नज़र आता नहीं फिर भी नज़ारा देख लेता हूँ | Hindi Shayari | Waah Bhai Waah Ep 231 | Shailesh Lodha
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- Опубліковано 6 жов 2024
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"Waah Bhai Waah Full Episode 231” iss episode mein hum swaagat karte hai kuchh khaas netraheen kaviyon ko iss manch par. Suniye kavi Jatin Mandal, Akbar Taj, Arifa Shabnam ki behatareen Sher Aur Shayari Shaileh Lodha ke sang ke sang sirf Shemaroo ke "Waah Bhai Waah" channel par.
Shemaroo TV presents waah bhai waah, a show dedicated to hindi sayari/kavita.
शेमारू टीवी लाया है एंटरटेनमेंट आपके पूरे परिवार के लिए। यहाँ देखिये देवों के देव…महादेव, गीत…हुई सबसे परायी, दिल से दी दुआ सौभाग्यवतीभव:, ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज, श…फिर कोई है, माता की चौकी, घर एक सपना, हॉन्टेड नाइट्स और जय जय जय बजरंग बलि जैसे शोज जो आपके परिवार के हर सदस्य को पसंद आएंगे।
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Dekhiye "Waah Bhai Waah - Full Episodes" Here - ua-cam.com/video/flFcYgHMXiw/v-deo.html
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@@rajeshanchornirmali502🌅
0*
@@rajeshanchornirmali502 22W2222व2222 were were 2 we are ye were qA33
Sailash sir pls mere papa ko bulana kyunki vo bhi anchoring karthe hai
सैलेश जी आपने इन नेत्रहीनों को मंच पर लाकर हम बंद आंख वालों के नेत्र ही खोल कर रख दिए, वाह भाई वाह!!👌👌🙏🙏
👏👏👏👌👌👌👍👍👍🙏🙏🙏❤️❤️❤️
Sir aap ne bahut achha likha hai
@@AnishkiranashopHindi vetty jp A.
Sailesh sir very very thanks
⁶⁷
पहली बार इतनी खूबसूरत गजलों का सिलसिला सुना हैं। मन तृप्त हो गया है इन नेत्रहीन कवियों को सुन कर। इनके चरणों में मेरा नमन है।
Issuer ka diya vardan hai ye net netrahin vibhutiya inhey jugar karane ka sraya aap ko Jatahai aap ko koti koti dhanyabad
13:00 13:01 🎉🎉 13:06
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@anuragpandey9535 yggghyy😅y?yy?yyu
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अगर देश के हर मुसलमानों का विचार अकबर भाई जैसे हो जाये तो जीते जी ही ये देश हिन्दुओ के लिए स्वर्ग और मुसलमानों के लिए जन्नत हो जाये सभी कवियों और आपकी कविताओं को मेरा प्रणाम
Ye vichar to sbhi ke h magr netao ko ache nhi lagte kyo ki en ko to Hindu Muslim karne se hi vot melte h
Sab Muslim bhaee aise hi hote hai bhaee bas aap ka najariya alag hai
ACHHA ADAMI ACHHA HI HOTA HAI KOII HINDU MUSLIM NAHI HOTA
LOVE YOU BROTHER
.k 10:58
Right sir
खाक एक जैसे होते है फर्जी की बात मत करो भाई
आज जब मैंने ये एपिसोड देखा तो लगा ये दुनिया का बेहतरीन प्रोग्राम है कभी कोई कवि सम्मेलन, मुशायरा जो लोगों के दिल को छू गया है इससे बढ़कर नहीं हो सकता। शैलेष लोढ़ा जी बहुत शुक्रिया।
आज पूरे विश्व का न. 1 कवि सम्मेलन सुना।
Sir आपको दिल से जय हिन्द🙏👍❤️🌹
भारत, 5000 प्राचीन देश ,
नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि ---
दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ...
चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ...
किन्तु परन्तु ...
तालियां खूब बज रही
क्या .... क्या ....
हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ...
नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से
क्षमा 👋
🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱
पवार
Sach me sahi kaha
Nice program ❤❤😂😂
शैलेश जी आपका बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद ऐसे कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए
कवि अकबर ताज की वो लाइन, मेरी बेटी मुझे हररोज विडियो काल करती है, दिल के अंतर्मन को छू गई
कमाल के कवि है ,बहुत प्यारी अभिव्यक्ति तीनो कवियों की सादर प्रणाम
अकबर ताज खंडवा तुम्हें सलाम करता है वाह! वाह! क्या बात है🎉
वाह भई वाह की माला में ये एपिसोड कोहिनूर है
इसि-लिये आप और आपकी टीम दुनिया में मशहूर है ❤🎉🎉🎉🎉🙏
शैलेष जी, आपके इस प्रोग्राम के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
और हमारे तीनों कवियों को दिल से धन्यवाद और शुभकामनाएँ. भगवान इन्हें इसी तरह खुश रखें.
😊
😊
/
सच में आंसू रुके ही नही 😢 कुछ पंक्तियां रोंगटे खड़े कर दिए थे 🙏 अदभुत कलाकार है . नमन 🙏🙏
Trueeee bhai...anshu nikl gaye...n goosebumps...1st time aise feel hua
नि:शब्द हूँ मैं!
मैं खुद अपने आंसुओं को रोक नहीं सकी।
आदरणीय शैलेश सर को बहुत-बहुत बधाई!
वाह बहुत सुंदर प्रस्तुति...शैलेश सर जी आपके प्रयास को नमन ...भारत के कोने कोने से प्रतिभाओं को ढूंढ कर उन्हे पहचान दिलाने के लिए...💐💐💐🙏🏻🥲
😊 se XD XD XD no no uh Becca😂
Wah bhai wah
भारत, 5000 प्राचीन देश ,
नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि ---
दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ...
चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ...
किन्तु परन्तु ...
तालियां खूब बज रही
क्या .... क्या ....
हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ...
नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से
क्षमा 👋
🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱
पवार
मैं जितनी बार सुनता हूं उतनी बार रोता हूं।सच में मन की आंखों को खोल दिया इन कवियों ने।बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश सर आपको । कोटि कोटि प्रणाम इन कवियों को।धन्य है हमारा देश जो इनको अपने घर जन्म दिया।धन्य हैं वो माएं जो अपने गर्भ से इनको पृथ्वी माता पर लाई। बहुत सुंदर।
कमाल का मंच तैयार किया है
शैलेश लोढ़ा जी ने
सैल्यूट दिल से
शैलेश भाई बहुत दिनों से मैं चुप था पर आज मैं लगातार रोता ही रहा, क्या खूब भाई बहनों को सुनवाया है आपने, बहुत बहुत धन्यवाद
मै भाग्यशाली हूँ जो इतनी बढ़िया कविता सुनने को मिला।
आपको मेरा दण्डवत चरण स्पर्श आदरणीय सैलेश भाईसाहब मैं कृतज्ञ हो गया ये कविता सुनकर मेरी बेटी मुझे रोज़ वीडियो काल करती है
इन्हे सुनकर आंखो में आंसू नहीं रोक सका सर आपने ये कमाल कर दिया इन्हे मंच देकर इनकी भी दुआए ले ली आपने
0 🙏0 👍
बहुत ही शानदार आंख में आंसू आ गए
इस एपिसोड के लिए आदरणीय शैलेष भैया, टीम वाह भाई वाह एवं शेमारू टीवी का बेहद आभार 🙏❣️🙏
Wah bhai wah sheleshji aaj hi dekha ye program bahut hi sunder h n sunder vichar h ji behan dilkash h aankhobwalo ko tobdekhate hi h but ye to bin.aNkho walo ke man aatma ko dekha.......
आज का एपिसोड वाकई में बहुत खास है सारे कवियों को शुभकामनाएं साथ ही शैलेष जी आपको भी सादर साधुवाद ।।
रुला देने वालो को भी बार बार देखने को दिल करता है । आदरणीय शैलेष सर जी को शुभकामनाएं ।
आज मुझे थोड़ा टेंशन था.. दुबारा ये गीत सून कर थोड़ा साहस मिला...
एक प्राथना करूंगा ऐसे एपिसोड और लाए 🙏🙏🙏
आज का एपिसोड बहुत खूबसूरत था मेरे आँसू नही रुक रहे थे अल्लाह आपको सदा खुश रखे
ऐसा कवि सम्मेलन नही देखा। सच मे आंखें नम हो गयीं। शैलेश जी को बधाई शुभकामनाएं कि वो इतने बेहतरीन कवि-शायरों को देश के सामने लाये।
'वाह भाई वाह' की पूरी टीम को प्यार बधाई शुभकामनाएं 💐
नागेश खरे
बाँदा (उत्तर प्रदेश)
इतना इमोशनल काव्य हमने आज जिंदगी में पहली बार सुना
आदरणीय शैलेश सर, इन कवियों को सुनकर मन प्रफुल्लित हो गया। आंखो से अंशु यूं ही नहीं निकलते कुछ तो दर्द था इन कवियों की आवाज में। आपको और इन कवियों को कोटि कोटि नमन।
बहुत खूब, आदरणीय श्री शैलेश लोढा जी,कवि सम्मलेन में तो आपको सुनता था,मगर यह रूप ,आज ,यकायक देखा,आपको बहुत-बहुत धन्यवाद व आभार भी।
रमेश कुमार द्विवेदी,चंचल, सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश।
आंख होकर भी हम चल नहीं पाए।
मुझे गर्व है राम पर जो बंद आंखें राह दिखाए ।
आवश्यकता ही नही मुझे नेत्र की
मै अपने राम की उंगली पकड के चलता हूं ❤️
सुपर से भी ऊपर कहूं तो भी कम होगा,शैलेश जी बहुत बहुत साधुवाद आपको, नमन आपकी प्रेरणा श्रोत कलाकृति को
आंख वाले कवियों से ज्यादा अच्छा इन कवियों के नगमों ने दिल जीत लिया।वाह वाह। शैलेश जी को कोटिशः साधुवाद।
मैं कहीं व्यस्त हो रहा था कि अचानक ये वीडियो यूही देखने लगा,
और बस फिर पहली शायरी सुनते ही काम को एक साइड में किया और एक घण्टे का ये पूरा एपिसोड देखने को मजबूर हो गया❤❤❤
सच में आनन्द आ गया वाह भई वाह👏👏👌
Just like me
सच ही कहा इस से बेहतर एपिसोड कुछ हो नहीं सकता.....
बहुत ही शानदार और , कबीले तारीफ है इनकी कविताएं , ,,,, इन सबके चरणों में मेरा नमन!!!!👍🏻👍🏻🙏🙏
Wah bhai wah
शैलेश भाई आपने कविता और शाइरी की जो त्रिवेणी प्रवाहित की है , उसकी प्रशंसा के लिए मुझे शाब्दिक दुर्भिक्ष का सामना करना पड़ रहा है । शब्द निर्झर बह गया है । अश्रु सागर रह गया है । धन्य हैं ये तीनों काव्य विभूतियां जिनके एकसाथ होने से काव्य कुम्भ सज गया है । इन तीनों के काव्य पाठ पर सजल आंखें ही प्रतिक्रिया दे रही हैं ।
क्या बात है सर आंखे नम हो गईं,,,
आप जैसा इंशान कोई नहीं है 👌👌👌🙏🙏🙏
वाह भई वाह बहुत अधिक पसंद आया कार्यक्रम
कवि संगम राम वन गमन काव्ययात्रा में अयोध्या के कार्यक्रम में जतिन को मंच तक ले जाने में हमने सुख का अनुभव किया।आदरणीया पूनम जी ने परिचय देते हुए सहयोग करने को कहा।आज वह भाई वाह में देख कर मन गदगद है।जय जय हो
जब अकबर साहब ने पढ़ना शुरू किया तो आंसू रुक नही पाए।
तीनों लोग महान है बहुत अच्छा सुनाया सबने अल्लाह पाक सबको सलामत रखें❤️
हे भगवान ए खुदा तू है और ऐसे इंसानों में ह यह विश्वास आज और पक्का हो गया
लाख कोशिश करने के बाद भी आंसू रोक नही पाया आपका बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश सर
दृष्टि नहीं तो क्या,दृष्टिकोण बहुत लाजवाब है,वाकई में अद्भुत प्रोग्राम,यह प्रोग्राम अनमोल धरोहर है... 👌🙏
ऐसा प्रोग्राम आज तक ना ही सुना और ना ही देखा है।तीनो कवियों ने आज एक कट्टर अनुशासित फौजी आदमी को एकेले को बंद कमरे में एक घंटे के लिए रूलाए रखा। बहुत बहुत धन्यवाद और आभार भाई शैलेश जी लोढा।
वाह भाई का कार्यक्रम बहुत बढ़िया शैलेश जी तीनों को कवियों ने बहुत बढ़िया प्रस्तुति दी आंख नम हो गई
शैलेश जी आपका दिल से बहुत बहुत धन्यवाद आप महान है जो ऐसे ऐसे कवियों को लाते है आपके लिए मेरे पास शब्द नही है
शायद ही कोई होगा जो इनकी भावनाओं को सुनके अपने आशू रोक पाए। धन्य है ये लोग
आरिफा जी को कई बार सामने बैठ कर सुनने का मौका मिला। पुनः सुनवाते के लिए शैलेश जी को धन्यवाद।
Mujhe bhi me to ghar me raha hu unke ❤❤❤
बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं वाह भाई वाह के शो को जो ऐसी प्रतिभा को लेकर आता है
नमन ऐसे कवियों के चरणों में ❤❤
शैलेश जी का आभार 🙏🙏
गजब गजब गजब। आंख भले न हो लेकिन ऐसी गजल शायरी की रोशनी अच्छे अच्छों के पास नहीं।। बेहतरीन शायर भी पानी मांग लेंगे।
शैलेश जी आप महान है आपने जिस तरह से इन नेत्रहीन भाइयों की प्रतिभा को पहचाना है और उन्हें मंच पर आने का अवसर दिया है आप बधाई के पात्र हैं । इन तीनों को साथ-साथ आपको भी कोटि-कोटि नमन।
जीवन का सबसे मशहूर कविता पहली बार सुना है इन कलाकारों को कोटि कोटि धन्यवाद🙏💕
एक एक शब्द में कितनी सत्यता है मेरे भाई दिल से आप तीनों को सैल्यूट करता हूं
मैं भी उन्हीं सज्जन को बार बार देख रहा था... और समझ गया था कि वो जतिन जी के पिता जी ही होंगे... क्योंकि ये प्रेम के अश्रु ये भाव किसी पिता या माँ में ही झलक सकता है - प्रणाम उनको 🙏
कोई शब्द नही ऐसी विभूतियों के लिए... लाख कोशिशों के बावजूद आँसू नही रुके...🎉🎉
अकबर ताज आपके लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं ❤
सर इन लोगों ने आज बहुत रूला दिया अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पायी क्या बेटी के प्यार को आपने लोगों तक पहुंचाया है 😊😊😊❤❤❤❤❤❤❤❤
अद्भुत, आंखों से बरबस ही आंसू निकल ही पड़े। इन कवियों को नमन।
हृदय से सलाम करता हूं कविताओं को
ये कवि सम्मेलन कितना सुंदर हुआ है आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते है की मै इसे कई बार देख चुका हु फिर भी मेरा मन नही भरता 🙏🙏
वाह भाई वाह 👌👌
वह भाई वह नेत्रहीन कवि ने जो पंक्तियां पेश की है लाजवाब है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी गई है, बेहतरीन लगा, बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं आपको, इन सभी अदभुत अकल्पनीय अविश्वसनीय अभूतपूर्व भारतीय कवियों को।
ये वाला एपिसोड कसम से कई बार सुना और हर बार नया लगता है।
वाह भई वाह👏
बहुत बेहतरीन ❤
शब्द नही है आपकी तारीफ के लिए 🙏
सारी लाइन बेहतरीन है 😊
ऐसा कार्यक्रम न भूतो न भविष्यामि।❤❤❤❤❤❤
मंडल जी के भाव मुक्तक सुनकर विश्वास है कि भारत में कविता का भविष्य उज्जवल है ।
❤❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
मुक्तक सुनकर मन तृप्त हो।गया सर जी
अब तक का सबसे अच्छा कवि सम्मेलन
नेत्रहीन कवियों को मेरा प्रणाम
इतना खूबसूरत सही में दिल को छूने वाला प्रोग्राम है।
जीवन में कवि सम्मेलन बहुत देखें है सुने हैं पर इस पूरे एपिसोड में मेरी आंखो से आंसू नहीं रुके है।नमन मेरा तीनों कवियों को।
Ham khud.Netr.honekebaujud.bhi.Netrahin.Hai.unheto.Rahane.undarki.Aakh.di.hai
शैलेश जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
इन महान कवियों को बुलाने के लिए। हमें सुनने का अवसर दिया है, भावुक कर दिया सभी ने,😢😢
बहुत बहुत धन्यवाद ऐसे कवि आज तक देखे नहीं है।🙏🙏
मेरे पास शब्द नहीं है 👌🏻इतने अच्छे कवियों के कविता पर, ये कविता नहीं हृदय है इन महान कवियों के 🙏🙏👍🏻👍🏻💐💐💐💐❤️❤️❤️❤️
मेरी दृष्टि में इससे बढ़कर कोई कविता नहीं इससे बढ़कर कवि नहीं, इससे अधिक प्रेरणादायक सूत्र नहीं
शैलेश जी यें आप का सबसे बहेतरीन एपिसोड मेसे एक एपिसोड है आप ने दुनिया का सबसे बेहतरीन कविसम्मलेन सुनाया है 👌👌👌👌👌👌👌
Waah akbar bhai kya desh bhakti h apke andar ye hai real muslim proud off uh 🙏
मन से अनन्त बधाइयां
आप ने महान कला का सम्मान दिया।
ओर खुली ओर आँखों वालो को हकीकत का आईना दिखाया।
साधुवाद👍
धन्य हो श्रीमान शैलेश जी को सादर अभिनन्दन आप ने भगवान से मिला दिया भगवान इनकी जीवन में खुशिययाँ भर2 कर दे। धन्यवाद सर
शैलेश जी आजतक ऐसा नहीं सुना आंखें झरने को रोक नहीं पाई रहे वाह भाइ वाह ।
निःशब्द हूं। आज भीग कर आँखें धन्य हुईं।
बहुत बहुत आभार, शैलेश जी जो आपने इन बेशकीमती प्रतिभाओं को मंच साझा कराया !!एक अनुरोध है जब कोई प्रतिभागी अपनी बात कह रहा हो तो वाद्ययंत्र को बंद रखा जाए क्योंकि उसके आगे कही हुई बातें मिश्रित होकर समझ नहीं आती,सादर आभार
वाह -वाह कया बात है । मैंनें बहुतों को देखा व सुना है ,लेकिन कोई भी इतनी गहराई तक नहीं पहुंचा कि ---वह आंखों को छलका दे । इनलोगों का गायन शैली ,शबद -संयोजन सबके सब सीधे दिल को छू गया और मन ने कहा कि ,काश कुछ देर और सुन पाते । इनको प्रभु ने विशेष प्रतिभा दिया है । इनको दुनियां के सामने लाने के लिए ,चैनल व शैलेश जी को बहुत बधाई ।
अत्यंत अभिभूत हूं। कवि हूं इसलिए और अधिक प्रसन्न हूं आज के इस प्रोग्राम को देखकर🎉😢❤❤❤❤❤❤❤❤❤thankyou shailesh ji
हृदय अभिभुत हो गया है जय श्रीराम
सच में लाजवाब है । अद्भुत है ।आपने मंच देकर अद्वितीय कार्य किया है ।कोटि कोटि धन्यवाद
निशब्द होकर बस इतना ही कहना चाहूंगा कि शैलेश जी आपने सही कहा इन्हें सहानुभूति की नहीं समानुभूति की आवश्यकता है।❤❤
बहुत बहुत बधाई जतिन बेटा।बधाइयां।शुभकामनाएं
बस आपके जैसे कोई सही मार्ग दर्शन करने वाली मिल जाए तो हर एक इंसान अपने आप को कोसता नहीं रहेगा और कहीं ना कहीं सफलता में अग्रसर बढ़ता रहेगा शुक्रिया तारक मेहता 🙏🙏🙏🙏Sir🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आरम्भ सुनते से ही इनके प्रति प्रेम के अश्रु धारा स्वतः बह चले 💐💐
दिल की आवाज से उठी कलम और बने शब्दो का बगीचा बन गए और बन गए निराश लोगों के लिए आईने ।।
श्रीमान शैलेश सर! ईश्वर आपको स्वस्थ, सम्पन्न, दीर्घायु करें।आपने सदैब अच्छे-अच्छे कवियों को लाते रहते हैं किन्तु आज तो तीन हीरे लाये हैं जो लोगों की अन्दर की बन्द आंखों का आपरेशन कर खोल करके रख दिए।
आपको कोटि शह धन्यवाद।
शैलेश जी, इस प्रोग्राम को दिखाने के लिए आपका हार्दिक आभार l तीनों कलाकारों ने सभी को रुला कर रख दिया l मैने अपने जीवन में इससे अच्छा कवि सम्मेलन न देखा न सुना l
शैलेश् जी आपके इस प्रयास को ह्र्दय से धन्यवाद जो इन अनुठे कलाकारो को सुनने का मोका मिला
'मै अपने राम की उंगली पकड कर चलता हूँ' क्या बात है जबरदस्त जबजबरदस्त
पूरे वीडियो में मैं रोता ही रहा शैलेश जी।आज देखा।धन्यवाद ऐसे शो के लिए।
Sir,
क्या कर दिया आपने
इस मंच के लिए आज मेरे पास कोई शब्द नही है।
Nice
शैलेश सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🎉 आपने ऐसे प्रतिभाशाली प्रज्ञा चक्षु कवियों को अपने मंच से दुनियाभर को अतिसुंदर रचनाएं सुनाने के लिए प्रस्तुत किया । ये नेत्रहीन या अंधे नहीं है बल्कि ये तो प्रज्ञा चक्षु हैं।
🙏 बदनपर रोंगडे खडे करनेवाला और आँखोमें आँसू लानेवाला एपिसोड, बहुत कोशिश की लेकिन आँखोसे आँसू बहतेही रहे| लगभग हरएक श्रोताका ये ही हाल होता दिखाई दिया। सबको नमन 🙏
नेत्रहीन कवियों को दिल से सलाम। इन कवियों की एक एक पंक्ति दिल को छू गई। इनके चरणों मैं अपना प्रणाम निवेदित करता हूं।❤❤
ऐसे नेत्रहीन महान विभूति की कविताओं को सुना और अपने जीवन में ऐसी कविताएं नही सुनी जितनी तारीफ कि जाए वह कम है।
सादर नमन ईश्वर सब को कुछ न कुछ हुनर जरूर देता है