प्रभु कितने easy example से आपने समझाया है की मिथ्या दृष्टि क्या है और सम्यक दृष्टि क्या होती है... आपके वचनामृत और प्रेरक मुद्रा को देखकर ऐसा feel होता है की कोई माँ जैसे आपने बच्चे को उसके लिए जो हितकारक है वो चीज करनेको जैसे ललचाती है और ऐसे करते वक़्त वो जितनी व्याकुल रहती है की बच्चा वो चीज करता क्यों नहीं.. वैसी आपकी स्थिति दिखती है। हमें स्व स्वरुप की खबर ही न होती..🙏🏻 अगर तुम न होते❤, अगर तुम न होते।🙏🏻🙏🏻 हमें समकित प्रकटाने की लालच न होती🙏🏻 अगर तुम न होते, अगर तुम न होते।🙏🏻🙇🏽♀️ तुम्हे क्या पता तुम हमें क्या दिए हो🙏🏻🙏🏻... हममे परमात्मा बननेका हौसला भर गए हो।🙏🏻🙏🏻🌹❤🙇🏽♀️ खुद को जाननेकी मुझे कोई भावना न होती अगर तुम न होते 🙏🏻🙏🏻.. अगर तुम न होते 🙏🏻🙏🏻🙇🏽♀️🙇🏽♀️❤
आप को सुनकर इतना तो यकीन हो गया है कि आप विशेष हैं। मैं आचार्य प्रशांत के सीखों का अनन्य प्रेमी ,आचार्य ओशो की अदृतिया व्याख्याओं का प्रेमी ,आपको सादर प्रणाम करता हूं। बहुत बहुत धन्यवाद !🙏🙏🙏
Jai kripadu prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏 Thanks for giving us great insights about what is self realisation and what is the need of self realisation. Q.What is the need of self realisation ? 1. your complete perception changes and you can see God in everything. अनंत काल से जो ज्ञान परिभ्रमण बढ़ाने का कार्य कर रहा था वो ज्ञान सम्यक दर्शन के बाद भव निवृत्ति का कारण बन जाता है। 2. सम्यक दर्शन होने से प्रतिकूलता मिलने के बाद भी दुःख का वेदन नहीं होता। यदि होता भी है तो वो क्षणिक ही होता है। Q.How to define Self realisation ? 1. व्यवहार सम्यक दर्शन - ज्ञानी के वचन की श्रध्दा। जो भी ज्ञानी कहे वही सच। ज्ञानी की दी हुई हर आज्ञा में रुचि और स्वछंद निरोधता से भक्ति। 2. परमार्थ सम्यक दर्शन - स्वरूप का थोड़ा सा भी अनुभव हुआ पर इस मार्ग पर श्रद्धा हो गई। 3. निश्चय सम्यक दर्शन - निर्विकल्प परमार्थ अनुभव की प्रगाढ़ता में गुण विकास का आरंभ होना। अनंत गुण एक ही समय में खिलने शुरू हो जाते है। व्यवहार सम्यक दर्शन कारण बनता है परमार्थ सम्यक दर्शन का और निश्चय सम्यक दर्शन में निश्चय हो जाता है कि हमारा असली स्वरूप क्या है । इसलिए हमे तीनों ही सम्यक दर्शन की आवश्यकता होती हैं। Thank you so much prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏
जय क्रिपालु श्रीगुरु, सम्यक ज्ञान की महत्ता और उसकी एक झलक, एक क्षण का अनुभव ....यह कैसी ज्ञानी की असीम कृपा है, जो उस झलक में ही खो जाने की अदम्य चाहत को जगाता है। ऐसे सद्गुरुदेव, श्रीगुरु, एवं सभी गुरु तत्वों को अनन्य भक्ति भाव से बारम्बार नमन् वंदन 🙏 🙏
Jai Jai Param Krupadu Gurudev!!!.You gave us so much clarity why samyak Darshan is important .... 1. Perception changes. 2. Worldly sorrows comes to an end You also explained, what is samyak Darshan and how it becomes Bhav nivruti ka kaaran . Thank you so much, Param Krupadu Gurudev! Appke Charan Kamal Mai Ho Vandan Aganeet. ❤❤❤🙏🙏🙏🌷🌷🌷
Jai kripalu Sadguru ji 🙏 Very true coming front of you the first time I remember what happened to me I can’t forget ever it was beautiful and very beautiful blessed by you thanks prabhu ji 🙏🙏
Jai krupadu SRI GURU, aapke charno me koti koti naman, vandan karu chu 🙏🙏 Prabhu Hume bhi jaldi se apna abhipray badalna hai,sub me Ishwar dekh sake yehi bhav hai.Thank you so much Prabhu 🙏🙏
जब ज्ञानियों के द्वारा कहे शब्दों में किसी प्रत्यक्ष सद्गुरु के अनुभव, व ऊर्जाएं समाती हैं तो वह बोध वाक्य हमें तरंगित कर देते हैं, otherwise, it's too difficult to understand even simple sentences! अहो अहो भाव ऐसी उन्नत चेतना के प्रति जो सद्गुरु रूप में हमारे मध्य उपस्थित है!! 🙏🙏🙏
Shukriya Anant Sri Guru Ji for explaining the importance of Self-Realisation in our life. And showing us the path to do that with so much joyfulness outside and blissfulness inside... :)
श्री गुरू आपने इतने सरल शब्दों में सम्यक दर्शन समझाया कि अब हमें भी लगता है , आपके साथ हंसते खेलते हम भी इसे प्राप्त कर सकते हैं। श्री गुरू चरणों में कोटि-कोटि वंदन 🙏🙏🙏🙏
Thank you so much for explaining Samyak Darshan with such clarity. Two question rises in my mind. Please forgive me if my understanding is wrong. The first question is if within 15 bhav at the most a jiv gets moksha after samyak darshan, why did Mahavir Swami have to take 27 bhav (without considering the numerous other small bhav he lived in between) after getting Samyak darshan. The second question which confuses me is that once a jiv gets samyak darshan and realises this world is mithya and all his actions were mithya, then why does the jiv have to take further births thereafter to burn his past karma? Micchami dukram if my understanding is wrong or question is wrong. Would be very grateful if you kindly clear my confusion. Thank you.
मुझे सत को नही ढूंढना क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण की भागवत गीता ने मेरा मार्ग दर्शन इस श्लोक में कर दिया है कि "नासतो विद्दते भावो नाभावो विद्द्तेसत: ।उभयोरपि दृष्टयोऽन्तस्त्वन योस्तत्व दर्शिभी:।।2.16।।
Very_Very Thank you mere srisadguru maa🙏🙏🙏
Aho Upkar, Aho Upkar🙏🙏🙏
प्रभु कितने easy example से आपने समझाया है की मिथ्या दृष्टि क्या है और सम्यक दृष्टि क्या होती है... आपके वचनामृत और प्रेरक मुद्रा को देखकर ऐसा feel होता है की कोई माँ जैसे आपने बच्चे को उसके लिए जो हितकारक है वो चीज करनेको जैसे ललचाती है और ऐसे करते वक़्त वो जितनी व्याकुल रहती है की बच्चा वो चीज करता क्यों नहीं.. वैसी आपकी स्थिति दिखती है।
हमें स्व स्वरुप की खबर ही न होती..🙏🏻
अगर तुम न होते❤, अगर तुम न होते।🙏🏻🙏🏻
हमें समकित प्रकटाने की लालच न होती🙏🏻
अगर तुम न होते, अगर तुम न होते।🙏🏻🙇🏽♀️
तुम्हे क्या पता तुम हमें क्या दिए हो🙏🏻🙏🏻...
हममे परमात्मा बननेका हौसला भर गए हो।🙏🏻🙏🏻🌹❤🙇🏽♀️
खुद को जाननेकी मुझे कोई भावना न होती
अगर तुम न होते 🙏🏻🙏🏻.. अगर तुम न होते 🙏🏻🙏🏻🙇🏽♀️🙇🏽♀️❤
आप को सुनकर इतना तो यकीन हो गया है कि आप विशेष हैं। मैं आचार्य प्रशांत के सीखों का अनन्य प्रेमी ,आचार्य ओशो की अदृतिया व्याख्याओं का प्रेमी ,आपको सादर प्रणाम करता हूं। बहुत बहुत धन्यवाद !🙏🙏🙏
Jai Krupalu Prabhu,
SRI GURU aapke charno me koti koti Vandan. 🙏🙏🌹👏👏🌷💓
Jai kripadu prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks for giving us great insights about what is self realisation and what is the need of self realisation.
Q.What is the need of self realisation ?
1. your complete perception changes and you can see God in everything. अनंत काल से जो ज्ञान परिभ्रमण बढ़ाने का कार्य कर रहा था वो ज्ञान सम्यक दर्शन के बाद भव निवृत्ति का कारण बन जाता है।
2. सम्यक दर्शन होने से प्रतिकूलता मिलने के बाद भी दुःख का वेदन नहीं होता। यदि होता भी है तो वो क्षणिक ही होता है।
Q.How to define Self realisation ?
1. व्यवहार सम्यक दर्शन - ज्ञानी के वचन की श्रध्दा। जो भी ज्ञानी कहे वही सच। ज्ञानी की दी हुई हर आज्ञा में रुचि और स्वछंद निरोधता से भक्ति।
2. परमार्थ सम्यक दर्शन - स्वरूप का थोड़ा सा भी अनुभव हुआ पर इस मार्ग पर श्रद्धा हो गई।
3. निश्चय सम्यक दर्शन - निर्विकल्प परमार्थ अनुभव की प्रगाढ़ता में गुण विकास का आरंभ होना। अनंत गुण एक ही समय में खिलने शुरू हो जाते है।
व्यवहार सम्यक दर्शन कारण बनता है परमार्थ सम्यक दर्शन का और निश्चय सम्यक दर्शन में निश्चय हो जाता है कि हमारा असली स्वरूप क्या है । इसलिए हमे तीनों ही सम्यक दर्शन की आवश्यकता होती हैं।
Thank you so much prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏
गूढ़ ज्ञान को इतनी सरलता से कहने के लिए साधुवाद।
जय क्रिपालु श्रीगुरु, सम्यक ज्ञान की महत्ता और उसकी एक झलक, एक क्षण का अनुभव ....यह कैसी ज्ञानी की असीम कृपा है, जो उस झलक में ही खो जाने की अदम्य चाहत को जगाता है। ऐसे सद्गुरुदेव, श्रीगुरु, एवं सभी गुरु तत्वों को अनन्य भक्ति भाव से बारम्बार नमन् वंदन 🙏 🙏
लचॉरमद
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻ખુબજ સુંદર રીતે સમજાવીયુ સમયગ દશૅન આપને શત્ શત્ વંદન
Jai krupadu, Thank you mere Sri sadguru maa🙏🙏🙏
Aho upkar Prabhu Aho upkar 🎉🎉🎉
Thank you so much Shri Guruji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🪷🌺💐
Very-Very Thank you mere srisadguru maa Aapme mene Iswar ko dhekha h or aapka darbar jannat h maa aap dhanya h
Jai Jai Param Krupadu Gurudev!!!.You gave us so much clarity why samyak Darshan is important ....
1. Perception changes.
2. Worldly sorrows comes to an end
You also explained, what is samyak Darshan and how it becomes Bhav nivruti ka kaaran . Thank you so much, Param Krupadu Gurudev! Appke Charan Kamal Mai Ho Vandan Aganeet. ❤❤❤🙏🙏🙏🌷🌷🌷
शत शत नमन आचार्य जी
Jai kripalu Sadguru ji 🙏
Very true coming front of you the first time I remember what happened to me I can’t forget ever it was beautiful and very beautiful blessed by you thanks prabhu ji 🙏🙏
Jai krupadu SRI GURU, aapke charno me koti koti naman, vandan karu chu 🙏🙏
Prabhu Hume bhi jaldi se apna abhipray badalna hai,sub me Ishwar dekh sake yehi bhav hai.Thank you so much Prabhu 🙏🙏
Jay Krupalu Sadguru Dev.🙏🙏🙏🌷
Kyaaa samjha diya aapne prabhu, dhanya ho gyi mei 🙏
Jai guru ji🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Wow wow wow ❤️❤️❤️❤️
Thank you so much Sri Guru Ma for entering in my life and enlightening the path🙏🙏🙏 Love you eternal 😘❤️😘❤️😘
जय श्री कृष्ण दंडवत प्रणाम हो
Wowww Sri Guru amazing amazing super amazing thrilling got goosebumps 🙏🙏
Wow.........सम्यक दर्शन की महिमा वो धन्य पल शत शत नमन उन पलो को.....वो ही चाहिए...वो ही चाहिए....🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙏🙏🙏 शुकराना गुरूवर शुकराना 🙏🙏
जब ज्ञानियों के द्वारा कहे शब्दों में किसी प्रत्यक्ष सद्गुरु के अनुभव, व ऊर्जाएं समाती हैं तो वह बोध वाक्य हमें तरंगित कर देते हैं, otherwise, it's too difficult to understand even simple sentences!
अहो अहो भाव ऐसी उन्नत चेतना के प्रति जो सद्गुरु रूप में हमारे मध्य उपस्थित है!! 🙏🙏🙏
Thank you very much Sri Guruji for explaining importance of Samayak Darshan 🙏🙏🙏
Pranam Sri Guru ma ji.
Jay Shri Sadguru Krupalu Prabhu
Guru sakshat param bramha tath moyo shreegurabe namaha
अनंत अनंत धन्यवाद, हम जैसों का आपने दृष्टिकोण बदल दिया, ऐसे कल्याणमूर्ति श्रीगुरूजी को अत्यंत भक्ति भाव से नमन है नमन है।🙏❤️
Jai krupadu SRI GURUJI thanks a lot Prabhu for hame atmghyan ki mahima karane k liye 🙏🙏🌹🌹🙇
THANK YOU SRI GURU JI ❤
Thank you for the gentle push of my soul 🙏
Thank you so much Sri Guru ji for just flowing love love and love 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Jai krupadu SriGuru🙏, thank you so much for encouraging us all to walk for aatmagyan🙏🌺❤
Love you guru maa 🙏🌹🙏
Jai krupalu Sri Guru🙏
Thank you for amazing self- realisation journey. 😇❤🌹
Jai krupadu Sri Guru 🙏🌹❤
🙌🏻🌹श्रीगुरू भगवान की जय🌹🙌🏻
Shukriya Anant Sri Guru Ji for explaining the importance of Self-Realisation in our life. And showing us the path to do that with so much joyfulness outside and blissfulness inside... :)
Dhanyvad sri guru for such clarification about samyak darshan shatshat naman apke sri charano me 🙏🙏🙏
Thank you so much Sri Guru Maa 🙏🌷😇
Jai krupadu SriGuru 🙏 Thank you so much SriGuru 🙏🌹
Pranam guruma
जय कृपालु देव की
लाजवाब ❤️
श्री गुरू आपने इतने सरल शब्दों में सम्यक दर्शन समझाया कि अब हमें भी लगता है , आपके साथ हंसते खेलते हम भी इसे प्राप्त कर सकते हैं।
श्री गुरू चरणों में कोटि-कोटि वंदन 🙏🙏🙏🙏
Jai sri Guru
Sri Guru ko koti koti naman pranaam.
Thanks to you.
Thanks for your excellent pravachan
For enlightenment
🙏🙏 pranam guru dev
Thank you ❤🎉
Om santi
यह आपका केवल अपना आत्मज्ञान है और यह उलझने वाला है बहुत मुश्किल है ❤ यह बहुत असहज है
....आत्मज्ञान तो सहज होता है...
Thank you sri guru 🙏🙏🙏🙏🙏
Thank you 🙏❤️🕉
Rankeet
दर्शनाभिलाषी आहोत.
Thank you so much for explaining Samyak Darshan with such clarity. Two question rises in my mind. Please forgive me if my understanding is wrong. The first question is if within 15 bhav at the most a jiv gets moksha after samyak darshan, why did Mahavir Swami have to take 27 bhav (without considering the numerous other small bhav he lived in between) after getting Samyak darshan. The second question which confuses me is that once a jiv gets samyak darshan and realises this world is mithya and all his actions were mithya, then why does the jiv have to take further births thereafter to burn his past karma? Micchami dukram if my understanding is wrong or question is wrong. Would be very grateful if you kindly clear my confusion. Thank you.
मुझे सत को नही ढूंढना क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण की भागवत गीता ने मेरा मार्ग दर्शन इस श्लोक में कर दिया है कि "नासतो विद्दते भावो नाभावो विद्द्तेसत: ।उभयोरपि दृष्टयोऽन्तस्त्वन योस्तत्व दर्शिभी:।।2.16।।
🙏🙏🙏🙏
Prabhu ji ke naye video kyon nahin aate
Jsca
Thanks Guru maa,🙏
Abhi waqt nhi hai jagne ka thoda time or lagega kyunki woh shi waqt nhi aaya
n..