16:20 असीम शांति उसे स्थिर करने लगती हैं... 25:28 वेदनाओं के स्वभाव को समझना जरुरी है .....👍👍👍👍 28:38 विपश्यना एक ऐसी साधना हैं जिसमें वेदांनुपश्यना के सहारे हम होश कि जागृति को बढ़ा लेते हैं...👍👍 33:30 दुख को विदा करने का मूल मंत्र है विपश्यना......👌👌👌👌
Dear Guru ji, पड़ोस में शादी थी तो पिछले दो दिनों से laud volume में DJ बज रहा था, इस समय के बीच में हम केवल साँस को ही देख पा रहे थे..पर जैसे ही आवज वो बंद हुई और प्राकृतिक कि आवज, पंछियों कि आवज, रात में बोलने वाले छोटे जीवों का आवज..सुनकर आज काफी अच्छा लग रहा है और मुझे ऐसा लग रहा है कि इन सब आवाजों को मैं कई सालों के बाद सुन रहा हूँ...!! अब सवाल यह है कि मेरा प्राकृत से जुड़ाना यह प्राकर्तिक के ही स्वभाव के कारण जुड़ाव हो रहा हैं या ये मेरा कोई अपना राग या मन का स्वभाव है जो मुझे इस तरफ़ ले जा रहा है...??
संवेदनाको भी देखना और उसके स्वभाव को भी समझना, ये दो काम एक साथ करता हूं तो संवेदना देखना कमजोर हो जाता है और मन में उसके अनित्य स्वभावका चिंतन चल पड़ता है, जब की विपश्यना की शिबीर के 10 वे दिन के प्रवचन में गुरुजी ने मन में कोई शब्द नहीं लाने को कहा है। मन में कोई शब्द लाए बिना अनित्य स्वभाव को कैसे समझे? कृपया मार्गदर्शन दीजिए।
विपश्यना में वेदनानुपश्यना के अभ्यास को समझें| वेदनाओं की समझ दुख से मुक्त करती है| बुद्ध ध्यान विधि
साधू 🌼 साधू 🌼 साधू 🌼🙏🏻🌼 सबका मंगल हो सबका कल्याण हो 🌼🙏🏻
Namo buddhay 👏👏🌄
buddham namami, dhammam namami sangham namami namo tassa bhagavato arahato sama sumdaysa
Buddham sarananm gacchami Dhammam sarananm gacchami Sangham sarananm gacchami
Namo buddhay 👏👏🌄
जय भारत नमो बुद्धाय🙏🙏🙏
Namo namo buddhay 👏👏🌹
❤Namo Buddhay❤🙏🌄🌼
👏👏👏🌄🌄
Namo buddhay 👏🌹
🙏🏻
👏👏👏🌄🌄
Sadhu Sadhu Sadhu 🙏
Sabka Mangal ho 🙏
👏👏👏🌄🌄
Vandami bhanteji namo bhudday Jay bhim ❤❤❤🎉🎉🎉
Namo buddhay 👏👏🌹
❤
👏👏👏🌄🌄
🙏🙏🙏🙏🌹
Namo buddhay 👏👏🌄
Namo buddhay..🙏🙏
Sabka mangal ho..🌷🌷
👏👏👏🌄
😌😌😌😌🙏😌😌😌😌
Namo namo buddhay 👏👏🌹
Sadhu sadhu sadhu🙏
Namo buddhay 👏👏🌄
Namo Buddhay 🙏🙏🙏
👏👏👏🌄🌄
16:20 असीम शांति उसे स्थिर करने लगती हैं...
25:28 वेदनाओं के स्वभाव को समझना जरुरी है .....👍👍👍👍
28:38 विपश्यना एक ऐसी साधना हैं जिसमें वेदांनुपश्यना के सहारे हम होश कि जागृति को बढ़ा लेते हैं...👍👍
33:30 दुख को विदा करने का मूल मंत्र है विपश्यना......👌👌👌👌
Ji bahut accha...
Namo buddhay 👏👏🌄
Namo buddhay❤🙏🙏🙏🌷🌷
Namo buddhay 👏👏🌄
Bhante apke liye mere liye koi sabd nahi hai 👌💯🙏🪷❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Namo buddhay 👏👏🌄
जय भीम नमो बुद्धाय
Namo buddhay 👏👏🌹
Dear Guru ji, पड़ोस में शादी थी तो पिछले दो दिनों से laud volume में DJ बज रहा था, इस समय के बीच में हम केवल साँस को ही देख पा रहे थे..पर जैसे ही आवज वो बंद हुई और प्राकृतिक कि आवज, पंछियों कि आवज, रात में बोलने वाले छोटे जीवों का आवज..सुनकर आज काफी अच्छा लग रहा है और मुझे ऐसा लग रहा है कि इन सब आवाजों को मैं कई सालों के बाद सुन रहा हूँ...!! अब सवाल यह है कि मेरा प्राकृत से जुड़ाना यह प्राकर्तिक के ही स्वभाव के कारण जुड़ाव हो रहा हैं या ये मेरा कोई अपना राग या मन का स्वभाव है जो मुझे इस तरफ़ ले जा रहा है...??
Namo buddhay 👏👏🌄
संवेदनाको भी देखना और उसके स्वभाव को भी समझना, ये दो काम एक साथ करता हूं तो संवेदना देखना कमजोर हो जाता है और मन में उसके अनित्य स्वभावका चिंतन चल पड़ता है, जब की विपश्यना की शिबीर के 10 वे दिन के प्रवचन में गुरुजी ने मन में कोई शब्द नहीं लाने को कहा है। मन में कोई शब्द लाए बिना अनित्य स्वभाव को कैसे समझे? कृपया मार्गदर्शन दीजिए।
Namo buddhay 👏👏🌹
@@TuraazSpiritual namo buddhay
@xyz6452 👏👏👏🌄🌄