अरे भाई इतना भी किसी में नहीं उलझना चाहिए इस बात को सिर्फ इस तरह मान सकते हैं जैसे कि कोई बच्चा जब जन्म लेता है तब उसे नहीं पता होता है कि मेरे माता पिता कौन है पर जब वह जैसे जैसे बड़े होते हैं तब उसे बताया जाता है कि ये आप के माता पिता है तो क्या वो मानता है कि नहीं वास्तव में यह ही हमारे माता पिता है इसी प्रकार हमें निसंदेह ये मान लेना चाहिए कि वास्तव में भगवान है चाहे वो किसी भी रूप में हो चाहे वह राधा हो या कृष्ण हो या शिव हो इत्यादि बाकी जिसको मानना है माने जिसको नहीं मानना है वो ना माने लेकिन सत्य तो सत्य है
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎 गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai .. Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai .. Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@avinashrai11141 kuch nahi .. Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi .. Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge .. Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
गौतम सिर्फ अपनी बात को एंकर की पीठ पर बैठ कर अपना ज्ञान सर्वोपरि करने की कोशिश की है और एंकर ने परभू की बात को Bhot कम वैल्यू di hai or aap bhi shyad bhagwat or bhagwat geeta ko पड़ा नही होगा इसलिए अगर अपने पड़ा होता तो ज्ञान होता ,,
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते, हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है। गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है। गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@shubhamnikam678 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji . --Mahabarat Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him . Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें। (लागे करन ब्रह्म उपदेशा। अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।) (सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा। बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
This is open challange to gautam khattar & his follower menakshi & all just go & ask this question to Sri premanandji, Rajendra dasji , Amarendra prabhuji etc about Sriji they will definetly satisfy you .
इन्सान से ऊपर कोई नहीं ! यह आप पर निर्भर करता है कि आप इंसान हों या जानवर ........................? 1 भाषा का अविष्कार -इंसान द्वारा 2.लिखने वाला -इंसान 3. कागज का निर्माण -इंसान 4. वेद पुराण धर्मग्रंथों को लिखने वाला -इंसान 5.स्याही का अविष्कार -इंसान 6.पूरी दुनिया में एकमात्र बुद्धिमान जीव - इंसान 7.भगवान,अल्हा,परमात्मा ,रब, खुदा,गॉड शब्दों कि रचना करने वाला, उच्चारण करने वाला,बताने वाला, प्रमाण देनें वाला भी - इंसान 8. धर्मों कि रचना,निर्माण करने वाला - इंसान जब तक जिवित हों बस बुद्धीमान बनो, इंसानियत रखो ,इंसान होकर मुर्ख नहीं,क्योंकि आपसे से बड़ा इस प्रकृति मैं और कोई नहीं ! ईश्वर कि खोज नहीं, मानव द्वारा अविष्कार हुआ है, और ये मानव सभ्यता का आज तक सबसे विनाशकारी अविष्कार हैं.....? भाई इंसान होकर मूर्खता, भ्रांतियां, अंधविश्वास नहीं, विज्ञान अपनाओ.! जय ज्ञान - जय विज्ञान 🙏🙏🙏
इसमे से एक भी लाईन बताना, जो धर्म ग्रंथों से ली हों, आपको तो सभी धर्मं ग्रंथों कि पूरी जानकारी है ! या आप धर्म ग्रंथों को, मानव सभ्यता से पहले साबित करने कि नाकाम कोशिश कर रहे हों जय - ज्ञान जय - विज्ञान 🙏🙏 🙏
@@TheSmartEnglish एक भी धर्म ग्रंथ बताना जिसमें,मानवता,दया, और इंसानियत का पाठ पढाया हों, या बताया हो, और सुनो इंसान के द्बारा ना लिखा हो ! नहीं तो गॉड और धर्म कि सच्चाई बाहर आ जाएगी ! लेखक - भगवान, ईश्वर, अल्ला, गॉड, होना चाहिए ! अब तुम बोलो 😂😂 जय ज्ञान 🙏 जय विज्ञान 🙏 🙏
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है। और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
@Dharma live सबसे अच्छा कार्य कर रहा है। आपके channel के अलावा कोई नहीं है इस तरह के discussion को लाने के लिय। Neha जी आप बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको 🙏 आर्य समाज के युवाओं ने ही सनातन का डंका बजा रखा है। इनकी बातें ज्यादा तार्किक और बुद्धि के अनुसार होती है। 👏👏 ये Give Gita वाले प्रभु जी भी बहुत कुछ बेहतरीन बातें रखें। 👏👏👏👏
Kon si khari bate zara hame bhi बताओ तुम्हे कोन सी लगी ,, कितना ज्ञान तुम्हे भागवत का है ,, सबसे बड़ा अज्ञान तो यही है की परभु जो बैठे ही उन्हे गलत साबित करने के लिए दबाव बना रहे है ,, इन तीनों का इतना ज्ञान नही जितना इन्होंने लिया है ,, आप बताओ कितना ज्ञान है तुझे
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि। अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
आप लोग के दिल से धन्यवाद और प्रणाम करता हूं ये समय है सभी सनातनी को एक होने की वरना हमलोग के सनातन धर्म बहुत खतरे में हैं हमलोग को एक होना जरूरी है इस समय में
धर्मगुरु की बहस पूरी सुनी इससे एक ही निष्कर्ष निकलता है इनको धर्म नहीं बचाना है और ना ही यह सनातन के हितेषी ऐसा लगता है यह कोई विशेष पार्टी के लिए काम करते हैं जय बाबा गरीब नाथ
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
महाराष्ट्र में राधा रानी का नाम पूछ कर देखो लोग बोलेंगे कौन है यह राधा रानी भगवान श्री कृष्णा की पत्नी तो माता रुक्मणी थी. यही बोलेंगे लोग. मुख्य बात तो यह है कि स्वामी जी के पास राधा रानी के होने का कोई सबूत नहीं है इसीलिए स्वामी जी डिफॆंड करने में असमर्थ दिख रहे हैं मैं यह नहीं कह रहा आपकी राधा रानी का कोई अस्तित्व ही नहीं था किंतु राधा रानी को इतना महत्व दिया गया है की माता रुक्मणी का अस्तित्व ही नहीं दिखता.
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31 अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah Rig Veda 1। 164। 31 अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है। उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है। इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है। तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 || घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है। अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है। तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः परमम् पदम् आवभअति भूरी ta vam vastuny usmasi gamadhyai yatra gavo bhuri-srnga ayasah atraha tad urugayasya krsnah paramam padam avabhati bhuri “हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “ इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
🚩क्षमा के साथ कहना है कि आधुनिक काल में सनातन पंथ आपसी द्वेष और आपस में हम ही श्रेष्ठ है के भाव के कारण डिगता दिख रहा है😮आज कल सनातनी को गपोड़ी कह कर जाना जाने लगा है😢
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
हम सनातनीयो को बहुत कुछ सिखआ ने बताने और धर्म,सत्य,श्री कृष्ण की राह पर बताने के लिए आर्य जी खट्टर जी वा प्रभु जी को मेरी तरफ से प्रणाम हम आपके इस बताए मार्ग पर चलने की प्रयास कर रहे है ।
@@user-oe3vh1yj8q Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India? The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado .. Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho .. Jagah jagah ved ke baare mai likha hai .. Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai .. But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@user-vk8em2jv7f main aniket pranam bhrata gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम। जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:- गीता अध्याय :- अध्याय श्लोक 👇 👇 10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति 4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा 15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान 18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा 16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से नुकसान 7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान दाता के आगे 9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने का प्रमाण 8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो पूर्ण नहीं 17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का मंत्र जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में कहीं नहीं लिखा फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो। ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए पूरा पता :- मोबाइल नम्बर :- हमें कमेंट में लिखकर भेजिये #गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
मैं खुद एक चमार जाति से हूं पर गौतम भाई के बात से मैं पूरा सहमत हूँ सभी लोगों से कहना चाहता हूं आप सभी जातियों में मत बटो सभी भाइयो से कहना चाहता हूँ आप अपने नाम के आगे सनातन धर्म का टाइटल लगाए जय श्री राम जय हिंद जय भारत जय भीम आप सभी गुरु जी को तहेदिल से धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
Aisa mat bolo bhai , jaati me mat bato khud ko, hamesha sab sirf hindu hain, sabhi hindu Yuva ko jagna bahut jaruri hai, ek hona bahut jaruri hai, jativadi khatm karo, hamesha sab sirf hindu hain, Jai hind Jai Hindu Rashtra
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
इस्कॉन वाले बात को घूम रहे हैं उनकी बातों में तथ्य नहीं है प्रमाण होना चाहिए बेहूदगी से अपनी बात पर अड़े हुए हैं अभिषेक 250 साल पहले किसी भी पुस्तक में आप राधा का जिक्र दिखाइए
कृपया श्री आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिओ जी राहुल आर्य जी थैंक्स भारत चैनल वाले अंजली आर्य स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज पंडित श्री योगेश विद्यार्थी जी को भी शास्त्रार्थ में लाए।
@@anikettandi8228 bahane kisne banaye sabne dekha bandhu kon gbc Arya samaj ka official letter Sanskrit amogh lila nahi karenge ye sab drame iskon ki taraf se huye aur aaj bhi shastrarth ho sakta hai
@@user-vk8em2jv7f 😂🤣🤣🤣 chamche ko lagta hai iakcon ne mana kiya tha, 1.ek kam karo arya samaj delhi se rahul arya ka arya samaji hone ka ya arya samaj ko represnt karne ka kagaj le ao fir rahul ko amogh se ya iskcon se debate karna hai bata dena. 2. rahul ko khut arya samaj ne chup kara diya tumara pahle hi fad gaya th a proof arya samaj expose me groupe ka post pada hai 3.tera rahul mujhe twiter pe block kar ke raka hai harne ke baat 😂🤣🤣ek darjan log block kar chuke ja chamce arya samaj delhi office ko bol iskcon ko challeng karne ko rona surukar dege british ka banaya cult kya gyan hai tumare pass office ja ke haraye hai logo ko (not me)😂🤣chamche
सीधी सीधी बात यही है कि श्रीकृष्ण जी पर जितने भी लांछन लगाए गए हैं ये सब पाखंडियों ने लगाए हैं। प्रभुजी कह रहे हैं कि श्रीकृष्ण का अनुसरण करना है तो सब चीजों में करो, किसी एक काम को ही मत करो। अर्थात् श्रीकृष्ण ने रासलीला करी यह पढ़कर तुम रासलीला करते हो तो दूसरे काम भी करके दिखाओ जो श्रीकृष्ण ने किए थे, जैसे - गोवर्धन उठाना आदि। इस तर्क को सुनकर लोग कह सकते हैं कि मैं वे ही काम करुंगा जिनको करने का मेरा सामर्थ्य है, श्रीकृष्ण का जितना सामर्थ्य था उतना उन्होंने किया, मैं अपने सामर्थ्य के अनुसार करुंगा। अब बात यह है कि रासलीला या Extra marital affairs गलत नहीं है क्योंकि श्रीकृष्ण ने किए थे। अब बताओ......?????????? इसलिए भईया ये पौराणिक लोग कुछ भी कह सकते हैं........इनकी qualification तर्क,तथ्य, प्रमाणों से भी परे है। हम तो महर्षि दयानंद जी की मानते हैं जिन्होंने कहा है कि...... महाभारत में श्रीकृष्ण का चरित्र अत्युत्तम है, उन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त कुछ भी अनुचित कार्य किया हो ऐसा नहीं लिखा है।और ये पुराण रचने वालों ने अनेक लांछन उनके नाम पे मढ़े हैं। नोट- उपरोक्त कथन as it is नहीं है, थोड़ी भिन्नता है किन्तु महर्षि दयानंद जी के कहने का आशय यही है।
कृष्ण या राम जो भी आराध्य भगवान की कथा हो वहा दुर्योधन या रावण का समर्थन करने वालो को वध करने की कथा को ही ज्यादा महत्व देना चाहिए। ऐसी ही ज्ञानियों के कारण हजारों साल की गुलामी के बाद भी गुलामी के संस्कार और विधर्मी ओ का अटैक खत्म नहीं हो रहा है
प्रेमानंद महाराज जी का सत्संग सुनो सब प्रश्र्नो का उत्तर मिल जायेगा.. अभी एक उनका सत्संग है जिसमे कौन सबसे बडा शिव जी, श्रीकृष्ण जी, दुर्गा जी या राधा जी.. इसका विवेचन महाराज जी ने बहोत अच्छे से किया है.. सभी प्रश्न के उत्तर मिल जाते है..
@@sage1857bhai apki toh bhasha hi kafi hai yeh dikhane ko ki dharm k kitna palan ya mante ho. Ved puran ko bhi bohot mante toh aise abhadra bhasa k prayog nhi kr pate. Na jaana hai aur na hi janey m interested ho.
@@sage1857Radha ji ko Janna itna aasan nhi h apni Vani pr niyntrn rkhe prbhu ji santo ke prti jo bhavna h usse pta chlta h aapko jra bi aadhyatmikta ka gyan nhi ...
कौई यदि वेदों का manipulation किया होगा तो तीन सवाल उसपर उठता है। कौन किया होगा? क्या मक्सद था manipulation करने का? और तीसरा है यदि वेद दैवीय है तो कैसे manipulation हो सकता है?
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥ इदानीम् सर्वं पापं प्रत्युपकुर्व्यते, सर्वं ऋणं प्रतिपाद्यते। सर्वोऽहंकारः विनश्यति, एवं शान्तिः प्राप्यते॥ जगन्नाथस्य रथचक्रं, पुनः संचारमायति। विश्वनाथस्य त्रिशूलं, गर्जते पृथिवीं कम्पयति॥ मानववेषे सर्वे विषाणवः, राजवेषे दानवाः। तस्मिन्महाभूकम्पे, सर्वे नाशं गमिष्यति॥ सर्वं पापं पुनः स्मर्तव्यम्, तस्मिन्होलीभूकम्पे। मातुः प्रकृतिः शमं यास्यति, शान्तिः सर्वत्र वर्धते॥ अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः। भविष्याम्यवतारेण शूलपाणिर्महाबलः॥ कल्किर्भविष्यति नृप प्रजानां, पापान्महाराज मयापवर्गात्। धर्मं प्रजेष्वभिवर्धयिष्यन्, हत्वा कलिं लीलया साङ्गपाङ्गः॥ अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः। भविष्याम्यवतारेण शूलपाणिर्महाबलः॥ कल्किर्भूतोऽहं नृप प्रजानां, पापान्महाराज मयापवर्गात्। धर्मं प्रजेष्वभिवर्धयित्वा, हत्वा कलिं लीलया साङ्गपाङ्गः॥ अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः। अहमवतारेण शूलपाणिर्महाबलः भूतोऽस्मि॥ काले काले च धर्मस्य ग्लानिर्भवति यद्भवेत्। तदा तदा मयात्मानं धृत्वा सम्भूतोऽहम्॥ नानारूपेण तत्रैव योगमायासमन्वितः। संभूतोऽस्मि युगे युगे धर्मसंस्थापनाय च॥ कालोऽस्मि लोकक्षयकृत् प्रवृद्धो लोकान्समाहर्तुमिह प्रवृत्तः | ऋतेऽपि त्वां न भविष्यन्ति सर्वे येऽवस्थिताः प्रत्यनीकेषु पापिनः भ्रष्टाचारीणः || Coming , 2038 please wait and watch , even viruses were mentioned in scriptures as Danavas because the son of Mother Danu created them , one kind of biological engineering. Have we not seen COVID ? And the next bacteria in Japan , which originated to eat human flesh ? streptococcal toxic shock syndrome. It’s coming , many more to come till 2038. The end of Kalyuga , and to make people forgotten about it they created the hoax of 1200 Divya Varsha which egoistic people misinterpret as 1200x 360 = 4,32000 years. Scientifically Sri Dwarka immersed into sea 12000 years ago, and it is proven through Carbon dating. So; Sri Krishna came 12000 years. Last Gomphothere , was entered by Lord Sri Hanuman ji, which lived 24000 years ago. So Purna Yuga is 12000 years and Divya Varsham interpreted Laghu Yugas in a Purna Yuga. In this Ghor Kalyug people are so much gulped by ego, the Kaly asur, that only for Mobile phones usage for bullshit works , humans killed 17000 types of Bird species and uncountable number of other life forms ? Why ? Only Humans have right to live but other life forms do not ? Humans are for humanity and humanity is for the world and the world is for the universe and universe is for the Truth , the Paramathman. Now humans are so monstrous that they believe everything which they are doing are good and righteous and others are wrong. Thus , on social media humans behave like viruses; do oral violence, insults , abuses and other naked staff. This happens when end is near. End of inhuman audacity , because most of the humans live lives of viruses. Only Eating, excreting , reproduction through lust, desire satisfaction and gathering materials. Even a worm does that; a virus does that. That’s why when anything on social media is followed by a large number of people , that is called VIRAL, not Humanly. So, Viruses must be eliminated and nature would . For a small calf , a small kid of a bird , a human is now Asura. So , yes you are correct Nirma dhulai would occur, and viral fever would be washed away. But everything is Paramathman’s Maya, so humans would forget everything and continue indulging into inhuman actions till the end would confront . Om Shri HariHaraya Namaha . Best from Cambridge
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें भक्ति में लीन हो जाये।
दयानंद अंग्रेजों का एजेंट था। अधिकतर आर्य समाजी एंटी हिंदू एजेंट हैं। जो खुद को हिंदू मानता है, वो शास्त्रों को मानेगा। वेद उपनिषद, पुराण, इतिहास, ये सब हमारे शास्त्र हैं। आर्य समाज केवल वेद को मानता है, और उसकी व्याख्या भी अपने मन से करता है। अतः आर्य समाज भारत में हिंदुओ को कन्वर्ट करने की ओर ले जाने का पहला कदम है।
गौतम खट्टर जी के बातों से में पूर्ण रूप से सहमत हूँ। सनातन वैदिक धर्म की जय॥ 🕉🙏🏻
Aa pravu pagol hai
Jai shri Krishna 🙏🏻🙏🏻
Hume aps m nhi ldna chiye..jbki hume pta h ki hum kitne kam ho chuke h
अरे भाई इतना भी किसी में नहीं उलझना चाहिए इस बात को सिर्फ इस तरह मान सकते हैं जैसे कि कोई बच्चा जब जन्म लेता है तब उसे नहीं पता होता है कि मेरे माता पिता कौन है पर जब वह जैसे जैसे बड़े होते हैं
तब उसे बताया जाता है कि ये आप के माता पिता है तो क्या वो मानता है कि नहीं वास्तव में यह ही हमारे माता पिता है इसी प्रकार हमें निसंदेह ये मान लेना चाहिए कि वास्तव में भगवान है चाहे वो किसी भी रूप में हो चाहे वह राधा हो या कृष्ण हो या शिव हो इत्यादि बाकी जिसको मानना है माने जिसको नहीं मानना है वो ना माने
लेकिन सत्य तो सत्य है
*बहुत ही अच्छा एपिसोड है। सभी विद्वानों एवं गुरुओं ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से अपने विचार रखे। हम सभी को सनातन धर्म के लिए हमेशा एकसाथ रहना चाहिए।* 🙏❤🚩
अंकुर आर्य गौतम खट्टर व मीनाक्षी बहन ने वैदिक सिद्धांत को बहुत अच्छे ढंग से रखा। बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhaiya ye sab pad k bol rhe h jaise rattu tota bolta
Kisi sant se milo jisne naam ka dhyan taste kiya ho ye rattu tota to sirf rata hua bolenge
Yahi to maya h jo hume santo se alag kar rhi h
यह तीनों समाज के वायरस है
@@Rajeshkumar-tv2of bhaiy ye sab
Archa vigrah ko galat bata rhe h pooja krna galat bata rhe h jbki humari bhagwaan ko prapt krne ki 9 vidhi batai gyi h
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।👎
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
आर्य समाज वाले LIKE करे 🙏🙏
गौतम जी नमस्कार। मैं आपके विचार से पूर्णतया सहमत हूं। यही सही है। जय श्री कृष्णा।
पर मैं सहमत नही हूं क्या आपने भागवत और गीता को पडा है ,, अगर नही तो आप सिर्फ उड़ती हुई बात और जिसका पलड़ा भरी उसकी बात पर ही आप सहमत हो जाते है , और मेरे हिसाब से आपको भी ज्ञान नही है ,,
@@Some9562 bhagwat padhne ka koi matlab nahi bekar gappe hai ..
Geeta 10 se jyada baar , alag alag types complete ho chuki hai ..
Aur mai bhi Gautam ji ki baat se sehmat hu
@@YT_6jhbvcAgar main Keh doon Geeta aur Ved me sirf gappe hain,kisi kaam ka nahi to aap kya karenge?
@@avinashrai11141 kuch nahi ..
Isse aap siddh karogpaoge sirf itna , ki aap manushya to nahi ..
Aur agar khud ko manushya siddh bhi kar paye , to apni buddhi ko to nahi karpaoge ..
Seddhi baat Budhhiheen manushya kehlaoge ..
@@YT_6jhbvc Bas baat tumpe bhi lagu hoti hai. Bina jaane samjhe kisi bhi baat ka virodh karna murkhata hai.
प्रभु जी तो सिर्फ गोल गोल घुमा रहे है , श्री गौतम का सबसे उत्तम विचार 👍🙏
गौतम सिर्फ अपनी बात को एंकर की पीठ पर बैठ कर अपना ज्ञान सर्वोपरि करने की कोशिश की है और एंकर ने परभू की बात को Bhot कम वैल्यू di hai or aap bhi shyad bhagwat or bhagwat geeta ko पड़ा नही होगा इसलिए अगर अपने पड़ा होता तो ज्ञान होता ,,
@@Some9562 accha ye btao tumne prhli h mahabhrat.. 😂
Apko jawab chahiye devi bhagwat padho sabke bare me jano
श्री वृंदावन चंद्र जी ने बहुत ही सुंदर तरीके से बताया हृदय से आभार आपका |
Bahut sundar bataya prabhuji ne. Koti koti Naman
Radha ke naam par logo ko ab nahi lut paoge tum 3% log 97% bahujano se jeet bhi nahi paoge jab Radha Krishna yadav the to pandit yadav ko apana baap kyu nahi mante
Yes
बहुत ही उत्तम संवाद, मैं आचार्य अंकुर आर्य और श्री गौतम खट्टर की बातों से पुर्णत: सहमत हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद नमस्ते जी 🙏🙏
जितना मजबूत इस्लाम और ईसाइयत का अपने बच्चों के लिए education औऱ training system है, वेसी हिंदुओं की भी होनी चाहिए।
This is the only solution
हिन्दू धर्म की सोच को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित करना चाहिए
आपकी टिप्पणी बिलकुल सही है
दुनियां के चांडाल और जिहादी आपके उपर चौतरफा हमला कर रहे हैं, आप उनसे बचेंगे तब न, बचने ही नहीं देंगे, आपके खिलाफ आपके खुद के बच्चों को खड़ा कर देंगे......कई उदाहरण हैं कॉन्वेंटेड स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को पता ही नहीं हैं की उसकी सिवलाइजेशन हैं उसने पूरी दुनियां को संरक्षण दे रखा हैं उसके बराबरी की किसी के पास कोई धर्म संस्कृति नहीं हैं, सनातनी हिंदू धर्म संस्कृति की जो आदर्श शिक्षाएं हैं, इन्हें अंग्रेजों ने देश को लूटने के लिए सभी गुरुकुल बंद कराए और कॉन्वेंट स्कूल खोले, अब उन्हीं स्कूलों में काले अंग्रेज पैदा हो रहे हैं जो गोरे अंग्रेजों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, जितना इन्होंने (अंग्रजोंने)नहीं लूटा ढाई सौ सालों में..... उनसे सौ गुणा ये चांडाल काले अंग्रेज़ लूट चुके हैं, और दलितों के नाम परआरक्षण के नाम से बुद्धिष्ठों के नाम
पर आज भी लूट रहे हैं,......... हमारे नेताओं ने हमे अपना धर्म ही नहीं जानने दिया, और हम कहते हैं की दूसरे धर्म से बचो ,अब हम किससे बचें.......??.........
कया आपका मतलब ईजुकेशन और टेरनींग का संबंध धार्मिक शिक्षा से है तो माफ किजीयेगा उन लोगों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर केवल विश्वास करना सिखाया जाता है न उनके पास ना विवध वेद हैं न ग्रंथ है ना उनको कनफयूंजन है हमारे साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती
गौतम खट्टर जी ने अपनी सभी बातें प्रमाण के आधार पर रखी है बहुत सुंदर इस आयु में इतना ज्ञान होना प्रेरणीय है।❤
iss dogle ka abhi apko malum nhi hai.
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
प्रभुजी की बातें शास्त्र प्रामाणिक हैं यह गौतम जी को लिमिटेड ज्ञान है
@@bhamini89प्रभु जी को तो प्रमाण तर्क आदि का पता ही नहीं है ये होते क्या हैं क्योंकि उन्होंने विधिवत गौतम जी की तरह शास्त्र अध्ययन नहीं किया
@@manishgoyal_87sahi
हम गौतम खट्टर जी से सहमत हैं
मीट और मछली खाने वालो को स्विकार नही कर सकते,
हिन्दुओ मे 70% से ज्यादा मीट और मछली खाने वाले है।
गौतम जी हिन्दु होने मे खानपान को ज्यादा महत्व देते है।
गौतम खट्टर का भाषाण एकता का काम विभाजन का।
@@ujwal2358 bhai pehle baat ko samanj voh kehna KY cah rhe he ???
@@gautambhankri2141 इन लोगो को बार बार इस विषय सुना है, चार टके के लोग।
अंकुर जी व गौतम जी की बातों दम है सच है आधुनिक युग समस्या देखते हुए माँग भी यही है इन गुरुजी का सम्मान करता हूँ मेरा विचार से सब जानते हुए भी उसका हल ढुँढने के बजाय किसी महापुरूष का आने विचार जो सनातन की रक्षा करेगा
राम के साथ सीता शिव के साथ पार्वती कृष्ण के साथ रुक्मणी ही हमारे भारत की शक्ति है। इनका प्रचार करो हमारे देश की शक्ति जाग जाएगी।
राधा ही कृष्ण की सनातनी शक्ति है| रुक्मिणी द्वापर में आयी| क्योंकि गोलोक में राधा से प्रकट हुए महालक्ष्मी ने कृष्ण को पाने की चाह रखी थी, जो द्वापर युग में पूरी हुई| जैसे पार्वती भी जांबवती बनी उसी तरह वैकुंठ स्वामिनी लक्ष्मी जी रुक्मिणी बनी| जगन्नाथ तो अनंत कोटी ब्रम्हांड के पिता और सभी शक्तियों के पति हैं|
@@shubhamnikam678 bakwas ... Gapod
@@YT_6jhbvc क्या बकवास ? gapod means?
@@shubhamnikam678 gapod means kuch bhi bakloli .. Bolte jana .aur usko manna ..
@@shubhamnikam678 krishn ji ki sirf ek patni thi rukmini ji .
--Mahabarat
Radha ek fake character hai jise baad mai krishn ji ke saath joda gya to insult him .
Golok bhagvat likhne wale ki kalpana hai ..farzi bakwas ..
जो भी व्यक्ति ,बाबा,साधु सनातन वेदिकधर्म के ग्रंथों को प्रमोट करने की जगह,स्वयं को प्रमोट करे और भगवान तुल्य बताए ,उसे तुरंत नकार देना चाहिए और उसपर कार्यवाही की जानी चाहिए। 🕉️🚩
❤जो वेदों को प्रमोट करेगा वही तो स्वयं को प्रमोट कर पाएगा जो वेदों को नहीं समझ पाएगा वह स्वयं को नहीं समझ पाएगा जो वेदों को समझ लेगा वही स्वयं को भगवान बतायेगा वेदों को समझना इतना आसान नहीं जितना तुम समझ रहे हो गोस्वामी तुलसीदास जी की रामचरितमानस की इस चोपाई से जानें।
(लागे करन ब्रह्म उपदेशा।
अज अद्वैत अगुन हृदयेसा।।)
(सो तैं ताहि तोहि नहिं भेदा।
बारि बीचि इव गावहिं बेदा।।)
अदभुत संवाद और अदभुत ज्ञान...👏👏..हमे बस गीता के ज्ञान को अपने निजी जीवन में अपनाना है..निस्वार्थ भाव से...और इसको जीवन का उद्देश्य बनाना है।
श्री राधा रानी हमारी मां है
बस हम यही जानते हैं 😢😢
Maa ki ankh sab ki
Radha meri maa❤❤❤
Sahi kaha bhai lekin bade se bade kath vachan bata kyu nahi parahe hai kyuki ek hi granth padhte hai devi bhagwat padho or jano radhi ji kon hai
I am from Nepal
I like goutam vae
जाट पात की करो विदाई सनातन सनातन भाई भाई
जय सनातन धर्म की
Ye bat arakshan khate samay socha kro na
Karoge apni behen ki dalit se sagaayi?
जाती पाती पूछत नही कोई
हरी को पूजही हरी का होई 🚩
@@user-shivam_aary sc st act , modi bhi apni jati batata hain
इस चैनल पर जितने हिंदू सनातनी विद्वान आये है सब नफरत फैला रहे है लेकिन एक मुस्लिम विद्वान् अब्दुल्लाह तारिक आये जो सब भारत वासियों को मिलाने की और मुहब्बत की बात कर रहे थे ये विजानि बिना सर पैर की बात कर रहे है जब तक सबको साथ लेके चलने की बात नहीं होगी भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
वेद तो केवल चार h,,,, गुरु जी तो गोल गोल घुमाने में लगे हैं,,,bt अंकुर जी की बात से पूर्ण सहमत हूं 🎉
जिस प्रकार रामकथा भगवतम ka aayojan होता है ऐसे ही गीताजी का भी खुले मंच से आयोजन होना चाहिए कोन कोन सहमत हो
Ishwar Geeta ka gyan
Log Shrimad Bhagwatam sunkar Moksh pana chahte hain isliye ye business ban chuka hai. Par Bhagwad Gita hume ek manushya banati hai jiske liye time hi nahi 😭😭😭😭
सादर नमस्ते इसी पोग्राम में महेन्द्र पाल आर्य निमंत्रण दिया जाए 🙏🙏🙏🌷🌷🌷
इस चर्चा को सभी तक पहुंचाने की जरूरत है ताकि रूढ़िवादी समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनका असली धर्म क्या है। खुद को जानने का सबसे आसान तरीका है गीता 🙏🙏 हरिबोल 🙏🙏 जय सनातन
आर्य समाजियों की युक्ति बहत शानदार रहा। ❤
ओ३म्🚩🙏 सभिको
Om namah shivaya 💗
@@Ranjeet_Singh_Rajput90 राम राम 🚩🕉
Ddffdtddddddddde2
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.
J .8 @@RaviKumar-jo5ho
गौतम बहुत भाई जी बहुत बढ़िया अच्छा ज्ञान दे रहे। एकता के ज्ञान दे रहे हैं। उनका प्रेजेंटेशन मुझेपसंद आया। हिंदू एकता होनीचाहिए 🌹🙏🌹👍
Do you have any proof that Puraanas are the part of Vedas?@user-yc2kh5pw3m
ओउम् नमस्ते सारे सनातनी भाइयों बहनो को
This is open challange to gautam khattar & his follower menakshi & all just go & ask this question to Sri premanandji, Rajendra dasji , Amarendra prabhuji etc about Sriji they will definetly satisfy you .
Yes❤
गौतम खट्टर योद्धा एक लाख चाहिए हमें! जय हिन्दू राष्ट्र 🚩
om
Sahmat hu
Tum apna Hindu rashtra shapno mein banate ho. Hum secularity pe khush hein aur rahenge.
ओ३म् परमात्मने नमः
इन्सान से ऊपर कोई नहीं ! यह आप पर निर्भर करता है कि आप इंसान हों या जानवर ........................?
1 भाषा का अविष्कार -इंसान द्वारा
2.लिखने वाला -इंसान
3. कागज का निर्माण -इंसान
4. वेद पुराण धर्मग्रंथों को लिखने वाला -इंसान
5.स्याही का अविष्कार -इंसान
6.पूरी दुनिया में एकमात्र बुद्धिमान जीव - इंसान
7.भगवान,अल्हा,परमात्मा ,रब, खुदा,गॉड शब्दों कि रचना करने वाला, उच्चारण करने वाला,बताने वाला, प्रमाण देनें वाला भी - इंसान
8. धर्मों कि रचना,निर्माण करने वाला - इंसान
जब तक जिवित हों बस बुद्धीमान बनो, इंसानियत रखो ,इंसान होकर मुर्ख नहीं,क्योंकि आपसे से बड़ा इस प्रकृति मैं और कोई नहीं !
ईश्वर कि खोज नहीं, मानव द्वारा अविष्कार हुआ है, और ये मानव सभ्यता का आज तक सबसे विनाशकारी अविष्कार हैं.....?
भाई इंसान होकर मूर्खता, भ्रांतियां, अंधविश्वास नहीं, विज्ञान अपनाओ.! जय ज्ञान - जय विज्ञान 🙏🙏🙏
बहुत सटीक कहा है जी ✅✅✅
और यह सब चीजें धर्म ग्रंथो में ही बताई गई है।
इसमे हमारा क्या योगदान है?
जो भी लिखे हो सब धार्मिक ग्रंथों से लिया गया है।
इसमे से एक भी लाईन बताना, जो धर्म ग्रंथों से ली हों, आपको तो सभी धर्मं ग्रंथों कि पूरी जानकारी है ! या आप धर्म ग्रंथों को, मानव सभ्यता से पहले साबित करने कि नाकाम कोशिश कर रहे हों जय - ज्ञान जय - विज्ञान 🙏🙏 🙏
@@Smile_kukaa तुम्हे कहाँ से पता चला मानवता क्या होती है?
इंसानियत क्या होती है?
दया क्या होती है?
यह सब धर्म ग्
ग्रंथो का ही सार है।
अब बोलो।
@@TheSmartEnglish
एक भी धर्म ग्रंथ बताना जिसमें,मानवता,दया, और इंसानियत का पाठ पढाया हों, या बताया हो, और सुनो इंसान के द्बारा ना लिखा हो ! नहीं तो गॉड और धर्म कि सच्चाई बाहर आ जाएगी !
लेखक - भगवान, ईश्वर, अल्ला, गॉड, होना चाहिए ! अब तुम बोलो 😂😂
जय ज्ञान 🙏 जय विज्ञान 🙏 🙏
बहुत बढ़िया संवाद
और भी शास्त्रार्थ होना चाहिए
वैदिक वैज्ञानिक व आचार्य अग्निवर्त नैष्टिक जी को बुलाया डिबेट में। बहुत जबरदस्त क्रांतिकारी गुरु व आचार्य है
❤❤❤❤
बिल्कुल सही
Pandit mahendrapal arya, yogesh bhardwaj, rahul arya inko bulao. Prabhuji ko pta chle.
@@healthtuber8942तुम और तुम्हारे ये अधकचरे ज्ञानी सब एक जैसे हैं।
@@healthtuber8942 ,😄😄😄
एक समज आया गौतम जी ने कहा कि ओम् ध्वज के निचे आना ही होगा तब ही सनातन रहेगा.
❤0
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
The puran comes after Vedas So how it is possible The elaboration of Purana in Vedas
@@awadheshkumar2633 pp
Satya kya hai Dharm kya hai Satya hi Parmatma hai uski Sada Yad Mein Rahana hi Dharm hai
अँकुर जी गौतम जी व अन्य सभी ने बहुत ही सराहनीय चर्चा की है। वेद के विषय में सब सनातनी हिंदू समाज को एकमत होने का प्रयास करना चाहिए
मैं (इस्कॉन ,आर्य समाज ) दोनों का सम्मान करता हु,लेकिन बात अंकुर जी और गौतम जी की ज्यादा तार्किक है।
और यह भी सही है,की अभी समय हमें सनातन वैदिक धर्म का विस्तार करने का है,न कि आपस मे लड़के विरोधियों को सनातन धर्म पर उंगली उठाने का अवसर देने का है।🙏🙏
Joot bol rahe hai aap
Debate is good way to spread dharma Adi Shankaracharya used it well too;
जबरदस्त आव्हान देणारी चर्चा होती.छान होती.मला आवडली
❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👌👌
सही कहा, आर्यों की बात ही निराली है 😊
Right
हरे राम हरे कृष्ण हरे कृष्ण हरे राम राम राम
मुर्दो मे भि जान्न डालते जिन मे है दम ऊनके नाम है अंकूर आर्य अवर गैतम खट्टर जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🙏🕉️🚩
Sahi kaha bhaai .
जय श्री राम 🚩
सही कह रहे हो, गौतम जी
सत्य वचन है अंकुर जी
Aisa kuch nahi hai bhai 😂
Gramps getting aggressive cause he's losing this debate 😂😂
I support ankur arya❤
आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाएं
@Dharma live सबसे अच्छा कार्य कर रहा है। आपके channel के अलावा कोई नहीं है इस तरह के discussion को लाने के लिय। Neha जी आप बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको 🙏
आर्य समाज के युवाओं ने ही सनातन का डंका बजा रखा है। इनकी बातें ज्यादा तार्किक और बुद्धि के अनुसार होती है। 👏👏
ये Give Gita वाले प्रभु जी भी बहुत कुछ बेहतरीन बातें रखें। 👏👏👏👏
सहमत ❤
मैंने ईस चैनल को सब्सक्राइब किया तो सिर्फ गौतम जी को सुनने के लिए इनके वीडियो ज्यादा से ज्यादा लोड किया जाए इनकी खरी बातें मुझे बहुत अच्छी लगती है
Kon si khari bate zara hame bhi बताओ तुम्हे कोन सी लगी ,, कितना ज्ञान तुम्हे भागवत का है ,, सबसे बड़ा अज्ञान तो यही है की परभु जो बैठे ही उन्हे गलत साबित करने के लिए दबाव बना रहे है ,, इन तीनों का इतना ज्ञान नही जितना इन्होंने लिया है ,, आप बताओ कितना ज्ञान है तुझे
भगवान श्री कृष्ण की एक ही पत्नी थी और वो थी माँ रुकमणि।
अब आप आर्य नमाजी बोलो या कुछ और
श्री कृष्ण का चरित्र स्वच्छ और सुंदर था ये सत्य है उन्होंने गीता दिये उसे जीवन में उतारें और ज्ञान योग और कर्म योग से विश्व को आर्य बनाएं
Apki baat satya he par galat bhi
@@shadyantra गलत क्या है क्या श्री कृष्ण निब्बे थे मुझे तो समझ नही आता भागवान श्री कृष्ण को ये सब करने का समय कब मिला
@@venomreal78 kya rukmini lakshmi ji ka avtar hain
@@venomreal78aur agar haa to radha ji kyun nhi ho skti lakshmi ji ka avtar
@@venomreal78Abe gadhe skeishn hi kaal hai 😂
Give wale adhik serious or karunavan h is debate me. I salute them. I naman them 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
श्रीकृष्ण एक उत्तम (योगी, योद्धा, रणनीतिकार, डिप्लोमैट) थे,लेकिन उनके इन मुख्य गुणों को बताने की जगह कथावाचक रासलीला के नाम पर उनके चरित्र को बदनाम करते है।😢
Kon bdnam krta hai ? Koi bhi nhi ... or jo bhagwan hai uska koi kya bigad lega 😅😅
Unhe koi bigad nahi lega jarur lakin unke raas leela ko bata baata kar aj ki samaj jarur bigad raha hay@@dineshverma4778
kya proof hai jo krisna god hai?
Swami ji bhatka rahe hain
Pahle ye tay karo kon granth sahi hain
आप लोग के दिल से धन्यवाद और प्रणाम करता हूं ये समय है सभी सनातनी को एक होने की वरना हमलोग के सनातन धर्म बहुत खतरे में हैं हमलोग को एक होना जरूरी है इस समय में
धर्मगुरु की बहस पूरी सुनी इससे एक ही निष्कर्ष निकलता है इनको धर्म नहीं बचाना है और ना ही यह सनातन के हितेषी ऐसा लगता है यह कोई विशेष पार्टी के लिए काम करते हैं जय बाबा गरीब नाथ
गौतम खट्टर जी की बात से मैं पूर्णतया सहमत हूं! !👌🙏
Isi Gautam Khattar ne Acharya Prashant ke upar video banaya tha gali khaya tha.
@@agentbinodbollywoodwale6656 koi kisi ko Gali de to kya kre .. ye kya Logic hai
@@agentbinodbollywoodwale6656toh isse kya ???? 😂😂
@@agentbinodbollywoodwale6656 acharya prashant khud pakhandi hai daaru baaj
Gautam ji k hisaab se kaunse sant acche h thoda unke baare me b bata do
Intellectuals always choose Aryasamaj 🚩
सब आर्य समाजी रिप्लाय दे रहे है.🙏
What is the criteria of to be a intellectual
Khud se padhna recheck karna esse hi kisi kii baat ko nhi manna and agar koi galat lagge to mhu mai bolna u are wrong and here's the proof we can debate on that@@tarun4992
😂😂😂😂😂
दयानंद सरस्वती ने पाखंड का खंडन किया है ।।
Sabse bada pakhandi Dayanand hi hai
Maharshi naam lagalakar maharshi naam ki bezzatti mat karo
@@Rohit12307 nehi sanatan dharm ka hand mara hai bass aur kuchh nehi logon nka patha bhrasth kiye hain bass
Are iswar ko samajhne ke liye pehle sahi se bhagwat Geeta to pad lo kyu ki veda to samjhne ka samarth hai ya nehi doubt hai..samast granth ka saar hai bhagwat Geeta..kisi particular Insan ki soch mat lo..bain me kuch maal bhare hai iswar ne na to bichar karo..
मायावाद
so Dayanand died of poison n Meera could not
महाराष्ट्र में राधा रानी का नाम पूछ कर देखो लोग बोलेंगे कौन है यह राधा रानी भगवान श्री कृष्णा की पत्नी तो माता रुक्मणी थी.
यही बोलेंगे लोग.
मुख्य बात तो यह है कि स्वामी जी के पास राधा रानी के होने का कोई सबूत नहीं है इसीलिए स्वामी जी डिफॆंड करने में असमर्थ दिख रहे हैं
मैं यह नहीं कह रहा आपकी राधा रानी का कोई अस्तित्व ही नहीं था किंतु राधा रानी को इतना महत्व दिया गया है की माता रुक्मणी का अस्तित्व ही नहीं दिखता.
Murkh lo na samjhe Radha Rani ko jao bacche abhi school me padhe jao bacche jao bacche
@@Sumit_Arya. Bhai esa nahi hai......kitne Maharastra wale ko me janta.....bahut achche se jante Radha Rani ko
इन राधा राधे वाले बातों को कितना मुश्किल बना देते हैं
एक सफल सुंदर संवाद आप लोग धन्यवाद के पात्र है
आर्य बंधुओ की बात मजबूत हे
31:09 आर्यसमाजियों को समझ नहीं आएगा क्योकि वो खुद को भगवान समझते है वेदो में स्पष्ट लिखा है की पुराण वेदो का हिस्सा है ये रहा प्रूफ ---यजुर्वेद के शुक्ल भाग के मधयनदिना-श्रुति बृहदारण्यका उपनिषद 2. 4. 10 के अनुसार
अस्य महतो भूतस्य निःश्वासितम एतद यद् रग्वेदो समां
वेदोयजुर्वेद थर्वांगिरसा इतिहासः पुराणम इत्यादिना
यजुर्वेद, ऋग्वेद सामवेद , अर्थवेद इतिहास पुराण सभी भगवान की श्वाश से उतपन्न हुए है। यानी वेद खुद बता रहे की उनकी उत्पति कैसे हुई और इसमें इतिहास , पुराण को पंचम वेद स्वीकार किया है। इस तरह से यह स्पष्ट हो जाता है की श्रीमद भगवतम, महाभाहरात और रामायण भगवद गीता सभी भगवान के द्वारा प्रकट है और उनके पूर्णतः स्वीकार करना चाहिए पुराण और इतिहास पंचम वेद है कौथुमीय छान्दोग्य उपनिषद 7 । 1 । 14 (Kauthumiya Chandogya Upanisad 7। Rig Veda 1। 164। 31
अपास्याम गोपाम अनिपद्यमाना माम् च परा च पथिभिः
चरन्तं सा सध्रीचिः सा विसूचिर वसना अवतिरवती भुवनेश्व अन्तः
apasyam gopam anipadyamana ma ca para ca pathibhis carantam
sa sadhricih sa visucir vasana avatirvati bhuvanesv antah
Rig Veda 1। 164। 31
अर्थ “मैंने एक गोपाला (गोप) देखा। वह कभी भी अपने पद से गिरता नहीं है; कभी-कभी वह निकट होता है, और कभी-कभी दूर-दूर तक विभिन्न रास्तों पर गौ चारण के लिए घूमता है। वह सभी जीव आत्माओ का मित्र है, जिसे प्रेम पूर्वक कई तरह के वस्त्रो से सजाया गया है। वह भौतिक दुनिया में बार-बार आता है।
उपरोत्ख श्लोक से स्पष्ठ होता है कृष्ण को गोप (गोपालक ) के रूप में वर्णन किया गया है और उनको परम भगवान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा ऋग्वेद के 1। 116। 23 , 8। 74। 3,4 मे इन्ही गोविन्द को कृष्ण नाम से सम्भोदित किया गया है।
इसी तरह से छन्दोगया उपनिषद 3. 17 मे वर्णन आया है।
तद्धैतद्घोर् आङ्गिरसः कृष्णाय देवकीपुत्रायोक्त्वोवाचापिपास एव स बभूव सोऽन्तवेलायामेतत्त्रयं प्रतिपद्येताक्षितमस्यच्युतमसि प्राणसंशितमसीति तत्रैते द्वे ऋचौ भवतः
taddhaitadghor āṅgirasaḥ kṛṣṇāya devakīputrāyoktvovācāpipāsa eva sa babhūva so’ntavelāyāmetattrayaṃ pratipadyetākṣitamasyacyutamasi prāṇasaṃśitamasīti tatraite dve ṛcau bhavataḥ || 3। 17। 6 ||
घोरा अंगीहा ऋषि ने अपने शिष्य को सलाह दी कि वह देवकी देवी के पुत्र भगवान श्रीकृष्ण को पुकारे क्योकि कि मृत्यु उनके कंधे पर बैठी है क्योकि वे अविनाशी कला है; अजेय है और इस पुरे अनत ब्रह्माण्ड की बुनियाद है।
अर्थवेद के गोपाल तापनि उपनिषद में आया है की ॐ नमः सतचित आनंद रूपया कृष्णायकलिष्ट: कारिणे नमो वेदांत वेद्याय गुरवे बुद्ध साक्षिणे
om namah sac-cid-ananda-rupaya krishnayaklista-karine namo vedanta-vedyaya gurave buddhi-saksine
अथार्त मैं श्री कृष्ण को अपना सम्मानजनक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं, जिसका स्वरूप अनन्त है और ज्ञान और आनंद से भरा है, जो संकट से बचाने वाला है, जो वेदांत से समझा जाता है, जो सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु है, और जो हर किसी के दिल में परमाता के रूप द्रष्टा है।
तवं वस्तुंय उसमसी गामध्ये
यात्रा गावो भूरी-श्रंगा अयसः
अत्रहा तद उरुगायस्य कृष्णाः
परमम् पदम् आवभअति भूरी
ta vam vastuny usmasi gamadhyai
yatra gavo bhuri-srnga ayasah
atraha tad urugayasya krsnah
paramam padam avabhati bhuri
“हम आपके [राधा और कृष्ण के] सुंदर घरों में जाना चाहते हैं, जंहा पर उत्कृष्ट सींग वाले गायें विचर रही हैं। फिर भी इस धरती पर विशिष्ट रूप से चमकने वाली आपकी परमपिता परमात्मा का वास है जो हे उरुगय ऐसा स्थान है जंहा पर हमेशा कृष्ण का गुणगान किया जाता है । “
इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है की किस प्रकार वेदो भगवान कृष्ण का वर्णन कई बार हुआ है। तो चारो वेद और इतिहास भगवान श्रीकृष्ण को परम भगवान स्वीकार करते है, श्रीमदभगवत गीता जो निर्णय शास्त्र है उसमे भगवान श्रीकृष्ण स्वयं घोषणा करते है की वो ही परम भगवान है।
@@AbhishakBhardwajcorporatefilmsवेद पहले है या भगवान श्रीकृष्ण
Pehle Shri Krishna @@pk11111
@@pk11111shri krishna
Arya samaj 100% True and Real hindu sanatani baki Dramebaji subah se saam tak chalti rehti he ?.?
🚩क्षमा के साथ कहना है कि आधुनिक काल में सनातन पंथ आपसी द्वेष और आपस में हम ही श्रेष्ठ है के भाव के कारण डिगता दिख रहा है😮आज कल सनातनी को गपोड़ी कह कर जाना जाने लगा है😢
धर्मो रक्षति रक्षितः🙏🙏🙏
धर्म ग्रंथ से विरुद्ध चल रहे हैं धर्मगुरु सभी धर्म गुरु को सत्यार्थ प्रकाश पढ़ना चाहिए
pahle arya samaj Wale Gita or puran pade
styard prakas to ek kalyug k ek samnya admi ne likhi he usame galti ho skti
@@BhaskarDandotiya-vd3gc Puran Padhe Tabhi to satyarth prakash me uska khandan kiya
brithis agend dayanand ne satyarht prakash hinduo ko batne ke liy hilikha. tha baki satyatrh praksh keval murko ko acha lag sakta hai. 48 bude ka 24 ke ladki se sadi karao uttam vivah karao jo nhi kar ayega ko arya samaji nhi 😂 gadho
@SimantaKalita-r7k satyarth prakash Isliye hi padhni kyuki usme lagbhag saare mat aur dusare religion ko bataya hai hum me kya kami hai usko bataya hai
Aur sab Ved Upnishad DARSHAN jaise shastr se hi bataya hau
@SimantaKalita-r7k lavnasur ka dekha hai Mene sirf bakloli jiska jawab dia ja chuka hai lol 🤣🤣🤣
हम सनातनीयो को बहुत कुछ सिखआ ने बताने और धर्म,सत्य,श्री कृष्ण की राह पर बताने के लिए आर्य जी खट्टर जी वा प्रभु जी को मेरी तरफ से प्रणाम
हम आपके इस बताए मार्ग पर चलने की प्रयास कर रहे है ।
मैं सिर्फ गौतम जी और अंकुर आर्य जी की बात से सहमत हूँ।
योगिराज श्रीकृष्ण का चरित्र हनन हम हिंदुओं के हीं कुछ sect कर रहे हैं यह लज्जा की बात है।
@@user-oe3vh1yj8q Shrikrishna will always be a great iconic personality not only for me but for crores of Hindu people of the world whether we place any respected words before his name or not.
Shi baat apne thik kha he
क्या बात कर रहे हैं भाई साहब कि ईश्वर का चरित्र हनन कोई कर सकता है?।या तो वह करनेवाले ईश्वर का विरोधी हो सकते हैं।सवाल है कि ईश्वर का विरोधी कौन हो सकता है?
@@mithileshsharma1781I am always asking the question the Krishna and all other goddess in Hindu belief were only for India. Is India a separate part of this world or whole the world is called India?
The creator God must be for whole the universe.not for a part of world. Whole the veda and every hindu scriptures are studying and following only by hindus.Not whole the world's mankind follows Hinduism or believe in Hindu God. So how can you say,and proof that the universe came into existence or made by the God of hindu scriptures.
@@sasikv4255 Brother,I dont have much study and knowledge about Hindu scriptures so I am not in a position to give you 100% convincing answer but what more I could understand and I believe that when you take Lord Rama and Lord Krishna as the incarnation of God then such questions arise.So take them as the greatest personalities of human history or Hindu history instead of incarnation of God.
सत्य ही धर्म है..... वेद की ओर लौटे
सत्य केवल आत्मा है बाकी सब झूठ
Toh bhagvat Gita padho
वेद क्या है 😂😂
@@Upanishad11 वेद धर्म का मूल हैं
@@baatitnisi आत्मा कहाँ है शरीर के कौन से हिस्से में हैं
Vrindavan Chandra Das ji ne prarambh mei bilkul sahi kaha ki Upanishad aur Puran bhi Ved hain. Vrindavan Chandra Das ji akele hi is poore program mei vaastavik dharma ki dhwaja lekar chal rahe hain. Bohot sundar 👃
सहमत
All glorious to prabhupada
Upanishad ved ka hissa hai lekin puraan nahi hai ye baat sabako jaanani chahiye
@@dkyadav7951 Puran bhi Ved hain. Ye baat swayam Upanishadon mei likhi hai ki Puran bhi Ved hain. 🙏
@@Jai_GaurNitai_Jai_RadhaKrishna Sab ko ved hi na banado ..
Aap log besharmi se kuch bhi bol dete ho ..
Jagah jagah ved ke baare mai likha hai ..
Darshano mai .upanishad mai , smriti mai... Itne praman hai ki sirf Rig.Yajur.Sam .Atharva hi ved hai ..
But aap kuch bhi gapod banake usko failqte rehte ho ..pehle khud padho
Bohat Sundar explanation diya dr virndavan das Prabhu ji ne hare krishna ❤
इस प्रकार का धर्म संवाद(शास्त्रार्थ) निरंतर होता रहना चाहिए।❤😊
आर्य समाजियों और अन्य पौराणिक सम्प्रदाय के आचार्यों में केवल शास्त्रार्थ हो सकता है चर्चा नहीं
isliye to arya samaji block karte hai aur bahgte firte hai debate se aur victim card khelna chalu kar dete hai😂😂 iam block at twitter by many samaji defeated many samajis. they just play victim card😂
@@anikettandi8228 ऐसा कुछ नहीं है
आप मुझसे बात कर सकते हैं मैं फोन नम्बर दे दूंगा अपना आप कहो तो
@@anikettandi8228abe jahil tere kuch smjh aaya bhi aam jahil hinduo ki hi ladkiya love jihad me phasti hai unhe hi kuch nhi pta hota kyuki unke maa baap jahil hote hai aur arya samaj me keval tark gyan chalta hai jativad nhi chalta isliye unke yhn mahilaye ved mantra bolti hai suitcase me pack nhi hoti bro.
@@anikettandi8228किसने ब्लॉक किया क्या विक्टिम कार्ड खेला बताना भ्राता जरा
@@user-vk8em2jv7f
main aniket pranam bhrata
gauttam khattar pragya arya rishi uvach arya samaj rahul arya aur bhi bahut hai twitter per and akur arya telegram per aur is youtube wale ne bhi mera comment shadow ban kiya hai khuch dik rha hai kuch nhi.
भाई एक बार राहुल आर्य को भी bulaao ❤❤
😂 नास्तिकों का यहाँ क्या काम।
जी अपने पास रखी गीता जी में आज की संध्या /भक्ति/नियम करते समय जरूर देखिये अद्भुत रहस्य:-
गीता अध्याय :-
अध्याय श्लोक
👇 👇
10 श्लोक 2 :- ऋषियों की स्थिति
4 श्लोक 34:- तत्वदर्शी संत की महिमा
15 श्लोक 1 :- तत्वदर्शी संत की पहिचान
18 श्लोक 46:- सबसे बड़े ईश्वर की महिमा
16 श्लोक 34 :- शास्त्र विधि से हटने से
नुकसान
7श्लोक 23,29 :- देवताओं और गीता ज्ञान
दाता के आगे
9 श्लोक 21 :- महास्वर्गों से बापस आने
का प्रमाण
8 श्लोक 13 :- ओम् मंत्र बृह्म का जो
पूर्ण नहीं
17 श्लोक 23 :- इसमें पूर्ण परमात्मा का
मंत्र
जो केवल तत्वदर्शी संत बताएगा
नोट :- आत्मा परमात्मा में विलीन नहीं होगी
क्योंकि वेद या गीता शास्त्र में
कहीं नहीं लिखा
फिर कोई मन में आश्चर्य हो तब पूछियेगा अपने मन के विचार जो बनने लगें, जिज्ञासा जो उतपन्न हो।
ऐसे गहरे रहस्य शास्त्रों से जानने और ज्ञान गंगा बुक मंगाने के लिए
पूरा पता :-
मोबाइल नम्बर :-
हमें कमेंट में लिखकर भेजिये
#गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत
Bahu sundar varta huyee hai sabhi dhanyavad ke patra hai
श्रीमद देवीभागवत महापुराण मे सम्पुर्ण श्री राधा कृष्ण का विचित्र चरित्र कथा दिया जो ब्रह्मवैवर्त पुराण से कई गुना अच्छा कथा दिया है
Only Arya Samaj save us❤❤❤❤❤
In dreams😂😂 mtlb 200 sal pahle sab mar rhe the😂
@@rishabhyadav6705or Kitna marna chah rahe ho or bache hi kitne ho Akhand bharat ke kitne tukde ho gye
@@Users9015 chup pakhandi akhand bharat 😂arya samaj bharat me sahi se nhi hai inki demography hi nhi akhand bharat ki bat kar rha murkh kahinka kalpanao se bahar niklo bache
@@Users9015 tera arya samaj adhe se jyada hinduon ko nark bhejta hai kyuki wo manta hai murti pujak nark gami hai telegram pe arya samaji hinduon ki atanki bolte hue kya bolte hai agar dikha diya to sharm aa jaegi
Arya namazi= islam
❤जय सनातन धर्म❤
डा वृंदावन चंद्र दास जी के तर्क में काफी सटीकता है और बहुत अच्छे से समझाने की कोशिश की है। 🙏🙏
क्या गर्ग संहिता पर चर्चा नहीं होना चाहिए ।
जय मां रुक्मिणी जय श्री कृष्ण 🙏
रुक्मिणी को मां मानना ही सही है
आचार्य आर्य नरेश जी और आचार्य अग्निव्रत जी और आचार्य योगेश भारद्वाज जी को बुलाओ संवाद केलिए।
साथ में दर्शनाचार्य श्री सहदेव समर्पित जी को भी
@@Riya_n_Rachit और स्वामी विवेकानंद परीव्राजक जी भी।
श्रीमदभागवत गीता में प्रमाण है की जो अध्याय 16 श्लोक 23 में लिखा है की
जो शास्त्रों को त्यागकर मनमाना आचरण उनको न तो सुख होता है और न मोक्ष होता है ।
मैं खुद एक चमार जाति से हूं पर गौतम भाई के बात से मैं पूरा सहमत हूँ
सभी लोगों से कहना चाहता हूं आप सभी जातियों में मत बटो
सभी भाइयो से कहना चाहता हूँ आप अपने नाम के आगे सनातन धर्म का टाइटल लगाए
जय श्री राम जय हिंद जय भारत जय भीम आप सभी गुरु जी को तहेदिल से धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
धन्यवाद भाई
Aisa mat bolo bhai , jaati me mat bato khud ko, hamesha sab sirf hindu hain, sabhi hindu Yuva ko jagna bahut jaruri hai, ek hona bahut jaruri hai, jativadi khatm karo, hamesha sab sirf hindu hain, Jai hind Jai Hindu Rashtra
आप सत्य है जय श्री राम 😊
Chamar bhai baba shaheb ko pado pakhand me mat pado manu wadi tum ko insan mante hi nahi
❤❤❤❤❤❤
Mai aapki baat se sahmat hu
चार अंतः करण ही विष्णु जी की चार भुजायें हैं, बुद्धि - गदा, मन -सुदर्शन..
गलत
Rahul arya aur acharya agnivrat ji ko is debate me hona chahiye
Apne bilkul sahi kaha bhrata Shree. Ye jo prophu ved ved kar Raha hain inko mukh bandh ho jaye ga agar Acharya agnivrat naistic inke same aa jaye❤❤
Bilkul ji acharya agnivrat ji ko bulana chaiye
Bhai ye debet nahi tha .sirf charcha .es liye ankur Arya and goutam khattar maryada mai reh ke apne apne paks rakha. Agar debet hota to iskon vale aate hi nahi debet mai ..Jai shree Ram
@@manishpatel162Abe ye ritiviks hai iskcon vale nahi😂😂😂😂😂 andha gyaani
@@AnuragSharma-k3g jo bhi hai .. Lekin debate mai koi nahi ata .😅
Ram Ram ji 🙏
इस्कॉन वाले बात को घूम रहे हैं उनकी बातों में तथ्य नहीं है प्रमाण होना चाहिए बेहूदगी से अपनी बात पर अड़े हुए हैं अभिषेक 250 साल पहले किसी भी पुस्तक में आप राधा का जिक्र दिखाइए
कृपया श्री आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिओ जी राहुल आर्य जी थैंक्स भारत चैनल वाले अंजली आर्य स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज पंडित श्री योगेश विद्यार्थी जी को भी शास्त्रार्थ में लाए।
Rahul arya bhartiy nahi muslim he man se
@@deepakjoshi263 क्या प्रमाण है?
@@user-vk8em2jv7f kha mar gya hai rahul bahane bana ke.
@@anikettandi8228 bahane kisne banaye sabne dekha bandhu kon gbc Arya samaj ka official letter Sanskrit amogh lila nahi karenge ye sab drame iskon ki taraf se huye aur aaj bhi shastrarth ho sakta hai
@@user-vk8em2jv7f 😂🤣🤣🤣 chamche ko lagta hai iakcon ne mana kiya tha,
1.ek kam karo arya samaj delhi se rahul arya ka arya samaji hone ka ya arya samaj ko represnt karne ka kagaj le ao fir rahul ko amogh se ya iskcon se debate karna hai bata dena.
2. rahul ko khut arya samaj ne chup kara diya tumara pahle hi fad gaya th a proof arya samaj expose me groupe ka post pada hai
3.tera rahul mujhe twiter pe block kar ke raka hai harne ke baat 😂🤣🤣ek darjan log block kar chuke ja
chamce arya samaj delhi office ko bol iskcon ko challeng karne ko rona surukar dege british ka banaya cult kya gyan hai tumare pass office ja ke haraye hai logo ko (not me)😂🤣chamche
सीधी सीधी बात यही है कि श्रीकृष्ण जी पर जितने भी लांछन लगाए गए हैं ये सब पाखंडियों ने लगाए हैं।
प्रभुजी कह रहे हैं कि श्रीकृष्ण का अनुसरण करना है तो सब चीजों में करो, किसी एक काम को ही मत करो। अर्थात् श्रीकृष्ण ने रासलीला करी यह पढ़कर तुम रासलीला करते हो तो दूसरे काम भी करके दिखाओ जो श्रीकृष्ण ने किए थे, जैसे - गोवर्धन उठाना आदि।
इस तर्क को सुनकर लोग कह सकते हैं कि मैं वे ही काम करुंगा जिनको करने का मेरा सामर्थ्य है, श्रीकृष्ण का जितना सामर्थ्य था उतना उन्होंने किया, मैं अपने सामर्थ्य के अनुसार करुंगा।
अब बात यह है कि रासलीला या Extra marital affairs गलत नहीं है क्योंकि श्रीकृष्ण ने किए थे।
अब बताओ......??????????
इसलिए भईया ये पौराणिक लोग कुछ भी कह सकते हैं........इनकी qualification तर्क,तथ्य, प्रमाणों से भी परे है।
हम तो महर्षि दयानंद जी की मानते हैं जिन्होंने कहा है कि...... महाभारत में श्रीकृष्ण का चरित्र अत्युत्तम है, उन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त कुछ भी अनुचित कार्य किया हो ऐसा नहीं लिखा है।और ये पुराण रचने वालों ने अनेक लांछन उनके नाम पे मढ़े हैं।
नोट- उपरोक्त कथन as it is नहीं है, थोड़ी भिन्नता है किन्तु महर्षि दयानंद जी के कहने का आशय यही है।
कृष्ण या राम जो भी आराध्य भगवान की कथा हो वहा दुर्योधन या रावण का समर्थन करने वालो को वध करने की कथा को ही ज्यादा महत्व देना चाहिए। ऐसी ही ज्ञानियों के कारण हजारों साल की गुलामी के बाद भी गुलामी के संस्कार और विधर्मी ओ का अटैक खत्म नहीं हो रहा है
Radhe Radhe 🙏
साधु-संत शंकराचार्य,ब्राम्हण हिन्दू बोलते हम सनातन है पर धर्म चलाने में जीरो शून्य तभी तो सारे देश छिन गये आज हिन्दू लावारिश है खात्मा पर है
प्रेमानंद महाराज जी का सत्संग सुनो सब प्रश्र्नो का उत्तर मिल जायेगा.. अभी एक उनका सत्संग है जिसमे कौन सबसे बडा शिव जी, श्रीकृष्ण जी, दुर्गा जी या राधा जी.. इसका विवेचन महाराज जी ने बहोत अच्छे से किया है.. सभी प्रश्न के उत्तर मिल जाते है..
Asal me gyan koi bhi pel sakta hai aur baba to in kaamo me mahir hote hai .baat hai satyata ki aur Satya yahi hai Radha koi nahi thi.
@@sage1857sh guru granth sahib vic v shri radha ka jikar hai bangdu .. sh guru Gobind Singh sahib ne bhi radha bare likhya
@@sage1857bhai apki toh bhasha hi kafi hai yeh dikhane ko ki dharm k kitna palan ya mante ho. Ved puran ko bhi bohot mante toh aise abhadra bhasa k prayog nhi kr pate. Na jaana hai aur na hi janey m interested ho.
@@sage1857Radha ji ko Janna itna aasan nhi h apni Vani pr niyntrn rkhe prbhu ji santo ke prti jo bhavna h usse pta chlta h aapko jra bi aadhyatmikta ka gyan nhi ...
@@sage1857 koi nhi bhai 😅
Radhe Radhe 🙏
Hamare rag rag me radha rani hain
Tumhare kahne se hame koi farak nhi padta 😄
मैं अंकुर आर्य की टीम से सहमत हूं, हिन्दुओं के शास्त्रों को बहुत ही अधिक manipulation किया गया है।
हाँ वेदों में बहुत मिलावट हुई है।
Jab yahi musalman or Isaiah bolte hai to bolte ho dharam ka majak update ho
Agree with you
@@SpiritualSphere786 kyu bol rahe humare dharm jab musalman apne mazhub pe bolne pe sar tan se juda kar deta hai toh
कौई यदि वेदों का manipulation किया होगा तो तीन सवाल उसपर उठता है। कौन किया होगा? क्या मक्सद था manipulation करने का? और तीसरा है यदि वेद दैवीय है तो कैसे manipulation हो सकता है?
Radhe radhe
गौतम जी आपकी बात को 100%सहमति
मैम आपको thanks bharat के राहुल आर्य जी को भी आमंत्रित करना चाहिए चर्चा के लिए।
Bilkul sahi kha bhai
सही कहा
राहुल आर्य जी को भी बुलाना चाहिए
bhai wo bula liya to yha rukna muskil ho jayega kuch ka
Ankur bhai ke Gyan ko mera Sat Sat Naman 🙏🙏 Ankur Bhai ko baar baar bulana chaiye
हरे कृष्ण
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
इदानीम्
सर्वं पापं प्रत्युपकुर्व्यते, सर्वं ऋणं प्रतिपाद्यते।
सर्वोऽहंकारः विनश्यति, एवं शान्तिः प्राप्यते॥
जगन्नाथस्य रथचक्रं, पुनः संचारमायति।
विश्वनाथस्य त्रिशूलं, गर्जते पृथिवीं कम्पयति॥
मानववेषे सर्वे विषाणवः, राजवेषे दानवाः।
तस्मिन्महाभूकम्पे, सर्वे नाशं गमिष्यति॥
सर्वं पापं पुनः स्मर्तव्यम्, तस्मिन्होलीभूकम्पे।
मातुः प्रकृतिः शमं यास्यति, शान्तिः सर्वत्र वर्धते॥
अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः।
भविष्याम्यवतारेण शूलपाणिर्महाबलः॥
कल्किर्भविष्यति नृप प्रजानां, पापान्महाराज मयापवर्गात्।
धर्मं प्रजेष्वभिवर्धयिष्यन्, हत्वा कलिं लीलया साङ्गपाङ्गः॥
अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः।
भविष्याम्यवतारेण शूलपाणिर्महाबलः॥
कल्किर्भूतोऽहं नृप प्रजानां, पापान्महाराज मयापवर्गात्।
धर्मं प्रजेष्वभिवर्धयित्वा, हत्वा कलिं लीलया साङ्गपाङ्गः॥
अस्मिन्कल्युगे घोरे धर्मगुप्ता महेश्वरः।
अहमवतारेण शूलपाणिर्महाबलः भूतोऽस्मि॥
काले काले च धर्मस्य ग्लानिर्भवति यद्भवेत्।
तदा तदा मयात्मानं धृत्वा सम्भूतोऽहम्॥
नानारूपेण तत्रैव योगमायासमन्वितः।
संभूतोऽस्मि युगे युगे धर्मसंस्थापनाय च॥
कालोऽस्मि लोकक्षयकृत् प्रवृद्धो लोकान्समाहर्तुमिह प्रवृत्तः |
ऋतेऽपि त्वां न भविष्यन्ति सर्वे येऽवस्थिताः प्रत्यनीकेषु पापिनः भ्रष्टाचारीणः ||
Coming , 2038 please wait and watch , even viruses were mentioned in scriptures as Danavas because the son of Mother Danu created them , one kind of biological engineering. Have we not seen COVID ? And the next bacteria in Japan , which originated to eat human flesh ? streptococcal toxic shock syndrome. It’s coming , many more to come till 2038. The end of Kalyuga , and to make people forgotten about it they created the hoax of 1200 Divya Varsha which egoistic people misinterpret as 1200x 360 = 4,32000 years. Scientifically Sri Dwarka immersed into sea 12000 years ago, and it is proven through Carbon dating. So; Sri Krishna came 12000 years. Last Gomphothere , was entered by Lord Sri Hanuman ji, which lived 24000 years ago. So Purna Yuga is 12000 years and Divya Varsham interpreted Laghu Yugas in a Purna Yuga. In this Ghor Kalyug people are so much gulped by ego, the Kaly asur, that only for Mobile phones usage for bullshit works , humans killed 17000 types of Bird species and uncountable number of other life forms ? Why ? Only Humans have right to live but other life forms do not ? Humans are for humanity and humanity is for the world and the world is for the universe and universe is for the Truth , the Paramathman. Now humans are so monstrous that they believe everything which they are doing are good and righteous and others are wrong. Thus , on social media humans behave like viruses; do oral violence, insults , abuses and other naked staff. This happens when end is near. End of inhuman audacity , because most of the humans live lives of viruses. Only Eating, excreting , reproduction through lust, desire satisfaction and gathering materials. Even a worm does that; a virus does that. That’s why when anything on social media is followed by a large number of people , that is called VIRAL, not Humanly. So, Viruses must be eliminated and nature would . For a small calf , a small kid of a bird , a human is now Asura. So , yes you are correct Nirma dhulai would occur, and viral fever would be washed away. But everything is Paramathman’s Maya, so humans would forget everything and continue indulging into inhuman actions till the end would confront . Om Shri HariHaraya Namaha . Best from Cambridge
आप आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाये अगली बार
जय श्री राधाकृष्णा 🚩🙏🕉️
आप अनपढ़ हो या मूर्ख हो या जाना नहीं चाहते राधा किसी में लिखा हुआ तो हमको दिखा दो
वेद अपौरुषेय है । जबकि उपनिषद् इत्यादि मनुष्यकृत है। यही से ही स्पष्ट हो जाते है वेद वेद है।
Sahi kaha ved Apurshay hai Sankhya Darshan me bhi aaya hai ek jagah
Pagal ha kya tu? Upanishad v Shruti he ha murkh
Vedo ko janta he nahi. Bak bak mat kijiye. Mulla mat baniye.
@@shadyantra ??
@@Seeker-ii6ml samskrit ka jyaan he apko
Acharya prashant like button
Jai shree Ram 🚩🚩🚩
सादर प्रणाम होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ, सबसे अधिक अवैज्ञानिक , अतार्किक , निरर्थक , जिस पर विशवास करना इस समय मैं कोई कारण न हो , पर्यावरण के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह , धर्म कम लगे और अश्रध्दा अधिक लगे सब प्रकार से आज के समय मैं न करने योग्य चाहे वो धर्म के आधार पर पर्यावरण के आधार पर खर्च के आधार पर या समय के आधार पर समय की उपलब्धि के समय की अवैलेबिलिटी के आधार पर सबसे अधिक असंगत अव्यवहारिक आउट ऑफ़ डेट इर्रलेवंट अगर कोई धार्मिक पध्धति है तो वह है होम हवन वैदिक कर्मकांड होम हवन यज्ञ इससे अधिक बेकार बेवकूफी मूर्खतापूर्ण मनघडंत कपोलकल्पित कुछ भी नहीं है ??
इस्कॉन वाले केवल और केवल कृष्ण की भक्ति की बात करते है। लेकिन आज जब हम और पूरी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद से जूझ रही है तब भक्ति नही कृष्ण की शक्ति उनकी डिप्लोमैट पावर विनिंग हंगर जीत की भूख और दुश्मन के किसी भी तरीके से विनाश करने की दृढता की बात करने की आवश्यकता है।
Isiliye to itna atyachar ab shuru ho gaya hai kyunki Ishwar ko lekar hamesha Ishwar hai hamare sansar mein ki nahin Ishwar agar nahin hota to aap log duniya mein rahte kaise
Kayar log kabhi nhi ladte ladne wale ko hindusthan ki janta murakh thakur bolte h
Iskon America ke nashediyon ki bharti se bani hui hai iska itihaas toh! Parh le bhai fir pravachan dena kabhi nath pant ke baare me bhi jaan le iskon toh pakhandi hai maine kabhi unhein Shastratha karte nahi dekha be bas Iskon wali hi mangadant kahaniyaan sunate rehte hai.
भगवान कृष्ण योगी थे भोगी नहीं थे। वे वेदों के ज्ञाता थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन को उपदेश दिया । बाकि अवतारवाद के कारण उनके चरित्र से कोई प्रेरणा इसलिए नहीं लेता क्योंकि जो ईश्वर कर सकता हैं। वह मनुष्य नहीं कर सकता हैं। बस सब उनके भक्त बन जाओ। और रटने के लिए कृष्ण के साथ राधा जोड़ दिया । ताकि राधे कृष्ण राधे कृष्ण रटने में आसान हो जाये। और वह हमारी रक्षा कर लेंगे। और प्रेमी प्रेमिका एक दुसरे के अन्दर राधा और कृष्ण की छवि देखें
भक्ति में लीन हो जाये।
Sahi bola bhai 🚩👍👍
Iskcon devotees answer is right❤
दयानंद अंग्रेजों का एजेंट था।
अधिकतर आर्य समाजी एंटी हिंदू एजेंट हैं।
जो खुद को हिंदू मानता है, वो शास्त्रों को मानेगा।
वेद उपनिषद, पुराण, इतिहास, ये सब हमारे शास्त्र हैं।
आर्य समाज केवल वेद को मानता है, और उसकी व्याख्या भी अपने मन से करता है। अतः आर्य समाज भारत में हिंदुओ को कन्वर्ट करने की ओर ले जाने का पहला कदम है।
सत्यार्थ प्रकाश पढो
सत्य सनातन वैदिक आरिया धर्म जय हो
मैं गौतम भाई से पूर्ण सहमत हूँ ।।
मुझे इस सम्पूर्ण डिबेट्स में गौतमभाई और अंकुर भाई की बात सबसे अच्छी लगी ।।
ॐ नमः शिवाय 🙏🙏🙏
Gautam bhai to bhut satik hai