''समाधि का सार'' डॉ. हुकमचंदजी भारिल्ल स्वर - डॉ. गौरव जैन सौगानी एवं श्रीमती दीपशिखा जैन सौगानी
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- Опубліковано 12 вер 2024
- अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन प्रस्तुत करते है -
''समाधि का सार''
लेखक - डॉ. हुकमचंद भारिल्ल जयपुर
स्वर - डॉ. गौरव जैन सौगानी एवं श्रीमती दीपशिखा जैन सौगानी जयपुर
संगीत निर्देशन - डॉ. दीपक जी माथुर
निर्देशक - श्री परमात्मप्रकाश भारिल्ल
श्री शुद्धात्मप्रकाश भारिल्ल
विशेष सहयोग - पण्डित पीयूष शास्त्री
पण्डित जिनेंद्र शास्त्री
#ptst #smarak #jain
दादा का उपकार हम सभी पर हे 🙏🏾
स्वाध्याय chintan hi गुरु दक्षिणा he
सहज तत्त्वज्ञान बरसाया धन्य ऐसेज्ञानी ध्यानी महापुरुष को कोटी कोटी प्रणाम 🙏🙏🏳️🌈☀️
❤ समाधि मरण सुर वीरों का कार्य है, और समाधि का सार सुनना समझना, जचाना पचाना और विश्वास करना, जिससे क्रमबद्ध पर्याय का दृढ़ निर्णय हो, यह अनंत शुरवीरता का मूल मंत्र है.
तन्मयता से ही सुन और समझ रहा हूं। ध्यान करने लायक है।
🙏🏻आदरणीय छोटे दादा युग पुरुष को कोटि कोटि प्रणाम
जय जिनेंद्र जी आदरणीय छोटे दादाजी. 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Bhari ji ke charno mai naman
आदरणीय छोटे दादा युग पुरुष को कोटि कोटि प्रणाम
आज बहुत याद आ रही है दादाजी. 🙏🏼😔
आप जीवनभर सहजतासे समाधिमे हि रहे और अंतमे सहज हि मृत्युको भी सहे. कुछ भी गडबड गोंधळ नाही . ज्ञानी को कभी डर नही रहता. सहज कैसे रहना आपने प्रॅक्टीकल मे दिखाया. धन्य धन्य हो आप दादाजी. दशलक्षण और समाधिशतक आपने हमतक पहुचाया. आपके अनुपम साहित्य है.आपके अनंत ऊपकार है . जानसे भी संभालकर जीवनमे ऊतारेंगे. 🙏🏼
Very nice sahajta hi sachha Jivan hei dadaji ko Sadar jai jinendra
आदरणीय छोटे दादा युग पुरुष को शत शत वंदन
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🌸 मार्मिक ,भावपूर्ण रचना 👌👌👌👍👍🌸
❄️ आ.श्री . छोटे दादाजी को शतशत नमन🙏🙏🙏❄️
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Om shanti
गागर में सागर सी यह रचना अद्भुत , आश्चर्य कारी, अनुपम इत्यादि भावों से भरी है
आदरणीय दादा जी ने गजब का चिंतन भरा अद्भुत रचनाएं 🙏🙏🙏🙏
❤
Jitni baar suno ek naya Anand he Anand aati sunder👌👌🙏🙏🥰🥰
आदरनीय दादा जी के जीवन भर के तत्वचिंतन का सार "समाधि का सार" अद्भुत रचना कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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बहुत बहुत बहुत ही सुंदर दिव्य अलौकिक वानी आत्मा को कुंदकुंद कर देने वाली जय जिनेंद्र बहुत मीठी वाणी
Pandit Shri Ravi Ji ke pravachan
बहुत बहुत अनुमोदना।शांति दायी पाठ
दादा ने अमृत बरसाया है तत्वज्ञान व समाधि का जीव का सच्चा स्वरूप बताया है जीवन की दिशा व दशा का ज्ञान कराया है।
बहुत बहुत अनुमोदना
ATI hi sunder Rachna Thanks Bhag Chand Jain tijaria Delhi
जय सनातन हिन्दू धर्म
Anil Doshi Jai Jitendra Mumbai 🙏🙏🙏
सनातन शब्द का अर्थ किसी समाज संस्कृती एवं परंपरा नही होता। सनातन शब्द का अर्थ जड वस्तु एवं सजीव वस्तु यह दो पदार्थ सनातन है। विचार संस्कृती परंपरा एवं एक नस्ल का समाज यह सनातन नही होता। सनातन जिव अजी द्रव्य सनातन है।हिंदु शब्द कि उत्पत्ति सदी 9 वी शताब्दी से प्रारंभ हुयी और भारत के संविधान ने हिंदु नाम का कोही धर्म स्वीकार किया नही क्यो की वैदिक साहित्य मे हिंदु नाम का कोही उल्लेख नही है। इसलिए सनातन एवं हिंदु यह दोनो शब्द धर्म का बोध नही करते है। आप को वैदीक धर्म कहना होगा। @@niruthapa8115
जैसी रचना वैसा जीवन। अद्भुत सुंदर चिंतन, गागर मैं सागर।
व्वाह व्वाह !! बहुत ही सुंदर भाव
आ.दादा जी ,आपके चरणों मे बन्दन 🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर रचना
आदरणीय छोटे दादा और उनके सुयोग्य शिष्य डॉ संजीवकुमार जी गोधा ने मुमुक्षु समाज पर अनन्त उपकार किया है 👏🏻👏🏻
प्रवचन का सार समाया हुआ है भजन 👌👌
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इसे सुनकर मेरे तीव्र आकुलता के भाव मंद पड़ जाते हैं। इसलिए इसे मैं हर दो से तीन दिन में एक बार सुनता हूं।
इस अद्भुत रचना के लिए डा भारिल जी का और कर्ण प्रिय गायन के लिए दोनों गायकों का बहुत बहुत आभार।
डा विपिन कुमार जैन भोपाल
❤🙏very nice n cute Samay ka sar.
😊
Bhout Bhout sunder 👌👌
जब जीवन समाधीमय होता है तो मरण भी समाधीमय होता है.बिलकुल सच और सही है.आपको देखकर अनुभवमे आ रहा है.🙏🏼🙏🏼🙏🏼😌
1:35 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢yog
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ऐसी रचना जीवन धन्य हो जावे यदि इस पर आचरण हो धन्य हैं आप
Is samadhi Shahar se Mera jivan Ho Santa
अती सुंदर🙏🙏🙏🙏🙏
धन्य धन्य
जैन धर्म साहित्य के भीष्म पितामह मान्यवर हुकुमचंदजी भारील्ल को नमन।
ये रचना जीवन भर के सार का सार है।
Vopilm
.mpjalm
EXCELLENT. WHAT LIFE SHOULDN'T MEAN TO US, YOU EXPLAINED , THE BEST POSSIBLE EASY WAY.
अमृत वचनों के साथ ही बहुत ही मीठी आवाज आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जय जिनेंद्र
बहुत सुन्दर परम आदरणीय व पूज्यनीय पं साहब रचित जीवन - मरण के वास्तविक सार समता भाव को आप दोनों प्रिय गौरव व दीप शिखा की बहुत ही अच्छी प्रस्तुति (exceptionally wonderful - heart touching ) के लिये बहुत बहुत साधुवाद 🙏👍👏👏 सबको मेरी व परिवार की और से वीर निर्माण महोत्सव व दीपावली की शुभकामनाएँ - 🙏जय जिनेन्द्र 🙏
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आदरणीय दादा ने सारा जीवन समाधिमय जिया और यही सीख हम सभी को दी। सहजतापूर्ण जीवन जीते हुए हम सभी को सहजता का पाठ पढ़ा गए दादा। आदरणीय दादा को कोटि कोटि बंदन🙏
इस रचना को सम्पूर्ण जैन दर्शन की सुंदरतम रचना कहे तो भी अतिशयोक्ति नही होगी,जिसमे कहा है कि केवल मरण ही नही अपितु पूरा जीवन समाधिमय यानी आकुलता रहित और सहज होना चाहिए🙏🙏🙏
Thank you very much Very nice Chintan Chhote Dada ki. Sunder Rachana 🛕💐🥁
अन्तः करण को सपरस्करने वाली भावमयि रचना का लिये दादा आपको भावमयि वन्दन।
समाधी सार का इतना सुंदर अनुबोधन अनुमोदना अनुमोदना 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
वाह! दादा ने अद्भुत रचना की है
😊❤l
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👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏻 जय हो जय जिनेंद्र 🙏🏼👏🏻🙏🏼 रतीचद जैन सिंगोड़ी
आदरणीय छोटे दादा को कोटि कोटि प्रणाम
🙏🙏🙏🙏🙏
अद्भुत जीवन होय समाधि मय ,है जीवन का सार 🙏🙏🙏👌👌👌
बहुत सुंदर रचना, मार्मिक चिंतन, गहन चिंतन, अद्भुत भाव भरे हैं आ. दादा ने
बहुत ही मीठी आवाज में समाधि सार थैंक यू जय जिनेंद्र
समाधि ही तन्त्र अन्य न तंत्र न मंत्र
डा. दादा की यह भी महान रचना होगई👌🙏🏻
बहुत ही अद्भुत रचना के लिये आदरणीय दादा जी कोटि कोटि आभार,,👌👌
बहोत बहोत धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏 thank you very very much 🙏🙏🙏🙏🙏😶
व्वाह व्वाह व्वाह !!!! अद्भुत अद्भुत अद्भुत 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
इस रचना से ही मेरा जीवन बहुत ही सहज हुआ 🙏🙏🙏
मेरा भी ! दादा की अदभुत रचना है
😅😅@@user-nz9pf4pg1c
❤❤❤❤p000000000⁰000000000000000000000000000000😊
बहुत सुंदर, अमर रचना
अपने में अपना सब कुछ है, हम स्वयं स्वयं ही सब कुछ हैं।
अद्भुत रचना
बहुत सुंदर रचना. समाधिका सार. आपके अविरत चलती ज्ञान धाराकी बहुत अनुमोदना और विनय. 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Sab sidhant bata diya.available bhuta achhi hei.
समाधि और सहजता का पाठ पढ़ाया,🙏 और अपने जीवन में भी उसे अपनाया ,समाधि मय जीवन जीते हुए गुरुदेव की तत्व प्रभावना को देश विदेश में फैलाया😢और हम सबके बीच से चले गए 🙏😞उनका वियोग और उपकार कभी नहीं भूलेंगे😢
Jinvani Mata ki Jai ho
समाधि मरण केसे हो सकता है क्युकी मरण तो 1 समय की बात समाधिमय तो जीवन होना चाहिए 🙏🏻
Dadaji ko sadar pranam. We all are very very thankful to you.
बहुत ही सुंदर 🙏❤
Bahot sunder 🙏🙏🥰🥰
🙏🙏🙏परम आदरणीय छोटे दादा युग पुरुष को कोटि कोटि नमन
अदभुत रचना....दादा की कलम से ही निकल सकती है
आदरणीय श्री छोटे दादा की जीवन को निरभार करने की शक्ति प्रदान करती है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sahaj swabhabhi bhagwan aatma ki jai ho jai ho 🙏😇
Dada ko Sadar pranam.....bhut Sundar
🙏👍👍🙏🙏👍👍🙏
सहज भाव से ही रहना है ,बहुत सुंदर रचना 👍👍🙏🙏
अपने में अपनापन करके समाधिमय जीवन जीना हीं हमें यह समझाता है!👌🏻
छोटे दादा एक इतिहास पुरूष है । 85 वर्ष की उम्र में भी कलम नहीं रुकी है । अद्भुत !
ii8iiii8iiii8
बहुत ही सुंदर रचना है जिसे समझ मैं आ जाए उसका जीवन नेहाल हो जाए दादा को सादर प्रणाम
@@pritijain4655 1,
❤
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Jay jinendra👏👏👏👏👏
🙏🏻🙏🏻👌अद्भुत 👌🙏🏻🙏🏻 बहुत खूब 👌
🙏🙏🙏
🙏👍
See❤ बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया
Vitraag Dharm hai sahaj hai
Bahut Sundar prastuti
सादर जय जिनेन्द्र
👏👏👏
Jai jinendra
Very logical explanation, there is no conflict in thought process🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Ati ati ati sunder rachna h vah an and aa gaya thanks chote dada sadaa jivant raho
Ati ati sunder rachna hi .
👌👌👌
Bahut marmik 👏👏
अनुपम रचना ,बहुत मधुर स्वर
सुनकर आकुलता शांत होती है ।
आकुल ह्र्दय को शांति मिलती है ।🙏🙏🙏
Sundar rachana hai aa.. Dada ko sadar pranam...
जय जिनेंद्र गौरव जी बहुत ही अच्छी प्रस्तुति दी
🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Sabhi ko sadar Jai jindra
रचना में समाधि का वास्तविक स्वरूप समझाया हैं ।इसे समझ कर अपनी पुरानी मान्यताओं को बदलने में आसानी होगी ।
🙏🏼🙏🏼🙏🏼👌👍
मेरा भी सौभाग्य है कि दादा ने अशोकनगर में पाठशाला में णमोकार मंत्र सिखाया है
Adbhut krati
🙌🙌🙌👏👏👏
बहुत सुंदर । समाधि का सार
So sweet and beautiful
Lots of gratitude 🙏
Om Arham om shanti
Soal feels peaceful life after listening this rachna😊
Sundar rachna😊
મંગલ સમાધીમરણ
Dadaji ko jai jinendra
बहोत सुंदर रचना आदरणीय दादाजी इनको भावपुर्ण नमन 🙏
बहुत ही सुन्दर
Gwalior jai jinendra chote dada adbhut rachna
Jaijinendra Prabhu