रे रूह करे ना कछू अपनी (खिलवत) | Re Rooh Kare Na Kachhu Apni (Khilwat) - Raajan Swami

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  • Опубліковано 11 жов 2024
  • वाणी चर्चा-
    रे रूह करे ना कछू अपनी, के तूं उरझी उमत माहें।
    उमर गई गुन सिफत में, तोहे अजूं इस्क आया नाहें।।
    (खिलवत 10/1)
    प्रवक्ता- श्री राजन स्वामी
    स्थान - श्री प्राणनाथ ज्ञानपीठ, सरसावा
    अवसर - वार्षिक महोत्सव, अप्रैल 2017
    अधिक जानकारी के लिए देखें-
    www.spjin.org

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