आ. गुरुजी के ज्ञान और तपस्या के आगे मैं तो अत्यन्त नगण्य हूँ, फिर भी संस्कृत भाषा के अर्हत् पद का प्राकृत भाषा में रूप 'अरहंत' पद है, न कि बिगड़ा हुआ रूप - ऐसा मेरा मानना है। प्राकृत और संस्कृत में प्राचीनता का अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है और न ही प्रमाणिकता का। दोनों का व्याकरण बहुत वृहद् है अतः किसी को किसी का बिगड़ा हुआ रूप नहीं कहा जा सकता।🙏🙏🙏
🙏🏼❤️
Thanks very good thanks
Ye sunke mujhe apna vedant darshan aur bhi shresht, mahan lag raha hai.
बौद्धो का द्वेष साफ साफ दिखाई दे राहा है फिर भी गुरुजी को 🙏🤗
Beautiful and very nice explaination of Buddhism
कुल मिलाकर बात एक ही है जिसे वेदांत ने अहंकार कहा है और योग वशिष्ट में इच्छा कहा है और बौद्ध ने तर्ष्णा कहा है,
आप तो खुद ही वृद्ध है लेकिन बातें जवानों जैसी कर रहे हैं..
Lot of thanks 😊 aapko hame sunne me achha lagta hai.
Sir tusi great ho
La jabab dil khush ho gaya kahan the aap
Saadar Pranam 🙏🙏
😇🥰🙏
Thank you teacher! 🙏
बुद्ध नास्तिक है या अज्ञेयवादी?
हार्दिक आभार।
🥀🙏🙏🙏🥀
Inka darshan to sab Asat hi hai. Btw I respect budhha but not unke shunyavadi darshan.
🙏
Lagatar vedio banate rahiye in vishayon par itni aasan bhasha me koi vi vedio nahi h
क्या बुद्ध स्थितप्रज्ञ थे?
क्या बुद्ध के अनुसार मरा हुआ जानवर खाना योग्य है?
आ. गुरुजी के ज्ञान और तपस्या के आगे मैं तो अत्यन्त नगण्य हूँ, फिर भी संस्कृत भाषा के अर्हत् पद का प्राकृत भाषा में रूप 'अरहंत' पद है, न कि बिगड़ा हुआ रूप - ऐसा मेरा मानना है।
प्राकृत और संस्कृत में प्राचीनता का अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है और न ही प्रमाणिकता का। दोनों का व्याकरण बहुत वृहद् है अतः किसी को किसी का बिगड़ा हुआ रूप नहीं कहा जा सकता।🙏🙏🙏