मैं पता नहीं कितनी ही बार इस गीत को सुन चुकी लाइव देखा था तब से आज तक,, हर बार वही प्यारा सा एहसास... जिसने प्यार किया है वो ही समझ सकता है ❤❤ नमन कविराज🙏🙏
जब पहली बार ये गीत लाइव सुना था, गीत महोत्सव वर्ष २०१६ में तब हल्का सा भी इस गीत के दर्द को समझ नहीं पाया था, आज जब इस गीत के एक एक शब्द को सुन रहा हूं तो बिल्कुल वही स्थिति है जो शायद आपकी रही होगी, चित्रकूट एक्सप्रेस की उस बर्थ पर।
हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें जिस पल हल्दी लेपी होगी तन पर माँ ने जिस पल सखियों ने सौंपी होंगीं सौगातें ढोलक की थापों में, घुँघरू की रुनझुन में घुल कर फैली होंगीं घर में प्यारी बातें उस पल मीठी-सी धुन घर के आँगन में सुन रोये मन-चैसर पर हार कर तुम्हें कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें कल तक जो हमको-तुमको मिलवा देती थीं उन सखियों के प्रश्नों ने टोका तो होगा साजन की अंजुरि पर, अंजुरि काँपी होगी मेरी सुधियों ने रस्ता रोका तो होगा उस पल सोचा मन में आगे अब जीवन में जी लेंगे हँसकर, बिसार कर तुम्हें कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें कल तक मेरे जिन गीतों को तुम अपना कहती थीं अख़बारों मेें पढ़कर कैसा लगता होगा सावन को रातों में, साजन की बाँहों में तन तो सोता होगा पर मन जगता होगा उस पल के जीने में आँसू पी लेने में मरते हैं, मन ही मन, मार कर तुम्हें कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
जो सच्चा प्यार करता है बो ही समझ सकता है एक एक शब्द को ❤❤ जब भी इस कविता को सुनता हूं तो आंखे नम हो जाती है ❤❤
मैं पता नहीं कितनी ही बार इस गीत को सुन चुकी
लाइव देखा था तब से आज तक,,
हर बार वही प्यारा सा एहसास...
जिसने प्यार किया है वो ही समझ सकता है ❤❤
नमन कविराज🙏🙏
बहुत सुन्दर भावगर्भित टिप्पणी😊
हर प्यार करने वाले के दर्द को आपकी कविता ने लफ्ज़ ब लफ्ज़ बयान कर दिया है
कितनी बार सुना हे,पर हर बार दिल❤छु कर जाती हे ये कविता
पुराने घाव हरे कर दिए इस कविता ने ❤️🌹🙏 जय हो कविश्रेष्ठ 🙏🌹❤️
जब भी मिलता है वो अंदाज जुदा होता है,
चांद सौ बार भी निकले तो नया होता है।
जब पहली बार ये गीत लाइव सुना था, गीत महोत्सव वर्ष २०१६ में तब हल्का सा भी इस गीत के दर्द को समझ नहीं पाया था, आज जब इस गीत के एक एक शब्द को सुन रहा हूं तो बिल्कुल वही स्थिति है जो शायद आपकी रही होगी, चित्रकूट एक्सप्रेस की उस बर्थ पर।
हरे रामा हरे कृष्णा लक्ष्मीनारायण सियाराम राधाकृष्ण उमाशंकर ॐ नमः रिद्धि सिद्धि विनायक गणेशाय नमः ॐ ॐ 🙏🙏🙏
You are truly blessed with Mata Saraswati which allows you to play with words with dignity love respect. Great
Mai aisa pal aane hi nahi duga kuchh bhi ho jaye ❤❤❤she is my life and proud❤❤❤
Bahut hi sundar..sachhey pyaar ka Dard hai ye jab jab suna jaayega Dil chir dega 😢😢❤❤
Aapki har kavita Dil chhoo jati he ❤❤❤
आप के चेहरे से लगता है ,कि कुछ नहीं बहुत कुछ सच्चाई दिख रही है। जय हो कवि महाराज ।
This was his first love and no one can forget first love. That is the pure form of love 💕
Heart touching emotional presentation by Dr.kumar
vishwas .....salutable presentation
मुझे याद नहीं कितनी बार सुन चुका हूं इस गीत को । हर बार नया लगता है। ❤ Love you Kumar Vishwas sir
क्या बात है 🥰🥰🥰कुमार विश्वास जी 🥰ज़बरदस्त।बार - बार सुनती हूँ और वही नयापन
👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
आज पहली बार सुना है। पर बहुत ही सुंदर।
Dear Kumar Vishwas ji aapka ye Geet sun kar bahut bahut bahut hi achcha laga, aap ko ek bar hall me sunane ka bara man hai
❤ आप का गीत दिल में उतर गया बहुत अच्छा लगा
हम नतमस्तक है आदरणीय❤🙏
Dil ko chhoo gyi aapki ye lekhni.. very true
आपको सुनकर मन ही नहीं भरता डॉ साहब बस लगता है की सुनते ही जाओ
कुमार विश्वास जी मूझे आपकी हर कविता बहुत अच्छी लगती हैं। धन्यवाद देती हूं आपको ❤❤❤
❤
Bahut hi badhiya
Kya baaaaat !!!!❤
Dil chu gyi ye kavita❤❤🙏
हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
जिस पल हल्दी लेपी होगी तन पर माँ ने
जिस पल सखियों ने सौंपी होंगीं सौगातें
ढोलक की थापों में, घुँघरू की रुनझुन में
घुल कर फैली होंगीं घर में प्यारी बातें
उस पल मीठी-सी धुन
घर के आँगन में सुन
रोये मन-चैसर पर हार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
कल तक जो हमको-तुमको मिलवा देती थीं
उन सखियों के प्रश्नों ने टोका तो होगा
साजन की अंजुरि पर, अंजुरि काँपी होगी
मेरी सुधियों ने रस्ता रोका तो होगा
उस पल सोचा मन में
आगे अब जीवन में
जी लेंगे हँसकर, बिसार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
कल तक मेरे जिन गीतों को तुम अपना कहती थीं
अख़बारों मेें पढ़कर कैसा लगता होगा
सावन को रातों में, साजन की बाँहों में
तन तो सोता होगा पर मन जगता होगा
उस पल के जीने में
आँसू पी लेने में
मरते हैं, मन ही मन, मार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
बेहद प्यारे गीत के लिए आदरणीय कुमार विश्वास सर का हार्दिक आभार 🌷🙏🌹
बहूत सुना हैं आपको मगर ये बातही अलग हैं....जबरदस्त !
Aap awesome h...... bhagwan krey aap Hindi ko yuhi aage badte rhe
Bahut h shandar.... Jee lenge has kar bisar ke tumhe
Pure reality Feel hoti hai sunkr
Lgta hai khud hi iss kirdaar ko jee rhi hu ❤
जितनी बार सुनो उतनी ही बार एक-एक शब्द दिल को छू जाता है 🙏🙏🙏🙏🙏
जितनी बार सुनो हर लेख नया लगता है....❤️
You write true emotions in your songs. Simple awesome
Dilip me utar Gaye bahut gahre Kavitraj ❤❤❤❤❤❤
Wah gzb ❤❤
अद्भुत, कुमार साहब❤
Last line 🎯 directly to heart 💗
बहुत ही सुंदर।
Lajwab..heart touching🙏🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 👌👏👏👏👏
हमारे भी जिंदगी में दो डेट बहुत इंपॉर्टेंट है सर24 अप्रैल 2004 और 4 नवंबर2024 💔💯
बहुत ही सुन्दर रचना और प्रस्तुति है आपकी,
हमेशा की तरह.. बेहतरीन...
Ek ek labj bilkul sahi
Bhut sunder Kavita ❤
बहुत खुबसुरत ❤
Re haar Gaya re adbhut rooh mai utar Jane vala geet hai🙏🙏
Absolutely genius ❤
It's really heart touching song ❤
वाह वाह वाह बहुत खूब आदरणीय
Ye geet sabke dil tak chu jayegi😢
Dil aur aakh dono bhar aaya
Kyaa baaat h sir u are really great Dil khush ho gaya suxhi m 😂😂❤❤
बहुत सुंदर गीत है सर मन रोता है सर ❤❤❤❤
❤ se thanks sir ji. jitni baar sunti hu aakhein bhig jati hein
❤❤❤❤ क्या चित्र उकेरा है
Beta namaste 🙏🏻
बहुत ही सुंदर
आप का ज़वाब नहीं
Very nice ❤❤mr.Kumar vishwas ji
👌👌दिल को छू लेता है आपका गीत
अति उत्तम जी ❤
यह सबसे पसंदीदा गीत है हमारा ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Very beautiful composition ❤❤❤❤
Maja aagaya, very beautiful
bhut sunder bhut sunder
आदरणीय गुरुदेव हम तो कल भी प्यार करते थे और आज भी करते थे और करते रहेंगे मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है कभी कविरा दीवाना था कभी,,,❤❤❤❤❤❤❤❤
Right🎉
Kya baat hai kumar ji ....kya likha hai
Beautiful song❤
Rula diya sir apne😢
The actual Channa Mereya is here❣
वाह बहुत खूब।
Heart touching geet 🌹
👌👌दिल को छू लेता है आपका गित
बहुतही सुन्दर ❤
Hariom a 73 yrs old student salute u
Dil chune wali kavita h
Ati sundar ❤❤
So heart touching
Jaiho❤bhaiji❤👌👌😊😊
Koi shabd nhi h tareef ke liye 🙏🏻
वाह वाह,, 🥰🌹👍
Sir ji u r great
Wah kya baat hai 👏👏👏
कया कहने अति सुन्दर
My favourite one ❤
9:56 ❤❤❤❤
Kya bat hai ❤
❤❤❤❤❤❤😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢 missed him always
सुंदर रचना...
Happy Birthday 🎉🎉🎉 Dr. Vishwas
Very nice sir 🙏
God bless you to your family sir 🙏
बहुत खूब सर
Kumar bhai I have heard 100 time 👍
My best poetry I love this ❤❤
Jai shri Ram ❤
Super se bhi uper
Blessings ❤❤
Jai shree Sita Ram