अमिताभ जी, अतुलनीय विष्लेषण है l आंखे खोल देने वाला l हमारे गैर जिम्मेदाराना इतिहासकारों ने हमारी कई जेनरेशन को गुमराह किया मुगलों का गलत तरीके से मान बड़ाने के लिए l
अग्निहोत्री जी मैं आपको हृदय से नमन करता हूं इतिहास वह होना चाहिए जो जो सत्य घटनाओं पर आधारित हो लेकिन इस देश में तो आजादी के बाद इतिहास ही नहीं दिया गया झूठ निर्मित इतिहास को सिलेबस में लगा दिया गया। यह कहा गया है कि कभी न कभी सच्चाई बाहर आएगी और वह आज आ गई है। इतना जरूर है कुछ आदमियों को कुछ नेताओं को मिर्ची लगेगी उन्हें तो भारतीय सभ्यता को दबा के रखना ही अच्छा लगता है। बहुत-बहुत धन्यवाद
सच्चा और सही इतिहास पढा़या जाना चाहिये सरकार आजादी के 75 साल बाद सही इतिहास पढाने जा रही हैं पर राजनीति दलों के पेट में तो दर्द होगा ।पाप चाहे सात समुन्द्र के नीचे दबा दो छिप नही पाता आज ये ही हो रहा हैं ।
Mugal ko maratha empire ne khatam kiya par unhe Daya karke Dilli dedi gayi aur mugal kamzor hogaye the aur angrej ke ane se pehle maratha empire tha aur angrej ne Dilli se angrej ko hara diya maar diya aur maratha ko haraya maratha Anglo 2 war mein mugal ne angrejo ka sath diya mugal angrej ka sath dete the
आदरणीय अमिताभ जी आपका खून सच्चा है इसलिए आप हमेशा सच्ची बात करते हैं वर्ना लालची और चाटुकार तो बस बहुत हैं।आप जैसे पत्रकारों से हम सबको बहुत उम्मीदें हैं।जय श्रीराम
अमिताभ जी शनिवार और रविवार को भी डिबेट का कार्यक्रम जारी रखें देश की जनता को बहुत इंतजार रहता है आपकी बात सुनने के लिए,,इस पर विचार जरूर करें आपका बड़ा आभार होगा,,, जयश्रीराम
@@Renaissance861 अब लोग समझ गए होंगे कि ऊंची जातियों के राजाओं के अत्याचार इतिहास की किताबों में क्यों नहीं लिखे जाते, ब्राह्मणों की क्रूरता किताबों में क्यों नहीं लिखी जाती क्योंकि वे लेखक थे, समाज में उनका सर्वोच्च स्थान था। वे दलितों और आदिवासियों पर अपने दुष्ट और क्रूर कर्मों का जिक्र नहीं करते। उन्हें गांव का आम पानी पीने की इजाजत नहीं थी। उन्हें सवर्ण की सड़क पर चलने की इजाजत नहीं थी। उन्हें पैसा रखने की इजाजत नहीं थी। उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने के लिए मजबूर किया गया। उसे पशु से नीचे समझा जाता था, उसे अपवित्र समझा जाता था, उसकी छाया को अपवित्र माना जाता था। उनके संपर्क के लिए, एक व्यक्ति को सजा मिलती है। पीठ पर झाडू रखी थी, गले में घड़ा रखना था। बौद्धों को शूद्र केवल इसलिए माना गया क्योंकि उन्होंने वर्ण व्यवस्था को अस्वीकार कर दिया था। केरल में ब्रेस्ट कवर पर टैक्स उन्हें गांवों से बाहर या बाहरी इलाकों में रहना पड़ता है। उनका व्यवस्थित रूप से दमन और दमन किया गया लेकिन उनके क्रूर कार्यों के बारे में कुछ ही किताबें उपलब्ध हैं। ब्राह्मण अच्छे लेखक थे और हैं इसलिए वे अब भी ऐसे क्रूर कृत्यों में हेरफेर करते हैं। वे स्वीकार नहीं करते हैं लेकिन सभी निरंकुशता को अस्वीकार करते हैं। वे 3000 साल के दमन में हेरफेर करते हैं। यह सब हमें बौद्ध और सिख ग्रंथों से पता चलता है और वे कितने कपटी हैं, आप कल्पना कर सकते हैं, कहा जाता है कि मनुस्मृति, पद्म पुराण, स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, महाभारत, तुलसी रामायण सब अंग्रेजों की चालें हैं। जोड़-तोड़ में ये बहुत माहिर होते हैं। क्या सच में अंग्रेज पुराण, महाभारत और मनुस्मृति लिख रहे थे और बदल रहे थे? मेरा अनुरोध है कि सभी तथाकथित प्रेम करने वाली जातियां और जो मानवता में विश्वास करती हैं, इन क्रूर ब्राह्मणों के बहकावे में न आएं और अपने स्वाभिमान को कम न करें। हालांकि सभी ब्राह्मण क्रूर नहीं होते हैं। जय हिंद 🇮🇳
@@Renaissance861 हमें ब्राह्मण से नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद से समस्या है जो जन्म के आधार पर एक समूह को श्रेष्ठ और दूसरे को हीन घोषित करते हैं और अनुसूचित जाति को उस तरह की परिस्थितियों से बाहर निकलने का अवसर नहीं देते हैं, वास्तव में उन्हें और अधिक दबाना चाहते हैं।
Muglon ke alava jitne bhi videsi is desh mai aaye unke khilaf sanghrs ko mul aadhar bnaker likha jana chahiye.luteron ka durto ke gun gan se bhra hai pura itihas .jis desh ki 80 pratisasat jant asikchit hai kya sachcha itihas likha ja sakta hai.hamesa dbang apna apna itihas asli nakli likh btate aaye hai.sachcha itihas sirf ahinsa manne vale logo ke samay hi likha jata hai..hinsa mai bhrosa karne vale dhurto ne jo ahinsa ka dikhava karte hai.ve apne ko sresth dusron ko murkh bnane ka itihas likh dete hai.itihas vartman ka bnao bhutkal kaitihas Satya ke kafi dur hai. desh ke pratyek nagrik ko sikcha svasthya nyay se dur ker mahnga ker Mera bharat sab kuch luta ker mahan bnega kya.
आप जैसे पत्रकार से इस देश के अन्य पत्रकारों को भी ऐसे ही निष्पक्ष पत्रकारिता सीखनी चाहिए । आपका ज्ञान हर विषय पर प्रमाणिकता से भरपूर हौता है । जब तक आप जैसे लोग जीवित हैं तब जनता की आवाज बुलदं है, ये समाज जिदां रहेगा।
हम लोग तो बचपन से ही गलत इतिहास पढ़ कर गुमराह हो ही गये थे लेकिन वर्तमान एवं आने वाली नई पीढ़ीयों के सामने सच्चाई आनी ही चाहिए । हम लोग तो यह पढ़ कर आश्चर्यचकित हो जाते थे कि बाबर दो व्यक्तियों को दोनों बाँहों के नीचे दबा कर क़िले की दीवार पर दौड़ लगा सकता था और ना जाने कितने ही ऐसे मिथ्या महिमामंडन के क़िस्से लिखे हुए थे ।
इस तरह तो राणा प्रताप के बारे मे भी गलत जानकारी दी गई कि अकबर से बहुत वीरता से लड़े। आने वाली पीढ़ियों को फिर से पढ़ाया जाएगा कि देवदासी बनने, सती प्रथा का होना कितना अच्छा है😂😂😂
पूर्ण सत्य वचन श्रीमान, लुटेरे थे, लूटने आए थे। क्या महानता हो गई। जहां से आए थे, वहां आज भी धूल उड़ रही है। भारत को लूटा, मारा, काटा, कुछ वहां बस भी गए।😡😡🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌷🌷🌷
Nahi dibeto ko band kar dena chahiye.....isse desh me logo me tanaw badhta he.... Dibeto me jo chichaledari hoti he muddo pR.....ye usi ka natiza he ki aaj charo trzf aag lagi huyi he... Logo k jo vichar he ek dusre k liye......use open karne se apas me veir...nafrat badhti he ek dusre k liye.... TV CHENNALS ko to pesa kamana he.....unhe kya furk padta he ki isse desh ko kitna bada nuksan hota he ... Isse pehle bhi to hindu sur muslim isi desh me apne apne paridhi ne rehte the.. Pehle kabhi kusi ka jhagda nhi hota tha.....chahe ye dono mjhbi log beshak ek dusre ko pasand na jarte ho.... Par ek dusre k vichar....ek dusre k liye kya he...ye sab ek dusre tak nhi pahunchta tha..... Isiliye kabhi koie jhgda nhi hota tha..... Par jabse social midia aaya he.....aur kongres party satta se Hati he....tabhi se ye nafrti mahol papa he.... Rahi szhi kasar ye chennls wale dono traf k kattar pantheon ko amne samne...bethakar aag me ghee ka bhi nhi...sidhe petrol chidakte he..... Sabko ek hi desh me ek sath rehna he....jese pehle rehte the....isliye sabko in tamash been se door rehna chahiye.... Log to aag lagakar door bhag jate he.....jhulaste he bechare bekasoor log....jinka insabse koie lena dena hi nhi hota... Isliye sab akkal se jam le...aur sayyam se rahe.. Jese pehle se rehte aaye he...
Main aap se sehmat hun ki is vishay per Debate hona chaahiye. Prantu Mara vinamra aagrah , Amitabhji sae , hae ki,,,,,,, aap 🎉Sudhansu Trivediji ko usmain avashya aamantrit karein.
72 छेद तो हिन्दू में ही है,,,भारत की हर समस्या का कारण कायर ,,डरपोक,,,नपुंसक ,,सेक्युलर हिन्दू ही है,,हिदू की चुप्पी आग में घी का काम करती है,,,हिन्दू पहले खुद को देखे
@@qnbangle7557 are Andhnamazi , mughl hamare itihas ka hissa hai , unhone raaj kiya bharat me, keval changes huve hai chapters me qki unke kaafi chapters repeat ho rahe the, mitaya nahi hai , news vale har bar alag angle par le jate hai news ko taki TRP bhade , so dont be a fool .
जय श्री राम जय हो वीर योद्धा अमिताभ अग्निहोत्री जी जैसे देश भक्त मिडिया पत्रकार को नमन करूं मैं जेठमल शर्मा आदि गौड़ ब्राह्मण समाज आपके ऋणी रहेगा आपका कथन सही तरीके से जानकारी प्राप्त कर रहे हों गुरुजनों को प्रणाम करते हैं
प्रणाम पंडित जी, आप कोशिश करते रहो जरूर कुछ ना कुछ अच्छा ही होगा लोगों की सोच समझ बदलेगी जागृत होंगे, देश हमेशा आपको याद करेगा यह सनातन समाज हमेशा आपका ऋणी रहेगा, परमात्मा आपको दीर्घ आयु दे, जय भारत वर्ष,
*इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा, जिन मुगल लुटेरों ने हमारे* *देश और हमारी प्राचीन संस्कृति को लूटा और रक्तपात* *मचाया, इतिहास में उन्हें ही हमारा हीरो बता दिया* *गया।* 😢😢
@@Renaissance861 14:28 अब लोग समझ गए होंगे कि ऊंची जातियों के राजाओं के अत्याचार इतिहास की किताबों में क्यों नहीं लिखे जाते, ब्राह्मणों की क्रूरता किताबों में क्यों नहीं लिखी जाती क्योंकि वे लेखक थे, समाज में उनका सर्वोच्च स्थान था। वे दलितों और आदिवासियों पर अपने दुष्ट और क्रूर कर्मों का जिक्र नहीं करते। उन्हें गांव का आम पानी पीने की इजाजत नहीं थी। उन्हें सवर्ण की सड़क पर चलने की इजाजत नहीं थी। उन्हें पैसा रखने की इजाजत नहीं थी। उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने के लिए मजबूर किया गया। उसे पशु से नीचे समझा जाता था, उसे अपवित्र समझा जाता था, उसकी छाया को अपवित्र माना जाता था। उनके संपर्क के लिए, एक व्यक्ति को सजा मिलती है। पीठ पर झाडू रखी थी, गले में घड़ा रखना था। बौद्धों को शूद्र केवल इसलिए माना गया क्योंकि उन्होंने वर्ण व्यवस्था को अस्वीकार कर दिया था। केरल में ब्रेस्ट कवर पर टैक्स उन्हें गांवों से बाहर या बाहरी इलाकों में रहना पड़ता है। उनका व्यवस्थित रूप से दमन और दमन किया गया लेकिन उनके क्रूर कार्यों के बारे में कुछ ही किताबें उपलब्ध हैं। ब्राह्मण अच्छे लेखक थे और हैं इसलिए वे अब भी ऐसे क्रूर कृत्यों में हेरफेर करते हैं। वे स्वीकार नहीं करते हैं लेकिन सभी निरंकुशता को अस्वीकार करते हैं। वे 3000 साल के दमन में हेरफेर करते हैं। यह सब हमें बौद्ध और सिख ग्रंथों से पता चलता है और वे कितने कपटी हैं, आप कल्पना कर सकते हैं, कहा जाता है कि मनुस्मृति, पद्म पुराण, स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, महाभारत, तुलसी रामायण सब अंग्रेजों की चालें हैं। जोड़-तोड़ में ये बहुत माहिर होते हैं। क्या सच में अंग्रेज पुराण, महाभारत और मनुस्मृति लिख रहे थे और बदल रहे थे? मेरा अनुरोध है कि सभी तथाकथित प्रेम करने वाली जातियां और जो मानवता में विश्वास करती हैं, इन क्रूर ब्राह्मणों के बहकावे में न आएं और अपने स्वाभिमान को कम न करें। हालांकि सभी ब्राह्मण क्रूर नहीं होते हैं। जय हिंद 🇮🇳
आपका विश्लेषण एकदम सही है। हम जल्द ही सनातनी संगठित होकर सभी बुराई पर विजय प्राप्त करेंगे। हमें भाजपा के भरोसे नहीं बैठना है, जो जहां है ,वहीं से देश के लिए कार्य करे।
Mugal ko maratha empire ne khatam kiya par unhe Daya karke Dilli dedi gayi aur mugal kamzor hogaye the aur angrej ke ane se pehle maratha empire tha aur angrej ne Dilli se angrej ko hara diya maar diya aur maratha ko haraya maratha Anglo 2 war mein mugal ne angrejo ka sath diya mugal angrej ka sath dete the
I salute you heartly sir for your outstanding analysis of the Mughal period.The government had taken right decision to washout the criminals activities of the Mughal in NCERT books.
इरफान हबीब, रोमिला थापर आदि जैसे छद्मवेशी इतिहासकारों ने अनर्गल इतिहास परोसा और उसी कै बल पर मलाई चाटते रहे। भारतीय इतिहास की वर्तमान परिवेश में पुनर्रचना अत्यावश्यक है जो हमें हमारी संस्कृति की, अस्मिता को वर्तमान पीढ़ी के सामने रख सके।
अमिताभ अग्निहोत्री जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं भारत के महान नायकों का इतिहास शौर्य एवं पराक्रम को हिन्दुस्तान की जनता को नहीं पढाया गया और आक्रान्ता मुगलों का महिमामंडित करने का काम यहाँ के जयचन्दो मीर जाफरो द्वारा किया गया है यह सर्वविदित है जय श्री राम जय बजरंगबली की हर हर महादेव जय भोले बाबा की वन्दे मातरम् जय हिन्द भारत
हिंदू अपने कितने भाइयों सनातन वैदिक धर्म को सिखाएंगे? केंद्रीय और राज्य सरकारों के पाठ्यक्रमों में सनातनी संस्कारों की शिक्षा देने वाले अध्याय सभी कक्षाओं में जोड़ा जाए।सब पढ़ने वाले छात्र जान जाएंगे।
Jaunpur k shasak ne toda usake baad kashi vishwanath ko akbar k vitta mantri ne banwaya. Vahi aurangzeb ki dharmadhata k vajah se toda gaya. Baad me malharrao holkar masjid ko todkar mandir banwana chahate the. Tab vaha k bramhanone viridh kiya k muslim shasak unpar hamla karenge. Ahilyabai ne puja paath karne k liye mandir banwaya.
पहली बार कोई क्रांतिकारी कद उठाया किसी सरकार ने जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।हमारे बच्चे महान होंगे भविष्य में।इस पर राजनीतिक रोटियां नहीं सेकना चाहिए।
हमारे मन की बात कह दी श्रीमान आपने, यदि हम हमारे राज्यों का महिमा वर्णन कर देंगे तो मुग़लों की आत्माएं खुद अपनी कब्र से बाहर निकल कर अपने आप को ही हटाने के लिए बोलने लगेंगे।
@@WisdomBuds WhatsApp se Padhe ho n ki Jihadi Hindu ladkiyo ko fasane Wale ko kahte hai_Sharm kro Shree Ram Mandir ashtha se related h. Tajmahal Love ka symbol h aur rhega hmesha aur jiske liye Tajmahal bana wah Hindu ladki nhi thi fir tumhe Jihad kaise yad aaya....ya pahle se kida bhara h dimag me gobar ka.
लाल किला, क़ुतुब मीनार जैसा कोई स्ट्रक्चर अरब मे क्यों नहीं हैं जँहा से मुग़ल आया? भारत के लोगो द्वारा बनाये गए स्ट्रक्चर को अपना बता झूठ परोसा गया!सच्चाई सबके सामने आना ही चाहिए!
आप के विश्लेषण में कोई कमी नहीं है बस इतना जोड़ना है कि जिन इतिहास कारों ने सच्चाई छुपाई उन्हें चार्जशीटिड करके सजा सुनाई जानी चाहिए भले ही वे अब संसार में न हों।
बिल्कुल सत्य। रानी कमलापति गौड़ समाज से , भगवान बिरसा मुण्डा , आदि बहुत से क्रांतिकारी थे जिनका नाम भी हमे जानने नही दिया गया। उन सबको शामिल करना चाहिए।
Congress nay first or neharu nay molana Abdul Kalam ko first education manister banaya tha , yah history vahi say start hue. , Mungalo ka gungan kiya gaya history may
46' - 47' election result which paved the way for ppartition ------mmosslim constituency ( Bombay Province 100% vote goes to M. League , Madras Province 100% , Bengal 95% , Assam 91% , Orissa 100% , Central Province 93% ...so on so on ....)
सुहेल देव, बिजली पासी जैसे तमाम अपने हिन्दू नायकों का सही इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए तभी सभी हिन्दू गौरवान्वित महसूस करेंगे क्योंकि सही इतिहास यही है,इन सभी नायकों ने देश के लिए और हिन्दू धर्म के लिए बहुत बड़ी कुर्बानियां दी है,। मुगलों, आक्रांताओं का झूठा इतिहास मंजूर नहीं है क्योंकि मुग़ल शासकों ने हिन्दू संस्कृति नष्ट किया और हिन्दुओं के साथ घोर अत्याचार किया था।
भारत के पहले दो या तीन शिक्षामंत्रियों की हुकुम से वामपंथियों ने इतिहास मे हिंदुस्तान की सौर्य को कम आँकने केलिए मुगलों का महिमा मंडन किया।अब सरकार उन बिषयों को हटाकर काबिलेतारीफ का कम किया।
हमें ब्राह्मण से नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद से समस्या है जो जन्म के आधार पर एक समूह को श्रेष्ठ और दूसरे को हीन घोषित करते हैं और अनुसूचित जाति को उस तरह की परिस्थितियों से बाहर निकलने का अवसर नहीं देते हैं, वास्तव में उन्हें और अधिक दबाना चाहते हैं।
बिल्कुल सत्य बात कही है।अमिताभ भाई ने।आपको सत् सत् प्रणाम। हमारी भी सरकार से यही मांग है।कि इतिहास में पूरी सच्चाई पढ़ाई जानी चाहिए और हमारे देश के जो वीर वीरांगनाएं जिन्होंने उस समय भारत की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी उनके विषय में में पूर्ण रूप बताया जाए और सत्य। जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण वंदेमातरम
अमिताभ अग्निहोत्री जी, आपने मुग़लों के बारे में बहुत सुंदर विश्लेषण किया है। ये सच्चाई है कि ये मुग़ल इंसानों की शक्ल में राक्षस थे। लेकिन कांग्रेसियों ने पुस्तकों में इनका इतना गुणगान लिखवाया है कि आजादी के बाद से पैदा हुई नई पीढ़ी ने होश संभालते ही यही सुना और पढ़ा कि मुगल सचमुच बड़े महान थे। अगर वो भारत में न आते तो भारत दुनियाँ का सबसे पिछड़ा क्षेत्र होता। लेकिन आज आपने इनकी धज्जियाँ उड़ा के रख दी हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद है। 👍🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर,सच सामने आना चाहिए था,अब धीरे धीरे आ रहा है, आपके हिम्मत की दाद है आप सच सामने लाते है धन्यवाद आपको,नमन
अतुल अग्निहोत्री जी आप संपूर्ण हिंदी पत्रकारिता में मेरे सबसे ज्यादा पसंदीदा
पत्रकार एवं संपादक हैं।
आपकी बोलने की कला सचमुच सराहनीय है।
अमिताभ जी, अतुलनीय विष्लेषण है l आंखे खोल देने वाला l हमारे गैर जिम्मेदाराना इतिहासकारों ने हमारी कई जेनरेशन को गुमराह किया मुगलों का गलत तरीके से मान बड़ाने के लिए l
Jai Hind Jai Bharat Thanks ji
अग्निहोत्री जी मैं आपको हृदय से नमन करता हूं इतिहास वह होना चाहिए जो जो सत्य घटनाओं पर आधारित हो लेकिन इस देश में तो आजादी के बाद इतिहास ही नहीं दिया गया झूठ निर्मित इतिहास को सिलेबस में लगा दिया गया। यह कहा गया है कि कभी न कभी सच्चाई बाहर आएगी और वह आज आ गई है। इतना जरूर है कुछ आदमियों को कुछ नेताओं को मिर्ची लगेगी उन्हें तो भारतीय सभ्यता को दबा के रखना ही अच्छा लगता है। बहुत-बहुत धन्यवाद
सच्चा और सही इतिहास पढा़या जाना चाहिये सरकार आजादी के 75 साल बाद सही इतिहास पढाने जा रही हैं पर राजनीति दलों के पेट में तो दर्द होगा ।पाप चाहे सात समुन्द्र के नीचे दबा दो छिप नही पाता आज ये ही हो रहा हैं ।
इतिहास मिटाया नहीं जा सकता।
लेकिन सही इतिहास खोल कर सामने लाना चाहिये।
मुगलों का झूठा इतिहास हटाया जाना स्वागत योग्य व सराहनीय है..
भारतीय राजाओं का इतिहास भी तो होना चाहिए, क्या पढ़ाओगे कि गाय के गोबर और मूत्र को पीना चाहिए
वाह गरेट अति परभावशाली विशलेषण आप का उतम विशलेषण धन्यवाद सही जानकारी मिला है
इसी प्रकार की पत्रकारिता की जरूरत है
सत्य व निर्भीकता
बार बार धन्यवाद
Wah sir.
Mugal ko maratha empire ne khatam kiya par unhe Daya karke Dilli dedi gayi aur mugal kamzor hogaye the aur angrej ke ane se pehle maratha empire tha aur angrej ne Dilli se angrej ko hara diya maar diya aur maratha ko haraya maratha Anglo 2 war mein mugal ne angrejo ka sath diya mugal angrej ka sath dete the
आदरणीय अमिताभ जी आपका खून सच्चा है इसलिए आप हमेशा सच्ची बात करते हैं वर्ना लालची और चाटुकार तो बस बहुत हैं।आप जैसे पत्रकारों से हम सबको बहुत उम्मीदें हैं।जय श्रीराम
कमाल है भाई अब हिन्दूस्तान में सत्य बोलने की हिम्मत पत्रकारों में भी आने लगी है जय हो मोदी जी मोटाभाई की
M hj oi 0
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@@satendrasingh9868😊😊😊😊😊😊😊
बेहतरीन विश्लेषण अमिताभ जी, आप का हरेक शब्द logical है, भारत की गरिमा का बखान बहुत आवश्यक है। मुगलों के कुकर्मों का भी खुलासा होना बहुत आवश्यक है।
अमिताभ जी, इन मुगलों का महिमा मंडल करने वालो को भी चिन्हत किया जाना चाहिए
जय सनातन सत्य सनातन
जय हिन्द
हमारे इतिहास की सच्चाई वही है जिसका उल्लेख आपने किया है।
वंदे मातरम।
अमिताभ जी शनिवार और रविवार को भी डिबेट का कार्यक्रम जारी रखें देश की जनता को बहुत इंतजार रहता है आपकी बात सुनने के लिए,,इस पर विचार जरूर करें आपका बड़ा आभार होगा,,, जयश्रीराम
इतिहास का इ तक नहीं पता इसे 😂
@@Renaissance861 अब लोग समझ गए होंगे कि ऊंची जातियों के राजाओं के अत्याचार इतिहास की किताबों में क्यों नहीं लिखे जाते, ब्राह्मणों की क्रूरता किताबों में क्यों नहीं लिखी जाती क्योंकि वे लेखक थे, समाज में उनका सर्वोच्च स्थान था। वे दलितों और आदिवासियों पर अपने दुष्ट और क्रूर कर्मों का जिक्र नहीं करते। उन्हें गांव का आम पानी पीने की इजाजत नहीं थी। उन्हें सवर्ण की सड़क पर चलने की इजाजत नहीं थी। उन्हें पैसा रखने की इजाजत नहीं थी। उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने के लिए मजबूर किया गया। उसे पशु से नीचे समझा जाता था, उसे अपवित्र समझा जाता था, उसकी छाया को अपवित्र माना जाता था। उनके संपर्क के लिए, एक व्यक्ति को सजा मिलती है। पीठ पर झाडू रखी थी, गले में घड़ा रखना था। बौद्धों को शूद्र केवल इसलिए माना गया क्योंकि उन्होंने वर्ण व्यवस्था को अस्वीकार कर दिया था। केरल में ब्रेस्ट कवर पर टैक्स उन्हें गांवों से बाहर या बाहरी इलाकों में रहना पड़ता है। उनका व्यवस्थित रूप से दमन और दमन किया गया लेकिन उनके क्रूर कार्यों के बारे में कुछ ही किताबें उपलब्ध हैं। ब्राह्मण अच्छे लेखक थे और हैं इसलिए वे अब भी ऐसे क्रूर कृत्यों में हेरफेर करते हैं। वे स्वीकार नहीं करते हैं लेकिन सभी निरंकुशता को अस्वीकार करते हैं। वे 3000 साल के दमन में हेरफेर करते हैं। यह सब हमें बौद्ध और सिख ग्रंथों से पता चलता है और वे कितने कपटी हैं, आप कल्पना कर सकते हैं, कहा जाता है कि मनुस्मृति, पद्म पुराण, स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, महाभारत, तुलसी रामायण सब अंग्रेजों की चालें हैं। जोड़-तोड़ में ये बहुत माहिर होते हैं। क्या सच में अंग्रेज पुराण, महाभारत और मनुस्मृति लिख रहे थे और बदल रहे थे? मेरा अनुरोध है कि सभी तथाकथित प्रेम करने वाली जातियां और जो मानवता में विश्वास करती हैं, इन क्रूर ब्राह्मणों के बहकावे में न आएं और अपने स्वाभिमान को कम न करें। हालांकि सभी ब्राह्मण क्रूर नहीं होते हैं। जय हिंद 🇮🇳
@@Renaissance861 हमें ब्राह्मण से नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद से समस्या है जो जन्म के आधार पर एक समूह को श्रेष्ठ और दूसरे को हीन घोषित करते हैं और अनुसूचित जाति को उस तरह की परिस्थितियों से बाहर निकलने का अवसर नहीं देते हैं, वास्तव में उन्हें और अधिक दबाना चाहते हैं।
आपकी बात बिल्कुल सही है कि मुगलों का असली चेहरा सामने आना चाहिये।
Muglon ke alava jitne bhi videsi is desh mai aaye unke khilaf sanghrs ko mul aadhar bnaker likha jana chahiye.luteron ka durto ke gun gan se bhra hai pura itihas .jis desh ki 80 pratisasat jant asikchit hai kya sachcha itihas likha ja sakta hai.hamesa dbang apna apna itihas asli nakli likh btate aaye hai.sachcha itihas sirf ahinsa manne vale logo ke samay hi likha jata hai..hinsa mai bhrosa karne vale dhurto ne jo ahinsa ka dikhava karte hai.ve apne ko sresth dusron ko murkh bnane ka itihas likh dete hai.itihas vartman ka bnao bhutkal kaitihas Satya ke kafi dur hai. desh ke pratyek nagrik ko sikcha svasthya nyay se dur ker mahnga ker Mera bharat sab kuch luta ker mahan bnega kya.
Modi ki asli degree samne aani chahiye
RSS ka asli chehra samne aana chahiye
Mugolki nazayash aulad@@mujahidulislam3917
@@mujahidulislam3917सोनिया कि डिग्री भी😅
आदरणीय अग्निहोत्री जी आपका विश्लेषण व कथन अद्भुत है। बिल्कुल यही ठीक रहेगा कि भारतीयों को मुगलों का ही नहीं बल्कि समस्त आक्रांताओं की
आप जैसे पत्रकार से इस देश के अन्य पत्रकारों को भी ऐसे ही निष्पक्ष पत्रकारिता सीखनी चाहिए । आपका ज्ञान हर विषय पर प्रमाणिकता से भरपूर हौता है । जब तक आप जैसे लोग जीवित हैं तब जनता की आवाज बुलदं है, ये समाज जिदां रहेगा।
उन गद्दार इतिहासकारों यदि जीवित हैं तो उन्हें सजा दीजिए ।
हम लोग तो बचपन से ही गलत इतिहास पढ़ कर गुमराह हो ही गये थे लेकिन वर्तमान एवं
आने वाली नई पीढ़ीयों के सामने सच्चाई आनी ही चाहिए ।
हम लोग तो यह पढ़ कर आश्चर्यचकित हो जाते थे कि बाबर दो व्यक्तियों को दोनों बाँहों के नीचे दबा कर क़िले की दीवार पर दौड़ लगा सकता था और ना जाने कितने ही ऐसे मिथ्या महिमामंडन के क़िस्से लिखे हुए थे ।
इस तरह तो राणा प्रताप के बारे मे भी गलत जानकारी दी गई कि अकबर से बहुत वीरता से लड़े। आने वाली पीढ़ियों को फिर से पढ़ाया जाएगा कि देवदासी बनने, सती प्रथा का होना कितना अच्छा है😂😂😂
अमिताभ जी शत् शत् नमन मुगलों के सच्चे इतिहास को सामने रखने के लिए। आपका विश्लेषण बहुत ही महत्वपूर्ण है, एनसीईआरटी इस पर काम कर रही है।
आपकी निर्भीक शैली और अपनी बात रखने का अंदाज बेबाक व लाजवाब है।इसी प्रकार झूठ व अनर्गल बातों को नकार कर उन्हें सच का आईना दिखाना जारी रखें। जय श्रीराम।
मन-मस्तिष्क को आन्दोलित करने वाला वक्तव्य। अनेकानेक साधुवाद 🙏
पूर्ण सत्य वचन श्रीमान, लुटेरे थे, लूटने आए थे। क्या महानता हो गई। जहां से आए थे, वहां आज भी धूल उड़ रही है। भारत को लूटा, मारा, काटा, कुछ वहां बस भी गए।😡😡🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌷🌷🌷
अमिताभ जी सादर नमन निवेदन है कि इस विषय पर आप डिबेट जरूर कीजिए आपके विश्लेषण की बात ही अलग है
Nahi dibeto ko band kar dena chahiye.....isse desh me logo me tanaw badhta he....
Dibeto me jo chichaledari hoti he muddo pR.....ye usi ka natiza he ki aaj charo trzf aag lagi huyi he...
Logo k jo vichar he ek dusre k liye......use open karne se apas me veir...nafrat badhti he ek dusre k liye....
TV CHENNALS ko to pesa kamana he.....unhe kya furk padta he ki isse desh ko kitna bada nuksan hota he ...
Isse pehle bhi to hindu sur muslim isi desh me apne apne paridhi ne rehte the..
Pehle kabhi kusi ka jhagda nhi hota tha.....chahe ye dono mjhbi log beshak ek dusre ko pasand na jarte ho....
Par ek dusre k vichar....ek dusre k liye kya he...ye sab ek dusre tak nhi pahunchta tha.....
Isiliye kabhi koie jhgda nhi hota tha.....
Par jabse social midia aaya he.....aur kongres party satta se Hati he....tabhi se ye nafrti mahol papa he....
Rahi szhi kasar ye chennls wale dono traf k kattar pantheon ko amne samne...bethakar aag me ghee ka bhi nhi...sidhe petrol chidakte he.....
Sabko ek hi desh me ek sath rehna he....jese pehle rehte the....isliye sabko in tamash been se door rehna chahiye....
Log to aag lagakar door bhag jate he.....jhulaste he bechare bekasoor log....jinka insabse koie lena dena hi nhi hota...
Isliye sab akkal se jam le...aur sayyam se rahe..
Jese pehle se rehte aaye he...
इतिहास का इ तक नहीं पता इसे 😂
@Ashwani Pandey
@@rajendrsingh185 a🎉
Main aap se sehmat hun ki is vishay per Debate hona chaahiye.
Prantu Mara vinamra aagrah , Amitabhji sae , hae ki,,,,,,, aap
🎉Sudhansu Trivediji ko usmain avashya aamantrit karein.
अमिताभ जी आदरणीय है आप की सोच और अद्भुत है आप का प्रस्तुतिकरण,मन प्रसन्न हो जाता है।
धन्यवाद है आप को।
हिंदू भाई अपने दोस्त, रिश्तेदार से कहो कि किसी भी पीर, मजार पर जाना बंद करें, अपने मंदिर में जया करें
Islam me mjar jaisi koi cheez hi nhi.....
72 छेद तो हिन्दू में ही है,,,भारत की हर समस्या का कारण कायर ,,डरपोक,,,नपुंसक ,,सेक्युलर हिन्दू ही है,,हिदू की चुप्पी आग में घी का काम करती है,,,हिन्दू पहले खुद को देखे
सही कहा
@@ankursingh009 lagta hai arbo ka land chata hai tune😅
@@ankursingh009 kya nhi hai islam mai teri bahan ho 6 sal ki or 60 sal ka budda shadi kare ye shirph islam mai hi hota beta 😅
मैं खुद पत्रकार हूँ लेकिन आपकी पत्रकारिता को नतमस्तक हूँ। आपकी वेबाकी को दिल से स्वागत करता हूँ।
बहुत महत्वपूर्ण जाणकारी! धन्यवाद अमिताभजी 🚩🙏⛅👍
मुगलों की हिन्दुओं के प्रति क्रूरता पढ़ाई जानी चाहिए, इनकी धूर्तता, ऐय्यासी, लुटेरापन भी।
👌
@@qnbangle7557 are Andhnamazi , mughl hamare itihas ka hissa hai , unhone raaj kiya bharat me, keval changes huve hai chapters me qki unke kaafi chapters repeat ho rahe the, mitaya nahi hai , news vale har bar alag angle par le jate hai news ko taki TRP bhade , so dont be a fool .
@@qnbangle7557 abe convert kom ke tera Mohamad pegamber khudh convert hai samjhe baap ko mat sikha samjhe , khudh pata kar le jhoothi convert kom
आंखों के अंधों का इलाज हो सकता है लेकिन अक्ल के अंधों का इलाज नहीं हो सकता है।
Buddhism ke khilaf jo pushyamitra shunga ne krurta ki
Ashok ne apne bhaiyon ke sath krurta ki
Brahmanon se jo daliton ke sath krurta ki uska kya?
जय श्री राम जय हो वीर योद्धा अमिताभ अग्निहोत्री जी जैसे देश भक्त मिडिया पत्रकार को नमन करूं मैं जेठमल शर्मा आदि गौड़ ब्राह्मण समाज आपके ऋणी रहेगा आपका कथन सही तरीके से जानकारी प्राप्त कर रहे हों गुरुजनों को प्रणाम करते हैं
प्रणाम पंडित जी, आप कोशिश करते रहो जरूर कुछ ना कुछ अच्छा ही होगा लोगों की सोच समझ बदलेगी जागृत होंगे, देश हमेशा आपको याद करेगा यह सनातन समाज हमेशा आपका ऋणी रहेगा, परमात्मा आपको दीर्घ आयु दे, जय भारत वर्ष,
आप जैसे और भी बहुत सारे विद्वान चाहिए हमारे भारत और हमारे धर्म के लिए
सटीक विश्लेषण धन्यवाद
अमिताभ जी नमस्कार अति सुन्दर विश्लेषण किया आपने आपके जैसा एंकर वर्तमान में कोई नहीं है जय श्री राम जय हिंदू राष्ट्र
देश के असली सुपर स्टार आप जैसे लोग हैं अमिताभ अग्निहोत्री जी 🚩❤️🙏👍
बहुत ही ज्ञानवर्धक एवम सच्चा विश्लेषण। आपको बहुत बहुत साधुवाद
BRAVO ...AGNIHOTRIJI..KEEP THIS MISSION LIVE....SAVE OUR BHARAT....AND RAISE HINDUTVA
AMONG US......
पूर्ण 100% सत्य है आपकी बात और जानकारी
*इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा, जिन मुगल लुटेरों ने हमारे* *देश और हमारी प्राचीन संस्कृति को लूटा और रक्तपात* *मचाया, इतिहास में उन्हें ही हमारा हीरो बता दिया* *गया।*
😢😢
Ek dum right kha Aapne sir ji
Mugl.ko.htaoo.lutrethe
क्यू कि उनकी कुछ नाजायज ओलाद भारत में गलती से रह गई थी
Aho vaichitrayam
Bada ghatak itihas hai
बहुत सही बात है ।भारत की सरकारों एवं लेखकों को इस पर जरूर ध्यान देने योग्य बातें कही अग्निहोत्री जी ने ।
आपके विश्लेषण को मेरा नमन है। जिसमें आप ने मुगल की सच्चाई सामने राखी।🙏🙏
इतिहास का इ तक नहीं पता इसे 😂
@@Renaissance861 14:28 अब लोग समझ गए होंगे कि ऊंची जातियों के राजाओं के अत्याचार इतिहास की किताबों में क्यों नहीं लिखे जाते, ब्राह्मणों की क्रूरता किताबों में क्यों नहीं लिखी जाती क्योंकि वे लेखक थे, समाज में उनका सर्वोच्च स्थान था। वे दलितों और आदिवासियों पर अपने दुष्ट और क्रूर कर्मों का जिक्र नहीं करते। उन्हें गांव का आम पानी पीने की इजाजत नहीं थी। उन्हें सवर्ण की सड़क पर चलने की इजाजत नहीं थी। उन्हें पैसा रखने की इजाजत नहीं थी। उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने के लिए मजबूर किया गया। उसे पशु से नीचे समझा जाता था, उसे अपवित्र समझा जाता था, उसकी छाया को अपवित्र माना जाता था। उनके संपर्क के लिए, एक व्यक्ति को सजा मिलती है। पीठ पर झाडू रखी थी, गले में घड़ा रखना था। बौद्धों को शूद्र केवल इसलिए माना गया क्योंकि उन्होंने वर्ण व्यवस्था को अस्वीकार कर दिया था। केरल में ब्रेस्ट कवर पर टैक्स उन्हें गांवों से बाहर या बाहरी इलाकों में रहना पड़ता है। उनका व्यवस्थित रूप से दमन और दमन किया गया लेकिन उनके क्रूर कार्यों के बारे में कुछ ही किताबें उपलब्ध हैं। ब्राह्मण अच्छे लेखक थे और हैं इसलिए वे अब भी ऐसे क्रूर कृत्यों में हेरफेर करते हैं। वे स्वीकार नहीं करते हैं लेकिन सभी निरंकुशता को अस्वीकार करते हैं। वे 3000 साल के दमन में हेरफेर करते हैं। यह सब हमें बौद्ध और सिख ग्रंथों से पता चलता है और वे कितने कपटी हैं, आप कल्पना कर सकते हैं, कहा जाता है कि मनुस्मृति, पद्म पुराण, स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, महाभारत, तुलसी रामायण सब अंग्रेजों की चालें हैं। जोड़-तोड़ में ये बहुत माहिर होते हैं। क्या सच में अंग्रेज पुराण, महाभारत और मनुस्मृति लिख रहे थे और बदल रहे थे? मेरा अनुरोध है कि सभी तथाकथित प्रेम करने वाली जातियां और जो मानवता में विश्वास करती हैं, इन क्रूर ब्राह्मणों के बहकावे में न आएं और अपने स्वाभिमान को कम न करें। हालांकि सभी ब्राह्मण क्रूर नहीं होते हैं। जय हिंद 🇮🇳
@@Renaissance861this naam ki diary Teri hai usse lagta to nahin hai ki tum original
@@madhavpatidar4105 मैं भी पटेल हू भाई
Ati sundar
वाह।।आज आपके पैर छु के प्रणाम करने का दिल कर मेरा है.
सनातन् धर्म की जय हो।।
Absolutely right 👍 God bless you for being so clear
मुगलों के आने से पहले तक्षशिला और नालंदा की शिक्षा और पुस्तकालय पर भी चर्चा हो।
आपका विश्लेषण एकदम सही है। हम जल्द ही सनातनी संगठित होकर सभी बुराई पर विजय प्राप्त करेंगे। हमें भाजपा के भरोसे नहीं बैठना है, जो जहां है ,वहीं से देश के लिए कार्य करे।
Chamkte darpan ko ganda kiya gaya ap jaise mahanayak Saraswati putra aj use saf kar rahe hai bahut achha bahut dhanyawad
अति सुन्दर विश्लेषण। आपको बार-बार नमन।
श्रेष्ठ वचन सत्य वचन मान्यवर 👍👏
आदरणीय अमिताभ जी आप ने खूब सुंदर व्याख्या कर दिया है भाई जी आप महान हैं
दिल्ली में मुगलो की गुलामी के प्रतिक कब हटेंगे? जिनको बड़ी शान से दिखाया जाता है। मुगलो के नामकरण बाले मार्गों के नाम कब बदले जाएँगे
जब दिल्ली में भाजपा की पुर्ण बहुमत से सरकार बनेगी तो धीरे धीरे सुधार होगा जैसे अभी धीरे धीरे ही सही सुधार हो रहा है
सरकार से अनुरोध है कि हम इन मुगलों का नाम भी नहीं लेना चाहते हैं, कृपया इन नामों एवं मुगल केजरीवाल को भी हटाएं।
Mugal ko maratha empire ne khatam kiya par unhe Daya karke Dilli dedi gayi aur mugal kamzor hogaye the aur angrej ke ane se pehle maratha empire tha aur angrej ne Dilli se angrej ko hara diya maar diya aur maratha ko haraya maratha Anglo 2 war mein mugal ne angrejo ka sath diya mugal angrej ka sath dete the
@@kanhaysah5203 भाजपा की सरकार दिल्ली मे १९९५ से १९९९ तक थी, तब क्या किया भाजपा ने ?? कुछ नहीं किया.
इतिहास दुबारा लिखा जाएगा। हर हर महादेव।
हमारें बुद्धिमान इतिहास ने इतिहास में केवल विदेशी और लुटेरे को ही महान बताया जबकि देश इन लोगों के खिलाफ लड़ें वह महान नहीं थे
इस देश में अब इन लुटेरों और आक्रान्ताओं का कोई भी पहचान या निशान नहीं रहना चाहिए।
बहुत सुंदर। धन्यवाद आपको 🙏🏻🙏🏻
श्री अमिताभ अग्निहोत्री जी हमें आप पर गौरव है आप हिंदुस्तान के सनातन धर्म के गौरव हो हमें आप पर गौरव है
जबरदस्त अमिताभ जी आप और सुधांशु जी अभूतपूर्व ज्ञान रखते हैं।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मुगलों का इतिहास मुगलों के वंशजों को पढ़ने दो ।।।
हमे राम कृष्ण , चंद्रगुप्त, सुहेल देव , बिजली पासी, शिवाजी, राणा प्रताप को पढ़ाया जाए।।।
मुगलों के बिना हिस्ट्री अधूरी है
@@vivekgautam1541 तुम पढ़ो तुम्हारे अब्बी
Lekin Bharat mey moghal ka bansaj kon hey? Koyi bhi nahi. Sabhi converted hey.
@@vivekgautam1541 tu apne bachoo ko padha hum tou negative side dikhayenger😢😂😂
@@vivekgautam1541 meemta spotted
बिल्कुल सही कहा आपने भाई जी सा
जय श्री राम🚩🚩
Amitabh ji your logic has a fuñdamental base thank for your good study
I salute you heartly sir for your outstanding analysis of the Mughal period.The government had taken right decision to washout the criminals activities of the Mughal in NCERT books.
इरफान हबीब, रोमिला थापर आदि जैसे छद्मवेशी इतिहासकारों ने अनर्गल इतिहास परोसा और उसी कै बल पर मलाई चाटते रहे। भारतीय इतिहास की वर्तमान परिवेश में पुनर्रचना अत्यावश्यक है जो हमें हमारी संस्कृति की, अस्मिता को वर्तमान पीढ़ी के सामने रख सके।
Ram chandra Guha ko bhool gye.. Ap
तर्कसंगत अद्भुत विश्लेषण
अमिताभ अग्निहोत्री जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं भारत के महान नायकों का इतिहास शौर्य एवं पराक्रम को हिन्दुस्तान की जनता को नहीं पढाया गया और आक्रान्ता मुगलों का महिमामंडित करने का काम यहाँ के जयचन्दो मीर जाफरो द्वारा किया गया है यह सर्वविदित है जय श्री राम जय बजरंगबली की हर हर महादेव जय भोले बाबा की वन्दे मातरम् जय हिन्द भारत
बहुत खूब कह रहे हैं भाईसाब जागो भारतीय
हिंदू अपने कितने भाइयों सनातन वैदिक धर्म को सिखाएंगे?
केंद्रीय और राज्य सरकारों के पाठ्यक्रमों में सनातनी संस्कारों की शिक्षा देने वाले अध्याय सभी कक्षाओं में जोड़ा जाए।सब पढ़ने वाले छात्र जान जाएंगे।
आपका,,सारी बात सही है किन्तु,आपने इस बात का जिक्र कभी नही की यह खांग्रेस के पांच शिक्षा मंत्रियों का कमाल था।
मुगलों की सच्चाई पढ लेने के बाद प्रत्येक राष्ट्रवादी इन तथाकथित इतिहासकारों के मुंह पर कालिख पोतेगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण महारानीअहिल्याबाई होल्कर ने
Jaunpur k shasak ne toda usake baad kashi vishwanath ko akbar k vitta mantri ne banwaya. Vahi aurangzeb ki dharmadhata k vajah se toda gaya. Baad me malharrao holkar masjid ko todkar mandir banwana chahate the. Tab vaha k bramhanone viridh kiya k muslim shasak unpar hamla karenge. Ahilyabai ne puja paath karne k liye mandir banwaya.
सब सनातनी हिन्दुओं को एक बार फिर NCERT की किताबों को पढना चाहिए चाहे उन सब की आयु कितनी भी हो गई हो।
Amitabh ji ,you are really very talented.
अमिताभ जी का बात करने का तरीक़ा बहुत ही अद्भुत है.
पहली बार कोई क्रांतिकारी कद उठाया किसी सरकार ने जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।हमारे बच्चे महान होंगे भविष्य में।इस पर राजनीतिक रोटियां नहीं सेकना चाहिए।
हमारे मन की बात कह दी श्रीमान आपने, यदि हम हमारे राज्यों का महिमा वर्णन कर देंगे तो मुग़लों की आत्माएं खुद अपनी कब्र से बाहर निकल कर अपने आप को ही हटाने के लिए बोलने लगेंगे।
आपकी पत्रकारिता प्रशांति है सच पर आधारित है
जय हिंद वंदे मातरम भारत माता की जय 🙏👍
अमिताभ जी , मैं ही नहीं पूरा देश आपका ऋणी है सच जानकारी देने के लिए । जय हिंद
आपका दिल से आभार ॐ
बाबर के पहले वाली पीढ़ी कबीलों में रहने वाली थी लेकिन यह लुटेरे जब भारत आए हजारों चीजें तोड़कर भारत की ही सामग्री से अपने निशान मौजूद कर दिए
उ प्र की पहचान अयोध्या का राम मंदिर होना चाहिए ना कि अत्याचार का प्रतिक ताजमहल जबकि हिंदू मंदिर था।
WhatsApp se पढ़ाई Hui hai n aapki
पूरा देश आजतक नही पढ़ा समझा बस आपको ही मंदिर लगा ताज महल
@@kabaddibhatparrani1191 apne konsi pdhai ki hai tajmahal ke bare me
@@kabaddibhatparrani1191 Chup.....Jihadi
@@WisdomBuds
WhatsApp se Padhe ho n ki Jihadi Hindu ladkiyo ko fasane Wale ko kahte hai_Sharm kro
Shree Ram Mandir ashtha se related h.
Tajmahal Love ka symbol h aur rhega hmesha aur jiske liye Tajmahal bana wah Hindu ladki nhi thi fir tumhe Jihad kaise yad aaya....ya pahle se kida bhara h dimag me gobar ka.
लाल किला, क़ुतुब मीनार जैसा कोई स्ट्रक्चर अरब मे क्यों नहीं हैं जँहा से मुग़ल आया? भारत के लोगो द्वारा बनाये गए स्ट्रक्चर को अपना बता झूठ परोसा गया!सच्चाई सबके सामने आना ही चाहिए!
Thanx Amitav sir Mugal ki asli pehechan Desh ki age lane kelie 🙏👌
सनातन से ईर्ष्या करते थे ये लोग क्योंकि हमारी सभ्यता बहुत उन्नत थी।
जय हिन्द जय भारत।
भारत में कांग्रेस और मुगलों का ही इतिहास है बाकी तो इस देश में कुछ था ही नहीं
correct
Fir Ashoka aur Chandra Gupta maurya kaun tha
@@avinashkumarchanchal3595 कांग्रेस से पुछना चाहिए
@@ghasisharma1074 mnnnm
are Seedha bolo na muzak kar rhe ho na?😊
आप के विश्लेषण में कोई कमी नहीं है बस इतना जोड़ना है कि जिन इतिहास कारों ने सच्चाई छुपाई उन्हें चार्जशीटिड करके सजा सुनाई जानी चाहिए भले ही वे अब संसार में न हों।
Amitav ji, thanks for the video. U r 100% correct.
Aapko,saadar,pranaam
प्रदेश के सिलेबस में सुहेलदेव,बिजली पासी... सहित ऐसे सभी नायकों का इतिहास जो तमाम समुदायों से जुड़ा है।कक्षा३-१२तक पढ़ाया जाय।
बिल्कुल सत्य।
रानी कमलापति गौड़ समाज से , भगवान बिरसा मुण्डा , आदि बहुत से क्रांतिकारी थे जिनका नाम भी हमे जानने नही दिया गया।
उन सबको शामिल करना चाहिए।
Congress nay first or neharu nay molana Abdul Kalam ko first education manister banaya tha , yah history vahi say start hue. , Mungalo ka gungan kiya gaya history may
46' - 47' election result which paved the way for ppartition ------mmosslim constituency ( Bombay Province 100% vote goes to M. League , Madras Province 100% , Bengal 95% , Assam 91% , Orissa 100% , Central Province 93% ...so on so on ....)
@@urrasscal8380 Fir Bhi Ye Pancharputra Sale Jihadi Bharat Se Puri Tarah Se Gaye Nahi Our Aaj Fir Sir Utha Rahe Hen
सुहेल देव, बिजली पासी जैसे तमाम अपने हिन्दू नायकों का सही इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए तभी सभी हिन्दू गौरवान्वित महसूस करेंगे क्योंकि सही इतिहास यही है,इन सभी नायकों ने देश के लिए और हिन्दू धर्म के लिए बहुत बड़ी कुर्बानियां दी है,।
मुगलों, आक्रांताओं का झूठा इतिहास मंजूर नहीं है क्योंकि मुग़ल शासकों ने हिन्दू संस्कृति नष्ट किया और हिन्दुओं के साथ घोर अत्याचार किया था।
आपने जो ज्ञान दिया है वो अदभुत है ।😉😉😉
बिल्कुल सही, और ये लुटेरे यदि इतने प्रगतिशील थे तो जहां से ये आये वहां कोई ऐसी इमारतें थीं क्या और इससे सम्बन्धित कोई वास्तुकला का साहित्य था?
एक नए भारत का उदय हो रहा है। भारत माता की जय हो। जय हिन्द मोदी। जय हिन्द योगी जी।
भारत के पहले दो या तीन शिक्षामंत्रियों की हुकुम से वामपंथियों ने इतिहास मे हिंदुस्तान की सौर्य को कम आँकने केलिए मुगलों का महिमा मंडन किया।अब सरकार उन बिषयों को हटाकर काबिलेतारीफ का कम किया।
वाह बढिया विश्र्लेशन, देश का सच्चा इतिहास लिखना चाहिये और पढाना चाहिए
Agnihotriji you said all the words we have been thinking about for years. Glad you used your platform well. Thank you.
हमें ब्राह्मण से नहीं बल्कि ब्राह्मणवाद से समस्या है जो जन्म के आधार पर एक समूह को श्रेष्ठ और दूसरे को हीन घोषित करते हैं और अनुसूचित जाति को उस तरह की परिस्थितियों से बाहर निकलने का अवसर नहीं देते हैं, वास्तव में उन्हें और अधिक दबाना चाहते हैं।
Hindi
@@Bharatwasi7
और हमे तेरे जैसे लोगों से
@@Bharatwasi7Gurkul mandir jaan le pandito ki lasho par gulami pidhiya bahut desho me kar Rahe granth kis Dalit ne likhe
अति सुन्दर सार्थक और अत्यंत सराहनीय है।
तभी तो ताज महल बनाने वालों के हाथ कटवा दिए थे।
बिल्कुल सत्य बात कही है।अमिताभ भाई ने।आपको सत् सत् प्रणाम। हमारी भी सरकार से यही मांग है।कि इतिहास में पूरी सच्चाई पढ़ाई जानी चाहिए और हमारे देश के जो वीर वीरांगनाएं जिन्होंने उस समय भारत की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी उनके विषय में में पूर्ण रूप बताया जाए और सत्य।
जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण वंदेमातरम
सच्चाई बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤❤
मतलब कि अग्निहोत्री जी अब मुगलों के वास्तविक चरित्र को दर्शाने की बात कर रहे हैं।😂😂😂😂
जबरदस्त।
बहुत ही बेहतरीन, आपको शत शत नमन।
Nice and justified interpretation without harming any body
अमिताभ अग्निहोत्री जी, आपने मुग़लों के बारे में बहुत सुंदर विश्लेषण किया है। ये सच्चाई है कि ये मुग़ल इंसानों की शक्ल में राक्षस थे। लेकिन कांग्रेसियों ने पुस्तकों में इनका इतना गुणगान लिखवाया है कि आजादी के बाद से पैदा हुई नई पीढ़ी ने होश संभालते ही यही सुना और पढ़ा कि मुगल सचमुच बड़े महान थे। अगर वो भारत में न आते तो भारत दुनियाँ का सबसे पिछड़ा क्षेत्र होता।
लेकिन आज आपने इनकी धज्जियाँ उड़ा के रख दी हैं।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद है।
👍🙏🙏🙏🙏🙏
वीर महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, वीर छत्रसाल जैसे महान महाराजाओं ने मुगलों के दांत खट्टे और नाक में दम कर रखा था