"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
कल्पि धाम के मन्दिर के निर्माण के लिए यशस्वी प्रधान मंत्री जी को बहुत-बहुत धन्यवाद ! आचार्य प्रमोद कृष्ण जी ने एक अच्छी पहल की है! श्री योगी आदित्यनाथ जी को भी बहुत-बहुत बधाई हो! जय श्री राम! जय भगवान विष्णुजी जी! 🙏🙏🙏🙏🙏
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
बीवी के लिए महल बनाने वाले तो बहुत थे🔥 लेकिन मां के लिए *हिंदवी स्वराज🚩* की स्थापना करने वाले सिर्फ एक थे🚩⛳💪 *छत्रपति शिवाजी महाराज🚩⛳💪🗡️🔥⚔️* कोटि कोटि नमन🙏🚩
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई" अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!! हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!! United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!! कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!! हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!! इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!! विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!! ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे??? 🕉️🪔🔥 असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्! युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
Jai Shree RAM,Jai Shree Krishna, Jai Shree Kalki 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 Jai Acharya Promod ji,Jai pradan matri ji Shree Narender Modi ji,Jai mukya mantri ji Yogi ji ,aur sabhi Swami, Guru,Pandit 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔
युग संधि काल में संबलपुर ग्राम में विष्णुयाश के घर में आयेंगे और पापियों को विनाश करेंगे । भगवान कल्कि के दूत मोदीजी और साधु ने मिलकर कल्कि धाम प्रस्तुत हो रहा है । कितना महान राजा की ब्रह्मांड का नायक महाराजा भगवान कल्कि आने से पहले प्रस्तुत हो गया। हमारे महान साधु पीएम को दंडवत प्रोनम ❤।
श्री कल्कि धाम। संभल उत्तरप्रदेश। कल्कि कालचक्र का प्रेरणा स्त्रोत हैं।आज का भारत एक उदाहरण है। चंद्रमा कक्ष में पहले पहुंचने वाला भारत।पीएम मोदी जी की शक्ति शाली स्पीच सफलता के साथ।💥🗼💥🗼💥🙏
हमारे कर्मठ व यशस्वी प्रधान मंत्री माननीय मोदी जी को शत शत नमन। भगवान अपनी कृपा हमेशा बनाए रखे।
हमारे कर्मठ एवं यशस्वी प्रधान मंत्री मोदी जी को शत शत नमन।
ॐ श्री गणेशाय नमः ।🙏ॐ नमः शिवाय। ॐ श्री पार्वती पतये नमः 🙏 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🙏🙏
Modi ji माँ apko sabhi कठिन
Paristhitiyon se Ladne ka ashirwad de
कल्कि धाम मन्दिर की हार्दिक शुभकामनाएं सभी देशवासियों को
ॐ कोंग कल्कि देवाय नमः
🙏🏻💐ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ विष्णवे नम:
ॐ हूं विष्णवे नम:
ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।💐🙏🏻
जय श्री कल्कि धाम की 🙏🌹जय श्री नारायण की 🙏🌹 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः 🌹🙏
स्वामी विवेकानंद जी की अपूर्ण इच्छाओं को वास्तविकता एवं पूरी प्रामाणिकता से पूरी करते हुए हमारे प्रधानमंत्री जी। भारत माता के लाल की जय हो।🌺🙏
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
একদম ঠিক
कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
Like you sir 🙏🇮🇳👍
अपनी धरती अपना राज ! "छत्रपति शिवाजी" का एक ही सपना है हिंदू स्वराज !! जय भवानी - जय शिवाजी🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
जय हो कल्कि धाम ।।
धर्मो रक्षित रक्षतः🎉🎉🎉
जय श्री सीताराम सीताराम राधेश्याम राधेश्याम, ln 2024 Modi ji.
जय श्री कल्कि धाम जय श्री कल्कि अवतार कल्कि भगवान श्री हरि महा विष्णु नारायण भगवान श्री सूर्यदेव सूर्य नारायण सूरज Sun ☀️ भगवान 🙏
जय श्री कल्कि भगवान।
कल्कीधाम के भुमीपुजन के लिए अभिनंदन आदरणीय आचार्य प्रमोद कृष्ण का अभिनंदन और आभार। आदरणीय योगीजी को प्रणाम। सनातन धर्म की जय। जय श्रीराम।
प्रमोद जी , आपके भाषण ने आतमविभोर कर दिया ❤❤
Jay hind jay bharet jay bharet mata use seput modi ji or Yogi ji ko
dono ko support @@ManjuDevi-o7t6q
कौन सा मंत्र जपु मे भगवान
तुम धरती पर आओ
दुविधा भारी आन परी है
आकार इसे मिटाओ
दर्शन दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
जय कल्कि महाराज जी की जय...🚩
Jai Shri Ram 🙏🙏🙏🙏
कल्पि धाम के मन्दिर के निर्माण के लिए यशस्वी प्रधान मंत्री जी को बहुत-बहुत धन्यवाद ! आचार्य प्रमोद कृष्ण जी ने एक अच्छी पहल की है! श्री योगी आदित्यनाथ जी को भी बहुत-बहुत बधाई हो!
जय श्री राम! जय भगवान विष्णुजी जी! 🙏🙏🙏🙏🙏
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
Joy baba kalki maharaj.
Har Har Mahadev 🚩 Jai Shri Ram 🚩 Narendra Modi ji ki jai 🙏
जय श्री सीताराम सीताराम सीताराम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम
JAY SHREE KALKI DHAM 🙏🙏🙏🚩🚩🙏🙏
Jai Shree Ganesh 🙏🏻
ह्रदयभरा प्यार, श्रद्धा और नमन l ईश्वर आपको हर पल सुस्त ओर सस्थ रखें, परमेश्वर की श्रीचरोनमें हमेशा प्रार्थना करता हूं। 🔥🌷🙏🌷
Jai kalki bagwan ji
माननीय प्रधान मंत्री महोदय जी को इस तरह के अद्भुत दृश्य के लिए गर्व हो रहा है। जय श्री राम जय हिन्द। बहुत बहुत बधाई।
Jai kalki Dham Mandir ❤❤❤❤❤
Jai Shree krishna ❤❤❤❤
பல்லாண்டுவாழ்க திரு.நரேந்திர மோடிஜி வாழ்க பாரதம் வெல்க பாஜக jai hindustan vanakam 🙏🙏🙏⚘️🌷💐🪷🪷🕉🚩🚩🚩⛳️🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Jay shri Ram 🙏
Jay ho prbh0
Bar Bar Modi Sarkar NAMO AGAIN Modi Ji proud of you Jay Shri Ram
Jay kalki ji bhagvan
Jai bhagwan kalki ❤
जय हो
जय हो मोदी जी,जय हो योगी जी,जय हो कल्कि धाम❤
जय राम राजस्थान जिला जोधपुर
May Krishna bless our Honourable PM Modi Ji with a good health for a long.
❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🚩 jay Sheri Kalki ji 🔱✨🙏🏻🙏🏻🙏🏻⚡️⚡️
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः 🚩🙏🚩🙏
Hare Krishna hare Krishna Krishna Krishna hare hare hare Rama hare Rama Rama Rama hare hare.
बीवी के लिए महल बनाने वाले तो बहुत थे🔥
लेकिन
मां के लिए *हिंदवी स्वराज🚩* की स्थापना करने वाले सिर्फ एक थे🚩⛳💪
*छत्रपति शिवाजी महाराज🚩⛳💪🗡️🔥⚔️*
कोटि कोटि नमन🙏🚩
Jay chatrapati shivaji maharaj ❤
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
jai maa bharti , jai sanatan Vedic Dharm ki , jai kalki bhagwan ki
Chhatrapati Shivaji Maharaj ki Jai ho.
Jay Chatrapati shivajiii maharaj...aaj key Tarik main MODI sahab BHARAT MATA KEY LIYE SAMARPIT HO KAR KARYA KAR RAHEE HAI...
जय श्री राम
हर हर महादेव
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shri ram
भगवान श्री कल्कि नारायण भगवान की जय। 🙏🔥
Jai shree kalki bhagwan 🚩🙏
Jai Bhagwan Narayan
Koti Koti pranam
Shri Kalki Bhagwan Vishnu ki Jay Ho
जय श्री राम
हर हर महादेव
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
जय हो भगवान श्री कल्कि जी की❤❤❤❤
1 hi dill hai mera kitni bar jitoge 🙏🏻🌺🙏🏻 Radhe Radhe 🙏🏻 🌺 jay shri krishna 🙏🏻🌺
Narendra Modi is not just a pm he is Brand ambassador of modern india.🇮🇳❤❤🔥
Modern Bharat*
"कल्कि अवतार ,भ्रान्ति का निराकरण व सच्चाई"
अवतार का एक मात्र लक्ष्य होता है, धर्म की, न्याय की, स्थापना , उसके लिए उसे दोनो काम करने होते है - ध्वंस और सृजन दोनो - जेसे हर बार चिरकाल से किया गया है !! इस बार का तो लक्ष्य पूरा विश्व मानव ही है !!!
हम सभी को बच्चे का जन्म ही दिखता हे, लेकिन उसके लिए मां व पूरे परिवार को 3-4 वर्ष तक , गर्भ-ठहरने-जन्म-खेलने-चलने तक मे, नन्हे से शुक्राणु के पूर्ण बालक का विकास चरणबद्ध रूप से हम नही देख पाते है , पूरे परिवार को कितनी खुशी व कितना कष्ट होता है यह हम नही देख पाते है !!! इसी प्रकार कोई सतयुग या युग परिवर्तन का बालक कल्कि आज जन्म लेकर कल ही घोड़े पर सवार हो संहार करने निकल पडेगा, यह अनहोनी न हुई है न होगी , !!! ईश्वर के कार्य क्रमानुसार सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हे, वह होते रहेंगे!!!!
United Nation के प्रेरणास्रोत व भारतीय आजादी मे सबसे महत्वपूर्ण पुरूषार्थ करनेवाले, संत श्रीअरविंदजी(aurobindo) पांडिचेरी, के अनुसार , कलियुग का अन्त व सतयुग का शुभारंभ सन् 1836 मे महानतम् अवतार भगवान श्रीरामकृष्ण परमहंसदेव कलकत्ता के, जन्म के साथ ही हो गया !!!!
कलियुग की समाप्ति व सतयुग का आरम्भ, यह समय ऐसा ही होगा जैसे सूर्योदय के पूर्व का काल, जैसे सबेरे 4 बजे से 7 बजे तक, भोर का समय,तब जब अंधेरा सबसे घना होता है , यह युति संध्या कहलाती है !!! दिन-रात के बीच यह कुछ धण्टे की होती है, पर दो युगो के बीच यह संधि 175 साल की होती है, जोकि 2011 मे पूरी हो गई है व अब भगवान सूर्य के दर्शन, सुबह की लालिमा के दर्शन, जीव-जगत की चहलपहल शुरू दिखाई दे रही है, सतयुग के लिए महाकाल की जाज्लयमान अग्नि प्रकट हो रही है!!!
हम सुधिजन यह देख-अनुभव कर सकते है कि विश्व मे धर्म व न्याय के पक्ष मे आमजन 2011 से एकाएक मुखर होने लगे है , मोदी भी 2011 तक साधना-तप-तपस्या तैयारी कर रहे थे !!!! अब शैने शैने क्रमानुसार धर्म व न्याय व नैतिकता की स्थापना का कार्य पूरी धरती पर चलेगा !!!
इस बार का भी अवतरण हजारो मनुष्यो मे एक साथ होगा जेसे रीछ-वानर , ग्वाल-बाल के आने से हुआ !!! यह सब वही है जो मानवता को बचाने का कर्म करते दिखाई देगे !!! कल्कि भगवान अपने लाखो भक्तो - प्रतिभावानो के साथ, विचार क्रांति अभियान की तलवार से दुर्बुद्धि का ध्वंस व गायत्री मंत्र से सद्बुद्धि का सृजन करेंगे!!!!
विश्वास करना चाहिए कि जो कोई भी मानव या संसाधन समाज मे अच्छाई-धर्म-न्याय-स्नेह फेला रहा है श्रद्धा करे कि वह कल्कि का वाहन यानि सफेदघोडा-तलवार हे जिस पर कल्कि-प्रज्ञा सवार है !!!!
ओर अगर आज कल्कि अवतार किसी एक मानव रूप मे तलवार लेकर आ जाये तो, तय मानो कि लाखो वरदान मागनेवाले भिखारी-मनुष्य उनको 1 इंच भी हिलने नही देगे, करोडो पागल मोबाईल-केमरे उन्हे रिकॉर्ड कर रहे होंगे😄, तब वे अपना काम केसे करेगे???
🕉️🪔🔥
असंभवम् संभवम् करतुमुद्तम्, प्रचण्ड झंझावृतिरोसक्षमम्!
युगस्यनिर्माण कृते समुद्यतम, परम महाकाल नमामहयम्!!!
Yes . Absolutely
बेशक 🎉🎉💯
Of Modern Bharat
जय श्री कृष्णा और जय श्री कृष्णा
श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे हरे कृष्ण 🙏🙏🙏🙏🙏❤️
🙏👍❤️ Yug purush tathastu, Param purush tathastu 🙏👍❤️
मान्यवर सादर नमस्कार यह जो महत्वपूर्ण कार्य कर दिया आपने इसका सौभाग्य मिला ही नहीं था किसी को इसके लिए आपको हार्दिक शुभकामनाएं आभार
Jai shree kalki ❤
Har har kalki 🔥
Jai sanatan dharm 🚩😊🙏
jay sree kaalki bhagwan ji ki
भाई प्रणाम 🌹♥️🙏बहन
जय श्रीराम 🌹🌹🙏
जय श्री भगवान विष्णु कल्कि जी🙏🚩
जय श्रीराम
Jai shree kalki
जय श्रीकृष्ण 🎉🎉🎉
नारायण नारायण🙏🙏🙏
छत्रपति शिवाजी महाराज की जय हो ⚔️⚔️
Jai Shree RAM,Jai Shree Krishna, Jai Shree Kalki 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Jai Acharya Promod ji,Jai pradan matri ji Shree Narender Modi ji,Jai mukya mantri ji Yogi ji ,aur sabhi Swami, Guru,Pandit 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔
हर हर महादेव
ଜୟ ଶ୍ରୀରାମ 🙏🙏🙏🙏ଜୟ ଶ୍ରୀ କଲକିରାମ 🙏🙏🙏🙏
I Proud To Bi In Indian
I Proud To Bi Hindus
Jay Shree Kalki
जय हो🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Jai Jai Jai Shri Kalki 🎉🎉🎉
Mere prabhu ki jai ho
अब की बारी मथुरा जय श्री कृष्ण🙏
उत्सव,उद्योग और सम्मान, नये भारत की यही पहचान ।। जय श्री राम
❤❤❤❤❤❤
Jai Shri Kalki Maharaj.🙏
जय श्री राम
हार्दिक शुभकामनाएँ
🎉❤Om Akhand Parchand kalkikay namo shivay Mhakalay namo nma❤🎉
जय श्री कल्की धाम जय श्री हरि विष्णु देव
आचार्य प्रमोद कृष्णन जी बहुत ही स्वभाविक और आनंदित भाव में लगते है मोदीजी और योगी जी के साथ। यही उनका सहज स्थान है, अच्छा हुआ वे कागरेस से बाहर आए ❤❤❤
Hhhbbbbhhbhhbbhhhhhhhbvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhhhnnnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhhbhhhhbbbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbhhhhhhhhhhhjjjjjjjjhhhhhhhjjjjhhbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbbbbbbbbhhhjjjjjjjbbbbbbbvbbhjjkkkkkkkjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbbbhbhbhbhhhhbhbbbhhhhhhbhhhhhhjjjjjjjjhbbhhjhbbbbbhbbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhhbhhhhhhhhhhhhjjjhhhhhbbhbbbbbbbbbhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhbhbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjhhjjhhhhhhhhhhhhjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhjjoooooiijjhhjioiihhiioijgghiooihhhooojghjiihgjooojggjoihhhhjiiiooiiooooiijjjhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhjiiiiiiiiiiiiiiijiiiijiiijjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhghggggghhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhggggvvvgcvvvgggghhhhhhhhhjjjjjjhhhhhhjjjjjjuijjjjjiiijhhhgvvvvvvvcccccccccvvvvvgggggggggggvvvvvggggggghhgghghhghhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbnnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhjjhbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnhhhhhhhhhhhhhhhhghgggvggggghhhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggggggggggghhhhhhhhhgggggggghhgggggggggggggggggggghgggggggggggggghggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghgggggghgggggggggggggggggggggggggggggggggggggghgghhhggggffvgccgggggggggggggggggggggvvvvvvvvvvvgggggggggggggggggvgggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggvgvggggggggvvvvgggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggggggggggggggvvvggggvvgggggvggvvvgvvvvvvvvvvvgggggvvvvvgggggggvgggvvgvvggvvvggggggggggggggggggvggggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggvvvvvvggggggggggggvgvvvvvvvvvvvggggggggggggvvvvvgggggggggggggggggggggggggggfffffgfgffffffgggfffffgggggvvvggggggggggggggvgghhjjjjjjjjjhhhhjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhbhbbbvvvvbhhhhhjjjjjjjjjjjjjhbvbvvbbvbhhhhhhjkkllpokjhvbhjjkkjhbbvbbhjjkkkhhbbbhjkkjbvvjkkhvvkjjvvbhhhhbvvvvvbbbbhhhhhhhhhhhhhbhbhbbbgbbjjjjjjjhhhhhhhvvvvvvvvvvbbbvvvvvvvvvhhhgvvvvvvvvvvvgghgghggggggggvvvvvvvvggggggggggggggggggvvvvggvgggggggggggggggghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhhhhhjjhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggvvhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhuuujjhjjjhhhbbbbbhhhbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhvbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhuhhhhhhhhhhhghgggghhhhhbbbbhhhhhjmkkkkjkkkjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhggggggggggggggggggggvgvvgggggghhhhhhhhhhghgggvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggghhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhvvvvvhhhvvvvgvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggvvvvvvvgggggvggggggggggggggggvvvvvvvvvvgvvvggvggvvgvggvvvvvvvvvvgvvvvvvbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhjhjjjjjjjhhhhhhhhhhgvcccvvvvvvcccccvvvvvvvvggggggggggggggggggggggghhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghghgghhhhhhhhhhgggggggggggghhhhhhhhghhgghghhghhhgbbhioookkjhhhgvhnjnnnjjnjjjnjjjnbbbbhhhbbhhbbbhbhhhbhhhhhhhjjhhjjjjjhhhhhhhhhhhhggggggggghhhhhhhhghggggggggcvvgggujjhhhhhhhhhhhgggghhggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhgggggggggghhhhhhhhhgggggggggggggggggggghhhhhjjjujjhhhhhhhhhhhhhhhgghgghgghhghhgggghhhhhhhhhhghghhgghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgggggccvfgghjjhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhuuuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjhjjjjbhbbbbbjjhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgghhhhhhhhhghhhbbbhhhhhhhhhhhbgghggggghggggggggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgjjjnbbbbhhjhhhbbbbbbbbhhnjjjjnnjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhhhhhhjjjhhbjjhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnnnnjjjjjjjjhbbbbbbbhhjjjkkkkkjnnnbbbbbbbbbbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkkkkjjjjjjnnnnnnnjjjjjjjjjjjnjjjnnnbjjjjjjjjjnnnnnbnnnnjbbbbbbbbbbbbbbbnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnbbbnjjjjnnbbnnjnnnnnnnnnbbbhbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjkjkkjjjhhbbbhhhhjjjjjhhhbbbbhjjjjkiiooooikjjhbvvvvccxdffgghhhhhjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbhhhhhbhbbbhhhbhhhhhhhjjjhjjjhhhbbbbbbbbbhbbbbbbbbbbhhbbbbhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjbbbbbbvvgffffcxxxxzdfttthhjjjkjjnnnmmkkkjhbuooiojjhhgggvbhhhjjjjjkkkkjnnnnnnnbbbbbbbbbbbbbvvvvvvvvvvvggggggggfgffffffffggggggggggggffgggfgggfggfggfffffggfffgggggfgggggggggffffggggfgfgfffffffgfgggggggggggggffggggggggfgfggggfgfgffffffffffggggggggfggfffgfffgggggggggghhghhhjjjjjnbbbjhhbbhbbbbbbbhbbbbhhhhhhjhhhhhhhghgggvgghggvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggvccccvvnjjkkkjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhjjjnjhbbnjjjjnhjjjkjhhhhhhhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggghggggvggggggggggggggvvvvggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
Hhhbbbbhhbhhbbhhhhhhhbvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhhhnnnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhhbhhhhbbbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbhhhhhhhhhhhjjjjjjjjhhhhhhhjjjjhhbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbbbbbbbbhhhjjjjjjjbbbbbbbvbbhjjkkkkkkkjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbbbhbhbhbhhhhbhbbbhhhhhhbhhhhhhjjjjjjjjhbbhhjhbbbbbhbbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhhbhhhhhhhhhhhhjjjhhhhhbbhbbbbbbbbbhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhbhbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjhhjjhhhhhhhhhhhhjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhjjoooooiijjhhjioiihhiioijgghiooihhhooojghjiihgjooojggjoihhhhjiiiooiiooooiijjjhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhjiiiiiiiiiiiiiiijiiiijiiijjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhghggggghhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhggggvvvgcvvvgggghhhhhhhhhjjjjjjhhhhhhjjjjjjuijjjjjiiijhhhgvvvvvvvcccccccccvvvvvgggggggggggvvvvvggggggghhgghghhghhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbnnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhjjhbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnhhhhhhhhhhhhhhhhghgggvggggghhhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggggggggggghhhhhhhhhgggggggghhgggggggggggggggggggghgggggggggggggghggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghgggggghgggggggggggggggggggggggggggggggggggggghgghhhggggffvgccgggggggggggggggggggggvvvvvvvvvvvgggggggggggggggggvgggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggvgvggggggggvvvvgggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggggggggggggggvvvggggvvgggggvggvvvgvvvvvvvvvvvgggggvvvvvgggggggvgggvvgvvggvvvggggggggggggggggggvggggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggvvvvvvggggggggggggvgvvvvvvvvvvvggggggggggggvvvvvgggggggggggggggggggggggggggfffffgfgffffffgggfffffgggggvvvggggggggggggggvgghhjjjjjjjjjhhhhjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhbhbbbvvvvbhhhhhjjjjjjjjjjjjjhbvbvvbbvbhhhhhhjkkllpokjhvbhjjkkjhbbvbbhjjkkkhhbbbhjkkjbvvjkkhvvkjjvvbhhhhbvvvvvbbbbhhhhhhhhhhhhhbhbhbbbgbbjjjjjjjhhhhhhhvvvvvvvvvvbbbvvvvvvvvvhhhgvvvvvvvvvvvgghgghggggggggvvvvvvvvggggggggggggggggggvvvvggvgggggggggggggggghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhhhhhjjhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggvvhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhuuujjhjjjhhhbbbbbhhhbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhvbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhuhhhhhhhhhhhghgggghhhhhbbbbhhhhhjmkkkkjkkkjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhggggggggggggggggggggvgvvgggggghhhhhhhhhhghgggvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggghhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhvvvvvhhhvvvvgvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggvvvvvvvgggggvggggggggggggggggvvvvvvvvvvgvvvggvggvvgvggvvvvvvvvvvgvvvvvvbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhjhjjjjjjjhhhhhhhhhhgvcccvvvvvvcccccvvvvvvvvggggggggggggggggggggggghhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghghgghhhhhhhhhhgggggggggggghhhhhhhhghhgghghhghhhgbbhioookkjhhhgvhnjnnnjjnjjjnjjjnbbbbhhhbbhhbbbhbhhhbhhhhhhhjjhhjjjjjhhhhhhhhhhhhggggggggghhhhhhhhghggggggggcvvgggujjhhhhhhhhhhhgggghhggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhgggggggggghhhhhhhhhgggggggggggggggggggghhhhhjjjujjhhhhhhhhhhhhhhhgghgghgghhghhgggghhhhhhhhhhghghhgghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgggggccvfgghjjhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhuuuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjhjjjjbhbbbbbjjhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgghhhhhhhhhghhhbbbhhhhhhhhhhhbgghggggghggggggggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgjjjnbbbbhhjhhhbbbbbbbbhhnjjjjnnjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhhhhhhjjjhhbjjhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnnnnjjjjjjjjhbbbbbbbhhjjjkkkkkjnnnbbbbbbbbbbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkkkkjjjjjjnnnnnnnjjjjjjjjjjjnjjjnnnbjjjjjjjjjnnnnnbnnnnjbbbbbbbbbbbbbbbnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnbbbnjjjjnnbbnnjnnnnnnnnnbbbhbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjkjkkjjjhhbbbhhhhjjjjjhhhbbbbhjjjjkiiooooikjjhbvvvvccxdffgghhhhhjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbhhhhhbhbbbhhhbhhhhhhhjjjhjjjhhhbbbbbbbbbhbbbbbbbbbbhhbbbbhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjbbbbbbvvgffffcxxxxzdfttthhjjjkjjnnnmmkkkjhbuooiojjhhgggvbhhhjjjjjkkkkjnnnnnnnbbbbbbbbbbbbbvvvvvvvvvvvggggggggfgffffffffggggggggggggffgggfgggfggfggfffffggfffgggggfgggggggggffffggggfgfgfffffffgfgggggggggggggffggggggggfgfggggfgfgffffffffffggggggggfggfffgfffgggggggggghhghhhjjjjjnbbbjhhbbhbbbbbbbhbbbbhhhhhhjhhhhhhhghgggvgghggvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggvccccvvnjjkkkjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhjjjnjhbbnjjjjnhjjjkjhhhhhhhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggghggggvggggggggggggggvvvvggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
Hhhbbbbhhbhhbbhhhhhhhbvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhhhnnnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhhbhhhhbbbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbhhhhhhhhhhhjjjjjjjjhhhhhhhjjjjhhbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbbbbbbbbhhhjjjjjjjbbbbbbbvbbhjjkkkkkkkjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbbbhbhbhbhhhhbhbbbhhhhhhbhhhhhhjjjjjjjjhbbhhjhbbbbbhbbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhhbhhhhhhhhhhhhjjjhhhhhbbhbbbbbbbbbhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhbhbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjhhjjhhhhhhhhhhhhjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhjjoooooiijjhhjioiihhiioijgghiooihhhooojghjiihgjooojggjoihhhhjiiiooiiooooiijjjhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhjiiiiiiiiiiiiiiijiiiijiiijjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhghggggghhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhggggvvvgcvvvgggghhhhhhhhhjjjjjjhhhhhhjjjjjjuijjjjjiiijhhhgvvvvvvvcccccccccvvvvvgggggggggggvvvvvggggggghhgghghhghhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbnnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhjjhbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnhhhhhhhhhhhhhhhhghgggvggggghhhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggggggggggghhhhhhhhhgggggggghhgggggggggggggggggggghgggggggggggggghggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghgggggghgggggggggggggggggggggggggggggggggggggghgghhhggggffvgccgggggggggggggggggggggvvvvvvvvvvvgggggggggggggggggvgggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggvgvggggggggvvvvgggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggggggggggggggvvvggggvvgggggvggvvvgvvvvvvvvvvvgggggvvvvvgggggggvgggvvgvvggvvvggggggggggggggggggvggggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggvvvvvvggggggggggggvgvvvvvvvvvvvggggggggggggvvvvvgggggggggggggggggggggggggggfffffgfgffffffgggfffffgggggvvvggggggggggggggvgghhjjjjjjjjjhhhhjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhbhbbbvvvvbhhhhhjjjjjjjjjjjjjhbvbvvbbvbhhhhhhjkkllpokjhvbhjjkkjhbbvbbhjjkkkhhbbbhjkkjbvvjkkhvvkjjvvbhhhhbvvvvvbbbbhhhhhhhhhhhhhbhbhbbbgbbjjjjjjjhhhhhhhvvvvvvvvvvbbbvvvvvvvvvhhhgvvvvvvvvvvvgghgghggggggggvvvvvvvvggggggggggggggggggvvvvggvgggggggggggggggghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhhhhhjjhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggvvhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhuuujjhjjjhhhbbbbbhhhbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhvbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhuhhhhhhhhhhhghgggghhhhhbbbbhhhhhjmkkkkjkkkjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhggggggggggggggggggggvgvvgggggghhhhhhhhhhghgggvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggghhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhvvvvvhhhvvvvgvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggvvvvvvvgggggvggggggggggggggggvvvvvvvvvvgvvvggvggvvgvggvvvvvvvvvvgvvvvvvbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhjhjjjjjjjhhhhhhhhhhgvcccvvvvvvcccccvvvvvvvvggggggggggggggggggggggghhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghghgghhhhhhhhhhgggggggggggghhhhhhhhghhgghghhghhhgbbhioookkjhhhgvhnjnnnjjnjjjnjjjnbbbbhhhbbhhbbbhbhhhbhhhhhhhjjhhjjjjjhhhhhhhhhhhhggggggggghhhhhhhhghggggggggcvvgggujjhhhhhhhhhhhgggghhggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhgggggggggghhhhhhhhhgggggggggggggggggggghhhhhjjjujjhhhhhhhhhhhhhhhgghgghgghhghhgggghhhhhhhhhhghghhgghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgggggccvfgghjjhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhuuuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjhjjjjbhbbbbbjjhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgghhhhhhhhhghhhbbbhhhhhhhhhhhbgghggggghggggggggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgjjjnbbbbhhjhhhbbbbbbbbhhnjjjjnnjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhhhhhhjjjhhbjjhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnnnnjjjjjjjjhbbbbbbbhhjjjkkkkkjnnnbbbbbbbbbbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkkkkjjjjjjnnnnnnnjjjjjjjjjjjnjjjnnnbjjjjjjjjjnnnnnbnnnnjbbbbbbbbbbbbbbbnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnbbbnjjjjnnbbnnjnnnnnnnnnbbbhbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjkjkkjjjhhbbbhhhhjjjjjhhhbbbbhjjjjkiiooooikjjhbvvvvccxdffgghhhhhjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbhhhhhbhbbbhhhbhhhhhhhjjjhjjjhhhbbbbbbbbbhbbbbbbbbbbhhbbbbhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjbbbbbbvvgffffcxxxxzdfttthhjjjkjjnnnmmkkkjhbuooiojjhhgggvbhhhjjjjjkkkkjnnnnnnnbbbbbbbbbbbbbvvvvvvvvvvvggggggggfgffffffffggggggggggggffgggfgggfggfggfffffggfffgggggfgggggggggffffggggfgfgfffffffgfgggggggggggggffggggggggfgfggggfgfgffffffffffggggggggfggfffgfffgggggggggghhghhhjjjjjnbbbjhhbbhbbbbbbbhbbbbhhhhhhjhhhhhhhghgggvgghggvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggvccccvvnjjkkkjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhjjjnjhbbnjjjjnhjjjkjhhhhhhhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggghggggvggggggggggggggvvvvggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggg
jjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
Hhhbbbbhhbhhbbhhhhhhhbvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhhhnnnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhhbhhhhbbbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbhhhhhhhhhhhjjjjjjjjhhhhhhhjjjjhhbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbbbbbbbbhhhjjjjjjjbbbbbbbvbbhjjkkkkkkkjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbbbhbhbhbhhhhbhbbbhhhhhhbhhhhhhjjjjjjjjhbbhhjhbbbbbhbbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhhbhhhhhhhhhhhhjjjhhhhhbbhbbbbbbbbbhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhbhbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjhhjjhhhhhhhhhhhhjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhjjoooooiijjhhjioiihhiioijgghiooihhhooojghjiihgjooojggjoihhhhjiiiooiiooooiijjjhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhjiiiiiiiiiiiiiiijiiiijiiijjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhghggggghhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhggggvvvgcvvvgggghhhhhhhhhjjjjjjhhhhhhjjjjjjuijjjjjiiijhhhgvvvvvvvcccccccccvvvvvgggggggggggvvvvvggggggghhgghghhghhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbnnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhjjhbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnhhhhhhhhhhhhhhhhghgggvggggghhhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggggggggggghhhhhhhhhgggggggghhgggggggggggggggggggghgggggggggggggghggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghgggggghgggggggggggggggggggggggggggggggggggggghgghhhggggffvgccgggggggggggggggggggggvvvvvvvvvvvgggggggggggggggggvgggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggvgvggggggggvvvvgggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggggggggggggggvvvggggvvgggggvggvvvgvvvvvvvvvvvgggggvvvvvgggggggvgggvvgvvggvvvggggggggggggggggggvggggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggvvvvvvggggggggggggvgvvvvvvvvvvvggggggggggggvvvvvgggggggggggggggggggggggggggfffffgfgffffffgggfffffgggggvvvggggggggggggggvgghhjjjjjjjjjhhhhjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhbhbbbvvvvbhhhhhjjjjjjjjjjjjjhbvbvvbbvbhhhhhhjkkllpokjhvbhjjkkjhbbvbbhjjkkkhhbbbhjkkjbvvjkkhvvkjjvvbhhhhbvvvvvbbbbhhhhhhhhhhhhhbhbhbbbgbbjjjjjjjhhhhhhhvvvvvvvvvvbbbvvvvvvvvvhhhgvvvvvvvvvvvgghgghggggggggvvvvvvvvggggggggggggggggggvvvvggvgggggggggggggggghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhhhhhjjhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggvvhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhuuujjhjjjhhhbbbbbhhhbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhvbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhuhhhhhhhhhhhghgggghhhhhbbbbhhhhhjmkkkkjkkkjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhggggggggggggggggggggvgvvgggggghhhhhhhhhhghgggvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggghhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhvvvvvhhhvvvvgvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggvvvvvvvgggggvggggggggggggggggvvvvvvvvvvgvvvggvggvvgvggvvvvvvvvvvgvvvvvvbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhjhjjjjjjjhhhhhhhhhhgvcccvvvvvvcccccvvvvvvvvggggggggggggggggggggggghhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghghgghhhhhhhhhhgggggggggggghhhhhhhhghhgghghhghhhgbbhioookkjhhhgvhnjnnnjjnjjjnjjjnbbbbhhhbbhhbbbhbhhhbhhhhhhhjjhhjjjjjhhhhhhhhhhhhggggggggghhhhhhhhghggggggggcvvgggujjhhhhhhhhhhhgggghhggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhgggggggggghhhhhhhhhgggggggggggggggggggghhhhhjjjujjhhhhhhhhhhhhhhhgghgghgghhghhgggghhhhhhhhhhghghhgghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgggggccvfgghjjhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhuuuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjhjjjjbhbbbbbjjhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgghhhhhhhhhghhhbbbhhhhhhhhhhhbgghggggghggggggggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgjjjnbbbbhhjhhhbbbbbbbbhhnjjjjnnjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhhhhhhjjjhhbjjhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnnnnjjjjjjjjhbbbbbbbhhjjjkkkkkjnnnbbbbbbbbbbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkkkkjjjjjjnnnnnnnjjjjjjjjjjjnjjjnnnbjjjjjjjjjnnnnnbnnnnjbbbbbbbbbbbbbbbnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnbbbnjjjjnnbbnnjnnnnnnnnnbbbhbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjkjkkjjjhhbbbhhhhjjjjjhhhbbbbhjjjjkiiooooikjjhbvvvvccxdffgghhhhhjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbhhhhhbhbbbhhhbhhhhhhhjjjhjjjhhhbbbbbbbbbhbbbbbbbbbbhhbbbbhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjbbbbbbvvgffffcxxxxzdfttthhjjjkjjnnnmmkkkjhbuooiojjhhgggvbhhhjjjjjkkkkjnnnnnnnbbbbbbbbbbbbbvvvvvvvvvvvggggggggfgffffffffggggggggggggffgggfgggfggfggfffffggfffgggggfgggggggggffffggggfgfgfffffffgfgggggggggggggffggggggggfgfggggfgfgffffffffffggggggggfggfffgfffgggggggggghhghhhjjjjjnbbbjhhbbhbbbbbbbhbbbbhhhhhhjhhhhhhhghgggvgghggvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggvccccvvnjjkkkjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhjjjnjhbbnjjjjnhjjjkjhhhhhhhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggghggggvggggggggggggggvvvvggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
Hhhbbbbhhbhhbbhhhhhhhbvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhhhnnnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhhbhhhhbbbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbhhhhhhhhhhhjjjjjjjjhhhhhhhjjjjhhbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbbbbbbbbhhhjjjjjjjbbbbbbbvbbhjjkkkkkkkjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbbbhbhbhbhhhhbhbbbhhhhhhbhhhhhhjjjjjjjjhbbhhjhbbbbbhbbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhhbhhhhhhhhhhhhjjjhhhhhbbhbbbbbbbbbhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjhhhhbhbbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjhhjjhhhhhhhhhhhhjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhjjoooooiijjhhjioiihhiioijgghiooihhhooojghjiihgjooojggjoihhhhjiiiooiiooooiijjjhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhjiiiiiiiiiiiiiiijiiiijiiijjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhghggggghhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhggggvvvgcvvvgggghhhhhhhhhjjjjjjhhhhhhjjjjjjuijjjjjiiijhhhgvvvvvvvcccccccccvvvvvgggggggggggvvvvvggggggghhgghghhghhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbbnnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhjjhbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnhhhhhhhhhhhhhhhhghgggvggggghhhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggggggggggghhhhhhhhhgggggggghhgggggggggggggggggggghgggggggggggggghggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghgggggghgggggggggggggggggggggggggggggggggggggghgghhhggggffvgccgggggggggggggggggggggvvvvvvvvvvvgggggggggggggggggvgggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggggvgvggggggggvvvvgggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggggggggggggggvvvggggvvgggggvggvvvgvvvvvvvvvvvgggggvvvvvgggggggvgggvvgvvggvvvggggggggggggggggggvggggggggggggggggggggggggggggggvvvvgggvvvvvvggggggggggggvgvvvvvvvvvvvggggggggggggvvvvvgggggggggggggggggggggggggggfffffgfgffffffgggfffffgggggvvvggggggggggggggvgghhjjjjjjjjjhhhhjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjhbhbbbvvvvbhhhhhjjjjjjjjjjjjjhbvbvvbbvbhhhhhhjkkllpokjhvbhjjkkjhbbvbbhjjkkkhhbbbhjkkjbvvjkkhvvkjjvvbhhhhbvvvvvbbbbhhhhhhhhhhhhhbhbhbbbgbbjjjjjjjhhhhhhhvvvvvvvvvvbbbvvvvvvvvvhhhgvvvvvvvvvvvgghgghggggggggvvvvvvvvggggggggggggggggggvvvvggvgggggggggggggggghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhhhhhjjhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggvvhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhuuujjhjjjhhhbbbbbhhhbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhvbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbhhhuhhhhhhhhhhhghgggghhhhhbbbbhhhhhjmkkkkjkkkjjkjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhggggggggggggggggggggvgvvgggggghhhhhhhhhhghgggvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggghhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhhhhhhhhhvvvvvhhhvvvvgvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvggvvvvvvvgggggvggggggggggggggggvvvvvvvvvvgvvvggvggvvgvggvvvvvvvvvvgvvvvvvbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhjhjjjjjjjhhhhhhhhhhgvcccvvvvvvcccccvvvvvvvvggggggggggggggggggggggghhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhghghgghhhhhhhhhhgggggggggggghhhhhhhhghhgghghhghhhgbbhioookkjhhhgvhnjnnnjjnjjjnjjjnbbbbhhhbbhhbbbhbhhhbhhhhhhhjjhhjjjjjhhhhhhhhhhhhggggggggghhhhhhhhghggggggggcvvgggujjhhhhhhhhhhhgggghhggggggggggggggggggggggggggggggggggggggghhhhgggggggggghhhhhhhhhgggggggggggggggggggghhhhhjjjujjhhhhhhhhhhhhhhhgghgghgghhghhgggghhhhhhhhhhghghhgghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgggggccvfgghjjhhhhhhhhhhhhhhhghhhhhhhhhghhhhhhhhhhhhhhuuuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjjjjjhjjjjbhbbbbbjjhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhgghhhhhhhhhghhhbbbhhhhhhhhhhhbgghggggghggggggggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgjjjnbbbbhhjhhhbbbbbbbbhhnjjjjnnjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhjhhhhhhjjjhhbjjhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjnnnnnjjjjjjjjhbbbbbbbhhjjjkkkkkjnnnbbbbbbbbbbbbbbhhhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjkkkkjjjjjjnnnnnnnjjjjjjjjjjjnjjjnnnbjjjjjjjjjnnnnnbnnnnjbbbbbbbbbbbbbbbnbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbbnbbbnjjjjnnbbnnjnnnnnnnnnbbbhbbbbhhhhhhhhhhhhjjjjjjjkjkkjjjhhbbbhhhhjjjjjhhhbbbbhjjjjkiiooooikjjhbvvvvccxdffgghhhhhjjjjjjjjkjjjjjjjjjjjhhhbbbhbbhhhhhbhbbbhhhbhhhhhhhjjjhjjjhhhbbbbbbbbbhbbbbbbbbbbhhbbbbhhjjjjjjjjjjjjjjjjjjbbbbbbvvgffffcxxxxzdfttthhjjjkjjnnnmmkkkjhbuooiojjhhgggvbhhhjjjjjkkkkjnnnnnnnbbbbbbbbbbbbbvvvvvvvvvvvggggggggfgffffffffggggggggggggffgggfgggfggfggfffffggfffgggggfgggggggggffffggggfgfgfffffffgfgggggggggggggffggggggggfgfggggfgfgffffffffffggggggggfggfffgfffgggggggggghhghhhjjjjjnbbbjhhbbhbbbbbbbhbbbbhhhhhhjhhhhhhhghgggvgghggvvggggggggggggggggggggggggggggggggggggghghhhhhgggggggggggggggggggggggggggggggvccccvvnjjkkkjjjjjjjjjjjjjjjhjhjjhhjjjnjhbbnjjjjnhjjjkjhhhhhhhjjjhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhggghggggvggggggggggggggvvvvggggvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvgggggg
jjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
कल की देव भगवान की जय हो आचार्य प्रमोद जी को साधुवाद धन्यवाद
Jai Shri Ram 🙏🇮🇳
कोई सोच भी नहीं सकता कि आज के समय में पिछली संस्कृति को स्तरीय आगे बढ़ाया जाएगा और हमें जीने का एक साहसी जीवन दिया जाएगा जो हम भूल चुके थे
Jai Kalki Bhagwan ki Jai 🚩🙏
युग संधि काल में संबलपुर ग्राम में विष्णुयाश के घर में आयेंगे और पापियों को विनाश करेंगे । भगवान कल्कि के दूत मोदीजी और साधु ने मिलकर कल्कि धाम प्रस्तुत हो रहा है । कितना महान राजा की ब्रह्मांड का नायक महाराजा भगवान कल्कि आने से पहले प्रस्तुत हो गया। हमारे महान साधु पीएम को दंडवत प्रोनम ❤।
Jai Jai Shree Sita Ramji
Jai Jai Kalki Bhagwan
Dhanyavaad Charan Sparsh Modiji aapko koti koti Pranam
भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी एवम हिन्दवी स्वराज्य के संस्थापक भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन।
जय भवानी , जय शिवाजी। 🙏🔥
Jay jay siri ram ji or lekhan ji tetha sevi santgan ji ko mera neman he thanks
जय श्री राम 🚩
Namaskaram
honourable prime minister
SIVA SIVA
Jay Shri Ram Jay Hanuman
,कलकि धाम का जय हो!
Bahut bahut dhanyvad. Jay Shri Kalki Maharaj
उत्तिष्ठ भारत... गौरव काल खंड... सादर अभिवादन अभिनंदन आदरणीय प्रधान मंत्री जी...
Pranam Vandan Namaskar
श्री कल्कि धाम। संभल उत्तरप्रदेश। कल्कि कालचक्र का प्रेरणा स्त्रोत हैं।आज का भारत एक उदाहरण है। चंद्रमा कक्ष में पहले पहुंचने वाला भारत।पीएम मोदी जी की शक्ति शाली स्पीच सफलता के साथ।💥🗼💥🗼💥🙏
🙏 Joy sri Kallki Bhagwan 🙏🌸🌸🌸
मोदीजी आप अवतार पुरुष है . शत शत प्रणाम मोदीजी आपको .
जय सिया राम ❤मेरे प्रभु राम ❤❤जय हनुमान जी महाराज गुरुदेव कृपा आपकी हमेशा बनी रहे ❤❤नमो नमो नमः ❤🌹🌹🌹🌹🚩🚩🚩🚩💕💕🙏🙏🙏🙏🙏
See how honourable pm Modi Ji is inhancing our culture....❤...be proud of an indian.jai hind 😊.