भाई सच में बुरा मत मानना एक बात कहूं रिपोर्टिंग तेरे बस की नहीं है तुझे ना लोगों से बात करना आता है तेरे बड़े लोगों तेरी उम्र से बड़े लोगों की ना तो इज्जत करता है तुझे पता होना चाहिए किस तरह से लोगों को बात किया जाए साड़ी बातें मीडिया के सामने खोलकर नहीं रखा जाता प्राइवेसी भी कोई चीज होती है चुटिया सच को दिखाना सही बात है अगर किसी सच से किसी की मृत्यु हो जाए या किसी का दर्द या किसी लोगों से गलती हो गई हो और उसे लोगों को आक्रोश बढ़ जाए ऐसी न्यूज़ जरूरी नहीं होती साफ साफ मतलब दिमाग नाम की तेरे अंदर कोई भी चीज नहीं है
भाई सच में बुरा मत मानना एक बात कहूं रिपोर्टिंग तेरे बस की नहीं है तुझे ना लोगों से बात करना आता है तेरे बड़े लोगों तेरी उम्र से बड़े लोगों की ना तो इज्जत करता है तुझे पता होना चाहिए किस तरह से लोगों को बात किया जाए साड़ी बातें मीडिया के सामने खोलकर नहीं रखा जाता प्राइवेसी भी कोई चीज होती है चुटिया सच को दिखाना सही बात है अगर किसी सच से किसी की मृत्यु हो जाए या किसी का दर्द या किसी लोगों से गलती हो गई हो और उसे लोगों को आक्रोश बढ़ जाए ऐसी न्यूज़ जरूरी नहीं होती साफ साफ मतलब दिमाग नाम की तेरे अंदर कोई भी चीज नहीं है