आप एक सच्चे ब्राह्मण हो आपमें ब्रमह ज्ञान का समावेश है!आप ऐसे लगें रहो महराज ऐसा हिम्मत सबमें नहीं होता!सत्य की राह कठिन है,इस पर सभी चल नहीं सकते!आप इस रास्ते पर चल रहे हो चलते रहिए!आपका यश और कीर्ति चहुं ओर फैलेगी!
बहुत बहुत बढ़िया पंथी भजन महाराज जी आपको बहुत बहुत जय सतनाम आप हमेशा सतनामी समाज का गाना गया करें आपको बहुत जल्द सतनामी समाज के द्वारा आपको सम्मान दिया जाएगा
आप को भगवान ने भेजा है इन मूर्खों को समझाने के लिए आप की जय हो पंडित जी आज मेरे जीवन में पहली बार पंडित जी को नमस्कार किया हु मै पंडितों को नफरत करता हु लेकिन आज मैने देखा कि हर पंडित एक जैसा नहीं होता है
पंडित गुरु जी प्रणाम 🛐आप गुरु घासीदास बाबा जी के संदेशों को हर इंसान को बता रहे है आपको दिल से जय सतनाम जय जगन्नाथ 🙏🙏 मानव मानव एक समान,, सत्य ही मानव का आभूषण है
आपके पंथी बाजा समाज के बाजा सेम मिलता है, आप जो गाना गा रहे हैं, दिल से गा रहे हैं, अन्य समाज के कथा वाचक गायक, दिल से नही गाते दिखावा करते है, आपका विचार बहुत अच्छा लगता हैं, सर जी, जब प्रकृति किसी के साथ भेदभाव नही करती हैं तो ये मानव धर्म जाति के जाल बिछाये है वह अनुचित हैं, अगर जो समाज छुवा मानते है, उनके साथ उसी तरह के ब्यव्हार किया जाता हैं तो उसे कैसा लगता, जिस दिन हस्पीटल के बेड मे रहोगे उस समय पर जो खून चड़ता हैं वह जाति नही देखता है,केवल ब्लड ग्रुप देखता है, लगे रहिये समाज से आपको सम्मान इज्जत जरूर मिलेगा साहेब सतनाम जी🎉❤
बहुत ही सुंदर विचार है महराज जी हमारे बाबा जी का संदेश है मानव मानव एक समान हम सब सतनामी सभी लोगो को साथ लेके चलते है जो लोग सतनामी को कुछ बोलता है उसको नर्क में भी जगह nhi milega
आचार्य युवराज महाराज आपका सादर चरण स्पर्श 🙏 🙏 🙏 आपके मुखारविंद से निकले शब्द स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाना चाहिए कोई जाति नीच नहीं होता,लेकिन नीच हर जाती में होते हैं। बहुत सुंदर संदेश समाज के लिए।
आपका उपदेश से देश का विकास संभव हो सकता हैं गुरूजी क्युकी देश की विघटन का कारण जाती ही हैं जिसके कारण ही मुग़ल तुर्क अंग्रेजो ने गुलाम बनाया था हमें आज फिर वही जात पात शुरू हो रहा हैं फिर किसी न किसी का गुलाम होंगे....... मैं किसी गुरूजी को प्रणाम नहीं किया पर आपको दिल की गहराइयों से प्रणाम करता हूँ 👏👏👏
आपकी बुद्धिमता को प्रणाम आपने सराहनीय बातें बताई कि प्रत्येक जाति में नीच लोग होते हैं जिस प्रकार स्त्री के अनेक रुप होतें हैं उसी प्रकार जाति के भी अनेक रुप होतें हैं,जब कोई जाति,मानव सत बोलता है उस समय वह सतनामी जाति का होता है
युवराज जी आपके विचार को कोटि कोटि प्रमाण,इस देश को आप जैसे ही संत विचार की जरूरत है जो मानव समाज को एकता के सूत्र में बांध सके,, जय हो गुरु सत सत नमन🌹🌹🌹🙏🙏
अगर आपके जैसा विचार हर पंडित के पास हो तो ये भारत स्वर्ग बन जाएगा। बाबा जी भारत को स्वर्ग बनाने का सपना है जो सभी धर्मों को एक होकर बनाना होगा मानव मानव एक समान जय सतनाम धर्म
भारत देश की दिशा और दशा को यदि बदलने और विश्व गुरु बनाने हैं तो आप जैसे गुरुजी की और राज नेता जी के सोच विचार को एक सम्मत और आप जैसे विचार होना चाहिए... ❤❤
धन्य है ये गुरु व्यास पीठाचार्य श्री श्री 108 श्री युवराज पाण्डेय जी जो सत्य ही मानव का आभूषण है ऐसा बोलने वाले महान संत गुरु बाबा घासीदास जो अपने जमाने में सत्य की ऐसा अलख जगाया ,मानव मानव एक समान के सूत्र को जानकर लाखों व्यक्ति सतनामी बनके बाबा के अनुयायि हुए ,गुरु जी का अमर ज्ञान रूपी वचन सुनकर जीवन धन्य हो गया ।।।।
मैं आपको ह्रदय से प्रणाम करता हूं , आपकी वाड़ी बहुत अच्छा है और आप आपका संदेश बिल्कुल सही है हम लोगों का जाती में बाटा सब लोग एक सामान है और धर्म कोई छोटा बड़ा नहीं है बढ़ा है तो सिर्फ इंसानियत की
प्रणाम महराज जी बहुत बहुत धन्यवाद हमारे सतनामी समाज के बारे में इतना सोचते हे दूसरे महराज लोग कभी भी ऐसा नही कहते और अभी भी अन्य समाज के लोग हमसे छुआ मानते है
आज से पहले मैंने कभी भगवान को वास्तविक नही देखा था लेकिन आज मैने सकक्षात आपको भगवान के रूप मे देखा है महराज जी आज से मेरा भगवान् आप हो गुरु जी आचार्य जी को, कोटि कोटि प्रणाम
जो सतनामी समाज का सम्मान करता है सतनामी उसके लिए जी जान से सम्मान करते हैं
सही कहा भाई आपने❤
🏳️❤
🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤thanks 🎉🎉🎉
baba ki jay
❤
बहुत सुंदर विचार हमारे भारतीय समाज को
आप जैसे विद्वान कथावाचक की आवश्यकता है। शत शत नमन।
आचार्य जी लोगों का सन्देश ऐसा ही होना चाहिए 👌👌👌👌सुपर
गुरु,जी, मंखे मंखे,एक,है,,सभी,जानते,है, लेकिन, मनाते,कोई,नहीं,, मैं, आपके, पांव,के, साथ ज्ञान, और, विचार,को,, प्रणाम करता हूं
आपके विचार को बारम बारम प्रणाम गुरू जी आपके जैसा विचार सबका हो जाय गुरू जी
गुरुजी आपको एक बार नहीं हजार बार दिल से धन्यवाद
मैने आज तक किसी महराज को प्रणाम नहीं किया था लेकिन आज प्रणाम करता हु l जय हो
आप ही समाज को ज्ञान की प्रकाश दे सकते है आप को कोटी कोटी प्रणाम जय सतनाम
ऐसे हि बुध्द्धजीवी वर्ग के व्यक्तित्व के लोग अगर बड़े मंच से लोगो को समझाया जाए तो कही जातिवाद की कड़े कट व कम हो सकती है!
नमन है ऐसे गुरूजी को
ऐसे आचार्य जी सत् सत् नमन जय सतनाम
आप एक सच्चे ब्राह्मण हो आपमें ब्रमह ज्ञान का समावेश है!आप ऐसे लगें रहो महराज ऐसा हिम्मत सबमें नहीं होता!सत्य की राह कठिन है,इस पर सभी चल नहीं सकते!आप इस रास्ते पर चल रहे हो चलते रहिए!आपका यश और कीर्ति चहुं ओर फैलेगी!
Jay Satnam guruji satnami samaj mein aapka bahut Samman hai guruji bar bar pranam
मनखे मनखे एक समान आप समाज को सन्देश बहुत अच्छा दे रहे हैं साहेब जी आपका नाम अजर अमर रहे
समस्त हिंदू समाज को एक सूत्र में पिरोने वाले पंडित जी आप का सत सत नमन सतनाम 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
बहुत बहुत बढ़िया पंथी भजन महाराज जी आपको बहुत बहुत जय सतनाम आप हमेशा सतनामी समाज का गाना गया करें आपको बहुत जल्द सतनामी समाज के द्वारा आपको सम्मान दिया जाएगा
जय जय सतनाम गुरुजी
आचार्य जी आपका विचार अतिउत्तम है आपको सादर नमस्कार।
जय सतनाम जय गुरुघासीदास बाबा🙏🙏🙏
आप को भगवान ने भेजा है इन मूर्खों को समझाने के लिए आप की जय हो पंडित जी आज मेरे जीवन में पहली बार पंडित जी को नमस्कार किया हु मै पंडितों को नफरत करता हु लेकिन आज मैने देखा कि हर पंडित एक जैसा नहीं होता है
पंडित गुरु जी प्रणाम 🛐आप गुरु घासीदास बाबा जी के संदेशों को हर इंसान को बता रहे है आपको दिल से जय सतनाम जय जगन्नाथ 🙏🙏 मानव मानव एक समान,, सत्य ही मानव का आभूषण है
Jitendra satanmi guru gee bhut bhut sundargyan. Dhanyawad
Wah guruji apke jaise pandit ho to desh me sudhar aa jayega
Aap ho asli pandit
बहुत ही सुंदर भजन सुनाए हो महाराज जी मानव मानव एक समान का संदेश जन जन तक पहुंचाए हो बहुत बहुत धन्यवाद साहेब गुरु सतनाम 🙏🤍🏳️ जय श्री राम🙏🚩
सादर प्रणाम आचार्य जी को , आप बाबा गुरू घासीदास जी के सतनाम सन्देश को प्रत्येक जन मानस तक पहुंचा रहे हो 🙏🙏🙏🙏🏳️🏳️🏳️
बहुत सुंदर भजन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपके पंथी बाजा समाज के बाजा सेम मिलता है, आप जो गाना गा रहे हैं, दिल से गा रहे हैं, अन्य समाज के कथा वाचक गायक, दिल से नही गाते दिखावा करते है, आपका विचार बहुत अच्छा लगता हैं, सर जी, जब प्रकृति किसी के साथ भेदभाव नही करती हैं तो ये मानव धर्म जाति के जाल बिछाये है वह अनुचित हैं, अगर जो समाज छुवा मानते है, उनके साथ उसी तरह के ब्यव्हार किया जाता हैं तो उसे कैसा लगता, जिस दिन हस्पीटल के बेड मे रहोगे उस समय पर जो खून चड़ता हैं वह जाति नही देखता है,केवल ब्लड ग्रुप देखता है, लगे रहिये समाज से आपको सम्मान इज्जत जरूर मिलेगा साहेब सतनाम जी🎉❤
बेटी रोटी का लेन देन कर के दिखावे तो जाने की ये पाखंडी बाभन है कि वास्तविक इंसान जैसे सतनामी दलित शूद्र हैं कभी भी नहीं कर सकते याद रखें।
Jay satnam
मनखे मनखे एक समान गुरु बाबा घासीदास जी
का संदेश महान.... साहेब सतनाम ❤❤ बहुत सुन्दर विचार है आपके
Aap jaise soch se hi Bharat vishv Guru ban sakta hai guruji❤❤❤
Bharat mata ki jai
बहुत ही सुंदर बात कही आचार्य जी
बहुत ही सुंदर विचार है महराज जी हमारे बाबा जी का संदेश है मानव मानव एक समान हम सब सतनामी सभी लोगो को साथ लेके चलते है
जो लोग सतनामी को कुछ बोलता है उसको नर्क में भी जगह nhi milega
आचार्य युवराज महाराज आपका सादर चरण स्पर्श 🙏 🙏 🙏 आपके मुखारविंद से निकले शब्द स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाना चाहिए कोई जाति नीच नहीं होता,लेकिन नीच हर जाती में होते हैं। बहुत सुंदर संदेश समाज के लिए।
आपका उपदेश से देश का विकास संभव हो सकता हैं गुरूजी क्युकी देश की विघटन का कारण जाती ही हैं जिसके कारण ही मुग़ल तुर्क अंग्रेजो ने गुलाम बनाया था हमें आज फिर वही जात पात शुरू हो रहा हैं फिर किसी न किसी का गुलाम होंगे....... मैं किसी गुरूजी को प्रणाम नहीं किया पर आपको दिल की गहराइयों से प्रणाम करता हूँ 👏👏👏
बहुत बेहतरीन आचार्य महाराज जी आपको सादर नमन धन्यवाद
Bahut sunder sandesh mahraj jee jay satnam Mai apko Dil se dhnywad deta hu apke vichar bahut nek hai
बहुत अच्छा महाराज जी बाबा जी संदेश सुनाया पंथी भजन
🎉🎉 bahut bahut badhai 🎉🎉
Jay Satnam Maharaj
Jay Satnam bahut hi Sundar Vachan
आपकी बुद्धिमता को प्रणाम आपने सराहनीय बातें बताई कि प्रत्येक जाति में नीच लोग होते हैं जिस प्रकार स्त्री के अनेक रुप होतें हैं उसी प्रकार जाति के भी अनेक रुप होतें हैं,जब कोई जाति,मानव सत बोलता है उस समय वह सतनामी जाति का होता है
❤❤❤ आचार्य यूराज पांडेय जी को दिल से जय सतनाम जी ❤❤❤
गुरु जी के चरणों में सत सत नमन
गुरु जी के चरणों मे बार बार प्रणाम
उच्च कोटी का विचार ,मस्त प्रवचन दिल खुश हो गया गुरु जी
Bahut achha baat jay satnam
जो सतनामी समाज का सम्मान करता है वह सभी जीव जंतुओं का भी सम्मान करता है ऐसे गुरु जी को हमारे सतनाम समाज की ओर से जय सतनाम
बहुत सुंदर आचार्य युवराज महाराज जी आपका समझाने और समझने का विचार जल्द ही गुरु बाबा घासीदास आपको मौका दिया जाएगा जय जय सतनाम
Aap.jaise.pandit.kaihi.duniya.me.ho.to.chhuva.chhut.mit.jaiga.apko.koti.koti.naman.jai.satnam
Bahut sundar vichaar baba ji
युवराज जी आपके विचार को कोटि कोटि प्रमाण,इस देश को आप जैसे ही संत विचार की जरूरत है जो मानव समाज को एकता के सूत्र में बांध सके,, जय हो गुरु सत सत नमन🌹🌹🌹🙏🙏
Bahut sundar vichar maharaj ji
आचार्य युवराज पांडेय को शत शत नमन जय सतनाम
बहुत ही सुंदर विचार हमें ऐसे ही गुरुओं की जरूरत है।आपको शत शत नमन
आप जैसे कथावाचक की ही समाज को जरूरत है, सचमुच आपके हृदय में जगन्नाथ स्वामी विराजमान हैं, युगों युगों तक मानव समाज में आपकी आवाज गूंजता रहे
अगर आपके जैसा विचार हर पंडित के पास हो तो ये भारत स्वर्ग बन जाएगा।
बाबा जी भारत को स्वर्ग बनाने का सपना है जो सभी धर्मों को एक होकर बनाना होगा मानव मानव एक समान जय सतनाम धर्म
Sat sat naman aapko jai satnam
बहुत सुंदर गुरु जी आपको सादर प्रणाम मानव मानव एक समान का संदेश को
बहुत अच्छा विचार गुरुजी गुरु घासीदास की महिमा को बताया और मां के मां के एकसमान होता है उसकी गुणगान की धन्यवाद गुरु जी
छत्तीसगढ़ के संस्कृति को आगे बढ़ाने में महाराज जी आपकी योगदान योगदान को बहुत बहुत नमन/ गुरु घासीदास बाबा की जय
आप के इस विचार को प्रणाम जो बात बाबा गुरु घासी दास के वचन को इतने सरल। तरीके समझने और समझाने के लिए
आपको सादर
जय सतनाम
आर्य महराज बहुत बहुत धन्यवाद जी
बहुत सुंदर महाराज जय सतनाम के लिए बहुत अच्छे विचार
Aapko koti koti pranam Guru Ji bahut accha vichar hai aap ka
Bahut sundar pandeyji jay satnam
भारत देश की दिशा और दशा को यदि बदलने और विश्व गुरु बनाने हैं तो आप जैसे गुरुजी की और राज नेता जी के सोच विचार को एक सम्मत और आप जैसे विचार होना चाहिए... ❤❤
Bahut sundar Guru maharaj ji
धन्य है ये गुरु व्यास पीठाचार्य श्री श्री 108 श्री युवराज पाण्डेय जी जो सत्य ही मानव का आभूषण है ऐसा बोलने वाले महान संत गुरु बाबा घासीदास जो अपने जमाने में सत्य की ऐसा अलख जगाया ,मानव मानव एक समान के सूत्र को जानकर लाखों व्यक्ति सतनामी बनके बाबा के अनुयायि हुए ,गुरु जी का अमर ज्ञान रूपी वचन सुनकर जीवन धन्य हो गया ।।।।
प्रेमानंद महाराज और युवराज मेरे हृदय में सबसे बड़ा संत बाकी महाराज को गुरु गोबर
Bahut sundar bhaiya Jii jay Satnam
महराज जी जय सतनाम आप के विचार बहुत अच्छे है
जय सतनाम आचार्य जी
बहुत सुन्दर भजन और आपकी विचार भी सुन्दर हैं
दिल को छू लेने वाली बात आपने कह दिया महाराज जी कोटि-कोटि नमन है महाराज जी आपके उच्च विचार और आपको।
आचार्य युवराज जी को सादर चरण वंदन ❤❤❤
Koti koti pranam pandit ji jai guru ghansidas baba ji radhe radhe 🎉🎉❤❤
आपके संदेश ल गुरु वंशज गुरु बालदास साहब तक जरूर पहुंचाऊं ग जय सतनाम जय जगन्नाथ जी
Aoise achariya hona chahiye achariya ji mor tarf se bar bar parnam he jai satnam
मैं सतनामी हूं गुरुजी ऐ गीत आप गा रहे हो मुझे बहुत अच्छा लगा आपको दिल से धन्यवाद गुरुजी 🙏🙏🙏🙏🙏
आपका सोच कितना अच्छा है गुरु जी आपके चरणों में प्रणाम
❤❤❤ बहुत सुन्दर प्रस्तुति है आप इसी तरह पंथी भजन गाते रहीऐ दिल से शुक्रिया और धन्यवाद आभार और ❤❤❤दिल से जय सतनाम ❤❤❤
मैं आपको ह्रदय से प्रणाम करता हूं , आपकी वाड़ी बहुत अच्छा है और आप आपका संदेश बिल्कुल सही है हम लोगों का जाती में बाटा सब लोग एक सामान है और धर्म कोई छोटा बड़ा नहीं है बढ़ा है तो सिर्फ इंसानियत की
आप जैसे पंडित ही सही मे पंडित जी है जो गुरु घासीदास की उदेश को समाज मे सही से बतला रहे है कोटि कोटि सादर जय सतनाम❤❤❤❤
बहुत ही सुन्दर जय satnam गुरु जी आपके सोच को परनाम
🏳️🏳️🏳️🙏🙏🙏🙏
सतनाम बाबाजी
संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी आपके संतवाणी आगे बढ़ाए जनकल्याण में आपकी वाणी काम आए और आपके नाम युगों-युगों तक चलते रहे
Bahut sundar sandesh baba ji jai ho aapka
प्रणाम 🙏
ऐसे ही ज्ञान की प्रकाश फैलाते रहे ।
भगवान जगन्नाथ की कृपा आप पर बनी रहे ।।❤❤
बहुत अच्छा सिख दिया है आपको Jai Jai satnam
प्रणाम महराज जी बहुत बहुत धन्यवाद हमारे सतनामी समाज के बारे में इतना सोचते हे दूसरे महराज लोग कभी भी ऐसा नही कहते और अभी भी अन्य समाज के लोग हमसे छुआ मानते है
इस मानव समाज को आप जैसे मानवता के अधिकारी संत की आवश्यकता है आपको प्रणाम
आप जैसे पंडित की पूरे मानव समाज को जरूरत है पंडित जी। आगे जाकर मानव समाज को जरूर जगाएंगे। प्रणाम🙏🙏🙏
ऐसा गुरुजी को मैं बारंबारप्रणाम करता हूं
Bahut hi sunder Vani maharaj ji Jay satnam
समाज को आप के जैसे कथावाचको की आवश्यकता है।
Very nice well Dan guru ji
आचार्य जी को मेरा प्रणाम, आपके विचारों ने हम सब का आंख खोल दिया,
Man gaye guruji aapke vichar mahan hai Jai satnaam Jai bhim jai sanvidhan
बहुत सुंदर विचार औ सुंदर भाव से बाबा जी का विचार आप से सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है
आपके तर्क शक्ति को नमन हैं आचार्य जी 🙏🙏 आपके जैसे सभी आचार्य का सोच ऐसा हो गया तो मानव मानव में भेद खत्म हो जायेगा इस संसार से 🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर आदरणीय महराज जी आपको सादर प्रणाम है...🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आप दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की करे
आज से पहले मैंने कभी भगवान को वास्तविक नही देखा था
लेकिन आज मैने सकक्षात आपको भगवान के रूप मे देखा है महराज जी
आज से मेरा भगवान् आप हो गुरु जी
आचार्य जी को, कोटि कोटि प्रणाम
बहुत ही उच्च विचार है पंडित जी आपका हृदय से नमन आपको भी
गुरु जी आपके जैसे सोच हर इंसान का होना चाहिए आपके इस सोच को सादर प्रणाम
Koti koti pranam guruji bhut Sundar sandesh ❤❤❤
Jai जगन्नाथ महाराज जी
Satya vachan Diya aapane
Guruji koti koti pranam
ऐसे महराज को कोटि कोटि प्रणाम। जय सतनाम
Bahut sundar Maharaj