परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
वेद कतेब झूठे नाही, झूठे हैं जो समझे नाहीं।पूर्ण गुरु सभी शब्द ग्रंथों का ज्ञाता होता है। सद ग्रंथों की पूर्ण जानकारी केवल पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के पास हैं।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है कुरान शरीफ मे प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है हम सब एक मालिक परमात्मा के बच्चे है अल्लाह की जानकारी किसी बाखबर से पूछो पूरे 21 ब्रह्माण्ड मे केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है पूर्ण गुरु है सभी धर्मों के शास्त्रों से संतभक्ति करवाते है अनमोल सत्संग है
💠जिंदा बाबा के रूप में कबीर परमेश्वर नानक जी को मिले और उन्हें सच्चखंड दिखाया और अपने से परिचित करवाया और फिर उसी परमेश्वर को जब नानक जी ने काशी में धाणक जुलाहे के रूप में कार्य करते देखा, तब नानक जी ने गुरुग्रंथ साहिब के पृष्ठ 731 पर महला 1 में अंकित वाणी में कहा कि
जीवनी हजरत मुहम्मद (सल्लाहु अलैहि वसल्लम, लेखक - मुहम्मद इनायतुल्लाह सुब्हानी, पृष्ठ नं. 307 में प्रमाण है कि हजरत मुहम्मद जी ने मुसलमानों को खून-खराबा ना करने तथा ब्याज तक भी नहीं लेने का सन्देश दिया है। फिर भी मुस्लमान धर्म में मांस का भक्षण किया जाता है जो कि अल्लाह के विधान के विरुद्ध है।
कुरआन ज्ञान देने वाले ने सूरह अंबिया-21 आयत 92, 30, 31, 32 में अपनी इबादत करने को कहा है तथा अपनी महिमा बताई है। सूरह बकरा-2 आयत नं. 255 में अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है तथा सूरह फातिर-1आयत 1-7 में समर्थ रहमान की इबादत करने को कहा है। - बाख़बर संत रामपाल जी महाराज
हजरत मुहम्मद को कुरान शरीफ बोलने वाला प्रभु (अल्लाह) कह रहा है कि वह कबीर प्रभु वही है जिसने जमीन तथा आसमान के बीच में जो भी विद्यमान है सर्व सृष्टी की रचना छः दिन में की तथा सातवें दिन ऊपर अपने सत्यलोक में सिंहासन पर विराजमान हो(बैठ) गया। क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत 59
कुरान ज्ञान दाता अल्लाह (प्रभु) किसी और पूर्ण प्रभु की तरफ संकेत कर रहा है कि ऐ पैगम्बर उस कबीर परमात्मा पर विश्वास रख जो तुझे जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिला था। पवित्र क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 58
कुरान श़रीफ के ज्ञान दाता कहते हैं कि वह अल्लाहु अकबर ही है जिसने छ: दिन में संसार को बनाया था और सातवें दिन तख्त पर जा बैठा। उसकी सम्पूर्ण जानकारी किसी बाख़बर (तत्त्वदर्शी संत) इल्मवाला से पूछो। मुझे पूरी जानकारी नहीं है। जिनको कुरान शरीफ में बाख़बर बताया गया है वह और कोई नहीं बल्कि संत रामपाल जी महाराज जी ही है
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग। दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग। कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।ऋग्वेद में सृष्टि रचना का प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 90 मंत्र 2 पूर्ण पुरुष कविर्देव सबसे बड़ा है, अर्थात सर्वशक्तिमान है तथा सर्व ब्रह्मण्ड उसी के अंश मात्र पर ठहरे हुए हैं।
It is True and Proven Knowledge given By Bakhabar Saint Rampal Jee Maharaj Kuran has Declared that only Bakhabar Saint will Give you True way of Worship and met with Allah Hu A-kabir
मुस्लिम धर्म में यह माना जाता है कि मृत्यु उपरांत क़यामत के वक़्त सभी मुसलमानों को कब्रों से निकाल कर जीवित किया जाएगा और इबादत अनुसार उन्हें जन्नत या दोजख भेजा जाएगा, फिर उनका जन्म नहीं होगा। जबकि बाख़बर संत रामपाल जी महाराज ने क़ुरान (सूरत फुरकान 25:59) में प्रमाणित करके बताया है कि बिना बाख़बर द्वारा बताई सच्ची इबादत के किसी को अल्लाह/मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। तब तक जन्म-मरण बना रहेगा अर्थात् पुनर्जन्म होता रहेगा। फैसला आपको करना है हजरत मुहम्मद जी सच्चे या आज के मुस्लिम धर्मगुरु ? हजरत मुहम्मद जी कहते हैं कि उन्होंने जन्नत में हजरत, ईसा, मूसा, दाऊद आदि को देखा जबकि नकली मुस्लिम धर्मगुरु कहते हैं कि मुसलमान कयामत तक कब्र में ही रहते हैं, फिर ईसा जी, मूसा जी व दाऊद जी जन्नत में कैसे गए ?
कुरान ज्ञान दाता कह रहा है कि अल्लाह कभी मरने वाला नहीं है तारीफ के साथ उसकी पवित्र महिमा का गुणगान किए जा, वह कबीर अल्लाह(कविर्देव) पूजा के योग्य है तथा अपने उपासकों के सर्व पापों को विनाश करने वाला है। पवित्र क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 58
अल्लाह ही मुर्शिद रूप में आता है, वह साकार है। सुरत फुर्कानि 25 आयत 59- अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन् सुम्मस्तवा अलल्अर्शि अर्रह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्) अल्लाह कबीर ने छः दिन में सृष्टि की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा। तख्त पर विराजने वाला अल्लाह साकार सिद्ध हुआ।
इस समय सब धर्मों के जानकार उस परमात्मा उस अल्लहा के बारे में सारी जानकारियां बताते है यह है असली पैगम्बर असली नमाज बतारहे है।।वह है सन्त रामपाल जी जो भवसागर से पार करेंगे ।।
Supreme God Kabir वेद, गीता, कुरान और गुरु ग्रन्थ साहेब ये सब लगभग मिलते जुलते ही हैं। यजुर्वेद के अ. 5 के श्लोक नं. 32 में, सामवेद के संख्या नं. 1400, 822 में, अथर्ववेद के काण्ड नं. 4 के अनुवाक 1 के श्लोक नं. 7, ऋग्वेद के म. 1 अ. 1 के सुक्त 11 के श्लोक नं. 4 में कबीर नाम लिख कर बताया है कि पूर्ण ब्रह्म कबीर है जो सतलोक में आकार में रहता है। गीता जी चारों वेदों का संक्षिप्त सार है। गीता जी भी उसी सतपुरुष पूर्ण ब्रह्म कबीर की तरफ इशारा करती है। गीता जी के अ. 15 के श्लोक नं. 16.17, अ. 18 के श्लोक नं. 46, 62 अ. 8 के श्लोक नं. 8 से 10 तथा 22 में, अ. 15 के श्लोक नं. 1,2,4 में उसी पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने का इशारा किया है। श्री गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ट नं. 24 पर और पृष्ट नं. 721 पर नाम लिख कर कबीर साहेब की महिमा गाई है। इसी प्रकार कुरान और बाईबल एक ही शास्त्र समझो। दोनों लगभग एक ही संदेश देते हैं कि उस कबीर अल्लाह की महिमा ब्यान करो जिसकी शक्ति से ये सब सृष्टी चलायमान हैं। कुरान शरीफ में सूरत फूर्कानि नं. 25 की आयत नं. 52 से 59 तक में कबीरन्, खबीरा, कबीरू आदि शब्द लिख कर उसी एक कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान की हुई है कि ऐ पैगम्बर (मुहम्मद)! उस कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान करो जो छः दिन में अपनी शक्ति से सृष्टी रच कर सातवें दिन तख्त पर जा बिराजा अर्थात् सतलोक में जा कर विश्राम किया। वह अल्लाह (प्रभु) कबीर है। इसी का प्रमाण बाईबल के अन्दर उत्पत्ति ग्रन्थ में सृष्टी क्रम में बाईबल के प्रारम्भ में ही सात दिन की रचना में 1:20-2:5 में है।
कुरान ज्ञानदाता हजरत मोहम्मद जी को कहता है, कि उस अल्लाह की जानकारी किसी बाखबर इल्म वाले संत से पूछो। वह बाखबर इल्म वाले संत रामपाल जी महाराज है, जो अल्लाह की संपूर्ण जानकारी रखते हैं।
सूरत 25, आयत 58 में फरमाया है इबादिही कबीरा अर्थात् कबीर नामक अल्लाह पूजा के योग्य है। उसकी इबादत करो। उस कादर अल्लाह को पहचानकर उसकी सतभक्ति करो। अल्लाह की सच्ची इबादत को सिर्फ बाख़बर/इल्मवाला ही सही-सही बता सकता है। वो बाख़बर तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं।
कुरान शरीफ (सुरत फुर्कानि 25, आयत 59) में प्रमाण है कि- जिसने आसमानों और जमीन और जो कुछ उनके बीच में है सबको छः दिन में पैदा किया, फिर तख्त पर जा विराजा (वह अल्लाह बड़ा) रहमान है, उसकी खबर किसी बाखबर (इल्मवाले) से पूछो।
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा है कि उस तत्व ज्ञान को तत्वदर्शी संतों के पास जाकर समझ उनको दण्वतप्रणाम करने से सरलता पूर्वक प्रसन्न करने से वह तत्वदर्शी संत आपको तत्व ज्ञान का उपदेश करेंगे
अल्लाह का आदेश मांस खाने का नहीं है ,कुरआन मजीद में माँस खाने की आज्ञा है, परंतु सृष्टि की उत्पत्ति करने वाले कादर अल्लाह ने बाईबल ग्रंथ में उत्पत्ति विषय के अध्याय में मनुष्यों के खाने के लिए बीज वाले छोटे-छोटे पेड़ (पौधे) तथा फलदार वृक्षों के फल बताए हैं। मांस खाने के लिए नहीं।
Bhavishya Purana ke diye gaye shlokon mein ek vyakti ka ullekh hai, jinka naam “Mahamad” ya “Mahamada” likha gaya hai. Iska arth aur isse Prophet Muhammad ke saath jodna vidvaanon ke madhya vivad ka vishay hai. Kuchh cheezein jo is vishay mein dhyan dene yogya hain: 1. Naam ka milan: Shlok mein “Mahamad” ya iske milte-julte naam ka ullekh hai, jo Prophet Muhammad ke naam se milta hai. Is wajah se kuch log isse Prophet Muhammad ki bhavishyavani maante hain. 2. Marusthal ka zikar: Shlokon mein “marusthal (Arab ke registan)” ka ullekh hai, jo Prophet Muhammad ke jeevan se sambandhit hai, kyonki unka janm Arab marusthal mein hua tha. 3. Dharm ka prachar: Is vyakti ko ek “Mleccha acharya” ke roop mein bataya gaya hai, jo ek naye dharm ka prachar karta hai. Yeh Islam ke pracharak Prophet Muhammad ke saath joda ja sakta hai. 4. Vivad aur vyakhya: • Kai vidvaan maante hain ki Bhavishya Purana ke kuch ang (jismein yeh shlok bhi shaamil hain) baad mein jode gaye ho sakte hain, aur inka asli granth se sambandh nahi hai. • Kuch log maante hain ki yeh Prophet Muhammad ka pratyaksh varnan hai, jabki kuch ise prachin rachna ka kalpnik sandarbh maante hain. Nirnayak baat: Shlokon ka pramaanik arth aur vyakhya yeh spasht nahi karte ki yah Prophet Muhammad ka varnan hai ya nahi. Yeh poori tarah vyakhyakarak ke drishtikon aur Bhavishya Purana ke alag-alag sanskaranon par adharit hai. Agar aap is vishay mein nishchit jaankari chahte hain, to asli granth aur pramanik vyakhyaon ka adhyayan zaroori hai. Or ye baat me nahi chatgpt bol raha he to kya he galat he ya fir ?😢
हजरत मुहम्मद जी का खुदा कह रहा है कि हे पैगम्बर! काफिरों का कहा मत मानना, क्योंकि वे लोग कबीर को पूर्ण परमात्मा नहीं मानते। आप मेरे द्वारा दिए इस कुरान के ज्ञान के आधार पर अटल रहना कि कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए संघर्ष करना। क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 52
हजरत मुहम्मद जी मांस नहीं खाते थे। गरीब, नबी मुहम्मद नमस्कार है, राम रसूल कहाया। एक लाख अस्सी कूं सौगंध, जिन नहीं करद चलाया।। संत गरीबदास जी ने कहा है कि नबी मुहम्मद जी को मेरा नमस्कार (सलाम) है। वे (राम) अल्लाह के (रसूल) संदेशवाहक कहलाए। बाबा आदम से लेकर अंतिम नबी हजरत मुहम्मद जी तक एक लाख अस्सी हजार नबी हुए हैं तथा जो उनके अनुयाई उस समय थे, कसम है उन्होंने छुरी चलाकर जीव हिंसा नहीं की।
In Quran Sharif Surat Furqani 25 Import 52 to 59 it is written that Kabir Paramatma visited the Takht on the seventh day, the story of creation in 6 days. By which God is proved real. 👉This information has been given by Bakhbar Sant Rampal Ji Maharaj Ji only. 🌸🌸🌸🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌺🌺🌺🌺💮💮💮💮🕊️🏵️🏵️🏵️🏵️🍃🍃🍃
According to Holy Quran Sharif the Supreme Allah is the Lord Kabir. He is the creator of everything and he is the father of all souls in the whole world. According to Holy Quran sharif it was "Allah Kabir" who created everything in just six days and sat on his throne. People should worship only "Allah Kabir"
Bandi chhod satguru rampal ji Maharaj ji ki jay ho
डंडोंतम प्रणाम परमत्मा जी
सत् साहेब जी-बन्दी छोड़ सत् गुरू रामपाल जी महराज जी की जय हो सत् साहेब
rampal ji maharaj ki jai
Sant Rampal Ji Maharaj ji ka bahut hi yatharth v vastvik Gyan hai
🙏🏳True information 🙏
कबीर, और ज्ञान सब ज्ञानणी,कबीर ज्ञान सो ज्ञान l
जैसे गोला तोब का, करता चले मैदान ll
जय हो जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय
joy ho bandichhor Rampalji bhagwanji ki
Sant Rampal Ji ki jai ho
The great knowledge.
Jay bandi chhod ki
Satguru rampal g Maharaj ki daya 🙏🙏
True God and True Sant only Sant Rampal Ji Maharaj
Jagatguru Sant rampal g Maharaj ki jai 🙏🙏
Saint Rampal ji maharaj is a real saint.
Satgurudev ji ki jai jai
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
Bandi chhod sant rampal ji Maharaj ki Jai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
राम नाम के हीरे मोती ' मैं बिखराऊं गली गली" लेलो रे कोई राम का प्यारा शोर मचाऊं गली गली ।।
सत ग्रंथ का प्रमाणित ज्ञान ही सत्य है
एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध |
कबीर संगत साधु की, कटै कोटि अपराध ||
Jai Ho बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम।🙏🙏
गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागूं पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय सत साहेब जी
चार खानी में भ्रमता कब्हु न लगता पार सो फेरा सब मिट गया मेरे सतगुरु के उपकार
Sàt Sahib ji
संत रामपाल जी कहते हैं;
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा, हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।
गोता लाऊं स्वर्ग सैं, फिरि पैठूं पाताल।
गरीबदास ढूंढत फिरूं, अपने हीरे माणिक लाल।।
वेद कतेब झूठे नाही, झूठे हैं जो समझे नाहीं।पूर्ण गुरु सभी शब्द ग्रंथों का ज्ञाता होता है। सद ग्रंथों की पूर्ण जानकारी केवल पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के पास हैं।
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
Supreme God Kabir Dev
बहुत अच्छा सत्संग है
Sat Saheb ji ki
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है कुरान शरीफ मे प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है हम सब एक मालिक परमात्मा के बच्चे है अल्लाह की जानकारी किसी बाखबर से पूछो पूरे 21 ब्रह्माण्ड मे केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है पूर्ण गुरु है सभी धर्मों के शास्त्रों से संतभक्ति करवाते है अनमोल सत्संग है
Only Saint Rampal Ji Maharaj is true Spiritual leader in whole world.
Great knowledge...
Only true spiritual thoughts
सत्य वचन
Beautiful satsnag
💠जिंदा बाबा के रूप में कबीर परमेश्वर नानक जी को मिले और उन्हें सच्चखंड दिखाया और अपने से परिचित करवाया और फिर उसी परमेश्वर को जब नानक जी ने काशी में धाणक जुलाहे के रूप में कार्य करते देखा, तब नानक जी ने गुरुग्रंथ साहिब के पृष्ठ 731 पर महला 1 में अंकित वाणी में कहा कि
Great spiritual leader
Anmol gyan
और ज्ञान सब ज्ञान डी कबीर ज्ञान सो ज्ञान जैसे गोला तोप का करता चले मैदान
कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि। ताकी संगति मति करै, होइ भक्ति में हानि।।1।।
कबीर-माँस खांय ते ढेड़ सब, मद पीवैं सो नीच। कुलकी दुरमति पर हरै, राम कहै सो ऊंच।।2।।कबीर-पापी पूजा बैठिकै, भखै माँस मद दोइ। तिनकी दीक्षा मुक्ति नहिं, कोटि नरक फल होइ।।10।।
कबीर-जीव हनै हिंसा करै, प्रगट पाप सिर होय। निगम पुनि ऐसे पाप तें, भिस्त गया नहिं कोय।।14।।
Original spiritual knowledge
कबीर साहेब अल्लाह ताला है कुल मलिक है
Sat saheb ji
जय हो बंदी छोड़ की सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय दास का सत साहेब
❤💯💯💯💯💯💯 true.
amazing knowledge
Niec satsag
Bahut achcha Gyan hai
जीवनी हजरत मुहम्मद
(सल्लाहु अलैहि वसल्लम, लेखक - मुहम्मद इनायतुल्लाह सुब्हानी, पृष्ठ नं. 307 में प्रमाण है कि हजरत मुहम्मद जी ने मुसलमानों को खून-खराबा ना करने तथा ब्याज तक भी नहीं लेने का सन्देश दिया है। फिर भी मुस्लमान धर्म में मांस का भक्षण किया जाता है जो कि अल्लाह के विधान के विरुद्ध है।
अनमोल ज्ञान
Very nice satsang
कुरआन ज्ञान देने वाले ने सूरह अंबिया-21 आयत 92, 30, 31, 32 में अपनी इबादत करने को कहा है तथा अपनी महिमा बताई है। सूरह बकरा-2 आयत नं. 255 में अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है तथा सूरह फातिर-1आयत 1-7 में समर्थ रहमान की इबादत करने को कहा है।
- बाख़बर संत रामपाल जी महाराज
Verynice message
Very nice
Great knowledge
Right
Sat Saheb to all
True gyan
हजरत मुहम्मद को कुरान शरीफ बोलने वाला प्रभु (अल्लाह) कह रहा है कि वह कबीर प्रभु वही है जिसने जमीन तथा आसमान के बीच में जो भी विद्यमान है सर्व सृष्टी की रचना छः दिन में की तथा सातवें दिन ऊपर अपने सत्यलोक में सिंहासन पर विराजमान हो(बैठ) गया। क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत 59
True knowledge ✔️✔️
कुरान ज्ञान दाता अल्लाह (प्रभु) किसी और पूर्ण प्रभु की तरफ संकेत कर रहा है कि ऐ पैगम्बर उस कबीर परमात्मा पर विश्वास रख जो तुझे जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिला था।
पवित्र क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 58
कुरान श़रीफ के ज्ञान दाता कहते हैं कि वह अल्लाहु अकबर ही है जिसने छ: दिन में संसार को बनाया था और सातवें दिन तख्त पर जा बैठा। उसकी सम्पूर्ण जानकारी किसी बाख़बर (तत्त्वदर्शी संत) इल्मवाला से पूछो। मुझे पूरी जानकारी नहीं है। जिनको कुरान शरीफ में बाख़बर बताया गया है वह और कोई नहीं बल्कि संत रामपाल जी महाराज जी ही है
True
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।
कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।ऋग्वेद में सृष्टि रचना का प्रमाण
ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 90 मंत्र 2
पूर्ण पुरुष कविर्देव सबसे बड़ा है,
अर्थात सर्वशक्तिमान है तथा सर्व ब्रह्मण्ड उसी के अंश मात्र पर ठहरे हुए हैं।
It is True and Proven Knowledge given By Bakhabar Saint Rampal Jee Maharaj
Kuran has Declared that only Bakhabar Saint will Give you True way of Worship and met with Allah Hu A-kabir
हजरत मुहम्मद जी शिवजी के लोक से आए हुए गण थे।
मुस्लिम धर्म में यह माना जाता है कि मृत्यु उपरांत क़यामत के वक़्त सभी मुसलमानों को कब्रों से निकाल कर जीवित किया जाएगा और इबादत अनुसार उन्हें जन्नत या दोजख भेजा जाएगा, फिर उनका जन्म नहीं होगा। जबकि बाख़बर संत रामपाल जी महाराज ने क़ुरान (सूरत फुरकान 25:59) में प्रमाणित करके बताया है कि बिना बाख़बर द्वारा बताई सच्ची इबादत के किसी को अल्लाह/मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। तब तक जन्म-मरण बना रहेगा अर्थात् पुनर्जन्म होता रहेगा।
फैसला आपको करना है
हजरत मुहम्मद जी सच्चे या आज के मुस्लिम धर्मगुरु ?
हजरत मुहम्मद जी कहते हैं कि उन्होंने जन्नत में हजरत, ईसा, मूसा, दाऊद आदि को देखा जबकि नकली मुस्लिम धर्मगुरु कहते हैं कि मुसलमान कयामत तक कब्र में ही रहते हैं, फिर ईसा जी, मूसा जी व दाऊद जी जन्नत में कैसे गए ?
🌹🌿Very nice video 🌿🌹
कुरान ज्ञान दाता कह रहा है कि अल्लाह कभी मरने वाला नहीं है तारीफ के साथ उसकी पवित्र महिमा का गुणगान किए जा, वह कबीर अल्लाह(कविर्देव) पूजा के योग्य है तथा अपने उपासकों के सर्व पापों को विनाश करने वाला है।
पवित्र क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 58
True spiritual knowledge
Sant Rampal ji maharaj is supreme God
अल्लाहु अक्बर का भाव है भगवान कबीर (कबीर साहेब अर्थात् कविर्देव)। फजाईले दरूद शरीफ़ में भी कबीर नाम की महिमा का प्रत्यक्ष प्रमाण छुपा नहीं है।
अल्लाह ही मुर्शिद रूप में आता है, वह साकार है।
सुरत फुर्कानि 25 आयत 59-
अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन् सुम्मस्तवा अलल्अर्शि अर्रह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्)
अल्लाह कबीर ने छः दिन में सृष्टि की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा। तख्त पर विराजने वाला अल्लाह साकार सिद्ध हुआ।
Nice
इस समय सब धर्मों के जानकार उस परमात्मा उस अल्लहा के बारे में सारी जानकारियां बताते है यह है असली पैगम्बर असली नमाज बतारहे है।।वह है सन्त रामपाल जी जो भवसागर से पार करेंगे ।।
Hi
Supreme God Kabir
वेद, गीता, कुरान और गुरु ग्रन्थ साहेब ये सब लगभग मिलते जुलते ही हैं। यजुर्वेद के अ. 5 के श्लोक नं. 32 में, सामवेद के संख्या नं. 1400, 822 में, अथर्ववेद के काण्ड नं. 4 के अनुवाक 1 के श्लोक नं. 7, ऋग्वेद के म. 1 अ. 1 के सुक्त 11 के श्लोक नं. 4 में कबीर नाम लिख कर बताया है कि पूर्ण ब्रह्म कबीर है जो सतलोक में आकार में रहता है। गीता जी चारों वेदों का संक्षिप्त सार है। गीता जी भी उसी सतपुरुष पूर्ण ब्रह्म कबीर की तरफ इशारा करती है। गीता जी के अ. 15 के श्लोक नं. 16.17, अ. 18 के श्लोक नं. 46, 62 अ. 8 के श्लोक नं. 8 से 10 तथा 22 में, अ. 15 के श्लोक नं. 1,2,4 में उसी पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने का इशारा किया है। श्री गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ट नं. 24 पर और पृष्ट नं. 721 पर नाम लिख कर कबीर साहेब की महिमा गाई है। इसी प्रकार कुरान और बाईबल एक ही शास्त्र समझो। दोनों लगभग एक ही संदेश देते हैं कि उस कबीर अल्लाह की महिमा ब्यान करो जिसकी शक्ति से ये सब सृष्टी चलायमान हैं। कुरान शरीफ में सूरत फूर्कानि नं. 25 की आयत नं. 52 से 59 तक में कबीरन्, खबीरा, कबीरू आदि शब्द लिख कर उसी एक कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान की हुई है कि ऐ पैगम्बर (मुहम्मद)! उस कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान करो जो छः दिन में अपनी शक्ति से सृष्टी रच कर सातवें दिन तख्त पर जा बिराजा अर्थात् सतलोक में जा कर विश्राम किया। वह अल्लाह (प्रभु) कबीर है। इसी का प्रमाण बाईबल के अन्दर उत्पत्ति ग्रन्थ में सृष्टी क्रम में बाईबल के प्रारम्भ में ही सात दिन की रचना में 1:20-2:5 में है।
जाकिर नाइक को संत रामपाल जी महाराज ने ज्ञान चर्चा के लिए निमंत्रण दिया, लेकिन वह नहीं आया। जबकि वह अपने आपको सभी धर्म ग्रंथ का विद्वान मानता है।
Wow
जानिये भविष्य पुराण में जिक्र
हज़रत मोहम्मद जी का
कुरान ज्ञानदाता हजरत मोहम्मद जी को कहता है, कि उस अल्लाह की जानकारी किसी बाखबर इल्म वाले संत से पूछो। वह बाखबर इल्म वाले संत रामपाल जी महाराज है, जो अल्लाह की संपूर्ण जानकारी रखते हैं।
सूरत 25, आयत 58 में फरमाया है इबादिही कबीरा अर्थात् कबीर नामक अल्लाह पूजा के योग्य है। उसकी इबादत करो। उस कादर अल्लाह को पहचानकर उसकी सतभक्ति करो। अल्लाह की सच्ची इबादत को सिर्फ बाख़बर/इल्मवाला ही सही-सही बता सकता है। वो बाख़बर तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं।
वास्तविकता यह है कि काल ही कुरान का ज्ञान दाता है। काल ने ही हजरत मुहम्मद जी को बलपूर्वक यह ज्ञान समझाया।
कुरान शरीफ (सुरत फुर्कानि 25, आयत 59) में प्रमाण है कि-
जिसने आसमानों और जमीन और जो कुछ उनके बीच में है सबको छः दिन में पैदा किया, फिर तख्त पर जा विराजा (वह अल्लाह बड़ा) रहमान है, उसकी खबर किसी बाखबर (इल्मवाले) से पूछो।
Kabir is god
❤❤❤❤❤👍👍👍👍👍👍
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा है कि उस तत्व ज्ञान को तत्वदर्शी संतों के पास जाकर समझ उनको दण्वतप्रणाम करने से सरलता पूर्वक प्रसन्न करने से वह तत्वदर्शी संत आपको तत्व ज्ञान का उपदेश करेंगे
अल्लाह का आदेश मांस खाने का नहीं है ,कुरआन मजीद में माँस खाने की आज्ञा है, परंतु सृष्टि की उत्पत्ति करने वाले कादर अल्लाह ने बाईबल ग्रंथ में उत्पत्ति विषय के अध्याय में मनुष्यों के खाने के लिए बीज
वाले छोटे-छोटे पेड़ (पौधे) तथा फलदार वृक्षों के फल बताए हैं। मांस खाने के लिए नहीं।
In Puran
Bhavishya Purana ke diye gaye shlokon mein ek vyakti ka ullekh hai, jinka naam “Mahamad” ya “Mahamada” likha gaya hai. Iska arth aur isse Prophet Muhammad ke saath jodna vidvaanon ke madhya vivad ka vishay hai. Kuchh cheezein jo is vishay mein dhyan dene yogya hain:
1. Naam ka milan:
Shlok mein “Mahamad” ya iske milte-julte naam ka ullekh hai, jo Prophet Muhammad ke naam se milta hai. Is wajah se kuch log isse Prophet Muhammad ki bhavishyavani maante hain.
2. Marusthal ka zikar:
Shlokon mein “marusthal (Arab ke registan)” ka ullekh hai, jo Prophet Muhammad ke jeevan se sambandhit hai, kyonki unka janm Arab marusthal mein hua tha.
3. Dharm ka prachar:
Is vyakti ko ek “Mleccha acharya” ke roop mein bataya gaya hai, jo ek naye dharm ka prachar karta hai. Yeh Islam ke pracharak Prophet Muhammad ke saath joda ja sakta hai.
4. Vivad aur vyakhya:
• Kai vidvaan maante hain ki Bhavishya Purana ke kuch ang (jismein yeh shlok bhi shaamil hain) baad mein jode gaye ho sakte hain, aur inka asli granth se sambandh nahi hai.
• Kuch log maante hain ki yeh Prophet Muhammad ka pratyaksh varnan hai, jabki kuch ise prachin rachna ka kalpnik sandarbh maante hain.
Nirnayak baat:
Shlokon ka pramaanik arth aur vyakhya yeh spasht nahi karte ki yah Prophet Muhammad ka varnan hai ya nahi. Yeh poori tarah vyakhyakarak ke drishtikon aur Bhavishya Purana ke alag-alag sanskaranon par adharit hai. Agar aap is vishay mein nishchit jaankari chahte hain, to asli granth aur pramanik vyakhyaon ka adhyayan zaroori hai.
Or ye baat me nahi chatgpt bol raha he to kya he galat he ya fir ?😢
हजरत मुहम्मद जी का खुदा कह रहा है कि हे पैगम्बर! काफिरों का कहा मत मानना, क्योंकि वे लोग कबीर को पूर्ण परमात्मा नहीं मानते। आप मेरे द्वारा दिए इस कुरान के ज्ञान के आधार पर अटल रहना कि कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए संघर्ष करना। क़ुरान सूरह अल-फुरकान नं. 25 आयत नं. 52
हजरत मुहम्मद जी मांस नहीं खाते थे।
गरीब, नबी मुहम्मद नमस्कार है, राम रसूल कहाया।
एक लाख अस्सी कूं सौगंध, जिन नहीं करद चलाया।।
संत गरीबदास जी ने कहा है कि नबी मुहम्मद जी को मेरा नमस्कार (सलाम) है। वे (राम) अल्लाह के (रसूल) संदेशवाहक कहलाए। बाबा आदम से लेकर अंतिम नबी
हजरत मुहम्मद जी तक एक लाख अस्सी हजार नबी हुए हैं तथा जो उनके अनुयाई उस समय थे, कसम है उन्होंने छुरी चलाकर जीव हिंसा नहीं की।
In Quran Sharif Surat Furqani 25 Import 52 to 59 it is written that Kabir Paramatma visited the Takht on the seventh day, the story of creation in 6 days. By which God is proved real.
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Me a baba golo ke chakr me nhi padta
According to Holy Quran Sharif the Supreme Allah is the Lord Kabir. He is the creator of everything and he is the father of all souls in the whole world. According to Holy Quran sharif it was "Allah Kabir" who created everything in just six days and sat on his throne. People should worship only "Allah Kabir"
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Bidhesi sakis vaido ke sath chhed chhad kiya hai
सत साहेब जी 🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
Sat Sahib Ji
राम बुलावा भेजिया, दिया कबीरा रोए।
जो सुख है सत्संग में, बैकुंठ में न होय।।
राम नाम रटते रहो जबतक घट में प्राण।
कबहु तो दिन दयाल के भनक पङेगी कान।।