यह सर्वविदित तथ्य है कि खड़िया जनजाति के पास सैकड़ों-हजारों गायें हुआ करती थीं। खड़िया जनजाति में गायों को नुकसान पहुंचाना मना है।जब वे छोटानागपुर आए, तो उन्हें 'कलिंग गजपति राजाओं' द्वारा भी बहुत सम्मान दिया गया और उन्हें 'जनेऊ' देकर पुजारी का दर्जा दिया गया। खड़िया पुजारियों के बिना पुरी रथ यात्रा भी शुरू नहीं होती।
यही जिन्दगी हैं आदिवासी का हमे किसी से सिखने की जरूरत नहीं जिन्दगी जिने का ,
हमे सिर्फ शिक्षा की जरूरत हैं
Apko bahut badhaai humare yanha reporting krne ke liye
Jigga munda,
जिंदाबाद।
Aapka news bahut Achcha lagta hai
Jiga susharan horo great 👍❤
झारखंड से अभी हेमंत सोरेन दादा झारखंड का राजा बैंड बाजा लेकर आजा
आदिवासी मुलवासियों के विकास के लिए इंडिया गठबंधन को वोट दिजिए।
❤❤❤❤jmm
यह सर्वविदित तथ्य है कि खड़िया जनजाति के पास सैकड़ों-हजारों गायें हुआ करती थीं। खड़िया जनजाति में गायों को नुकसान पहुंचाना मना है।जब वे छोटानागपुर आए, तो उन्हें 'कलिंग गजपति राजाओं' द्वारा भी बहुत सम्मान दिया गया और उन्हें 'जनेऊ' देकर पुजारी का दर्जा दिया गया। खड़िया पुजारियों के बिना पुरी रथ यात्रा भी शुरू नहीं होती।
Bishunpur में भी दिखाव एक बजु जगरनाथ उराँव कर कैसन क्रेज आहे सेके दीदी।
Jigga munda❤❤❤❤❤
Kamdara bhi aaiae madam
Kamdara bahut jaldi aaiae दीदी
Kamdara bahut jaldi aaiae madam
Call aur raad ka matlab koi bata do?
क्या लोग झूठ बोल रहे हैं?
Bap lawo jharkhand me