महाराज के बहुत ही प्यारे भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन
हे राजस्थान के वीर राम जगो मै तुम्हे जगाने आया हूँ, सौ जातियों का धर्म एक हिन्दू का बलिदान जगाने आया हूँ !। नागाणा का लाल खेड़ा है आज तुम्हें पुकार रहा।। सब जातियों का धर्म एक हैं आज़ तुम्हें पुकार रहा।। माता बहिन रो कर थकी उठो बटों आज तुम्हें पुकार रही।। जागें उठो जननी के वीरों मरुस्थल भुमि तुम्हें पुकार रही।। सौ सौ जातियों का धर्म एक हैं हिन्दू धर्म की पहचान तुम्हें पुकार रही।। हल्दी घाटी फुल चुके हों ।।तुम सुरज मल ना याद रहा।। खुन को इतना शांत कर लिया हों।। फुल चुके हों तुम घांस की रोटी कि पहचान को,, धर्म का रक्षक लुफ्त होने चला है मकारो रो चालो से।। सो धर्मों का धर्म एक पहचान बताने आया हूं ।। मरुस्थल भुमि के श्याम जागो में तुम जगाने आया हूं।। हैं मेवाड़ के महाराणा जागो में तुम जगाने आया हूं।। सुनो राजस्थान कैद हुआ है दुश्मन की जंजीरों में, लव जिहाद का शिकार हुआ है राजस्थान दुश्मन कि जंजीरों में, वंश को आगे बढ़ाना है तो कांटों जिहाद कि लकीरों को। यह जिहाद रुपी मकड़जाल में सिखार कोई नारी ना हो।। जाती धर्मांतरण और लव जिहाद को रोको तुम सुनो राजस्थान के वीरों राजपुताना का गोरव हों तुम सुरज मल कि सान प्रथ्विराज का केसरी या कि लाज रखो तुम मात्र भूमि तुम पुकार रही।। आज बतादो कितना पानी नहीं खुन है राजस्थान के वीरों में | खड़ी अधर्म शत्रु की फौज द्वार पर आज तुम्हे ललकार रही सोए सिंह सपुतो जगो राजस्थान के, माता बहन तुम्हें पुकार रही |।। रण की भेरी बज रही, उठो मोह निंद्रा त्यागो! पहला शीष चढाने वाले धर्म युद्ध माँ के वीर पुत्र जागो! बलिदानों के वज्रदंड पर देशभक्त धर्म रक्षा की ध्वजा जगे । रण के कंकर पैने हैं, वे राष्ट्रहित धर्म हित की ध्वजा जगे । अग्निपथ के पंथी जागो शीष हथेली पर रखकर,। जागो रक्त के भक्त लाडलों, जागो सिर के सौदागर |।। खप्पर वाली काली जागे, जागे दुर्गा बडा ! रक्त बीज का रक्त चाटने वाली जागे चामुंडा नर मुण्डो की माला वाली जगे कपाली कैलाशी धर्म रण की चंडी घर घर नाचे मौत कहे प्यासी प्यासी... ‘ अधर्म का वध स्वयं करूंगा!' कहने वाला राम जगे । कौरव शेष न बचेगा नहीं कहने वाला श्याम जगे!।। झोली ले कर मांग रहा हूँ कोई शीष धर्म के लिए दान दे दो! राजस्थान का भैरव भूखा है, कोई प्राण दान दे दो! खड़ी मृत्यु की दुल्हन कुंवारी कोई भाई ब्याह रचा लो, अरे कोई मर्द अपने नाम की चूड़ी पहना दो !।। कौन वीर निज- ह्रदय रक्त से इसकी मांग भरेगा? कौन कफ़न का पलंग बनाकर उस पर शयन करेगा? राजस्थान हिन्दू धर्म हड़पने वालों, कान खोल सुनते जाना, राजस्थान में केसर की कीमत तो केवल सिर है, कोहिनूर की कीमत जूते पांच अजर अमर है !।। रण के खेतों में छाएगा जब अमर मृत्यु का सन्नाटा, लाशों की जब रोटी होगी और बारूदों का आटा, सन-सन करते वीर चलेंगे ज्यों बामी से फ़न वाला | जो हमसे टकराएगा वो चूर चूर हो जायेगा, इस धर्म को छूने वाला मिट्टी में मिल जायेगा |।। मैं घर घर इंकलाब की ज्योति फिर से आग जलाने आया हूँ ! हे राजस्थान के राम जगो मै तुम्हे जगाने आया हूँ |।। अंकित लाइन हिन्दू धर्म संस्कृति संस्कार रक्षक वन्दे जन्म भूमि वन्दे वीर सपूतों कि भुमि
जीवन में हर एक मनुष्य प्राणी के जन्म से लेकर मृत्यु तक अलग अलग पड़ाव आतें जातें रहते हैं। उस पड़ाव में से एक मेरे जीवन में भी सदैव साथ चलता रहता था वो था दादा जी के साथ मन्दिर की चोखट पर विश्राम मन्दिर परिसर में एकले में परम् पिता परमेश्वर को याद करते रहना। मेरे मन और आत्मा को बहुत बहुत शान्ति मिलती थी लेकिन मैं उसे समय अनजान था जो समझ नहीं पाया कि दादा जी का मन्दिर में जाकर विश्राम का किया महत्व है।। बाबा रामदेव जी महाराज मंदिर राम धड़ा और संत श्री किशन दास जी महाराज समाधि स्थल। संत श्री किशन दास जी महाराज जन्म स्थान।। संत श्री किशन दास जी महाराज भक्ति सक्ती स्थान।। बाबा रामदेव जी महाराज मंदिर रुणिचा।। आंधी अनेक हिन्दू धार्मिक स्थल है जो कभी जीवन में जरूर साझा करुंगा।। मेरे दादा जी स्व श्री लाखाराम जी जब भी किसी मंदिर में दर्शन के लिए जाते तो दर्शन करने के बाद बाहर आकर मंदिर की पेढी या विश्राम घर में बेठते थे मैं भी उनके साथ विश्राम करता था फिर दादा जी मन्दिर पर समाज पर या परिवार जीवन संस्कृति संस्कार विचारों पर चर्चा करते हैं परंतु यह प्राचीन परंपरा एक विशेष उद्देशा के लिए बनाई गई हैं जो हर समाज के वर्ग समूह के लिए समान रूप से हैं। वास्तव में मंदिर की पैड़ी पर बैठ कर के हमें एक लोक बोलना चाहिए। दादा जी भी बोला करतें थे। यह पड़ा लिखा समाज आजकल के लोग भूल गए हैं। हम अपने जीवन में इस श्लोक को सुने और आने वाली पीढ़ी को भी इसे बताएं। यह श्लोक इस प्रकार है अनायासेन मरणम् बिना देन्येन जीवनम् देहान्त सानिध्यम् देहि मे परमेश्वरम् ॥ इस श्लोक का अर्थ है अनायासन मरणम् बिना तकलीफ के हमारी मृत्यु हो और हम कभी भी बीमार होकर बिस्तर पर ना पड़े ।पड़े कर उठावर मृत्यु को प्राप्त ना हो चलते फिरते ही हमारे प्राण इस मायावी संसार से विदा ले।समाज और परिवार से हंसी खुशी विदा ले किसी को अफसोस ना हो । बिना देनोन जीवनम् अर्थात परवशता का जीवन ना हो मतलब हमें कभी किसी के सहारे ना पड़े रहना पड़े। जैसे कि लकवा हो जाने पर ति दूसरे पर आश्रित हो जाता है वैसे परवश या बेबस ना हो। ठाकुर जी की कृपा से बिना भीख के ही जीवन इस संसार से विदा हो सके। देहाते व सानिध्यम ..अर्थात जब भी मृत्यु हो तब भगवान के सम्मुख हो जैसे भीष्म पितामह मृत्यु के समय स्वयं ठाकुर जी भगवान श्री कृष्ण उनके सम्मुख जाकर खड़े हो गए। उनके दर्शन करते हुए प्राण निकले थे। देहि में परमेश्वरम् हे परमेश्वर ऐसा वरदान हमें देना। यह प्रार्थना करें हम अपने जीवन में सदैव । विशेष गाडी पति पत्नी पर धन यह नहीं मांगना है यह तो भगवान आप की पात्रता के हिसाब से खुद आपको देते हैं। इसीलिए दर्शन करने के बाद बैठकर यह प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए। यह प्रार्थना है, याचना नहीं है। याचना सांसारिक पदार्थों के लिए होती है जैसे कि घर व्यापार, नौकरी पुत्र पुत्री, सांसारिक सुख, धन या अन्य बातों के लिए जो मांग की जाती है वह याचना है वह भीख है। हम प्रार्थना करते हैं प्रार्थना का विशेष अर्थ होता है अर्थात निवेदन ठाकुर जी से प्रार्थना करें और प्रार्थना क्या करना है तो बोलना है। सबसे जरूरी बात इस मायावी संसार से विदा लेने से पहले जब हम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो खुली आँखों से भगवान को देखना चाहिए, निहारना चाहिए। उनके दर्शन करना चाहिए। मन बहुत से लोगों को वहां आंखें बंद करके खड़ा रहते देखा हैं। आखे बंद क्यों करना हम हम तो दर्शन करने आए हैं। भगवान के स्वरूप का श्री चरणों का मुखारविंद का बंगार का संपूर्णानियले आंखों में भर ते स्वरूप को दर्शन करें और दर्शन के बाद जब बाहर आकर बैठे तब ने बंद करके जो दर्शन किए हैं उस स्वरूप का ध्यान करें। मंदिर में ने नहीं बद करना बाहर आने के बाद पैड़ी पर बैठकर जब ठाकुर जी का ध्यान करें बंद करें और अगर ठाकुर जी का ध्यान में नहीं आए तो दोबारा मंदिर में जाए और भगवान का दर्शन करें नेत्रों को बंद करने के पश्चात उपरोक्त लोक का पाठ करें। यही शास्त्र हैं यहाँ बड़े बुजुगों का कहना है। परम् पिता परमेश्वराय जीवन-शैली काल सुखी नमः अनायासेन मरणम् बिना देन्येन जीवनम् । देहान्त तव सानिध्यम्, देहि मे परमेश्वरम् ॥ अंकित लाइन सत्यम शिवम सुंदरम
हर किसी की *सफलता की नींव* में एक *शिक्षक* की भूमिका अवश्य होती हैं. *बिना प्रेरणा* के किसी भी *ऊँचाई* तक पहुंचना *असम्भव* हैं। - डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन *शिक्षक दिवस* आज। जय श्री राधेकृष्णा ।। शुभ प्रभात ।।
राम जी राम राम महाराज जी को कोटि कोटि प्रणाम राम जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
राम जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम हरे हरे
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम जी राम सा
आनन्द आह गया गुरु देव आप के भजन सुनकर मन को सुकून मिला
धन्यवाद, रामजी राम।
Ha ye hi
@@VSSMUSICANDFILMSTUDIO MP
के
रामो ही राम सा
महाराज के बहुत ही प्यारे भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन सुखदेव जी महाराज के बहुत ही आनंद में भजन
रामजी राम
धन्य ऐसे महापुरुषों को जो अपना करके चले गये
।। रामजी राम ।।
हे राजस्थान के वीर राम जगो मै तुम्हे जगाने आया हूँ,
सौ जातियों का धर्म एक हिन्दू का बलिदान जगाने आया हूँ !।
नागाणा का लाल खेड़ा है आज तुम्हें पुकार रहा।। सब जातियों का धर्म एक हैं आज़ तुम्हें पुकार रहा।। माता बहिन रो कर थकी उठो बटों आज तुम्हें पुकार रही।। जागें उठो जननी के वीरों मरुस्थल भुमि तुम्हें पुकार रही।।
सौ सौ जातियों का धर्म एक हैं हिन्दू धर्म की पहचान तुम्हें पुकार रही।।
हल्दी घाटी फुल चुके हों ।।तुम सुरज मल ना याद रहा।। खुन को इतना शांत कर लिया हों।। फुल चुके हों तुम घांस की रोटी कि पहचान को,, धर्म का रक्षक लुफ्त होने चला है मकारो रो चालो से।।
सो धर्मों का धर्म एक पहचान बताने आया हूं ।। मरुस्थल भुमि के श्याम जागो में तुम जगाने आया हूं।। हैं मेवाड़ के महाराणा जागो में तुम जगाने आया हूं।।
सुनो राजस्थान कैद हुआ है दुश्मन की जंजीरों में, लव जिहाद का शिकार हुआ है राजस्थान दुश्मन कि जंजीरों में, वंश को आगे बढ़ाना है तो कांटों जिहाद कि लकीरों को। यह जिहाद रुपी मकड़जाल में सिखार कोई नारी ना हो।। जाती धर्मांतरण और लव जिहाद को रोको तुम सुनो राजस्थान के वीरों राजपुताना का गोरव हों तुम सुरज मल कि सान प्रथ्विराज का केसरी या कि लाज रखो तुम मात्र भूमि तुम पुकार रही।।
आज बतादो कितना पानी नहीं खुन है राजस्थान के वीरों में |
खड़ी अधर्म शत्रु की फौज द्वार पर आज तुम्हे ललकार रही सोए सिंह सपुतो जगो राजस्थान के, माता बहन तुम्हें पुकार रही |।।
रण की भेरी बज रही, उठो मोह निंद्रा त्यागो!
पहला शीष चढाने वाले धर्म युद्ध माँ के वीर पुत्र जागो!
बलिदानों के वज्रदंड पर देशभक्त धर्म रक्षा की ध्वजा जगे ।
रण के कंकर पैने हैं, वे राष्ट्रहित धर्म हित की ध्वजा जगे ।
अग्निपथ के पंथी जागो शीष हथेली पर रखकर,।
जागो रक्त के भक्त लाडलों, जागो सिर के सौदागर |।।
खप्पर वाली काली जागे, जागे दुर्गा बडा !
रक्त बीज का रक्त चाटने वाली जागे चामुंडा
नर मुण्डो की माला वाली जगे कपाली कैलाशी
धर्म रण की चंडी घर घर नाचे मौत कहे प्यासी प्यासी... ‘
अधर्म का वध स्वयं करूंगा!' कहने वाला राम जगे ।
कौरव शेष न बचेगा नहीं कहने वाला श्याम जगे!।।
झोली ले कर मांग रहा हूँ कोई शीष धर्म के लिए दान दे दो!
राजस्थान का भैरव भूखा है, कोई प्राण दान दे दो!
खड़ी मृत्यु की दुल्हन कुंवारी कोई भाई ब्याह रचा लो,
अरे कोई मर्द अपने नाम की चूड़ी पहना दो !।।
कौन वीर निज- ह्रदय रक्त से इसकी मांग भरेगा?
कौन कफ़न का पलंग बनाकर उस पर शयन करेगा?
राजस्थान हिन्दू धर्म हड़पने वालों, कान खोल सुनते जाना,
राजस्थान में केसर की कीमत तो केवल सिर है,
कोहिनूर की कीमत जूते पांच अजर अमर है !।।
रण के खेतों में छाएगा जब अमर मृत्यु का सन्नाटा,
लाशों की जब रोटी होगी और बारूदों का आटा,
सन-सन करते वीर चलेंगे ज्यों बामी से फ़न वाला |
जो हमसे टकराएगा वो चूर चूर हो जायेगा,
इस धर्म को छूने वाला मिट्टी में मिल जायेगा |।।
मैं घर घर इंकलाब की ज्योति फिर से आग जलाने आया हूँ !
हे राजस्थान के राम जगो मै तुम्हे जगाने आया हूँ |।।
अंकित लाइन
हिन्दू धर्म संस्कृति संस्कार रक्षक
वन्दे जन्म भूमि वन्दे वीर सपूतों कि भुमि
बहुत सुंदर प्रस्तुति दी क्या बात है राम जी राम सा 🙏🙏
।। रामजी राम ।।
👍👍👍❤️❤️❤️👏🤝🙏🙏🙏जय हो टीम को प्रणाम करता हूं गुरु जी को दल राज भाई
।। रामजी राम ।।
बेहतरीन प्रस्तुति👌
जय श्री विश्वकर्मा जी🙏🙏
।। रामजी राम ।।
जय हो गरू देव जी कि वाणी बोहत प्यारी लगती है बोहत सुदर लागया ये भजन सुनते ही रह गया रोज सुनता है
धन्यवाद, रामजी राम।
Ram. Ram. Ji
|| रामजी राम सा ||
बहुत ही सुंदर वाणी बहुत ही सुंदर प्रस्तुति है हम आपके बहुत बड़े फैन हैं गुरुदेव सुखदेव जी महाराज
।। रामजी राम ।।
ऐसे ही भजन से मनुष्य को रास्ता दिखाने वाले संतों की कृपा कराते रहे सा जांगीड साहब👏👏👏
धन्यवाद, शर्मा जी।
Ramji ram
Wha wha appko dhanewad ji appki aavaj me Sataguru ji kha vaas hai ji jai ho gurudevji Amar hoo appji🙏🙏🙏🙏
रामजी राम,धन्यवाद।
बहुत ही मधुर वाणी गुरु जी आपकी बहुत ही अच्छे भजन सुनकर मजा आ गया
।। रामजी राम ।।
गुरु जी बहुत शांत मन से गारहे है बोहोत ही मधुर आवाज है बहुत अच्छा गुरु जी आपकी वाणी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम
रामजी राम।
प्रणाम गुरुदेव।
दिल खुश हो गया।👌👌
जय हो संत सुखदेव जी महाराज को प्रणाम करता हूं कोटी कोटी नमन गुरु जी
हमारा देश विश्वगुरु ऐसे संतो के कारण हुआ
।। रामजी राम ।।
Good night Guru ji Jay Shri Ram bahut acche ga rahe ho
।। रामजी राम ।।
बहुत सुन्दर भाई जी
राम जी राम जय श्री राम
ram jee ram gurdev jee
रामजी राम जय गुरुदेव महाराज की जय जय जय श्री धेनदास जी महाराज की जय जय जय श्री कृष्णा कृष्णा राधे जय श्री राम
।। रामजी राम ।।
आपके मुखारविंद से बहुत ही सुन्दर कथा सुनने को मिल रही है। धन्यवाद जी महाराज।
रामजी राम सा
आनद आया गुरुजी धेनदासजी का कथा सुनके
जय हो गुरूजी 👏👏
धन्यवाद
Bhut sunder katha
धन्यवाद सा
Jai shree gurudev .maharaj.aapki vani ati sundar he mane ko mohn vali jai Shree krishna nagar
।। रामजी राम ।।
Shree shree dhendasji maharaj ki Jay ho bhedgav dam ki jay🙏🙏
मन को सुकून मिल गया गुरुदेव जी भजन और आपकी अति सुन्दर वाणी को सुनकर
रामजी राम।
@@VSSMUSICANDFILMSTUDIO से धधधधध
@@VSSMUSICANDFILMSTUDIO तो हैं ओदओददओ़ऋऋओधद।धदधधधध
ऐओओलरवोव़
बहुत ही सुन्दर भक्त की, कथा,जय हो, संत की
धन्यवाद
आनंद आ गया भजन सुनकर 🥰🥰🤗🤗
राम जी राम, बहुत सुन्दर
रामजी राम
गुरु जी आप ने बहुत ही शांत मन से भजन गाया है
धन्यवाद
जीवन में हर एक मनुष्य प्राणी के जन्म से लेकर मृत्यु तक अलग अलग पड़ाव आतें जातें रहते हैं। उस पड़ाव में से एक मेरे जीवन में भी सदैव साथ चलता रहता था वो था दादा जी के साथ मन्दिर की चोखट पर विश्राम मन्दिर परिसर में एकले में परम् पिता परमेश्वर को याद करते रहना। मेरे मन और आत्मा को बहुत बहुत शान्ति मिलती थी लेकिन मैं उसे समय अनजान था जो समझ नहीं पाया कि दादा जी का मन्दिर में जाकर विश्राम का किया महत्व है।। बाबा रामदेव जी महाराज मंदिर राम धड़ा और संत श्री किशन दास जी महाराज समाधि स्थल। संत श्री किशन दास जी महाराज जन्म स्थान।। संत श्री किशन दास जी महाराज भक्ति सक्ती स्थान।। बाबा रामदेव जी महाराज मंदिर रुणिचा।। आंधी अनेक हिन्दू धार्मिक स्थल है जो कभी जीवन में जरूर साझा करुंगा।।
मेरे दादा जी स्व श्री लाखाराम जी जब भी किसी मंदिर में दर्शन के लिए जाते तो दर्शन करने के बाद बाहर आकर मंदिर की पेढी या विश्राम घर में बेठते थे मैं भी उनके साथ विश्राम करता था फिर दादा जी मन्दिर पर समाज पर या परिवार जीवन संस्कृति संस्कार विचारों पर चर्चा करते हैं परंतु यह प्राचीन परंपरा एक विशेष उद्देशा के लिए बनाई गई हैं जो हर समाज के वर्ग समूह के लिए समान रूप से हैं। वास्तव में मंदिर की पैड़ी पर बैठ कर के हमें एक लोक बोलना चाहिए। दादा जी भी बोला करतें थे। यह पड़ा लिखा समाज आजकल के लोग भूल गए हैं। हम अपने जीवन में इस श्लोक को सुने और आने वाली पीढ़ी को भी इसे बताएं। यह श्लोक इस प्रकार है
अनायासेन मरणम् बिना देन्येन जीवनम् देहान्त सानिध्यम् देहि मे परमेश्वरम् ॥
इस श्लोक का अर्थ है अनायासन मरणम् बिना तकलीफ के हमारी मृत्यु हो और हम कभी भी बीमार होकर बिस्तर पर ना पड़े ।पड़े कर उठावर मृत्यु को प्राप्त ना हो चलते फिरते ही हमारे प्राण इस मायावी संसार से विदा ले।समाज और परिवार से हंसी खुशी विदा ले किसी को अफसोस ना हो ।
बिना देनोन जीवनम् अर्थात परवशता का जीवन ना हो मतलब हमें कभी किसी के सहारे ना पड़े रहना पड़े। जैसे कि लकवा हो जाने पर ति दूसरे पर आश्रित हो जाता है वैसे परवश या बेबस ना हो। ठाकुर जी की कृपा से बिना भीख के ही जीवन इस संसार से विदा हो सके।
देहाते व सानिध्यम ..अर्थात जब भी मृत्यु हो तब भगवान के सम्मुख हो जैसे भीष्म पितामह मृत्यु के समय स्वयं ठाकुर जी भगवान श्री कृष्ण उनके सम्मुख जाकर खड़े हो गए। उनके दर्शन करते हुए प्राण निकले थे।
देहि में परमेश्वरम् हे परमेश्वर ऐसा वरदान हमें देना।
यह प्रार्थना करें हम अपने जीवन में सदैव ।
विशेष
गाडी पति पत्नी पर धन यह नहीं मांगना है यह तो भगवान आप की पात्रता के हिसाब से खुद आपको देते हैं। इसीलिए दर्शन करने के बाद बैठकर यह प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए। यह प्रार्थना है, याचना नहीं है। याचना सांसारिक पदार्थों के लिए होती है जैसे कि घर व्यापार, नौकरी पुत्र पुत्री, सांसारिक सुख, धन या अन्य बातों के लिए जो मांग की जाती है वह याचना है वह भीख है। हम प्रार्थना करते हैं प्रार्थना का विशेष अर्थ होता है अर्थात निवेदन ठाकुर जी से प्रार्थना करें और प्रार्थना क्या करना है तो बोलना है।
सबसे जरूरी बात इस मायावी संसार से विदा लेने से पहले
जब हम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो खुली आँखों से भगवान को देखना चाहिए, निहारना चाहिए। उनके दर्शन करना चाहिए। मन बहुत से लोगों को वहां आंखें बंद करके खड़ा रहते देखा हैं। आखे बंद क्यों करना हम हम तो दर्शन करने आए हैं। भगवान के स्वरूप का श्री चरणों का मुखारविंद का बंगार का संपूर्णानियले आंखों में भर ते स्वरूप को दर्शन करें और दर्शन के बाद जब बाहर आकर बैठे तब ने बंद करके जो दर्शन किए हैं उस स्वरूप का ध्यान करें। मंदिर में ने नहीं बद करना बाहर आने के बाद पैड़ी पर बैठकर जब ठाकुर जी का ध्यान करें बंद करें और अगर ठाकुर जी का ध्यान में नहीं आए तो दोबारा मंदिर में जाए और भगवान का दर्शन करें नेत्रों को बंद करने के पश्चात उपरोक्त लोक का पाठ करें। यही शास्त्र हैं यहाँ बड़े बुजुगों का कहना है।
परम् पिता परमेश्वराय जीवन-शैली काल सुखी नमः
अनायासेन मरणम् बिना देन्येन जीवनम् ।
देहान्त तव सानिध्यम्, देहि मे परमेश्वरम् ॥
अंकित लाइन
सत्यम शिवम सुंदरम
बहोत शानदार कथा
धन्यवाद
भाग-3 बहुत सुनने का मन कर रहा है गुरु जी
बहुत जल्दी
राम राम जी राम राम
राम राम सा बहुत ही बढ़िया सॉन्ग है मैं इस भजन को सुन रहा हूं
धन्यवाद, रामजी राम।
Gjb khata 123 part
धन्यवाद,।। रामजी राम ।।
Bhaut acha bhajn dhen das ji ktha
धन्यवाद, रामजी राम।
Very nice भजन
।। रामजी राम ।।
Ram ji ram ,, Jay ho Gurudev ji ki
रामजी राम
सादर प्रणाम गुरुदेव
अति सुन्दर
हर किसी की *सफलता की नींव* में एक *शिक्षक* की भूमिका अवश्य होती हैं. *बिना प्रेरणा* के किसी भी *ऊँचाई* तक पहुंचना *असम्भव* हैं।
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
*शिक्षक दिवस* आज।
जय श्री राधेकृष्णा
।। शुभ प्रभात ।।
बहुत ही सुंदर। जय गुरुदेव।
@@VSSMUSICANDFILMSTUDIO 4
छोटी सी दुआ जिन लम्हों में आप ख़ुश रहते हैं वो कभी ख़त्म ना हो। 🙏🌹🌹🙏
अति सुन्दर कथा।
धन्यवाद, रामजी राम।
सानदार, कथा, सुपर, गायकी, जे,हो,
।। रामजी राम ।।
Waa ji kai baat he saa om ram dadu ram
सत्यराम
गुरु जी को देख कर रामनिवास जी राव की यादें आ रही रामनिवास जी😭😭😭😭😭
रामजी राम।
Jay shree ram very nice bhajan sa amar ho jao Santo salutes
धन्यवाद, रामजी राम।
राम जी राम सा
रामजी राम
राम राम गुरु देव जी
।। रामजी राम ।।
हे नाथ । हे मेरे नाथ मैं आपको भूलूं नहीं।।
जय श्री राम
Jay ho guru dev aapke charna me koti koti parnam
।। रामजी राम ।।
राम जी राम राम महाराज जी को कोटि कोटि प्रणाम राम जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
रामजी राम
राम जी राम सा दादुराम सा
ऐसी कथा को बार - बार सुनने को मन करता है जी
पुरी कथा लाओ जी
जरूर सा, 1-2 दिन में हो जायेगा।
स्वीट वॉइस
धन्यवाद
Thanks sukh dev ji Kuchera wale.
रामजी राम सा
Ram ji ram. ...
रामजी राम।
Jai shree ram, ,,,,,,,,,ram ji ram guru ji
राम जी राम
रामजी राम।
Ram ram ji
रामजी राम
आप से विनती है एक कथा राजा भरथरी निकालो
Ram Ji Ram Ram Ram Ram Ram Ram
रामजी राम
राम जी राम सा गुरूजी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
।। रामजी राम ।।
Aise santo ko Mera koti koti PARNAM
रामजी राम
आणद ही आणद
Haeiram
।। रामजी राम ।।
Jay Shri Gau Mata Jai Jawan Jay Kisan Ram Ram sa
।। रामजी राम ।।
Jay Ho Gurudev Re
रामजी राम
Jay shree🙏 ram
जय श्री राम
रामजी राम
राम जी राम सा दादु राम सा
रामजी राम
जय धेनदासजिमहाराज की जय
जय हो
Very nice jay ho dhendasji maharaj ki va sukhedvji maharaj bhut acha ake prasaramji kelru vale ka bajan neya andaj me gay jarur
जी
सुपर सुपर 👏👏🙏🙏
धन्यवाद, रामजी राम।
jai ho
।। रामजी राम ।।
Nice gruji
धन्यवाद
Ram ji Ram🙏🙏🙏🙏🙏
रामजी राम
बहुत सुन्दर वाणी
धेनदास का तीसरा भाग कब आएगा
कल सुबह 7 बजे
आनंद आह गया है गुरु जी मन को सुकून मिला है
।। रामजी राम ।।
बहुत अच्छी कथा है
धन्यवाद
Ram ji Ram
रामजी राम सा
Bahut badiya vaani
धन्यवाद, रामजी राम
Jai shree ram, ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ram ji ram
रामजी राम
Maharaj ki jay ho ram ji ram
रामजी राम।
Very nice 👌
धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍
रामजी राम
Bhuth madhur vani
।। रामजी राम ।।
जय हो गुरू
रामजी राम
बहुत सुंदर सा
धन्यवाद
Ram ji ram guru ji
रामजी राम
Jay ho 🙏
Very nice editing जांगिड़ साब
धन्यवाद सुरेश जी
Sandar Parstuti
धन्यवाद, रामजी राम
Ramji Ram gurudev 🙏🙏 next sendasji ri katha daljo saheb🙏bahut surili aavaz hai aapki 🙏👌
जरूर आपकी इच्छा पूरी की जायेगी।
💐💐
धन्यवाद
Jay gurudev ji ki
रामजी राम
,man magan ho gaya
रामजी राम
राम जी राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम हरे हरे
रामजी राम
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम जी राम सा
।। रामजी राम ।।
Jai ho mahardj
।। रामजी राम ।।