हे माता बगलामुखी मैं हर ओर से शत्रुओं के बीच अकेली घिर गई हूं। शत्रुदल ने निर्लज्जता और अधर्म की सभी सीमाएं लांघ दी हैं। मेरी रक्षा कीजिए मातारानी। मैं आपकी शरण में आई हूं। मेरी सहायता कीजिए माताजी। मुझ पर और मेरी पुत्री पर अपनी असीम कृपा कीजिए मातारानी। आपकी सदा ही जय हो
रक्षा करो माँ! तुम्हारे अलावा कोई नहीं है। शत्रुनाशिनी भगवती पीताम्बरा बगलामुखी माँ संकट से सदा रक्षा करना माँ। आखिरी उम्मीद हो आप अम्बा। दया करो देवी ♥️♥️♥️
Oh beautiful and Divine mother 💕 who is so beautiful 😍 Guide me out of the darkness of my karma and spread your healing and beautiful 😍 glorious light over me .
I am so lost without you, you are the calm in my stormy life and my saviour you are so merciful and gentle . I never saw a mother who is so kind and gentle as you . When I think of all the scary things I have been thru I do not know how I would survive without you and R.M
॥ श्री बगला-अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्रम्, १०८-नाम -( विष्णुयामल )॥ (Easy To Learn) श्री गणेशाय नमः । नारद उवाचः। भगवन्-देवदेवेश सृष्टिस्थिति-लयात्मक । शतम्-अष्टोत्तरं नाम्नां बगलाया वदाधुना ॥१॥ श्री भगवान्-उवाचः। श्रृणु वत्स प्रवक्ष्यामि नाम्नाम्-अष्टोत्तरं शतम् । पीताम्बर्यां महादेव्याः स्तोत्रं पाप-प्रणाशनम् ॥२॥ यस्य प्रपठनात्-सद्यो वादी मूको भवेत्क्षणात् । रिपुणां स्तम्भनं याति, सत्यं सत्यं वदाम्यहम् ॥३॥ विनियोगः ॐ अस्य श्री पीताम्बरा-अष्टोत्तर-शत-नाम-स्तोत्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप्-छन्दः, श्रीपीताम्बरा देवता, श्री पीताम्बरा-प्रीतये पाठे विनियोगः । ॥ मूल स्तोत्र पाठ॥ ॐ बगला विष्णु-वनिता, विष्णु-शङ्कर-भामिनी । बहुला वेदमाता च महाविष्णु-प्रसूरपि ॥४॥ महा-मत्स्या महा-कूर्म्मा महा-वाराहरूपिणी । नारसिंह-प्रिया रम्या वामना बटुरूपिणी ॥५॥ जामदग्न्य-स्वरूपा च रामा राम-प्रपूजिता । कृष्णा कपर्दिनी कृत्या कलहा कलकारिणी ॥६॥ बुद्धिरूपा बुद्धभार्या बौद्ध-पाखण्ड-खण्डिनी । कल्कि-रूपा कलिहरा कलि-दुर्गति नाशिनी ॥७॥ कोटि-सूर्य्य-प्रतीकाशा कोटि-कन्दर्प-मोहिनी । केवला कठिना काली कला कैवल्य-दायिनी ॥८॥ केशवी केशवाराध्या* किशोरी केशव-स्तुता । *केशव्-आराध्या रुद्ररूपा रुद्रमूर्ती रुद्राणी रुद्रदेवता ॥९॥ नक्षत्र-रूपा नक्षत्रा नक्षत्रेश-प्रपूजिता । नक्षत्रेश-प्रिया नित्या नक्षत्र-पति-वन्दिता ॥१०॥ नागिनी नाग-जननी नागराज-प्रवन्दिता । नागेश्वरी नाग-कन्या नागरी च नगात्मजा ॥११॥ नगाधिराज-तनया नगराज-प्रपूजिता । नवीना नीरदा पीता श्यामा सौन्दर्य्य-कारिणी ॥१२॥ रक्ता नीला घना शुभ्रा श्वेता सौभाग्य-दायिनी । सुन्दरी सौभगा सौम्या स्वर्णाभा स्वर्गतिप्रदा ॥१३॥ रिपुत्रास-करी रेखा शत्रुसंहार-कारिणी । भामिनी च तथा माया स्तम्भिनी मोहिनी शुभा ॥१४॥ राग-द्वेषकरी रात्री रौरव-ध्वंस-कारिणी । यक्षिणी सिद्ध-निवहा सिद्धेशा सिद्धि-रूपिणी ॥१५॥ लङ्कापति-ध्वंसकरी लङ्केशी रिपुवन्दिता । लङ्कानाथ-कुलहरा महारावण-हारिणी ॥१६॥ देव-दानव-सिद्धौघ-पूजिता परमेश्वरी । पराणु-रूपा परमा पर-तन्त्र-विनाशिनी ॥१७॥ वरदा वरदाराध्या वरदान-परायणा । वरदेश-प्रिया वीरा वीरभूषण-भूषिता ॥१८॥ वसुदा बहुदा वाणी ब्रह्मरूपा वरानना । बलदा पीत-वसना पीत-भूषण-भूषिता ॥१९॥ पीतपुष्प-प्रिया पीतहारा पीत-स्वरूपिणी । इति ते कथितं विप्र नाम्नाम्-अष्टोत्तरं शतम् ॥२०॥ ॥ फलश्रुति ॥ यः पठेत्पाठयेद्वापि श्रृणुयाद्वा समाहितः। (* यः पठेत्-पाठयेद्-वापि श्रृणुयाद्-वा समाहितः) तस्य शत्रुः क्षयं सद्यो याति नैवात्र संशयः ॥२१॥ प्रभात-काले प्रयतो मनुष्यः पठेत्-सुभक्त्या परिचिन्त्य पीताम् । द्रुतं भवेत्तस्य समस्तबुद्धिर्विनाशमायाति च तस्य शत्रुः ॥२२॥ (*द्रुतं भवेत्-तस्य समस्त-बुद्धिर्-विनाशम्-आयाति च तस्य शत्रुः॥२२॥) ॥ इति श्री-विष्णुयामले नारद-विष्णु-संवादे, श्री-बगला- अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्रं समाप्तम् ॥ (नोट) -यानि यह स्तोत्र नारद-विष्णु जी के बीच संवाद के दौरान बताया गया है, यह विष्णुयामल ग्रंथ में है - यहां विनियोग में बताया गया है कि, श्री पीताम्बरा माता का यह अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्र के ऋषिः, सदाशिव हैं, इसका छन्द अनुष्टुप् है, इस स्तोत्र कि देवी श्री-पीताम्बरा बगलामुखी माता हैं, और श्री पीताम्बरा माता की प्रीती (उनकी कृपा प्राप्त के लिये) इसका पाठ किया जा रहा है । जो इस स्तोत्र का पाठ करता है, करवाता है, या सुनता है, सभी को बराबर का फल मिलता है , उसके सभी शत्रु का विनाश होता है, इसमे संशय नही है ॥२१॥ जो अच्छा भक्त, प्रयत्न करके, इस स्तोत्र का प्रातःकाल में, माता का ध्यान करके, पाठ करता है, उसके सभी शत्रु की समस्त बुद्धि का विनाश होता है॥२२॥ Hi, Many videos has been recently uploaded. by my channel “ e2Learn By VRakesh” Please To visit or Search “ e2Learn By VRakesh” .. Thx
Ye wala kawach BAGLAMUKHI SHIV PRAN PRAD kawach hai shayad m bhut dino se dhund ra ise Sheero m patu wala wala nhi hai Ap check kr sakte Agar apko is kawach ki pdf kya kuch bhi mile to please link ya reply m site ka nam ya telegraph channel please btana request hai please please please please please......🙏🙏🙏🙏
Maa Bagla mukhi aapke charno mai Koti koti parnaam ..mata ji sabke Dukh door karo..sabki jholiya khushiyo se bhar do..jai maa Bagala mukhi ji..Baarambaar prnaam hai aapke Shiri charno mai
Jai maa Pitambara. Jai maa Brahmastra rupini. Jai maa Indrani Jai maa shivankastha, shivpriya, kali, bhadrakali, Jawala, annapurna, chandmundvinashini, raktbeej vinashini
हे माता बगलामुखी मैं हर ओर से शत्रुओं के बीच अकेली घिर गई हूं। शत्रुदल ने निर्लज्जता और अधर्म की सभी सीमाएं लांघ दी हैं। मेरी रक्षा कीजिए मातारानी। मैं आपकी शरण में आई हूं। मेरी सहायता कीजिए माताजी। मुझ पर और मेरी पुत्री पर अपनी असीम कृपा कीजिए मातारानी। आपकी सदा ही जय हो
😢
Ma se prathna karta hu apki sare kast har le
Mata per bharosa banaye rakhe, sare shatru dhul ke saman udd jayege
@@sitarammeena6180 जय माता दी
@@SurendraSingh-eg6xx जय माता दी
सभी शत्रु का विनाश करने वाली बगुला मुखी मां को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
रक्षा करो माँ! तुम्हारे अलावा कोई नहीं है। शत्रुनाशिनी भगवती पीताम्बरा बगलामुखी माँ संकट से सदा रक्षा करना माँ। आखिरी उम्मीद हो आप अम्बा।
दया करो देवी ♥️♥️♥️
🎉httpl been bbye bbye😊😢😮
😢😢😢 Mata is dukh ki ghadi me aap meri raksha karo mujhe is sankat se bahar nikalo
Jay Maa Bagalamukhi🌼🙏🙏🙏🙏🙏
हे मां, समस्त संसार के हरएक प्राणी की रक्षा करना और इस महामारी से सबको बचाना।
जय बगलामुखी माता ।
ua-cam.com/video/azIVJ2yLXgc/v-deo.html
Maa amr business jode vhalo chole ..❤️❤️🙏joy maa❤️
मा मेरी रक्षा करो और मुझे इस कष्ट और विपदा से बचालो यही आपके चरणों मे नमन के साथ निवेदन है🙏🙏🙏
Kk
🚩🚩🚩👏👏👏🤲
🙏🌹🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹 video photo Shaadi Ghar Parivar
Comment likhne se hay hay karne se kuch nahi hoga, mann ko sthir karo, aur path karo sache mann se, brahmcharya zaruri hai
जय माँ बगलामुखी कोटी कोटी नमन दंडवत प्रणाम🌷🌷
महादेवी महमाता महाविद्या माँ बगलामुखी के चरणों मे मेरा शत शत प्रणाम🙏
स्वीकार करो माँ....
Jai Ho Maa
ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदम् स्तम्भ्य जीव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ऊँ स्वाहा 🙏🙏
माँ बगलामुखी का बहुत बहुत धन्यबाद हम सुबह से ही मोवाईलो पर सुबह से ही आर्शीवाद प्राप्त कर धन्य हो जाते हैं 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
जय माँ पीतांबरा जगत जननी बगलामुखी सबका कल्याण करो
🌹🌹 माता में अति विकट संकट में हूँ , माँ बगलामुखी मेरी समस्त संकटों को हरो , हे सब संकट हरनी माँ बंगला मुखी मेरे सब दुख दूर करो 🌹🌹
मां बगलामुखी मेरे बेटे का सब दुःख हरो, उन पर विशेष कृपा करो मां
😢
हे! मां अपने बच्चो पर सदा कृपा बनाए रखना । दुष्टों का दलन कर सभी को सद्बुद्धि प्रदान करना मां 🙏🙏🙇🧘
जय माँ बगलामुखी मुझे हर समस्या से छुटकारा दिलाना माँ मेरे पत्नी मेरी दोनों बेटियों की रक्षा करना माँ उन्हें स्वस्थ रखना
am just
@@radiosargamaustralia-khush7955 kkkkkkķķkkkkkkkkkkkķkkkkkkkkkkkkkkkkķkķķkkkkkkkkķ
🌺জয় মা বগলামূখী🦋
कितना शुद्ध उच्चारण मां का कवच सुनने को मिला मन खुश हो गया। ❤️
Oo
ल
@@archnamishra5570
Oh beautiful and Divine mother 💕 who is so beautiful 😍 Guide me out of the darkness of my karma and spread your healing and beautiful 😍 glorious light over me .
I am so lost without you, you are the calm in my stormy life and my saviour you are so merciful and gentle . I never saw a mother who is so kind and gentle as you . When I think of all the scary things I have been thru I do not know how I would survive without you and R.M
जय माँ बगलामुखी हमारे सभी कर्ज से मुक्ति देदो
॥ श्री बगला-अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्रम्, १०८-नाम -( विष्णुयामल )॥
(Easy To Learn)
श्री गणेशाय नमः ।
नारद उवाचः।
भगवन्-देवदेवेश सृष्टिस्थिति-लयात्मक ।
शतम्-अष्टोत्तरं नाम्नां बगलाया वदाधुना ॥१॥
श्री भगवान्-उवाचः।
श्रृणु वत्स प्रवक्ष्यामि नाम्नाम्-अष्टोत्तरं शतम् ।
पीताम्बर्यां महादेव्याः स्तोत्रं पाप-प्रणाशनम् ॥२॥
यस्य प्रपठनात्-सद्यो वादी मूको भवेत्क्षणात् ।
रिपुणां स्तम्भनं याति, सत्यं सत्यं वदाम्यहम् ॥३॥
विनियोगः
ॐ अस्य श्री पीताम्बरा-अष्टोत्तर-शत-नाम-स्तोत्रस्य
सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप्-छन्दः, श्रीपीताम्बरा
देवता, श्री पीताम्बरा-प्रीतये पाठे विनियोगः ।
॥ मूल स्तोत्र पाठ॥
ॐ बगला विष्णु-वनिता, विष्णु-शङ्कर-भामिनी ।
बहुला वेदमाता च महाविष्णु-प्रसूरपि ॥४॥
महा-मत्स्या महा-कूर्म्मा महा-वाराहरूपिणी ।
नारसिंह-प्रिया रम्या वामना बटुरूपिणी ॥५॥
जामदग्न्य-स्वरूपा च रामा राम-प्रपूजिता ।
कृष्णा कपर्दिनी कृत्या कलहा कलकारिणी ॥६॥
बुद्धिरूपा बुद्धभार्या बौद्ध-पाखण्ड-खण्डिनी ।
कल्कि-रूपा कलिहरा कलि-दुर्गति नाशिनी ॥७॥
कोटि-सूर्य्य-प्रतीकाशा कोटि-कन्दर्प-मोहिनी ।
केवला कठिना काली कला कैवल्य-दायिनी ॥८॥
केशवी केशवाराध्या* किशोरी केशव-स्तुता । *केशव्-आराध्या
रुद्ररूपा रुद्रमूर्ती रुद्राणी रुद्रदेवता ॥९॥
नक्षत्र-रूपा नक्षत्रा नक्षत्रेश-प्रपूजिता ।
नक्षत्रेश-प्रिया नित्या नक्षत्र-पति-वन्दिता ॥१०॥
नागिनी नाग-जननी नागराज-प्रवन्दिता ।
नागेश्वरी नाग-कन्या नागरी च नगात्मजा ॥११॥
नगाधिराज-तनया नगराज-प्रपूजिता ।
नवीना नीरदा पीता श्यामा सौन्दर्य्य-कारिणी ॥१२॥
रक्ता नीला घना शुभ्रा श्वेता सौभाग्य-दायिनी ।
सुन्दरी सौभगा सौम्या स्वर्णाभा स्वर्गतिप्रदा ॥१३॥
रिपुत्रास-करी रेखा शत्रुसंहार-कारिणी ।
भामिनी च तथा माया स्तम्भिनी मोहिनी शुभा ॥१४॥
राग-द्वेषकरी रात्री रौरव-ध्वंस-कारिणी ।
यक्षिणी सिद्ध-निवहा सिद्धेशा सिद्धि-रूपिणी ॥१५॥
लङ्कापति-ध्वंसकरी लङ्केशी रिपुवन्दिता ।
लङ्कानाथ-कुलहरा महारावण-हारिणी ॥१६॥
देव-दानव-सिद्धौघ-पूजिता परमेश्वरी ।
पराणु-रूपा परमा पर-तन्त्र-विनाशिनी ॥१७॥
वरदा वरदाराध्या वरदान-परायणा ।
वरदेश-प्रिया वीरा वीरभूषण-भूषिता ॥१८॥
वसुदा बहुदा वाणी ब्रह्मरूपा वरानना ।
बलदा पीत-वसना पीत-भूषण-भूषिता ॥१९॥
पीतपुष्प-प्रिया पीतहारा पीत-स्वरूपिणी ।
इति ते कथितं विप्र नाम्नाम्-अष्टोत्तरं शतम् ॥२०॥
॥ फलश्रुति ॥
यः पठेत्पाठयेद्वापि श्रृणुयाद्वा समाहितः।
(* यः पठेत्-पाठयेद्-वापि श्रृणुयाद्-वा समाहितः)
तस्य शत्रुः क्षयं सद्यो याति नैवात्र संशयः ॥२१॥
प्रभात-काले प्रयतो मनुष्यः पठेत्-सुभक्त्या परिचिन्त्य पीताम् ।
द्रुतं भवेत्तस्य समस्तबुद्धिर्विनाशमायाति च तस्य शत्रुः ॥२२॥
(*द्रुतं भवेत्-तस्य समस्त-बुद्धिर्-विनाशम्-आयाति च तस्य शत्रुः॥२२॥)
॥ इति श्री-विष्णुयामले नारद-विष्णु-संवादे, श्री-बगला-
अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्रं समाप्तम् ॥
(नोट) -यानि यह स्तोत्र नारद-विष्णु जी के बीच संवाद के दौरान बताया गया है,
यह विष्णुयामल ग्रंथ में है -
यहां विनियोग में बताया गया है कि, श्री पीताम्बरा माता का यह अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्र के ऋषिः, सदाशिव हैं, इसका छन्द अनुष्टुप् है, इस स्तोत्र कि देवी श्री-पीताम्बरा बगलामुखी माता हैं, और श्री पीताम्बरा माता की प्रीती (उनकी कृपा प्राप्त के लिये) इसका पाठ किया जा रहा है ।
जो इस स्तोत्र का पाठ करता है, करवाता है, या सुनता है, सभी को बराबर का फल मिलता है , उसके सभी शत्रु का विनाश होता है, इसमे संशय नही है ॥२१॥
जो अच्छा भक्त, प्रयत्न करके, इस स्तोत्र का प्रातःकाल में, माता का ध्यान करके, पाठ करता है, उसके सभी शत्रु की समस्त बुद्धि का विनाश होता है॥२२॥
Hi,
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Jay matarani
P
Mujhe aap s kavach samajhna h....
Jai Maa Baglamukhi Aapki sada jai ho
कवच पाठ सुनने के बाद मां का आशीर्वाद प्राप्त होता हुआ महसूस होता हैं ।🙏
Mujhe bhi
Mujhe bhi
Maa ka hi Asheerwad hai hum is sansar me vicher rahey hai. Jai Maa Baglamukhi ki
Mujhe Bhi
@@rahasyagurumotiv....5611
Maa mere pati ko court case me bari krvado hmara vivahik jivan ek saath sukhmaye ho aapni kripa kro maa🙏🙏🙏🙏
॥ श्री बगलामुखी कवचम्-२ ,विश्वसारोद्धार-तन्त्र से ॥ [Simple To Learn ]
PART-2
॥कवच मूल पाठ ॥
शिरो मे पातु ॐ ह्रीं ऐं श्रीं क्लीं पातु ललाटकम् ।
सम्बोधन-पदम्-पातु नेत्रे श्री-बगलानने ॥१॥
श्रुतौ मम रिपुम्पातु नासिकान्-नाशय द्वयम् ।
पातु गण्डौ सदा माम्-ऐश्वर्याण्यन्तन्तु* मस्तकम् ॥२॥ (?ऐश्वर्याण्यन्तन्तु=ऐश्वर्याण्यन्त्-अन्तु)
देहि द्वन्द्वं सदा जिह्वाम्-पातु शीघ्रँ वचो मम ।
कण्ठ-देशं "मनः" पातु, वाञ्छितम्-बाहुमूलकम् ॥३॥
कार्यं साधय द्वन्द्वन्तु, करौ पातु सदा मम ।
माया-युक्ता तथा स्वाहा, हृदयम्-पातु सर्वदा ॥४॥
अष्टाधिकचत्वारिंशदण्डाढ्या* बगलामुखी ।
( *अष्टाधिकचत्वारिंशदण्डाढ्या = अष्ट-अधिक-चत्वारिंश-दण्डाढ्या । ४० से ८ अधिक, यानी ४८-अक्षर+ मंत्र यहां)
रक्षाँ-करोतु सर्वत्र गृहेऽरण्ये* सदा मम ॥५॥ (गृहेऽरण्ये=गृहे-अरण्ये)
ब्रह्मास्त्राख्यो मनुः पातु सर्वाङ्गे सर्व-सन्धिषु ।
मन्त्र-राजः सदा रक्षाँ-करोतु मम सर्वदा ॥६॥
ॐ ह्रीं पातु नाभि-देशमे कटिं-मे बगलावतु ।
मुखी वर्ण-द्वयम्-पातु लिङ्गमे मुष्क-युग्मकम् ॥७॥
जानुनी सर्वदुष्टानाम्-पातु मे वर्ण-पञ्चकम् ।
वाचं-मुखं-तथा पदं षड्-वर्णा परमेश्वरी ॥८॥
जङ्घा-युग्मे सदा पातु बगला रिपुमोहिनी ।
स्तम्भयेति पदम्पृष्ठम्पातुवर्णत्रयमम ॥९॥ (स्तम्भय-एति पदम्-पृष्ठम्-पातु-वर्ण-त्रय-मम )
मंत्र-ॐ ह्रीँ बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीँ ॐ स्वाहा ।
मंत्र-ॐ ह्रीँ बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीँ ॐ स्वाहा ।
जिह्वाँ वर्ण-द्वयम्-पातु, गुल्फौ मे कीलयेति* च । (*कीलयेति=कीलय्-एति)
पादोर्ध्वं* सर्वदा पातु, बुद्धिं पाद-तले मम ॥१०॥ (*पादोर्ध्वं=पाद्-उर्ध्वं)
विनाशय पदम्-पातु, पादाङ्गुल्योर्न्नखानि* मे । (पादाङ्गुल्योर्न्नखानि= पाद-अङ्गुल्योर्-न्नख्-आनि)
ह्रीं बीजं सर्वदा पातु, बुद्धि-इन्द्रिय-वचांसि मे ॥११॥
सर्वाङ्गम्-प्रणवः पातु, स्वाहा रोमाणि मेऽवतु ।
ब्राह्मी पूर्व-दले पातु, चाग्नेयां विष्णु-वल्लभा ॥१२॥ (*चाग्नेयां=च्-आग्नेयां)
माहेशी दक्षिणे पातु, चामुण्डा राक्षसेऽवतु ।
कौमारी पश्चिमे पातु, वायव्ये चापराजिता* ॥१३॥ (*चापराजिता=च-अपराजिता, चा=च्+अ)
वाराही चोत्तरे* पातु, नारसिंही शिवेऽवतु । (*चोत्तरे=च्-उत्तरे)
ऊर्ध्वम्-पातु महालक्ष्मीः, पाताले शारदाऽवतु ॥१४॥
इत्यष्टौ शक्तयः पान्तु सायुधाश्च सवाहनाः ।
(इत्य्-अष्टौ शक्तयः पान्तु, स्-आयुधाश्-च स-वाहनाः, ८-शक्ति ८-दिशा में, अपने Weapon और वाहन के साथ)
राजद्वारे महादुर्गे पातु माँ-गणनायकः ॥१५॥
श्मशाने जलमध्ये च, भैरवश्-च सदाऽवतु ।
द्विभुजा रक्तवसनाः सर्वाभरण-भूषिताः ॥१६॥ (*सर्वाभरण=सर्व्-आभरण)
योगिन्यः सर्वदा पातु महारण्ये* सदा मम । (*महारण्ये= महा-अरण्ये*:जंगल मे)
इति ते कथितं-देवि कवचम्परमाद्भुतम्* ॥१७॥ (*कवचम्परमाद्भुतम्=कवचम्-परम-अद्भुतम्)
ua-cam.com/video/azIVJ2yLXgc/v-deo.html
ua-cam.com/video/azIVJ2yLXgc/v-deo.html
बहुत अच्छा
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जय बगलामुखी माताजी धन्यवाद गुरूजी
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जय हो माँ बगला मुखी महारानी की जय
Ye sunne ke baad mre ankho m anshu aa rhe h .aapki awwag m maa ka wash h sir mra pranam aapko
santosh ji aap ko subh aasis zivan me kuch bda sadhk bnna ho dusman ko sbak sikhana ho to call me 9519521766 9795164975
ua-cam.com/video/azIVJ2yLXgc/v-deo.html
@@warishbhai7451 ⁰
Shri Baglamukhi gives happiness and protection to devotees and Lord Vishnu. 🪔🙏💝🌹
@Surajbhai Burnwal q
Ye kya bol rhi ho?
Jai ma baglamukhi ma mere dukho aur kasto ko dur kro ma mujhe sukh sampannata aur saflata pradan kre ma..
🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु
ॐ ह्लीं श्रीं ह्लीं पीताम्बरे तंत्र बाधाम नाशय नाशय
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं बगामुखी देव्यै ह्लीं साफल्यं देहि देहि स्वाहा:
ॐ हं ह्लीं बगलामुखी देव्यै कुमारं रक्ष रक्ष
ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं ब्रह्मविद्या स्वरूपिणी स्वाहा:
ॐ हुं हां ह्लीं देव्यै शौर्यं प्रयच्छ
ॐ हां हां हां ह्लीं बज्र कवचाय हुम
Jai Mata Aadisakti
Jai maa BAGLAMUKHI dhoomawati pitambara pratyangira harsiddhi vindhayavasini jayanti mangla Kali bhadhra Kali kapalini Durga shiva kshama dhatri swaha swadha Namastute
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जय माँ आदिशक्ति जगज्जननी माँ जगदंबा माँ बगलामुखी माँ पीताबंरा शत शत कोटि कोटि प्रणाम।
Jai ma bagulamukhi mata jee ki🙏💐Maa apna ashirwad mere pati or mere bache pr bna kr rakhna.
aap hi sahara ho.. daya karo maa. 💐
Jai mata Bagula Mukhi , Hai Mata Baglamukhi apni kirpa dirishti hamre pariwar par bhi dal jai maa Baglamukhi
Jai maa Pitambara.
Jai maa Brahmastra rupini.
Jai maa Indrani
Jai maa shivankastha,
shivpriya, kali, bhadrakali, Jawala, annapurna, chandmundvinashini, raktbeej vinashini
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Jai baglamukhi Maa Raksha karo Maa Raksha karo Raksha karo main aap ki Sharan Mein aaya hun man 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Those who have disliked it they are very गतिया इंसान in world
sahi kha aapne enhi logo ka sanghar hona he Shiv ke hath se
Don't say wrong word to anyone if someone don't like it why u comment why ....I used to listen it and feel tha never give opinion to anyone
Hey Maa Baglamukhi Ji.. mere pati ki aur mere bacho ki raksha kro maa.. is corona mahamari se hume aur hmare pariwar ki raksha kro Maa🙏🤲
He ma hmari rksha kre jy ma bglamukhi hmare dusmno ko sant kre
Uh TV DM is an
जय बगुला मुखी मां
Jai ma Bogola🙏🙏🙏
Om harim baglamukhi
Maa aapke jaisa koi nhi
maa Tumi sarbada Amar aar or sahay theko amader ke rakkha Koro jai maa bagala om drum durge durge rakshane Swaha...... goodluck.....
माँ ब्रह्मास्त्र रूपणी बगलामुखी जी आपकी सदा जय हो हमारी सभी नकारात्मकता का नाश करें।।
Jai Mata Rani Daya Kripya Shama Ashirwad Karo Maa ek Aap ka Sahara Blessings Please 🙏🙏🙏🙏🙏
जय माता बगुलामुखी देवी मेरा सारा कर्ज से झुटकारा दिला दो मा
भाई मंगल स्त्रोत का या ऋण हरता गणेश स्त्रोत का पाठ करे
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
santos ji aap ka har kam hoga bglamukhi amog sadhna se google pr surch kro warish bhai ruhani duniya
MA Sada sath do jai mata di
Jai matha ji
Maa mere bhai ki maa ki meri rakhsha kro jai mata di
He Maa BAGALAMU
KHI
He Maa Pitambary
He Maa satru hantry
Tere charno me mera koty pranam.
जय माँ पीताम्बरा माँ🙏🌻🙏
जय माँ बगलामुखी सभी कर्ज़ से मुक्ति दें ।
Jai mata di 🙏❣️🙏
Maa baglamukhi Mandir nalkheda se..
Jai maa
जय हो माई की रक्षा करो माँ स्वास्थ्य ठीक करो माँ कल्याण करो
Jay mata Bajula ki
JAI HO SHREE BAGLAMUKHI MATA JI KI 🙏🙏🙏🙏🕉️❤️
Shree bagalaamukhi mata ki jay namah namo 🌹🌹🌹
Mahadevi mahamata mahavidya maa baglamukhi ke charno me mera shat shat pranam...
Sweekar karo maaa🙏
Jai Maa Baglamukhi Maayi
Kripa karo meri Mata Rani
Om Namoh Baglamukhi ..... Jai ho
🙏 सर्व सत्रु बिनाशिनी,बगलामूखी माता कि जय !🪔🍎🌷
॥ श्री बगलामुखी कवचम्-२ ,विश्वसारोद्धार-तन्त्र से ॥ [Simple To Learn ]
PART-1
कैलासाचलम्ध्यगम्-पुरवहं शान्तं-त्रिनेत्रं शिवं वामस्था,
कवचम्-प्रणम्य गिरिजा भूतिप्रदम्-पृच्छति ॥
देवी श्री-बगलामुखी रिपुकुलारण्याग्निरूपा* च या, (*रिपुकुलारण्याग्निरूपा=रिपु-कुल-अरण्य-अग्नि-रूपा)
तस्याश्चाप-विमुक्त-मन्त्र-सहितम्-प्रीत्याऽधुना ब्रूहि माम् ॥१॥
श्री शङ्कर उवाचः-
देवी श्री-भव-वल्लभे शृणु महा-मन्त्रँ विभूति-प्रदं-देव्या,
वर्म-युतं समस्त-सुखदं साम्राज्य-द-मुक्तिदम् ।
तारं रुद्रवधूँ विरञ्चि-महिला-विष्णुप्रिया-कामयुक्-कान्ते,
श्री-बगलानने मम रिपुन्-नाशाय युग्मन्त्विति ॥२॥
ऐश्वर्याणि पदञ्च* देहि युगलं, शीघ्रं-मनोवाञ्छितं-कार्यं, (पदञ्च =पदं-च)
साधय युग्म-युक्छिव-वधूवह्नि-प्रियान्तो मनुः ।
कंसारेस्तन-यञ्च बीजमपरा शक्तिश्-च वाणी तथा कीलं
श्रीमति भैरवर्ष्षि-सहितं छन्दो विराट्-संयुतम् ॥३॥
स्वेष्टार्थस्य* परस्य वेत्ति नितराङ्-कार्यस्य सम्प्राप्तये, (*स्वेष्टार्थस्य=स्व-इष्ट-अर्थस्य)
नानासाध्य*-महा-गदस्य, नियतन्-नाशाय वीर्याप्तये ।
(*नानासाध्य=नाना-साध्य?=नाना-असाध्य?)
ध्यात्वा श्री-बगलानना-मनु-वरं-जप्त्वा सहस्राख्यकं-दीर्धैः
षट्क-युतैश्-च, रुद्र-महिला-बीजैर्-विन्यास्-स्याङ्गके ॥(?स्याङ्गके =अस्य-अङ्गके)
॥ध्यानम् (मूल) ॥
सौवर्णासनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोलासिनीं,
हेमाभाङ्गरुचिं शशाङ्कमुकुटां स्रक्चम्पकस्रग्युताम् ।
हस्तैर्मद्गरपाशबद्धरसनां सम्बिभ्रतीं भूषणव्याप्ताङ्गीं
बगलामुखीं त्रिजगतां संस्तम्भिनीञ्चिन्तये ॥
॥ध्यानम् (संधि-विच्छेद के साथ :: To Learn) ॥
सौवर्ण्-आसन-संस्थितां, त्रि-नयनां, पीतांशुकोलासिनीं,
हेमाभाङ्ग-रुचिं, शशाङ्क-मुकुटां, स्रक्-चम्पक-स्रग्युताम् ।
हस्तैर्-मद्गर-पाश-बद्ध-रसनां, सम्-बिभ्रतीं भूषण-व्याप्ताङ्गीं,
बगलामुखीं त्रिजगतां संस्तम्भिनीं-चिन्तये ॥
विनियोगः- ॐ अस्य श्री-बगलामुखी-ब्रह्मास्त्र-मन्त्र-कवचस्य, भैरव ऋषिः विराट्-छन्दः
श्री-बगलामुखी देवता, "क्लीम्"-बीजं, "ऐं"-शक्तिः "श्रीं"-कीलकं, मम परस्य च
मनोभिलषितेष्ट*-कार्य-सिद्धये विनियोगः ॥ (*मनोभिलषितेष्ट=मनो-अभिलषित्-इष्ट )
(Method-1) ------------Both Correct----Do any One----------
( ऋष्यादि न्यास ) :-
भैरव ऋषये नमः शिरसि, विराट् छन्दसे नमः मुखे, श्री बगलामुखी देवतायै नमः हृदि
क्लीँ बीजाय नमः गुह्ये, ऐँ शक्तये नमः पादयोः , श्रीँ कीलकाय नमः नाभौ
मम परस्य च मनोभिलषितेष्टकार्यसिद्धये जपे विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे || इति ऋष्यादि न्यासः
(करन्यासः) :-
ॐ ह्राँ अङ्गुष्ठाभ्यां नमः, ॐ ह्रीँ तर्जनीभ्यां नमः, ॐ ह्रूँ मध्यमाभ्यां नमः, ॐ ह्रैँ अनामिकाभ्यां नमः
ॐ ह्रौँ कनिष्ठिकाभ्यां नमः, ॐ ह्रः करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः इति कर न्यासः
(अङ्गन्यासः) :-
ॐ ह्राँ हृदयाय नमः, ॐ ह्रीँ शिरसे स्वाहा, ॐ ह्रूँ शिखायै वषट् , ॐ ह्रैँ कवचाय हुँ,
ॐ ह्रौँ नेत्रत्रयाय वौषट् , ॐ ह्रः अस्त्राय फट् | इति षडङ्ग न्यासः||
भूर्भुवस्सुवरोमिति दिग्बन्धः॥
(मन्त्रोद्धारः)
(ॐ ह्रीँ ऐं श्रीं क्लीं, श्रीबगलानने मम रिपून्नाशय २, ममैश्वर्याणि देहि- २, शीघ्रमनोवाञ्छितकार्यं साधयः २, ह्रीं स्वाहा ॥
(मन्त्रोद्धारः)(Simple:To learn)
ॐ ह्रीँ ऐं श्रीं क्लीं, श्री-बगलानने मम रिपून्-नाशय २, मम्-ऐश्वर्याणि देहि २, शीघ्र-मनोवाञ्छित-कार्यं साधयः-२, ह्रीं स्वाहा ॥
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जय मां बगलामुखी जय मां पीतांबरा
जय माता बगलामुखी देवी की सदा ही जय हो
Jai Maa Baglamukhi kripa Mata Rani
I try to listen this every night and I suggest everyone it's give you peace
Jai jai maa BAGLAMUKHI charno mein vandna sadev
Jai maa baglamukhi
Jai maa Baglamukhi
Jai Maa Pitambara Maayi
कोटि कोटि प्रणाम माँ पीतांबरा की जय हो 🙏🏻🙏🏻
Jai Mata Di. OM GODDESS BAGLAMUKHI MATA JI NAMAH 🔔🌹🥥🚩🐚🔥🙏.
Jay ma baglamukhi
Mama Baglamukhi ki Jai.
JAY.MAA.BAGLAMUKHI
जय बगलामुखी देवी 🌻🌻🙏🙏जय पीताम्बरा माता 🌻🌻🙏🙏
Jay maa bagalamukhi
jai maabaglamukhi. maa hamari sankat door karo.
Hue kya bhai
Jai Mata Rani Daya Kripya Shama Ashirwad Karo Maa ek Aap ka Sahara Blessings Please
जय श्री बगलामुखी माता जी
Jai Maa Baglamukhi
॥ श्री बगलामुखी कवचम्-२ ,विश्वसारोद्धार-तन्त्र से ॥
Part 3 of 3 [Simple To Learn, v.1 ]
॥ फलश्रुति ॥
इति ते कथितं-देवि कवचम्परमाद्भुतम्* ॥ १७॥ *कवचम्-परम-अद्भुतम्
श्री-विश्व-विजयं-नाम, कीर्ति-श्री-विजय-प्रदम् ।
अपुत्रो लभते पुत्रं-धीरं शूरं शतायुषम्* ॥ १८॥ *शत्-आयुषम् :१००-साल.
निर्द्धनो धनम्-आप्नोति कवचस्य्-अस्य पाठतः ।
जपित्वा मन्त्र-राजं-तु ध्यात्वा श्री-बगलामुखीम् ॥ १९॥
पठेदिदं* हि कवचं-निशायान्-नियमात्-तु यः । *पठेद्-इदं
यद्-यत्-कामयते कामं, साध्यासाध्ये* महीतले ॥ २०॥ *साध्य-असाध्ये,
तत्-तत्-कामम-वाप्नोति सप्त-रात्रेण शङ्करी ।
गुरुं-ध्यात्वा सुरां-पीत्वा रात्रौ शक्ति-समन्वितः ॥ २१॥
कवचण् यः पठेद्-देवि तस्या-असाध्यन्-न किञ्चन ।
यं-ध्यात्वा प्र-जपेन्-मन्त्र-सहस्रं-कवचम्-पठेत् ॥ २२॥
त्रि-रात्रेण वशयाति मृत्युन्-तन्-नात्र संशयः ।
लिखित्वा प्रतिमां शत्रोः सतालेन* हरिद्रया ॥ २३॥ *स-तालेन ? हरताल
लिखित्वा हृदि तन्-नाम तं-ध्यात्वा प्रजपेन्-मनुम् ।
*एकविंशद्-दिनं यावत्-प्रत्यहं-च सहस्रकम् ॥ २४॥ *२१-दिन.
जप्त्वा पठेत्-तु कवचं-चतुर्विंशति*-वारकम् । *२४-बार.
सं-स्तम्भं-जायते शत्रोर्न्-नात्र कार्या विचारणा ॥ २५॥
विवादे विजयं-तस्य, सङ्ग्रामे जयम्-आप्नुयात् ।
श्मशाने च भयं-नास्ति, कवचस्य प्रभावतः ॥ २६॥
नवनीतं-च-अभिमन्त्र्य स्त्रीणां-दद्यान्-महेश्वरि । *नवनीतं = मक्खन
वन्ध्या-यां-जायते पुत्रो, विद्या-बल-समन्वितः ॥ २७॥
श्मशानाङ्गारमादाय भौमे रात्रौ शनावथ* ।
(*? श्मशाना-अङ्गारम्-आदाय भौमे रात्रौ शना-अवथ)
पादोदकेन* स्पृष्ट्वा च लिखेल्-लौह-शलाकया ॥ २८॥ (*पाद-उदकेन, उदक = जल)
भूमौ शत्रोः स्वरूपञ्च* हृदि नाम समालिखेत् । *स्वरूपञ्-च = स्वरूपं-च
हस्तं-तद्द्-हृदये दत्वा, कवचं-तिथिवारकम् ॥ २९॥ *तद्द् = तद्-द्
ध्यात्वा जपेन्-मन्त्र-राजं-नवरात्रम्-प्रयत्नतः ।
म्रियते* ज्वरदाहेन दशमेऽह्नि न संशयः ॥ ३०॥
(*म्रियते ? मृत्यु , ज्वर-दाह-एन दशमेऽह्नि =दशमे-अह्नि, अह्नि=दिन)
भूर्ज-पत्रेष्व-इदं स्तोत्रम्-अष्टगन्धेन सँ-लिखेत् ।
धारयेद्-दक्षिणे बाहौ, नारी वाम-भुजे तथा ॥ ३१॥
सङ्ग्रामे जयम्-आप्नोति, नारी पुत्रवती भवेत् ।
ब्रह्मास्त्र-आदीनि शस्त्राणि नैव कृन्तन्ति तं-जनम् ॥ ३२॥
सम्पूज्य कवचं-नित्यं-पूजायाः फलमा-लभेत् ।
बृहस्पति-समो वापि विभवे धनदोपमः ॥ ३३॥
कामतुल्यश्-च नारीणां, शत्रूणाञ्-च यमोपमः ।
कविता-लहरी तस्य भवेद् - गङ्गा-प्रवाह-वत् ॥ ३४॥
गद्य-पद्य-मयी वाणी भवेद्-देवी-प्रसादतः ।
एकादश-शतं यावत्-पुरश्चरणम्-उच्यते॥३५॥*एकादश-शतं - ११ * १००=११,०० बार.
पुरश्चर्या-विहीनन्तु न च-इदं-फलदायकम् ।
न देयम्-पर-शिष्येभ्यो दुष्टेभ्यश्-च विशेषतः ॥ ३६॥
देयं शिष्याय, भक्ताय, पञ्चत्वञ्चाऽन्यथाप्नुयात् *?? ।
(*? देयं शिष्याय, भक्ताय, पञ्च-त्वं-चा-अन्यथा-आप्नुयात् ।)
इदँ-कवचमज्ञात्वा*, भजेद्-यो बगलामुखीम् ॥
(* विशेष नोट : कवचमज्ञात्वा = कवचम्-अज्ञात्वा)
शत-कोटि जपित्वा तु , तस्य सिद्धिर्न्-न जायते ॥ ३७॥
दाराढ्यो मनुजोस्य लक्ष-जपतः प्राप्नोति सिद्धिं-परां विद्यां
श्री-विजयं-तथा सु-नियतं-धारं-च वीरं वरम् ॥
ब्रह्मास्त्र-आख्य-मनुं विलिख्य नितरां-भूर्ज्-अष्टगन्धेन वै,
धृत्वा राजपुरं, व्रजन्ति खलु ये दासोऽस्ति* तेषान्-नृपः ॥ ३८॥ *दासो-अस्ति.
इति विश्वसारोद्धार-तन्त्रे पार्वती-ईश्वर-संवादे बगलामुखी-कवचं
सम्पूर्णम् ॥
(यह कवच पार्वती-ईश्वर-संवाद के बीच हुआ, और विश्वसारोद्धार-तन्त्र से लिया गया है)
(end)
Jai mai ki🙏🙏🙏
🌻🌹☘️🚩🔱जय श्री महाकाल 🌷🌺श्री शिवाय नमोस्तुभयं 🔱🚩☘️🌹🌻🍋🍏🙏🙏
Jai maa Bhaglamukhi Mata 🙏
Jai maa pitambara Devi 🙏 kirpa kro maa sama kro maa aapke charno me koti koti parnam maa 🙏
Jay baglamukhi maa
Jay Maa Baglamukhi je ke💐🌺🙂🙏
Ma Samastanku bhala re rakha
Ai Corona situation ru Samastanku rakhya kara maa🙏🙏🙏🙏
Jai ma Baglamukhi ... RAKSHA KARO MAA ..HUM APKE BACHE HAIN
Jai ma baglamukhi.. Meri or mere parivar ki Raksha kro maa... Is bure time se nikale maa
Mata bagalamukhi Mera sabhi ka nivaaran Karen
।। जय मां जगत जननी पिताम्बारे ।।🙏🙏🙏
माँ कल्याण करो सब दुख कष्ट पीड़ा दूर करो घर पर सभी को स्वस्थ करो माँ आपकी जय हो
Sundar
Jai maa 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
Jai Baglamukhi Mataji Namah Om God Bless you
ओम श्री मात्रेय नमह ❤
जय बगलामुखी माता
Jai ma banglamukhi devi maa raksha kro
Jai Ho Bagalamukhi Mataji ni...koti koti vandan aapna charano ma.
ऊँ श्री शक्तिपीठ पीताम्बरा महारानी माँ श्री बगलामुखी नमः🛕🌹🌹🌹👏
Jai mata bglamukhi ji
Jai maa baglamukhi Jai maa🌺🌺🙏🙏🙏 pitambara meri rchha kari Maa daya karo maa dya karo mere shatruon se meri raksha karo maa🙏🙏🙏🌺🌺🌻🌻❤️❤️
🙏
Jai maa 🙏🏻🙏🏻🙏🏻kripa kro hum pr maa।।
Bless him good recovery Maaa🙏🏼
Ma Bangalamukhi ki jai!
Meri Dukh Dur karo maa🙏❤💥
JAI MATA SHRI BAGLAMUKHI KI