"आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ ✨ 40,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 1,000+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
💜 वह जिसका कोई नाम नहीं वही अंतिम सत्य है, नाम ही सभी सांसारिक वस्तुओं का स्रोत है झूठ की पहचान की उसके पास सच के सारे लक्षण होते हैं। और "निर्विशेष"होता है सत्य!!🙏🙏🙏
1) उन शब्दों की परिभाषा पूछें जिनका आप सबसे ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं। जीवन, प्यार, शरीर, मैं, दुनिया, ईश्वर, आत्मा, पैसा, दिल, करियर, जन्म-मृत्यु, देश, धर्म, संत, 2) झूठ की पहचान यह है कि उसमें सत्य के सभी गुण मौजूद होते हैं। 3) मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि मनुष्य बनना है।
Santh wo hai jo andar se satya mein sthtir hai , uski jeevan ki kendra mein satya aur mukti hai...chahe ho mahal mein rahe ya jhopdi mein,uski internal state mein kuch farq nahin padta
और हम आपका इशारा भी समझ गए कि आप किस ढोंगी संत की बात कर रहे हो जो आजकल लोगों के दिमाग पर छाया हुआ है।और मूर्ख लोग उसको भगवान मान बैठे हैं। मैं तो समझ गया कि आपका इशारा किस ढोंगी संत की तरफ है
"आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
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मेरेभाई इसीलिए तो
आपपर गर्वमहसूस
होता है
जिन शब्दों से हमारा सबसे ज्यादा परिचय है हम उन्ही को लेके सबसे ज्यादा अज्ञान में हैं
सत्य निर्बिशेष है, जिसको लक्षण देख कर ही पहचान लिया जाए वो न सत्य है, न आदमी सच्चा है।
जो लक्षण प्रदर्शित करता घूरता हो वो आदमी झूठा है।
भारत की अवनति में बड़े से बड़ा रोल रहा है भारत के पाखंडी धर्मगुरुओं का, जो ठगा है इन्होंने कोई सीमा नहीं छोड़ी हैं
💜 वह जिसका कोई नाम नहीं वही अंतिम सत्य है, नाम ही सभी सांसारिक वस्तुओं का स्रोत है झूठ की पहचान की उसके पास सच के सारे लक्षण होते हैं। और "निर्विशेष"होता है सत्य!!🙏🙏🙏
हमे भगवान नहीं, इंसान बनना है 🙏
इंसान बन जाओ पहले इतना काफी है, हम इंसान भी नहीं, जानवर हैं। मनुष्य के लिए बड़ी से बड़ी उपलब्धि यही हो सकती है कि मनुष्य बन जाए।
Aap gita satro se jude hai kya..?
आचार्य जी आपको कोटि कोटि नमन करती हूं सही राह शिक्षा दिखाने के लिए 💪🏹🙏🪔💯🌺❤
1) उन शब्दों की परिभाषा पूछें जिनका आप सबसे ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं।
जीवन, प्यार, शरीर, मैं, दुनिया, ईश्वर, आत्मा, पैसा, दिल, करियर, जन्म-मृत्यु, देश, धर्म, संत,
2) झूठ की पहचान यह है कि उसमें सत्य के सभी गुण मौजूद होते हैं।
3) मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि मनुष्य बनना है।
बिल्कुल सही बात 🙏🏻
दिल माने क्या--आत्मा (आचार्य जी ) ❤
RADHE RADHE 🙏🏻🌻🙏🏻 ❤️
Ha❤ Achcha hai Acharya ji pranam 🥰🥰
सटीक जानकारी आचार्य जी 🙏
आज की आपकी बात से काफी हद तक सहमत हूं
Aap kitne acche hai aachary ji ❤️❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Naman
Is time pe India me acharya ji se jyada greatful personality koi aur nahi h.
Parnam sir ❤❤❤
🌷🙏
Namaskar Swami ji
❤❤❤❤❤
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
🙏
❤🙏
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
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🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
न संत बनो मगर टोटकों के भ्रम को देख सुन तो लो भाई,
🙏🙏🙏💕💕💕💕🇳🇵
All babas in india free loders
Santh wo hai jo andar se satya mein sthtir hai , uski jeevan ki kendra mein satya aur mukti hai...chahe ho mahal mein rahe ya jhopdi mein,uski internal state mein kuch farq nahin padta
पशु पेड़ा हुए हो इंसान बन जाओ पर्याप्त हे
सटीक चोट
Bharat me ferzi baba ki baad aayi huee hai... arbo kamaa rahe
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और हम आपका इशारा भी समझ गए कि आप किस ढोंगी संत की बात कर रहे हो जो आजकल लोगों के दिमाग पर छाया हुआ है।और मूर्ख लोग उसको भगवान मान बैठे हैं। मैं तो समझ गया कि आपका इशारा किस ढोंगी संत की तरफ है
Love 😘😘😘😘😘❤❤❤❤
पशु पैदा हुए हो इन्सान बन जाओ पर्याप्त है
Pranam Aacharya ji 🙏❤
Pranam Aacharya ji 🎉🎉
❤❤❤❤
❤❤❤