S Siddharth प्राचार्य बनाने को लेकर जो चिट्ठी जारी हुआ है स्कूल में सिर फुटौवल के सिवा कुछ नहीं है
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- Опубліковано 15 вер 2024
- #TimesofSwaraj #SantoshSinghBihar S Siddharth प्राचार्य बनाने को लेकर जो चिट्ठी जारी हुआ है स्कूल में सिर फुटौवल के सिवा कुछ नहीं है
बहुत ही सुंदर और सकारात्मक रिपोर्टिंग के लिए संतोष जी को हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद ।
सचाई तो यही है कि बिहार में गुणवत्ता पूर्ण अधिकारियों और नेताओं की कमी है।
Neta kv gunwattapurn nhi tha nhi hoga
सारे IAS जो बिहार में हैं खासकर उनका सक्षमता लिया जाय कि वो सक्षम रहे या नहीं।
नीतीश सरकार ने अपने स्तर से जितना हो सके उतना बेइज्जती नियोजित शिक्षकों का किया है और आगे भी बेइज्जती जारी रहेगी
Education dipartment me sakshmata pas A.C .S ko rakha Jaya .
@@pramodsharma4453aap ka waktaby akdam Sahi hai Bhai
संतोष जी, क्या यही तमिलनाडु मॉडल हैं। धन्य हो प्रभु!
सक्षमता तो इन अधिकारियों का होना चाहिए जो ठीक से कोई नीति नहीं बना सकते है जिन्हे दूसरे राज्य वहा का नीति को कॉपी करने जाना पड़ रहा है अब नीतीश क्यू नही कहते है की गुणवत्ता पूर्ण अधिकारियों की आवश्यकता है बिहार में 😂
Right
Gunwatta purn Paisa ugahi wala rakha hai kaise officers sab Paisa wasuli kr sake
Jyada vidwan bhi pagalpan Ka Shikar ho jata hai
शिक्षा विभाग के JE.,D.E.O.,D.P.O. के संम्पत्ति का ईमानदारी से जांच कराईये।।तुरंत पता चल जाएगा कि. कितना लूट मचा हुआ है।
आवै काल विनाशै बुद्धि नीतीश सरकार का अंतिम समय आ चुका है.....
यही तमिलनाडु मॉडल है महाशय।आपलोगों का भी सक्षमता देने की जरूरत है।आप जैसे IAS ने तो पाठशाला को प्रयोगशाला बनाकर रख दिए हैं।
शिक्षक दिवस के पूर्व संध्या पर शिक्षकों को आपस में लड़ाने का तोहफा ।....
बिल्कुल सही बोल रहें हैं,अंग्रेजो के जैसा शासन चल रहा है, आपस में लड़ा कर काम निकालते जाना है
संतोष जी आप पता कर लिजिए स्कूल में जब से दुसरे ग्रह से जो नये शिक्षक अवतरित हुए है,तब से किसी स्कूल में पढ़ाई नहीं हो रही है। जहां तक प्रभार लेने-देने की बात है, मेरे विचार से अविलम्ब नियोजित शिक्षक को प्रभार छोड़ देना चाहिए। सरकार को थोड़ा जल्दी पता चल जाएगा कि हमनें शिक्षा के क्षेत्र में क्या किया है। खैर आम लोग अब समझ रहे है।
Superb 💐❤️
संतोष जी, शिक्षा विभाग बहुत ही अशिक्षित विभाग है!
Sahi bol rahe hai sir ji
नियोजित शिक्षक पिछले 2 दशक से शिक्षा विभाग चला रहे है और सीनियर कल आए हुए बीपीएससी वाला हो गया
लानत है ऐसी सरकारी नीति पे
प्रभारी बनने की लड़ाई बहुत पहले से ही हो रहा है।जो जिला शिक्षा पदाधिकारी को चढ़ावा पहुंचाएगा वहीं बनेगा,वरीय कनीय मायने नहीं रखता। गया जिले का हाल पता कर लिजिए।
बिहार में कोई काबिल अधिकारी ही नहीं है जो सही निर्णय ले सकें
एक्सीलेंट रिपोर्टिंग ,संतोष सर
सर अच्छा रहता की जो MP, MLA ज्यादा वोट प्रतिशत लाकर जीतता वहीं PM और CM बनता l तब कहीं न्याय होता l केवल शिक्षकों में इस प्रकार की वरीयता क्यों l पढाई लिखाई से कुछ लेना देना नहीं केवल विद्यालय के माहौल खराब करने वाले आदेश l
वर्तमान सरकार को नियोजित शिक्षकों को प्रताड़ित करने का मुख्य उद्देश्य है शिक्षक आपस में उलझ कर किसी भी तरह से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा ना दे
ये सब् पत्र से गुन्बत्ता पुर्न् शिक्षा कि उम्मिद् नही किया जा सकता ।
आप ने सच कहा
हर शाख पर उल्लू बैठा है अनजामे गुलिस्तां क्या होगा
Ham ek bpsc teacher hai phir bhi yah mante hai ki ye nirnay sahi nahi hai... School ke mahaul ko sach me ye kharab karega..
शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को कोई काम नहीं होता हैं, तो दिनभर बैठ कर अनाप शनाप लेटर निकालते रहते।
शिक्षा के मंदिर में भेदभाव नहीं होना चाहिए। कभी नियोजित तो कभी नियमित शिक्षक के नाम पर।
Good !
Good
All Right.
शिक्षा विभाग बिहार का है लेकिन आदेश सब अलग अलग
1. कुछ बीआरसी अपना लेटर अपने नियम से जो मन होता है जारी कर देता है
2. किसी जिले का deo apna अलग आदेश देता है
3. शिक्षा सचिव का अपना नियम
4. शिक्षा मंत्री कोई भी घोसना कर देते हैं
5. मुख्यमंत्री का अलग आदेश
6. अंत मे हेड मास्टर का अपना अलग नियम
संतोष जी आप भाट की भूमिका निभा रहे है, सचाई पर जोर नही देते ,शिक्षको के साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है हमे आपस मे लड़ाया जा रहा है।
34540 शिक्षक वाली सुबिधा वेतन सभी शिक्षको को मिलना चाहिए।। वे सिफॅ प्रशिक्षित है कोई परीक्षा नहीं और सारी सुविधा दी गई प्राइवेट कालेज से भी प्रशिक्षित है जब की नियोजित शिक्षक भी प्रशिक्षित है परंतु परिक्षा पर परीक्षा और वेतन पीउन का
बिहार के सभी अधिकारियों को पुनः यूपीएससी का एग्जाम लेकर के क्षमता जांच ए जाए
शिक्षा विभाग को सिर्फ शिक्षक से ही गुणवत्ता की बात की जाती है और उनके कर्मचारी क्या है उनको कुछ पता ही नहीं
Sahi bol rahe h sir
सर हमलोग प्रखंड शिक्षक के रूप में 2010 में बहाल हुए उस समय बी एड वालों की बहाली 1- 5 में नहीं हो रही थी अगर अप्लाई भी करते तो अनट्रेंड में फॉर्म भरना परता | इसलिए सरकार ने 6-8 में बहाली की | इधर सरकार ने नियमावली में संशोधन कर कहा कि मिडिल स्कूल में 3 तरह के शिक्षक रहेंगे बेसिक ग्रेड, स्नातक ग्रेड,प्रधानाध्यापक, सरकार हमलोगों को प्रमोशन नहीं दी तथा हमलेगों को बेसिक ग्रेड मान लिया,सरकार की चिट्ठी भी निकली थी जिसमे कहा गया था की मिडिल स्कूल में दो तरह का नियोजित शिक्षक बहाल हुए पंचायत और प्रखंड शिक्षक, प्रखंड शिक्षक की बहाली 6-8 में की गई थी लेकिन उस समय इनका अलग से ग्रेड पे निर्धारित नहीं किया गया था इसलिए बी एड वाले शिक्षक भी बेसिक ही माने जायेंगे, हमलोग सक्षमता परीक्षा में बेसिक ग्रेड में ही फॉर्म भरे लेकिन जब हमलोग दरभंगा में काउंसलिंग कराने गए तो वहां बी एड सेटीफिकेट के आगे डाउटफुल लिख दिए और लिख दिए की डी एल एड सर्टिफिकेट नॉट फाउंड, सर अब समस्या ये है की बी एड सर्टिफिकेट वाले शिक्षक कहां हैं ना प्राथमिक के योग्य हैं ना मिडिल में, क्योंकि मिडिल में सिर्फ विषयवार शिक्षक स्नातक शिक्षक में बहाल होंगे,सर आप अपने स्तर से इसका भी कुछ समाधान का एक वीडियो बना कर सरकार तक पहुंचाने की कृपा करें |
BPSC से आपको ज्यादा चिढ़ है। बगैर जांच के किसी को फर्जी कैसे कह सकते हैं।
Isko ghanta nhi koi knowledge hai , mike pakar ke aa jata h
Sab bpsc Wale farzi hai baki sabhi teacher ias exam de k aaye hai😂😂😂
मेरे विद्यालय में भी समरसेबल का कार्य हुआ है ।लेकिन अभी तक पानी नहीं चालू हुआ ।
बिना हेडमास्टर के हस्ताक्षर के पैसा कैसे निकल गया।संतोष भैया इस कार्य पर भी ध्यान दिया जाय।
20 साल नियोजित स्कूल चला रहे और अब
10 वर्षों से भी अधिक समय से बिहार की माध्यमिक विद्यालयों में पूरे मनोयोग से कार्य करने वाले शिक्षकों को सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र वाह रे सरकार
मुर्गा लड़ा रहा है शिक्षा विभाग
Bilkul sahi nirnay hai ye sahi hai😊😊😊😊😊😊😊
चुनाव तक यही खेला होते रहेगा सर जी
मन में लालच है तभी तो प्रधानाध्यापक बनने के लिए आतुर रहता है सभी शिक्षक।
ये हुई न बात
संतोष जी! नमस्कार ।
नीतीश कुमार जी के 2005 मे शासन मे आने के बाद भले ही सड़क और बीज़ली ( ऊर्जा) मे सुधार के साथ लॉ इन ऑर्डर मे भी सुधार हुआ था ! लेकिन 2010 से लेकर आज तक बिहार मे सबसे खराब हालात शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग का है। इन दोनों विहागो को आज की तारीख मे भी नीतीश कुमार जी पटरी पर नही ला सके है ! उक्त दोनों विभागों मे भृष्टाचार चरम सीमा पर है ।
Jo pahle Rajya kermi bane wo senior honge ekdam sahi hai
Pahle bhi bpsc teacher 1992 wale senior the
1992 me bpsc se bahali nahi hua hai.gk ko thik kijiye usake bad comment kijiye.
Bpsc se bahali hai to aap senior nahi ho gaye prabhar chalane ke liye karya anubhav ki jarurat hoti hai.
जो टीचर हम से बाद में बहाल है वो हम से कैसे सीनियर हो गया।अंधेर नगरी है क्या,?
सच्चाई ये है कि सिर्फ और सिर्फ शिक्षकों को बेइज्जती करायी जा रही है
पत्रकार महोदय कब से पत्रकारिता करते है ये नियम बहुत पहले से है जो नियमित टीचर ही HM बने।
Mera padhya hua student BPSC teacher bana hai sir aur Mai junior hu
इतना दिन से नियोजित थे क्या किया स्कूल की शिक्षा को बरबाद करके रख दिया। हमारे गांव में जब नए टीचर आए है पढ़ाई सुधरी है। बहुत अच्छा बदलाव है bpsc वाले अच्छा कर रहे है🎉
Sahi baat hai jisma daam tha Bpsc daakar niyojit se Bpsc teacher bana.Sachhai yahi hai.
Bahut sahi.अभी बीपीएससी वाले नौनिहाल अवस्था में है वर्ग तो संभलता नहीं क्या खाक स्कूल संभालेंगे।
Badkismti h Bihar ki jo mila wahe mila or education system day by day dubta ja raha h.
Mere village school me koi niyojit teachers nahi chahiye ye kavi bacche ko sahi shikha nahi diye.sirf apne swarth ko lekar aaj dharna h kal meeting h parso aandolan h yahi karte rahte h.hum v sarkari school me padha aur is fact ko mahsus kiya.mere age k saare students inko jhela bas niyojit yug khatm kare bihar sarkar
😊के के पाठक और नीतिश का पागल पन जग जाहिर है। नियोजित और बीपीएसी शिक्षक में अभीतक वरीयता का निर्णय नहीं हो पाना अधिकारी और नीतिश का अपने कारयमेंबहचत कमी है।
Bihar ke bade bade apsar ko v sakchhmta ki janch kane ki jarurat hai
संतोष जी पहले वाले हेडमास्टर इमानदार aur कर्तब्य के प्रति निष्ठावान होते थे aur अभी के अधिकांश हेडमास्टर क्या और कैसे हैं सब जानते हैं
तमिलनाडु comming सून। बी अलर्ट। सब चौपट।bpsc on target
सरकार हेड मास्टर को बहाल ही नहीं करना चाहतीं है।
शिक्षा क्षेत्र मे नित्य नये प्रयोग हो रहे है।
Sakhmta पास शिक्षक को ट्रांसफर से भटकाने के लिए किया है बेशर्म सरकार इस बार टीचर तेरा औकात बता देगा की तुम कितने सक्षम हो😮😮
TRE 1 TRE 2 Ko policee Ka Jab Tak Nahi Milega Tab Tak Sakshamata Pass Teacher Ki Posting Nahi Hoga
Sahi. Bol rahe sir
Aaiye naa Hamra Bihar mein.....koi bhi kuchh kar le, Bihar kabhi sudhar nahi sakta. Ab sikshak sangh Kahan hai
टीचिंग लाइन में प्रशिक्षण और योगदान की तिथि ही सर्वोपरि माना गया है
Atul Prasad jis tarah se fharjee Teacher bahal Kiya us hisab se lagta hai ki Atul Prasad bhi fharjee IAS lag raha hai.
हम शिक्षक अपनी बेइजती के जिम्मेवार खुद है।
संतोष भाई ये शिक्षा विभाग नही केवल पत्र विभाग है।
पतारीत के सीबा कुछ नहीं है
एक master,or ek मास्टरवा,
एक आईएएस,or ek आईएएसवा तो ऐसा ही होगा...?😅😅😅
In sabka bhi ek test lena chahiye,jo thik se koi date nhi de pa rhe hai
Ye vidroh ke liye hamlog ko uksa rahe hain. Abhi hamlog wait and watch me hain santosh sir .bihar me shikshakon ka mahandolan hone ja raha hai.
Aap sabhi patrakar ne masterwa sab ko aokkat bata diye.santosh sir
Ye ladanewali karni dharni CM Nitish ki bahut purani h
हमारे स्कूल के एक सीनियर टीचर ने अपनी बेटी को अपने स्कूल में पढ़ा कर bpsc टीचर बना दिया.
संयोग से उसकी पोस्टिंग हमारे प्रखण्ड में ही हमारे स्कूल के बगलवाली पंचयत के स्कूल में हो गई है.
एक ही कैडर मे बाप की पढ़ाई हुई बेटी अपने बाप की सीनियर हो गई.
ये जिसकी भी सोंच है वो पक्का चादरमोद है 🤬
सच्चाई बताने के लिए धन्यवाद।
अंधेर नगरी चौपट राजा
तमिलनाडु का माडल ले कर आए है।
Nitish kumar ka koi hath nhi h,Jo pahle parmanent h to sambida ya niyojit wala senior kaise hoga
संतोष जी लोभियों को सरकार सजा दी है।ये लोग किसी के न हुए।
अब लगाओ बुद्धि😢
यही बिहार का नया शिक्षा मॉडल है हर महीने नया प्रयोग
Bihar mai jitne bhi district hai wha ke DEO ke sampatti ka janch kr le ak bar maloom chal jayega kitna ugahi hua hai
Kisi Ki variyata Uske yogdan tithi se Tay ki Jaati Hai, Uske uprant Unki yogyata ke Aadhar per Tay ki Jaati Hai.
Aap itna tension mat lijiye Ab koi headmaster ka pad nahi lena chahte
Purn rup se headmaster nahi banayege to school barbad hi samajhiye
शिक्षा व्यवस्था बिलकुल चौपट हो गया है।
sir behter siksha k liye teacher ko behter suvidha dena jaruri
mansik tanao se door ho persannchit mudra m ho
khoosh ho gher se school ki dori 5 kilomiter ke lagbhag ho taki aane jane m dikkat na ho
bahut ladies teacher h jo bus se tempu se 20 kilomiter se dor se aati h usko bahut dikkat hota h
New political ground Bane ga school, padhai kuchh v nahi
बिहार से अंग्रेज चला गया पर काला अंग्रेज का गुंडई कायम है
पहले सक्षमता यही सब का लिया जाए
Sr Aap thik bol rahe hai
Sare Acs संविधान के नियमो को takh pr ये आधिकारी काम करता है सरकार गरीबों के बच्चे को पढ़ाने नहीं देना चाहते है
Sahi bole Siddharth ji se aj tak sakshmta posting to hua nhi department kya sambhlega
Kya karu itne pul dhvst ho gae fir bhi akhe nahi khul rhi hai kuchh or hona baki hai
पेश है- आपके लिए तमिलनाडु मॉडल
आनंद लीजिए तमिलनाडू मॉडल का
जिसका जो मन होता है वो बोल के चल देता है शिक्षा विभाग में
Sabse jyada farji niyojit sikshak hai , tet ka question out hua tha , certificate farji hai
Nitish ji ka ezenda hi yahi hai, teacher ko uljha kar rakho.Acs s Sidharth unke ezenda ko lagu kar rahe hai.
Bahut sundar stetments
179000 ka toilet ka dheka school me jisme 2 toilet me tile 5 nal and putting krke paise nikale koi puchhne wala nhi h sab chor h 30000 ke kam ka ye log 15 se 2 lakh ka bill bna dete h