क्या करें कविवर अगर ऐसा न करते तो शायद आज भी राम मंदिर हमें न मिलता राम तो सर्वत्र हैं सबकी चेतना में कण कण में परंतु अब उनको निमित्त मात्र बनाया है राम ने 🙏🚩
आपकी रचना अद्भुत है, परंतु आपने अपनी रचना मे राजनीति का मिश्रण कर दिया. किसी भी सम्प्रदाय का ईस्ट पूरे विश्व का विधाता माना जाता है, उसके अनुयायी उसके जन्म अथवा उसके अवतार के स्थान को ही पवित्र मानते हैं और दर्शन करते हैं. तो राम पृथक कैसे हो सकते हैं. अंतिम बेला मे अपने को संभालने का प्रयत्न करें. धन्यवाद
आप का कवि रूप मुझे सदा अच्छा लगा , तभी ढूंढ ढूंढ कर सुनता हूँ।परंतु छद्म रूप में छुपी और कही बातें , राजनीतिक लोगों द्वारा दिये गए पुरुस्कारों के नीचे दबे हो कर कही बातें विचलित करती हैं।
राम पर आपकी उक्ति अति सुंदर प्रशंसनीय है, परंतु आपकी आखिरी चार पंक्तियों में राजनीतिक दुर्भावना है । राम मंदिर का निर्माण भी प्रभु राम की कृपा से ही हो रहा है । एक कवि की कविता दुर्भावना युक्त नही होनी चाहिए ।
प्रणाम आपको! बहुत सुन्दर विवेचनात्मक व्यंग्य।
क्या करें कविवर अगर ऐसा न करते तो शायद आज भी राम मंदिर हमें न मिलता
राम तो सर्वत्र हैं सबकी चेतना में कण कण में परंतु अब उनको निमित्त मात्र बनाया है राम ने 🙏🚩
आपकी रचना अद्भुत है, परंतु आपने अपनी रचना मे राजनीति का मिश्रण कर दिया.
किसी भी सम्प्रदाय का ईस्ट पूरे विश्व का विधाता माना जाता है, उसके अनुयायी उसके जन्म अथवा उसके अवतार के स्थान को ही पवित्र मानते हैं और दर्शन करते हैं. तो राम पृथक कैसे हो सकते हैं. अंतिम बेला मे अपने को संभालने का प्रयत्न करें. धन्यवाद
धन्यवाद सही को सही कहा आपने
जय श्रीराम
राम छोटे नहीं हो रहे हैं
निश्चित ही आप अच्छे कवि हैं
लेकिन सारी जिम्मेदारी हिन्दुओं कि ही नहीं हैं
आप का कवि रूप मुझे सदा अच्छा लगा , तभी ढूंढ ढूंढ कर सुनता हूँ।परंतु छद्म रूप में छुपी और कही बातें ,
राजनीतिक लोगों द्वारा दिये गए पुरुस्कारों के नीचे दबे हो कर कही बातें विचलित करती हैं।
❤Jai Shree Ram
अयोध्या रघु नन्दन बिन सूनी है, ऐसे में हर भारत के लाल को ललना को पालने में देखने का सपना जो साकार हो रहा है
Sir aap yadvo ki jaan h ..
God aapko lmbi umar de
कवि किसी जाति का नहीं होता, नहीं तो वह कवि नहीं हो सकता है.
Great poetry Ram is imame hind
Great brother
Superb bhai
Realy true dear
👍👍
Allah is Rambhakt.
Jai sri Ram
आप का सत्य ही सुन्दर है
अति सुन्दर
राम पर आपकी उक्ति अति सुंदर प्रशंसनीय है, परंतु आपकी आखिरी चार पंक्तियों में राजनीतिक दुर्भावना है । राम मंदिर का निर्माण भी प्रभु राम की कृपा से ही हो रहा है । एक कवि की कविता दुर्भावना युक्त नही होनी चाहिए ।
Great Poetry
अगर भाजपा की निती मोदी से पहले ठिक रहती तो कब का मंदिर बन गया होता । मोदी है तो मुमकिन है यह सही मे नेता है ।
last line for our politicians🙏🙏
सब अच्छा था, लास्ट मे हग दिया 😏
खीरा खा कर पेंदी तीता कर दिए महोदय
💐💐
राम तो हर व्यक्ति में भी है, तो फिर किसी का विरोध क्यों?
हर कण में है फिर चित्र क्यो?
भक्त आप है तो रहे किन्तु दुसरो को प्रमाण पत्र क्यो?
हां उदयप्रताप सिंह जी अब आप देख लें राम मन्दिर बन रहा है आप के छंद गलत हो रहे हैं क्या आप अपने ईष्ट व पूर्वजों का अपमान नहीं कर रहे हैं
Good
Waaaah...amazing dada
Apka fen
Abhishek Yadav
अति उत्तम......!
ये लुब्रान्डु राम भक्त के रूप लिये हुवे हैं इनसे सावधान रहने की जरूरत हैं
Ram ka naam le kar aakhir me apni okat dikha hi di