प्रणाम आपने बहुत ही सुंदर आत्मा का ज्ञान चैतन्य ऊर्जा के बारे में जानकारी दी बहुत ही अच्छा लगा ।परंतु यह शरीर प्रारब्ध के लिखे हुए कर्म को भोगने के लिए आना ही पड़ता है
आत्मा कोई वस्तु नहीं है जो एक जगह स्थित रहती है, बल्कि एक चेतन है जो पूरे शरीर में व्याप्त है। शरीर का कोई अंग कट जाने या पूरे शरीर के नष्ट हो जाने पर आत्मा को कोई फर्क नहीं पड़ता है वो ज्यों कि त्यों बनी रहती है।
@@glamourouschannel8458 शरीर खत्म होने के बाद आतमा कैसे शरीर से निकलती है। कैसे शरीर मे प्रवेश करती है कैसे बाहर निकलती है ? शरीर मे तो रमी है पर बाहर निकलती है तब कैसी दिखाई देती है।
🎉 आत्मा और परमात्मा सच्चिदानंद स्वरुप है। दोनों अजन्मा है। आवेश शक्ति के द्वारा ही शरीर धारण करते हैं और आवेश शक्ति से ही निकलते हैं। लेकिन गर्भ में आना गर्भ में जाना आत्मा और परमात्मा का काम नहीं है। यह काम जीव का है
आपके द्वारा दी गई जानकारी वेद से मिलती जुलती है इसके लिए धन्यवाद@बाबा जय श्री मोलहेसिंह सर्वजन समुदाय सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट आर०बी० सिंह आर्य समाजसेवी अधिवक्ता माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ उत्तर प्रदेश भारत की तरफ से बहुत-बहुत धन्यवाद
शरीर साधन है।ये सत्य हो सकता है। मैं समझती हूं। प्रथ्वी हमारी आत्मा का परक्षीण , और परीक्षा का कर्म क्षेत्र है। जहां हमारी आत्मा को तपाने के लिए कर्मों की भट्टी में डाल दिया जाता है।वो भी हमें बिना बताए।उस पर भी हमारे अच्छे कर ही हमारी मर्जी बन जाते हैं कि हमें मोक्ष चाहिए या फिर से खेलने के लिए धरती। आपकी जानकारी अत्यधिक लाभप्रद है।😊
जिसे संसार के लोग आत्मा कह रहे हो वो परम चैतन्य शरीर हे जो अहसास का ऐक पुंज हे लेकिन जब वो परमात्मा का ऐहसास करता है तो पुर्ण रुपसे मिट जाता है उसी को पुर्ण मुक्ति कहा गई है आत्मा का ऐक गुण है नित्य हे इसलिए आत्मा अजर-अमर निर्बंध है और सर्वव्यापी है और ऐक ही सर्वव्यापी होता हे दो नही होते हे इसलिए आत्मा और परमात्मा ऐक ही हे🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏
मोक्क्ष उसिका मील सक्ता है जो ईश्वर को आस्तिव,कोदेखा हे ,कान सै सुना है ओे ुह शरिर पर,स्परकिया ्है ओर गयान को अनुभव किया हे ,। उसिका मौक्ष मिल सक्ता ,।,हमारे भुर्कुटि से यानि दिमाग से तिर्व गति िे निकलती है ओर वो सरा संसारको जगमा देति ।यहि है हमारि जिवन की पर्म परकाश ,।धनेवाद ।लाईक कृपया कर देना ।😊❤
मन ही शरीर और काल है मन ही प्रकार जोत स्वरूप है जिव्ह आत्मा, सोल, रुह, सुरती, ध्यान एक ही है और इश्वर इनसे परे है बस ओ स्थिर सनातन, कभी भी नही बदलता है, इस सृष्टि का मालिक अलख निरंजन काल है
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
धन्य हो गये गुरु जी आप सही मार्ग सही दिशा दिखाया जब तक इंसान ज़िन्दा है तब तक माई का लाल है वह लाल है 🔴 नहीं तो नरक नर मानें इंसान क मानें काला⚫ हो जाता मौक्ष प्राप्त करता है 🚩♥️💚💙🕵️...
This is true knowledge about braham gyan which is also explained in details in shmd bhagwat geeta but we don’t understand solely. We can only understand it by listening as is mentioned in this video. Several thanks for this.
आत्मा के संबंध में बहुत कुछ कहा गया है लेकिन सब महापुरुषों की अनुभव बहुत स्थानों पर contradictory मिलता है जैसे कि बहुत विद्वानों ने इसे सुई की नोक से कई हजार गुना छोटा कहा है और बहुत मानते हैं कि पुरे शरीर जितना है और तो कहते हैं अपना मन ही आत्मा है जब ये कहा जाता है कि आत्मा न तो जलाई जा सकती है न गीली ही ये मनुष्य के किसी काम से निरपेक्ष रहती है तो क्यों इसे मंदत्मा दुष्टत्मा आदि कहा जाता है एक उदाहरण दी जाती है कि जैसे सूर्य सबको समान प्रकाश देता है लेकिन यदि कोई उसके प्रकाश में बुरा काम करे तो सूर्य को दोषी नहीं ठहराया जा सकता परन्तु बास्विकता तो ये है है कि यदि हम सत्य जानना चाहते हैं तो हमें स्वयं अपनी मैडिटेशन द्वारा ही इसका ज्ञान होगा
Sir aapne mere bachpan ke sawaal ka javab bata Diya thanku ❤ (ek question tha jayese yha earth 🌎 par hum normal jo jo kaam hote h vo karte h mager hum paramdham mein kya hi karte h or routine kya hoti hogi vha ki please jarur bataye 😢😊
2 साल पहले मैं लगभग 1 साल तक ध्यान करता रहा मुझे परमात्मा का भी सूक्ष्म बिंदु का दर्शन हुआ गलती मैंने अपने घर में सभी को बतादिया अब मुझे दर्शन नहीं हो रहा आगे कोई मुझेमार्गदर्शन करें
जब कोई भी आत्मा वापिस अपने मूल स्थान अमरलोक में नहीं पहुंची और यही चौरासी लाख योनियों में भटक रही थी तब परमपुरुष ने अपने को मथ कर कबीर साहिब को निकाला और धरती पर जाकर आत्माओं को चेतन करने के लिए कहा, इसके लिए अनुराग सागर वाणी को पड़ने की ज़रूरत है जिसमे कबीर साहिब ने यह सृष्टि किसने बनाई पांच तत्वों का संसार और शरीरों की रचना कैसे हुई अपने प्रिय शिष्य सेठ धरम दास जी को बताया
यह ज्ञान देने के लिए हम सच्चे मन से आपका आभार प्रकट करते हैं
प्रणाम आपने बहुत ही सुंदर आत्मा का ज्ञान चैतन्य ऊर्जा के बारे में जानकारी दी बहुत ही अच्छा लगा ।परंतु यह शरीर प्रारब्ध के लिखे हुए कर्म को भोगने के लिए आना ही पड़ता है
आत्मा कोई वस्तु नहीं है जो एक जगह स्थित रहती है, बल्कि एक चेतन है जो पूरे शरीर में व्याप्त है। शरीर का कोई अंग कट जाने या पूरे शरीर के नष्ट हो जाने पर आत्मा को कोई फर्क नहीं पड़ता है वो ज्यों कि त्यों बनी रहती है।
@@glamourouschannel8458 शरीर खत्म होने के बाद आतमा कैसे शरीर से निकलती है। कैसे शरीर मे प्रवेश करती है कैसे बाहर निकलती है ? शरीर मे तो रमी है पर बाहर निकलती है तब कैसी दिखाई देती है।
🕉️नमो भगवते वासुदेवाय हे प्रभु दया करो😢🧡🙏🏻🙏🏻👏🏻👏🏻🙌🏻🙌🏻🙇🌹💫🚩🕉️💯
🎉 आत्मा और परमात्मा सच्चिदानंद स्वरुप है। दोनों अजन्मा है। आवेश शक्ति के द्वारा ही शरीर धारण करते हैं और आवेश शक्ति से ही निकलते हैं। लेकिन गर्भ में आना गर्भ में जाना आत्मा और परमात्मा का काम नहीं है। यह काम जीव का है
आपके द्वारा दी गई जानकारी वेद से मिलती जुलती है इसके लिए धन्यवाद@बाबा जय श्री मोलहेसिंह सर्वजन समुदाय सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट आर०बी० सिंह आर्य समाजसेवी अधिवक्ता माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ उत्तर प्रदेश भारत की तरफ से बहुत-बहुत धन्यवाद
शरीर साधन है।ये सत्य हो सकता है।
मैं समझती हूं। प्रथ्वी हमारी आत्मा का परक्षीण , और परीक्षा का कर्म क्षेत्र है। जहां हमारी आत्मा को तपाने के लिए कर्मों की भट्टी में डाल दिया जाता है।वो भी हमें बिना बताए।उस पर भी हमारे अच्छे कर ही हमारी मर्जी बन जाते हैं कि हमें मोक्ष चाहिए या फिर से खेलने के लिए धरती।
आपकी जानकारी अत्यधिक लाभप्रद है।😊
हं आत्मा मानव शरिर से ही
पर्मआत्म को मिल सकते हो । जेसे
मोक्ष
@@Pritamshub मोक्ष समझ लो मिल गया फिर हमारे अस्तित्व का क्या
जिसे संसार के लोग आत्मा कह रहे हो वो परम चैतन्य शरीर हे जो अहसास का ऐक पुंज हे लेकिन जब वो परमात्मा का ऐहसास करता है तो पुर्ण रुपसे मिट जाता है उसी को पुर्ण मुक्ति कहा गई है आत्मा का ऐक गुण है नित्य हे इसलिए आत्मा अजर-अमर निर्बंध है और सर्वव्यापी है और ऐक ही सर्वव्यापी होता हे दो नही होते हे इसलिए आत्मा और परमात्मा ऐक ही हे🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏
ज्ञान पिपासा शांत हुई।
पहली बार जाना आत्म का स्वरूप और शरीर के भीतर निवास स्थान।
बोहोत सुंदर परिचय आत्मा का और प्रमाधाम और शुक्कम देवलोक का परिचय अच्छा
आत्मा का बात बहुत अच्छा लगा।
जय श्री कृष्ण।👏👏👏
Very nice
आत्मा की इतनी सुंदर व्याख्या सुनकर जीवन धन्य हो गया ।राधे राधे ❤❤❤
जय श्री हरि विष्णु 🙏
ॐ नमः शिवाय 🙏
Bahut veri good bahut achcha hai SBI Gyan Dhyan ki baten aati hai phone per vah badhiya rahega veri good
फार सुंदर माहिती आहे.मीने पाहिलेला आत्मा शुक्राणू समान आहे आणि प्रकाश रूपी धूमकेतू समान आहे आणि तो स्वतंत्र नाही तो कोणाचा तरी आधार घेऊनच जीवन जगतो.
Bilkul sahi kaha aapne. Aapko yakin nahi hoga . Yeh baatein Maine atmabodh se jaanah. Yeh Moksh aur Duniya mein aana chalta rahega. Yeh mann humme nirantar Khushi aur Shanti ke liye chalati rahegi😊
मोक्क्ष उसिका मील सक्ता है जो ईश्वर को आस्तिव,कोदेखा हे ,कान सै सुना है ओे ुह शरिर पर,स्परकिया ्है ओर गयान को अनुभव किया हे ,।
उसिका मौक्ष मिल सक्ता ,।,हमारे भुर्कुटि से यानि दिमाग से तिर्व गति िे निकलती है ओर वो सरा संसारको जगमा देति ।यहि है हमारि जिवन की पर्म परकाश ,।धनेवाद ।लाईक कृपया कर देना ।😊❤
आत्मज्ञान होणे खूप जरुरी है जीवनामध्ये जय हरी
नमस्कार मैंने पहिली बार आपका वीडीओ देखा और अच्छी तरह से सुना। बहुत ही सुंदर तरकीके से प्रस्तुत किया गया है। आप सब को बहोत बहोत धन्यवाद।
mere vichar bhi aapke jese hi hai... mujhe pehli bar esa laga jese ki mere maan me jo sab aata hai vo kisi or ke maan me bhi aata hai
मन ही शरीर और काल है मन ही प्रकार जोत स्वरूप है जिव्ह आत्मा, सोल, रुह, सुरती, ध्यान एक ही है और इश्वर इनसे परे है बस ओ स्थिर सनातन, कभी भी नही बदलता है, इस सृष्टि का मालिक अलख निरंजन काल है
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
बहीण ही सुंदर परिचय दिया आपने आत्मा के बारे मे
Manab jaisa dukh aur shukh kisi jiban me nahi milega aur manab jisa sundar jiban vi kahi nahi milega jay shree hari Narayan jay shree krishna 🙏🙏
नमस्कार माऊली हे ज्ञान सर्व. लोकांपर्यंत गेले पाहिजे
बेहद विवेक पूर्ण और महत्व वाली ओचित्य पूर्ण बाते । आपको धन्यवाद जी
आत्मा के बारे मे जबरदस्त जानकारी दियी बहुत बहुत धन्यवाद....
धन्य हो गये गुरु जी आप सही मार्ग सही दिशा दिखाया जब तक इंसान ज़िन्दा है तब तक माई का लाल है वह लाल है 🔴 नहीं तो नरक नर मानें इंसान क मानें काला⚫ हो जाता मौक्ष प्राप्त करता है 🚩♥️💚💙🕵️...
Me is duniya me dubara nahi ana chahti bhagwan se binati he ki mujhe dobara is duniya me janam nade Radhe Radhe
Name jaap kro nhi aana padega pakka 😊
@@preetimeher1198 iske liye apko Moksha prapt karna hoga
Me aana chahti hu lekin ek Sarat par ki mujhe sat banane hai
@@preetimeher1198 me v yar
Andhkar se ujhalAi ki tarah chalna hoga
बहुत अच्छा जानने को मिला , सतनाम । अपने रुषिमुनियो का अमुल्य ज्ञान ।
Excellent presentation Mahatma ji extremely I like Dhan nirankar ji Maharaj
आत्मा की इतनी सुंदर व्याख्या सुनकर जीवन धन्य हो गया । कृपया अपनी आश्रम का पता तथा मोबाइल नंबर देने की कृपा करें । राधे राधे
दोनो आंखों बीच में मन का स्थान है जिव्ह आत्मा अलग स्वरूप है सुरत, ध्यान कहा संत कबीर जी ने
Very very knowledgeable and divine beautiful lesson. Heartiest regards
Apka bahut bahut dhanyawad ji. Apko sirf dhanyawad hi kar skta hu itne anmol gyan hume saralta se smjh jane k liye 🙏
ईस आत्मज्ञान को पढ़ने वाले भगत को बहुत ही धन्यवाद हमने भी पढ़के सब को लाइफ किया है।।
This is true knowledge about braham gyan which is also explained in details in shmd bhagwat geeta but we don’t understand solely. We can only understand it by listening as is mentioned in this video. Several thanks for this.
Very Wonderful Knowledge May I know all the Spritual Knowledge through your chennal thanks sir
जयश्री आत्म ज्ञान जानकारी नमं। जयश्री यमराज जय श्री धर्म राज नमः जय श्री परमात्मा नमः।।
Yah Jankari Adbhut acchi lagi Jay Shri Bhagwat Katha
Kuch kahne k liye word nhi h bas bahut santi Mila sunkr or Gyan Mila radhe radhe
आत्मा के संबंध में बहुत कुछ कहा गया है लेकिन सब महापुरुषों की अनुभव बहुत स्थानों पर contradictory मिलता है जैसे कि बहुत विद्वानों ने इसे सुई की नोक से कई हजार गुना छोटा कहा है और बहुत मानते हैं कि पुरे शरीर जितना है और तो कहते हैं अपना मन ही आत्मा है जब ये कहा जाता है कि आत्मा न तो जलाई जा सकती है न गीली ही ये मनुष्य के किसी काम से निरपेक्ष रहती है तो क्यों इसे मंदत्मा दुष्टत्मा आदि कहा जाता है एक उदाहरण दी जाती है कि जैसे सूर्य सबको समान प्रकाश देता है लेकिन यदि कोई उसके प्रकाश में बुरा काम करे तो सूर्य को दोषी नहीं ठहराया जा सकता परन्तु बास्विकता तो ये है है कि यदि हम सत्य जानना चाहते हैं तो हमें स्वयं अपनी मैडिटेशन द्वारा ही इसका ज्ञान होगा
Awesome updates ji! बेहद की परम परम शांति बापूजी!!
The. Concept of Atma is beautifully explained thanks
OM SHANTI Thank You Bhai ji Bohot achche se samajh mein aaya.
Guru ji ko koti koti naman Karta hoon
जय माता दी सब जीवों की ओर से जारी
Bahut achha विश्लेषण आत्मा की ।।।बहुत बहुत ध्यन्यबाद ।।
बहुत सुंदर व्याख्या आत्मा का किया आपने 🙏
Great sahi he
Jay gurudev ji ki wandanaiy mata di ki Jay
Aap ke chrno me sada namn he
Aatma ka gyan achcha Laga
JAI SH KRISHNA.Most valueable divine knowledge regarding soul and divine knowledge presented most beautifully for the services of humanity.
Sir aapne mere bachpan ke sawaal ka javab bata Diya thanku ❤ (ek question tha jayese yha earth 🌎 par hum normal jo jo kaam hote h vo karte h mager hum paramdham mein kya hi karte h or routine kya hoti hogi vha ki please jarur bataye 😢😊
यह सत्य है। इस मे तनिक भी सन्देह नही।
Very nice Param shanti ❤
अच्छी ज्ञान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks atman..apne mujhe cotious kar diya....satat naman....
Your explanation is very clear, and love it. This is ShivBaba s given Geeta gyan. Bhramakumari are nimmit souls of Shiv Perampita to awaken all souls.
Aapka sujhaw achchha hia par aatma gatiman hai dhanyawad ho
सबका मालिक आत्मा
🕉 santhi so beautiful talking love you maa baba BLESSED to all the people in the world 🗺 🎉❤Har pol thank you universe 🌌 pronam
ॐततसत सर्वश्रीसं सत्यमेवजयते
बहुत अच्छी बात बताई आपको प्रणाम
Aatma ka bahut sundar prichay Diya swami ji🎉🎉🎉
Behad k behad ki param param param mahashanti hai mahashanti hai mahashanti hai
Sremad Bhagavad gita ( Mata Gita ) gyan is all for moksha and that is our real purpose to achieve ... RADHEY RADHEY 🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर ,आपने आत्मा के बारे में
Jai shree radha krishna gurudevji aapko koti koti pranam .❤ Thankyou gurudevji for your nice knowledge .❤
Eye opener.....Sinverely appreciated......Jai Shree Ram
यह वीडियो आपकी बहुत अच्छी लगी
OM SHANTI
बहुत सुंदर लगता है हमें धन्यवाद
Bahut hi achha. Jai shri krishna
I am blessed to see your videos
Bohat sunder vishleshan ji 🕉️ ji 🕉️🌹🌹
Om shanti baba 🕉️🇲🇰🙏
अती सुन्दर।हर हर महादेव।
❤❤ सत्य घटना है भाई आपने बहुत अच्छा समझा है
ॐ जय सीताराम जय हो
Bhot Sundar guru aap hame sprituality se joda dhanyavad
राधे कृष्णा🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😊 om shanti
Bahot acha laga .......clear all wrong information and all questions...very thanks
ओम् नमः शिवाय. अद्भूत ज्ञान मिला.
2 साल पहले मैं लगभग 1 साल तक ध्यान करता रहा मुझे परमात्मा का भी सूक्ष्म बिंदु का दर्शन हुआ गलती मैंने अपने घर में सभी को बतादिया अब मुझे दर्शन नहीं हो रहा
आगे कोई मुझेमार्गदर्शन करें
@@examfaceno1402 don't tell again and try again
Ji aapki bat mai kus dam lga hai muje
बहुत अच्छी जानकारी दि इ अपने इस व्हिडिओ मे
अद्भुत अतीवसुन्दर वर्णन आत्मा स्वरूप का 🎉❤️🙏🌹सादर साभार प्रभुजी 🙏🌹नमन आपको 🙏🌹🪴💐
वाह अदभुत 🙌🙌🙌🙏
Satnam sakhi
Radhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe raadhe
जब कोई भी आत्मा वापिस अपने मूल स्थान अमरलोक में नहीं पहुंची और यही चौरासी लाख योनियों में भटक रही थी तब परमपुरुष ने अपने को मथ कर कबीर साहिब को निकाला और धरती पर जाकर आत्माओं को चेतन करने के लिए कहा, इसके लिए अनुराग सागर वाणी को पड़ने की ज़रूरत है जिसमे कबीर साहिब ने यह सृष्टि किसने बनाई पांच तत्वों का संसार और शरीरों की रचना कैसे हुई अपने प्रिय शिष्य सेठ धरम दास जी को बताया
आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
🌹🥀🏋️🧘💗 कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत कलेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः 🌹🥀🌹🥀🌹🥀🌹🥀🌹🥀🌹🥀🌹🥀
Bahut achi jankari aur satya hai koti koti naman🙏🙏
Om namah shivay
Parnaam hai aapko baba ji
Om Jai Shree Ram 🎉🎉
Bhagwan shiv ka ye sandesh hai jago mithe baccho
आपके द्वारा दिया जा रहा ज्ञान ही सही है इसका सही प्रमाण क्या है ॽ
और इस ज्ञान का आधार क्या है ॽ
Es jaankari ke liye Dhanywaad 🙏🏻Dhanywaad bramhand Devta 🔱 Jay shivshakti 🔱🌺🙏🏻
God is great believe in God pray for blessing 💞 waheguru God is my love life ❤
Jay baba Swami ❤🙏🌹