यह इतिहास 1303 का है। जब मेवाड़ पर तुर्क अल्लाउदीन खिलजी का कब्जा हो जाने पर मेवाड़ के राजपूतो ने अपने स्वाभिमान के लिऐ एंव खिलजी के आधिप्तय मे रहने के बजाय वहां से पलायन करना उचित समझा.... मै सीधा अब अपने टोपिक पर आता हूँ मेवाड के राजपूतो को अब मालवा मे लगभग तीन महीने हो चुके थे इस दौरान उनका महिदपुर के राजा निदशी भील से चुंगी कर के लिए युद्ध भी हो चुका था जिसमे 4500 मेवाड राजपूत वीरगति को प्राप्त हो चुके थे व 150 क्षत्रणिया भी जौहर कर चुकी थी हालंकि यह युद्ध राजपूतो ने जीता था, महिद पुर का किला भी जीत कर भील राणी को बहन बना कर वापस सौपा था...। अब मेवाड राजपूतो का पडाव मदाना तिंगजपूर की कालीसिंध नदी पर था जहा से बादशाह माण्डव के कसाई गाय ले कर जा रहे थे तब राजपूत सरदार प्रेमसिंह पंवार, जालम सिंह डोड और जगसिंह सिसौदिया ने उन कसाईयो से पुछा कि ये गाय कहा से आई है और कहा जा रही है तब बादशाह के कसाई बोले कि गाय तो माडव गढ जा रही है जहां बादशाह की लडकी की शादी है, वह गाय काटी जाऐगी उस दिन एकादशी का दिन था और सभी क्षत्रिय राजपूत व्रत थे राजपूत बोले अपना क्षत्रिय धर्म गाय एंव ब्रहाम्णों की रक्षा करना है यदि गाय कटेगी तो हमारा धर्म नष्ट हो जाऐगा । सभी राजपूत सरदारो ने सलाह मशवरा कर तलवार निकाल ली और कसाईयो को मार डाला तथा उन गायो को ब्रहाम्णो को दान मे दे दी जिस कसाई ने घास का तिनका मुंह में दबा रखा था उसे छोड़ दिया फिर उस कसाई ने माण्डव गढ जाकर सारी घटना बादशाहको बताई बादशाह सात हजार सैनिक लेकर कालीसिंध नदी के ऊपर आया इस युद्ध मे सांरगपुर के तत्कालिन राजा सांरग देव खिंची ने मे भी राजपूतो को साथ दिया...... पूरी राजपूत सेना माथे पर केसरिया पगड़ी बांधे निकली है। आज सूर्य भी रुक कर उनका शौर्य देखना चाहता है, आज हवाएं उन अतुल्य स्वाभिमानी योद्धाओं के चरण छूना चाहती हैं, आज धरा अपने वीर पुत्रों को कलेजे से लिपटा लेना चाहती है, आज इतिहास स्वयं पर गर्व करना चाहता हैं, आज भारत स्वयं के भारत होने पर गर्व करना चाहता है। इधर मृत्यु का आलिंगन करने निकले वीर राजपूत बादशाह की सेना पर विद्युतगति से तलवार भाँज रहे हैं, यह युद्ध राजपूत ही जीते थे जिसमे 6500 वीर राजपूत वीरगति को प्राप्त हुऐ पर मुसलमानो को हमेशा से ही छल कपट के लिए जाना जाता रहा है मुसलमानो ने यह भी कुछ ऐसा किया मुसलमानो ने काला झण्डा फेहरा दिया जिससे देखकर राजपूत क्षत्राणियो ने सोचा कि हम युद्ध हार गये. और उधर 750 देवियाँ मुह में गंगाजल और तुलसी पत्र लिए
Aapki clss bhot achi hoti h sir ji plz aap ese hi sekshik paridarsay ki b class lga do plz sir aasani se smj aa jayega bhgwan aapki saari wishes puri kre🤗
अरे भाई आधी जानकारी है,,गोहिल वंश 6 थी शताब्दी से प्रारंभ होती है ,पूरी जानकारी दिया करो , बाप्पा रावल के बारे में बताया भी नहीं जिन्होंने अफगानिस्तान तक राज किया था और उनके खौफ से 500 वर्षों तक mallech भारत की तरफ देख भी नहीं
Maine Aaj Tak aise superhit class nhi dekhi 👏👏👏
भारत में किस समय किसने किसने राज किया अंग्रेज कब आये और कब गये
धन्यवाद
विडियो बनाओ
अकेले चलने का साहस रखो जनाब
कामयाबी एक दिन आपके कदमो में होगी..!❤️👍❤️
Very nice ❤
आज के सेसन शानदार सर 🙏🙏🇮🇳
बहुत ही शानदार वीडियो सर जी 🇮🇳🇮🇳
बहुत ही बेहतरीन रही sir class❤️🤗
रावल साखा के सबसे पहले और सबसे शक्तिशाली राजा वीर शिरोमणि महाराणा बप्पा रावल जी है
ऐसी ही video का इंतजार था
One subscribed from me 🙏🙏
Good Video sir sare Questions ke Answers mil gaye.....👍👍👍👍
बहुत ही शानदार वीडियो सर आप का आभार
Thank you sir I am find these video from 2 years from class 5 now I am in 7
Thank you sir ji is shandar class ke liye aapne to hmari sbse bdi tension khatm kr di🙏🙏
Wah sir kya class hai sir ..... Bye gajab class thank you sir
Nice class sir then you sir
सरजी राजस्थान के प्रजामण्डल और किसान आंदोलन के दौरान प्रमुख कांड का वीडियो बनाओ🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻.
आप बेहतरीन और समावेशी पढा रहे हो🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Worlds most ....best teacher
bahut acha padhaya sir aapne...aaj tak kabhi smjh hi nhi aaya yaad to dur ki baat h...lekin aaj to yaad bhi ho gya...Thnku sir..
शिसोदिया वंश गुजरात के प्रा चीन राज्य वल्लभिपुर से शुरू हुआ है ।
Jo chahiye ta vo mil gya sir ❤❤
यह इतिहास 1303 का है। जब मेवाड़ पर तुर्क अल्लाउदीन खिलजी का कब्जा हो जाने पर मेवाड़ के राजपूतो ने अपने स्वाभिमान के लिऐ एंव खिलजी के आधिप्तय मे रहने के बजाय वहां से पलायन करना उचित समझा....
मै सीधा अब अपने टोपिक पर आता हूँ मेवाड के राजपूतो को अब मालवा मे लगभग तीन महीने हो चुके थे इस दौरान उनका महिदपुर के राजा निदशी भील से चुंगी कर के लिए युद्ध भी हो चुका था जिसमे 4500 मेवाड राजपूत वीरगति को प्राप्त हो चुके थे व 150 क्षत्रणिया भी जौहर कर चुकी थी हालंकि यह युद्ध राजपूतो ने जीता था, महिद पुर का किला भी जीत कर भील राणी को बहन बना कर वापस सौपा था...।
अब मेवाड राजपूतो का पडाव मदाना तिंगजपूर की कालीसिंध नदी पर था जहा से बादशाह माण्डव के कसाई गाय ले कर जा रहे थे
तब राजपूत सरदार प्रेमसिंह पंवार, जालम सिंह डोड और जगसिंह सिसौदिया ने उन कसाईयो से पुछा कि ये गाय कहा से आई है और कहा जा रही है तब बादशाह के कसाई बोले कि गाय तो माडव गढ जा रही है जहां बादशाह की लडकी की शादी है, वह गाय काटी जाऐगी उस दिन एकादशी का दिन था और सभी क्षत्रिय राजपूत व्रत
थे
राजपूत बोले अपना क्षत्रिय धर्म गाय एंव ब्रहाम्णों की रक्षा करना है यदि गाय कटेगी तो हमारा धर्म नष्ट हो जाऐगा । सभी राजपूत सरदारो ने सलाह मशवरा कर तलवार निकाल ली और कसाईयो को मार डाला तथा उन गायो को ब्रहाम्णो को दान मे दे दी
जिस कसाई ने घास का तिनका मुंह में दबा रखा था उसे
छोड़ दिया फिर उस कसाई ने माण्डव गढ जाकर सारी घटना बादशाहको बताई
बादशाह सात हजार सैनिक लेकर कालीसिंध नदी के ऊपर आया
इस युद्ध मे सांरगपुर के तत्कालिन राजा सांरग देव खिंची ने
मे
भी राजपूतो को साथ दिया......
पूरी राजपूत सेना माथे पर केसरिया पगड़ी बांधे निकली है। आज सूर्य भी रुक कर उनका शौर्य देखना चाहता है, आज हवाएं उन अतुल्य स्वाभिमानी योद्धाओं के चरण छूना चाहती हैं, आज धरा अपने वीर पुत्रों को कलेजे से लिपटा लेना चाहती है, आज इतिहास स्वयं पर गर्व करना चाहता हैं, आज भारत स्वयं के भारत होने पर गर्व करना चाहता है। इधर मृत्यु का आलिंगन करने निकले वीर राजपूत बादशाह की सेना पर विद्युतगति से तलवार भाँज रहे हैं,
यह युद्ध राजपूत ही जीते थे जिसमे 6500 वीर राजपूत वीरगति को प्राप्त हुऐ पर मुसलमानो को हमेशा से ही छल कपट के लिए जाना जाता रहा है मुसलमानो ने यह भी कुछ ऐसा किया मुसलमानो ने काला झण्डा फेहरा दिया जिससे देखकर राजपूत क्षत्राणियो ने सोचा कि हम युद्ध हार गये. और उधर 750 देवियाँ मुह में गंगाजल और तुलसी पत्र लिए
जय हो रायथान सरकार
👌👌👌👌👌👌👌👌
बेहतरीन
Aapki clss bhot achi hoti h sir ji plz aap ese hi sekshik paridarsay ki b class lga do plz sir aasani se smj aa jayega bhgwan aapki saari wishes puri kre🤗
लाजवाब सिर मेरे पास अल्फाज नहीं है
Thanks
Best of luck
Super class rhi sir
Nice video sir
omg waqyii kabil e tarif hai thank you so much big doubt clear
Thank you❤🌹🙏🙏 Sir Ji
दिल से
Aapki mehnat ke liye sir
Mujhe esi hi video ki jaroorat thi
Mujhe sabhi vanso ki esi hi video ki jaroorat h
Wonderful information .thx for this.
Glad it was helpful!
Bahut acha sir,
bahut hi shandar class h sir ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhut badia class h gurudev 🙏🙏🙏
Shaandaar class sir ji
Super clarification.
Very nice class this 👏 👌
Short nd sweet 🙏🙏🙏
जोरदार क्लास सर जी
Thank you so much sir
Very nice class sir ji 🙏🏼
आप जल्द बाजी कर रहे हैं हैं कि शेयर करें । 1 महीने में आपके वीडियो धूम मचा देंगे।।
नमस्कार सर🙏🙏
Bhut hi behtrin sir❤
Bahut acchi class hai sir
Nice class sir g
बहुत ही शानदार video sir जी pdf मिल सकती है क्या
जय हिन्द सर जी 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Jai Hind sir
बहुत अच्छा sir
nice history education hukam
Subscribe kr diya sir 🙏🙏
Very good sir ❤️❤️
My first day at work and work ❤
Vvv nice one thanks sir
Maja aa gya guruji ❤❤
jai shreeRam sirji
Amazing sahab
सर कृपया सिसोदिया खारवाल जाती का इतिहास के ऊपर वीडियोबनाएं
Mst guru ji ❤❤❤❤
संत मीराबाई के पती भोजराज किसके पुत्र थे राणा सांगा के या किसी और के
राणा सांगा की कितनी पत्नीयां थी भोजराज किस पत्नी के पुत्र
थे|
Shandar sir
Bohot ache
अरे भाई आधी जानकारी है,,गोहिल वंश 6 थी शताब्दी से प्रारंभ होती है ,पूरी जानकारी दिया करो , बाप्पा रावल के बारे में बताया भी नहीं जिन्होंने अफगानिस्तान तक राज किया था और उनके खौफ से 500 वर्षों तक mallech भारत की तरफ देख भी नहीं
Sir sckrin shot ka time diya kro please 🙏🙏
Very good sir ji
Tq so much sir
naic sar ji
सर महाराणा सांगा के बड़े पुत्र भोज जी मीरां बाई के पति मेवाड़ राजवंश में नहीं है क्या।
Thanks for
Nice गुरुदेव 🔥🔥🔥🔥
मिरा बाई के बारे मे भी विडियो बनाइए
Regard sirji
Tqqq sooo much sir
Thanks guru dev
Nice ji
Jai hind sir 🙏🙏🙏🙏
Namaskar sir ji🙏🙏
P
Nice 👍
Mazaa aa gya sir
Sandar gurudev 🙏🙏🙏
Gjb gurudev
महाराणा प्रताप के भाई थे जगमाल उनका वंश खत्म हो गया था क्या सर या अभी भी है
Thenks sir
All the best
महाराणा सांगा का एक और पुत्र भोजराज भी है ना आपने उनका नाम क्यू नही लिया
क्यूंकि उन्होंने raj nhi kiya
@@magarammakar8149 ok
Good
सम्पूर्ण राजस्थान इतिहास का pdf नोट्स कहा पर मिलेगे sir ji
🙏🙏🙏
Good evening sir
Sir telegram ka ling bhej di
Ram Ram Gurugy
Maja aa gaya sir
भईया सन् 800से1000, ईस्वी के बिच के राजाओं का बता सकते है
Gajjb sir
राणा हम्मीर की जय, जानकारी देने के लिए सैल्यूट,आप से बात करने के लिए अपना नंबर दे, thank you
बप्पा रावल जी के बारे में तो बताया ही नहीं
Nice
sir plz aik aisi hi class rawat rajput k bary mein krein.. rao naveed gujranwala pakistan
To bhojraj koun the udaysing ke bhai..?
SIR PDF KAHA PAR H ESKI