जय सतनाम जी 🙏 स्वर ओर साधना मे फर्क है । स्वर 52अक्षर है भाई ओर परमात्मा ईनसे न्यारा है । नाबाजे ,ना स्वर ,ना कोई जरूरत नहीं है।ये गाने बजाने तो मन को रिझाने का साधन है ओर तीन लोक तक चलते है । जो धून ,घन्टा,मुरली ,डमरू ,ओर जो धून है ये हमारे शरीर मे तीन लोक तक है । जब चोथा लोक मे जाना है जहां जीव को मोक्ष प्राप्ती होती है वहां हर धून को छोड़ ना पड़ता है । सिर्फ ज्ञान , विवेक ही काम करता है । क्योंकी ज्ञान से ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है । ढोल बजाने से ,नाचने से, गाने से नही होता सब छोड़ ना पड़ता है । जय सतनाम जी 🙏🌹🙏
@@jai.satnam.ji. सब छोड़ के.... कबीर के इस दोहे का अर्थ निकलवाओ.. आप / --------------------------------------------------------- पहिले गुरूजी मैं जनमिया ! पीछे मेरा बड़ भाई !! धूम धाम से बाप जनमिया ! सब , से पाछे माई !! ऊँ.
मालिक के चरणों में कोटी कोटी प्रणाम
Saheb bandegi saheb
जय सतनाम जी 🙏🙏
Sat saheb guru ji
जय सतनाम जी🙏🙏
🍀जय सतनाम🍀😀
जय सतनाम 🙏
Param pujya सबागुरु satguru ji ko koti koti pranam Jay guru,जयबंदीछोड,जयसहीब,satnam,sahib bandgi fram murli dhar tah spn u p,
❤❤❤😊😊 सतनाम साहेब बंदगी गुरुजी जय हो विश्वगुरू नितीन दास साहेब जी की सदा सदा ही जय हो मेरे मालिक की सदा ही जय हो सतना
Satnam saheb bandagi guruji ❤❤🎉🎉
સાહેબ બંદગી સતનામ 🌹🌹🙆♂️🙆♂️
❤❤❤❤❤❤❤❤
साहेब बन्दगी सतनाम गुरु जी के चरनो में कोटि कोटि चरन बंदगी जय सतनाम
साहेब बंदगी साहेब जी
सत्यनाम
Nice lecture baba Ji ❤❤
साहिब बंदगी सतनाम शब्द भेदी गुरू जी❤❤❤❤❤
साहैब बन्दगी सतनाम जी 🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😊😊😊😊❤❤❤🙏🙏🙏
साहेब बन्दगी सतनाम गुरु जी मै राधा स्वामी वालो से सतसंग किया तो वो बौखला गए बहुत उनके अन्दर अहेकार आ गया सतीश कुमार लखनऊ से
उनसे प्रेम से बात करे ओर सत्संग सूनाए बुरा ना माने सच सच होता है । जय सतनाम जी 🙏🌹🙏
@@jai.satnam.ji. साहेब बन्दगी सतनाम गुरु जी के चरनो में कोटि कोटि चरन बंदगी 🌹🌹 जय सतनाम 🙏🙏🙏🙏
SAT sahib
जय सतनाम
जय सतनाम 🙏🙏
Yes
Malik ki chrdao me mera koti pdnam
Satnam Saheb bandagi
स्वर साधना की सर्वोच्च सीडी है सतनाम गुरुजी
जय सतनाम जी 🙏 स्वर ओर साधना मे फर्क है । स्वर 52अक्षर है भाई ओर परमात्मा ईनसे न्यारा है । नाबाजे ,ना स्वर ,ना कोई जरूरत नहीं है।ये गाने बजाने तो मन को रिझाने का साधन है ओर तीन लोक तक चलते है । जो धून ,घन्टा,मुरली ,डमरू ,ओर जो धून है ये हमारे शरीर मे तीन लोक तक है । जब चोथा लोक मे जाना है जहां जीव को मोक्ष प्राप्ती होती है वहां हर धून को छोड़ ना पड़ता है । सिर्फ ज्ञान , विवेक ही काम करता है । क्योंकी ज्ञान से ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है । ढोल बजाने से ,नाचने से, गाने से नही होता सब छोड़ ना पड़ता है । जय सतनाम जी 🙏🌹🙏
Hii
Satey.ki.jay
गुरुजी आपके पास क्या संगीत नहीं है संगीत के बिना सच्चा स्वर नहीं मिलेगा सतनाम
સાહેબ બંદગી.સતનામ
Satnam guroji koti koti naman
Satnam ji 🙏🌹🙏
जय सतनाम जी
जय सतनाम जी🙏🌹🙏
Sahib bandagi satnam ji
मैं मोहित साहू छत्तीसगढ़ से hu
Yes 🎉
साहिब बन्दगी सतनाम 🌼🌼
साहैब बन्दगी सतनाम जी 🙏🌹🙏
Gyani ka kaam kisi ka ninda krna nhi hota uska kaam kewal prem baathna h.
होई होई को कहिए ,उसे निन्दा नही कहते जी
@@jai.satnam.ji.
सब छोड़ के....
कबीर के इस दोहे का अर्थ निकलवाओ.. आप /
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पहिले गुरूजी मैं जनमिया !
पीछे मेरा बड़ भाई !!
धूम धाम से बाप जनमिया !
सब , से पाछे माई !! ऊँ.
आपका आनलाइन सत्संग में जुड़ना चाहता हूं साहेब जी
kahat kabir suno bhai sadho chenal ko sabscraib kre or live se jude ji 🙏🌹🙏saheb bandgi satnam
Guruji diksha leni hai
जी भाई कहां से आप
आप सब कुछ जानते हैं गुरु जी आप को हम जानते हैं आप की दया से
Malik ki chrdao me mera koti pdnam