Gandhi Ji Ki Shawl by Harishankar Parsai | गांधी जी की शॉल | हरिशंकर परसाई | कथाकल्प | Satire

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  • Опубліковано 25 жов 2024

КОМЕНТАРІ • 1

  • @Tsarthak
    @Tsarthak 17 днів тому +1

    यह शायद उस समय या संभवतः आज के राजनीतिज्ञों पर व्यंग है जो अपने आपको गांधी जी की विरासत का उत्तराधिकारी घोषित करते थे किंतु वे बस झूठे बकबक वाले है।
    मेरा तो अनुमान यही है और कोई अर्थ समझ आएगा तो आकर बताऊंगा।