यहाँ कर्मों का जाल न विछता तो सब रूहें वापिस चली जातीं

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  • Опубліковано 23 січ 2025

КОМЕНТАРІ • 1

  • @jaswantshahu5186
    @jaswantshahu5186 5 місяців тому +1

    बाबा जयगुरुदेव जी को संगत पुकार रही हैं
    राह सतगुरु की निहार रही हैं।।