बहुत सुंदर भजन गया है बार बार सुन करके भी यही लग रहा है की पहली बार सुन रहे हो बहुत बहुत प्यारी आवाज है आपकी पूरी टीम को दिल से बहुत बहुत बहुत बहुत बधाई
श्री कबीर पारख मंदिर झलारिया मेठवाडा कांकड़ जिला इंदौर में 31 दिसंबर 1व जनवरी का सत्संग भंडारा रहता है सादर आमंत्रित हैं। गुरु देव श्री सफल साहेब जी। सेवक। मदनदास 🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺
।।अथ बयालीसवां और तैतालीसवां शब्द-कबीर बीजक-सतधाम का स्वानुभव पर आधारित छंद रचना।।कबिरा खडा बाजार मे सबकी मांगे खैर। ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर हमारा। पंडित मिथ्या करो विचारा, ना सतधाम मे सृष्टी ना सिरजनहारा।।01।।थल स्थूल पवन नहि पावक, रवि शशि धरनी ना नीरा। ज्योति स्वरुपी काल निरंजन ना उहवां, वचन ना आहि शरीरा। कर्म धर्म कछु वो नहि उहवां, ना कछु मंत्र ना पूजा। संयम सहित भाव नहि एकौ, सो तो एक ना दूजा।।02।।गोरख राम एकौ नहि उहवां, ना वहाँ भेद विचारा। हरि हर ब्रम्हा नही शिव शक्ती, तिरथौ नही अचारा।।माय बाप गुरु जाके नाहि, सो दूजा कि अकेला। कहै कबीर जो अबकी समझै, सोई गुरु हम चेला।।03।।पंडित शोधि कहहुं समुझाई, जाते आवागमन नशाई। अर्थ धर्म और काम मोक्षफल, कौन दिशा बस भाई।।उत्तर दक्षिण पूरव पश्चिम, स्वर्ग पताल के माहे। बिना सतगुरु ठौर नहि कतहूं, नरक जात हो काहे।।04।।अनजाने को नरक स्वर्ग है, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जाने को नाहि। जेहि डर को सब लोग डरत है, सो डर सतधामी संत को नाहि।।05।।पाप पुण्य की शंका नाही, स्वर्ग नरक नही जाही। कहत कबीर जी सुनो हो संतो, जिसके चित्त मे अखण्ड सारशबद चाले वह चित्त सारशबद माहि समाई, और अमर पद पाहि।।06।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।,,।।
Saheb Bandgi Bahut Achcha Bhajan Jay ho
गुरु गुरु चरणों में कोटि कोटि नमन मालवा का मिथुन रेखा इंदौर
बहुत सुंदर भजन गया है बार बार सुन करके भी यही लग रहा है की पहली बार सुन रहे हो बहुत बहुत प्यारी आवाज है आपकी पूरी टीम को दिल से बहुत बहुत बहुत बहुत बधाई
🎉❤❤❤❤
Thaikyu ji veri gud ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
राम दशरथ राधेश्याम राधे राधे राधे राधे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा हरे
साहेब बंदगी
साहिब बंदगी
जय हो कबीर साहेब की
श्री 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो गुरुदेव की
नित नए अंदाज में मस्त भजन है।
वाह वाह क्या बात है ?
जयहो
🎉🎉🎉🎉🎉
🚩🚩🚩👏👏 जय हो गुरू जी
Jay gurudev 5:13 🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤Jay gurudev ❤❤
राम राम
Sat saheb
साहिब बंदगी🌺🌺🙏🙏
जय गुरुदेव
Super
Nice bro
सत साहिब बन्दगी
श्री कबीर पारख मंदिर झलारिया मेठवाडा कांकड़ जिला इंदौर में 31 दिसंबर 1व जनवरी का सत्संग भंडारा रहता है सादर आमंत्रित हैं। गुरु देव श्री सफल साहेब जी। सेवक। मदनदास 🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺
।😛😛
Saheb Bandagi
जय गुरुदेव आपको शत शत प्रणाम
🎉
जय जो पटेल साब की🌷🌷
જય j
Nice bhajan hai bhai 👌🌹
0:44
Vedo me praman he kabir dev bhagvan he 🥰
जय गुरु देव 🙏🙏
प्रजापति जी आपको शत शत प्रणाम
Jay ho
🎉Jai shiri aap mujea 🎉 maf🎉 krea🎉 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Super shab🎉🎉🎉🎉🎉👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🎌
Aap kou bahoot bahoot daunyvaad. Hai
shandar sir ji
हाय
बहुत खूब आपने गाया है साहेब जी🙏🙏🙏
संगत से गुण उपजे संगत से गुण जाए
घास वास और मिश्री तीनों एक ही भाव बिका
जय 🌹🌹🌹
Bheroo singh
जय हो गुरुदेव कि 🙏
Sat saheb ji kanwar singh yadav Rewari H R
Sat sahib ji mangalkaran Singh Chundawat mewar Rajasthan
शानदार प्रस्तुति दी
वाह बहुत खूब
मां सरस्वती की कृपा बनी रहे।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी है।
ओछी संगत मत कीजे।
जय मालवा जय मालवी
1:42
👣🌹🌻🌿🍀🌹🪴🙏🙏🌺🌼💐🌿
❤जय हो बाबा री प्रेम प्रणाम जी ❤
4
Very nice
पोल
जिला शयोपुर मध्यप्रदेश
M.
द
🚩🪔🇮🇳🙏
Thanks
नेपाल मालवीय
बहुत ही सुंदर भजन गया है आपकी मंडली को बहुत बहुत धन्यवाद
8
889
I 9
I 96
Mm mm mm
Beautiful
9
Har har ....... mahadev
सभी को प्रणाम
बहुत सुन्दर भजन है 🎉🎉🎉
😊😅😅😅
..
मी.,.
Ok
Ft ft .poii
।।अथ बयालीसवां और तैतालीसवां शब्द-कबीर बीजक-सतधाम का स्वानुभव पर आधारित छंद रचना।।कबिरा खडा बाजार मे सबकी मांगे खैर। ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर हमारा। पंडित मिथ्या करो विचारा, ना सतधाम मे सृष्टी ना सिरजनहारा।।01।।थल स्थूल पवन नहि पावक, रवि शशि धरनी ना नीरा। ज्योति स्वरुपी काल निरंजन ना उहवां, वचन ना आहि शरीरा। कर्म धर्म कछु वो नहि उहवां, ना कछु मंत्र ना पूजा। संयम सहित भाव नहि एकौ, सो तो एक ना दूजा।।02।।गोरख राम एकौ नहि उहवां, ना वहाँ भेद विचारा। हरि हर ब्रम्हा नही शिव शक्ती, तिरथौ नही अचारा।।माय बाप गुरु जाके नाहि, सो दूजा कि अकेला। कहै कबीर जो अबकी समझै, सोई गुरु हम चेला।।03।।पंडित शोधि कहहुं समुझाई, जाते आवागमन नशाई। अर्थ धर्म और काम मोक्षफल, कौन दिशा बस भाई।।उत्तर दक्षिण पूरव पश्चिम, स्वर्ग पताल के माहे। बिना सतगुरु ठौर नहि कतहूं, नरक जात हो काहे।।04।।अनजाने को नरक स्वर्ग है, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जाने को नाहि। जेहि डर को सब लोग डरत है, सो डर सतधामी संत को नाहि।।05।।पाप पुण्य की शंका नाही, स्वर्ग नरक नही जाही। कहत कबीर जी सुनो हो संतो, जिसके चित्त मे अखण्ड सारशबद चाले वह चित्त सारशबद माहि समाई, और अमर पद पाहि।।06।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।,,।।
😭😬
श
Radhe radhe
Kuldeep, 🙏🥹😭😭😭❤️🩹💔🥀🇮🇳
Delet
Sttgr
साहेब बंदगी