बहुत सुंदर और सराहनीय कार्य किया था माननीय संजय गांधी जी ने और सुल्ताना बेगम ने हम चार हमारे अट्ठारह नहीं चाहिए देश को बल्कि हम दो हमारे दो चाहिए देश को ❤❤❤
तभी तो ये स्थिति आ गयी की देश मे जानवर से ज्यादा इन्सान बढ़ गया अगर ये कानून 1980 मे बन गया होता तो देश कितना खुशहाल होता छोटा परिवार सुखी परिवार हम लोग 2 एक भाई बहन होते और माता पिता आज बेरोजगारी चरम पर है इसका कारण जन्सख्यां
संजय गांधी एक बहुत ही सक्षम दृढ़निश्चयी प्रगतिशील सोच वाले व्यक्ती थे दस पंद्रह साल अगर राजनीति मे रह जाते तो निश्चित ही देश की दिशा कुछ और होती सिर्फ जुमलेबाज़ी नहीं होती सही मायने मे विकास होता उन पांच सूत्री मांगों की आज भी सबसे ज्यादा ज़रूरत है
काँग्रेस के कार्यकाल में जो सोना देश को गिरवी रखना पडा था वह जुमले बाज लोगोन के कार्यकाल मे देश मे आया और आ रहा हैं और एक भूतपूर्व RBI governor के कार्यकाल में ऑईल बॉण्ड्स को भी आप के जुमले बाज लोगो ने ही चुकाया हैं मगर हमे उससे क्या लेना देना| हम तो चीन के साथ secret agreement करने वालो को ही मानेंगे और देश हित मे काम करने वालो को कोसेंगे|
@@ravindradeshpande7007In sabko pta hai ki Sanjay Gandhi ki is ghatiya niti k karan us samay 16, 17 saal tak k hindu bachchon ki nasbandi kra di gyi thi forcefully aur muslamaan ki to nasbandi ki nahin ja skti kyu ki bachche to %#^# den hai . Fir bhi gulami ja nahin rahi Inke dimag se Raul vinci sbke saamne exposed hai to Sanjay ka Naam leke malik ko khush karo , jabki sanjay ki widow wife or uske chhote bachche ko inki malkin ne ghar se nikal diya tha . Bechare vinci supporter .
Sanjay Gandhi was an educated,visionary and nationalist politician.His policies were excellent but were implemented in wrong way by his advisers and officers.Due to unfortunate plane crash,we lost a good administrator.
देश को संजय गांधी जैसे दूरदर्शी नेताओं की परम आवश्यकता है क्योंकि देश हित में टेढ़ी उंगली करनी पड़ती है। आपातकालीन स्थिति में कुछ कमियां हो सकती हैं लेकिन कानून का पालन बिना भेद भाव के हुआ और जबरदस्त अनुशासन देखा गया था।
@@manojswami0795 अरै भाई वो ईदरा ने वोट बैंक के चक्कर में हिंदुओं की तरह घुमा दी थी स्वार्थी चाटुकार नोटरशाज्ञी से मिलकर यहीं से संजय ईदरा में नफरत बढी ओर ऐक दिन संजय को उफर जाना पड़ा ईदरा ऐक अच्छी मां नहीं थी सोच ईस संगठन कि सोछ कितनी घटिया है
संजय गांधी देश का विकास चाहते थे और रुखसाना सुल्ताना ईमानदारी से संजय गांधी के लक्ष्य को पूरा कर रही थी, ना कि वह संजय गांधी का राजनीतिक कैरियर बर्बाद कर रही थी।
संजय गांधी यदि होते तो आरएसएस और भाजपा कभी की खत्म होचुके होते सजंय गांधी डिक्टेटर थे पर दूर दर्शी भी थे सजंय गांधी के पांच सूत्री कार्यक्रम काफी सफल रहा जिसका एक हिस्सा वृक्षारोपण आज भी है संजय गांधी डिक्टेटर तो ज़रूर थे पर राष्ट्र हित की सोच थी सजंय गांधी की बड़ी तबाही का सबब बंसी लाल थे बंसी लाल ने संजय गांधी को निरन्तर गुमराह किया
संजय गांधी होता तो आज भारत में वक्फ बोर्ड नहीं होता धर्म के अनुसार कानून नहीं होता ऐक देश ऐक शिक्षा ऐक देश ऐक चुनाव होता धारा 370 कब कि हट जाती देश में जो नफरत कोंग्रेस , वामपंथी यों ने बढाई ये नहीं बढती,सिमी,पिऐफआई कभी नहीं बनने देता इसलिए ईदरा, मुस्लिम लोबी संजय गांधी के विरोधी थे
पिओके भारत में होता पापिस्तान घुशपेठ आतंकवाद नहीं कर पाता चीन के मोवो कि तरह राष्ट्रवाद होता भारत में छद्म धर्मनिरपेक्षता नहीं होता राष्ट्रवाद होता तुष्टिकरण कि राजनीति नहीं होती लैकिन संजय गांधी के साथ धोखा घर में ही हुआ वोट बैंक के चक्कर में
भाई कोई नेहरू को पसंद नहीं कर रहा था जब सदस्य कीबोर्ड पढ़ रहे थे गांधीके जमाने में सबसे ज्यादा और सरदार वल्लभभाई पटेल को मिले थे यह तो साला बहुत बड़ाही आस्था नेहरू
आपको एक और ऐसी शख्सियत के बारे में भी खोजबीन कर के एक एपिसोड बनाना चाहिए, जिसने अकेले ही संजय गांधी और इंदिरा गांधी की नाक में दम कर दिया था |.... वो थे इन्द्रसेन जौहर या I S Jauhar. एक बेहद प्रतिभाशाली व्यक्ति जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी भारत में ही काम करने के सपने के साथ एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे थे | दो-दो विषयों में Ph. D. की थी उनहोंने लेकिन फिर क्या हुआ जो वे फ़िल्मी दुनिया में आ गए ? यहाँ पर भी वे कई तरह के काम बखूबी करने लगे | लेकिन इसके साथ ही वे थियेटर भी करने लगे और निर्देशक बन गए | जौहर के बड़े भाई यश जौहर भी फ़िल्मी दुनिया में पहले से ही थे लेकिन छोटे भाई ने कम समय में ही बड़ा नाम कमा लिया था| आई एस जौहर की देव आनन्द और उनके भाई विजय से बड़ी मित्रता थी | जिसके कारण देव आनन्द की एक फिल्म में उन्होंने एक गाना रुखसाना सुलतान को चिढाने के लिए डलवाया था "रुखसाना रुखसाना हमसे दो बातें करके चली जाना ... कि मौसम है दीवाना ...." क्यों किया था ऐसा ? इसका नतीजा क्या हुआ था? ... इसके बाद जौहर को तो लम्बे समय तक देश के बाहर रहना पडा लेकिन देव आनन्द और किशोर कुमार ने भी देश में ही परेशानी उठाई थी| आई एस जौहर ने उस समय की सबसे क्रांतिकारी हरकत की थी जब उनहोंने नसबंदी नाम से एक कॉमेडी फिल्म बना डाली | इस फिल्म को उन्होंने बड़ी ही चालाकी से विज्ञापन के नाम से शूट किया था लेकिन जब रुखसाना को इसकी असलियत पता चली तो उसने घबरा के इनको बहुत धमकाया और फिल्म के प्रिंट मांगे | जौहर ने फिल्म के प्रिंट को चुपके से अपने हॉलीवुड के दोस्तों के साथ विदेश भिजवा दिया और बाद में खुद भी वहीं की एक फिल्म करने के बहाने से अमरीका भाग कर अपनी जान बचाई थी | ... फिल्म बाद में जनता पार्टी सरकार के समय प्रदर्शित हुई थी | आज कहाँ है पता नहीं | जौहर अपने समय में पत्रकारिता भी करते थे और ब्लिट्ज और इलस्ट्रेटेड वीकली में लगातार अपना व्यंग्य लेख लिखते थे | रेडियो पर भी उनका साप्ताहिक कार्यक्रम "जौहर के जवाब" विविध भारती पर बड़ा लोकप्रिय था | जौहर ने किस से विवाह किया था? अभी उनके परिवार में कौन कौन हैं ? यश जौहर के पुत्र करन से इनका क्या नाता है? यूं तो इन्द्रसेन जौहर कर्ण जौहर के चाचा लगते थे लेकिन यह देखकर कई लोगों को भी उत्सुकता होती है कि कर्ण की सूरत अपने पिता से कम और चाचा जी से हूबहू मिलती है | यह और बात है कि कर्ण आज अपने इस महान परम प्रतिभाशाली चाचा जी के बारे में कोई बात कभी भी नहीं करते | *** एक गज़ब की घटना-- I S Jauhr वो अकेले व्यक्ति रहे हैं इस संसार के .... जिसको आयकर अधिकारियों ने रिश्वत देकर अपनी जान छुड़ाई थी | क्या था वो किस्सा? मालूम करिए | कसम से, इन्द्रसेन जौहर के जीवन पर एक पूरी मसालेदार शानदार फिल्म बन सकती है जिसमे सफल होने की पूरी ताकत होगी | काश कोई बनाए | आप कृपया एक कड़ी जरूर बनाइये और जौहर की रुखसाना और संजय गांधी से हुई दोस्ती और लड़ाई की कहानी भी बताइयेगा | फारूख अब्दुल्ला को भी मालूम है इस बारे में |
@@vijayakumarhiremath4288 धन्यवाद | दुःख होता है यह देख कर कि इतने प्रतिभाशाली व्यक्ति को उसके अपने कार्य क्षेत्र के लोगों और उस भतीजे ने ही भुला दिया जो अपने को किंगमेकर मानता है |... लेकिन आज यह खबर सुनकर I S Jauhar जी की आत्मा को सुकून मिला होगा कि करन का प्रोडक्शं हाउस 50% बिक गया | ... एक फिल्म उसने अपने चाचा पर ही बना दी होती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता |
@@parultrivedi3594 दिलीप कुमार या सायरा बानो से इनके रिश्ते का तो पता नहीं, लेकिन एक रिश्तेदारी बिलकुल पक्की है | रुखसाना सुल्तान कुल 3 बहनें थी, पहली तो स्वयं रुखसाना, दूसरी सलमा सुलतान ( वही जो संजय गांधी से दोस्ती के चलते दूरदर्शन में हिन्दी समाचार वाचिका बन गयी थी| ये और बात है कि उच्चारण उनका कभी सही नहीं हो पाया ) जो समाचार पढ़ते समय शब्दों को खा जाने में निपुण थी | मुझे याद है कि वे श्री राजीव गांधी का नाम श्रीजीव गांधी ही पढ़ती थी पर उनको "अभयदान" हासिल था| तीसरी बहन का नाम शायद फातिमा था (ठीक से याद नहीं) और उनकी यह विशेषता थी कि वे आज के मेगा स्टार शाहरुख़ खान की अम्मी हैं | वे बहुत जल्दी दुनिया से रुखसत हो गयी थी | ... रुखसाना सुलतान के सम्बन्ध बॉम्बे के बड़े डॉन हाजी मस्तान से बड़े गहरे थे और अमृता भी उसी की संतान हैं जिनको बाद में पंजाब के एक बड़े कारोबारी ने (रुखसाना की दूसरी शादी जो उनसे हुई) गोद ले लिया था |
किसने कहा? कहीं ना कहीं देश में हिन्दू मुस्लिम दंगे होते रहते थे। कर्फ्यू लगता रहता था। आठ दस लोग पुलिस फायरिंग में मरते रहते थे। गुजरात और यूपी में बहुत होते थे। किसी न किसी मंदिर पर मुस्लिम अक्सर हमला करते रहते थे।
आप अच्छी जानकारी देते हैं। आवाज आवाज और लहजा ऐसा कि सुनते रहने को मन करता है ❤ इस चलचित्र में बस एक बात बहुत ज्यादा अखरी - रूखसाना बेगम के ऐवज में कई बार बुजुर्ग अभिनेत्री निम्मी की छवि दिखाई गई है जिनका इन बातों से कोई संबंध नहीं है। कृपया ऐसा न करें 🙏🙏🙏
@@ranitiwari4740 विनाश की नींव पर विकास की इमारत नही अंहकार और अय्याशियो की हवेलीया बनती जो एक दिन होलनाक अंत के साथ भरभरा कर हवा से जमीन में जमींदोज हो जाती हैं रही बात रुकसाना की तो हर डर्टी पिक्चर में डर्टी वुमन होती है ख़ैर रुकसाना जैसे हर गली में होती है जो आपके कतिथ विकास के द्वारा यूज़ एंड थ्रो होकर पेज वन से बाथरूम न्यूज पेपर की दर्दनाक अंत की इबारत बन ती है
ये कोंग्रेस का झुठ है युपी देश भर में दंगे अलग देश का बंटवारा होने के बाद भी होने लगे थे गृह, मंत्रालय के आंकड़े देखो रूकसाना भी इसलिए परेशान हुई थी ओर उसने संजय को राष्ट्रवाद अपनाने को कहा था लेकिन पावर में ईदरा उसके चापलूस थे
We already heard that about Sanjay Gandhi that he was very broad minded and forward thinking person!.. And now we could say about Rukhsana mam was on her target!.. She was possessive about her work!.... But politics is different!
लगता है कि संजय गांधी की सोच सही थी। लेकिन रुखसाना को नसबंदी की जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिए थी। बल्कि स्वास्थ विभाग के डॉक्टरों को और सामाजिक संगठनों को इसकी जिम्मेदारी देनी चाहिए थी।
संजय गांधी, की सोच अच्छी थी, वृक्षारोपण, जनसंख्या नियंत्रण, अतिक्रमण हटाना, देश का सौंदर्यीकरण, दाहेज प्रथा बिरोध सभी ठीक था पर नियमों का पालन उनके सहयोगियों द्वारा ठीक से नहीं किया गया...उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा..
बहुत अच्छा निर्णय था.....आज देश सच मे खुशहाल होता
बहुत सुंदर और सराहनीय कार्य किया था माननीय संजय गांधी जी ने और सुल्ताना बेगम ने हम चार हमारे अट्ठारह नहीं चाहिए देश को बल्कि हम दो हमारे दो चाहिए देश को ❤❤❤
अगर संजय गांधी की योजना सफल हो गई होती तो आज देश मै इतनी जनसंख्या नही होती,,,,संजय गांधी अमर रहे
अरे बाबा यह सही है, चीन के भी दो कदम आगे थे_ चीन ने १९७८ में___
नसबंदी ज्यातर हिंदुओ की थी
😂😂😂😂😂 sirf hindu ki
Beta tum bhi nahi hote
अगर तभी संजयजी गांधी की बात माण ली होती और आगे भी अंमल की या होता तो आज का दिन भारतवर्ष में सभी धर्मो कें लोग शांती से रहे पाते.
आज उनके जैसे नेतृत्व की बहुत आवश्यकता है।
संजय गांधी ही इस देश का रोल मॉडल होना चाहिए... great personality ❤❤❤
संजय गांधी एक दूरदर्शी नेता थे और मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं
सन्जय गांधी की सही सोच थी
Sirf hinduo ke liye 😂
सही सोच कैसे थी ? नशबंदी केवल हिन्दुओ की करवायी थी उसने |वह एक दुष्टा और षडयंत्रकरी थी |
सिर्फ हिन्दू केलिए ।और राहुल नारा दे रहे हैं- "जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागेदारी हिन्दू को चाचा भतीजे दोनों नेठगा
संजय गांधी देश में पहले दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने १९७६ मे यह सोचा, चीन के आगे दो कदम थे(१९७८)__
Mara bhi sa*la Jawani mai .abki baar mo*di par.
संजय गांधी की सही सोच थी संजय गांधी बहुत अच्छा आदमी थे
यह संजय काका की करतुत राहुल गांधी को पता करनी जरुरी है
तभी तो ये स्थिति आ गयी की देश मे जानवर से ज्यादा इन्सान बढ़ गया अगर ये कानून 1980 मे बन गया होता तो देश कितना खुशहाल होता छोटा परिवार सुखी परिवार हम लोग 2 एक भाई बहन होते और माता पिता आज बेरोजगारी चरम पर है इसका कारण जन्सख्यां
आबादी और भी बढ़ जाएगी तो, विधायक , सांसदों की पदें भी बढ़ेंगी__ आज विस्फोट, कल जनसंख्या अराजक__( कितना दूरदर्शी नेता था)__
ये खुशहाली तब तुम्हारे नसीब में नहीं होती
नसबंदी ऑन हिंदुओं की की गई थी ना की मुसलमान की
@@vijayshree594 sabhi religion &caste ka family planning program tha plantation tha
आपातकाल।२५ वर्ष तक लागू रहना चाहिए।तभी देश सुधरेगा।इस देश के नागरिक आजादी के लायक नही है
संजय गांधी एक बहुत ही सक्षम दृढ़निश्चयी प्रगतिशील सोच वाले व्यक्ती थे
दस पंद्रह साल अगर राजनीति मे रह जाते तो निश्चित ही देश की दिशा कुछ और होती
सिर्फ जुमलेबाज़ी नहीं होती सही मायने मे विकास होता
उन पांच सूत्री मांगों की आज भी सबसे ज्यादा ज़रूरत है
सही कहा आपने। संजय के बाद राजीव आए। इंदिरा और राजीव झुमलेबाजी करते रहे।
काँग्रेस के कार्यकाल में जो सोना देश को गिरवी रखना पडा था वह जुमले बाज लोगोन के कार्यकाल मे देश मे आया और आ रहा हैं और एक भूतपूर्व RBI governor के कार्यकाल में ऑईल बॉण्ड्स को भी आप के जुमले बाज लोगो ने ही चुकाया हैं मगर हमे उससे क्या लेना देना| हम तो चीन के साथ secret agreement करने वालो को ही मानेंगे और देश हित मे काम करने वालो को कोसेंगे|
@@ravindradeshpande7007In sabko pta hai ki Sanjay Gandhi ki is ghatiya niti k karan us samay 16, 17 saal tak k hindu bachchon ki nasbandi kra di gyi thi forcefully aur muslamaan ki to nasbandi ki nahin ja skti kyu ki bachche to %#^# den hai . Fir bhi gulami ja nahin rahi Inke dimag se Raul vinci sbke saamne exposed hai to Sanjay ka Naam leke malik ko khush karo , jabki sanjay ki widow wife or uske chhote bachche ko inki malkin ne ghar se nikal diya tha . Bechare vinci supporter .
@@ravindradeshpande7007 हां 1990 में उदारीकरण करने वाले थारी अम्मा के खसम नहीं थे😂
Why are you showing actor Nimmi's photo? You think viewers are mad?
उस जमाने के सबसे सही दूरदर्शी और प्रगतिशील विचारों के नेता थे आगरा में उन्ही के नाम पर संजय पैलेस है
Sanjay ji bahut Achha kam kar rahe thae
Sanjay Gandhi was an educated,visionary and nationalist politician.His policies were excellent but were implemented in wrong way by his advisers and officers.Due to unfortunate plane crash,we lost a good administrator.
सही है, आज ऐसे नेता की, देश को जरूरत है___
देश को संजय गांधी जैसे दूरदर्शी नेताओं की परम आवश्यकता है क्योंकि देश हित में टेढ़ी उंगली करनी पड़ती है। आपातकालीन स्थिति में कुछ कमियां हो सकती हैं लेकिन कानून का पालन बिना भेद भाव के हुआ और जबरदस्त अनुशासन देखा गया था।
Soch aachhe thaa.
दुरदर्शी राज नेता थे संजय गांधी ऊस वक्त कमसे कम दस साल तक इमर्जन्सी जारी रहती तो आज आपणा देश अमेरिका औंर जपान के बराबर होता
कोंग्रेस ख़त्म हो जाती ईदरा राजीव लोबी तब तो देश का भला हो सकता था अन्यथा नहीं
Bold steps taken by sanjay Gandhi
संजय गांधीजी जिंदा होते तो जो काम मोदी जी कर रहे वह काम इंदिरा जी के बाद संजय पी एम होते और करते ऐसा मेरा मानना है
😂
Very funny😂
नसबंदी सिर्फ हिंदू कि की गई थी भाई....
संजय गांधी देश नही बेचता, नोट बंदी नही होता, देश गरीबी और बेरोजगारी का आतंक नही होता और न GDP 4.5 होता और विदेश में बदनाम नही होता😮😮
@@manojswami0795 अरै भाई वो ईदरा ने वोट बैंक के चक्कर में हिंदुओं की तरह घुमा दी थी स्वार्थी चाटुकार नोटरशाज्ञी से मिलकर यहीं से संजय ईदरा में नफरत बढी ओर ऐक दिन संजय को उफर जाना पड़ा ईदरा ऐक अच्छी मां नहीं थी सोच ईस संगठन कि सोछ कितनी घटिया है
Sanjay Gandhi ki soch bahut sahi thi .
Bharat jese logo ke liye Apaatkaal jaruri hain
I salute Sanjay Gandhi ji that he is great leader of india for future development of india
संजय गांधी देश का विकास चाहते थे और रुखसाना सुल्ताना ईमानदारी से संजय गांधी के लक्ष्य को पूरा कर रही थी, ना कि वह संजय गांधी का राजनीतिक कैरियर बर्बाद कर रही थी।
ये भी सच है कि संजय गांधी नम्बर 1 अय्यास था
यू तो मुझे काँग्रेस पार्टी से नफ़रत है लेकिन Sanjey gandhi की सोच से भाग भाग हुयीं sanjey ghandi amar rhey👈✊️✊️✊️✊️
तो संजय गांधी सही मायने में सैफ़ अली ख़ान का ससुर हुआ अमृता सिंह का बाप भी
संजय गांधी एक Doordarshan राजनेता थे
Very nice small small family moment
धन्यवाद जी, आभार 🎉
आज भी चहिये संजय गांधी जेसा देश भक्त
संजय गांधी यदि होते तो आरएसएस और भाजपा कभी की खत्म होचुके होते सजंय गांधी डिक्टेटर थे पर दूर दर्शी भी थे सजंय गांधी के पांच सूत्री कार्यक्रम काफी सफल रहा जिसका एक हिस्सा वृक्षारोपण आज भी है संजय गांधी डिक्टेटर तो ज़रूर थे पर राष्ट्र हित की सोच थी सजंय गांधी की बड़ी तबाही का सबब बंसी लाल थे बंसी लाल ने संजय गांधी को निरन्तर गुमराह किया
संजय गांधी होता तो आज भारत में वक्फ बोर्ड नहीं होता धर्म के अनुसार कानून नहीं होता ऐक देश ऐक शिक्षा ऐक देश ऐक चुनाव होता धारा 370 कब कि हट जाती देश में जो नफरत कोंग्रेस , वामपंथी यों ने बढाई ये नहीं बढती,सिमी,पिऐफआई कभी नहीं बनने देता इसलिए ईदरा, मुस्लिम लोबी संजय गांधी के विरोधी थे
पिओके भारत में होता पापिस्तान घुशपेठ आतंकवाद नहीं कर पाता चीन के मोवो कि तरह राष्ट्रवाद होता भारत में छद्म धर्मनिरपेक्षता नहीं होता राष्ट्रवाद होता तुष्टिकरण कि राजनीति नहीं होती लैकिन संजय गांधी के साथ धोखा घर में ही हुआ वोट बैंक के चक्कर में
Bilkul sahi...woh rahte to aaj ek ek muslim family ke bachche ek hi hote...kitna achcha hota
@@msinha447तुम्हारे कितने हैं उसपर भी तो फ़र्क़ पड़त हां यह ज़रूर है तुम्हारी यह अंधी, और गन्दी सोच कदापि नहीं होतीा
भाई कोई नेहरू को पसंद नहीं कर रहा था जब सदस्य कीबोर्ड पढ़ रहे थे गांधीके जमाने में सबसे ज्यादा और सरदार वल्लभभाई पटेल को मिले थे यह तो साला बहुत बड़ाही आस्था नेहरू
आपको एक और ऐसी शख्सियत के बारे में भी खोजबीन कर के एक एपिसोड बनाना चाहिए, जिसने अकेले ही संजय गांधी और इंदिरा गांधी की नाक में दम कर दिया था |.... वो थे इन्द्रसेन जौहर या I S Jauhar.
एक बेहद प्रतिभाशाली व्यक्ति जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी भारत में ही काम करने के सपने के साथ एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे थे | दो-दो विषयों में Ph. D. की थी उनहोंने लेकिन फिर क्या हुआ जो वे फ़िल्मी दुनिया में आ गए ?
यहाँ पर भी वे कई तरह के काम बखूबी करने लगे |
लेकिन इसके साथ ही वे थियेटर भी करने लगे और निर्देशक बन गए | जौहर के बड़े भाई यश जौहर भी फ़िल्मी दुनिया में पहले से ही थे लेकिन छोटे भाई ने कम समय में ही बड़ा नाम कमा लिया था|
आई एस जौहर की देव आनन्द और उनके भाई विजय से बड़ी मित्रता थी | जिसके कारण देव आनन्द की एक फिल्म में उन्होंने एक गाना रुखसाना सुलतान को चिढाने के लिए डलवाया था "रुखसाना रुखसाना हमसे दो बातें करके चली जाना ... कि मौसम है दीवाना ...."
क्यों किया था ऐसा ? इसका नतीजा क्या हुआ था? ... इसके बाद जौहर को तो लम्बे समय तक देश के बाहर रहना पडा लेकिन देव आनन्द और किशोर कुमार ने भी देश में ही परेशानी उठाई थी|
आई एस जौहर ने उस समय की सबसे क्रांतिकारी हरकत की थी जब उनहोंने नसबंदी नाम से एक कॉमेडी फिल्म बना डाली | इस फिल्म को उन्होंने बड़ी ही चालाकी से विज्ञापन के नाम से शूट किया था लेकिन जब रुखसाना को इसकी असलियत पता चली तो उसने घबरा के इनको बहुत धमकाया और फिल्म के प्रिंट मांगे | जौहर ने फिल्म के प्रिंट को चुपके से अपने हॉलीवुड के दोस्तों के साथ विदेश भिजवा दिया और बाद में खुद भी वहीं की एक फिल्म करने के बहाने से अमरीका भाग कर अपनी जान बचाई थी | ... फिल्म बाद में जनता पार्टी सरकार के समय प्रदर्शित हुई थी | आज कहाँ है पता नहीं |
जौहर अपने समय में पत्रकारिता भी करते थे और ब्लिट्ज और इलस्ट्रेटेड वीकली में लगातार अपना व्यंग्य लेख लिखते थे | रेडियो पर भी उनका साप्ताहिक कार्यक्रम "जौहर के जवाब" विविध भारती पर बड़ा लोकप्रिय था |
जौहर ने किस से विवाह किया था? अभी उनके परिवार में कौन कौन हैं ?
यश जौहर के पुत्र करन से इनका क्या नाता है? यूं तो इन्द्रसेन जौहर कर्ण जौहर के चाचा लगते थे लेकिन यह देखकर कई लोगों को भी उत्सुकता होती है कि कर्ण की सूरत अपने पिता से कम और चाचा जी से हूबहू मिलती है | यह और बात है कि कर्ण आज अपने इस महान परम प्रतिभाशाली चाचा जी के बारे में कोई बात कभी भी नहीं करते |
*** एक गज़ब की घटना-- I S Jauhr वो अकेले व्यक्ति रहे हैं इस संसार के .... जिसको आयकर अधिकारियों ने रिश्वत देकर अपनी जान छुड़ाई थी | क्या था वो किस्सा? मालूम करिए |
कसम से, इन्द्रसेन जौहर के जीवन पर एक पूरी मसालेदार शानदार फिल्म बन सकती है जिसमे सफल होने की पूरी ताकत होगी | काश कोई बनाए |
आप कृपया एक कड़ी जरूर बनाइये और जौहर की रुखसाना और संजय गांधी से हुई दोस्ती और लड़ाई की कहानी भी बताइयेगा | फारूख अब्दुल्ला को भी मालूम है इस बारे में |
Good information sir
महोदय, अभिनेता के बारेमे इतनी गहराई का आप का अभ्यास तारीफ कि काबिल है, धन्यवाद,
@@vijayakumarhiremath4288 धन्यवाद | दुःख होता है यह देख कर कि इतने प्रतिभाशाली व्यक्ति को उसके अपने कार्य क्षेत्र के लोगों और उस भतीजे ने ही भुला दिया जो अपने को किंगमेकर मानता है |... लेकिन आज यह खबर सुनकर I S Jauhar जी की आत्मा को सुकून मिला होगा कि करन का प्रोडक्शं हाउस 50% बिक गया | ... एक फिल्म उसने अपने चाचा पर ही बना दी होती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता |
Rukhsana Amrita Singh ki Mata thi. Par uska Dilip Kumar SairaBanu se bhi koi rishta tha. Ye bhi bataaie pls.
@@parultrivedi3594 दिलीप कुमार या सायरा बानो से इनके रिश्ते का तो पता नहीं, लेकिन एक रिश्तेदारी बिलकुल पक्की है | रुखसाना सुल्तान कुल 3 बहनें थी, पहली तो स्वयं रुखसाना, दूसरी सलमा सुलतान ( वही जो संजय गांधी से दोस्ती के चलते दूरदर्शन में हिन्दी समाचार वाचिका बन गयी थी| ये और बात है कि उच्चारण उनका कभी सही नहीं हो पाया ) जो समाचार पढ़ते समय शब्दों को खा जाने में निपुण थी | मुझे याद है कि वे श्री राजीव गांधी का नाम श्रीजीव गांधी ही पढ़ती थी पर उनको "अभयदान" हासिल था| तीसरी बहन का नाम शायद फातिमा था (ठीक से याद नहीं) और उनकी यह विशेषता थी कि वे आज के मेगा स्टार शाहरुख़ खान की अम्मी हैं | वे बहुत जल्दी दुनिया से रुखसत हो गयी थी | ... रुखसाना सुलतान के सम्बन्ध बॉम्बे के बड़े डॉन हाजी मस्तान से बड़े गहरे थे और अमृता भी उसी की संतान हैं जिनको बाद में पंजाब के एक बड़े कारोबारी ने (रुखसाना की दूसरी शादी जो उनसे हुई) गोद ले लिया था |
हर काल में अपोजिट पार्टी के कारण देश का विकास कम होता है। रूखसाना भी सहीं थी पर कुछ लोगों को सुंदरता और विकास नहीं चाहिए।
Sahi soch desh ko sanjay jese neta ki jarurat he
मतलब अगर संजय गांधी नसबंदी करा लेते तो अमृता सिंह नहीं पैदा होती?
Sanjay Gandhi was a good leader
Sanjay ghandi was a great leader🎉
Aap young actress Nimmi ka pic ko Ruksana bataa rahe hain 🙄
He was the right man for India
दिवंगत इंदिरा गांधी जी के समय इतनी साम्प्रदायिक नफरत नहीं थी जितनी आज संघपरिवार और बीजेपी वालों ने देश में फैला दी है
हुतिया है क्या देश में कोंग्रेस ने नफरत आज़ादी से पहले ही बढा दी थी फुट डालो राज करो कोंग्रेस ईस्ट इंडिया कम्पनी कि निती रही है देश का बंटवारा
सही कहा
किसने कहा?
कहीं ना कहीं देश में हिन्दू मुस्लिम दंगे होते रहते थे। कर्फ्यू लगता रहता था। आठ दस लोग पुलिस फायरिंग में मरते रहते थे। गुजरात और यूपी में बहुत होते थे। किसी न किसी मंदिर पर मुस्लिम अक्सर हमला करते रहते थे।
आप अच्छी जानकारी देते हैं। आवाज आवाज और लहजा ऐसा कि सुनते रहने को मन करता है ❤ इस चलचित्र में बस एक बात बहुत ज्यादा अखरी - रूखसाना बेगम के ऐवज में कई बार बुजुर्ग अभिनेत्री निम्मी की छवि दिखाई गई है जिनका इन बातों से कोई संबंध नहीं है। कृपया ऐसा न करें 🙏🙏🙏
कुछ फोटो रुखसाना के नही एक्ट्रेस निम्मी के है😂
मोदी जी से परेशान है लेकिन यही बात कांग्रेस के नेता करते तो सब ठीक होता? जनता की भी सोच ना बड़ी कमाल की है
मुस्लिमो की आबादी घटती जाये यही देश हित मे रहता है
Lekin kya kare sala double jo gaya😂😂
रुकसाना जैसी जाने कितनी फसाने संजय की रासलीला की राजनीति का हिस्सा होगी
@@LalluLal-f5j अपनी निजी जिंदगी में कोई भी बहुत पाक साफ नही कम से कम वो देश के विकाश के लिए तो अच्छे थे
@@ranitiwari4740 कोई निजी जिंदगी में 400 ₹की बेइमानी करे और कोई 400 घरों को बर्बाद कर दे वाह संजय ढली हुई सांझ बन कर उसको उसके किए की सजा कुदरत
@@ranitiwari4740 विनाश की नींव पर विकास की इमारत नही अंहकार और अय्याशियो की हवेलीया बनती जो एक दिन होलनाक अंत के साथ भरभरा कर हवा से जमीन में जमींदोज हो जाती हैं रही बात रुकसाना की तो हर डर्टी पिक्चर में डर्टी वुमन होती है ख़ैर रुकसाना जैसे हर गली में होती है जो आपके कतिथ विकास के द्वारा यूज़ एंड थ्रो होकर पेज वन से बाथरूम न्यूज पेपर की दर्दनाक अंत की इबारत बन ती है
रूखसाना को कट्टरपंथियों कि सोच से नफरथ थी इसलिए उसने संजय गांधी से मिलकर राष्ट्रवाद राजनीति की शुरुआत कि वो अपनों से सताई हुई थी
Sanjay Gandhi Right Person
✓
माँ मुस्लिम और बेटी का नाम अमृता सिंह 😂
Unke Peeta Sikh the
फिता फिरोज खान बेटा राजीव गांधी पोता राहुल
सब मिक्स नॉन वेजिटेरियन लोग हैं
Naam ma ka nhi baap ka chlta he
संजय गांधी की सोच बहुत अच्छी थी
संजय गांधी the great आयर्न मॅन
✓
🎉 dynamic thought 🎉
स्वर्गीय संजय गांधी का सोच सही था लागू करने का तारिक में खामी या मतभेद की गुंजाइश है
संजय गांधी good man
संजय गांधी की सोच बिलकुल सही थी.
दूरदर्शी नेता......
उनकी सोच आज के समय मे प्रासंगिक साबित हो रही है 👌
Sanjay Gandhi was correct. He was great activist and thinker.
संजय गांधी अमर रहे
पहले से ये सब कुछ हो रहा था तो आज सिर्फ और सिर्फ योगी जी और मोदी जी ही सिर्फ बदनाम क्यों है ❤
ये कोंग्रेस का झुठ है युपी देश भर में दंगे अलग देश का बंटवारा होने के बाद भी होने लगे थे गृह, मंत्रालय के आंकड़े देखो रूकसाना भी इसलिए परेशान हुई थी ओर उसने संजय को राष्ट्रवाद अपनाने को कहा था लेकिन पावर में ईदरा उसके चापलूस थे
Sahi soch thi
s
Sanjayji really very dynamic &good Governence dene vale Leader the kas vo alive hote to in bekar politian ko janata ko jhelana nahi padata
Sanjay was man of excellent thought.
Yes sanjay gandhi was right
I salut the vison of Late sanjay gandhi ji
Sanjay Naam ke log bahut successful hote hai. Sanjay Gandhi was an absolute gem much better than the latest horrible dash dash.
Doordarshi neta 👍🇮🇳
Samjoy Gandhi was the perfect leader for India.
Sanjay Gandhi right
In between you have attached veteran actor Nimmi's photograph instead of Rukhsana Sultana...
Very nice work.
Sanjay Gandhi is best leader in the world.
Spectacular 😍😍 SINI 💖💕 MISHRA Xavier MBA Bhubaneswar Best
Sanjay ko bahut badnam kiya gaya tha. aaj 2 bachcho ke bad sabka nasbandi karna jaruri hai chahe koi dharam ho.
Tu karale apna nasbandi
Bilkul sahi hey
@nilaynitesh4798 tera kyu jaldra bhai
رخسانہ پاکستانی ڈکٹیٹر جنرل ضیاء الحق کی نزدیکی رشتہ دار تھی
संजय गांधी ने Noida की नीव रखी थी आज नोएडा को खुद देख लो....
Sanjay good leader
Sanjay Gandhi Sahi leader the....
1st comment
He was intelligent
बददिमाग संजय हिंदूओंं की संख्या कम करा दी
Sanjay ghandhi.ko.dus saal mil jate to desh aaj kuchh aur hota
Sanjay Gandhi's idea was brilliant
Sanjay Gandhi was correct and visionary, but linear thinker
Doordarsi neta the, Naman hai Sanjay ji ko
Is desh ko America bnaane keliye ye kaam sahi tha
s
We already heard that about Sanjay Gandhi that he was very broad minded and forward thinking person!.. And now we could say about Rukhsana mam was on her target!.. She was possessive about her work!.... But politics is different!
This is very good vedio
लगता है कि संजय गांधी की सोच सही थी। लेकिन रुखसाना को नसबंदी की जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिए थी। बल्कि स्वास्थ विभाग के डॉक्टरों को और सामाजिक संगठनों को इसकी जिम्मेदारी देनी चाहिए थी।
Sanjay Gandhi was a great visionary. The adverse thing with him was that he never listened to anyone. He may change India as a developed nation.
Sanjay ji bahut achcha kam kar rahe the Aaj Desh ke halat alag hote agar janshankhaya control ho jati
संजय गाँधी की.यह.योजना.बहुत अच्छी.थी.लेकिन उसको.गलत-सलत तरीक़े से.किया.जाता
अमर रहे..संजय गांधी..
He was a good thinker
संजय गांधी, की सोच अच्छी थी, वृक्षारोपण, जनसंख्या नियंत्रण, अतिक्रमण हटाना, देश का सौंदर्यीकरण, दाहेज प्रथा बिरोध सभी ठीक था पर नियमों का पालन उनके सहयोगियों द्वारा ठीक से नहीं किया गया...उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा..
Sanjay Gandhi Doordarshi leader
BAHUT ACHCHE LEADER THE SANJAY GANDHI ❤❤❤❤❤
Ye bhot sahi steps thy
2st Comment
Sanjay Gandhi top leader acchey pm hote des k lie
Today we want's sanjay Gandhi ji
संजय गांधी सही थे।
Very nice story