भारत की अद्भुत 'गुरु शिष्य परंपरा' और उसके महत्व को समझाते हुए Dr. Sudhanshu Trivedi
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- Опубліковано 19 вер 2024
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National Democratic Teachers Front द्वारा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी सम्वत 2073 की पूर्व संध्या के अवसर पर आयोजित समारोह में "भारत को विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों की भूमिका" विषय पर 5 अप्रैल 2019 को University of Delhi के सत्यकाम सभागार में BJP Spokesperson Dr.Sudhanshu Trivedi ने अपने अनोखे अंदाज़ में बड़े ही रसप्रद रूप से हमें हमारी गौरवशाली भारतीय संस्कृति और हमारी अदभुत 'गुरु शिष्य परंपरा' का महत्व समझाया।सुधांशु त्रिवेदी जी ने भारत और पश्चिमी संस्कृति में 'शिक्षा' को लेकर विरोधाभासी सोच को उजागर करते हुए कहा कि पश्चिमी संस्कृति कहती है कि गुरु का काम होता है शिष्य को ज्ञान देना, जबकि हमारी संस्कृति कहती है ज्ञान तो हर किसी में पहले से होता है, गुरु का काम होता है उस ज्ञान पर पड़े 'मोह-माया' के आवरण को हटाना।