कविराज जी सिर्फ बात का नाम ही काल्पनिक है पर आज की मानव रहित पंचायती पर पूरी पूरी खरी उतरती है आज के समय की यही पंचायती सबसे आगे हैं ओर उन्हीं को पंच परमेश्वर मानते हैं कविराज जी बाता तों सभी सिर्फ ओर सिर्फ काल्पनिक है पर हर बात में मानव को कुछ न कुछ सिखने के लिए ही व कुछ ज्ञान देने के लिए मानव के रत्न कहे जाने वाले कवियों ने ऐसी बातें प्रचलित की सिर्फ पशू पक्षियों की तों केवल आड़ लेते ओर हे बिल्कुल मानव शरीर को समझाने के लिए जहां नहीं पूगे रवि वहां पहुंचे कवि धिन धिन कविराज जी गणा गणा धन्यवाद आप दिन चोगुणी रात सो गुणी तरक्की करते रहिए
बिलकुल सत्य बात हे आजकल पंच राणा तो बहुत कम बचे हे पंच काना 25प्रसेंट है और धुड खाना आधे से ज्यादा ही है कवि राज ।। कोई दुखी हो तो हो यह तो पूर्वजों के दृष्टअंत हे पशु पक्षी के माध्यम से ज्ञान आ जाए और कोई धूड खाना कम वे तो ।।❤❤❤शानदार सुनाई सा । में दूदाराम चौधरी जेतारण से
कविराज जी सिर्फ बात का नाम ही काल्पनिक है पर आज की मानव रहित पंचायती पर पूरी पूरी खरी उतरती है आज के समय की यही पंचायती सबसे आगे हैं ओर उन्हीं को पंच परमेश्वर मानते हैं
कविराज जी बाता तों सभी सिर्फ ओर सिर्फ काल्पनिक है पर हर बात में मानव को कुछ न कुछ सिखने के लिए ही व कुछ ज्ञान देने के लिए मानव के रत्न कहे जाने वाले कवियों ने ऐसी बातें प्रचलित की
सिर्फ पशू पक्षियों की तों केवल आड़ लेते ओर हे बिल्कुल मानव शरीर को समझाने के लिए
जहां नहीं पूगे रवि
वहां पहुंचे कवि
धिन धिन कविराज जी गणा गणा धन्यवाद
आप दिन चोगुणी
रात सो गुणी तरक्की करते रहिए
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@@हजाजीप्रजापतिअहमदाबाद जी
बहुत बहुत धन्यवाद 🤝
चपालालजी ने घणा घणा राम राम सा मोहन भारती रा घणा घणा राम राम सा बहुत अच्छी बात है ❤❤🎉🎉
बहुत सुंदर चंपालाल जी
जय हो ❤❤
❤❤❤❤❤
Ram Ram Ram
Very good song 😊
Joraram kumavat to Pune
चंपालाल जी राम राम सा नवरात्र क्यों मनाते इसकी बात सुनाओ
बिलकुल सत्य बात हे आजकल पंच राणा तो बहुत कम बचे हे पंच काना 25प्रसेंट है और धुड खाना आधे से ज्यादा ही है कवि राज ।। कोई दुखी हो तो हो यह तो पूर्वजों के दृष्टअंत हे पशु पक्षी के माध्यम से ज्ञान आ जाए और कोई धूड खाना कम वे तो ।।❤❤❤शानदार सुनाई सा । में दूदाराम चौधरी जेतारण से
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