श्वेताश्वतरोपनिषद्-05

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 15 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 3

  • @PeerdanCharan-u8r
    @PeerdanCharan-u8r 2 місяці тому +1

  • @dpajjan112
    @dpajjan112 2 місяці тому

    आजु धन्य मैं धन्य अति जद्यपि सब बिधि हीन।
    निज जन जानि राम मोहि संत समागम दीन॥
    परम् पूज्य महाराजश्री के चरणों मे कोटि कोटि नमन् ।
    परम् पूज्य गुरुदेव श्री आशा रामजी के चरणों मे कोटि कोटि नमन ।

  • @dpajjan112
    @dpajjan112 2 місяці тому +1

    आजु धन्य मैं धन्य अति जद्यपि सब बिधि हीन।
    निज जन जानि राम मोहि संत समागम दीन॥
    परम् पूज्य महाराजश्री के चरणों मे कोटि कोटि नमन् ।
    परम् पूज्य गुरुदेव श्री आशा रामजी के चरणों मे कोटि कोटि नमन ।