जैन धर्म और महावीर स्वामी का इतिहास || History of Jainism and Mahavir Swami

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  • Опубліковано 12 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 370

  • @adityasurve8106
    @adityasurve8106 7 місяців тому +2

    जैन धर्म का पुरा का पुरा ज्ञान देने केलिए आपको तहे दिल से धन्यवाद।
    जैन धर्म के संस्थापक ॠषभदेव थे, और महावीर स्वामी जी प्रवर्तक थे, यह महत्वपूर्ण ज्ञान मिला है। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @dkhan9456
    @dkhan9456 3 роки тому +13

    नमस्कार
    महोदय, आपने अपनी अति सुंदर व सारगर्भित प्रस्तुतियों से मुझे जीत लिया।
    एक गलती हो गई है।महावीर जैन के स्थान पर महात्मा बुद्ध का चित्र लगा दिया है।
    बहुत बहुत धन्यवाद।

    • @Ajayyadav-rq8ly
      @Ajayyadav-rq8ly 3 роки тому

      right

    • @apurvjain6309
      @apurvjain6309 3 роки тому +2

      Dr .mahaveer jain nahi
      Jain jin ka anuyai jin mtlv jisne apne samst dosho ko jeet liya ho...

    • @dwaitastroguru5187
      @dwaitastroguru5187 3 роки тому

      @Fattu Khujlesh डोक्यावर पडला का?

  • @dr.vijaishankarmaurya2767
    @dr.vijaishankarmaurya2767 3 роки тому +27

    जैन एवं बौद्ध धर्म दोनों में निर्वाण का मतलब मोक्ष... जीवन,मृत्यु के चक्र से मुक्ति।
    जैन,बौद्ध दोनों में बहुत सी समानताएं हैं।
    जैन धर्म शारीरिक कष्ट पर ज्यादा ध्यान एवं बौद्ध धर्म मध्यम मार्ग।

    • @apurvjain6309
      @apurvjain6309 3 роки тому +6

      Bina taype dudh mai malayi nahi ati
      Toh app kaise soch skte hai.bina taype sahrir ke bina ap atama rupi sudh pavitra atama ko paa skte hai
      Buddh people mass khate hai Jinda ka nhi mare huye ka 😅
      Nd jain DHARM iska nisedh karta hai...

    • @dr.vijaishankarmaurya2767
      @dr.vijaishankarmaurya2767 3 роки тому +5

      @@apurvjain6309 ज्यादा सफल बौद्ध धर्म रहा, भारतवर्ष की पहचान भगवान बुद्ध हैं न कि भगवान महावीर।
      तपाना मन को है,शुद्ध मन को करना है।
      बुद्ध द्वारा मांस खाने की इजाजत मजबूरी में दी गयी। जो देखा न हो,सुना न हो कि वहां मांस पक रहा एवं भिक्षुओं के प्रयोजन से न बना हो.....ऐसा खाना उपासक द्वारा दान देने पर भगवान बुद्ध ने ..अनुमति दी।
      जीवन तो वनस्पतियों में भी होता.. शाकाहार में भी जान होती है । जीव ही जीव का आहार है।
      मेरे लिए दोनों पूजनीय एवं सम्माननीय हैं।
      आपके प्रश्न के जवाब में तुलना करना पड़ा ...लेकिन उसके लिए क्षमा चाहता हूं।
      मैं तो दोनों को सम्मान देता हूँ....लेकिन पता नहीं जैन लोगों का भगवान बुद्ध एवं बौद्ध धर्म के प्रति क्या नजरिया है..???
      चरमपंथी हर जगह मिलते हैं।

    • @apurvjain6309
      @apurvjain6309 3 роки тому +1

      @@dr.vijaishankarmaurya2767 Good joke....
      Jain DHARM ne apne sidhant ke sath kabhi khildvad nahi kiya
      Khan raja bhoj khan gangu teli
      Mahaveer teethankar the
      Gautam buddh ne bhi digamber diksha li lekin usne hua nhi kuch fir unhone madyast rasta apna liya ...
      Aaz budh ki bajh se kitna log masahari hogye jhan shahro me mare huya ka mas khate hai unhe koi toh marta hoga na bo kiske liye marte haai khane bale ke liye hi na

    • @dr.vijaishankarmaurya2767
      @dr.vijaishankarmaurya2767 3 роки тому +1

      @@apurvjain6309 अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते रहिये।
      भारतवर्ष में सिमटकर रह रहे हैं।

    • @prasankumar6169
      @prasankumar6169 3 роки тому +3

      @@dr.vijaishankarmaurya2767 भारत में जैनिज्म पहले से हे और बुद्धिस्ट बाद आया है

  • @studioparizah1242
    @studioparizah1242 2 роки тому +10

    Cannot stop myself from watching all ur videos. Very well explained with minute details. Thank u 🙏

  • @harshitagarwal7067
    @harshitagarwal7067 3 роки тому +9

    Samyak Darshan,Samyak Gyan,Samyak Charitra-Three Ratnas of Jainism.

  • @TheBhartiyaa
    @TheBhartiyaa 3 роки тому +9

    You cleared all my concept regarding jainism thank you sir 🥰

  • @maninderchandi4420
    @maninderchandi4420 2 роки тому +2

    Excellent information

  • @ratansalvi1918
    @ratansalvi1918 3 роки тому +1

    जैन साहित्य बहुत विशाल है। अधिकांश में वह धार्मिक साहित्य ही है। संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश भाषाओं में यह साहित्य लिखा गया है। भगवान महावीरस्वामी की प्रवृत्तियों का केंद्र मगध रहा है, इसलिये उन्होंने यहाँ की लोकभाषा अर्धमागधी में अपना उपदेश दिया जो उपलब्ध जैन आगमों में सुरक्षित है।

  • @p.9094
    @p.9094 3 роки тому +2

    आज़ का जैन समाज 5 मेन टीचिंग से दूर हैं,
    इसीलिए आज़ इतने आमिर हैं l आज़ कल के हिसाब से सही कर रहे हैं l नहीं तो बच नहीं पाते l

  • @-AkhilTej-
    @-AkhilTej- 7 місяців тому

    💎🏆 Great insightful & fruitful video 🏆💎

  • @dilipdugar2617
    @dilipdugar2617 3 роки тому +6

    Mahavir swami is 24th tirthankar.Before Mahavir 23 tirthankar were present.Therfore Mahavir is not the founder but he was Pravartak of jainism.means he publicised it more

    • @siddiquiabdulrahim3849
      @siddiquiabdulrahim3849 2 роки тому

      24th tirthankar Swami mahaveer kaise bane?

    • @meghajain7322
      @meghajain7322 Рік тому

      ​@@siddiquiabdulrahim3849
      As simple jese agr apki family ki long generation m koi 2 log phle kisi same post ko prapt kr chuke ho to ap 3rd pe aaoge vese hi bhagwan mahaveer se phle 23 teerthankar hi chuke h to ve 24th h

    • @siddiquiabdulrahim3849
      @siddiquiabdulrahim3849 Рік тому

      @@meghajain7322 ok . tirthankar ki definition kya hoto hai.aur kon decide krta hai? Aur jo mahavir swami se pehle tirthankar the unka kya hota hai.

    • @meghajain7322
      @meghajain7322 Рік тому

      @@siddiquiabdulrahim3849
      Jinke kalyanak hote h ve teerthankar kahlate h ye koi b decide ni krte blki teerthankar bnne k poorv bhav yani ki jnm m ve teerthankar prakriti ka bandh krte h yani ki ve apne poorv bhav m hi apna next bhav decide kr lete h ki unka teerthankar k roop m jnm hoga.
      Or baki k 23 teerthankar bhagwan k b pacho kalyanak hue h garbh, janm, tap, kevalgyan or moksh. Jesa ki jb panchkalyanak hote h tb ye pachi kalyanak hi to hote h

  • @ajjayjaiin1171
    @ajjayjaiin1171 3 роки тому +75

    महावीर स्वामी जैनं धर्म के आखिरी प्रवर्तक थे न कि संस्थापक । जैनं धर्म के संस्थापक ऋषभदेव थे

    • @Gypsyaroundglobe
      @Gypsyaroundglobe 3 роки тому

      Sahi Kaha Apne aur burdhmaan mahaveer jee bohot Mahaan they.

    • @mdiqbalali4633
      @mdiqbalali4633 3 роки тому +3

      Was jainism older than Sanatan dharma?

    • @nishajaihindajain9192
      @nishajaihindajain9192 3 роки тому +2

      @@mdiqbalali4633 please see the Jain UA-cam channel CHARAN MANGAL . The topic is SHIV HI RISHAB HAI .

    • @dwarkaprasadjoshi
      @dwarkaprasadjoshi 3 роки тому

      @@mdiqbalali4633 No JAIN means
      BAL UKHDAO FUKTEKHOR
      DWARKAPRASAD JOSHI NAGPUR M.H

    • @rahulsurana8908
      @rahulsurana8908 3 роки тому +9

      @@mdiqbalali4633 yes, Jain धर्म जिसे श्रमण धर्म भी कहा जाता है। वर्तमान में जैन धर्म ज्यादा चलन में है और वर्तमान में दुनिया के ज्यादातर लोग जैन धर्म के से ही जानती है। दुनिया के सबसे पुराने ग्रंथ रिग्वेद में भी जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभवदेव जी का उल्लेख आता है। ऋषभवदेव जी को आदिनाथ भगवान भी कहा जाता है। और आदम बाबा भी कहा जाता है। और 24 तींर्थकर सभी अरिहन्त कहलाते हैं, जैसे समुद्र में एक बूँद पानी में मिल जाती है तो वो भी समुद्र ही कहलाती है। उसी प्रकार जब मोक्ष के बाद जब आत्मा का परमात्मा में मिलन हो जाता है, तो वो भी परमात्मा स्वरूप हो जाती है। जिसे अरिहन्त कहते हैं। और अरिहन्त सिर्फ एक ही है। और दुनिया का सबसे पुराना धर्म जैन धर्म ही है। चाहे गूगल पर जाकर सर्च कर सकते हो

  • @premsharma6819
    @premsharma6819 2 роки тому +3

    Best efforts to explain the Jainism.

  • @rahulsurana8908
    @rahulsurana8908 3 роки тому +3

    जब खुद को पूरा ज्ञान ना हो तो उस अधूरे ज्ञान को किसी को नहीं देना चाहिए। पहले जैन शब्द प्रयोग में नहीं लिया जाता था। पहले जैन धर्म को श्रमण धर्म कहा जाता था और आज भी श्रमण धर्म ही कहा जाता है। पर चलन में जैन शब्द का प्रयोग आज ज्यादा होने लग गया है। रामचंद्र जी, कृष्ण जी सब जैन धर्म मतलब श्रमण धर्म के ही अनुयायी थे। सनातन धर्म शब्द भी बाद में आया है, पहले इसे ब्रह्म धर्म मतलब बाह्मण का धर्म कहा जाता था।

  • @nehashekhawat706
    @nehashekhawat706 2 роки тому +2

    Thank you so much sir, this is very useful and knowledge full for us .🙏

  • @maninderchandi4420
    @maninderchandi4420 2 роки тому +1

    I get lot of basic information about jainsism.

  • @dwaitastroguru5187
    @dwaitastroguru5187 3 роки тому +5

    अरे भाई पहीले जैन धर्म का अभ्यास कर जैन धर्म का गलत इतीहास मत बता। कौन से युनिवर्सिटी मे तुने इतीहास की फर्जी डिग्री लि है। जैन धर्म के प्रथम तिर्थंकर भगवान ऋषभ देव है यह बात वेदो ने प्रमाणीत की है। और जैन धर्म वेदपुर्व भारतवर्ष का प्राचीन एवं सनातन धर्म है। जैन धर्म का अस्थीत्व वेदपुर्व भारत वर्ष मे था। यह बात भारत के इतीहासकारो ने सिद्ध कीया है। आपको इतीहास की जानकारी नहीं है कुछ भी झुठा इतीहास मत पढ़ावे।

  • @pravinshaha7873
    @pravinshaha7873 3 роки тому +13

    The correct pronunciation is tirthankar not tirthkar

  • @shuvetajain7349
    @shuvetajain7349 3 роки тому +17

    Meaning of Nirvana is to get freedom from rebirth, which is applicable in both Jainism and Buddhism

    • @nivsaanarathore6971
      @nivsaanarathore6971 3 роки тому

      Search in goggle it's called moksha. Moksh from all MOH maaya indirectly called freedom. So he is correct

    • @arjavjain4811
      @arjavjain4811 2 роки тому +1

      @@nivsaanarathore6971 question aaya to aap pakka marks kho dengi, hamne shastra padhe h nirvana matlab hi moksh hota h kuch na pata ho to mat bolo 💯🙏

    • @randombeats8043
      @randombeats8043 2 роки тому

      rebirth aur redeath ko to mante the na Buddhism aur Jainism meh?

  • @ravijain5180
    @ravijain5180 3 роки тому +2

    What about 'Anekant Vad' one' of the principles of. Jainism?

  • @krishnajha4085
    @krishnajha4085 3 роки тому +5

    Jain community and budh community ko bihar ke development me support karna chahiye.

    • @danishahmad8687
      @danishahmad8687 2 роки тому

      Wo ek dusre ki growth me help krne wale cult ki trh kaam krte h

    • @NativeIndian1310
      @NativeIndian1310 2 роки тому +1

      @@danishahmad8687 dekho bol kaun raha hai.😂😂😂😂 Cult k vishwaguru.🤣

  • @seemarana1769
    @seemarana1769 3 роки тому +4

    Very helpful content🤗sir

  • @____95000
    @____95000 Рік тому

    Very nice explanation sir thank you so much

  • @rbgavit3748
    @rbgavit3748 3 роки тому +2

    जैन धरमककी जानकारी के लीए धनवाद

  • @yv2889
    @yv2889 3 роки тому +4

    नमस्ते,
    आप ने बहुत सुंदर जानकारी दी है।
    Ascetic के उच्चारण में "अस्सेंटिक" के बजाय "एस्सेटिक" बिना अनुस्वार होना चाहीये।
    "अस्तेय" यह सही उच्चारण है ना की "असतेय"
    इसका मूल संस्कृत में ही है। "स्तेन" अर्थात चोर व "स्तेय" अर्थात चोरी।

  • @GuruEesan-atomfounder
    @GuruEesan-atomfounder 3 роки тому +3

    Prime religion or philosophy is "Aseevagam" a Siddha philosophy it is started by Gondi peoples which ancient Tribals and allover spreaded asian china africa , indonesia etc..... jainism& buddhism followed this philosophy and found their own enlightenment pathway. Later followers of jain and buddhist people created new religions and still going on. But aseevaham name forgotten due to persian brahmins religion spread forcefully executed the siddhas.

  • @vidyap6774
    @vidyap6774 3 роки тому

    Aapke is video me real content hai, bahot hi badhiya.

  • @infotainment8839
    @infotainment8839 2 роки тому +3

    Hindu 🕉️ सिख, जैन, बौद्ध भाई भाई 🚩🚩🚩

    • @healtheducation4116
      @healtheducation4116 Рік тому +1

      अन्य धर्म के भी भाई नही है?

    • @ImprovePath
      @ImprovePath Рік тому

      @@healtheducation4116 🤣🤣

    • @poonchi123
      @poonchi123 26 днів тому

      इस्लाम धर्म ऐंड ईसाई धर्म भी सबके भाई

  • @bhavvvnahsingh7718
    @bhavvvnahsingh7718 3 роки тому +5

    Thank you ❤️

  • @dobbby2210
    @dobbby2210 2 роки тому

    It is an honor if you are born in jainism region

  • @premsharma6819
    @premsharma6819 2 роки тому

    Jai Jinendra

  • @rehaningle7933
    @rehaningle7933 Рік тому +1

    Sir mai zyada nai janta.. pr agar apne jaise bataya.. Chandragupt morya(340 BC) ne jainism(500 BC) adopt kia. How’s It Possible? I hope ap mere sawalo ko sulzayenge.🙏🏿

  • @shuvetajain7349
    @shuvetajain7349 3 роки тому +9

    The principles of Jainism are the base of peaceful life for oneself and for others also

    • @dr.vijaishankarmaurya2767
      @dr.vijaishankarmaurya2767 3 роки тому +1

      Same is true for Buddhism with universal acceptance. Buddhism is more practical & more acceptable.
      Buddhism is major religion of world.

    • @NativeIndian1310
      @NativeIndian1310 2 роки тому

      @@thankyou9735 non violence doesn't mean one has to accept the wrong doings by others and to be coward.
      If someone is harming you then it's your right to do your self defence.

    • @marvelgamingyt9751
      @marvelgamingyt9751 2 роки тому

      Hahaha chutiya baaton PR baroosa krte ho 1 human being god kaise ban sakhta hai yeh sab chutiya kahaani hai

  • @aloksahu5660
    @aloksahu5660 3 роки тому +4

    Chandragupta Maurya never adobted Jainism. The king who converted to Jainism under guidance of bhadrabahu was Chandragupti

  • @Kalyan.Karini
    @Kalyan.Karini 2 роки тому +1

    Thanks Sir 🙂

  • @indrajitkamble9446
    @indrajitkamble9446 3 роки тому +2

    Jay Jindra.
    🙏🙏🙏

  • @adiffyt533
    @adiffyt533 3 роки тому +4

    Jay ho neminath bhagwan ki

  • @rutmay1
    @rutmay1 3 роки тому +8

    As per archeological discovery the Jainism is the oldest religion, and supreme court decision also in this. In period of Ram 20th Tirthankar Munisurvanswami....then Naminath...with krishna period his cousin brother Aristnemi also 22nd Jain Tirthkar and thenafter 23rd Tirthkar Parsvnath. This information also noted....All evidence of all above mention Tirthkar are available.

    • @apurvjain6309
      @apurvjain6309 3 роки тому +1

      Mohanzoadaro or haddapa sanskriti purutaatv vivhag ne MURTI puza jain DHARM se start huyi Iska bhi conform kiya
      Pr ye bat logo ko hazam nahi hoti

    • @manojbhelande2920
      @manojbhelande2920 3 роки тому

      correct ...also here in this video 5-7 th BC is not correct ...this is oldest religion

    • @sunnydharod2518
      @sunnydharod2518 2 роки тому

      @@apurvjain6309 : Bhaai. Ek actual video banaa na. With actual facts. This was vague

  • @Vrajvandan
    @Vrajvandan 3 роки тому +6

    हिंदू धर्म और शीख धर्म सबसे नये धर्म हैं. धर्म नाम कि संकल्पना बौद्ध धम्म के बाद सुरु हुई हैं, इसके पहले तो सिर्फ विविध मत थे.

    • @mukeshpnaidu
      @mukeshpnaidu 3 роки тому +1

      Buddhism is just a group of followers following Siddharth, just like in Hinduism people follow their Spiritual guru

    • @pratyushkumarjaiswal2573
      @pratyushkumarjaiswal2573 3 роки тому +7

      Bewakoof ho tum jo aisi baat kar rahe ho. Dharm shabd ka meaning Hinduism me sabse pehle use hua jisme society ke har group ko uski duties batayi gayi wahi uska dharm h. Hinduism ka itihass sabse puraana h ye puri duniya maanti h aur researches me ye sabit bhi ho chuka h. Tum kya neel grah ke prani ho. Isi gole ke ho yaa kisi aur grah se aaye ho.

    • @mahendradixit8199
      @mahendradixit8199 3 роки тому +1

      Hindu Dharm Sab Dharmo se mahan hai

    • @shadabnafees3189
      @shadabnafees3189 9 місяців тому

      ​@@mahendradixit8199lol copy paste hai har religion ka

  • @mangaljit1109
    @mangaljit1109 Рік тому

    Very well success Plus academy

  • @anjalimewade5211
    @anjalimewade5211 9 місяців тому

    I have one question from mahavir swami we all know it's risen but origin no one talks about...like since starting...?? I have seen lots of videos but everyone starts from reformed version of Jain...how rishbh dev originated how he started..?? Buddhism originated first then Jainism originated but it's previous version of rishbh dev we want to know.

  • @ANNu-f4r7t
    @ANNu-f4r7t 3 роки тому +1

    Supper

  • @stringmusic1996
    @stringmusic1996 2 роки тому

    Sir why it was devided? What was the reason???

  • @geniusprofile295
    @geniusprofile295 3 роки тому

    Badhiya

  • @fun2sh1997
    @fun2sh1997 3 роки тому +1

    Sir please correct the information mahavie bhagwan ji 5th stabdi me hue the but usse pehle 23 all ready tirthankar the rigveda me rishabh dev bhagwaan ji ka jikar hai to jain dharm 5th satabdi se purana hai

  • @jharanamajhi2446
    @jharanamajhi2446 Рік тому

    Sir doughter of mahavir - priyadarshini?????

  • @kamalmorya2661
    @kamalmorya2661 2 роки тому

    amazing teaching sir

  • @sonamrigzin1557
    @sonamrigzin1557 2 роки тому +2

    Sermon of buddh dharma was in both pali and sanskrit. You must correct dis misunderstanding.

    • @NativeIndian1310
      @NativeIndian1310 2 роки тому

      No only in Pali. You should correct your misunderstanding.

  • @kashishdawar3837
    @kashishdawar3837 2 роки тому +1

    Nice

  • @rakeshrajput6746
    @rakeshrajput6746 3 роки тому +1

    Budh Sidharth ki Puri jankari de kab aaya or Bharat se kese samapt huva budh koan the or kis Karan aaj budh ke vasaj ko kis jaati se Jana jata he.please purn jankari dijiyega.

  • @ANNu-f4r7t
    @ANNu-f4r7t 3 роки тому +1

    Thanks 😊

  • @dadu299
    @dadu299 3 роки тому

    Sir Mahivir ji ka Janm 540bc aur mrutyu 468 kaise 612 me hona chahiye na..

    • @Flute-Ful
      @Flute-Ful 3 роки тому

      Before Christ BC or AD. BC me 540 ke baad 468 aata hai. Ulti ginti chalti hai BC me

  • @sumitchavan4336
    @sumitchavan4336 3 роки тому +2

    जैन धर्म का उदय आदिनाथ भगवान से हुवाहे ...

  • @tycengsam9614
    @tycengsam9614 2 роки тому +1

    Jainism and Buddhism is one only , the place ,the time frame , and the child from royal family , iy just only the depiction is changed and people divided it into two religions .

  • @priyanshi5647
    @priyanshi5647 3 роки тому +4

    Siddharth Gautam:- Buddha ❤️

  • @markhasonebigone
    @markhasonebigone 3 роки тому +10

    Happy that you shared this video with lots of information about jain religion. But sadly, many errors, misinformation. Jain dharm is shashwat. It was and will remain forever. But appreciate your effort in educating people about jain religion

  • @iam.varuns
    @iam.varuns Рік тому

    Prabhu Mahavir Swami Ji is our 24 Tirthankar and the founder is Prabhu Adinath (Vrishabhdev)

  • @dr.mohdusama1608
    @dr.mohdusama1608 3 роки тому

    I want to know 7 belief of this religion... Like jive, ajive, moksh,?

  • @aadishjain6396
    @aadishjain6396 Рік тому

    Bharat desh mai pahele Jain dharam ke anuyayi hi the. Lekin 24we tirthankar mahaveer swami ke kaal tak aate aate log Jain dharam se vimukh hone lage the. Lekin bhagwan mahaveer swami ne phir se sab ko satya ki traf aur kathor parampara ki traf sab ko joda.

  • @suhavanasuman3022
    @suhavanasuman3022 2 роки тому

    Sir you are telling agamas and upagamas, but Google anga and upanga is telling, what is right?

  • @gauravpandey4320
    @gauravpandey4320 2 роки тому +1

    Parshavnath lived in 9th century NOT in 7th century, all the those who are preparing for exam pls mind this correction.

  • @akcreation9113
    @akcreation9113 2 роки тому

    Good

  • @prasankumar6169
    @prasankumar6169 3 роки тому +1

    जैनिज्म में 64 Agam आगम था और Akbar samay mein jab Mughal shasan aaya tha tab pura nasht kar chuke the aur sirf badi mushkil se 32 Agam rah gaye the

  • @shortvideos9449
    @shortvideos9449 2 роки тому

    Kindly Brief about the death if Mahavur Swami

  • @capricorn9186
    @capricorn9186 3 роки тому +1

    Assam ka surya pahar meebhi buddha aaur jain dharm se related bohut sara khandar hai..

  • @selvinakalidas1966
    @selvinakalidas1966 3 роки тому

    Sar jaysay gautam buddha naypal ka tha tho mahavir kay purvaj eis dash may kahasay aaye thay

  • @abhashjain7359
    @abhashjain7359 3 роки тому +2

    Photo is of budha nd not of mahavir swami

  • @Itihasjankari196
    @Itihasjankari196 3 роки тому

    What is anenkatabada and sayadbada?????

  • @raja52vlogs
    @raja52vlogs 2 роки тому

    Great experience and explain we are proud of you sirji 🌺🪴🪴

  • @kapilmanchey
    @kapilmanchey 2 роки тому

    🙏🙏🙏

  • @shortvideos9449
    @shortvideos9449 2 роки тому

    Sir, I think you taken Gautama Buddha's photo for Mahavir swami.

  • @akshayoturkar3768
    @akshayoturkar3768 2 роки тому +3

    All this religion comes from Hinduism hindusim is beautiful religion 🕉

    • @mysteriousmarvel8735
      @mysteriousmarvel8735 2 роки тому +3

      O bhai Jainism khud alag hai Hinduism se. Jainism is the oldest known religion.

    • @randombeats8043
      @randombeats8043 2 роки тому

      tab ki Hinduism ke karan hi yeh sabh religion banaya geya tha vaya

    • @piyushdevnath293
      @piyushdevnath293 2 роки тому

      @@mysteriousmarvel8735 alag kaise explain

    • @jksssbspecialmcq4611
      @jksssbspecialmcq4611 2 роки тому +2

      @@randombeats8043 they didnot follows vedic rituals ..believed in karma

    • @kunaljain197
      @kunaljain197 2 роки тому +3

      😂 agyanta of supreme level. Hinduism word came after 10 th century CE.

  • @kamalakarpatil5088
    @kamalakarpatil5088 3 роки тому +3

    हिंदु धर्म एक महान धर्म है, बुध्दीमानो कि बुध्दी रखनेवाली आत्मा ही हिंदु धर्म को ग्रहण कर सकती है. हिंदु धर्म जिन को समझ मे नही आया उन्होने अपनी गलत मान्यताओ के आधार पर अपने खुद के धर्म स्थापन कर लिये ! आत्मा को मानता है पर परमात्मा को नही मानता या दोनो को भी नही मानता, ये यही दर्शाता है कि सत्य कि पहचान नही हो पायी तो अपनी ही गलत धारणाओ को सही मानकर मै जो कह रहा हू यही सत्य है और उसि को दोहराना, यैसे धर्म याने जैन और बौध्द !

    • @jainvaibhav320
      @jainvaibhav320 Рік тому

      Hamesha sabko galat padhaya jata hai ki Bauddh dharm aur jain dharm me murti pooja aur pooja path ka virodh hai lekin aisa nahi hai
      Jain dharm aur bouddhh dharm dono me pooja path hota hai aur murti pooja bhi hoti hai
      Lekin aisa isliye padhaya jata hai taki ye bataya ja sake ki hindu dharm pehle aya aur uske virodh m jain aur bouddh dharm bane.
      Jab itihas hi school ki kitabo me aisa padhaya jayega to hamare jitne bhi hindu bhai behen hai wo to aisa hi sikhege na jaisa book me padhege.
      Sacchai ye hai ki
      Pehle dharm naam prayukt nahi hota tha , dharmik darshan the jaise jainism, Shaivism , Vaishanavism , Buddhism , Shaktism etc lekin log dharm me nahi bate the kyuki us samay ki samaj me log karm pradhan the jaise Bramhan( Knowledgeable person ) , Kshatriya ( Raja aur Samaj ke rakshak ) , Sudra ( Workers like karigar , shilpkaar , kishaan, Mochi etc ) , Vaishya ( vyapari jo ek rajya se dusre rajya vyapar karte the) .
      Log apna jivan apne tarike se Kshatriya , sudra , vaishya ke roop me jeete the aur uske baad wo ek marg chun lete the jainism , buddhism , shaivism ,vaishnavism.
      Sabka kaam hota tha apne isht/god ki aradhna dhyan aur tapasya.
      ""Lekin aaj ke time ke log lad rahe hai jaise hindu pehle aya usse jain aur bauddh nikle , Bouddh bht pehle se tha hindu baad m bana , Jainism sabse purana hai....lekin sab bate bekar hai satya wahi hai jo upar likha hai.
      Hum jain log murti pooja karte hai lekin hum Devi devta ki pooja nahi karte aur hamare siddhant me is prathvi ko chalane ya banane wala koi ishwar ya devi devta nahi hote .
      Lekin insan apne karmo se moksshh marg par ja sakta hai , apne karmo se punya aur paap kamata hai.
      Jitne bhi jain teerthankar huye usme se jyadatar kshatriya the (iska ye matlab na nikala jaye ki hindu dharm se the iska matlab bas ye mana jaye ki us samay ki samaaj me wo Raja / Rajkumar / kshatrya varg ya vansh se the ) aur fir unhone mokssh marg per jane ke liye jainism ka rasta apna wo teerthankar bane aur unhi ki tarah aur bhi sadhu sant huye .
      Videshi kitabo me bhi bataya gaya ki chandragupt mourya ne jainism ka rasta chuna , Ashok ne buddhism ka.
      Pehle liberty thi Rasta chunne ki , aisa nahi tha ki jaha paida ho gaye puri zindagi aap usi dharm vishesh ke rahoge.
      Isliye pehle ka samaaj ek sath sukh sampannta se rehta tha.

  • @JaahanviJandhyala
    @JaahanviJandhyala Рік тому +1

    Sir Jainism And Hindusium Aalag Hain Toh Jain Aapne Aap Ko Hindu Kyu Batate Hain?

  • @jarnailhanjra3843
    @jarnailhanjra3843 3 роки тому

    At what time Sanskrit language came into existence as you told it was used by Jains

  • @nivsaanarathore6971
    @nivsaanarathore6971 3 роки тому

    Thankyou

  • @preetipawar3053
    @preetipawar3053 3 роки тому

    Thank you!

  • @VedantJain-m9x
    @VedantJain-m9x Рік тому +1

    Galat itihas mat batao aap .
    Jainism ke vastavik founder
    Rishadev hi hai .
    Or jainism ka ithihas boht purana hai 🙏.
    Kripaya galat history na batave.
    Pehele itihas ache se padhle bhai 😂

  • @सुदीपकुमार-ष3ख

    Sidhartha is also the childhood name of lord Gautam Bhudh

  • @AshishKumar-lo5dc
    @AshishKumar-lo5dc 2 роки тому

    Your voice just like Satya sanatan' s Ankur Arya

  • @jainvaibhav320
    @jainvaibhav320 Рік тому

    Hamesha sabko galat padhaya jata hai ki Bauddh dharm aur jain dharm me murti pooja aur pooja path ka virodh hai lekin aisa nahi hai
    Jain dharm aur bouddhh dharm dono me pooja path hota hai aur murti pooja bhi hoti hai
    Lekin aisa isliye padhaya jata hai taki ye bataya ja sake ki hindu dharm pehle aya aur uske virodh m jain aur bouddh dharm bane.
    Jab itihas hi school ki kitabo me aisa padhaya jayega to hamare jitne bhi hindu bhai behen hai wo to aisa hi sikhege na jaisa book me padhege.
    Sacchai ye hai ki
    Pehle dharm naam prayukt nahi hota tha , dharmik darshan the jaise jainism, Shaivism , Vaishanavism , Buddhism , Shaktism etc lekin log dharm me nahi bate the kyuki us samay ki samaj me log karm pradhan the jaise Bramhan( Knowledgeable person ) , Kshatriya ( Raja aur Samaj ke rakshak ) , Sudra ( Workers like karigar , shilpkaar , kishaan, Mochi etc ) , Vaishya ( vyapari jo ek rajya se dusre rajya vyapar karte the) .
    Log apna jivan apne tarike se Kshatriya , sudra , vaishya ke roop me jeete the aur uske baad wo ek marg chun lete the jainism , buddhism , shaivism ,vaishnavism.
    Sabka kaam hota tha apne isht/god ki aradhna dhyan aur tapasya.
    ""Lekin aaj ke time ke log lad rahe hai jaise hindu pehle aya usse jain aur bauddh nikle , Bouddh bht pehle se tha hindu baad m bana , Jainism sabse purana hai....lekin sab bate bekar hai satya wahi hai jo upar likha hai.
    Hum jain log murti pooja karte hai lekin hum Devi devta ki pooja nahi karte aur hamare siddhant me is prathvi ko chalane ya banane wala koi ishwar ya devi devta nahi hote .
    Lekin insan apne karmo se moksshh marg par ja sakta hai , apne karmo se punya aur paap kamata hai.
    Jitne bhi jain teerthankar huye usme se jyadatar kshatriya the (iska ye matlab na nikala jaye ki hindu dharm se the iska matlab bas ye mana jaye ki us samay ki samaaj me wo Raja / Rajkumar / kshatrya varg ya vansh se the ) aur fir unhone mokssh marg per jane ke liye jainism ka rasta apna wo teerthankar bane aur unhi ki tarah aur bhi sadhu sant huye .
    Videshi kitabo me bhi bataya gaya ki chandragupt mourya ne jainism ka rasta chuna , Ashok ne buddhism ka.
    Pehle liberty thi Rasta chunne ki , aisa nahi tha ki jaha paida ho gaye puri zindagi aap usi dharm vishesh ke rahoge.
    Isliye pehle ka samaaj ek sath sukh sampannta se rehta tha.

  • @gajendertyagi5972
    @gajendertyagi5972 3 роки тому

    महावीर की जीवनी पर भी परकाश् डालिए धन्यवाद

  • @nayanranchhodbhaipatel8964
    @nayanranchhodbhaipatel8964 3 роки тому

    Bharmcharya ka matlab aatmadharm . To connect that status what original what you are.

  • @shubhamjain1480
    @shubhamjain1480 Рік тому

    Jain dharm or hindu dharm dono ki shuruaat ke baare me dono ke grantho me anadikaal se bataya gya hai isliye hum nhi bol sakte kon pehle hai, kon baad me, dono ki kuch paramparaye same hai iska mtlb ye nhi k sanatan se jain dharm nikla hai, only indian constitution me hindu k meaning me jain or sikh ko shamil kiya tha baki kahin bhi jain dharm sanatan ya hindu se nhi nikla. Ye sab jo ye bta rhe hai is video me or ap jaante hai wo bhagwaan mahaveer k baad ki baate ap jaante h, usse pehle b jain dharm tha, bhagwaan mahaveer ne new reforms or definition diye or qk jain ki population bahoot km hai or humare Granth "Prakrat" me likhe hai isliye humare grandho ki jaankari logo ko nhi hai,
    So please don't fight to prove superior. We believe in Anketantwaad please open your mind and follow this same teaching to understand this

  • @shuvetajain7349
    @shuvetajain7349 3 роки тому +2

    The word samsara was actually संसार which is Hindi word

  • @swatirathore6080
    @swatirathore6080 3 роки тому

    Superb 👍👍

  • @jagmohanmishra1673
    @jagmohanmishra1673 3 роки тому +4

    Sir you have very little knowledge about Jainism

  • @bhanudasnirmal691
    @bhanudasnirmal691 3 роки тому

    Birth मे , periof अनिश्चित क्यों, ?

  • @mehbubbhaigogda8806
    @mehbubbhaigogda8806 3 роки тому

    Yaa mere maalik tu sab kaa bhala kar ,

  • @abdalrhmanajaj3026
    @abdalrhmanajaj3026 3 роки тому +4

    Allah! There is no god but He,-the Living, the Self-subsisting, Eternal. No slumber can seize Him nor sleep. His are all things in the heavens and on earth. Who is there can intercede in His presence except as He permitteth? He knoweth what (appeareth to His creatures as) before or after or behind them. Nor shall they compass aught of His knowledge except as He willeth. His Throne doth extend over the heavens and the earth, and He feeleth no fatigue in guarding and preserving them for He is the Most High, the Supreme (in glory)
    Let there be no compulsion in religion: Truth stands out clear from Error: whoever rejects evil and believes in Allah hath grasped the most trustworthy hand-hold, that never breaks. And Allah heareth and knoweth all things. Allah is the Protector of those who have faith: from the depths of darkness He will lead them forth into light. Of those who reject faith the patrons are the evil ones: from light they will lead them forth into the depths of darkness. They will be companions of the fire, to dwell therein (For ever).

    • @kalpeshmishra3494
      @kalpeshmishra3494 2 роки тому +2

      राक्षसी कॉम।

    • @anusayabiswal9465
      @anusayabiswal9465 2 роки тому

      😂plz go and check ki Allah kab aaya warna usse pehele Allah tha Kidhar

    • @shadabnafees3189
      @shadabnafees3189 9 місяців тому

      True❤ Allah is one unique all powerful god who has no biological father nor he is the Father of anyone Allah do not eat drink sex don't resembles to it's creations with no human likeness no human imperfection ❤

  • @pbknagaraj5375
    @pbknagaraj5375 3 роки тому

    अपरिग्रह = किसी भी बात या चीज़ की ज़रूरत से अधिक संग्रह करना...

  • @sunilwade1755
    @sunilwade1755 3 роки тому

    Well done

    • @hindustanibhartiyareacts622
      @hindustanibhartiyareacts622 3 роки тому

      Kya barabar hai kitni galatiya hai isme

    • @sunilwade1755
      @sunilwade1755 3 роки тому

      @@hindustanibhartiyareacts622 Sir,,galtiya ho sakti hai,,,I agreed with you
      I request you, please tell me

  • @watchwithouttimepass9239
    @watchwithouttimepass9239 2 роки тому

    if jain is think there is no god so who is rebirth humans ?

  • @10thstudent04
    @10thstudent04 Рік тому

    It's totally in The Gita ⭕

  • @kamalmorya2661
    @kamalmorya2661 2 роки тому +1

    Gautam Buddha childhood name Siddhartha

  • @beginengwithayu5211
    @beginengwithayu5211 3 роки тому +1

    Jainas pali or Prakrit language m preach dete the or Prakrit ardhamagadhi language m inke literature hoty the

  • @srigangayoga7297
    @srigangayoga7297 2 роки тому

    Humanists Lead

  • @naveenjain89
    @naveenjain89 3 роки тому

    Jainam jayatu shasnam

  • @mohammedanwar7232
    @mohammedanwar7232 3 роки тому +2

    Baat sahi hai attraction of life se door rahein to accha hai, lekin digambaar nange ho ke wo khud doosron ki attraction ho jatein hain, koiye ladki unka land dekh ke bahak giye to paap kis ki saar chadega?
    Islam ne attraction ka tood parda aur khaish ka poora karne ka jayaz tarrekha bhi.

    • @NativeIndian1310
      @NativeIndian1310 2 роки тому

      Land dekhke muslim ladkiya bahak jaati hai...baaki nahi..unko pata hota hai sahi aur galat.
      Musalman bus hawas k pujari hote hai.. isiliye parda hota hai warna har roz rape hota.😂
      Tabhi toh 4 bibi rakhne ko bola hai..hawas mitane k liye.
      Islam kewal ek mansik grast pant hai jo baze karne k liye banaya gaya hai.

    • @jiyoourjinedo9326
      @jiyoourjinedo9326 2 роки тому

      thode logo ki manyata hai magar jyadatar kapde pahnate hai🙏

    • @shadabnafees3189
      @shadabnafees3189 9 місяців тому

      Still better than Hinduism

  • @aparnarocks1528
    @aparnarocks1528 4 роки тому +4

    Vo samara nai hai bhai samsara hai...संसार.