ही आपको सुनते रहें। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बिल्कुल सही कहा जन्म तो गोपाल के देस में ही लेना है लेकिन यहां उसके देस में गोपाल की कथाएं तो जनता खूब सुनती हैं लेकिन गोपाल की गायों का अपमान भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी यही है कृपा करके इन्हे गोपाल की गायों का सम्मान भी करना बताए आपकी बाड़ी से प्रभावित होकर सायाद सुधार हो
च रथ ततततततततततंतततततत तंत्र तंत्रज्ञान तंतततततततंततततततंतततततततततततततंततततततंतंततंतणछंचच😮आणि आणि ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐइऐउऐउऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐछऐछ्छततछतततंछ😅😮😮😮छंछ😮😮
@@ayodhyaprasadpandey924 Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia ua-cam.com/video/Fmh8NjklZNw/v-deo.html
नमन नमन करता हूं मैं श्रीकृष्ण को। और इस कथामृत का जो हमें वृतांत सुना रहे हैं इतने सुन्दर शब्दों में कुमार विश्वास जी मैं उनको भी बारम्बार प्रणाम करता हूं। जय श्रीकृष्ण
अंधे भक्त मत बनो पहले ख़ुद से भगवान गीता पड़कर समझो फिर तुम् सही और ग़लत का निर्णय कर पाओगे अन्यथा ऐसे ही सेंटीमेंटल बने रह जाओगे कलियुग में हर कोई व्यास आसन पर बैठ जाता है
भारत को आप जैसे लोगों की जरूरत है।जो कि सच मे सही कथा बताते हैं। यहाँ बाबाओं की जरूरत नहीं है।एक तो ये लोग अपनी बदनामी खुद करवाते हैं दूसरे भारत को भी निचले स्तर पर ले आते हैं।जय श्री राम।
Kumar Vishwaas ji - I was listen to this tiny episode, & I got tears. The way you talk and explain the simplest of these stories from Ramayan / Mahabharat - it is so heart touching. The way you talk is so sweet and calming - it feels like as if God itself is speaking through you. You have been truly blessed by Maa Saraswati ji. Love watching and hearing your videos on you tube. Thank you.
Lekin krashna ji to waha the nhi...wo Arjun ke sath gye..the...agar kanha the to Arjun bhi hona chahiye...aur Arjun hota to Abhimanyu ko jane nhi deta khud hi jata
कुमार विश्वास जी कथा वाचक के रूप में सही हैं पर कहीं कहीं पर भावुकता में कुछ अंतर वालीं बात भी कर देते हैं पर हमारे धर्मशास्त्रों के जानकार लोगों द्वारा सही स्मरण करवादेते हैं जिन्हें देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है।जैसा कि कहीं और नहीं मिलता है ।धन्यवाद ।
कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आए थे, आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके ऊपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता ओर दर्शक रहेंगे आप जैसा कवि साहित्यकार और कथावाचक सहस्त्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम आपको ऐसे ही सुनते रहें
Namaste You emphasize n speak quite eloquently I m from Blore non Hindi speaking but can understand the rhyme n meaning very well this commonly spoken Hindi Congrats Continue for next Hundred years ! Beautiful!!!
आपके ज्ञान के आगे हम बहुत छोटे है परंतु माफी के साथ कटाक्ष करते हुए आपसे एक सुधार की गुजारिश है कि अभिमन्यु द्रौपदी के पुत्र नहीं थे बल्कि सुभद्रा के पुत्र थे और सुभद्रा ही कृष्ण को या वक्तव्य कहती है कि आपको मेरे पुत्र पर भरोसा नहीं है 🙏
शाम होने पर सभी योद्धा अपने घर वापस चले आते थे और फिर युद्ध वही से शुरू होती जहा पर बंद हुआ था। इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने आशीर्वाद देकर भेजा अभिमन्यु को युद्ध के लिए।
इसका एक अर्थ यह भी हुआ जब बच्चा मां के गर्भ में हो उस उसे धार्मिक ग्रंथों पढ़ने,सद्विचार रखना चाहिए उसका प्रभाव गर्भ शिशु पर पड़ता है लेकिन आज हो रहा है उल्टा-पुल्टा, घृणा द्वेष छल प्रपंच लालच से भरा हुआ जीवन परिणाम सामने है।
कुमार विश्वास जी मुझे गर्व है,कि मेने आप के युग में जन्म लिया। मैं आपके उपदेश व कथा वाचन, को बड़े ही धैर्य से सुनता हूं। आप निरंतर हमें अपने बैरागी राग से, संजोए रखें। आप की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आप ईमानदार है।
भाईयों आशीर्वाद युद्ध शुरू होने से पहले लिया जाता है जब भी हम सभी किसी अच्छे काम के लिए जाते है तो माता पिता और गुरु जी का आशीर्वाद लेकर जाते हैं न की रास्ते से वापस आ कर लेते हैं
वीर अभिमन्यु वीर गति को प्राप्त हुए प्ररनतु अपना नाम अमर कर गए एक सोलह साल का लड़का किया जाने युद्ध निती वहारे अभिमन्यु किया युद्ध किया सारे दुश्मनों को धुल चटा दी।यह सब माया मेरे प्रभु चक्रधारी वासुदेव की थी हे वासुदेव 🙏🙏🙏
आप जैसा वर्णन मैंने किसी भी कथावाचक के मुख से नही सुना,,, शब्दों पर आप जैसी पकड़, उच्चारित करने का आप जैसा सलीका,, अद्भुत है आपकी शैली और आप, हरे कृष्ण❤
जय जय श्री राधे कृष्ण महाशय! पौराणिक विषयों में श्रेष्ठतम श्री मद् महाभारत जो कि पंचम वेद के रूप में प्रतिष्ठित है इसका प्रत्येक प्रसंग और पात्र विशिष्ट हैं। इनके हर व्यवहार वक्तव्य मनन चिन्तन आचरण भाव विचार दर्शन पर्शन गति मति वृत्ति प्रवृत्ति आदि आदि सामन्य नहीं हैं। इसलिए प्रत्येक पात्र समुचित समीक्षा का प्रयास करना ही कवि का परम कर्तव्य है।कल्पनिक कवित्व कुछ समय का मनोरंजन तो हो सकता है मगर सत्य के धरातल पर प्रतिष्ठित न होने से मानवीयता को हितकारी नहीं हो सकता है। अस्तु ध्यान दीजिए । 1-जो युधिष्ठिर धर्मपुत्र ही नहीं साक्षात धर्मराज है जिनने सम्पूर्ण जीवन में कभी असत्य भाषण नहीं किया। उनका जीते रहो का आर्शीर्वाद कभी असत्य नहीं हो सकता था। 2- जो आपने बोला कर्ण सूर्यांश है वो भी शास्त्र प्रमाणित नहीं है। क्योंकि शास्त्र निर्देश है सूर्य भक्त निवात कवच दैत्य जिसके शरीर पर एक सहस्त्र सूर्य कवच थे। साथ ही ये वरदान भी था। कि जो तेरा एक कवच काटेगा कवच कटते ही काटने वाले की मृत्यु हो जाएगी। तब देवताओं के द्वारा अजेय निवात कवच के भगवान नर नारायण दोनों ने तपस्या करते हुए 999 कवचों को जब काट दिया तो ये भयभीत हो सूर्य रथ में आ कर छुप गया। कुन्ती के सूर्यावहन पर सूर्य ने उसी को पुत्र रूप में प्रदान कर दिया। तो ये सूर्यांश कहाँ से हो गया। 3-सूर्य जो ब्रह्म विद्या के प्रथम पात्र और आदि श्रोता हैं। और प्रथम आचार्य भी वो आसुरी प्रकृति को प्राप्त कैसे हो सकते हैं। जगत प्रकाशक आदि गुरु का अंश आसुरी भाव को कैसे प्राप्त हो सकता सकता है। अप्रासंगिक है इसको शुद्धिकरण के साथ प्रस्थापित करें। और शास्त्र अवज्ञा के दोष से बचे। जय जय श्री राधे कृष्ण
Aap kise samjhane ki koshish kar rahe han Ye khud ko sanskritagya kahte han Aur wanar ki vyakhya karte hue kahte han Vishesh nar iti wanar Chaliye koi baat nahi Tulsi baba Ji pahle hi kah chuke han "Pandit soi jo gaal bajaba''
6:37......satkarmo ke Karan desh chunney ka awsar mile ......May God provide everyone such family, environment, people so that everyone 's voice say one thing......INDIA. May God Our leader work in this direction. Or we all work for it....for the betterment of Our Nation🇮🇳💓
कुमार विश्वासजी रामायण महाभारत के समय कि एक श्रेष्ठ आत्मा है. अब हमारे देश मे वही परिस्थितीया जो तब थी. कुछ भी हो जाय हमारे भारत का अपना ध्वज उंचा रहना चाहिये. इस्लाम और इसाई को ना भारत से ही बल्की पूरे धरती से ऊच्चाटन हो कर धरती को फिर से इन असूरों से बचाना चाहिये. कोई तो श्रीराम या श्रीकृष्ण जन्म ले तो ही ये बात सफल हो सकती है. दिल मे बहोत दर्द होता है आज कि नाजूक हालत देखकर 😭
रामायण सहज सुलभ हैं. और महाभारत.. जिवन का हर एक पल कैसे होता हैं. उसपे कैसे चलना हैं बताता हैं. फिर भी वो अंतरात्मा को हमेशा झिंझोडकर कर ही रखता हैं. राम सहज तो कृष्ण पास है भी और बहोत बहोत दुर. ये कैसा हमारा माता पिता बंधु सखा मित्र हैं. जय जय श्री कृष्ण.
कथा अच्छी कही पर आपने कहा चक्रव्यूह में घुसने से पहले मामा से आज्ञा ली(at 07:12) परंतु मामा श्री कृष्ण तो सारथी थे जो की अलवर की तरफ चले गए थे अर्जुन का रथ लेकर तो उनसे आज्ञा केसे ली व्यूह में घुसने से पहले🤔
शायद आप भुल गये अभिमन्यु के एक मामा ओर थे जो उस समय पांडव सेना के सेना पती थे आपकी जानकारी के लिए बता दु उनका नाम द्रष्टद्युम्न था ओर हां रंण भुमि मे सारथी का आशिर्वाद नहीं लिया जाता सेनापति का आषिश ओर आज्ञा ली जाती है चाहे भगवान श्रीकृष्ण उनके मामा थे पर रंण भुमी मे केवल सारथी ही थे मामा नहीं
We have to see the total things n their effectiveness, not the technicalities,as to who.s who,places n other trivial things ..Kumarji should not join idiot politics,but to ba busy with making us WISE 🎉
बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण के साथ अत्यंत ज्ञानवर्धक..... 💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐 भगवान् वासूदेव द्वारा महाभारत के बीच इतने महत्वपूर्ण समय पर अर्जुन को रणक्षेत्र से दूर ले जाने का प्रयोजन मन में सवाल खड़ा करता है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया होगा..
कुमार जी मैं आपकी भाषा शैली एवं आपके ज्ञान का कायल हूं परंतु आप कह रहे हैं। कि मामा ने भांजे को यशस्वी होने का वरदान दिया। परंतु आप कह रहे थे कि वह तो मतस्पपृदेश को निकल चुके थे। और चक्रव्यूह की रचना बाद में हुई थी। तो फिर अभिमन्यु को कृष्ण कहां से मिल गए।। चूंकि वे अर्जुन के सारथी थे
कुमार भैया एक बात समझ ने असफल हो रहा हूं कि श्री कृष्ण जी अभिमन्यु को आशिर्वाद कैसे दे सकते है उस दिन तो वो स्वयं अर्जुन के साथ युद्ध मैं गए होंगे क्योंकि वो तो स्वयं अर्जुन के सारथी थे तो ये कैसे संभव हो सकता है अगर आप कभी मेरे संदेश को पढ़ पाएंगे तो मुझे समझाने का कष्ट करें और मुझ जैसे अज्ञानी को शिक्षा दें और यदि भविष्य की गोद मैं मिलना संभव हो पाया तो हम अवश्य मिलेंगे
Ye yudh ke samay se phale ki baat h jb vo sibir me the tb asirwad lekr jate the tb he Abhimanyu ko kirshna ne yashivi hone ka asirwad diya phir sb kauruchatra me yudh ke liye chle gye Jha korvo ne apni yudh Niti se arjun ko matasya Pradesh me bejh diya or Abhimanyu ko chakrviwe me fasa diya
अब क्या करने का विचार है? शिक्षक बने, कविता की, फिर आम आदमी पार्टी में राजनीति, फिर न्यूज चैनल पर प्रवक्ता, अब धर्म के उपदेश और इसके बाद क्या करने का विचार है।
पांडवो को रोकने वाला जयद्रथ था ,इसलीए याद रखना अपना दर्द भूल जाओ , मगर जीसके वजह से हमे दर्द,पिडा मिली है उसको मत भुलीये ,इसलीए अर्जुन ने जयद्रथ को मारा, 🙏🙏🙏🙏
कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आये थे आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके उपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैंने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता और दर्शक रहेंगे। आप जैसा कवि, साहित्यकार और कथावाचक सहस्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम ऐसे ही आपको सुनते रहें।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahut sundar ❤️🙏
मूर्ख मत bano
Same here
यदि आपको अगला जन्म भारत में ही लेना है तो फिर अपने अपनी बेटियों को पूरा जीवन विदेश में क्यों पढ़ाई करने भेजो
बिल्कुल सही कहा जन्म तो गोपाल के देस में ही लेना है लेकिन यहां उसके देस में गोपाल की कथाएं तो जनता खूब सुनती हैं लेकिन गोपाल की गायों का अपमान भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी यही है कृपा करके इन्हे गोपाल की गायों का सम्मान भी करना बताए आपकी बाड़ी से प्रभावित होकर सायाद सुधार हो
. 8:04 .😢 8:04 🎉pp😅ñhh😅
Bilkul thik kha rahe ho
च रथ ततततततततततंतततततत तंत्र तंत्रज्ञान तंतततततततंततततततंतततततततततततततंततततततंतंततंतणछंचच😮आणि आणि ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐइऐउऐउऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐछऐछ्छततछतततंछ😅😮😮😮छंछ😮😮
@@ayodhyaprasadpandey924
Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia
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@@amirbhyan8747
Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia
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भगवान की कथा सुनाने वाला भगवान का ही रूप होता है
भगवान आपको दीर्घायु प्रदान करें 🙏🏽🙏🏽
Blessings was given before start of battle of the day.
अभिमन्यु जैसा योद्धा ना हुआ ना होगा ऐसे वीर योद्धा को सत सत नमन 🙏🙏
नमन नमन करता हूं मैं श्रीकृष्ण को। और इस कथामृत का जो हमें वृतांत सुना रहे हैं इतने सुन्दर शब्दों में कुमार विश्वास जी मैं उनको भी बारम्बार प्रणाम करता हूं। जय श्रीकृष्ण
🤗🤗🤗🤗🤗🤗.
धन्य कुमारविश्वास को जिन्होंने अपने मुख से कथा
सौभाग्य है हमारा की भारत मे जन्म हुआ
Aur humne to janm bhi vaha paya hai jaha bhagwan ram Krishna ji ka hua hai
श्रीकूमार विश्वास जी आपके विचारों एवं आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति भारत भूमि पर हमेशा यादगार बनीं रहगी धन्य धन्य तरी जननीं को
1992
Arjun Nara avatar hai, aur nara vishnu ke ansh avatar hai.
Pata nahi kumar vishwas konsi mahabharat padh rahe hai.
कुमार विश्वास जी की शैली में व्याख्यान और प्रवचन का समन्वय है
अंधे भक्त मत बनो
पहले ख़ुद से भगवान गीता पड़कर समझो फिर तुम् सही और ग़लत का निर्णय कर पाओगे अन्यथा ऐसे ही सेंटीमेंटल बने रह जाओगे
कलियुग में हर कोई व्यास आसन पर बैठ जाता है
@@भक्ति-धारा-त1थ haaa bhai sahi boli baat sabko geeta padhni chahie sabko apne nazariye se sahi galat me fark krna chahie ya ana chahie🤗🤗..
@ Thanks
Arjun Nara avatar hai, aur nara vishnu ke ansh avatar hai.
Pata nahi kumar vishwas konsi mahabharat padh rahe hai.
Arjun Nara avatar hai, aur nara vishnu ke ansh avatar hai.
Pata nahi kumar vishwas konsi mahabharat padh rahe hai.
कुमार विश्वास जी को 🙏🙏हम बहुत सौभाग्य शाली है कि हमने भारत में जन्म लिया है।
Arjun Nara avatar hai, aur nara vishnu ke ansh avatar hai.
Pata nahi kumar vishwas konsi mahabharat padh rahe hai.
जय श्री कृष्ण 🚩 🙏
💪🔱शूरवीर योद्धाओं में अभिमन्यु का नाम सबसे ऊपर 👆 आएगा 🚩🙏
बहुत ही सुन्दर तरीके से आपका प्रवचन होता है मैं हमेशा सुनता हूं
भारत को आप जैसे लोगों की जरूरत है।जो कि सच मे सही कथा बताते हैं। यहाँ बाबाओं की जरूरत नहीं है।एक तो ये लोग अपनी बदनामी खुद करवाते हैं दूसरे भारत को भी निचले स्तर पर ले आते हैं।जय श्री राम।
क्या ये फ्री में कुछ करते है
पैसे लेके भी नहीं करते @@rjramraj.
❤
भारत को इनकी जरूरत नहीं है, इन्हें भारत की जरूरत है।
@@rjramraj. iss kalyug me koi free me kuch nhi deta sabko paisa chahie lyf k liy.
डाक्टर साहब आप मन के भावों को जगाने में बहुत ही प्रवीण हैं।
विश्वास जी आप की वाणी मै इतनी ऊर्जा है की वर्णन का अनुभव करा देते हो नतमस्तक होके आपकी चरणो मे प्रणाम 🙏
Kumar Vishwaas ji - I was listen to this tiny episode, & I got tears. The way you talk and explain the simplest of these stories from Ramayan / Mahabharat - it is so heart touching. The way you talk is so sweet and calming - it feels like as if God itself is speaking through you. You have been truly blessed by Maa Saraswati ji. Love watching and hearing your videos on you tube. Thank you.
तात्पर्य यह है कि अभिमन्यु ने जब जब कृष्ण के पैर छुए..... यशस्वी होने का आशीर्वाद दिया.....
😅❤
Mama k pair chue....😮😮😮
@@puredesi9772 मां के भाई के पैर छूने में क्या गलत है?
111@@ShyamNarayanDixit-jc4yd
Lekin krashna ji to waha the nhi...wo Arjun ke sath gye..the...agar kanha the to Arjun bhi hona chahiye...aur Arjun hota to Abhimanyu ko jane nhi deta khud hi jata
दमदार आवाज डॉ कुमार विश्वास की
🎉 TV 💰111
Sahi bat hai
Aik dam sahi baat hai
H1992
कुमार विश्वास जी कथा वाचक के रूप में सही हैं पर कहीं कहीं पर भावुकता में कुछ अंतर वालीं बात भी कर देते हैं पर हमारे धर्मशास्त्रों के जानकार लोगों द्वारा सही स्मरण करवादेते हैं जिन्हें देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है।जैसा कि कहीं और नहीं मिलता है ।धन्यवाद ।
कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आए थे, आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके ऊपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता ओर दर्शक रहेंगे आप जैसा कवि साहित्यकार और कथावाचक सहस्त्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम आपको ऐसे ही सुनते रहें
Namaste You emphasize n speak quite eloquently I m from Blore non Hindi speaking but can understand the rhyme n meaning very well this commonly spoken Hindi Congrats Continue for next Hundred years ! Beautiful!!!
कमाल है माँ सरस्वती की असीम अनुकंपा है कितना सुंदर किसी भी व्याख्यान को बतातें है ❤❤❤
आपके ज्ञान के आगे हम बहुत छोटे है परंतु माफी के साथ कटाक्ष करते हुए आपसे एक सुधार की गुजारिश है कि अभिमन्यु द्रौपदी के पुत्र नहीं थे बल्कि सुभद्रा के पुत्र थे और सुभद्रा ही कृष्ण को या वक्तव्य कहती है कि आपको मेरे पुत्र पर भरोसा नहीं है 🙏
Bhai ऐसा नहीं है
Bhai dhropadi Abhimanyu ko apna beta hi Manti thi wo bhi praano se bhi priy
Aree buddhu abhimanyu sabse pehle draupadi ka beta tha kyuki draupadi subhdra se b zyada manti thi abhi ko..
वहां युद्ध के टाइम द्रोपदी ही मौजूद थी और वो मां ही थी
Ye रोग आज है भाई पहले नहीं था तब तो मां मां ही होती थी भले कोख किसी की हो द्रौपदी भी तो अर्जुन की ही पत्नी थी
शाम होने पर सभी योद्धा अपने घर वापस चले आते थे और फिर युद्ध वही से शुरू होती जहा पर बंद हुआ था। इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने आशीर्वाद देकर भेजा अभिमन्यु को युद्ध के लिए।
इसका एक अर्थ यह भी हुआ जब बच्चा मां के गर्भ में हो उस उसे धार्मिक ग्रंथों पढ़ने,सद्विचार रखना चाहिए उसका प्रभाव गर्भ शिशु पर पड़ता है लेकिन आज हो रहा है उल्टा-पुल्टा, घृणा द्वेष छल प्रपंच लालच से भरा हुआ जीवन परिणाम सामने है।
,w.3. Bangla
Mano topathar may baghwan na mano to aap samjdar hongay
कुमार विश्वास जी वाह भाई बहुत सुन्दर कथा आपकी कथा भी चक्रव्यूह से कम नहीं श्रोता गण कथा रूपी चक्रव्यूह मे आंनद ले रहे
खूप खूप छान प्रवचन अति आनंदी आनंद झाले मन.शुभेच्छा राजश्री रविकुमार विंझे
कुमार विश्वास जी मुझे गर्व है,कि मेने आप के युग में जन्म लिया।
मैं आपके उपदेश व कथा वाचन, को बड़े ही धैर्य से सुनता हूं।
आप निरंतर हमें अपने बैरागी राग से, संजोए रखें।
आप की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आप ईमानदार है।
Mu je nahi pata tha ye story, aaj pata chali dil se naman he kumar ji.
बहुत ही सुंदर वृतांत हृदय को भाव विभोर करने वाला 🙏🙏 ज्ञान की गंगा सदा ऐसे ही बहते रहे🙌
Jai Ho 🙏
कुमार विश्वास जी आज सुबह सुबह ही यह क्लिप देखी अति सुन्दर प्रस्तुति करते हैं आप। आप का कल्याण हो ❤
❤❤❤❤❤Jai Shri RadheKrishna Ji❤❤❤❤❤❤
कुमार विश्वास जी बहुत सुंदर , भावपूर्ण , आशयघन !👏👏
Sonu Ji bohut accha laga ye video, thank you so much
आपको सुनना मंत्रमुग्ध कर देता है
This is the only cause for which
Sare jha se acha e Hindustan hamara.
Aap ke katha bhaut acha laga.
मातृभूमि भारत माता की जय हो।बहुत ही सुंदर कथा ।
कुमार जी तुमको मिलने की बहुत प्यास है बहुत बहुत धन्यवाद
राधे श्याम
भाईयों आशीर्वाद युद्ध शुरू होने से पहले लिया जाता है जब भी हम सभी किसी अच्छे काम के लिए जाते है तो माता पिता और गुरु जी का आशीर्वाद लेकर जाते हैं न की रास्ते से वापस आ कर लेते हैं
वर्तमान समय में हर घर परिवार को इन सब चीजों की बहुत जरूरत है। जहां जहां धार्मिक ग्रंथो की कमी है वहां वहां व्यक्तित्व और संस्कार बहुतपीछे रह गए।
Sunder pravachan kumar vishwas ji
बहुत सुंदर। आपको सुनकर ऐसा लगता है कि हमे अपनी संस्कृति के बारे में बहुत कम जानकारी है। जय श्री कृष्णा!!
मुर्ख आदमी दुशरे को कबतक सुनते रहोगे अपने पढना सिखो
Mujhe to hai hi nhi
Very nice JAI SRI RADHEY Krishana
जय श्री राधे श्याम जी
कुमार जि मेरे एक बिन्ती हैकि हमारे प्रभु पशुपती नाथेके कथा कब सुनाईगे❤
विश्वास जी जब अभिमन्यु चक्रव्यूह में जाने को तैयार हुआ था उस समय ना तो अर्जुन थे और ना ही कृष्ण मौजूद थे।
Ap Kumar Vishwas ji bahut hi acha bolte hai esa lagta hai bar bar ap ko sunti rahu🙏🙏👌👌
Np
आपकी वाणी में ईश्वर विराजमान है। कितना मीठा बोलते हैं आप।
वीर अभिमन्यु वीर गति को प्राप्त हुए प्ररनतु अपना नाम अमर कर गए एक सोलह साल का लड़का किया जाने युद्ध निती वहारे अभिमन्यु किया युद्ध किया सारे दुश्मनों को धुल चटा दी।यह सब माया मेरे प्रभु चक्रधारी वासुदेव की थी हे वासुदेव 🙏🙏🙏
आप जैसा वर्णन मैंने किसी भी कथावाचक के मुख से नही सुना,,, शब्दों पर आप जैसी पकड़, उच्चारित करने का आप जैसा सलीका,, अद्भुत है आपकी शैली और आप,
हरे कृष्ण❤
जय जय श्री राधे कृष्ण
महाशय! पौराणिक विषयों में श्रेष्ठतम श्री मद् महाभारत जो कि पंचम वेद के रूप में प्रतिष्ठित है इसका प्रत्येक प्रसंग और पात्र विशिष्ट हैं। इनके हर व्यवहार वक्तव्य मनन चिन्तन आचरण भाव विचार दर्शन पर्शन गति मति वृत्ति प्रवृत्ति आदि आदि सामन्य नहीं हैं। इसलिए प्रत्येक पात्र समुचित समीक्षा का प्रयास करना ही कवि का परम कर्तव्य है।कल्पनिक कवित्व कुछ समय का मनोरंजन तो हो सकता है मगर सत्य के धरातल पर प्रतिष्ठित न होने से मानवीयता को हितकारी नहीं हो सकता है। अस्तु ध्यान दीजिए ।
1-जो युधिष्ठिर धर्मपुत्र ही नहीं साक्षात धर्मराज है जिनने सम्पूर्ण जीवन में कभी असत्य भाषण नहीं किया। उनका जीते रहो का आर्शीर्वाद कभी असत्य नहीं हो सकता था।
2- जो आपने बोला कर्ण सूर्यांश है वो भी शास्त्र प्रमाणित नहीं है। क्योंकि शास्त्र निर्देश है सूर्य भक्त निवात कवच दैत्य जिसके शरीर पर एक सहस्त्र सूर्य कवच थे। साथ ही ये वरदान भी था। कि जो तेरा एक कवच काटेगा कवच कटते ही काटने वाले की मृत्यु हो जाएगी। तब देवताओं के द्वारा अजेय निवात कवच के भगवान नर नारायण दोनों ने तपस्या करते हुए 999 कवचों को जब काट दिया तो ये भयभीत हो सूर्य रथ में आ कर छुप गया। कुन्ती के सूर्यावहन पर सूर्य ने उसी को पुत्र रूप में प्रदान कर दिया। तो ये सूर्यांश कहाँ से हो गया।
3-सूर्य जो ब्रह्म विद्या के प्रथम पात्र और आदि श्रोता हैं। और प्रथम आचार्य भी वो आसुरी प्रकृति को प्राप्त कैसे हो सकते हैं। जगत प्रकाशक आदि गुरु का अंश आसुरी भाव को कैसे प्राप्त हो सकता सकता है। अप्रासंगिक है इसको शुद्धिकरण के साथ प्रस्थापित करें। और शास्त्र अवज्ञा के दोष से बचे।
जय जय श्री राधे कृष्ण
Aap kise samjhane ki koshish kar rahe han
Ye khud ko sanskritagya kahte han
Aur wanar ki vyakhya karte hue kahte han
Vishesh nar iti wanar
Chaliye koi baat nahi
Tulsi baba Ji pahle hi kah chuke han
"Pandit soi jo gaal bajaba''
6:37......satkarmo ke Karan desh chunney ka awsar mile ......May God provide everyone such family, environment, people so that everyone 's voice say one thing......INDIA.
May God Our leader work in this direction.
Or we all work for it....for the betterment of Our Nation🇮🇳💓
जय श्रीकृष्ण
कुमार विश्वासजी रामायण महाभारत के समय कि एक श्रेष्ठ आत्मा है. अब हमारे देश मे वही परिस्थितीया जो तब थी. कुछ भी हो जाय हमारे भारत का अपना ध्वज उंचा रहना चाहिये. इस्लाम और इसाई को ना भारत से ही बल्की पूरे धरती से ऊच्चाटन हो कर धरती को फिर से इन असूरों से बचाना चाहिये. कोई तो श्रीराम या श्रीकृष्ण जन्म ले तो ही ये बात सफल हो सकती है. दिल मे बहोत दर्द होता है आज कि नाजूक हालत देखकर 😭
साध लक्ष्य को उर पथ पर, नगपति सम तुम धीर धरो। निज जीवन के चक्रव्यूह में, "अभिमन्यु" जैसा वीर बनो।।
जय श्री कृष्ण 🙏
❤
Bah bah bahut sundar. Jai shree Krishna
अति सुन्दर
Kumar ji is very good vakta and person we need this man in our politics to serve India 🇮🇳 🙏🏻
मामा श्री कृष्ण को 🙏
क्या अच्छी तरह से आप कथा सुनाते हैं आप❤❤❤❤❤ जय हिन्द जय सनातन
जय श्री राधे कृष्णा 🚩🙏🙏
रामायण सहज सुलभ हैं.
और महाभारत.. जिवन का हर एक पल कैसे होता हैं.
उसपे कैसे चलना हैं बताता हैं.
फिर भी वो अंतरात्मा को हमेशा झिंझोडकर कर ही रखता हैं.
राम सहज तो कृष्ण पास है भी और बहोत बहोत दुर.
ये कैसा हमारा माता पिता बंधु सखा मित्र हैं.
जय जय श्री कृष्ण.
Jay Shree Ganesha Radhe Radhe
Ati sundar prabachan
कथा अच्छी कही पर आपने कहा चक्रव्यूह में घुसने से पहले मामा से आज्ञा ली(at 07:12) परंतु मामा श्री कृष्ण तो सारथी थे जो की अलवर की तरफ चले गए थे अर्जुन का रथ लेकर तो उनसे आज्ञा केसे ली व्यूह में घुसने से पहले🤔
Mama ka matlab drishtadyumna!
मूर्ख एक ही मामा था क्या और भी तो मामा है दृष्टधुम्न भी तो मामा ही है वो सेनापति था इसीलिए उसने आज्ञा दी
Apko puri jankari hai nhi sayad
Ache se suno or samjho
शायद आप भुल गये अभिमन्यु के एक मामा ओर थे जो उस समय पांडव सेना के सेना पती थे आपकी जानकारी के लिए बता दु उनका नाम द्रष्टद्युम्न था ओर हां रंण भुमि मे सारथी का आशिर्वाद नहीं लिया जाता सेनापति का आषिश ओर आज्ञा ली जाती है चाहे भगवान श्रीकृष्ण उनके मामा थे पर रंण भुमी मे केवल सारथी ही थे मामा नहीं
Wah kya baat hai Aaj Aapne sare world ka bharaman Kara diya.
Pyara aadmi dr. viswash
Jay Shri Ram
आपको प्रणाम पहुचे विस्वास जी 🙏
जय श्री राधे राधे 🙏🙏🙏
जय श्री कृष्णा ❤❤
Bhot sunder 🙏🏻
आपकी कविता और अभिमन्यु के विरता को कोटि कोटि नमन करता हूं 🙏🙏 जय श्री कृष्ण जी
Bahut khoob ❤
हरी रामकृष्ण हरी माऊली
So different and informative, beautifully explained 😮😮 keep it up, great and awesome
Bahut achcha bolte ho jo bhi kaha sach mein dil ko chhu gya dhanyavaad bharat desh jishme aap jaise log janm lete hai
Har Har Har Mahadev. Jai Jai Jai Shree Krishna.
जय हो कवि श्रेष्ठ
S U P E R B ....bro tusi chha gaye 💥👊
Hare Krishna 🙏
Radhe Radhe 🙏
We have to see the total things n their effectiveness, not the technicalities,as to who.s who,places n other trivial things ..Kumarji should not join idiot politics,but to ba busy with making us WISE 🎉
जय श्री कृष्ण
कुमार विश्वास जी कवि के साथ साथ प्रवचन भी करते है आज देखा
❤
Superb Video🙏🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण के साथ अत्यंत ज्ञानवर्धक.....
💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐
भगवान् वासूदेव द्वारा महाभारत के बीच इतने महत्वपूर्ण समय पर अर्जुन को रणक्षेत्र से दूर ले जाने का प्रयोजन मन में सवाल खड़ा करता है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया होगा..
कुमार जी मैं आपकी भाषा शैली एवं आपके ज्ञान का कायल हूं परंतु आप कह रहे हैं। कि मामा ने भांजे को यशस्वी होने का वरदान दिया। परंतु आप कह रहे थे कि वह तो मतस्पपृदेश को निकल चुके थे। और चक्रव्यूह की रचना बाद में हुई थी। तो फिर अभिमन्यु को कृष्ण कहां से मिल गए।। चूंकि वे अर्जुन के सारथी थे
कुमार भैया एक बात समझ ने असफल हो रहा हूं कि श्री कृष्ण जी अभिमन्यु को आशिर्वाद कैसे दे सकते है उस दिन तो वो स्वयं अर्जुन के साथ युद्ध मैं गए होंगे क्योंकि वो तो स्वयं अर्जुन के सारथी थे तो ये कैसे संभव हो सकता है अगर आप कभी मेरे संदेश को पढ़ पाएंगे तो मुझे समझाने का कष्ट करें और मुझ जैसे अज्ञानी को शिक्षा दें और यदि भविष्य की गोद मैं मिलना संभव हो पाया तो हम अवश्य मिलेंगे
भाई जब युद्ध मैं जाने से पहले सुबह की बात है उस समय की बात है जो आसीरबाद लेकर जाते थे
Phir tho dropdi ki bolo Bhai kyoki dropdi maa b tho Yudh me nhi thi yudh k just phle ki baat hai
Ye yudh ke samay se phale ki baat h jb vo sibir me the tb asirwad lekr jate the tb he Abhimanyu ko kirshna ne yashivi hone ka asirwad diya phir sb kauruchatra me yudh ke liye chle gye Jha korvo ne apni yudh Niti se arjun ko matasya Pradesh me bejh diya or Abhimanyu ko chakrviwe me fasa diya
@@tejsinghgurjar1122bhai yrr vo yudh sivir me rhti thi
Right 👍
Shandar aap jaise log hi aane chahiye
निश्चित ही आपकी जिव्हा पर साक्षात माँ सरस्वती विराजमान रहती हैं
Aap logo ki vajah se
Very nice speaking abhimanyu entar in chakrayuh very injoying this moment
आदेश नाथ जी ❤
बहुत ही सुन्दर कथा
Krishna to har jagah h
स्वर्ग से भी सुंदर जगह आर्यावर्त !
अत्यंत हृदयग्राही प्रवचन। बहुत बहुत आभार।
Om Jai Shree Krishna 🙏 ✨️ 🙌
अब क्या करने का विचार है?
शिक्षक बने, कविता की, फिर आम आदमी पार्टी में राजनीति, फिर न्यूज चैनल पर प्रवक्ता, अब धर्म के उपदेश और इसके बाद क्या करने का विचार है।
Multitalented
JAI Jai Shree RadyeKrishna🙏
पांडवो को रोकने वाला जयद्रथ था ,इसलीए याद रखना अपना दर्द भूल जाओ , मगर जीसके वजह से हमे दर्द,पिडा मिली है उसको मत भुलीये ,इसलीए अर्जुन ने जयद्रथ को मारा, 🙏🙏🙏🙏
Jai shree Krishna
Nice
Very nice
जिसने दर्द पीड़ा दिया उसे नही भूलना चाहिए
Jai shree Krishna