तीर्थंकरों की पहचान sign से ही होती हैं क्योंकि तीर्थंकर जब जन्म लेते हैं तब उनके सीधे पैर में एक विशेष चिह्न होता है जिससे इंद्र वह चिन्ह देखकर उस तीर्थंकर का नाम निर्धारित करता है। और 1 तरीके से हम यह भी समझ सकते हैं कलयुग में भगवान साक्षात विराजमान नहीं होते और उनकी पहचान हो सके इसलिए सभी 24 तीर्थंकरों के अलग विशेष चिह्न होते हैं जिससे उनकी पहचान की जाती है और हम जान सकते हैं कि यह कौन से तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा है।जय जिनेन्द्र
Jai bolo Bhagwan Rishabh dev ji ki 🙏🙏🙏 Jay jay.
बहुत अच्छा वीडियो है
Namostu bhagwan
Bhut achha
बहुत सुन्दर
वेरी नाइस
Very nice 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Very good
Thanks
Om
ગુરુ ભગવંત ના મુખેથી ઘણીવાર સાંભળ્યું છે પ્રભુનો મોક્ષ અષ્ટાપદ તીર્થમાં થયો
Khupch chan mahiti milali
Supper jaankari
Jai adinath
Very nice
Thanks
bahut bahut acchi jaankari 🙏
Good nice
Super ap hamesha new video upload kare
👌👌👌
Nici
Adam pegmaber ❤
🤣🤣🤣🤣🤣 that is not your Adam paigambar
बहोत ज्ञान प्राप्त हुआ
जय जीनेंद्रजी
🙏🙏🙏👌👌👌🙏🙏🙏
Nice video
Ñica
👌👌👌👌👌
Very best Rahul Jain ji.
👍👍👍👏👏👏👏👌
Vande veerm jainam jayati Shashanam
Ahinsamay Jain Dharma Ji Ki Jay ,Adinath Bhagwan Ji Ki Jai🙏🙏🙏😊😊😊
વેરિં. Best
Jai jinendra.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤️
Jai Sri aadinathji🙏🙏🙏
Good
Mujha boat accha laga
very nice
Nice information. Thanks
Nicevidio
🙏🙏🙏nice 🙏🙏🙏
Bhaisahab ye 84 laakh wars puurv kitna huva
Ek sawal
20 karod kodakudi sanyojan
Kitna time hai
🙏👌
Very very informative
avsarpani kal ke konse are ke ant me bhagvan rushabdev ka janma huva
कृपया हमारे चैनल पर अपलोड भगवान आदिनाथ जी का प्रभु परिचय देखे जय जिनेन्द्र
Sign kyu hota h inke pass
तीर्थंकरों की पहचान sign से ही होती हैं क्योंकि तीर्थंकर जब जन्म लेते हैं तब उनके सीधे पैर में एक विशेष चिह्न होता है जिससे इंद्र वह चिन्ह देखकर उस तीर्थंकर का नाम निर्धारित करता है। और 1 तरीके से हम यह भी समझ सकते हैं कलयुग में भगवान साक्षात विराजमान नहीं होते और उनकी पहचान हो सके इसलिए सभी 24 तीर्थंकरों के अलग विशेष चिह्न होते हैं जिससे उनकी पहचान की जाती है और हम जान सकते हैं कि यह कौन से तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा है।जय जिनेन्द्र
Bahut achha
Namostu bhagwan
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Very nice
बहुत सुन्दर
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