कबीर साहेब के 12 पंथों का वास्तविक सच | The Reality of 12 sects of God Kabir | SA NEWS
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- Опубліковано 5 жов 2024
- कबीर साहेब के 12 पंथों का वास्तविक सच | The Reality of 12 sects of God Kabir | SA NEWS
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कबीर पंथ की स्थापना
कबीर पंथ की स्थापना विक्रमी संवत् 1460 (सन् 1403) को हुई जब परमेश्वर कबीर जी पांच वर्ष की लीलामय आयु में थे और 104 वर्ष के वृद्ध पंडित रामानन्द जी को शरण में लेकर सत्यलोक दर्शन कराए थे। उसके पश्चात् स्वामी रामानन्द जी ने परमेश्वर कबीर जी को नामदान करने की औपचारिकता कर दी थी। विस्तृत जानकारी:-
परमेश्वर कबीर बन्दी छोड़ जी का धरती पर अवतरण सन् 1398 विक्रमी संवत् 1455 ज्येष्ठ मास पूर्णमासी (शुद्धि) को काशी शहर के बाहर ‘‘लहर तारा‘‘ नामक सरोवर में कमल के फूल पर शिशु रूप में हुआ। आकाश से एक प्रकाश का गोला-सा आया और ‘‘लहर तारा‘‘ सरोवर के एक कोने में समाप्त हो गया। इस के प्रत्यक्ष दृष्टा स्वामी अष्टानन्द शिष्य स्वामी रामानन्द जी थे। वे प्रतिदिन सुबह वहाँ स्नान करके अपने गुरू स्वामी रामानन्द जी के मार्ग दर्शनानुसार साधना किया करते थे। यह दृश्य देखकर स्वामी अष्टानन्द जी को बड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि जब अष्टानन्द जी ने उस प्रकाश पुंज्ज को देखा तो उसकी चर्म दृष्टि उस तेज को सहन न कर सकी। आँखें बन्द हो गई। उस समय उनको एक शिशु का रूप दिखाई दिया जैसे हम कभी सूर्य की ओर देखते हैं तो हमारी आँखें सूर्य के प्रकाश को सहन नहीं कर पाती। आँखें बन्द करते हैं या सूर्य से दूसरी ओर करते हैं तो हमें सूर्य का प्रकाश रहित आकार दिखाई देता है।
सी प्रकार अष्टानन्द जी को उस प्रकाश पंुज्ज में शिशु रूप दिखाई दिया था। इसका वास्तविक रहस्य जानने के लिए स्वामी अष्टानन्द जी उसी समय उठ कर स्वामी रामानन्द जी के पास चले गये।
काशी शहर में एक नीरू (नूर अली) नामक जुलाहा रहता था। उसकी पत्नी का नाम नीमा (नीयामत) था। वे निःसंतान थे। वे इसी जन्म में हिन्दू ब्राह्मण थे। उनको बलपूर्वक मुसलमानों ने धर्म परिवर्तन करके मुसलमान बना दिया था। उनका गंगा में स्नान करना भी मना कर दिया था। वर्षा के मौसम में गंगा दरिया का स्वच्छ जल लहरों द्वारा उछल कर गऊ घाटों में से बाहर आकर तारा नाम नीचे स्थान में भर जाता था जो एक सरोवर का रूप ले लेता था। पूरे वर्ष वह जल स्वच्छ रहता था। इस कारण से उस तालाब को ‘‘लहर तारा‘‘ नाम से जाना जाने लगा। नीरू जिनका पूरा नाम नूर अली रखा गया था परन्तु वे नीरू नाम से ही अधिक जाने जाते थे तथा उनकी पत्नी ‘‘नीमा‘‘ जिनका पूरा नाम नीयामत रखा गया था परन्तु ‘‘नीमा‘‘ नाम से अधिक प्रसिद्ध हुई।
वे दोनों पति-पत्नी भी उस लहर तारा सरोवर में प्रतिदिन ब्रह्म महूर्त में स्नान करने के लिए जाते थे। (ब्रह्म महूर्त सूर्य उदय से लगभग 1) घण्टा पूर्व के समय को कहा जाता है)
उन्होंने उस सरोवर में कमल के फूल पर एक शिशु को देखा और तुरन्त उठाकर अपने घर ले गये। जुलाहे के घर पर पलने की लीला करने व बड़े होकर जुलाहे का कार्य करके लीला करने के कारण परमेश्वर कबीर जी जुलाहा (धाणक) कहलाऐ।
कबीर पंथ का पतन
परमेश्वर कबीर जी ने धर्मदास जी को बताया था कि हे धर्मदास! मेरे सत्य लोक जाने के पश्चात् काल मेरे (कबीर) नाम से 12 पंथ चलाएगा जो इस प्रकार होंगे:-
1 प्रथम चुड़ामणि नाम साहेब का पंथ (दामाखेड़ा वालों का पंथ)
2 जागु दास का पंथ
3 सूरत गोपाल का पंथ
4 मूल निरंजन का पंथ
5 टकसारी पंथ
6 भगवान दास का पंथ
7 सत्यनामी पंथ
8 कमाल का पंथ
9 राम कबीर पंथ
10 परम धाम की वाणी पंथ
11 जीवा का पंथ
12 गरीब दास का पंथ।
कबीर पंथ का उत्थान
कबीर पंथ का उत्थान सन् 1997 (कलयुग 5505 वर्ष बीत जाने पर) में सन्त रामपाल दास जी महाराज द्वारा प्रारम्भ हुआ है।
उपरोक्त सर्व वार्ता सुनकर धर्मदास जी ने प्रश्न किया हे परमात्मा! मेरे वंशावली का तथा सर्व संसार का उद्धार कैसे होगा और किस समय आप अपना नाद पुत्रा अर्थात् अपना वंश भेजोगे।
तब परमेश्वर कबीर जी ने कहा धर्मदास! जब मैं प्रथम सतयुग में आया तब काल ने कहा था कि तीन युगों में जीव थोड़े पार करना। मैंने काल से कहा था:- चैथा युग जब कलयुग आएगा। तब मैं अपना अंश (नाद वाला) भेजूंगा। उस समय भक्ति सर्व मंत्रों की (प्रथम मन्त्रा, सत्य नाम तथा सारनाम)दीक्षा तीन बार में दी जाएगी। उस समय सर्व संसार मेरी भक्ति करेगा। हे धर्मदास! यदि उस समय तेरे वंश वाले मेरे उस नाद वाले अंश से दीक्षा प्राप्त करेंगे तो वे भी मोक्ष प्राप्त करेंगे। मैं जो आज तेरे से बचन कह रहा हूँ और आप ‘‘स्वसमबेद बोध‘‘ नामक अध्याय में ‘‘कबीर सागर‘‘ में लिख रहे हो, यह बचन उस समय सत्य होगा जब कलयुग 5505 वर्ष बीत जाएगा। तब तक तो यह ‘‘स्वसमबेद बोध‘‘ वाली मेरी वाणी निराधार लगेगी। तब परमेश्वर कबीर जी ने ये शब्द कहे थे।
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कलयुग बीत जाए 5505 तब मेरा वचन होगा साचा महापुरुष फरमान तक जगतारण को आए।।
बहुत अच्छा वीडियो सत्संग है यथार्थकबीर पंथ केवल संत रामपाल जी महाराज द्वारा ही चली है
सत् साहेब जी पूर्ण ब्रह्म सत रामपाल जी महाराज की जय हो अद्वितीय परमात्मा
हम सुलतानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जात जुलाहा भेद ना पाया ये कासी माहे कबीर हुआ
आच्छे दिन पाछे गए गुरु से किया न हेत अब पछतावा क्या करें जब चिड़िया चुग गई खेत
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🙏🏻
🙇♀
Mere Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj ji Ki Jay Ho 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आदेश आने से पता चला किसको हमारी वास्तविक चिन्ता है और कितनी आसानी से मदद कर देता है जय हो समर्थ भगवान रामपाल जी की
🌛हजरत ईसा मसीह की मृत्यु 30 वर्ष की आयु में हुई जो पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरी मृत्यु निकट है तथा तुम शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा और वो मुझे मार देंगे। इससे सिद्ध है हज़रत ईसा जी ने कोई चमत्कार नहीं किया ये सब पहले से ही निर्धारित था।
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण संत है पूरे विश्व में इस समय और कोई नहीं। अगर किसी को मोक्ष प्राप्त करना है तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ले और अपना कल्याण करवाएं क्योंकि संत रामपाल जी महाराज कबीर साहेब के रूप में 13 वें बंश में प्रकट हुए हैं।
हमारे सभी धर्म के धार्मिक पुस्तकों के आधार से वह पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं ।
जो काशी बनारस में धानक रूप में आए थे।
गरीब दास जी महाराज जी ने भी कहा है।
हम सुलतानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया ।
जाति जुलाहा भेद न पाया ।काशी माहे कबीर हुआ ।।
Kabir sahebji hi Poran Parmatma h,🙏🙏❤️❤️❤️
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति और सत साहेब (कबीर साहेब) में सच बता कर हमें धन्य किया। सतगुरु(परमात्मा) राम पाल जी महाराज को कोटि दण्डवत प्रणाम !!!
🙏🙏🙏🙏🙏
💫 हिन्दू कहें मोहि राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना ।
आपस में दोउ लड़ी-लड़ी मुए, मरम न कोउ जाना ।
God vs Supreme God
Complete God alives and increases the life of a dead seeker, if someone has gone boyond illness then makes him free from disease. Rigveda mandal no. 10 Sukt 161 Mantra 2,5, Sukt 162 mantra 5, Sukt 163 Mantra 1-3.
कबीर परमेश्वर जी ही पूर्ण परमात्मा और आज इस पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज की भूमिका निभा रहे हैं
सिर सौंपा गुरूदेव को, सफल हुआ यह शीश।
नित्यानंद इस शीश पर, आप बसै जगदीश।।
सन्त रामपाल जी महाराज के रूप में कबीर साहेब आये हैं और यथार्थ कबीर पंथ का संचालन कर रहे हैं जो पूरे विश्व मे जाएगा इसे कोई रोक नही सकता
Are andhe Bhakt sudharo
🙏🏻 परमात्मा ने अंडा बनाया उसने सबसे आत्मा डाली और मंथन में छोड दीया और उसकी गडगडाहट से
aage to bta bhai kya ...
पर संत रामपाल जी तों जेल में हैं,, तों क्या कबीर जी नें ऐसा भी लिखा था कि मेरा 13वां पंथ जेल में जायेगा 🙏
Supreme God is kabir saheb ji
जगत के तारन हार जगत गुरु तत्वदर्शि सन्त रामपाल जि महाराज के चरणमे कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Bandi chhod Shree sat guru sant Rampal Ji Maharaj ki Jai sat sahib ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 SAT SAHIB GURU JI 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
भक्ति निशानी मुक्ति की, संत चढ़े सब धाय।
जिन जिन मन आलस किया, जनम जनम पछताय।।
🙇♂️🙏🏻
पर संत रामपाल जी तों जेल में हैं,, तों क्या कबीर जी नें ऐसा भी लिखा था कि मेरा 13वां पंथ जेल में जायेगा 🙏
कबीर परमेश्वर का तेरहवां पंथ प्रारंभ हो चुका है संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा प्राप्त कर आत्म कल्याण कराएं।
परमात्मा सतभक्ति करने वालों के घोर अपराध भी क्षमा कर देता है। बिना गुरु के मोक्ष संभव नहीं है।
कबीर, जब ही सत्यनाम हृदय धर्यो, भयो पाप को नाश।
मानो चिंगारी अग्नि की, पड़ी पुराणे घास।।
पर संत रामपाल जी तों जेल में हैं,, तों क्या कबीर जी नें ऐसा भी लिखा था कि मेरा 13वां पंथ जेल में जायेगा 🙏
Mya bohut vagyaban hun.
aisa satguru mil gaya.
koti koti dandwat parnam
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Saint rampal ji gives true and complete spiritual knowledge according to our holy books like veds,kuran,puran, bible, Guru ghrant saheb etc
इस तरह गलत जनकारी मत बनाओ बे
अगर तुम्हारा रामपाल सही होता तो फिर 2014 में तुम्हरा आंख नहीं दिखा था क्या ऐसे पंखड़ी रामपाल को कबीर अवतार शर्म आना चाहिए तुम लोगो को जो कबीर साहेब के नाम से व्यापार कर रहे हो
पर संत रामपाल जी तों जेल में हैं,, तों क्या कबीर जी नें ऐसा भी लिखा था कि मेरा 13वां पंथ जेल में जायेगा 🙏
जिसका ग्यान सभी धर्म की पुस्तकों से प्रमाणित यह अखण्ड ग्यान देने वाला परमेश्वर ही होता है।
Amazing
सत् भक्ति मार्ग संदेश,❤❤❤❤❤❤❤❤
"असुर निकंन्दन रमैणी"
में कहा है कि
"सतगुरू दिल्ली मण्डल आयसी,
सूती धरती सूम जगायसी"।
आध्यात्मिक मार्ग से संबंधित बहुत ही जबरदस्त जानकारी है ऐसी जानकारी शायद हमे आज तक नहीं मिली होगी जरूर देखें
.सोही गुरू पुरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बतावे !
एक छुडावे एक लखावे, तो प्राणी निज घर को जावे
कबीर अक्षर पुरुष एक पेड़ है निरंजन वाकि डाल तीनों देवा शाखा है ये पात रूप संसार
परमेश्वर कबीर साहब जी पूर्ण ब्रह्म है वह परमेश्वर सुख दायक है तथा पूर्ण मोक्ष दायक है परमात्मा की सद् भक्ति करने वाले साधक को आयु भी बढ़ा देते हैं इस समय सतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज परमात्मा को पाने की पूर्ण विधि बताते हैं उनसे नाम दीक्षा लेकर सत भक्ति करने से जन्म और मृत्यु का रोग समाप्त हो जाता है
अनंत कोटि ब्रह्मांड का ,एक रत्ती नहीं भार ।।
सतगुरु पुरुष कबीर है ,कुल के सिरजनहार।।
परम संत रामपाल जी महाराज जी वास्तविक कबीर पंथी है
वास्तविक में पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी हैं जय बन्दी छोड़ की 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सतगुरु जो चाहे सो करहि ,चौदह कोटि दूत जम डरहि
ऊत्त भूत जम त्रास निवारे ,चित्रगुप्त के कागज फारे ।।
कबीर जीव्हा तो वही भली जो रटे हरि नाम।
नितर काट फेंक दियो मुख में भलो नहीं चाम।।
13 पंथ के प्रवर्तक संत रामपाल जी महाराज जी है ।कबीर ने कहा है कि मुझे पहचाने ।🙏
संत रामपाल जी महाराज जी विश्व में एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं, जो चार वेद, छह शास्त्रों के साथ साथ सभी धर्मों के पवित्र सदग्रंथों के ज्ञाता अर्थात सदग्रंथों में छूपे हूए गूढ़ रहस्यों को जानने वाले हैं। और शास्त्रों के आधार से ही प्रमाणित सतभक्ति विधि तथा ज्ञान बताने वाले परम संत हैं।
"तेरहवां पंथ मिटे सकल अंधेरा" यही असली कबीर पंथ है जिसकी शुरुआत सन् 1994 में संत रामपाल जी महाराज ने की थी।
🙏
कबीर परमेश्वर ने स्पष्ट किया है कि, 12वें गरीबदास पंथ तक के अनुयाई मेरी महिमा की साखी जो मैंने कबीर सागर, कबीर बीजक, कबीर साखी तथा कबीर शब्दावली आदि में ग्रंथों में लिखी है उनके गूढ़ रहस्यों को ठीक से न समझकर स्वयं ग़लत निर्णय करके अपने अनुयायियों को समझाया करेंगे, परंतु सत्य से परिचित न होकर असंख्यों जन्म स्थाई घर अर्थात सनातन परम धाम (सत्यलोक) नहीं जा सकेंगे। फिर मैं उस गरीब दास वाले पंथ में आऊंगा, कलयुग 5505 वर्ष बीत जाने पर यथार्थ कबीर पंथ चलाया जाएगा। उस समय तत्वज्ञान तथा सतनाम की चर्चा चला करेंगी। सब शांति से बुराईयों से मुक्त होकर रहा करेंगे। इससे सिद्ध है कि तेरहवां पंथ यथार्थ कबीर पंथ है जो कि संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा चलाया जा रहा है।
ਰੰਬ ਕੋਲੋ ਡਰੋ ਯਾਰ.ਕਿਸ ਦੇ ਮਗਰ ਲੰਗੇ ਹੋ
ਜੋ ਖੁਦ ਜੈਲ ਚ ਹੈ. ਹਰ ਥਰਮਾ ਨੀਦੀਅ ਕਰਦਾ ਹੈ
संत रामपाल वही हैं क्या जिनको जेल भेजा गया ??
Rampal dogi h
कबीर परमात्मा ही पूर्ण परमात्मा है वहीं हर दुखों का नाश कर सकते हैं
Sk
Kese
Kahi par likh rha hai ya
Btao fir
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2 में है कि परमेश्वर का जन्म माता से नहीं होता।
परमेश्वर कबीर जी कहते हैं-
मात पिता मेरे कछू नाही, ना मेरे घर दासी ।
तारण तरण अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी।।
कबीर साहेब जी के नाम से चले 12 पंथो के वास्तविक मुखिया काल/ज्योति निरंजन है। कबीर साहेब जी ने कहा था , तेरहवे पंथ हम ही चल आये , सब पंथ मिटा कर एक पंथ चलाये। वो तेरहवाँ पंथ संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा चलाया जा रहा है।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा गया है कि उत्तम पुरुष तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर है। जिसके बारे में संत गरीबदास जी कहते हैं कि
भजन करो उस रब का, जो दाता है कुल सबका।
True spiritual knowledge by Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर,टोटे में भक्ति करे , सोई सही सपूत।
मायाधारी मसखरे , न जाने कितने जा लिए ऊत।।
वह महा पुरुष जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है जो वास्तविक भक्ति मार्ग बता रहे हैं।
सभी धार्मिक शास्त्रों में प्रमाण है कि पूर्ण परमेश्वर कबीर भगवान ही सारी सृष्टि की रचना है
कबीर, स्वास उस्वांस में नाम जपो, व्यर्था स्वांस मत खोओ।ना जाने इस स्वांस का, आवन हो के ना होय।।
Truth Spiritual Knowledge by Saint Rampal Ji Maharaj
जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण परमात्मा कबीर भगवान के अवतार है जो पूरे जगत को सत भक्ति प्रदान कर सुखी देखना चाहते हैं
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
Sant Rampal Ji Maharaj Is True Guru
600 years ago from today, God Kabir Ji gave information about 12 sects to his beloved soul Dharamdas ji, the evidence of which is on Kabir Sagar Bodhsagar chapter page 136, in which the 12th sect has been described as the cult of Garibdas ji and it has been said that later in this sect it is 5505.
पर संत रामपाल जी तों जेल में हैं,, तों क्या कबीर जी नें ऐसा भी लिखा था कि मेरा 13वां पंथ जेल में जायेगा 🙏
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
हे बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी आपके दास पर दया करना। सत साहेब जी 🙏🙏
Bandi Chhod Nahin Hai vah Bandi hai
🙏🙏💐🌺🌹🌷Jagat ke tarange sant Rampal Ji Maharaj ke charanon mein das ka कोटि-कोटि dandvat pranam🙏🙏🙏🙏🌺🌷🌹💐
सुख के माथे पत्थर पडे़ जो नाम हृदय से जाय।
बलिहारी जिस दुःख पे जो पल पल नाम रटाय।।
बहुत ही अनमोल ज्ञान है
कबीर अनंत कोटि ब्रह्मांड का, एक रत्ती नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर है, कुल के सिरजनहार।।
वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज के अलावा दुनिया में कोई भी ऐसा धार्मिक संत नहीं है जो सभी धर्मों के शास्त्रों के अनुसार ज्ञान बताता हो इससे स्पष्ट होता है कि असली कबीर पंथ संत रामपाल जी द्वारा चलाया जा रहा है।
कबीर साहिब जी पूर्ण परमात्मा है चारों युगों में आते हैं अपनी अच्छी आत्मा को मिलते हैं अपना ज्ञान समझाते हैं और चले जाते हैं सतलोक अपने धाम।
कबीर,
और ज्ञान सो ज्ञानडी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान।
जैसे गोला तोफ का, करता चले मैदान।।
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार। हरि सुमरे सो रह गए, गुरु भजे होय पार।।
कबीर, हरि के रूठतां, गुरु की शरण में जाय।कबीर गुरु जै रूठजां, हरि नहीं होत सहाय।।
कबीर परमात्मा ही सुख का सागर है। उनकी सतभक्ति पूर्ण संत से लेकर करने से सभी दुख, कष्ट दूर होते हैं। और उनके ज्ञान से सभी मानसिक बीमारी दूर होती हैं।
सतगुरु संन्त रामपाल जी महाराज जी शास्त्रों में वर्णित विधि अनुसार भक्ति साधना बताते हैं इनके सतसंग सुनें और निशुल्क नाम दीक्षा लेकर भक्ति करें और मोक्ष प्राप्त करें।
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
adbhut gyaa mjaa aa gyaa jy sty pursh ki
कबीर जी ने कहा है कि:-
क्या मांगुँ कुछ थिर ना रहाई। देखत नैन चला जग जाई।।
एक लख पूत सवा लख नाती। उस रावण कै दीवा न बाती।।
परमेश्वर कबीर साहेब जी संत गरीबदास जी को 1727 में सतलोक से आकर मिले।
अपना तत्वज्ञान कराया, नाम दिया तथा सतलोक दर्शन करवाया।
गरीबदास जी ने वाणी में कहा है- हम सुल्तानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहे कबीर हुआ।।
Nice satsung
सच्चा सतगुरु अपने सत्य ज्ञान से स्वच्छ समाज का निर्माण करता है। संत रामपाल जी महाराज के नेतृत्व में पाखण्ड मुक्त, नशा मुक्त, दहेजमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तैयार हो रहा है। @satlokashram
💫कबीर, राम नाम से खिज मरैं, कुष्टि हो गल जाय।
शुकर होकर जन्म ले, नाक डूबता खाय।।
कबीर जी ने कहा है कि अभिमानी व्यक्ति राम नाम की चर्चा से खिज जाता है। फिर कोढ़ (कुष्ट रोग) लगकर गलकर मर जाता है।
Sadguru dev ji ki jai ho 🙏🙏🙏
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।
मुझे भी ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़ने के बाद कबीर पंथ के वास्तविकता के बारे में पता चला।
Satguru Dev ki jai ho
बहुत अच्छी जानकारी है
True sant and spiritual knowledge
सार शब्द है संजीवन बूटी , घिस घिस अंग लगाय।
कहे कबीर सच कर मानो , जन्म मरण मिट जाय।।
Kripa karna malik parmatma
कलयुग में काल कबीर परमेश्वर के नाम से लोगों को भ्रमित करने के लिए 12 पंथ चलाएगा और तेरहवां पंथ कबीर परमेश्वर का यथार्थ कबीर पंथ है जो कि संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा चलाया जा रहा है।
सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
कबीर परमेश्वर जी अपने अमृतवाणी में कहते हैं
सुखदेव ने चोरासी भुगती बना पजावे खरवो।
तेरी क्या बुनियाद प्राणी तूं पेंडा पंथ पकड़वो।।
तीनो देवों की करे जो भक्ति
उसकी कभी ना होवे मुक्ति
Sat sahib ji
पिछे लागया जंवा था मै लोक वेद साथ रस्ते मे सतगुरु मिले ग्यान रूपी दीपक दे दीया हाथ कबीर भगवान् की जय हो
Very much satsang ha yeah jarur suna
महाराज जी को मेरा प्रणाम। धन्यावाद
So Very nice satsang
लोक अलोक चाहूं नही , इच्छा नही अचूक ।
!
अदली आदी कबीर ! के , चरण कमल की भूख ।।
Nice satsang ji 🌹🌹🌹
Mere Bandi Chhod Parmatma Ji AaPJi ki Jay Ho 🙏🏻
एक राम दशरथ का बेटा , एक राम घट घट में बैठा ।
एक राम का सकल पसारा , एक राम त्रिभुवन से न्यारा ||
एक राम इन सबसे न्यारा, चौथा छोड़ पांचवा को धावै , कहै कबीर सो हम पर आवै ।।
Truth knowledge 🙏
केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज ।
दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज ।।
The Avtar Great chyren Saint Rampal Ji Maharaj 🙏
जितनी जल्दी हो सके हम सभी भाई बहनों को कबीर परमात्मा की शरण में रहना चाहिए क्योंकि काल का कब दाव लग जाए यह कोई नहीं जानता इसलिए हमें जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज अपने हर एक अनमोल वचन में बारी-बारी से समझा रहे हैं कि आप परमेश्वर कबीर की शरण में आइए और शक्ति कीजिए और अपना मानव जीवन का कल्याण कर वाऐ ,🙏🙏🙏🙏🙏👇👇👇
Nice satsang program
Sat bhakti ke data athah gyan ke sagar karunamay gurudev ji sant rampal ji maharaj ji aapke kamal charno me das ka koti koti dandvat pranam
कबीर सागर के पृष्ठ 136 खंड बोध सागर में परमात्मा कबीर जी ने पांचवा पंथ टकसारी पंथ बताया है जो जीवों की बहुत हानि करेगा ।
पांचवें पंथ टकसार भेद ले आवे, नीर पवन को सन्धि बतावै ।
सो ब्रह्म अभिमानी जानी, सो बहुत जीवन की करी है हानि ।।❤️🙏🙏
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
Sat saheb ji Bandi chhod sat guru ram pal ji maharaj ke charno me Das ka kot kot pirnam
अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रती नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सिरजन हार।।,
कबीर सुरति समावै नाम से,
जग से रहे उदास ।
कहै कबीर गुरु चरण में,
दृढ़ रखो विश्वास ।।
इस विश्व में कबीर साहिब जी के रूप में संत रामपाल जी महाराज जी आए हुए हैं वह शास्त्र अनुकूल ज्ञान बताते हैं जिन भी महापुरुषो ने भविष्यवाणियां की हुई है वो भविष्यवाणियां संत रामपाल जी महाराज जी के ऊपर खरी उतर रही है अर्थात जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र पूर्ण संत एवं भगवान है