स्वामी जी महाराज का सत्संग 29-11-1998 सुबह
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- Опубліковано 15 вер 2024
- सत्संगी के आपस में व्यवहार :-
सत्संगीजनों को आपस में किसी प्रकार की तना -तनी नहीं करनी चाहिए और ऐसा शब्द प्रयोग नहीं करना चाहिए जिससे दूसरों को दुःख हो // बचन उतना ही बोलो जो आसानी से सहन कर सके // इस बात का सदा ध्यान रहे कि दूसरा अपने से दुखी न हो और परमार्थ की सीढ़ी से उतर न जाय , बचन तौल कर मुंह से निकालो // सबको प्रिय भाव में लो //वह तुम्हारे साथ प्रेम से न बोले तो तुम दुखी न हो
----------स्वामी जी के डायरी के पन्ने (तारीख 1 जनवरी १९६५ से )
जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव जय
जयगुरुदेव नाम प्रभु का🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤
Jai Gurudev Naam Prabhu ka 🙏🏻🙏🏻
Swami ji mere prabhu ke charno me koti koti pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jaigurudev
Jai gurudev naam prabhu ka
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
🙏 जयगुरुदेव मालिक 🙏
jai guru dev prabhu ka nam hai
जयगुरुदेव नाम प्रभु का
सभी शाकाहारी रहीये
जयगुरुदेव
Jai Guru Dev
Jai guru Dev name Prabhu ka (jai guru Dev)
जय गुरु देव नाम मोक्ष का दाता है
जयगुरुदेव
K
JaiGuruDev Maalik 👏🏻👏🏻👏🏻
jaigurudev🙏🙏
🙏जय गुरुदेव🙏जय गुरुदेव🙏
35:00 स्वामीजी का सतगुरू से मिलन कश्मीर यात्रा,पंजाब में त्रिकालदर्शी मिले,मथुरा में आये,परसो नरसो जाऊँगा।उन्हें नदी के किनारे देखा।बड़ा तदरुस्त थे।
1:06:00 ब्रह्मचारी हो जाओ
13 का नाम बताता हूँ।28 साल कि अवस्था में पहुँचा दिया।।उनके नाम बताये
Jai Gurudev name kiska prabhu ka
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
🙏 जयगुरुदेव मालिक 🙏
Jaigurudev naam prabhu ka
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
जयगुरूदेव नाम प्रभु का