मुंशी प्रेमचंद की कहानी गोदान part-3 / munshi premchand ki kahani / हिंदी कहानी गोदान

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  • Опубліковано 14 січ 2025
  • मुंशी प्रेमचंद का जीवन परिचय इस प्रकार है:
    उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था.
    उनका जन्म 31 जुलाई, 1880 को वाराणसी के लमही गांव में हुआ था.
    उनके पिता का नाम अजायब राय था और वे डाकखाने में मामूली नौकरी करते थे.
    प्रेमचंद जब आठ साल के थे, तब उनकी मां का निधन हो गया था.
    प्रेमचंद ने बचपन में ही पढ़ने का शौक दिखाया और आगे चलकर वकील बनना चाहते थे, लेकिन गरीबी की वजह से ऐसा नहीं हो सका.
    उन्होंने 1898 में मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद एक स्थानीय विद्यालय में शिक्षक की नौकरी की.
    उन्होंने 1910 में दर्शन, फ़ारसी, अंग्रेज़ी, और इतिहास लेकर इंटरमीडिएट पास किया और 1919 में फ़ारसी, इतिहास और अंग्रेज़ी विषयों से बी.ए. किया.
    उन्होंने 1921 में असहयोग आंदोलन के दौरान सरकारी नौकरी से इस्तीफ़ा दे दिया और साहित्य सृजन में लग गए.
    उन्होंने लगभग 300 कहानियां और डेढ़ दर्जन उपन्यास लिखे.

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