प्रश्न: गुरुदेव प्रणाम मेरे पिताजी का गोत्र कौंडिन्य हैं और विवाह के पहले मेरे माँ का गोत्र कौंडिन्य ही था, अर्थात् सगोत्र में विवाह किया हैं। मैं उनका सन्तान हु, अब मेरा गोत्र कौनसा होगा। अब इस परिस्थिति में मुझे कौनसे गोत्र की कन्या से विवाह करना चाहिए? क्या उसी कन्या से विवाह करना उचित होगा, जिसके माता-पिता ने सगोत्र में विवाह किया हैं..? Note: हमारा वर्ण भी हमें पता नहीं। सालो पहले हम तेलंगाना राज्य में बस चुके है।
Good massage sir ji 🙏🏻🙏🏻😊
mai roj shauliter pani pite hai bahut fayede hota hai guru ji❤
🙏🕉🌹♥️ जय सियाराम 🕉🌹♥️🙏
🙏🕉🌹♥️ जय श्री राधे जय श्री कृष्ण 🕉🌹♥️🙏
🙏🙏🙏🙏🙏 guru ji
Guruji mirgi pr video bnaye please
प्रश्न:
गुरुदेव प्रणाम
मेरे पिताजी का गोत्र कौंडिन्य हैं और विवाह के पहले मेरे माँ का गोत्र कौंडिन्य ही था, अर्थात् सगोत्र में विवाह किया हैं। मैं उनका सन्तान हु, अब मेरा गोत्र कौनसा होगा।
अब इस परिस्थिति में मुझे कौनसे गोत्र की कन्या से विवाह करना चाहिए?
क्या उसी कन्या से विवाह करना उचित होगा, जिसके माता-पिता ने सगोत्र में विवाह किया हैं..?
Note: हमारा वर्ण भी हमें पता नहीं।
सालो पहले हम तेलंगाना राज्य में बस चुके है।