चरण पहाड़ी जहां वंशी ध्वनि सुनकर पहाड़ भी पिघल गए । Krishna। Mathura

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  • Опубліковано 21 вер 2024
  • चरण पहाड़ी कहां वंशी ध्वनि सुनकर पहाड़ भी पिघल गए । Krishna। Mathura
    नन्दगांव में चरण पहाड़ी है। चरण पहाड़ी जहां श्रीकृष्ण के चरण पड़े। यहां उनके चरण चिन्ह भी अंकित हैं। यहां से कामां जाने के रास्ते पर थोड़ा चलकर बायीं ओर स्थित है। चरण पहाड़ी कामां में भी है और नंदगांव में भी। यानी ये दो स्थान ऐसे हैं जहां पर्वत शिलाओं पर श्रीकृष्ण के चरण चिन्ह भी अंकित हैं।
    नंदगांव में जो नंदीश्वर पर्वत है वह महादेव का स्वरूप है। एक बार श्रीकृष्ण ने बंशी की मधुर तान छेड़ी। बंशी सुनकर महादेव भाव विभोर हो गए। भाव के वशीभूत होकर उनका नंदीश्वर स्वरूप द्रवित होने लगा। पर्वत के पिघलने से श्रीकृष्ण के चरणों के निशान वहां अंकित हो गए। पर्वत पर चर रहे बछड़ों और दूसरे ग्वाल-बालों के पैरों के निशान भी पर्वत की शिलाओं पर बन गए।

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