कहानी कल नहीं सुन पाया इसलिए आज सुनी है कहानी बहुत ही अच्छी है इसमें दो बातें सामने आई है एक पार्थ अपनी जबान का धनी था जिसने अपने पौत्र परिक्षित को अपने वचन एवं परिक्षित के विवाह की बात बताई और दूसरी तरफ नागराज वासुकी अपने अभिमान में चूर होकर अपनी ही पुत्री के सुहाग को खत्म करना चाहता है🌹जय श्री कृष्णा🙏
प्रिय भाई कहानी कितनी बड़ी हो लेकिन एक ही भाग में सुनना कहानी बहुत अच्छी लगी भैया जी
जय श्री कृष्णा गुरुजी राधे राधे बहुत अच्छा वीडियो है गुरुजी हमारे जीवन के मार्गदर्शन के लिए
Jay Shree Krishna
गुरुजी राधे राधे बहुत अच्छा कहानी है गुरुजी जल्द ही अगली भाग भेजिए का कष्ट करें
Bilkul
सर राजा परीक्षित वाली दूसरी भाग डालने का कृपा करें गुरुजी राधे राधे प्रणाम स्वीकार करें
Ek do din ka samay de bna rahe hai
कहानी कल नहीं सुन पाया इसलिए आज सुनी है कहानी बहुत ही अच्छी है इसमें दो बातें सामने आई है एक पार्थ अपनी जबान का धनी था जिसने अपने पौत्र परिक्षित को अपने वचन एवं परिक्षित के विवाह की बात बताई और दूसरी तरफ नागराज वासुकी अपने अभिमान में चूर होकर अपनी ही पुत्री के सुहाग को खत्म करना चाहता है🌹जय श्री कृष्णा🙏
@@PPprachnd धन्यवाद श्रीमान जी
❤ is Kahani ka dusra Bhag kab sunane ko Milega aapko Sadar Pranam
Dusra bhag upload kar to diya dekho uspar bhi sheshnag bna h
Nyc
Please bhai bata do Mike kis company ka use
इतना लंबा कहानी और चोटबनना
अच्छा है एक सुनकर देखो