Nandal sahab aur pandit ji ko soch aur prayas ko salam❤❤bhut hi sarahniya kaam❤❤jaton ke itihaas ko maan samman ke sath presnt krne ke liye koti koti parnaam dono mahaan atmao ko..jat ekta jindabad❤❤
आप महान ज्ञानी व्यकित है धर्म वेद बाई बिल कुरान गीता इतिहास का अच्छा ज्ञान है पत्रकार महोदय को धन्यवाद देता हूँ कि आप ने एक अच्छे जानकर व्यक्ति का इंटर व्यु लिया
Mahaan atma mahaan itihaaskar aur mahaan vyaktitav..dhanya ho ase mahaan logon ko sunne ka mauka mila jindgi dhanya hui..jat itihaas pe genuine trike se fact ke sath gehri drishti dalne ke liye koti koti naman pandit ji and nandal sahab❤❤
Jaat kabhi uch Vern nhi tha Jo jaati ek gotra chhod ke Sadi kerte hai Vo uch jaati ke hai Jo jaati 2 gotra se jada chhod ke shadi kerte hai vo shudra Vern se hai Agar kisi me Bina politics kiye iss per koi perman ho to bataye
@@chunnurakesh6204गधे के बच्चे जाट एक आर्य जाती है उन्होने मुसलमानो को अपनी बेटिया शादी मे नही दी।अस्ज भी सेना में व तुम्हरा पेट भरने मे जाट ही सबसे आगे हैं ।
इनके नाम काफी याद है।इस कारण किसी भी राजा को किसी भी देश से जोड़ते जा रहे हैं।भाई साहब आप भी लाइक पाने के लिए इनके मजे ले रहे हो।इनको तो शायद अपना इतिहस ही नहीं पता होगा।
श्री मान आप खुद को इनकी यानि यूट्यूबर की जगह क्यों नहीं रखकर देखते , यदि आपको शक है तो इनकी पोथी ओर ज्ञान को चुनौती दो ओर इनसे शास्त्रार्थ करके देख लो आपको खुद के ज्ञान का पता चल जाएगा।
Ase mahaan itihaaskaron ko aage lana chaiye,,jinhone bina kisi nafrat aur dikhawe ya jalan ke jaton ka prachin se bhi prachin itihaas fact ke sath sabko btaya..is mahaan insan se muje milne ka mauka mila to wo meri jindgi ka bhut khubsoorat din hoga..guru ji dil ki har gehrai se apko sabhar parnaam❤❤
यह इतिहास मह नही पढ़ाएंगे हम तो अकबर महान या मध्यकाल को ही पढ़ायेगें पंडितजी तथ्यों के साथ इतिहास बतारहे है इस इतिहास को हमारी पाठ्यपुस्तकों में पढ़ाया जाना चाहिये यह अति आवश्यक है
मनुस्मृति के किसी भी सुलोक की आवश्यकता नहीं रही तो अब निकालने की बात कर रहे हैं क्योंकि अब तो मुंह स्मृति ही निकाल कर फेंक दी गई है असवैधानिक और अव्यवहारिक है
आपने कहा की विज्ञान सम्पूर्ण है l विज्ञान कहता है की मनुष्य प्रजाति की उत्पत्ति हुई और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण मनुष्य की कद काठी का विकास हुआ l फिर मनुष्य को छोटा वर्ग और बड़ा वर्ग में गिनती क्यों? जानना चाहता हूँ आपसे l
Aap sahi kah rahey ho shastra main bhi mainey pada hai.dharti par pahley sab ek brahamman(manushya) jati hi thi.fir bhogolik vikas karm riti riwas avashyaktaon or vishist_tao Khan pan ruchion ke anusar varg bantey gae fir upvarg ban gae fir jati upjati gotra ban gae. jaisey bajrey ki gehun ki alag 2 kism hoti hai.koi mahangi koi sasti .par is se koi fark nahin padta har kism ka ek vishist gun hota hai jisko bhagwan ne vo vishesta le kar paida kiya hai
Pandit ji kyu gumrah kar rahe ho logo ko sab bakvas hai insan jab dharati par aaya usko kuchh gyan nahi tha jise pasan yug kaha gaya hai yahi kuchh samajh me aata hai jaise bachha jab paida hata hai to dhire dhire chalna bolna phir dhire dhire bada hota hai pahle dharti par ann nahi tha phal mans khate the pir pathar se aag ka gyan hua jaise jaise gyan hua waise vikash hua nahi to nage aur janglo rahate the inka bhi ak mukhiya ya raja hota tha ye gyan chod rahe hai ye rajputo kya itihasbatayega ak seak bakchod pade hai jai hind
प्रमाण के साथ स्पष्ट व्याख्या के लिए धन्यवाद। आपका आभार है। तोमर वंश में जन्म लेकर गौर्वान्वित अनुभव कर रही हूँ। अन्य गौत्र एवं जाति वालों को भी इतना ही अपने हिन्दू होने पर गर्व होना चाहिए। अपनी अपनी छमता पर विश्वास रखते हुए आरक्षण का विरोध होना चाहिए। आरक्षण के माध्यम से देश के सबसे बड़े कलाकारों, पैतृक कलाकारों और विद्वानों में हीन भावना का संचार हो रहा है। यह हमारे देश की आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए अनिष्ट प्रमाणित होगा।
ब्राह्मण वर्ण ह या जाति?वर्ण तो 4 है (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र)ब्राह्मण आज भी अपने आप को ब्राह्मण जाति को लिखते ओर बताते है क्या वर्ण व्यवस्था साथापित करना चाहते है 😂ब्राह्मण जाति ह या वर्ण?! जाटों का पाखंड से कुछ लेना देना नही। जाट कर्म प्रधान ह ना की धर्म प्रधान! जय किसान 🌾
राय साहब! सिख, जैन, बोद्ध इस्लाम तो नवीन धर्म बताये हैं.ये पूर्व कहाँ थे. जब सभी देश भारत से बने हैं तो अमेरिका जैसे महाद्वीप की खोज बहुत बाद मे हुयी है. तो किस साधन से भारत के राजा वहां कैसे पहुंचे? आस्ट्रेलिया भी बहुत दूर है वहां भारतीय राजा बिना पते के कैसे पहुंचे होंगे. इसलिए आपकी बातें सही जान नहीं पड़ती.ये बाते पौराणिक लग रही है. क्या गाय-भेंस-हाथी-कुत्ते भी भारत से गए हुए हैं? कबूतर, तितली सभी भारत से गए होंगे.
राय साहब! सिख, जैन, बोद्ध इस्लाम तो नवीन धर्म बताये हैं.ये पूर्व कहाँ थे. जब सभी देश भारत से बने हैं तो अमेरिका जैसे महाद्वीप की खोज बहुत बाद मे हुयी है. तो किस साधन से भारत के राजा वहां कैसे पहुंचे? आस्ट्रेलिया भी बहुत दूर है वहां भारतीय राजा बिना पते के कैसे पहुंचे होंगे. इसलिए आपकी बातें सही जान नहीं पड़ती.ये बाते पौराणिक लग रही है. क्या गाय-भेंस-हाथी-कुत्ते भी भारत से गए हुए हैं? कबूतर, तितली सभी भारत से गए होंगे.
वैसे पंडित जी अभी जो राखी गढ़ी हिसार में जो कंकाल मिले है जो 4500 से 5000 वर्ष पुराने है उनका डीएनए किसी भी उतर भारतीय आर्यो से नही मिलते जबकि दक्षिण भारतीयों से मैच करते है ।इस बारे में क्या ख्याल है जितनी खुदाई चल रही है उसके शिलालेखों में प्राकृतिक और पाली भाषा लिखी हुई है संस्कृत कही नही है । क्या ख्याल है आप किसी और कि लिखी किताबो के आधार पर व्याख्यान कर रहे है आपका निजी अनुभव क्या है । सिर्फ शब्दो की तुकबन्दी कर रहे है आप वैज्ञानिक प्रमाण कुछ भी नही है । मंदिरों के नीचे बौद्ध प्रमाण मिल रहे है हर जगह माजरा क्या है ? ब्राह्मण को जाटो में मिक्स कर रहे हो । मामला घोच पोच कर रहे है आप । जाट पहले तो कम पढ़े लिखे थे लेकिन अब उनके बच्चे विज्ञान पढ़ चुके है और विश्व स्तर के विश्वविद्यालयों में पढ़ा भी रहे है । किस्से कहानियों में उलझेंगे नही अब । वैज्ञानिक प्रमाण को महत्व देने लगे है विज्ञान समझ मे आ गया है उनको । मिथ्या और अवैज्ञानिक प्रमाण से मानने मुश्किल है । हाँ थोड़े बहुत कम शिक्षित और किस्सों के रसिया है अभी भी जिनको कुछ समय के लिए बहकाया जा सकता है ।
जीवन एक बार मिला है, जाति कोई भी हो यदि आप में ब्राह्मण जैसे गुण है। तो अवश्य करे क्योंकि इच्छा मार कर आत्मिक ज्ञान को कहाँ तक छुपाओगे दबाओगे ब्रह्म ज्ञान भी ईश्वर की कृपा से मिलता है। जातिवाद को छोड़ों जाति से महान कोई नही जाति से कोई छोटा नहीं🤗
नाक, होंठ, आंख, बाल, चमड़ी, कद-काठी से इंसान के समुदाय का पता लगाया जा सकता है, धर्म तो लोगों ने बहुत बाद में चुने हैं व समय-समय पर बदलते भी रहते हैं। धर्म पर शासकों व साधु-संतों, पीर-फकीरों का प्रभाव रहा है।
Pt ji pahle Rohilkhand🚩🚩 aur Rohila Rajvansh 🚩🚩ke itihas ki jaankari le lo phir itihaaskar banne ki koshish karna..aadhi adhuri jaankari se samaj ko gumrah kar rahe ho
sahi kaha. me b kafi bato se sahmat hu jese iraq me 4000 saal pahle Sanskrit jese shahr k naam mile he scripts per aur iraq k log jaat jese lagte he dekhne me. magar inka scientific research honi chahiye sirf adhaar per nahi tabhi log accept kerenge
@short motivational vidoe environment ka fark padta he but skin color per, hair color per, aur padta b he baki to lakho sal lagte he, genes , genetics mixing ye aik he bar me asar dikhate he babu.
I am a Jat but this is very funny 🤣🤣🤣🤣 uncle if you don't know history don't make funny videos about Hindu mithology. for those people who truly want to know about the history of Jats read about the indo Scythians.
Hindu jo bhi ho , sab joot bolne wale ha,eak doosre ki oonch,neech ki soch rakhte hai,aap ne jaaton ki acchi bath ki,magar vartkal me,jo bhi sarkari thaftar ma jaaton ko dhek tha hum ki,joot,preat goos kori, brasta Chari,kannoon ki kilab,ultta bolna, badmashi karna ahi chalraha ha jaaton ki,
Jata ka kitab likhe mah aap saboko danbat paranam pita jikitaba likhe eak kitab pitaji aap pathaeye,Raye samaj pitaji hamepathao guru nepalgopal bansi Raj avi vi samBidhanme likhahai gopal banasi mahipal banasinepal,pitaji aap milagaye aab merama n khusihogaya,
पूर्णलाल जी, आप को सुनकर स्पष्ट हो जाता है कि आप एकदम अपूर्ण हैं। आप वही बातें दोहराते हैं, जिन्हें सुनकर गैर-हिन्दुओं की बांछें खिल जाती हैं। आप कितने ही तर्क दें कि इस्लाम हिन्दू धर्म का अभिन्न अंग है और मुसलमान हमारे सहोदर हैं, लेकिन मुसलमान हमेशा अपने आप को हिन्दुओं से श्रेष्ठ और आपको अपना शत्रु नम्बर एक मानते रहेंगे। फिर भी आपको "मूर्खों के स्वर्ग"[A Fool's Paradise] में रहने की आदत पक चुकी है, तो सड़ते रहिये। लेकिन आज का दर्शक/पाठक इतना कुशाग्र बुद्धि हो चुका है कि आपकी चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं आएगा। इसलिए आपकी मिथ्या बातों [गैर-हिन्दुओं से संबंधित] को आपके पुत्र-पौत्र-प्रपौत्र ही सच मान सकते हैं। स्वयं जाट[राठी गौत्र] होने के नाते मैं आपकी हिन्दुओं व जाटों से संबंधित जानकारी को शिरोधार्य करता हूँ । आभार!🙏🙏🙏💝
कितने महान इतिहासकार हैं दादाजी । इन्हे नोबल पुरस्कार जरूर मिलना चाहिए यकीन नही आता कि एक जाट इतना पढा लिखा हो सकता है । वैसे कुछ लोग इनकी बातो पर बहुत जोर जोर से हंसते होंगे । क्योंकि दादाजी की बाते है ही हसने वाली । हा हा हा हा
पढनां गुंननां चातुरी यह है काम सहल। काम दहंन मन बस करंन यह है काम कठिन।। बिंन सत्य गुरू पाबे नहीं खालिक खोज बिचार। चौरासी जग जात है चिन्हित नाहीं सार। ।
नाम तो सुनने को मिलता ही नही कहि जाटो का। जाट मतलब अन्य जात जिसका उक्त देश से कोई मतलब नही। इसलिए अंग्रेजो के साथ आई अन्य जातिया जो भारत मे बसी रह गई। व जाट जात कहलाये या बन गए। इसी लिये ये गाँवो से बाहर सड़क के किनारे बसे। अब भी ये वही मिलते है। इनके शहर वही है। बाकी अन्य जातियों की स्त्रियों से राजपूतो की रानियों के बच्चे भी जात या जाट है। जाट कोई शब्द नही है। ना जाट जाति की अपनी कोई पुरानी संस्कृति या प्रथा है। थोड़ी बहुत हिन्दू क्षत्रियो की या अन्य की कॉपी की हुई है। अगर अपनी कोई प्रथा है जिसे अड़ कर कहते हो कि जाटो की यह प्रथा हो तो बता दो साक्षात प्रमाण दे दो। यह सब झूठ है सच यही है कि जाट विदेशो से अंग्रेजो के साथ आई सेना जो अंग्रेज हर देश को जीतने के बाद वहां से लड़ने,खेती करने, दुग्ध उत्पादन वालों को अपने साथ जोड़ लिया जाता था या साथ जुड़ जाते थे वे जाट है। इसीलिए ये लड़ना जानते है। लड़ने युद्ध मे आगे रहते है इसमें कोई शक नही बाकी अगर आप इन्हें भारत वासी या आदि कालीन भारत की जाती कहते होतो ये बिल्कुल गलत है। बाद में लोकतांत्रिकता होने के बाद ये जिन स्थानों पर रह गए वही अपना काम करने लगे। चूंकि जिन देशों में रहे वहां का काम नही जानते थे तो ज्यादा खेत खलियान के ही काम कर पाए व बाद में अपनी बुद्धि अनुसार खुद को सशक्त कर लिया बाकी भारत के क्षत्रियो व क्षत्रिय वंशावली से इनका कोई लेना देना नही है। हा क्षत्रियो द्वारा इनकी जतिंकि स्त्रियों या क्षत्रियो की स्त्री इनमे से किसी से शादी कर लेती थी। तो क्षत्रियो के सरनेम इन्होंने ने जरूर अपनाए क्योंकि आज भी अन्य जाती में शादी करने से क्षत्रियो में जाति से बाहर कर दिया जाता है इसीलिए इन्होंने सरनेम या जिस स्त्री या क्षत्रिय पुरुष से इनका नाता था ज्यादातर उनके नाम इन्होंने गोत्र के रूप में प्रयोग किये। बाकी भारत के युद्ध मे राणा प्रताप की शिवाजी की सेना में किसी जाट का कोई वर्णन नही है।
Nandal sahab aur pandit ji ko soch aur prayas ko salam❤❤bhut hi sarahniya kaam❤❤jaton ke itihaas ko maan samman ke sath presnt krne ke liye koti koti parnaam dono mahaan atmao ko..jat ekta jindabad❤❤
Pandit ji ko namn bhot badiya jaankari di dada ji ne Weldon
पंडित राय जी को नमन। प्रकांड विद्वान है। विडंबना है कि ऐसे विद्वान गुमनाम है। हमे ऐसे विद्वानों का संरक्षण और सम्मान करना चाहिए।
👍👍
😊😊😊😊😊😊😊
Very good pundit Ji
जाट वीरों को कोटि-कोटि नमन🙏🚩
बहुत शानदार जानकारी दी है आपने 🙏🏻🙏🏻
Wonderful explanation, Pt. P. L. Rai Ji.
आप महान ज्ञानी व्यकित है धर्म वेद बाई बिल कुरान गीता इतिहास का अच्छा ज्ञान है पत्रकार महोदय को धन्यवाद देता हूँ कि आप ने एक अच्छे जानकर व्यक्ति का इंटर व्यु लिया
धन्यवाद आपको
P
u9⁹0⁹
Mahaan atma mahaan itihaaskar aur mahaan vyaktitav..dhanya ho ase mahaan logon ko sunne ka mauka mila jindgi dhanya hui..jat itihaas pe genuine trike se fact ke sath gehri drishti dalne ke liye koti koti naman pandit ji and nandal sahab❤❤
भगवान बुद्ध के बारे में भी कुछ बताओ जो ऐतिहासिक प्रमाणित है।
संविधान में जाट, गुजर, यादव, अहीर आदि को पिछड़े वर्ग में रखा गया है। भारत के आजाद होने से पहले इन सभी को शिक्षा का अधिकार नहीं था। क्यों?
If he is right, according to manuscript why it was identifying as sudra varna?
कहां लिखा है कि पढने लिखने का अधिकार नहीं था ?...
अबे झट के बाल बुढे कहाँ लिखा है पढने का अधिकार नहीं था।
Jaat kabhi uch Vern nhi tha
Jo jaati ek gotra chhod ke Sadi kerte hai Vo uch jaati ke hai
Jo jaati 2 gotra se jada chhod ke shadi kerte hai vo shudra Vern se hai
Agar kisi me Bina politics kiye iss per koi perman ho to bataye
@@chunnurakesh6204गधे के बच्चे जाट एक आर्य जाती है उन्होने मुसलमानो को अपनी बेटिया शादी मे नही दी।अस्ज भी सेना में व तुम्हरा पेट भरने मे जाट ही सबसे आगे हैं ।
जाट जन्मजात वैदिक धर्म (हिन्दू) को मानने वाला वैदिक धर्मी है पण्डित जी सही व्याख्या कर रहे है ।
इनके नाम काफी याद है।इस कारण किसी भी राजा को किसी भी देश से जोड़ते जा रहे हैं।भाई साहब आप भी लाइक पाने के लिए इनके मजे ले रहे हो।इनको तो शायद अपना इतिहस ही नहीं पता होगा।
श्री मान आप खुद को इनकी यानि यूट्यूबर की जगह क्यों नहीं रखकर देखते , यदि आपको शक है तो इनकी पोथी ओर ज्ञान को चुनौती दो ओर इनसे शास्त्रार्थ करके देख लो आपको खुद के ज्ञान का पता चल जाएगा।
Sab kahaniyan bnai hui hain
उम्र ज्यादा होने की वजह से कुछ भी बोले जा रहे हैं
पंडित जी आप ने बहूत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है। बहूत बहूत धन्यवाद।
हमारे पूर्वज भी बोहर गांव से उत्तर प्रदेश में आकर बस गए थे मेरा गांव रोंडा है जो बुलंदशहर जिलें में है
Satisfied with the history of shree P L Roy ji
@@mangrelsinghmangrelthakur7716not reqired.
Ase mahaan itihaaskaron ko aage lana chaiye,,jinhone bina kisi nafrat aur dikhawe ya jalan ke jaton ka prachin se bhi prachin itihaas fact ke sath sabko btaya..is mahaan insan se muje milne ka mauka mila to wo meri jindgi ka bhut khubsoorat din hoga..guru ji dil ki har gehrai se apko sabhar parnaam❤❤
कोटी-कोटी प्रणाम।
Haryana k gurugram mai Daultabad ki bhi history bataye plz
I am KHATRI
Jaat walo like thoko
Mahagyani ko pranaam
कोई जाति नहीं, कर्म जिसका जैसा उसकी वही जाति हुई ,जाति ऊँची कर्म नीचे तो
JattiKoNhiManteToShrmaKyoLggarheHoNamKePiche...
यह इतिहास मह नही पढ़ाएंगे हम तो अकबर महान या मध्यकाल को ही पढ़ायेगें पंडितजी तथ्यों के साथ इतिहास बतारहे है इस इतिहास को हमारी पाठ्यपुस्तकों में पढ़ाया जाना चाहिये यह अति आवश्यक है
WONDERFUL, Excellent Explaination
@XD
P
@@gajaysingh9554
मनुस्मृति के किसी भी सुलोक की आवश्यकता नहीं रही तो अब निकालने की बात कर रहे हैं क्योंकि अब तो मुंह स्मृति ही निकाल कर फेंक दी गई है असवैधानिक और अव्यवहारिक है
आपने कहा की विज्ञान सम्पूर्ण है l विज्ञान कहता है की मनुष्य प्रजाति की उत्पत्ति हुई और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण मनुष्य की कद काठी का विकास हुआ l फिर मनुष्य को छोटा वर्ग और बड़ा वर्ग में गिनती क्यों? जानना चाहता हूँ आपसे l
Aap sahi kah rahey ho shastra main bhi mainey pada hai.dharti par pahley sab ek brahamman(manushya) jati hi thi.fir bhogolik vikas karm riti riwas avashyaktaon or vishist_tao Khan pan ruchion ke anusar varg bantey gae fir upvarg ban gae fir jati upjati gotra ban gae. jaisey bajrey ki gehun ki alag 2 kism hoti hai.koi mahangi koi sasti .par is se koi fark nahin padta har kism ka ek vishist gun hota hai jisko bhagwan ne vo vishesta le kar paida kiya hai
Pandit ji kyu gumrah kar rahe ho logo ko sab bakvas hai insan jab dharati par aaya usko kuchh gyan nahi tha jise pasan yug kaha gaya hai yahi kuchh samajh me aata hai jaise bachha jab paida hata hai to dhire dhire chalna bolna phir dhire dhire bada hota hai pahle dharti par ann nahi tha phal mans khate the pir pathar se aag ka gyan hua jaise jaise gyan hua waise vikash hua nahi to nage aur janglo rahate the inka bhi ak mukhiya ya raja hota tha ye gyan chod rahe hai ye rajputo kya itihasbatayega ak seak bakchod pade hai jai hind
અ આઇ
@@rajkumarsingh8723 kar di bevkuf wali bat kya aap jat ho ,itihas ko jhuthh bta rhe ho ,ye gadhon wali bat kahan se sikhi aapne bhai
@@princerahul3320 ml
कृपा राजपुर के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराने अनुकम्पा करे।
बहुत शानदार ज्ञान बताया
प्रमाण के साथ स्पष्ट व्याख्या के लिए धन्यवाद। आपका आभार है। तोमर वंश में जन्म लेकर गौर्वान्वित अनुभव कर रही हूँ। अन्य गौत्र एवं जाति वालों को भी इतना ही अपने हिन्दू होने पर गर्व होना चाहिए। अपनी अपनी छमता पर विश्वास रखते हुए आरक्षण का विरोध होना चाहिए।
आरक्षण के माध्यम से देश के सबसे बड़े कलाकारों, पैतृक कलाकारों और विद्वानों में हीन भावना का संचार हो रहा है। यह हमारे देश की आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए अनिष्ट प्रमाणित होगा।
ब्राह्मण वर्ण ह या जाति?वर्ण तो 4 है (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र)ब्राह्मण आज भी अपने आप को ब्राह्मण जाति को लिखते ओर बताते है क्या वर्ण व्यवस्था साथापित करना चाहते है 😂ब्राह्मण जाति ह या वर्ण?! जाटों का पाखंड से कुछ लेना देना नही। जाट कर्म प्रधान ह ना की धर्म प्रधान! जय किसान 🌾
भारत के सांस्कृतिक विरासत की बहुत अच्छी जानकारी
पंडित जी आपने बहुत सही बोला है राजपुत्र का मतलब ही राजपूत है
रावण का पैतृक गांव बिसरख है जो अब ग्रेटर नोयडा में है।
Pandt Ji aap to kmaal ke Aadmi nikle.aapko Baar Baar dhanywaad.
जाटों का सम्पूर्ण इतिहास को जानने के लिए प्रोफेसर चन्द्रवीर को यूट्यूब पर देख और सुन सकते हैं.
राय साहब! सिख, जैन, बोद्ध इस्लाम तो नवीन धर्म बताये हैं.ये पूर्व कहाँ थे. जब सभी देश भारत से बने हैं तो अमेरिका जैसे महाद्वीप की खोज बहुत बाद मे हुयी है. तो किस साधन से भारत के राजा वहां कैसे पहुंचे? आस्ट्रेलिया भी बहुत दूर है वहां भारतीय राजा बिना पते के कैसे पहुंचे होंगे. इसलिए आपकी बातें सही जान नहीं पड़ती.ये बाते पौराणिक लग रही है. क्या गाय-भेंस-हाथी-कुत्ते भी भारत से गए हुए हैं? कबूतर, तितली सभी भारत से गए होंगे.
Pt pl rai ji प्रणाम करता हूँ आपके ग्यान को अति उत्तम परिभाषा डी है आपने सनातन धर्म की
❤ Koti Koti Pranam Dada Ji
दो गाँव UP में गुलियाओ के मूल्सम व कंजरहेड़ी हैं दोनों गाँव बादली से निकलकर ही बने हैं🙏
Haryana is the king
India ki medal factory
तेवतिया भी बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह के वंशज है।
@@hlob8582yaar tum bich dusri kyu bath late ho
Pandit ji Mera Dil se chrn sprs
🙏🙏 sukariya dada 🙏🙏 jato ka etihaash batane ke liye
ऐसे विद्वान आदमी को भारत का शिक्षा मंत्री बनाया जाना चाहिए।
Mm.
😜😜😜😜
Ghani lambi khinch ge pt. Ji.
@@akshaychandila8352 plppplppppp
Jai Rajputana
❤❤
बहुत अच्छी जानकारी
जीब हमारी जाती हैंऔर मानव धर्म हमांरा।
हिन्दू-मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा। ।
TABHI ISLAM KE NAAM PE BOMB BLAST KARTE HAI
पंडित जी आपको सत सत नमन
अगर इस देश में पंडित जी जैसे सकारात्मक सोच के लोग हो जाएं तो देश स्वर्ग बन जाए।
राय साहब! सिख, जैन, बोद्ध इस्लाम तो नवीन धर्म बताये हैं.ये पूर्व कहाँ थे. जब सभी देश भारत से बने हैं तो अमेरिका जैसे महाद्वीप की खोज बहुत बाद मे हुयी है. तो किस साधन से भारत के राजा वहां कैसे पहुंचे? आस्ट्रेलिया भी बहुत दूर है वहां भारतीय राजा बिना पते के कैसे पहुंचे होंगे. इसलिए आपकी बातें सही जान नहीं पड़ती.ये बाते पौराणिक लग रही है. क्या गाय-भेंस-हाथी-कुत्ते भी भारत से गए हुए हैं? कबूतर, तितली सभी भारत से गए होंगे.
Afghanistan was original Jat Kingdom. 3 generation of Raja Bhem Dev fought from 945 AD to 1026 AD, fughting muslim invaders.
वैसे पंडित जी अभी जो राखी गढ़ी हिसार में जो
कंकाल मिले है जो 4500 से 5000 वर्ष पुराने है उनका डीएनए किसी भी उतर भारतीय आर्यो
से नही मिलते जबकि दक्षिण भारतीयों से मैच करते है ।इस बारे में क्या ख्याल है जितनी खुदाई
चल रही है उसके शिलालेखों में प्राकृतिक और पाली भाषा लिखी हुई है संस्कृत कही नही है ।
क्या ख्याल है आप किसी और कि लिखी किताबो के आधार पर व्याख्यान कर रहे है आपका निजी अनुभव क्या है । सिर्फ शब्दो की
तुकबन्दी कर रहे है आप वैज्ञानिक प्रमाण कुछ भी नही है । मंदिरों के नीचे बौद्ध प्रमाण मिल रहे
है हर जगह माजरा क्या है ? ब्राह्मण को जाटो में
मिक्स कर रहे हो । मामला घोच पोच कर रहे है आप । जाट पहले तो कम पढ़े लिखे थे लेकिन
अब उनके बच्चे विज्ञान पढ़ चुके है और विश्व स्तर के विश्वविद्यालयों में पढ़ा भी रहे है । किस्से
कहानियों में उलझेंगे नही अब । वैज्ञानिक प्रमाण को महत्व देने लगे है विज्ञान समझ मे आ
गया है उनको । मिथ्या और अवैज्ञानिक प्रमाण
से मानने मुश्किल है । हाँ थोड़े बहुत कम शिक्षित और किस्सों के रसिया है अभी भी जिनको कुछ समय के लिए बहकाया जा सकता है ।
पहली बात तो आप जय भीम वाले हो,,
@@LG-368 kya dna wali baat achhi nahi lagi ishliye ghatiya soch samne rakh di.
चल बता किस मन्दिर में बौद्ध प्रमाण मिले हैं
Mandiron ke neechey bodhh kya kar rahey hain.mandir to bodhhon se pahley ban chukey they
@@LG-368 क्यों भाई, जय भीम से क्या दिक्कत हो गई आपको?
जीवन एक बार मिला है, जाति कोई भी हो यदि आप में ब्राह्मण जैसे गुण है। तो अवश्य करे क्योंकि इच्छा मार कर आत्मिक ज्ञान को कहाँ तक छुपाओगे दबाओगे ब्रह्म ज्ञान भी ईश्वर की कृपा से मिलता है। जातिवाद को छोड़ों जाति से महान कोई नही जाति से कोई छोटा नहीं🤗
SaydJatNamSeHiJllnHoRhiHToJllteRhoOrAapny......JllateRho..,
इस वार्ता में ये कमी खल रही है, सच कहा आपने।
Koti koti naman
ऐसे विद्वान को सल्यूट
नाक, होंठ, आंख, बाल, चमड़ी, कद-काठी से इंसान के समुदाय का पता लगाया जा सकता है, धर्म तो लोगों ने बहुत बाद में चुने हैं व समय-समय पर बदलते भी रहते हैं। धर्म पर शासकों व साधु-संतों, पीर-फकीरों का प्रभाव रहा है।
Bilkul Right
बहुत अच्छी जानकारी दी. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
आपका कार्य निःसंदेह सराहनीय है। बहुत मश्शकत् की है आपने, बधाई। 🙏
Pandit puran lal Rai sir you given very nice thoughts Iheard Jat histary part one
Dadaji plz shi information hi dene ki kripa kare
Good morning sir jat Balwan jai Bhagwan
Pt ji pahle Rohilkhand🚩🚩 aur Rohila Rajvansh 🚩🚩ke itihas ki jaankari le lo phir itihaaskar banne ki koshish karna..aadhi adhuri jaankari se samaj ko gumrah kar rahe ho
कथा कहानियों के आधार पर नहीं डीएनए के आधार पर सिद्ध करना चाहिए कि कौन विदेशी है, कौन मूलनिवासी?
sahi kaha. me b kafi bato se sahmat hu jese iraq me 4000 saal pahle Sanskrit jese shahr k naam mile he scripts per aur iraq k log jaat jese lagte he dekhne me. magar inka scientific research honi chahiye sirf adhaar per nahi tabhi log accept kerenge
@short motivational vidoe environment ka fark padta he but skin color per, hair color per, aur padta b he baki to lakho sal lagte he, genes , genetics mixing ye aik he bar me asar dikhate he babu.
नमन् 🙏🙏
Pandit ji chamatkar kar deya
🙏🌹👍👌
ऐसी जानकारी कभी किसी ने नही दी
Bahut acchi Gyan ki baat hai
Very nice thanks
Good Information.
आपको कोटि कोटि नमन
आदरणीय प्रणाम।
I am a Jat but this is very funny 🤣🤣🤣🤣 uncle if you don't know history don't make funny videos about Hindu mithology. for those people who truly want to know about the history of Jats read about the indo Scythians.
Rai Saheb good working.
Please say about Deshwal Gotra's history.
Dada ji AAJ dhany ho Gye aap ka gaayn sunkar
इतना अच्छा शास्त्र ज्ञान है तो फिर अधिसंख्य जनता को शूद्र नाम देकर शिक्षा व धन से वंचित क्यों रखा?
Very nice ji Jat samaaj jaindabad
Good job Pt. Ji and Nandal Ji
🙏❤🙏
बौद्ध काल में ही भारत विश्व गुरू और सोने की चिङिया था।
शत शत नमन 🙏🏻
Ram Ram ji aapko koti koti Naman
सब को आबाद भारतवंशीयो ने किया और दुनिया में हजार साल गुलाम रहा , क्या हो गया था यहां के क्षत्रियों को?
इसी बात का ज्ञान ब्रह्माकुमारी के सात दिन के कोर्स में मिलेगा
आप जैसे गद्दारों के कारण गुलाम हुआ।
Yash
Kumar
Meena
Todi 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Hindu Bhiyo sab jaateyaon ka smman karna hai sab apne bhai ek ho jao ,, ab time ek hone ka hai
अब जाट जाट का साथ क्यो नही देता है
कृपया बताएं जी।
बराहमण तो जाटों को शूदर मानते हैं ऐसा किंऊं?
भारत विश्व गुरू बोद्ध काल मे था आर्य बाद मे आये है
बुद्ध तो स्वयं शुद्ध आर्य और स्नान धर्मी हिन्दू थे ।
Firstly I appreciate Mr Mukesh Nandal to take interview and also salute/respect Pt Rai for his excellent/brilliant briefing of history.
Bhumulya jankari Dene ke liye Dada ji aapko koti koti parnaam
Good
Sir ,superb
❤️❤️❤️
सही बात सच्ची बात है
Aajtak ki meri sabse jyada Gyan ki video 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Hindu jo bhi ho , sab joot bolne wale ha,eak doosre ki oonch,neech ki soch rakhte hai,aap ne jaaton ki acchi bath ki,magar vartkal me,jo bhi sarkari thaftar ma jaaton ko dhek tha hum ki,joot,preat goos kori, brasta Chari,kannoon ki kilab,ultta bolna, badmashi karna ahi chalraha ha jaaton ki,
पंडित जी इस कार्य कर्म को बाट ते रहे
Jata ka kitab likhe mah aap saboko danbat paranam pita jikitaba likhe eak kitab pitaji aap pathaeye,Raye samaj pitaji hamepathao guru nepalgopal bansi Raj avi vi samBidhanme likhahai gopal banasi mahipal banasinepal,pitaji aap milagaye aab merama n khusihogaya,
पूर्णलाल जी, आप को सुनकर स्पष्ट हो जाता है कि आप एकदम अपूर्ण हैं। आप वही बातें दोहराते हैं, जिन्हें सुनकर गैर-हिन्दुओं की बांछें खिल जाती हैं। आप कितने ही तर्क दें कि इस्लाम हिन्दू धर्म का अभिन्न अंग है और मुसलमान हमारे सहोदर हैं, लेकिन मुसलमान हमेशा अपने आप को हिन्दुओं से श्रेष्ठ और आपको अपना शत्रु नम्बर एक मानते रहेंगे। फिर भी आपको "मूर्खों के स्वर्ग"[A Fool's Paradise] में रहने की आदत पक चुकी है, तो सड़ते रहिये। लेकिन आज का दर्शक/पाठक इतना कुशाग्र बुद्धि हो चुका है कि आपकी चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं आएगा। इसलिए आपकी मिथ्या बातों [गैर-हिन्दुओं से संबंधित] को आपके पुत्र-पौत्र-प्रपौत्र ही सच मान सकते हैं। स्वयं जाट[राठी गौत्र] होने के नाते मैं आपकी हिन्दुओं व जाटों से संबंधित जानकारी को शिरोधार्य करता हूँ । आभार!🙏🙏🙏💝
हमारे बहुत आदिकाल से जो हमारे इतिहास लिखने वाले राजस्थान से आते हैं वह हमें चंद्रवंशीय
तंवर गौत बताते हैं लाखो वर्ष पुराने इतिहास उनके पास लिखा हुआ है हम राजपूत है
Atar Singh Ram Ram Ji Dada Ji Very Good Massage
मनगढ़ंत कपोलकल्पित मनभावन कथाओं रट रखा है भट्ट जी ने, भौगोलिक व ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित नही।
Ram Ram ji
Very Very nice Information
Very good information thank you
कितने महान इतिहासकार हैं दादाजी । इन्हे नोबल पुरस्कार जरूर मिलना चाहिए यकीन नही आता कि एक जाट इतना पढा लिखा हो सकता है । वैसे कुछ लोग इनकी बातो पर बहुत जोर जोर से हंसते होंगे । क्योंकि दादाजी की बाते है ही हसने वाली । हा हा हा हा
पढनां गुंननां चातुरी यह है काम सहल।
काम दहंन मन बस करंन यह है काम कठिन।।
बिंन सत्य गुरू पाबे नहीं खालिक खोज बिचार।
चौरासी जग जात है चिन्हित नाहीं सार। ।
He has also written a book on cattle thieves. Ha ha ha
Yaar ye pandit ji hai Bhatt
नाम तो सुनने को मिलता ही नही कहि जाटो का।
जाट मतलब अन्य जात जिसका उक्त देश से कोई मतलब नही।
इसलिए अंग्रेजो के साथ आई अन्य जातिया जो भारत मे बसी रह गई। व जाट जात कहलाये या बन गए।
इसी लिये ये गाँवो से बाहर सड़क के किनारे बसे।
अब भी ये वही मिलते है। इनके शहर वही है।
बाकी अन्य जातियों की स्त्रियों से राजपूतो की रानियों के बच्चे भी जात या जाट है। जाट कोई शब्द नही है।
ना जाट जाति की अपनी कोई पुरानी संस्कृति या प्रथा है। थोड़ी बहुत हिन्दू क्षत्रियो की या अन्य की कॉपी की हुई है।
अगर अपनी कोई प्रथा है जिसे अड़ कर कहते हो कि जाटो की यह प्रथा हो तो बता दो साक्षात प्रमाण दे दो।
यह सब झूठ है सच यही है कि जाट विदेशो से अंग्रेजो के साथ आई सेना जो अंग्रेज हर देश को जीतने के बाद वहां से लड़ने,खेती करने, दुग्ध उत्पादन वालों को अपने साथ जोड़ लिया जाता था या साथ जुड़ जाते थे वे जाट है।
इसीलिए ये लड़ना जानते है। लड़ने युद्ध मे आगे रहते है इसमें कोई शक नही बाकी अगर आप इन्हें भारत वासी या आदि कालीन भारत की जाती कहते होतो ये बिल्कुल गलत है। बाद में लोकतांत्रिकता होने के बाद ये जिन स्थानों पर रह गए वही अपना काम करने लगे।
चूंकि जिन देशों में रहे वहां का काम नही जानते थे तो ज्यादा खेत खलियान के ही काम कर पाए व बाद में अपनी बुद्धि अनुसार खुद को सशक्त कर लिया बाकी भारत के क्षत्रियो व क्षत्रिय वंशावली से इनका कोई लेना देना नही है। हा क्षत्रियो द्वारा इनकी जतिंकि स्त्रियों या क्षत्रियो की स्त्री इनमे से किसी से शादी कर लेती थी। तो क्षत्रियो के सरनेम इन्होंने ने जरूर अपनाए क्योंकि आज भी अन्य जाती में शादी करने से क्षत्रियो में जाति से बाहर कर दिया जाता है इसीलिए इन्होंने सरनेम या जिस स्त्री या क्षत्रिय पुरुष से इनका नाता था ज्यादातर उनके नाम इन्होंने गोत्र के रूप में प्रयोग किये।
बाकी भारत के युद्ध मे राणा प्रताप की शिवाजी की सेना में किसी जाट का कोई वर्णन नही है।
ये जाट नही, भाट हैं.