युरिया डालने के बाद पानी देना अवश्य चाहिए नहीं तो फसल जल जाती है उसमें उष्मा अधिक होती है एक प्रयोग करें जब पानी क्यारी यों में छोड़ तो कुछ कुछ दुरी पर युरिया डालने से न तो उड़ने का डर रहेगा न गहरा जाएगा न युरिया डालने के बाद लाईट आई न आई पानी का सोत्रो है कोई बाधा आई जेसे मोटर व लाइन की समस्या है तो आप को यह संसय नहीं रहेगा कि पहले युरिया डाल दिया अब पानी की दिक्कत आ गई है पानी की पतवार करते वक्त खेत पर रहकर पानी की चेंनलो को साफ सफाई करना पड़ता है इस लिए जेसे जेसे पानी आगे आगे चलता जाएं वैसे वैसे युरिया डालते चलें यह प्रयोग है एक चांस दो चांस मैं करके देखिए अगर कोई अच्छा फल दिखाई दे तो आगे भविष्य में ईस प्रकार से एक एक चांस मैं बढ़ा कर दिया जा सकता है
@@tejpalgurjar2833 - कोई भी कार्य करने के बाद ही उसके परिणाम प्राप्त होते है इस लिए पहले अपने अपने विवेक का उपयोग करते हुए कार्य करना चाहिए वसुंधरा हमारी मां है उस पर अनाधुधं विदेशी रसायनों का प्रयोग से बचना चाहिए नाकी एक दूसरे के देखा देख प्रयोग करना चाहिए एक बात आजकल देखने में आती है जिस तरह से चौपायों दुधारू पशुओं पर आक्सिडिन का इन्जेकशन का इस्तेमाल किया जाता है उससे पशुओं में दुर्बलता आ जाती है जब तक अच्छा पोषण मिलता है तब तक वह दुर्बलता नहीं दिखाई देती है लेकिन जेसे ही उसके पोषण के प्रति उदासीन हो जाते है वह दुर्बल हो जाता है इस तरह ही वसुंधरा का हाल हो रहा है बिना सोचे-समझे खेती में उर्वरकों का उपयोग हो रहा है इस लिए पुरातन पद्धति को अपनाना चाहिए चाहे आमदनी कम हो अपने उदर की पुर्ती के लायक तो उपज प्रदान करती है
आपकी डिग्री काहे की है भैया जो आप यह बता रहे आप क्या एग्रीकल्चर कॉलेज के प्रोफेसर हो अपनी यूट्यूब चलाने के लिए चाहे जो मन में आए जो किसानों को सलाह दे रहे हो सपा मूर्खता पूर्ण चला है पहले एग्रीकल्चर की पढ़ाई करो डिग्री हाथ में लो पहले जब जाकर किसी को सलाह देना मूर्खता की कम कर
पडौसी पगला जायेगा ??ये क्या बात हुई😮कोई किसान दुसरेका बुरा क्यु चाहेगा 😊
😊😊❤
Jai shree Ram
आपने कृषि की कहा तथा क्या डिग्री ली है
❤❤zink spre kab kare
Pehle paani ke baad
युरिया डालने के बाद पानी देना अवश्य चाहिए नहीं तो फसल जल जाती है उसमें उष्मा अधिक होती है एक प्रयोग करें जब पानी क्यारी यों में छोड़ तो कुछ कुछ दुरी पर युरिया डालने से न तो उड़ने का डर रहेगा न गहरा जाएगा न युरिया डालने के बाद लाईट आई न आई पानी का सोत्रो है कोई बाधा आई जेसे मोटर व लाइन की समस्या है तो आप को यह संसय नहीं रहेगा कि पहले युरिया डाल दिया अब पानी की दिक्कत आ गई है पानी की पतवार करते वक्त खेत पर रहकर पानी की चेंनलो को साफ सफाई करना पड़ता है इस लिए जेसे जेसे पानी आगे आगे चलता जाएं वैसे वैसे युरिया डालते चलें यह प्रयोग है एक चांस दो चांस मैं करके देखिए अगर कोई अच्छा फल दिखाई दे तो आगे भविष्य में ईस प्रकार से एक एक चांस मैं बढ़ा कर दिया जा सकता है
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शायद तुम किसान हो
@@tejpalgurjar2833 - कोई भी कार्य करने के बाद ही उसके परिणाम प्राप्त होते है इस लिए पहले अपने अपने विवेक का उपयोग करते हुए कार्य करना चाहिए वसुंधरा हमारी मां है उस पर अनाधुधं विदेशी रसायनों का प्रयोग से बचना चाहिए नाकी एक दूसरे के देखा देख प्रयोग करना चाहिए एक बात आजकल देखने में आती है जिस तरह से चौपायों दुधारू पशुओं पर आक्सिडिन का इन्जेकशन का इस्तेमाल किया जाता है उससे पशुओं में दुर्बलता आ जाती है जब तक अच्छा पोषण मिलता है तब तक वह दुर्बलता नहीं दिखाई देती है लेकिन जेसे ही उसके पोषण के प्रति उदासीन हो जाते है वह दुर्बल हो जाता है इस तरह ही वसुंधरा का हाल हो रहा है बिना सोचे-समझे खेती में उर्वरकों का उपयोग हो रहा है इस लिए पुरातन पद्धति को अपनाना चाहिए चाहे आमदनी कम हो अपने उदर की पुर्ती के लायक तो उपज प्रदान करती है
यूरिया और जिंक साथ में मिलाकर दे सकते हैं क्या और देना कितना है
Ji de sakte hai
Urea kase bi dalo lagti to kheti ko ha
Gehu me Zinc role ka video banau
यदि यूरिया खाद का स्प्रे कार्य
Koi apki baat ka adhar ni ha
बकवास 😂
आपकी डिग्री काहे की है भैया जो आप यह बता रहे आप क्या एग्रीकल्चर कॉलेज के प्रोफेसर हो अपनी यूट्यूब चलाने के लिए चाहे जो मन में आए जो किसानों को सलाह दे रहे हो सपा मूर्खता पूर्ण चला है पहले एग्रीकल्चर की पढ़ाई करो डिग्री हाथ में लो पहले जब जाकर किसी को सलाह देना मूर्खता की कम कर