🙏🙏🙏 साधु साधु साधु..... आप भारत के विकसीत समाज का नेतृत्व करने हेतु तैयार हो जाईए,समय आपकी प्रतिक्षा मे ही था। आप सच्चे धर्म की बात करते है,भारत तथा समस्त पृथ्वी का मार्गदाता अगर कोई होगा वह आप के ही समान होगा। आप अनंतकाल तक जीए और आपके माध्यम से पुनश्च धर्म का उदय हो यही मंगलकामनाए... 🙏🌸
प्रणाम गुरुजी🙏 आपकी प्रशंशा करना बहुत छोटा पन होंगा । बस साधुवाद साधुवाद साधुवाद का स्वर ही प्रस्तुत करना रह गया। घर में क़ैद होकर भी पूर्णता का ज्ञान मिलना अद्भूत हैं आप का धन्यवाद।
सादर प्रणाम! महाराज यदि शास्त्रों की व्याख्या ग़लत की गई है तो ठीक व्याख्या कहाँ मिलेगी, क्या आप भी ठीक ठीक व्याख्या देंगे। कुरान में जो गैर इस्लामियों के विषय में भरा पड़ा है उसकी ठीक व्याख्या भी देने की कृपा कीजिये।
मान्यवर, आप के सभी प्रश्नों के उत्तर केवल सनातन एवम मनु स्मृति से मिल सकते हैं। आप जिस क्रिया योग का अनुसरण कर रहे हैं वह भी प्राचीन भारतीय ऋषियों की ही देंन है किसी भी पाश्चात्य संस्कृति का इस मे कोई योगदान नही। बुद्ध को कोई श्रेष्ठ गुरु नहीं मिला इस लिए वह रास्ते से भटक गया और अपने ही अनुभव से अर्जित किये मन तक के ज्ञान को ही जीवन का अंतिम लक्ष्य मान कर संसार को गुमराह किया। क्रिया योग की वास्तविक पद्दति पतंजलि के अष्टांग योग पर आधारित है जिसे महा बाबा अवतार के नाम पर लाहिड़ी महाशय ने कई लोगों को सिखाया किन्तु जो कुछ माह बाबा अवतार ने अपने गुरु महाऋषि अगस्त्य से सीखा उस का 50% लाहिड़ी महाशय को दिया व लाहिड़ी महाशय से आगे इस ज्ञान का सम्प्रेषण जीव की व्यक्तिगत सामर्थ के अनुसार घटता चला गया और यह घटते घटते आज केवल 5% तक सीमित हो गया इस लिए इस के सार्थक परिणाम कही देखने को नही मिलते। आज का मानव त्माक्रान्त स्थिति से घिरा हुआ शांति की तलाश में भटक रहा है जिस के चलते योग के नाम पर हजारों लाखों दुकानों का व्यवसाय फल फ़ूल रहा है। क्रिया योग के प्रणेता महा अवतार बाबा से आज के सामान्य क्रिया योगी पर्यन्त कोई भी इस की दीक्षा बिना पैसे के नही देता। हमारी आध्यात्म संस्कृति का इस से घोर पतन और क्या होगा। बोलने को बहुत ज्ञान है इन लोगों के पास किन्तु आचरण के नाम पर सब शून्य है। यही है कलयुग की असली पहचान जिस में बाड़ ही खेत को खाने में लगी है। जिन का कार्य जीव को माया के बंधन से मुक्त करने का है वही जब माया में आसक्त हैं तो उन की दीक्षा से जीव माया के बंधन से मुक्त कैसे हो सकता है। यदि इस सच्चाई से मुंह मोड़ने का प्रयास किया जाएगा तो जीवन मुक्ति का मार्ग एक स्वप्न बन कर रह जायेगा। मेरे इन कटु सत्य के शब्दों से यदि किसी की भावनाएं आहत हो तो कर बद्ध क्षमा प्रार्थी हूँ। धन्यवाद एवम नमन।
M trying to get real knowledge of kriya yog... but net pe sabhi baba ke baare mei negative comments bhi aa rhe hein.. samaj hii nahi aaata kaun sahi hai.
@@user-xf3yg7kd7v प्रिय जिज्ञासु जी, आप के 8 मिनट में तीन संदेश आप के अंतर में क्रिया योग की तीव्र जिज्ञासा का स्पष्ट प्रमाण है। आप रात्रि सोने से पूर्व एवम प्रातः उठते ही आर्तभाव से निरंतर ईश्वर के प्रति समर्पण के भाव से नित्य भाव विभोर होकर पुकार करें कि हे प्रभु मुझे अपने सानिध्य की उपलब्धि हेतु मेरा मार्गदर्शन करें। ऐसा करते करते आप के हृदय में जैसे जैसे ईश्वर के प्रति प्रेम का बीजारोपण होगा व हृदय भाव विभार होगा आप के नेत्रों से उस के प्रेम में अश्रु धारा रोके न रुकेगी और जब यह स्थिति निरंतर उत्पन्न होने लगे तो समझ लेना आप के मार्गदर्शक आप के अत्यंत निकट होगा जो आप की अंतर यात्रा को गतिमान करने में आप पर अपनी कृपा अवश्य बरसायेगा ऐसा मेरा अनुभव है। आप की अंतर्यात्रा के प्रेममय एवम आनंदमय भविष्य के लिए कोटि कोटि मंगल कामनाएं। धन्यवाद एवम नमन।
🙏🙏🙏
साधु साधु साधु.....
आप भारत के विकसीत समाज का नेतृत्व करने हेतु तैयार हो जाईए,समय आपकी प्रतिक्षा मे ही था।
आप सच्चे धर्म की बात करते है,भारत तथा समस्त पृथ्वी का मार्गदाता अगर कोई होगा वह आप के ही समान होगा।
आप अनंतकाल तक जीए और आपके माध्यम से पुनश्च धर्म का उदय हो यही मंगलकामनाए...
🙏🌸
क्रियायौग के बिना अभी तक मैरा जिवन अचेत अन्धकार मे था,
सभी गुरु जनो को कोटी कोटी नमन प्रणाम
Gurudev prabho pranam 🙏 ❤🌹💐
Guru ji ko sadar pranam
प्रणाम गुरुजी🙏 आपकी प्रशंशा करना बहुत छोटा पन होंगा । बस साधुवाद साधुवाद साधुवाद का स्वर ही प्रस्तुत करना रह गया।
घर में क़ैद होकर भी पूर्णता का ज्ञान मिलना अद्भूत हैं आप का धन्यवाद।
Jay gurudev
Guruji pranam atiuam
🙏 Guruji
Pranam guruji 🙏 🙏
अनन्त ज्ञान से भरपूर गुरु जी को कोटि कोटि नमन
Very very thanks gurudev 🙏
জয় গুরু
Very beautiful n knowledge ful video.
Guruji love you
Prabhu you are knowledge itself I bow to thee except my love
Guru ji Koti naman
प्रणाम गुरु जी
Pranam Prabhu
Jai guru dev
Pranaam to our great guru ji
Jai Guru Dev.
Òm sri sai ram
🙏😊💐
Jai ho guruvar ki
💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏⚘⚘⚘⚘⚘ प्रणाम पूज्य गुरुदेव जी!
Gurudev pranam.....
Pranam guru deb
Great Gift By Swami ji on Sharad Purnima Thanku
pranam Gurudev
❤❤❤❤❤❤
गुरु चरण कमलेभ्यो नमः
ऊँ नमः शिवाय
🙏🙏🙏🙏🙏
Bilkul sahi guruji, ॥ॐॐॐ॥
Pranam guruji
🙏 .
🙏🙏
Thank you dear Guruji
🙏🙏🙏🙏🙏💐💐
Our bathroom is always Clean..Arjun an anD Krishna had intuitive exchange no word was spoken.
Love u guru j
Guruji.. few words on Reiki please
🙏
कृपया हिन्दू और अन्य मतों2 के शास्त्रों की ठीक ठीक व्याख्या देकर भृम को दूर कीजिये बड़ा उपकार होगा। धन्यवाद और आभार।
Pronam guruji bless me 🙏🙏🙏❤
सादर प्रणाम! महाराज यदि शास्त्रों की व्याख्या ग़लत की गई है तो ठीक व्याख्या कहाँ मिलेगी, क्या आप भी ठीक ठीक व्याख्या देंगे। कुरान में जो गैर इस्लामियों के विषय में भरा पड़ा है उसकी ठीक व्याख्या भी देने की कृपा कीजिये।
Sir mai asharm me rahkar sikhana chati hu
NEED SIKSHAA PLZ
Guru ji aap ne to ramayan aur geeta ko he galat bata diya,
Cordial Bow
Hindi me rakho
मान्यवर, आप के सभी प्रश्नों के उत्तर केवल सनातन एवम मनु स्मृति से मिल सकते हैं। आप जिस क्रिया योग का अनुसरण कर रहे हैं वह भी प्राचीन भारतीय ऋषियों की ही देंन है किसी भी पाश्चात्य संस्कृति का इस मे कोई योगदान नही। बुद्ध को कोई श्रेष्ठ गुरु नहीं मिला इस लिए वह रास्ते से भटक गया और अपने ही अनुभव से अर्जित किये मन तक के ज्ञान को ही जीवन का अंतिम लक्ष्य मान कर संसार को गुमराह किया। क्रिया योग की वास्तविक पद्दति पतंजलि के अष्टांग योग पर आधारित है जिसे महा बाबा अवतार के नाम पर लाहिड़ी महाशय ने कई लोगों को सिखाया किन्तु जो कुछ माह बाबा अवतार ने अपने गुरु महाऋषि अगस्त्य से सीखा उस का 50% लाहिड़ी महाशय को दिया व लाहिड़ी महाशय से आगे इस ज्ञान का सम्प्रेषण जीव की व्यक्तिगत सामर्थ के अनुसार घटता चला गया और यह घटते घटते आज केवल 5% तक सीमित हो गया इस लिए इस के सार्थक परिणाम कही देखने को नही मिलते।
आज का मानव त्माक्रान्त स्थिति से घिरा हुआ शांति की तलाश में भटक रहा है जिस के चलते योग के नाम पर हजारों लाखों दुकानों का व्यवसाय फल फ़ूल रहा है।
क्रिया योग के प्रणेता महा अवतार बाबा से आज के सामान्य क्रिया योगी पर्यन्त कोई भी इस की दीक्षा बिना पैसे के नही देता। हमारी आध्यात्म संस्कृति का इस से घोर पतन और क्या होगा।
बोलने को बहुत ज्ञान है इन लोगों के पास किन्तु आचरण के नाम पर सब शून्य है। यही है कलयुग की असली पहचान जिस में बाड़ ही खेत को खाने में लगी है। जिन का कार्य जीव को माया के बंधन से मुक्त करने का है वही जब माया में आसक्त हैं तो उन की दीक्षा से जीव माया के बंधन से मुक्त कैसे हो सकता है। यदि इस सच्चाई से मुंह मोड़ने का प्रयास किया जाएगा तो जीवन मुक्ति का मार्ग एक स्वप्न बन कर रह जायेगा। मेरे इन कटु सत्य के शब्दों से यदि किसी की भावनाएं आहत हो तो कर बद्ध क्षमा प्रार्थी हूँ। धन्यवाद एवम नमन।
I want to know reality. Pls reply... or give ur mail id
M trying to get real knowledge of kriya yog... but net pe sabhi baba ke baare mei negative comments bhi aa rhe hein.. samaj hii nahi aaata kaun sahi hai.
Kya aapne kriya yog kia hai sir?
@@user-xf3yg7kd7v प्रिय जिज्ञासु जी, आप के 8 मिनट में तीन संदेश आप के अंतर में क्रिया योग की तीव्र जिज्ञासा का स्पष्ट प्रमाण है। आप रात्रि सोने से पूर्व एवम प्रातः उठते ही आर्तभाव से निरंतर ईश्वर के प्रति समर्पण के भाव से नित्य भाव विभोर होकर पुकार करें कि हे प्रभु मुझे अपने सानिध्य की उपलब्धि हेतु मेरा मार्गदर्शन करें। ऐसा करते करते आप के हृदय में जैसे जैसे ईश्वर के प्रति प्रेम का बीजारोपण होगा व हृदय भाव विभार होगा आप के नेत्रों से उस के प्रेम में अश्रु धारा रोके न रुकेगी और जब यह स्थिति निरंतर उत्पन्न होने लगे तो समझ लेना आप के मार्गदर्शक आप के अत्यंत निकट होगा जो आप की अंतर यात्रा को गतिमान करने में आप पर अपनी कृपा अवश्य बरसायेगा ऐसा मेरा अनुभव है। आप की अंतर्यात्रा के प्रेममय एवम आनंदमय भविष्य के लिए कोटि कोटि मंगल कामनाएं। धन्यवाद एवम नमन।
@@RakeshKumar-ky3kz kya aapka mail ya aap mujhe de sakte hein sir?
Pranam gurudev 🙏
Jai guru ji
Pranam guruji 🙏🌹🌹🌹🌹🌹
Very very thanks gurudev 🙏
🙏
pranam GURUJI
⚘⚘⚘⚘🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐पूज्य गुरुदेव जी को शादर प्रणाम!
🙏🙏🙏