नवरात्रि स्पेशल : बेटियों का भाग्य मैया तूने कैसा बनाया है ? (विद लिरिक्स)
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- Опубліковано 12 вер 2024
- स्त्री प्रकृति की एक अनुपम रचना है। ईश्वर ने उसे अनेकानेक गुणों और मूल्यों से नवाजा है। जिसमें धैर्य, क्षमा करुणा ममता वात्सल्य त्याग समर्पण आदि प्रमुख हैं। मानव समाज को सामाजिकता और जीवंतता नारी ने ही प्रदान की। किन्तु पुरुष प्रधान मानसिकता ने उसके सामने तमाम अतिरंजित वर्जनाओं का जाल बुनकर उसे अपने प्रभुत्व में रखने की कोशिश की और उसे सताया। समय कोई भी रहा हो उसके अस्तित्व पर संकट खड़ा करने का अनावश्यक प्रयास किया गया। बेटियों का भाग्य मैया तूने कैसा बनाया है भजन के माध्यम से बेटियों ने आदिशक्ति से पूछा है की उसने नारी का भाग्य ऐसा क्यों बनाया है? यह भजन स्त्रियों के प्रति मान और सम्मान में आपकी सोच में क्रन्तिकारी परिवर्तन कर एक स्वस्थ समाज को गढ़ने में सफल होगा। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🌹🌹🌹🌹 भजन के लिरिक्स - 🌹🌹🌹🌹सीता जैसी नारी को रावण ने सताया है उनके पति ने उन्हें रस्ता वन का दिखाया है मीरा जैसी नारी को राणा ने सताया है उनके पति ने उन्हें प्याला विष का पिलाया है अहिल्या जैसी नारी को इंद्र ने सताया है उनके पति ने उन्हें देखो पत्थर का बनाया है. द्रौपदी जैसी नारी को दुर्योधन ने सताया है उनके पति ने उन्हें देखो दांव पर लगाया है कलयुग में नारी को दहेज ने सताया है उनके पति ने उन्हें देखो जिंदा ही जलाया है. गर्भ में कन्या को अल्ट्रासाउंड ने सताया है उनके पिता ने उनके भ्रूण को ही मिटाया है