भाई साहब..आपकी vdos के जरिए काफी कुछ आध्यात्मिक जानकारी मिलती है...लेकिन ये जानकारी अनुभूति के स्तर पर कैसे उतरे, कृपया इसके सम्बंध में मार्गदर्शन करें
जब तक हम बाहर ही बाहर रहेंगे,अंदर नहीं जायेंगे अर्थात अपने ध्यान को एकाग्र करके भीतर के प्रकाश और अनाहत नाद के संपर्क में नहीं आयेंगे तब तक सच्चे आनंद की अनुभूति असम्भव है।इसको बाहर ढूंढते हैं जो कभी मिल नहीं पायेगा।
मैं noida मे रहता हूं और आपसे मिलना चाहता हूं
फॉर्म भर सकते हैं...
docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSev-i5FI_NE5ydS495cak5-zBLkZPnj1iR4bv6G4UrEvi_OmA/viewform?usp=sf_link
Dhanyawad ji 🙏
❤👍👍🌺💐
भाई साहब..आपकी vdos के जरिए काफी कुछ आध्यात्मिक जानकारी मिलती है...लेकिन ये जानकारी अनुभूति के स्तर पर कैसे उतरे, कृपया इसके सम्बंध में मार्गदर्शन करें
जब तक हम बाहर ही बाहर रहेंगे,अंदर नहीं जायेंगे अर्थात अपने ध्यान को एकाग्र करके
भीतर के प्रकाश और अनाहत नाद के संपर्क
में नहीं आयेंगे तब तक सच्चे आनंद की अनुभूति असम्भव है।इसको बाहर ढूंढते हैं जो
कभी मिल नहीं पायेगा।
सुख और आनंद में अंतर होता है