हमें निरे मनुष्यों से नहीं बल्कि इस अंधकारमय संसार के अधिपतियों, अधिकारियों तथा शासकों और आकाश के , दुष्ट आत्माओं से संघर्ष करना पड़ता है। इसलिए आप ईश्वर के अस्त्र _शास्त्र धारण करें, जिससे आप दुर्दिन में शत्रु का सामना करने में समर्थ हों और अंत तक अपना कर्तव्य पूरा कर विजय प्राप्त करें। (एफे.6:12.13)
Amen.Dhanyabad.
हमें निरे मनुष्यों से नहीं बल्कि इस अंधकारमय संसार के अधिपतियों, अधिकारियों तथा शासकों और आकाश के , दुष्ट आत्माओं से संघर्ष करना पड़ता है। इसलिए आप ईश्वर के अस्त्र _शास्त्र धारण करें, जिससे आप दुर्दिन में शत्रु का सामना करने में समर्थ हों और अंत तक अपना कर्तव्य पूरा कर विजय प्राप्त करें। (एफे.6:12.13)