माशाअल्लाह बहोत ही खूबसरत अंदाज़ मे अंजुमन माविया ने कलाम पढ़ा। अंजुमन माविया सिर्फ अंजुमन नहीं एक इंक़लाब है जो अलहमदोल्लिल्लाह 30 साल कब्ल होने को है और आज भी आन बान शान से अपने क़लाम को पढ़ती है और लोगो के दिलो पे अपना असर छोड़ी है लोग आज भी माविया के कलाम को सुनती है जैसा वो सुनना चाहती है । अल्लाह अपनी रहमत अंजुमन माविया पर बनाये रखे की वो हमेशा इसी अंदाज़ मे कलाम को पढ़ती रहे और गाज़ीपुर के लोगो के दिलो मे अपनी जगह बनाये रखे। जज़ाकअल्लाह।
माशाअल्लाह बहोत ही खूबसरत अंदाज़ मे अंजुमन माविया ने कलाम पढ़ा। अंजुमन माविया सिर्फ अंजुमन नहीं एक इंक़लाब है जो अलहमदोल्लिल्लाह 30 साल कब्ल होने को है और आज भी आन बान शान से अपने क़लाम को पढ़ती है और लोगो के दिलो पे अपना असर छोड़ी है लोग आज भी माविया के कलाम को सुनती है जैसा वो सुनना चाहती है । अल्लाह अपनी रहमत अंजुमन माविया पर बनाये रखे की वो हमेशा इसी अंदाज़ मे कलाम को पढ़ती रहे और गाज़ीपुर के लोगो के दिलो मे अपनी जगह बनाये रखे।
जज़ाकअल्लाह।
Mashallah
Gazipur me ahle sunnat anjuman matam kyu karti hai?
Anjuman makhdumiya aur bht sari ankuman
Pta Nhi