hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
हमे तो भगवान पर विश्वास है कि बो इस ब्रह्माण्ड में है और जो मूर्ख बोलते हैं कि जो नही दिखता बो नही होता तो इसका मतलब कि हवा नही दिखती तो क्या हवा नही होती दिमाक बुद्धि इए भी नहीं होती मेरा तो मानना है कि (भगवान तो जरूर है)
Bhagwan h ye sahi baat h kiyu ki mere sath jo ghatna hui to us ghatna main mujhe bacha ne ke liye havan kiya gaya bo ghatna jaan leva thi ram ji aur hanuman ji meri kuldevi maa ki kirpa h ki aaj main jinda hun 😊 Mere pita sankar bhagwan ki jay
भगवान है तो कहा है सिर्फ किस्से कहानी और धार्मिक पुस्तक मुझे लगता है जिसे लोग आज ईश्वर कहते हैं वह हम ही हैं यानी मनुष्य, हम ही शिव है हम ही रावण है। यही स्वर्ग है यही नर्क है
@@majedarvideo5443 tum bo log ho nach na jane agan deto batane wale Tum se mud marna bekar h ladai ke siva kuch nahin hoga tumhari najar main sav dhong h kiyu ki tum satth nahin jante acharye pirsant ko suno bageshwar dham wale guru ke paas tum se buddhi man bahut aate h haar ke siva kuch haat nahin lagta kiyu ki bo ram naam ka sahara le kr beta h dhong ka nahin
दुखालयम अशाश्वतम, भगवद गीता के अध्याय 8, श्लोक 15 का एक वाक्य है. इसका मतलब है कि यह जगह निरानंद है, लेकिन माया के भ्रम के कारण हम जीवन की दयनीय स्थिति को खुशी के रूप में स्वीकार कर लेते हैं.
Isiliye kiu ji tarkik log tark krne lagte hai ki kaise kaha kiu my kaise manu,aur ham yadi train me baithte hai to belive krlete hai ki koi na koi driver hai to duniya kon chala rha haii ye socho na cool banne ke liye bol skte hai atheist but ek koi na ki power hai na jo duniya ko chala rha hai wo hai,GOD
अच्छा तुम्हारा मानना है तुम्हारे आस्तिक, नास्तिक के बीच का ठेकेदार है ईश्वर। उसको परमात्मा ईश्वर इसलिए बोला गया ।न आस्तिक उसका अपना है न नास्तिक उसका दुश्मन। सावधान ईश्वर है कि नहीं है ये पूछने से पहले एक उच्च कोटि के वैज्ञानिक, अधिकारी,शिक्षक, डाक्टर, इन्जीनीयर इत्यादि के पास जाना तो पहले वैज्ञानिक से पूछना कि विज्ञान है कि नहीं है पूछ,पूछ कर ही आप यहां तक पहुंचे,जो भी ये सारे ज्ञानी उच्च पदों पर विराजमान हैं सबसे पूछो। फिर हम तक पहुंचो ईश्वर है कि नहीं फिर एक राह बता देंगे चलना खुद होगा। समझ में आया कि नहीं।
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@@hillolkrdas7744God is neither He nor She. God is incorporeal and sexlesss. God is the Energy that is manifested in so many forms that we see around us.
@@GAIRIKKUMARBOSE Oh I see. Then 'it' should have been the appropriate preposition to replace 'he' or 'she' for the energy-gods. Still then, it (i.e. the god) is not beyond comprehension.
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
दोस्त आपको क्या लगता है की दुनिया बन गई है या अभी भी बन हि रही है क्योंकि ब्राह्मण्ड स्थिर तो है हि नहीं उसी प्रकार मनुष्य भी नहीं पूर्णतः बना है क्योंकि मनुष्यों मे भी अभी भी विकास चल हि रहा है इसी तरह इस ब्राह्मण्ड मे कुछ भी नहीं बनकर तैयार है । चार्ल्स daarwin की जो evolution theory उसके अनुसार दुनिया मे सभी चीजों का विकास चल हि रहा है रुका नहीं है।
@@Ex-theist haha 😂 Tum bhangi-chamar hindu dharm ka proof mang rahe ho 🤦 Gautam Budhha aaj se 2500 saal pehle hue the jinhone budh dharm banaya 🙏 Unke pita ji khud ek Kshatriya Raja the 🚩 Aur Chanakya Pandit, chandragupt maurya ka Religion check karke batana 🙌
जैसे हम एक कीट पतंगे को अपनी मर्जी से चला सकते है, और उस कीट को नहीं पता धरती का आकार कितना है, तो फिर हम मनुष्य भी तो एक कीट पतंगे ही है, जो कोई हमें भी घुमा रहा हो, इधर उधर।
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@@neanderthal6779 oh you have interest to know about beyond this world also? 😆 Kyu scientists usi kaam main hi toh laga hua Hain na... Live for 1000 more years to know about beyond the world... Tab Tak woh log shayad khoj lega...
ईश्वर को मानना मूर्खता है बल्कि प्रकृति को मानना चाहिए जो आम का बीज बोने पर आम के फल के देती है और कांटे बोने पर काँटे देती है और किसी को नहीं रोकती है चाहे आप आम बोए या कांटे। ईश्वर मानना ही है तो प्रकृति को ईश्वर मानो।यदि अलग से ईश्वर मानेंगे तो फिर उलझनें पैदा होगी कि ईश्वर बलात्कार क्यों नहीं रोकता है।इसलिए महात्मा बुद्ध ने ईश्वर को नकार कर प्रकृति को सर्वोपरि बताया है।हम प्रकृति से निकले हैं और एक दिन प्रकृति मे समा जाएंगे। जैसे जल की भांप बनने पर जल दिखाई नहीं देता है ऐसे मनुष्य मरने पर दिखाई नहीं देता है।वैसे प्रकृति या ईश्वर को समझने के लिए केवल मैडीटेशन ही एकमात्र उपाय है।
Mera maana hai God ne hme vo sab gyan diya hai jise hm unhai Jaan skte, phechan skte hai, jaise ki Suryadev, Agni dev, Pawan dev, Indra dev aur inko bhe control krte hai ye teen universal law 1. Creation 2. Nurturer 3. Destruction aur ye law bhe Dark matter and Dark energy k vjhe se reality mai aay hai.. Tabhi Sanatan dharma mai mainly nature aur universal law's ko pooja gya hai.. 🤔
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।" 6.168 [17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।" [18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें। 2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा। 2:120 [21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
ईश्वर होता तो विभिन्नताओं की फेहरिस्त नहीं होता। मजे की बात है कि मानने वाले में भी आपस में उलझन हैं,न मानने वाले भी उन सब से उलझे हैं।इसका मतलब है,हम दो दुनिया में रहते हैं,एक जिसमें सब है और एक जिसमें हमारे स्वयं के बनाये विचारों की दुनिया में।जैसे जैसे हमारे विचारो की दुनिया बदलती है ,हम ईश्वर है या नहीं या कितने प्रकार से है आदि में विचरण करते हैं। हम उन्हे विचारों अनुसार चुनौति देते हैं,या मानते हैं। हमारे मस्तिष्क को यदी अन्य प्राणियों में प्रतिरोपित किया जाय तो उस प्राणी का भी विचार परिवर्तित हो जाय ।अर्थात हम अपने विचारों में जीवित रहते है
[03/05, 6:16 pm] Khalid Hasan: 2:213 كَانَ النَّاسُ أُمَّةً وَاحِدَةً فَبَعَثَ اللَّهُ النَّبِيِّينَ مُبَشِّرِينَ وَمُنذِرِينَ وَأَنزَلَ مَعَهُمُ الْكِتَابَ بِالْحَقِّ لِيَحْكُمَ بَيْنَ النَّاسِ فِيمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ ۚ وَمَا اخْتَلَفَ فِيهِ إِلَّا الَّذِينَ أُوتُوهُ مِن بَعْدِ مَا جَاءَتْهُمُ الْبَيِّنَاتُ بَغْيًا بَيْنَهُمْ ۖ فَهَدَى اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا لِمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ مِنَ الْحَقِّ بِإِذْنِهِ ۗ وَاللَّهُ يَهْدِي مَن يَشَاءُ إِلَىٰ صِرَاطٍ مُّسْتَقِيمٍ सारे मनुष्य एक ही समुदाय हैं (उन्होंने विभेद किया) तो अल्लाह ने नबियों को भेजा, जो शुभ-सूचना देनेवाले और डरानेवाले थे; और उनके साथ हक़ पर आधारित किताब उतारी, ताकि लोगों में उन बातों का जिनमें वे विभेद कर रहे हैं, फ़ैसला कर दे। इसमें विभेद तो बस उन्हीं लोगों ने, जिन्हें वह मिली थी, परस्पर ज़्यादती करने के लिए इसके पश्चात किया, जबकि खुली निशानियाँ उनके पास आ चुकी थीं। अतः ईमानवालों का अल्लाह ने अपनी अनुज्ञा से उस सत्य के विषय में मार्गदर्शन किया, जिसमें उन्होंने विभेद किया था। अल्लाह जिसे चाहता है, सीधे मार्ग पर चलाता है। [07/07, 8:12 pm] Khalid Hasan: 23:52 وَإِنَّ هَٰذِهِ أُمَّتُكُمْ أُمَّةً وَاحِدَةً وَأَنَا رَبُّكُمْ فَاتَّقُونِ और निश्चय ही यह तुम्हारा समुदाय, एक ही समुदाय है और मैं तुम्हारा रब हूँ। अतः मेरा डर रखो।" 23:53 فَتَقَطَّعُوا أَمْرَهُم بَيْنَهُمْ زُبُرًا ۖ كُلُّ حِزْبٍ بِمَا لَدَيْهِمْ فَرِحُونَ किन्तु उन्होंने स्वयं अपने मामले । (धर्म) को परस्पर टुकड़े-टुकड़े कर डाला। हर गरोह उसी पर खुश है, जो कुछ उसके पास है ।
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।" 6.168 [17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।" [18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें। 2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा। 2:120 [21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@@shashikant_97 सीधी भाषा में बोलूं तो जो पाचो तत्त्वों को नियंत्रण करने वाले, सर्वव्यापी जिनका न आदि है न अंत जो सर्वशक्ति मान है वही ब्रह्म के रूप है भगवान। और भाई हिन्दू होकर हिंदू विरोध ना करना , नही तो तुमने पाकिस्तान और बांग्लादेश बनते हुए जरूर सुना होगा केरला सहित 9 राज्यों में इसी चूतियाफे के कारण वहा हिन्दू अल्प संख्यक हो गए है अहिंसा के पुजारी ने बोले तो गांधी ने एक देश को इस्लामिक बनाया और यहa चिड़ियाघर। ऐसे ही चलता रहा न भाई तो भागने की भी जगह नहीं मिलेगी, पाकिस्तान में 18 पर्सेंटेज हिन्दू थे अभी 1 या 2 पर्सेंटेज बचे है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@shashikant_97vaise toh bhagwaan eternal hain, par ek basic definition (according to vishnu puran), one who is complete in 6 opulences : Knowledge Renunciation Strength Wealth Fame Beauty Hare Krsna🙏
जो दुखी हैं, उनको लोग बोलते है कर्म भोग रहे हो, अगर कर्म भोगना है तो ईश्वर का क्या रोल है, अगर भगवान है तो कर्म को माफ कर दे। जैसे माता पिता बच्चो की भूल को माफ कर देते है,
ईश्वर का रोल है कर्म का उचित फल देना कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥(भगवद् गीता के अध्याय 2, श्लोक 47) अर्थ:- तेरा कर्म करने में अधिकार है इनके फलो में नही. तू कर्म के फल प्रति असक्त न हो या कर्म न करने के प्रति प्रेरित न हो. आप ने बोला की ईश्वर कर्म को माफ क्यू नहीं कर देता। यदि ईश्वर ने आपको माफ कर दिया बुरे कर्म से तो हर कोई व्यक्ति बुरा कर्म करके यही सोचेगा की उनको भी माफी मिल जाएगी मान लो आपके घर से कोई चोर चोरी करके भाग गया अब वो ईश्वर से कहेगा की में तो तेरा बच्चा हु मुझे माफ करदे तो क्या उसे माफ कर देना चाहिए??? उसको यदि उसके बुरे कर्म के लिए माफी मिल गई तो वो और चोरी करेगा आतंकवादी भी तो यही सोचेंगे आतंक फैलाओ फिर माफी माँगलों फिरसे आतंक फैलाओ फिरसे माफी माँगलों। ईश्वर तो पूरे विश्व के माता पिता है वो तो अपने बच्चों को माफ कर ही देते है
Bhakti Karo agar bad karma ka dukh Kam karna hai to, ye bolte hai sb. Muje nhi samjhata... Kitna kare?? Kitni der?? Lifetime karte rahe... Aur darte darte jiye... I am frustrated.
'ईश्वर नहीं है क्युकी दीखता नहीं है 'ना मानने वालों के लिए ये भी एक तर्क तो है इसे नकारा नहीं जा सकता। हवा नहीं दिखती लेकिन है पर हवा पर्सनल्टी नहीं है ना सर...... ईश्वर की बात करते है तब हम पर्सनल्टी इमेजिन करते है 🙏
या हो सकता है ईश्वर सच में है ही नहीं, और हम लोग यूं ही लड़-झगड़ रहे हैं और हम उसे सोचने में, मानने में और जानने में फालतू का समय बर्बाद कर रहे हैं।😂😂😂 आज इंसान पांच इंद्रियों से देख,सुन और महसूस नहीं कर सकता उसको भी जानने का यंत्र बना लिया है फिर भी दूर दूर तक ईश्वर का होने का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।(हां उन यंत्र का प्रयोग इन पांच इंद्रियों से ही करते हैं)
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं। [07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?" 17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ, 17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं। [07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?" 17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ, 17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
💯Firstly Ishwar koi object nhi hai. Well kyunki object nhi hai isliye vo dekhne jaisi koi cheez ya vastu nhi hai ,ishwar ko mehsoos kiya jaa sakta hai jiska koi set pattern nhi hai na koi ek tarika ,kisi ek ke mehsus karne se kisi dusre ko mehsus bhi nhi hota ishwar aur na kisi ke kehne pe sirf man lene se ishwar mehsus kiya jaa sakta hai. ↔️In sanskrit there are two words "Sat" & "Satya" both look similar & pronunciation is also similar but there is fundamental difference.The term "Sat" means being,beingness, existence or "which exist,that which is".Whereas term "Satya" in turn means 'truthfulness' which means seeing & reporting things as they really are rather than the way we would like them to be. So 2+2 =4 is Satya or a mathematical formula ,a man made calculation that is truth as it is being reported but it is not "Sat".It is logical truth but not existential reality. Now on other hand you dream in the night. Dreams exist. So they are "Sat"/reality that is existential, but they are not Satya/truth.So difference is term Satya is truth but relative as it is temporary & term Sat is eternal reality. So there are happenings in life which are true but not existential.Then there are other occurrences that are existent but are not logically true.All mathematics is true but not existential, it is Satya but not Sat. Dreams are existential, but they are not true.God is both 'Sat' as well as 'Satya' , existential, as well as truth. Being both, God can neither be fully attained through science,which only probes truth, nor through the arts, which only explores existence.Both are incomplete in their search, because they are directed only towards one half of it. ↔️The name of that supreme existence God is as true as a mathematical formula & as real as any work of art ,it is as beautiful as a dream & as correct as a scientific formula,it contains the emotions of the heart, and the knowledge & experience of mind. If the mind overpowers the heart, science is born. If the heart overpowers the head, the domain of art is entered that is poetry, music, song, painting, sculpture.Lastly if head & heart are united,then you enter into state of attaining god.💯
अगर भगवान का साक्षात्कार किसी को जाता है तो हर कोई भगवान के पीछे हो ले गा और पृथ्वी का चक्कर बिगड़ जाए गा। सब काम छोड़कर घोर तपस्या करगे लालच में। भगवान को हमें जिस उद्देश्य के लिए भेजा है वो पुरा नही होगा।
@@tanmayll kay ap na dakha jab darshan diya nahi.bhagvan ka savk hota jes hum feel kar skt h vo be bhagati sa .mna mere akho sa dakha kyoki mere ander negative energy ha kuch sal sa ghost Bhoot.
🌟SATYA NITYA iTi SANATAN☀️ (Topic🔴1:Understanding EK BRAHMA Ditiya NASTI) Akaasat Patitang Toya Jathaa Gaschati Sagaram Sarva Deva Namaskarm *KESHABA m PratiGachati......00 OM Ke Kaibalya Datascha Sha Shranagati Ba Brahmandanathaya KESHABAya NamoNamaha...01 SATYA e Sri HARI Naameiba TRETAYA ng RAGHU Nandana DWAPAR e Sri KRISHNA Schaiba. KALAHu Khyatastu KESHABA............02 Sri KESHABA=Kaarana...... Above GOLOK Sri KRISHNA=Stula......GOLOK Dhaam. OM Naad=Shukma.......HIRANYA Gerva. Sri *KESHABA*EXPRESSed Himself(One)AnadiPurusha(Two)AdiSaktiPakuti. AnadiPurusha SriKRISHNA AdiSakti SriRADHAA And MahaLAXMI............GOLOK Dhaam. SRI KRISHNA=MahaVISHNUSrimanNARAYAN=Supreme Personality of GOD. The Universe Originated From GOLOK. Divine Mother Gave Birth ToThree Daities.(SriBrahmaa/Vishnu/Shiva) SriVishnu+Laxmi....Vaikunta Lok Shiva+Parvati..........Kailash Dhaam Brahmaa+Savitri.....Brahma Lok. Sri KESHABA All Incarnations= Sri Mina/Kruma/Baraha/Nrushinga/Bamana/ Parshuram/Ram/Balaram/Budhaa/Kalki.........32/24/Dasha Avatar Stotrm. Sri KESHABA=OM TAT SAT/Sat Chit Ananda/Satya Shiva Sundara/Stula Sukhma Kaarana/Nirgun Nirakar Niramaya/Akaala ARupa ALekha......ACHYUTA ABYAKTA CHARAMA. Sri KESHABA=OM Naad Brahma=Ek OM Kar Sat Sri Akaal=EK Brahma Ditiya NASTI=ONE ETERNAL GOD Without TWO. 🌟 SANATANA DHARMA=The ETERNAL Law🌟
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।" 6.168 [17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।" [18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें। 2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा। 2:120 [21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
Maine 13 sal man se god ki pooja ki lekin mujhe kabhi relise nahi hua to maine pooja path sab chod kar apne aducation aur garib logo ki madad karne me lag gaya kya maine galat kiya
@@vivekkumarmaurya7845सही कह रहे हो भाई मै बचपन से बीमारी से परेशान हूं मैं 16 साल से दवा खा रहा हु फिर भी आराम नही है मेरा क्या कसूर था जो मैं बचपन से दवा खाना पड़ रहा है मैं तो ईश्वर में बहुत आस्था रखता था लेकिन मुझे भी अब ईश्वर से विश्वास उठ गया है 😢😢
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
हमारा अस्तित्व ही यह साबित करता है कि कोई रचयिता है जिसने हमें बनाया है, लेकिन कोई नहीं जानता कि हमें और इस रहस्यमयी दुनिया को किसने बनाया, विचारक केवल अनुमान लगाते हैं लेकिन वास्तव में उस रचयिता के बारे में कोई नहीं जानता।
सबसे पहले तो आपको सादर प्रणाम श्रीमान 🙏🙏🙏🙏🙏 आप यह भी कहते है की अगर भगवान है तो है, नहीं है तो नहीं है! अगर हैं तो मुझे अपनी बात कहने के लिए और उसे मेरी बात सुनने के लिए किसी तीसरे की क्या जरूरत आप ऐशा भी कहते है 🙏 तो मेरा एक छोटा सा प्रश्न है आपसे की श्रीमान महोदय जी अगर शिक्षा है तो है नहीं है तो नहीं है अगर है तो मुझे उसे जानने और समझने के लिए और उस शिक्षा को मुझे समझानें के लिए किसी तीसरे की क्यों जरूरत है 🙏🙏 श्रीमान महोदय जी जिस प्रकार से आपका प्रयास जगत में शिक्षा को प्रसार करना है और आप करते भी है 🙏आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏जो आपके वजह से हमारे जैसे कितनों की आप जिंदगी सवारते है🙏 ठीक उसी प्रकार से श्रीमान महोदय जी भगवान की उपासना और भगवान पर भरोसा और भगवान की भक्ति और शक्ति की विस्तृत जानकारी हमें ऐसे तीसरे की वजह से मिलती है 🙏 रही बात की भगवान को सुनने के लिए किसी तीसरे की जरूरत क्यों है तो सुनिए , संपूर्ण जगत में सभी लोगो को पता है कि भगवान है 🙏 लेकिन उनकी आराधना कैसे करनी है उनको समझना कैसे है उनकी स्तुति कैसे करनी है और कैसे भारी से भारी संकट में भी हमें अपने इष्ट /भगवान के प्रति कैसे भरोसेमंद रहना है इन सब के संपूर्ण जानकारी और इन सब से जागृत के लिए ... मेरा ऐशा मानना है की किसी तीसरे की बिल्कुल जरूरत है .... 🙏🙏🙏🙏🙏 आपके प्रश्न के उत्तर के जवाब के प्रति मेरा यह छोटा सा प्रयास था श्रीमान......🙏 अब मेरी शब्द और मेरी भावनाएं आप बेहतर से बेहतर तरीके से समझ सकते है....... क्योंकि आपके सामने शिक्षा की बात करना मुझे ऐशा लगता है की भगवान सूर्य के सामने दीपक दिखाने के समान है ......🙏🙏🙏धन्यवाद 🙏🙏🙏 सादर प्रणाम श्रीमान महोदय जी आपको 🙏🙏🙏🙏
परमात्मा साकार है या निराकार? भगवान साकार है , मानव रूप में है। सभी पवित्र ग्रंथों में इस बात के अनगिनत प्रमाण मौजूद हैं । कि ईश्वर साकार है। जो भी संत, महंत ये कहते हैं कि ईश्वर निराकार है, उन्हें ज्ञान नहीं हैं, वो पवित्र शास्त्र की कोई जानकारी नही रखते। परमात्मा सशरीर साकार है इस बारे में प्रमाण देखें। 📖 पवित्र वेद📚 यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3 (प्रभु राजा के समान दर्शनिये है) परमात्मा साकार है व सशरीर है - यजुर्वेद परमात्मा साकार है व सशरीर है : पवित्र कुरान शरीफ़📗 सुरत-फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 मे प्रमाण अल्लाह साकार है उसका नाम कबीर है। पवित्र बाइबिल📓 उत्पत्ति ग्रंथ में प्रमाण है कि ईश्वर ने 6 दिन में सृष्टि रची और परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टी की। इससे सिद्ध होता है कि ईश्वर साकार है। पवित्र गुरु ग्रंथ साहेब📕 गुरु ग्रंथ साहेब पेज नम्बर 721, महला 1, "सिरी" मसला, पेज 25 पर भी प्रमाण मौजूद है। Web:- SupremeGod.org
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@Swastiknautiyal-w9r Maine kayi baar nastik banne ki koshish Kari mai ye sochne laga ki sari galti meri hai mujhe aur jyada mehnat karni chahiye fir achanak mere saath aisi cheezen Hui jisne mujhe ehsaas karwa diya ki bhagwan hai agar bhagwan hi sab kuchh karwa raha hai to phir socho duniyan mai kya kya ho raha hai kitna kasht logon ko uthana padta hai kehte hain ki har kisi ko sab kuchh ni milta par kisi ko to kuchh bhi nahi milta aur na hi ham use badal pate hain
@@Shubhampandey-x8s Bhai tum jo nastik ki bat kar rhe ho mujhe lagta hai wo me banne wala hu kuch time me Me bhi wahi situation per hu jaha per tum the nastikta ka vichar aane se pahle
Ishwar nahi hai, na vo hamara kuchh bigar sakta hai, na sawar sakta hai. Na hame usase kuchh fayeda hai, na nuksan, apne har karyon ka jimmedar ham khud hain ya samaj tatha vo institute hai jo hamare liye niyam banati hain.. hame apani jimmewari ko samajh ke use nibhana chahiye.... bus..
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं। [07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?" 17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ, 17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।" 6.168 [17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।" [18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें। 2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा। 2:120 [21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
Sawar tato nahi ishor lekin bigatta jarur hai maine bachpan se ishor ko pukartatha he ishor mera sab achha ho jaye bahut bada aadmi banjau me lekin aaj mujhe ishor ne sab ulta kardiya 100 kam achha karo dekhta nahi ekbar chota se galti karo jindagi bhar dukh our sankat dete hai ishor bhi bhale logoko kaise dukh dena hai sochterahetehe jina haram karte hai
One thing 100% sure... (From robot example) God ne hame six sense nhi diya jise hum use jan sake... ✅ *Toh god nhi chahta hum use jane..(re-read)* *Aur hum exactly wahi kar rahe hai..* *We are idiots that we are finding god. kuch logo ne dhundh bhi liya and bhakti bhi kar rahe* *We should do better things for ourselves, other humans*
I don't know bhagwan ka naam japne se, tota banke ek word ratne se... Hamare bad karma kaise Kam honge. It should be based on, Person is guilty, accepting his mistake, striving to become a good person. Itna kafi hai. Ab usko god help nhi karega dukhi situation se bahar nikalane to kaise chalega
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@@jagpalsingh5875 bhai aisa nhi hota yr... Mai bi ek pandit ke ghar paida hua hu but ye sab andhvishwas ka virodh karta hu aur mere bht sare friends bi h Jo ye sab andhvishwas aur jaat paat ko nhi mante h... 😊😊😊 Hm jante h hmare purvajo ne apko ullu banya h uske liye we are really sorry. Apse bi yhi asha h ki ye sab nafrat ko chorkar aage bade isi me hm sabhi ka Bhala h aur ham sabi ek ache samjh bana skate h 😊😊.
आज जैसे फिल्म बनाकर पैसे कमा रहे है वैसे ही थिएटर टीवी आने से पहले काल्पनिक ग्रंथ लिखकर भगवान का अस्तित्व बताकर मंदिर दानपेटी दक्षिणा से पैसे कमा रहे थे कमा रहे है अगर आज थिएटर टीवी शिक्षा नही होता तो भगवान के समूह में और एक बाहुबली नाम का भगवान सामिल हो जाता और हमें जय श्री बाहुबली का नारा देना पड़ता
अगर सच में ईश्वर है ही तो वह खुद को छिपा क्यों रहे हैं ताकि सभी भ्रम में रहें या फिर वह खुद ही प्रत्यक्ष होना नहीं चाहते हैं। ईश्वर सच में है या नहीं है यह हमारी धारणाएं है और धरनाएं गलत भी हो सकती है। या फिर सत्य भी हो सकती है
ओ सब छोड दो... हम जिन् मुर्तियो को पुजते है ओ सचमे भगवान है क्या? क्या सच मे शिव जीने गणेश जी गर्दन उडाई ओर उन्हे फिर जिंदा किया? क्या हनुमान जी के पासिने से सच मे कोई पैदा हुआ? रावण को सच मे दस शिर थे?
@@NextSuperStar100 तो कोई केहता क्यू नहीं जो ईश्वर हम पुजते हे ओ झुट है. रामायण महाभारत एक काल्पनिक कथा है. इस आधार पर हमें धार्मिक दंगे नहीं करणे चाहिए. या फिर कोई रामायण की कोई बात केहते है जैसे विकास सर ने कही थी तो उन्हे धमकिया दी जा रही थी o गलत है .
@@sidsart1510 jinhe hum abhi ishwar mante he aur murti ke rup me pujte he vo sab spiritual energy ka incarnation or experienced darshanik form hai, jo sabse saral marg hai jise bhaki Marg kaha jata hai... Asliyat me spiritual energy(3/4th part of entire creation which is indescribable n known as spiritual energy) jise bhrahm or par-bhrahm (supreme form of spiritual energy) kehte hai usi se ye sab incarnation or devi-devta sab utpann hue hai
ईश्वर सम्बंधित आपकी स्पष्ट एवं कटुसत्य विवेचना काबिलेतारीफ है। ईश्वर अवश्य हैं लेकिन अभी भी अध्यात्म एवं विज्ञान के समझ के परे है। क्योंकि अभीतक सम्भवतः किसी नेभी ईमानदारी एवं समर्पित भावना से ईश्वर को नहीं खोजा है। अगर किसी को कुछ अनुभव भी हुआ होगा तो वे बाद में ईश्वर के नाम पर कमानेखाने लगे। वैसे ईश्वर होने का सबसे बड़ा प्रमाण है ब्रह्माण्ड, जीवजन्तु,प्रकीर्ति की रचना एवं उसका सुव्यवस्थित संचालित होना। कर्म करना हमारे हाथों में होना लेकिन उसका फल ईश्वर के हांथो में होना, जीवन,मिर्त्यु,विकलांग होना,राजा रंक के यहां पैदा होना,परिस्थिति,विपत्ति,हादसे ये सभी ईश्वर के वश में है,हमारे वश में सिर्फ समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करना है।
Atheists usually don't initiate the arguments against god/allah. It is the believers of the monotheist creator prophet-sending abrahamic personal god/allah, who has almost all good/bad qualities of a human being.
Hinduism too has thr same things, although it is considered as a polythetic religon. In thr end it is monotheistic as it was brahma who was the one God which made everthing. Islam and Christianity are more rigid in their practice and that one God.
@@yoyodude-aoe2726 Brahma (ब्रह्मा) and brahman (ब्रह्मण) are not exactly the same idea. Also, brahman and God/Allah are different in that the brahman is nirguna (निर्गुणः) which has no quality - means, it is neither good nor bad, neither benevolent nor furious. Christians 'fear' God.
@@hillolkrdas7744 that was not the point. I referred to brahma and not brahman, I know the difference. Brahma is still the one main God, as Krishna is saying in geeta that he is the one. In the end hinduism being a monotheistic religon which contains many versions of Bhrama. Allah/God are said to all good and the disciples say there's evil in the world because of free will. Which is contradictory. Also there's no proof of either of Brahma, Christ or Allah exsiting. People believe so because it's written like that in old books
अरे भाई ईश्वर है, क्योंकि कोई पागल ही होगा, स्कूल को चलाने वाला टीचर, गांव के लिए प्रधान, ऐसा मंत्री, मुख्य मंत्री, देश के लिए प्रधान मंत्री तो क्या संसार चलाने वाला ही नहीं 🤣🤣🤣 what a jock.. है भाई है इतनी बड़ी शक्ति आसानी से नहीं मिलती ।। नास्तिक लोगो से सवाल अब बताओ गाड़ी है एक वह गाड़ी किसने बनाई मान लेते अपने आप बन गई लेकिन वह गाड़ी क्या बिना इंसानी कंट्रोल के चलेगी लिख कर देता नहीं चलेगी उसके अंदर कंट्रोल ही न रखा अगर इंसान ने या अपने आप इंसान बैठ कर न चलाए तो दिखा दो मुझे वह चलेगी 1km भी बताओ कैसे चलेगी। तो एक गाड़ी अपने आप नहीं चल सकती तो क्या पूरा संसार अपने आप चल रहा कंट्रोल हो रहा, अरे भाई कोई तो है। कोई तो है बिलकुल है। वरना आज सूरज पूर्व से निकला कल दक्षिण से निकलना चाहिए क्योंकि कोई कंट्रोल करने वाला थोड़ी न है बताओ, अगर मौसम, जल जीवन वायु के सब एक नियंत्रण में है तो कोई कंट्रोल करने वाला है। वरना अपने आप नहीं चलता। अब कुछ ज्ञानी बोलेंगे gravity नाम सुना है 😂 अरे बालकों तो सुन लो फिर। एक गाड़ी है तो उसे कोई इंसानी कंट्रोल करेंगे तो चलेगी अब आप बोलोगे की नहीं गाड़ी तो पेट्रोल, डीजल से ही चलती है।😂। ठीक ऐसे जी ग्रैविटी जिसे गुरुत्वाकर्षण शक्ति कहते , है उस ईश्वर द्वारा ग्रैविटी शक्ति से ही ये सब कंट्रोल किया हुआ है। जैसे एक गाड़ी में इंसान ने डीजल से चलाया हुआ है। अब बताओ अब बोलेंगे ईश्वर कहा है। दिखता नहीं तुम विश्वास कैसे करते भाई जो तुम मोबाइल चला रहे तो जवाब देना क्या मोबाइल बिना नेटवर्क के चलता है आप बोलोगे नही तो टावर से तरंगे आती है । तो बताओ क्या आपने तरंगे देखी है आज तक अपनी आंखों से सिर्फ सुना है आपने बताओ और सबने सुना है। अब मैं आपको किसी देश में या शहर में ले जाऊं और मोबाइल चलाने को बोलूं तो मोबाइल चलेगा मैं बोलूं फिर की मोबाइल कैसे चला आप बोलोगे टावर से रेंज आती है। अब मैं आपको वहां बैठे बैठे पूछूं की टावर कहां है क्या अनजान जगह मैं बता देंगे टावर कहां है, नही तो मैं बोलूंगा की आप कैसे बोल सकते रेंज टावर से ही आ रही , क्योंकि मोबाइल चल रहा है नेट चल रहा है। इसलिए आपको न रेंज दिख रही न टावर दिख रहा है । लेकिन फिर भी विश्वास है की टावर है। टावर है। ऐसे ही संसार चल रहा है तो ईश्वर नहीं दिख रहा लेकिन वह है। ही। अपने आप तो एक पत्ता भी नहीं हिलता, यह सच है। अब फिर कुछ मूर्ख बोलेंगे ये देखो मैंने हिला दिया 😂 अगर ऐसा है । जिस दिन आपका अंतिम दिन होगा चिता पर आग होगी तो मैं आवाज डालूं की भाई पत्ता उठा दे। तो उठा लोगे तब क्या ।। बिना कंट्रोलर के संसार ऐसे नही चल रहा जो सोचते ऐसा नहीं है वह घोंचू है। और 1 no के पप्पू है। आगे से आगे share kren
भाई कया जोक मारा है गजब 😂😂😂 सारे तर्क आधार हीन है कोई लोजिक नही है इन बातो मे | आपके बातो से ज्ञान और लोजिक का पता चल रहा है ज्ञानी बाबा गोबर गोमूत्र के इसतेमाल से ऐसी हालत हो जाता है 😂😂😂😂😂😂
Yadi God hai to 10 sal ki girls ka rape kyu ho Raha hai hatya kyu ho Raha hai jaliyawala hatyakand hua 1000 log dub kr Mr Gaye God ko bachana chahiye na 😅
भगवान श्रीकृष्ण एवढे शक्तिशाली होते परंतु त्या काळामध्ये सुद्धा द्वारकाधीश पाण्यात बुडवून समाप्त झाली. परंतु त्या काळामध्ये टेक्नॉलॉजीचा उपयोग ची अत्यवश्यक नव्हती . पण काळानुसार आजच्या युगामध्ये आपण एज्युकेशन टेक्नॉलॉजीचा उपयोग मोठ्या प्रमाणात करतो म्हणून आपण मागे राहू शकत नाही बाकीच्या कंट्री च्या प्रती तर बुद्ध धर्म उत्तम रास्ता सुचवला आहे . आपण जर फार बारीक बारीक गोष्टींचा जरूर विचार करत बसलो तर मला असं वाटतं की बाकीच्या कंट्री खूप पुढे निघून जातील आपण फक्त धर्म परिवर्तन समाजाच्या पारंपारिक रोटी पद्धतीने जर विचार केला तर आपण आजच समाप्त होऊन जाऊ . कारण की विदेशी लोकांचे रणनीती एकदम खराब आहे ते असे सांगतात की कदाचित पुढच्या भविष्यामध्ये पृथ्वी राहणार नाही उध्वस्त होणार आहे परंतु त्याचा लाभ ते मोठ्या प्रमाणात घेतात आणि ते जीवन जगून आहे. आपल्या इंडियन माणसाला फक्त एवढच सांगतात ते क्लायमेट टेक्नॉलॉजीचा योग्यउपयोग तुम्ही करू शकत नाही आणि आपण त्या गोष्टीचा अर्थ निष्कर्ष आणि काही विचार निघत नाही आपले आयुष्य आपणच जगायचे ऐवजीं आपण स्वतःला संपवून टाकतो. मला असे वाटते की आपण जीवन परिपूर्ण जगले पाहिजे 🙏
सत्य की मजबूती अनुभव हैं, अनुभव ही प्रमाण है , और सत्य को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती, ये साफ़ साफ़ बोले जाने वाले भारत का सर्वोपरि जूठ है, इश्वर की अनुभूति ना हो तो जीवन भर उसका होना या मानना अंधविश्वास है, इश्वर नहीं है ये प्रश्न नहीं है, ईश्वर कहा है ये प्रश्न है.
[03/05, 6:16 pm] Khalid Hasan: 2:213 كَانَ النَّاسُ أُمَّةً وَاحِدَةً فَبَعَثَ اللَّهُ النَّبِيِّينَ مُبَشِّرِينَ وَمُنذِرِينَ وَأَنزَلَ مَعَهُمُ الْكِتَابَ بِالْحَقِّ لِيَحْكُمَ بَيْنَ النَّاسِ فِيمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ ۚ وَمَا اخْتَلَفَ فِيهِ إِلَّا الَّذِينَ أُوتُوهُ مِن بَعْدِ مَا جَاءَتْهُمُ الْبَيِّنَاتُ بَغْيًا بَيْنَهُمْ ۖ فَهَدَى اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا لِمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ مِنَ الْحَقِّ بِإِذْنِهِ ۗ وَاللَّهُ يَهْدِي مَن يَشَاءُ إِلَىٰ صِرَاطٍ مُّسْتَقِيمٍ सारे मनुष्य एक ही समुदाय हैं (उन्होंने विभेद किया) तो अल्लाह ने नबियों को भेजा, जो शुभ-सूचना देनेवाले और डरानेवाले थे; और उनके साथ हक़ पर आधारित किताब उतारी, ताकि लोगों में उन बातों का जिनमें वे विभेद कर रहे हैं, फ़ैसला कर दे। इसमें विभेद तो बस उन्हीं लोगों ने, जिन्हें वह मिली थी, परस्पर ज़्यादती करने के लिए इसके पश्चात किया, जबकि खुली निशानियाँ उनके पास आ चुकी थीं। अतः ईमानवालों का अल्लाह ने अपनी अनुज्ञा से उस सत्य के विषय में मार्गदर्शन किया, जिसमें उन्होंने विभेद किया था। अल्लाह जिसे चाहता है, सीधे मार्ग पर चलाता है। [07/07, 8:12 pm] Khalid Hasan: 23:52 وَإِنَّ هَٰذِهِ أُمَّتُكُمْ أُمَّةً وَاحِدَةً وَأَنَا رَبُّكُمْ فَاتَّقُونِ और निश्चय ही यह तुम्हारा समुदाय, एक ही समुदाय है और मैं तुम्हारा रब हूँ। अतः मेरा डर रखो।" 23:53 فَتَقَطَّعُوا أَمْرَهُم بَيْنَهُمْ زُبُرًا ۖ كُلُّ حِزْبٍ بِمَا لَدَيْهِمْ فَرِحُونَ किन्तु उन्होंने स्वयं अपने मामले । (धर्म) को परस्पर टुकड़े-टुकड़े कर डाला। हर गरोह उसी पर खुश है, जो कुछ उसके पास है ।
Ye sahi hai sochne ne ke liye to kuch bhi soch skte hai but galat ye hai ki apne fayde ke hisab se kuch socho aur fir dusro ko bhi majbur kro vo hi sochne ke liye... Normal person can understand what I'm saying..
"भगवान का दुसरा नाम ही कर्म है" आप रोज सबह से शाम तक जो कार्य करते हो...जैसे की चाय पिना, नहाणा, खाना बनाना, खाना खाना...( ऐसे हजारो कार्य सबह से शाम तक करनाही पडता है) अगर यह काम नही तो जिंदगी नरक बन जाती है... यानी यह समझे..आप जो रोज मर्रा के छोटे छोटे कार्य करते हो... वह सब काम मंदिर जाणे से भी ज्यादा महत्व के है...आप मंदिर जाते हो पर घरके काम नहीं कर रहे हो...जो जीवन जिने के लिये अती आवश्यक है... इसिलिये हमी लगता है... भगवान का दुसरा नाम ही "कर्म" है...कर्म के बगर जिंदा रहना मुश्किल ही नही नमुमकिन है..
पांच ही इन्द्रियां पर्याप्त हैं.. बस इन्द्रियों की दिशा विषयों से बदलकर कर्म, या ज्ञान या फिर भक्ति की ओर कर दो... अगर नास्तिक हो तो कर्मो मे लग जाओ.. और हर तरह की किन्तु परन्तु से परे हो जाओ..
में सोचता हूं प्रकृति ही ईश्वर है
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
Right
Right
@@khalidhasan7279 ye bato islam ke alwa koi majhab hai ki nahi
यदि प्रकृति ही ईश्वर है, तो प्रकृति को प्रकृति ही क्यों न कहें, उसे दूसरा नाम "ईश्वर" देने की क्या आवश्यकता है।
हमे तो भगवान पर विश्वास है कि बो इस ब्रह्माण्ड में है और जो मूर्ख बोलते हैं कि जो नही दिखता बो नही होता तो इसका मतलब कि हवा नही दिखती तो क्या हवा नही होती दिमाक बुद्धि इए भी नहीं होती मेरा तो मानना है कि (भगवान तो जरूर है)
Ye sirf andhbhakt aur chutiyao ke liye hai 😂😂
भगवान पर मनाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि उसके बारे में कोई साक्ष्य नहीं है, जिसका परीक्षण करके उसके अस्तित्व को साबित किया जा सके ।
Bhagwan h ye sahi baat h kiyu ki mere sath jo ghatna hui to us ghatna main mujhe bacha ne ke liye havan kiya gaya bo ghatna jaan leva thi ram ji aur hanuman ji meri kuldevi maa ki kirpa h ki aaj main jinda hun 😊 Mere pita sankar bhagwan ki jay
भगवान है तो कहा है सिर्फ किस्से कहानी और धार्मिक पुस्तक मुझे लगता है जिसे लोग आज ईश्वर कहते हैं वह हम ही हैं यानी मनुष्य, हम ही शिव है हम ही रावण है।
यही स्वर्ग है यही नर्क है
@@majedarvideo5443 tum bo log ho nach na jane agan deto batane wale Tum se mud marna bekar h ladai ke siva kuch nahin hoga tumhari najar main sav dhong h kiyu ki tum satth nahin jante acharye pirsant ko suno bageshwar dham wale guru ke paas tum se buddhi man bahut aate h haar ke siva kuch haat nahin lagta kiyu ki bo ram naam ka sahara le kr beta h dhong ka nahin
*ईश्वर में जंग,दंगा-फसाद,हत्या,बलात्कार के समय चुप रहने की गजब की प्रतिभा है* 😂😂
100/100
True word😊😊😊😊
दुखालयम अशाश्वतम, भगवद गीता के अध्याय 8, श्लोक 15 का एक वाक्य है. इसका मतलब है कि यह जगह निरानंद है, लेकिन माया के भ्रम के कारण हम जीवन की दयनीय स्थिति को खुशी के रूप में स्वीकार कर लेते हैं.
100 true
Bhai ab kuch log bolenge ki sab likha hua h to bhagwan to asaa kar nhi sakte ya to unko rap likhne m maja aata h
मूर्खों को ही हमेशा ईश्वर क्यों नज़र आता है? किसी तर्कसंगत व्यक्ति को क्यों नज़र नहीं आता ?
Tark ke dwara ishwar ko nhi paya jata hai
@@balramrajput6540 आपने पा लिया ?
@@balramrajput6540 - आप ही बताइये फिर ईश्वर को कैसे पाते हैं?
@@balramrajput6540aadi shankaracharya to Kehte the tark evam gyaan ke dwara hi brahm milega??
Isiliye kiu ji tarkik log tark krne lagte hai ki kaise kaha kiu my kaise manu,aur ham yadi train me baithte hai to belive krlete hai ki koi na koi driver hai to duniya kon chala rha haii ye socho na cool banne ke liye bol skte hai atheist but ek koi na ki power hai na jo duniya ko chala rha hai wo hai,GOD
ईश्वर होता तो नास्तिक लोगो को पैदा ही न होने देता😂
😂😂😂😂
Kyon paida na hone deta?
Koi nastik nhi paida hota hi vo apne bicharo se nastik bnta hi
aur tumhare mnne ya na mnne se iswer ko koi frk nhi padta basrte ki tum acche karm kro
अच्छा तुम्हारा मानना है तुम्हारे आस्तिक, नास्तिक के बीच का ठेकेदार है ईश्वर।
उसको परमात्मा ईश्वर इसलिए बोला गया ।न आस्तिक उसका अपना है न नास्तिक उसका दुश्मन। सावधान ईश्वर है कि नहीं है ये पूछने से पहले एक उच्च कोटि के वैज्ञानिक, अधिकारी,शिक्षक, डाक्टर, इन्जीनीयर इत्यादि के पास जाना तो पहले वैज्ञानिक से पूछना कि विज्ञान है कि नहीं है पूछ,पूछ कर ही आप यहां तक पहुंचे,जो भी ये सारे ज्ञानी उच्च पदों पर विराजमान हैं सबसे पूछो।
फिर हम तक पहुंचो ईश्वर है कि नहीं फिर एक राह बता देंगे चलना खुद होगा।
समझ में आया कि नहीं।
@@jayatewari1272 बिलकुल सही कहा है।
Apne kaam ko imaandari se karna hi sabse bada dharm hai
समझ से परे ये बातें आपकी बातें ,इन्द्रियों के बारे में ,
आप गुरु है,आपही ईश्वर है,बाकी कुछ नहीं,🙏🙏🙏🙏🙏
भगवान हैं ! हमारी श्रध्दा हैं ! जो मानते नही ओ मत मानो! आप आपका काम करो! दूसरों की तरफ मत देखो !
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
Right
Bhagvan nhi hai agar hai to saare papiyon aur pakhandiyon( dhirendra shashtri) khatam kr dena chahiye
Aisa hi koi dursa keh skta h. "Bhagwan nhi hai! Jisko maanna hai mano! Aap apna kaam kro! Dusre ko mt disturb kro!"
Ab aap ye maano ki doraemon sach me hota hai to maano bhai kaun rok raha hai😂😂
Sir aap ki baat ati uttam hai, jai sree 🙏ram🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay shree ganesh ji har har Mahadev Parvati maa 🙏🥰❣️
No vision can grasp him, he is beyond comprehension
If beyond comprehension how could you comprehend that your God is 'he' and not 'she'? And not 'they'? Or 'it'?
@@hillolkrdas7744perfect question
@@hillolkrdas7744God is neither He nor She. God is incorporeal and sexlesss. God is the Energy that is manifested in so many forms that we see around us.
@@GAIRIKKUMARBOSE Oh I see. Then 'it' should have been the appropriate preposition to replace 'he' or 'she' for the energy-gods. Still then, it (i.e. the god) is not beyond comprehension.
Dear, u can't detect god.
भगवान का मालूम नहीं
लेकिन सनातन संस्कृति ✅ यही सत्य का ज्ञान है
For truth definitely we would have to go in philosophy...Good Evening 🙏
आज आया असली ज्ञान सामने😂| मूर्खता पूर्ण ज्ञान पिला दिया😂
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
Right
@@abhishekgirigiri202 jay shree ram
Andbkt😂😂
Brahmand me koi toh taakat hai ya shakti hai jisne duniya banayi hai wahi Bhagwan hai 🚩
दोस्त आपको क्या लगता है की दुनिया बन गई है या अभी भी बन हि रही है क्योंकि ब्राह्मण्ड स्थिर तो है हि नहीं उसी प्रकार मनुष्य भी नहीं पूर्णतः बना है क्योंकि मनुष्यों मे भी अभी भी विकास चल हि रहा है इसी तरह इस ब्राह्मण्ड मे कुछ भी नहीं बनकर तैयार है ।
चार्ल्स daarwin की जो evolution theory उसके अनुसार दुनिया मे सभी चीजों का विकास चल हि रहा है रुका नहीं है।
@@letsenjoy4490 mein Sanatan dharm ke banne ki baat kar raha hu , hamare purwajo ne yahi soch ke dharm banaya tha 🙏
@@letsenjoy4490 darwin theory is now impractical in indian education
@@Rohit-vb6ip Aryan videshi hai. 1500sal se purna koi proof dedo. Sanskrit aur hindu dharm ka
@@Ex-theist haha 😂
Tum bhangi-chamar hindu dharm ka proof mang rahe ho 🤦
Gautam Budhha aaj se 2500 saal pehle hue the jinhone budh dharm banaya 🙏 Unke pita ji khud ek Kshatriya Raja the 🚩
Aur Chanakya Pandit, chandragupt maurya ka Religion check karke batana 🙌
Great reply sir 😊
जैसे हम एक कीट पतंगे को अपनी मर्जी से चला सकते है, और उस कीट को नहीं पता धरती का आकार कितना है, तो फिर हम मनुष्य भी तो एक कीट पतंगे ही है, जो कोई हमें भी घुमा रहा हो, इधर उधर।
जो नहीं मानते हैं उनके पास भी पर्याप्त तर्क हैं नहीं मनाने के.
Bilkul Bhai sahi bola apne
Kuch nhi hai bas pd likh jate hai na to khud ka gani Maan ne lg jate hai baki ishwar hai ye sab mante hai
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
@@pcmotivationalvideos2196Bhai tumne khud ko hi roast kr diya 😂 matlab bhagwan ko man ne Wale gawar 😂?
@@pcmotivationalvideos2196me nhi manta 😂
I am proud Atheist
Jiska jitna gyaan woh utna hi biswas kar payega... Atheist can't think beyond the world and what they see...
@@air33-ias53 what do u observe beyond this world ??😂😂😂
@@neanderthal6779 oh you have interest to know about beyond this world also? 😆 Kyu scientists usi kaam main hi toh laga hua Hain na... Live for 1000 more years to know about beyond the world... Tab Tak woh log shayad khoj lega...
@@air33-ias53 1000 saal baad bhi isko nahi mil payega.
@@EndureToros wohi
ईश्वर को मानना मूर्खता है बल्कि प्रकृति को मानना चाहिए जो आम का बीज बोने पर आम के फल के देती है और कांटे बोने पर काँटे देती है और किसी को नहीं रोकती है चाहे आप आम बोए या कांटे। ईश्वर मानना ही है तो प्रकृति को ईश्वर मानो।यदि अलग से ईश्वर मानेंगे तो फिर उलझनें पैदा होगी कि ईश्वर बलात्कार क्यों नहीं रोकता है।इसलिए महात्मा बुद्ध ने ईश्वर को नकार कर प्रकृति को सर्वोपरि बताया है।हम प्रकृति से निकले हैं और एक दिन प्रकृति मे समा जाएंगे। जैसे जल की भांप बनने पर जल दिखाई नहीं देता है ऐसे मनुष्य मरने पर दिखाई नहीं देता है।वैसे प्रकृति या ईश्वर को समझने के लिए केवल मैडीटेशन ही एकमात्र उपाय है।
ईश्वर को मानना क्यों मूर्खता है मानने में क्या जा रहा और नही मानने में क्या मिल रहा है
Prakriti ke piche kya reason ha?
Prakriti balatkaar kyu nhi rokti?
Ishwar ke pass independence hai, usi tarah ishwar ke ansh (hum sab) mein bhi ansh roop se independence hoti hai(pita ke gun bacchon mein),
Jiska galat upyog ham karte hain aur dand pate hain.
Hare Krsna🙏
@@Sandeep__sk2.0 ishwar nhi hote bhai nHi honge ye hamara bahem hai bas
@@motiv44लक्की perfect bola hum nature ki wajah se Zinda hai naaki kisi khuda yaa bhagwan ki wajah se❤️🔥✅✅🙏🙏
😂कमाल है इंसान हर साल न ए भगवान पैदा कर दिये जाते हैं
Bhai tum to aise bo rahe jaise Tumhare Dada prdada nahin the bhai bhai Waqt Waqt wali baat mat kiya karo
Andhbhakt Wali Baat Mat Kiya Karo
Great 👍
God is hypothesis of humanity honesty non violence ethnic
God was created to control common people and prevent them from becoming hopeless and criminal
Bt that cause much crime ....like religion crimes...many millions innocent peoples deaths...
No evidence God exists
Sir chathi indreya ke bare mai or ditell se bata dete.
YOU ARE SUPPOSING ALL FOR TO MAKE REALLY TRUE!
Mera maana hai God ne hme vo sab gyan diya hai jise hm unhai Jaan skte, phechan skte hai, jaise ki Suryadev, Agni dev, Pawan dev, Indra dev aur inko bhe control krte hai ye teen universal law 1. Creation 2. Nurturer 3. Destruction aur ye law bhe Dark matter and Dark energy k vjhe se reality mai aay hai.. Tabhi Sanatan dharma mai mainly nature aur universal law's ko pooja gya hai.. 🤔
चुटिया बनाया तुमको
Bhai 5000 religion hai. Bhut me pooja jata
Sab religions me shuru me nature ko hi Pooja jata h😂😂
Bhai log murti pujte h tatva nahi
Jo claim krega ishwar ki satta hai proof bhi wahi dega.
tab tak rational,athiest,agnostic bane raho.
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ
क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।"
6.168
[17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ
और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।"
[18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ
जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें।
2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ
निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा।
2:120
[21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ
और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
@@khalidhasan7279tumlog to Rehne hi do 🤣🤣🤣
इसलिए हमारे शास्त्रों में लिखा है कि ज्यादा ज्ञानी को भगवत प्राप्ति कभी नहीं होती..........|
समझदार को इसरा काफी है
जय श्री माधव
ईश्वर होता तो विभिन्नताओं की फेहरिस्त नहीं होता। मजे की बात है कि मानने वाले में भी आपस में उलझन हैं,न मानने वाले भी उन सब से उलझे हैं।इसका मतलब है,हम दो दुनिया में रहते हैं,एक जिसमें सब है और एक जिसमें हमारे स्वयं के बनाये विचारों की दुनिया में।जैसे जैसे हमारे विचारो की दुनिया बदलती है ,हम ईश्वर है या नहीं या कितने प्रकार से है आदि में विचरण करते हैं। हम उन्हे विचारों अनुसार चुनौति देते हैं,या मानते हैं। हमारे मस्तिष्क को यदी अन्य प्राणियों में प्रतिरोपित किया जाय तो उस प्राणी का भी विचार परिवर्तित हो जाय ।अर्थात हम अपने विचारों में जीवित रहते है
[03/05, 6:16 pm] Khalid Hasan: 2:213 كَانَ النَّاسُ أُمَّةً وَاحِدَةً فَبَعَثَ اللَّهُ النَّبِيِّينَ مُبَشِّرِينَ وَمُنذِرِينَ وَأَنزَلَ مَعَهُمُ الْكِتَابَ بِالْحَقِّ لِيَحْكُمَ بَيْنَ النَّاسِ فِيمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ ۚ وَمَا اخْتَلَفَ فِيهِ إِلَّا الَّذِينَ أُوتُوهُ مِن بَعْدِ مَا جَاءَتْهُمُ الْبَيِّنَاتُ بَغْيًا بَيْنَهُمْ ۖ فَهَدَى اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا لِمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ مِنَ الْحَقِّ بِإِذْنِهِ ۗ وَاللَّهُ يَهْدِي مَن يَشَاءُ إِلَىٰ صِرَاطٍ مُّسْتَقِيمٍ
सारे मनुष्य एक ही समुदाय हैं (उन्होंने विभेद किया) तो अल्लाह ने नबियों को भेजा, जो शुभ-सूचना देनेवाले और डरानेवाले थे; और उनके साथ हक़ पर आधारित किताब उतारी, ताकि लोगों में उन बातों का जिनमें वे विभेद कर रहे हैं, फ़ैसला कर दे। इसमें विभेद तो बस उन्हीं लोगों ने, जिन्हें वह मिली थी, परस्पर ज़्यादती करने के लिए इसके पश्चात किया, जबकि खुली निशानियाँ उनके पास आ चुकी थीं। अतः ईमानवालों का अल्लाह ने अपनी अनुज्ञा से उस सत्य के विषय में मार्गदर्शन किया, जिसमें उन्होंने विभेद किया था। अल्लाह जिसे चाहता है, सीधे मार्ग पर चलाता है।
[07/07, 8:12 pm] Khalid Hasan: 23:52 وَإِنَّ هَٰذِهِ أُمَّتُكُمْ أُمَّةً وَاحِدَةً وَأَنَا رَبُّكُمْ فَاتَّقُونِ
और निश्चय ही यह तुम्हारा समुदाय, एक ही समुदाय है और मैं तुम्हारा रब हूँ। अतः मेरा डर रखो।"
23:53 فَتَقَطَّعُوا أَمْرَهُم بَيْنَهُمْ زُبُرًا ۖ كُلُّ حِزْبٍ بِمَا لَدَيْهِمْ فَرِحُونَ
किन्तु उन्होंने स्वयं अपने मामले । (धर्म) को परस्पर टुकड़े-टुकड़े कर डाला। हर गरोह उसी पर खुश है, जो कुछ उसके पास है ।
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ
क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।"
6.168
[17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ
और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।"
[18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ
जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें।
2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ
निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा।
2:120
[21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ
और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
Lord budhha said nature gave us 5 sense if you can't identify any thing from your 5 senses than you must not believe in it
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
Understood, I can't sense Saturn from any my senses, it means it doesn't exist.
Bro you can see it from telescope. God ko kis telescope se dekhoge@@ashwanikumarpasi5152
Have you seen boudha?
There is no one exist name boudha
Mujhe to Guruji aap m hi iswar dikhai de rha h❤
वह छठी इंद्री (नाम जप तथा आध्यात्मिक ज्ञान) से हमारे अंदर उत्पन्न होती है तभी ऋषि मुनि नाम जप के बल से भगवान को जान पाते थे।🙏 श्री राधा 🙏
Jay sree radhe❤❤
@@ArtTalent574 आप जैसे भक्त लोग कम ही मिलते हैं जय श्री राम राधे राधे 🙏❣️😍🥹
Bhagvan ki definition?
@@shashikant_97 सीधी भाषा में बोलूं तो जो पाचो तत्त्वों को नियंत्रण करने वाले, सर्वव्यापी जिनका न आदि है न अंत जो सर्वशक्ति मान है वही ब्रह्म के रूप है भगवान। और भाई हिन्दू होकर हिंदू विरोध ना करना , नही तो तुमने पाकिस्तान और बांग्लादेश बनते हुए जरूर सुना होगा केरला सहित 9 राज्यों में इसी चूतियाफे के कारण वहा हिन्दू अल्प संख्यक हो गए है अहिंसा के पुजारी ने बोले तो गांधी ने एक देश को इस्लामिक बनाया और यहa चिड़ियाघर। ऐसे ही चलता रहा न भाई तो भागने की भी जगह नहीं मिलेगी, पाकिस्तान में 18 पर्सेंटेज हिन्दू थे अभी 1 या 2 पर्सेंटेज बचे है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@shashikant_97vaise toh bhagwaan eternal hain, par ek basic definition (according to vishnu puran), one who is complete in 6 opulences :
Knowledge
Renunciation
Strength
Wealth
Fame
Beauty
Hare Krsna🙏
Sir aap to great ho aapka tark aap se bhi great h smjne walo ke liye
इश्वर एसे है जैसे हवा गर्मी ठंड धूप भावनाएं इत्यादि है एसे ही कुदरतका रचियता इश्वर है
भाई ईश्वर मानव दृश्य है हमारे जैसे ही है , बोलते है सुंदर नव युवक जैसा रूप है।
Achha😂😂
Fir ye global warming bhi ishwar hai kya??
@@NextSuperStar100koi to kehta h shivling hai😢
जो दुखी हैं, उनको लोग बोलते है कर्म भोग रहे हो, अगर कर्म भोगना है तो ईश्वर का क्या रोल है,
अगर भगवान है तो कर्म को माफ कर दे। जैसे माता पिता बच्चो की भूल को माफ कर देते है,
ईश्वर का रोल है कर्म का उचित फल देना
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ।
मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥(भगवद् गीता के अध्याय 2, श्लोक 47)
अर्थ:- तेरा कर्म करने में अधिकार है इनके फलो में नही. तू कर्म के फल प्रति असक्त न हो या कर्म न करने के प्रति प्रेरित न हो.
आप ने बोला की ईश्वर कर्म को माफ क्यू नहीं कर देता। यदि ईश्वर ने आपको माफ कर दिया बुरे कर्म से तो हर कोई व्यक्ति बुरा कर्म करके यही सोचेगा की उनको भी माफी मिल जाएगी
मान लो आपके घर से कोई चोर चोरी करके भाग गया अब वो ईश्वर से कहेगा की में तो तेरा बच्चा हु मुझे माफ करदे तो क्या उसे माफ कर देना चाहिए??? उसको यदि उसके बुरे कर्म के लिए माफी मिल गई तो वो और चोरी करेगा
आतंकवादी भी तो यही सोचेंगे आतंक फैलाओ फिर माफी माँगलों फिरसे आतंक फैलाओ फिरसे माफी माँगलों। ईश्वर तो पूरे विश्व के माता पिता है वो तो अपने बच्चों को माफ कर ही देते है
Bhakti Karo agar bad karma ka dukh Kam karna hai to, ye bolte hai sb.
Muje nhi samjhata... Kitna kare?? Kitni der?? Lifetime karte rahe... Aur darte darte jiye...
I am frustrated.
'ईश्वर नहीं है क्युकी दीखता नहीं है 'ना मानने वालों के लिए ये भी एक तर्क तो है इसे नकारा नहीं जा सकता। हवा नहीं दिखती लेकिन है पर हवा पर्सनल्टी नहीं है ना सर...... ईश्वर की बात करते है तब हम पर्सनल्टी इमेजिन करते है 🙏
या हो सकता है ईश्वर सच में है ही नहीं, और हम लोग यूं ही लड़-झगड़ रहे हैं और हम उसे सोचने में, मानने में और जानने में फालतू का समय बर्बाद कर रहे हैं।😂😂😂
आज इंसान पांच इंद्रियों से देख,सुन और महसूस नहीं कर सकता उसको भी जानने का यंत्र बना लिया है फिर भी दूर दूर तक ईश्वर का होने का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।(हां उन यंत्र का प्रयोग इन पांच इंद्रियों से ही करते हैं)
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ
वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं।
[07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا
वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?"
17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا
कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ,
17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا
या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
अगर भगवान नहीं हैं तो लोग कैसे मरते है क्यों मरते है मर कर कहा जाते है और जब पैदा होते है तो उनमें जान कौन भरता है
सरजी न मानने वाले को मूर्ख मत कहिये क्योकि हो सकता है कि आप इस विषय पर गलत हों मेरा मानना है कि ईश्वर नही है
तुम हो?
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ
वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं।
[07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا
वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?"
17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا
कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ,
17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا
या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
चलो माना कि हम मानते हैं कि ईश्वर है हम अंधविश्वासी हैं पर आप यह सिद्ध करके बता दीजिए कि वह नहीं है
खुद को तो देख लो पहले की तुम हो की नहीं
Tum ho ki nhi phele ye dekh lo
He ishwar sabko sadbddhi de
Jai Sri Krishna
Chala ja Ek proof de bhagwan. hai jhoothi afwah ka vishwas banae wale 😂😂😂😂
Gobar😂😂
💯Firstly Ishwar koi object nhi hai. Well kyunki object nhi hai isliye vo dekhne jaisi koi cheez ya vastu nhi hai ,ishwar ko mehsoos kiya jaa sakta hai jiska koi set pattern nhi hai na koi ek tarika ,kisi ek ke mehsus karne se kisi dusre ko mehsus bhi nhi hota ishwar aur na kisi ke kehne pe sirf man lene se ishwar mehsus kiya jaa sakta hai.
↔️In sanskrit there are two words "Sat" & "Satya" both look similar & pronunciation is also similar but there is fundamental difference.The term "Sat" means being,beingness, existence or "which exist,that which is".Whereas term "Satya" in turn means 'truthfulness' which means seeing & reporting things as they really are rather than the way we would like them to be. So 2+2 =4 is Satya or a mathematical formula ,a man made calculation that is truth as it is being reported but it is not "Sat".It is logical truth but not existential reality. Now on other hand you dream in the night. Dreams exist. So they are "Sat"/reality that is existential, but they are not Satya/truth.So difference is term Satya is truth but relative as it is temporary & term Sat is eternal reality.
So there are happenings in life which are true but not existential.Then there are other occurrences that are existent but are not logically true.All mathematics is true but not existential, it is Satya but not Sat. Dreams are existential, but they are not true.God is both 'Sat' as well as 'Satya' , existential, as well as truth. Being both, God can neither be fully attained through science,which only probes truth, nor through the arts, which only explores existence.Both are incomplete in their search, because they are directed only towards one half of it.
↔️The name of that supreme existence God is as true as a mathematical formula & as real as any work of art ,it is as beautiful as a dream & as correct as a scientific formula,it contains the emotions of the heart, and the knowledge & experience of mind. If the mind overpowers the heart, science is born. If the heart overpowers the head, the domain of art is entered that is poetry, music, song, painting, sculpture.Lastly if head & heart are united,then you enter into state of attaining god.💯
अगर भगवान का साक्षात्कार किसी को जाता है तो हर कोई भगवान के पीछे हो ले गा और पृथ्वी का चक्कर बिगड़ जाए गा। सब काम छोड़कर घोर तपस्या करगे लालच में। भगवान को हमें जिस उद्देश्य के लिए भेजा है वो पुरा नही होगा।
क्या उद्देश्य है ?
Toh bageshwar baba ko kue darshan diya
Tapsya krne ke layak he nhi hai log ..tu karle dum hai toh
@@tanmayll kay ap na dakha jab darshan diya nahi.bhagvan ka savk hota jes hum feel kar skt h vo be bhagati sa .mna mere akho sa dakha kyoki mere ander negative energy ha kuch sal sa ghost Bhoot.
@@pinterestpilled Hera kam ka pichh koi na koi udsa avsa hota .jas real life ma
🌟SATYA NITYA iTi SANATAN☀️
(Topic🔴1:Understanding EK BRAHMA Ditiya NASTI)
Akaasat Patitang Toya
Jathaa Gaschati Sagaram
Sarva Deva Namaskarm *KESHABA m PratiGachati......00
OM
Ke Kaibalya Datascha
Sha Shranagati
Ba Brahmandanathaya KESHABAya NamoNamaha...01
SATYA e Sri HARI Naameiba
TRETAYA ng RAGHU Nandana
DWAPAR e Sri KRISHNA Schaiba.
KALAHu Khyatastu KESHABA............02
Sri KESHABA=Kaarana...... Above GOLOK
Sri KRISHNA=Stula......GOLOK Dhaam.
OM Naad=Shukma.......HIRANYA Gerva.
Sri *KESHABA*EXPRESSed Himself(One)AnadiPurusha(Two)AdiSaktiPakuti.
AnadiPurusha SriKRISHNA
AdiSakti SriRADHAA And MahaLAXMI............GOLOK Dhaam.
SRI KRISHNA=MahaVISHNUSrimanNARAYAN=Supreme Personality of GOD.
The Universe Originated From GOLOK.
Divine Mother Gave Birth ToThree Daities.(SriBrahmaa/Vishnu/Shiva)
SriVishnu+Laxmi....Vaikunta Lok
Shiva+Parvati..........Kailash Dhaam
Brahmaa+Savitri.....Brahma Lok.
Sri KESHABA All Incarnations= Sri Mina/Kruma/Baraha/Nrushinga/Bamana/ Parshuram/Ram/Balaram/Budhaa/Kalki.........32/24/Dasha Avatar Stotrm.
Sri KESHABA=OM TAT SAT/Sat Chit Ananda/Satya Shiva Sundara/Stula Sukhma Kaarana/Nirgun Nirakar Niramaya/Akaala ARupa ALekha......ACHYUTA ABYAKTA CHARAMA.
Sri KESHABA=OM Naad Brahma=Ek OM Kar Sat Sri Akaal=EK Brahma Ditiya NASTI=ONE ETERNAL GOD Without TWO.
🌟 SANATANA DHARMA=The ETERNAL Law🌟
इंसान जब ज्ञानी होता है तो atheist हो जाता है, महाज्ञानी होने पर कम्युनिस्ट 😊
😂😂😂
और अति ज्ञानी हो जाए तो वो माओवादी और नक्सलबाड़ी हो जाते है।
Fir bomb fodte hai ,
Fir brahmano ki dukan band vo jati hai
Fir kuchh karne ki padne ki jarurat nahi padti sab kuchh Aarakshan se mil jata hai.Bandar bhi Raja ban jata hai.
Kya baat kahi sir
मैं तो नही मानता चाहे किसी भी धर्म का देवी देवता काल्पनिक और सब फर्जी बाते हैं 😏😏😏😏😏
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ
क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।"
6.168
[17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ
और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।"
[18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ
जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें।
2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ
निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा।
2:120
[21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ
और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
Maine 13 sal man se god ki pooja ki lekin mujhe kabhi relise nahi hua to maine pooja path sab chod kar apne aducation aur garib logo ki madad karne me lag gaya kya maine galat kiya
@@vivekkumarmaurya7845 great bro 👍👍
@@vivekkumarmaurya7845सही कह रहे हो भाई मै बचपन से बीमारी से परेशान हूं मैं 16 साल से दवा खा रहा हु फिर भी आराम नही है मेरा क्या कसूर था जो मैं बचपन से दवा खाना पड़ रहा है मैं तो ईश्वर में बहुत आस्था रखता था लेकिन मुझे भी अब ईश्वर से विश्वास उठ गया है 😢😢
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
श्री राधेश्याम ❤
Yes sir G It is logical speech I believe sir G Creater has exist ✍️✍️✍️
Apko kaise pta ?
@@AdvaitVedanta981 universe is situated on a unique system that is called solar system.can you imagine about that???how it is being possible!!!!
@@AdvaitVedanta981because of massive celestial activity billions of years ago
हमारा अस्तित्व ही यह साबित करता है कि कोई रचयिता है जिसने हमें बनाया है, लेकिन कोई नहीं जानता कि हमें और इस रहस्यमयी दुनिया को किसने बनाया, विचारक केवल अनुमान लगाते हैं लेकिन वास्तव में उस रचयिता के बारे में कोई नहीं जानता।
सबसे पहले तो आपको सादर प्रणाम श्रीमान 🙏🙏🙏🙏🙏 आप यह भी कहते है की अगर भगवान है तो है, नहीं है तो नहीं है!
अगर हैं तो मुझे अपनी बात कहने के लिए और उसे मेरी बात सुनने के लिए किसी तीसरे की क्या जरूरत आप ऐशा भी कहते है 🙏
तो मेरा एक छोटा सा प्रश्न है आपसे की
श्रीमान महोदय जी अगर शिक्षा है तो है नहीं है तो नहीं है अगर है तो मुझे उसे जानने और समझने के लिए और उस शिक्षा को मुझे समझानें के लिए किसी तीसरे की क्यों जरूरत है 🙏🙏
श्रीमान महोदय जी जिस प्रकार से आपका प्रयास जगत में शिक्षा को प्रसार करना है और आप करते भी है 🙏आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏जो आपके वजह से हमारे जैसे कितनों की आप जिंदगी सवारते है🙏
ठीक उसी प्रकार से श्रीमान महोदय जी भगवान की उपासना और भगवान पर भरोसा और भगवान की भक्ति और शक्ति की विस्तृत जानकारी हमें ऐसे तीसरे की वजह से मिलती है 🙏 रही बात की भगवान को सुनने के लिए किसी तीसरे की जरूरत क्यों है तो सुनिए , संपूर्ण जगत में सभी लोगो को पता है कि भगवान है 🙏 लेकिन उनकी आराधना कैसे करनी है उनको समझना कैसे है उनकी स्तुति कैसे करनी है और कैसे भारी से भारी संकट में भी हमें अपने इष्ट /भगवान के प्रति कैसे भरोसेमंद रहना है इन सब के संपूर्ण जानकारी और इन सब से जागृत के लिए ... मेरा ऐशा मानना है की किसी तीसरे की
बिल्कुल जरूरत है .... 🙏🙏🙏🙏🙏
आपके प्रश्न के उत्तर के जवाब के प्रति मेरा यह छोटा सा प्रयास था श्रीमान......🙏
अब मेरी शब्द और मेरी भावनाएं आप बेहतर से बेहतर तरीके से समझ सकते है....... क्योंकि आपके सामने शिक्षा की बात करना मुझे ऐशा लगता है की भगवान सूर्य के सामने दीपक दिखाने के समान है ......🙏🙏🙏धन्यवाद 🙏🙏🙏 सादर प्रणाम श्रीमान महोदय जी आपको 🙏🙏🙏🙏
परमात्मा साकार है या निराकार?
भगवान साकार है , मानव रूप में है। सभी पवित्र ग्रंथों में इस बात के अनगिनत प्रमाण मौजूद हैं । कि ईश्वर साकार है। जो भी संत, महंत ये कहते हैं कि ईश्वर निराकार है, उन्हें ज्ञान नहीं हैं, वो पवित्र शास्त्र की कोई जानकारी नही रखते।
परमात्मा सशरीर साकार है इस बारे में प्रमाण देखें। 📖
पवित्र वेद📚
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3 (प्रभु राजा के समान दर्शनिये है) परमात्मा साकार है व सशरीर है - यजुर्वेद
परमात्मा साकार है व सशरीर है :
पवित्र कुरान शरीफ़📗
सुरत-फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 मे प्रमाण अल्लाह साकार है उसका नाम कबीर है।
पवित्र बाइबिल📓
उत्पत्ति ग्रंथ में प्रमाण है कि ईश्वर ने 6 दिन में सृष्टि रची और परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टी की। इससे सिद्ध होता है कि ईश्वर साकार है।
पवित्र गुरु ग्रंथ साहेब📕
गुरु ग्रंथ साहेब पेज नम्बर 721, महला 1, "सिरी" मसला, पेज 25 पर भी प्रमाण मौजूद है।
Web:- SupremeGod.org
ईश्वरवाद निरीश्वरवाद मानवी मान्यताएं हैं| मानव छोड़कर दूसरे कोई जीव इन दोनों मान्यताओं को नहीं मानते| दूसरे सजीवो से मानवजाति का अर्थ कारण अलग है|
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
❤❤
Agar Ishwar hai bhi to bahut bada anyaayi aur jalim hai 😢
Kya ho gaya?
@Swastiknautiyal-w9r Maine kayi baar nastik banne ki koshish Kari mai ye sochne laga ki sari galti meri hai mujhe aur jyada mehnat karni chahiye fir achanak mere saath aisi cheezen Hui jisne mujhe ehsaas karwa diya ki bhagwan hai agar bhagwan hi sab kuchh karwa raha hai to phir socho duniyan mai kya kya ho raha hai kitna kasht logon ko uthana padta hai kehte hain ki har kisi ko sab kuchh ni milta par kisi ko to kuchh bhi nahi milta aur na hi ham use badal pate hain
@@Shubhampandey-x8s Bhai tum jo nastik ki bat kar rhe ho mujhe lagta hai wo me banne wala hu kuch time me
Me bhi wahi situation per hu jaha per tum the nastikta ka vichar aane se pahle
यह एक बहुत ही विवादास्पद विषय है
Ishwar nahi hai, na vo hamara kuchh bigar sakta hai, na sawar sakta hai. Na hame usase kuchh fayeda hai, na nuksan, apne har karyon ka jimmedar ham khud hain ya samaj tatha vo institute hai jo hamare liye niyam banati hain.. hame apani jimmewari ko samajh ke use nibhana chahiye.... bus..
[07/07, 8:09 pm] Khalid Hasan: 23:37 إِنْ هِيَ إِلَّا حَيَاتُنَا الدُّنْيَا نَمُوتُ وَنَحْيَا وَمَا نَحْنُ بِمَبْعُوثِينَ
वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। (यहीं) हम मरते और जीते हैं। हम कोई दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं।
[07/07, 8:10 pm] Khalid Hasan: وَقَالُوا أَإِذَا كُنَّا عِظَامًا وَرُفَاتًا أَإِنَّا لَمَبْعُوثُونَ خَلْقًا جَدِيدًا
वे कहते हैं, "क्या जब हम हड्डियाँ और चूर्ण-विचूर्ण होकर रह जाएँगे, तो क्या हम फिर नए बनकर उठेंगे?"
17:50 قُلْ كُونُوا حِجَارَةً أَوْ حَدِيدًا
कह दो, "तुम पत्थर या लोहा हो जाओ,
17:51 أَوْ خَلْقًا مِّمَّا يَكْبُرُ فِي صُدُورِكُمْ ۚ فَسَيَقُولُونَ مَن يُعِيدُنَا ۖ قُلِ الَّذِي فَطَرَكُمْ أَوَّلَ مَرَّةٍ ۚ فَسَيُنْغِضُونَ إِلَيْكَ رُءُوسَهُمْ وَيَقُولُونَ مَتَىٰ هُوَ ۖ قُلْ عَسَىٰ أَن يَكُونَ قَرِيبًا
या कोई और चीज़ जो तुम्हारे जी में अत्यन्त विकट हो।" तब वे कहेंगे, "कौन हमें पलटाकर लाएगा?" कह दो, "वही जिसने तुम्हें पहली बार पैदा किया।" तब वे तुम्हारे आगे अपने सिरों को हिला-हिलाकर कहेंगे, "अच्छा तो वह कब होगा?" कह दो, "कदाचित कि वह निकट ही हो।"
[15/5/2022, 6:33 pm] Khalid Hasan: هَلْ يَنظُرُونَ إِلَّا أَن تَأْتِيَهُمُ الْمَلَائِكَةُ أَوْ يَأْتِيَ رَبُّكَ أَوْ يَأْتِيَ بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ ۗ يَوْمَ يَأْتِي بَعْضُ آيَاتِ رَبِّكَ لَا يَنفَعُ نَفْسًا إِيمَانُهَا لَمْ تَكُنْ آمَنَتْ مِن قَبْلُ أَوْ كَسَبَتْ فِي إِيمَانِهَا خَيْرًا ۗ قُلِ انتَظِرُوا إِنَّا مُنتَظِرُونَ
क्या ये लोग केवल इसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनके पास फ़रिश्ते आ जाएँ या स्वयं तुम्हारा रब आ जाए या तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाए? जिस दिन तुम्हारे रब की कोई निशानी आ जाएगी, फिर किसी ऐसे व्यक्ति को उसका ईमान कुछ लाभ न पहुँचाएगा जो पहले ईमान न लाया हो या जिसने अपने ईमान में कोई भलाई न कमाई हो। कह दो, "तुम भी प्रतीक्षा करो, हम भी प्रतीक्षा करते हैं।"
6.168
[17/5/2022, 6:18 pm] Khalid Hasan: 6:7 وَلَوْ نَزَّلْنَا عَلَيْكَ كِتَابًا فِي قِرْطَاسٍ فَلَمَسُوهُ بِأَيْدِيهِمْ لَقَالَ الَّذِينَ كَفَرُوا إِنْ هَٰذَا إِلَّا سِحْرٌ مُّبِينٌ
और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू है।"
[18/6/2022, 8:12 am] Khalid Hasan: وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَعْلَمُونَ لَوْلَا يُكَلِّمُنَا اللَّهُ أَوْ تَأْتِينَا آيَةٌ ۗ كَذَٰلِكَ قَالَ الَّذِينَ مِن قَبْلِهِم مِّثْلَ قَوْلِهِمْ ۘ تَشَابَهَتْ قُلُوبُهُمْ ۗ قَدْ بَيَّنَّا الْآيَاتِ لِقَوْمٍ يُوقِنُونَ
जिन्हें ज्ञान नहीं वे कहते हैं, "अल्लाह हमसे बात क्यों नहीं करता? या कोई निशानी हमारे पास आ जाए।" इसी प्रकार इनसे पहले के लोग भी कह चुके हैं। इन सबके दिल एक जैसे हैं। हम खोल-खोलकर निशानियाँ उन लोगों के लिए बयान कर चुके हैं जो विश्वास करें।
2:119 إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ بِالْحَقِّ بَشِيرًا وَنَذِيرًا ۖ وَلَا تُسْأَلُ عَنْ أَصْحَابِ الْجَحِيمِ
निश्चित रूप से हमने तुम्हें हक़ के साथ शुभ-सूचना देनेवाला और डरानेवाला बनाकर भेजा। भड़कती आग में पड़नेवालों के विषय में तुमसे कुछ न पूछा जाएगा।
2:120
[21/6/2022, 7:38 am] Khalid Hasan: 83:12 وَمَا يُكَذِّبُ بِهِ إِلَّا كُلُّ مُعْتَدٍ أَثِيمٍ
और उसे तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति ही झुठलाता है जो सीमा का उल्लंघन करनेवाला, पापी है।
Sawar tato nahi ishor lekin bigatta jarur hai maine bachpan se ishor ko pukartatha he ishor mera sab achha ho jaye bahut bada aadmi banjau me lekin aaj mujhe ishor ne sab ulta kardiya 100 kam achha karo dekhta nahi ekbar chota se galti karo jindagi bhar dukh our sankat dete hai ishor bhi bhale logoko kaise dukh dena hai sochterahetehe jina haram karte hai
Sir thoda tej bola kariye ❤
ये तेरा अपना विचार है मेरा अलग है
ईश्वर का रो मटेरियल क्या है
ईश्वर जड़ है या चेतन है
भगवान ने हमें नहीं बनाया, हमने भगवान को बनाया है💯💯😅
मूर्ख को क्या बोले 😂😂😂😂
right bro 😂😂😂
Correct bro
Tumhare dimaag mein zang lagne ke lakshan
@@catmaster4772 abe bewkoof gobarkhane wala gomutra pine wala pakhand karnewala mahilaao ka shoshan karwala har dharm hai samjha 🤣🤣
One thing 100% sure... (From robot example)
God ne hame six sense nhi diya jise hum use jan sake...
✅ *Toh god nhi chahta hum use jane..(re-read)*
*Aur hum exactly wahi kar rahe hai..*
*We are idiots that we are finding god. kuch logo ne dhundh bhi liya and bhakti bhi kar rahe*
*We should do better things for ourselves, other humans*
I don't know bhagwan ka naam japne se, tota banke ek word ratne se... Hamare bad karma kaise Kam honge.
It should be based on,
Person is guilty, accepting his mistake, striving to become a good person.
Itna kafi hai.
Ab usko god help nhi karega dukhi situation se bahar nikalane to kaise chalega
भीमराव अंबेडकर शिक्षित बनो संगठित रहो
Gand faad do codeine ki
Lotus bhimraav
Jay BHIM 💙
जय श्री राम❤
Jai bheem
पत्थर में भागवान है, लेकिन इंसान में इंसान नही है, भगवान को मान ने वालो को इस ज्ञान का पूरा अनुभव है
अगर Ishwar है तो हमारे देश के since को कुछ तो अविष्कार करना चाहिए आज तक हमारा देश साइकल का छूछी नहीं बना पाया
Yadav hoke napunsak jaise baath math kar , Nahi tho apna Yadav surname nikal ke koi Muslim religion join hoja
Bilkul sahi
तुम यादव नहीं हो , तुम निश्चित रूप से कटी हुई , इन्द्रिय के मालिक हो।
@@hinduswastika9754नपुंसक वाला बात तो तुम कर हों
Absolutely right
EXELLENT video
hame jab dushkram ka return milta hai toh hum bagwan ko koste hai or ulta bolne lagte hai ki bagwan nahi hote koyoki bagwan mere sath aisa nahi ker sekta
पूरी दुनिया में ईश्वर एक है सिवाय भारत को छोड़ कर।
😂😂😂😂😂
Nepal me bhi
विकास जी ने इस विडियो में बेहूदा तर्क दिया भगवान के होने और उसको पहचानने का
Great reply by vikas sir
ब्राम्हण कभी बहुजन का अध्यापक नही हो सकता।
मूर्खता पूर्ण रैपलाई है । कोई तर्क नहीं दिया । इसका रैपलाई ठीक से सुनिये । ये अपने तर्क से ही क्लियर नहीं है ।
@@jagpalsingh5875 तुम ब्राम्हण की तारीफ करो या मालीश करो। हम ब्राम्हण को इनसानही नही मानते।
@@anandgaikwad9524 ब्राह्मण जैसा क्रूर और कोई नहीं है भारत में ।
@@jagpalsingh5875 bhai aisa nhi hota yr... Mai bi ek pandit ke ghar paida hua hu but ye sab andhvishwas ka virodh karta hu aur mere bht sare friends bi h Jo ye sab andhvishwas aur jaat paat ko nhi mante h... 😊😊😊
Hm jante h hmare purvajo ne apko ullu banya h uske liye we are really sorry.
Apse bi yhi asha h ki ye sab nafrat ko chorkar aage bade isi me hm sabhi ka Bhala h aur ham sabi ek ache samjh bana skate h 😊😊.
किसी बेकसूर के साथ कुछ भी बुरा हो जाता है, भगवान नहीं रोकता| इस दुनिया का कोई मालिक नहीं है।
Jaruri nhi ki sare swal ka jwab aap sahi sahi samjha sake
Sahi kaha sir ne❤❤
आज जैसे फिल्म बनाकर पैसे कमा रहे है वैसे ही थिएटर टीवी आने से पहले काल्पनिक ग्रंथ लिखकर भगवान का अस्तित्व बताकर मंदिर दानपेटी दक्षिणा से पैसे कमा रहे थे कमा रहे है
अगर आज थिएटर टीवी शिक्षा नही होता तो भगवान के समूह में और एक बाहुबली नाम का भगवान सामिल हो जाता और हमें जय श्री बाहुबली का नारा देना पड़ता
😂
अगर सच में ईश्वर है ही तो वह खुद को छिपा क्यों रहे हैं ताकि सभी भ्रम में रहें या फिर वह खुद ही प्रत्यक्ष होना नहीं चाहते हैं। ईश्वर सच में है या नहीं है यह हमारी धारणाएं है और धरनाएं गलत भी हो सकती है। या फिर सत्य भी हो सकती है
ओ सब छोड दो... हम जिन् मुर्तियो को पुजते है ओ सचमे भगवान है क्या? क्या सच मे शिव जीने गणेश जी गर्दन उडाई ओर उन्हे फिर जिंदा किया? क्या हनुमान जी के पासिने से सच मे कोई पैदा हुआ? रावण को सच मे दस शिर थे?
नहीं है। ईश्वर इनसे अलग है।।
@@NextSuperStar100 तो कोई केहता क्यू नहीं जो ईश्वर हम पुजते हे ओ झुट है. रामायण महाभारत एक काल्पनिक कथा है. इस आधार पर हमें धार्मिक दंगे नहीं करणे चाहिए. या फिर कोई रामायण की कोई बात केहते है जैसे विकास सर ने कही थी तो उन्हे धमकिया दी जा रही थी o गलत है .
@@sidsart1510 jinhe hum abhi ishwar mante he aur murti ke rup me pujte he vo sab spiritual energy ka incarnation or experienced darshanik form hai, jo sabse saral marg hai jise bhaki Marg kaha jata hai... Asliyat me spiritual energy(3/4th part of entire creation which is indescribable n known as spiritual energy) jise bhrahm or par-bhrahm (supreme form of spiritual energy) kehte hai usi se ye sab incarnation or devi-devta sab utpann hue hai
अपने बाप बुद्ध से पूछ लेना उसे ज्ञान प्राप्त हुआ है वो सब बता देगा 😅😅😅
No god no peace
Know God know peace
Lord Buddha ❤
Agar hamen Bhagwan ne banaya to Bhagwan ko kisne banaya
Teri fufa ji ne😂😂😂
Iswar hai hi nhi jo koi banaiga
@@nirajgaming6131 exactly
ईश्वर सम्बंधित आपकी स्पष्ट एवं कटुसत्य विवेचना काबिलेतारीफ है।
ईश्वर अवश्य हैं लेकिन अभी भी अध्यात्म एवं विज्ञान के समझ के परे है। क्योंकि अभीतक सम्भवतः किसी नेभी ईमानदारी एवं समर्पित भावना से ईश्वर को नहीं खोजा है। अगर किसी को कुछ अनुभव भी हुआ होगा तो वे बाद में ईश्वर के नाम पर कमानेखाने लगे।
वैसे ईश्वर होने का सबसे बड़ा प्रमाण है ब्रह्माण्ड, जीवजन्तु,प्रकीर्ति की रचना एवं उसका सुव्यवस्थित संचालित होना। कर्म करना हमारे हाथों में होना लेकिन उसका फल ईश्वर के हांथो में होना, जीवन,मिर्त्यु,विकलांग होना,राजा रंक के यहां पैदा होना,परिस्थिति,विपत्ति,हादसे ये सभी ईश्वर के वश में है,हमारे वश में सिर्फ समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करना है।
Atheists usually don't initiate the arguments against god/allah. It is the believers of the monotheist creator prophet-sending abrahamic personal god/allah, who has almost all good/bad qualities of a human being.
Hinduism too has thr same things, although it is considered as a polythetic religon.
In thr end it is monotheistic as it was brahma who was the one God which made everthing.
Islam and Christianity are more rigid in their practice and that one God.
@@yoyodude-aoe2726 Brahma (ब्रह्मा) and brahman (ब्रह्मण) are not exactly the same idea. Also, brahman and God/Allah are different in that the brahman is nirguna (निर्गुणः) which has no quality - means, it is neither good nor bad, neither benevolent nor furious. Christians 'fear' God.
@@hillolkrdas7744 that was not the point.
I referred to brahma and not brahman, I know the difference.
Brahma is still the one main God, as Krishna is saying in geeta that he is the one.
In the end hinduism being a monotheistic religon which contains many versions of Bhrama.
Allah/God are said to all good and the disciples say there's evil in the world because of free will. Which is contradictory.
Also there's no proof of either of Brahma, Christ or Allah exsiting.
People believe so because it's written like that in old books
ईश्वर न मानने वाले को आप मूर्ख कह रहे है।
बुद्ध, भगत सिंग और डॉ. अंबेडकर जैसे कई लोग ईश्वर में विश्वास नहीं करते थे।
Timbre pass kya proof hai ki ishwar nhi hai
इन सबका बाप महात्मा गांधीऔर रविंद्र नाथ टैगोर राम राम जपता था ।
Meine bhi believe nhi kar God pe lund pe rakhte hu aise God ko
بالکل صحیح
अरे भाई ईश्वर है, क्योंकि कोई पागल ही होगा,
स्कूल को चलाने वाला टीचर, गांव के लिए प्रधान, ऐसा मंत्री, मुख्य मंत्री, देश के लिए प्रधान मंत्री तो क्या संसार चलाने वाला ही नहीं 🤣🤣🤣 what a jock..
है भाई है इतनी बड़ी शक्ति आसानी से नहीं मिलती ।। नास्तिक लोगो से सवाल अब बताओ गाड़ी है एक वह गाड़ी किसने बनाई मान लेते अपने आप बन गई लेकिन वह गाड़ी क्या बिना इंसानी कंट्रोल के चलेगी लिख कर देता नहीं चलेगी उसके अंदर कंट्रोल ही न रखा अगर इंसान ने या अपने आप इंसान बैठ कर न चलाए तो दिखा दो मुझे वह चलेगी 1km भी बताओ कैसे चलेगी। तो एक गाड़ी अपने आप नहीं चल सकती तो क्या पूरा संसार अपने आप चल रहा कंट्रोल हो रहा, अरे भाई कोई तो है। कोई तो है बिलकुल है। वरना आज सूरज पूर्व से निकला कल दक्षिण से निकलना चाहिए क्योंकि कोई कंट्रोल करने वाला थोड़ी न है बताओ, अगर मौसम, जल जीवन वायु के सब एक नियंत्रण में है तो कोई कंट्रोल करने वाला है। वरना अपने आप नहीं चलता। अब कुछ ज्ञानी बोलेंगे gravity नाम सुना है 😂 अरे बालकों तो सुन लो फिर। एक गाड़ी है तो उसे कोई इंसानी कंट्रोल करेंगे तो चलेगी अब आप बोलोगे की नहीं गाड़ी तो पेट्रोल, डीजल से ही चलती है।😂।
ठीक ऐसे जी ग्रैविटी जिसे गुरुत्वाकर्षण शक्ति कहते , है उस ईश्वर द्वारा ग्रैविटी शक्ति से ही ये सब कंट्रोल किया हुआ है। जैसे एक गाड़ी में इंसान ने डीजल से चलाया हुआ है।
अब बताओ
अब बोलेंगे ईश्वर कहा है। दिखता नहीं तुम विश्वास कैसे करते भाई जो तुम मोबाइल चला रहे तो जवाब देना क्या मोबाइल बिना नेटवर्क के चलता है आप बोलोगे नही तो टावर से तरंगे आती है । तो बताओ क्या आपने तरंगे देखी है आज तक अपनी आंखों से सिर्फ सुना है आपने बताओ और सबने सुना है।
अब मैं आपको किसी देश में या शहर में ले जाऊं और मोबाइल चलाने को बोलूं तो मोबाइल चलेगा मैं बोलूं फिर की मोबाइल कैसे चला आप बोलोगे टावर से रेंज आती है। अब मैं आपको वहां बैठे बैठे पूछूं की टावर कहां है क्या अनजान जगह मैं बता देंगे टावर कहां है, नही तो मैं बोलूंगा की आप कैसे बोल सकते रेंज टावर से ही आ रही , क्योंकि मोबाइल चल रहा है नेट चल रहा है। इसलिए आपको न रेंज दिख रही न टावर दिख रहा है । लेकिन फिर भी विश्वास है की टावर है। टावर है।
ऐसे ही संसार चल रहा है तो ईश्वर नहीं दिख रहा लेकिन वह है। ही। अपने आप तो एक पत्ता भी नहीं हिलता, यह सच है। अब फिर कुछ मूर्ख बोलेंगे ये देखो मैंने हिला दिया 😂 अगर ऐसा है । जिस दिन आपका अंतिम दिन होगा चिता पर आग होगी तो मैं आवाज डालूं की भाई पत्ता उठा दे। तो उठा लोगे तब क्या ।।
बिना कंट्रोलर के संसार ऐसे नही चल रहा जो सोचते ऐसा नहीं है वह घोंचू है। और 1 no के पप्पू है।
आगे से आगे share kren
a man graduated from whatsapp university ....
whatsapp ke messages copy paste kr diye ...
भाई कया जोक मारा है गजब 😂😂😂
सारे तर्क आधार हीन है कोई लोजिक नही है इन बातो मे | आपके बातो से ज्ञान और लोजिक का पता चल रहा है ज्ञानी बाबा गोबर गोमूत्र के इसतेमाल से ऐसी हालत हो जाता है 😂😂😂😂😂😂
Yadi God hai to 10 sal ki girls ka rape kyu ho Raha hai hatya kyu ho Raha hai jaliyawala hatyakand hua 1000 log dub kr Mr Gaye God ko bachana chahiye na 😅
jyada pareehan mat ho tumhare bus ki baat nahi😂
@@kapilsharma-ob1ii abhi tum balak ho bete abhi tum nhi samjhoge mai philosophy pe research kr Chuka hu
Kya baat hai kya Baat Hai Sir
भगवान श्रीकृष्ण एवढे शक्तिशाली होते परंतु त्या काळामध्ये सुद्धा द्वारकाधीश पाण्यात बुडवून समाप्त झाली. परंतु त्या काळामध्ये टेक्नॉलॉजीचा उपयोग ची अत्यवश्यक नव्हती . पण काळानुसार आजच्या युगामध्ये आपण एज्युकेशन टेक्नॉलॉजीचा उपयोग मोठ्या प्रमाणात करतो म्हणून आपण मागे राहू शकत नाही बाकीच्या कंट्री च्या प्रती तर बुद्ध धर्म उत्तम रास्ता सुचवला आहे . आपण जर फार बारीक बारीक गोष्टींचा जरूर विचार करत बसलो तर मला असं वाटतं की बाकीच्या कंट्री खूप पुढे निघून जातील आपण फक्त धर्म परिवर्तन समाजाच्या पारंपारिक रोटी पद्धतीने जर विचार केला तर आपण आजच समाप्त होऊन जाऊ . कारण की विदेशी लोकांचे रणनीती एकदम खराब आहे ते असे सांगतात की कदाचित पुढच्या भविष्यामध्ये पृथ्वी राहणार नाही उध्वस्त होणार आहे परंतु त्याचा लाभ ते मोठ्या प्रमाणात घेतात आणि ते जीवन जगून आहे. आपल्या इंडियन माणसाला फक्त एवढच सांगतात ते क्लायमेट टेक्नॉलॉजीचा योग्यउपयोग तुम्ही करू शकत नाही आणि आपण त्या गोष्टीचा अर्थ निष्कर्ष आणि काही विचार निघत नाही आपले आयुष्य आपणच जगायचे ऐवजीं आपण स्वतःला संपवून टाकतो. मला असे वाटते की आपण जीवन परिपूर्ण जगले पाहिजे 🙏
Dhanyabad G
सत्य की मजबूती अनुभव हैं, अनुभव ही प्रमाण है , और सत्य को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती, ये साफ़ साफ़ बोले जाने वाले भारत का सर्वोपरि जूठ है, इश्वर की अनुभूति ना हो तो जीवन भर उसका होना या मानना अंधविश्वास है, इश्वर नहीं है ये प्रश्न नहीं है, ईश्वर कहा है ये प्रश्न है.
No there is no any god
yes there is no god in universe
God bless you, willow,.
Innocent face, and cute voice
Dalal kabhi Allah ki nyi kehta h ke Allah h ki nayi...kyuki Abdul andhbuddha ko Jo khush Krna h
Sir kon sa Ishwar pe Bhrosa kare
Uska nam to bat do
Unsubscribe
Andhbakt
@@randironaaditya6190 Madarsaa Topper
@@randironaaditya6190 AndhNamazi 😂
[03/05, 6:16 pm] Khalid Hasan: 2:213 كَانَ النَّاسُ أُمَّةً وَاحِدَةً فَبَعَثَ اللَّهُ النَّبِيِّينَ مُبَشِّرِينَ وَمُنذِرِينَ وَأَنزَلَ مَعَهُمُ الْكِتَابَ بِالْحَقِّ لِيَحْكُمَ بَيْنَ النَّاسِ فِيمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ ۚ وَمَا اخْتَلَفَ فِيهِ إِلَّا الَّذِينَ أُوتُوهُ مِن بَعْدِ مَا جَاءَتْهُمُ الْبَيِّنَاتُ بَغْيًا بَيْنَهُمْ ۖ فَهَدَى اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا لِمَا اخْتَلَفُوا فِيهِ مِنَ الْحَقِّ بِإِذْنِهِ ۗ وَاللَّهُ يَهْدِي مَن يَشَاءُ إِلَىٰ صِرَاطٍ مُّسْتَقِيمٍ
सारे मनुष्य एक ही समुदाय हैं (उन्होंने विभेद किया) तो अल्लाह ने नबियों को भेजा, जो शुभ-सूचना देनेवाले और डरानेवाले थे; और उनके साथ हक़ पर आधारित किताब उतारी, ताकि लोगों में उन बातों का जिनमें वे विभेद कर रहे हैं, फ़ैसला कर दे। इसमें विभेद तो बस उन्हीं लोगों ने, जिन्हें वह मिली थी, परस्पर ज़्यादती करने के लिए इसके पश्चात किया, जबकि खुली निशानियाँ उनके पास आ चुकी थीं। अतः ईमानवालों का अल्लाह ने अपनी अनुज्ञा से उस सत्य के विषय में मार्गदर्शन किया, जिसमें उन्होंने विभेद किया था। अल्लाह जिसे चाहता है, सीधे मार्ग पर चलाता है।
[07/07, 8:12 pm] Khalid Hasan: 23:52 وَإِنَّ هَٰذِهِ أُمَّتُكُمْ أُمَّةً وَاحِدَةً وَأَنَا رَبُّكُمْ فَاتَّقُونِ
और निश्चय ही यह तुम्हारा समुदाय, एक ही समुदाय है और मैं तुम्हारा रब हूँ। अतः मेरा डर रखो।"
23:53 فَتَقَطَّعُوا أَمْرَهُم بَيْنَهُمْ زُبُرًا ۖ كُلُّ حِزْبٍ بِمَا لَدَيْهِمْ فَرِحُونَ
किन्तु उन्होंने स्वयं अपने मामले । (धर्म) को परस्पर टुकड़े-टुकड़े कर डाला। हर गरोह उसी पर खुश है, जो कुछ उसके पास है ।
Reject all religion and accept dharm ❤❤
10 crore hindu bharat me hindu dharm ko nhi maante hai ye pata hai ki nhi tumko pagal insaan
GOD IS A LIVEing THING
BECAUSE YOU ARE A LIVEING THING
Ye sahi hai sochne ne ke liye to kuch bhi soch skte hai but galat ye hai ki apne fayde ke hisab se kuch socho aur fir dusro ko bhi majbur kro vo hi sochne ke liye...
Normal person can understand what I'm saying..
किसी की आस्था को ठेस ना पहुंचाओ।आपका शुभचिंतक शिक्षाशास्त्री विरेन्द्रसिंह चौहान ब्यावर राजस्थान।
Veri good
Dhanyvad dhanyvad
Jay atheist
"भगवान का दुसरा नाम ही कर्म है"
आप रोज सबह से शाम तक जो कार्य करते हो...जैसे की चाय पिना, नहाणा, खाना बनाना, खाना खाना...( ऐसे हजारो कार्य सबह से शाम तक करनाही पडता है) अगर यह काम नही तो जिंदगी नरक बन जाती है... यानी यह समझे..आप जो रोज मर्रा के छोटे छोटे कार्य करते हो... वह सब काम मंदिर जाणे से भी ज्यादा महत्व के है...आप मंदिर जाते हो पर घरके काम नहीं कर रहे हो...जो जीवन जिने के लिये अती आवश्यक है... इसिलिये हमी लगता है... भगवान का दुसरा नाम ही "कर्म" है...कर्म के बगर जिंदा रहना मुश्किल ही नही नमुमकिन है..
पांच ही इन्द्रियां पर्याप्त हैं.. बस इन्द्रियों की दिशा विषयों से बदलकर कर्म, या ज्ञान या फिर भक्ति की ओर कर दो... अगर नास्तिक हो तो कर्मो मे लग जाओ.. और हर तरह की किन्तु परन्तु से परे हो जाओ..
जय धरती मां,जय सूर्य देवता,जय जल देवता, जय पंच महाभुत संतुलन,जय सृष्टी देवता,जय विश्व शक्ती, जय आदिशक्ती,जय लक्ष्मी देवी,जय पार्वती माता,जय भवानी माता,जय संतोषी माता,जय दुर्गा माता, जय मरी माता,जय काली माता,जय जगदंबा माता,जय तुळजा भवानी माता,जय सप्तशृंगी देवी,जय महादेव भोलेनाथ,जय विष्णु देव,नमो बुध्दाय,जय बजरंग बली हनुमान,गणपती बाप्पा मोरया,जय गजानन बाबा,श्री स्वामी समर्थ,जय साई बाबा,जय शंकर बाबा,जय दत्तगुरू,जय शिवाजी,जय संभाजी,जय शाहुजी,जय फुलेजी,जय संत कबीर,जय गाडगे बाबा,जयभीम, वीर भगतसिंह की जय,
भगवान,ईश्वर,परमेश्वर,देवता,खुदा,रब,ईसामसीह
द्वा सुपर्णा सयुजा ❤❤❤
Great really sor